दिल्ली:लिव-इन पार्टनर पर शक होने पर दर्दनाक मौत देने की थी योजना, युवती के शरीर पर आए 850 टांके,पांच माह बाद आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली:-लिव इन रिलेशनशिप यानी शादी किए बगैर किसी महिला और पुरुष के साथ रहने पर अक्सर बहस होती है,आज कल लिव इन में रहने वाले कपल के बीच अक्सर विवाद और काफी हत्याएं भी होती है
ऐसा ही एक मामला सामने आया दिल्ली के रूप नगर थाना क्षेत्र से जहां युवती पर किया गया आरोपी को पुलिस ने पांच माह बाद पकड़ा।
कमला नगर में लिव इन पार्टनर युवती पर बेरहमी से हमला करने वाले आरोपित रिंकू को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। रिंकू घटना के बाद से पिछले पांच माह से फरार था। आरोपित को शक था कि उसकी प्रेमिका का किसी अन्य के साथ अवैध संबंध है। इसलिए उसने युवती पर वार कर उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया था। हिंदूराव अस्पताल में उपचार के दौरान युवती के शरीर पर 850 टांके आए थे।
विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक, रिंकू यूपी के अलीगढ़ के छबीलपुर का रहने वाला है। रूप नगर में हत्या के प्रयास मामले में वह वांछित था। मामला दर्ज होने के बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नियमित रूप से ठिकाने बदल रहा था।
15 अप्रैल को जवाहर नगर, कमला नगर में रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत कर बताया था कि उनकी बहन की शादी 2011 में हुई थी। मतभेदों के कारण उसकी बहन और पति से अलग रहने लगी। वह जवाहर नगर, कमला नगर में रहने लगी। करीब सात साल पहले उसकी बहन रिंकू नाम के शख्स के संपर्क में आई।
पीड़िता को आए थे 850 टांके
रिंकू कमला नगर में जूते की दुकान में काम करता था, जिसके बाद दोनों गुड़ मंडी के पास किराए के मकान में लिव-इन रिलेशनशिप में साथ रहने लगे। कुछ समय बाद ही उनके रिश्ते में भी खटास आ गई और वे अलग-अलग रहने लगे। युवती कमला नगर के एक पीजी में रहने लगी। 15 अप्रैल की सुबह सवा नौ बजे, युवती के भाई भरत के पास पीजी से फाेन आया। उन्हें बताया गया कि किसी ने उसकी बहन पर जानलेवा हमला किया है वह बुरी से तरह घायल है।
घटनास्थल पहुंचने पर पता चला कि उसकी बहन गंभीर हालत में है उनकी गर्दन व पूरे शरीर पर गहरे वार के निशान हैं। उसे तुरंत हिंदू राव अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उसे 850 से अधिक टांके लगाए गए।
स्थानीय पुलिस द्वारा सभी प्रयासों के बावजूद आरोपित रिंकू के ठिकाने के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं मिली। डीसीपी अमित गोयल व एसीपी नरेश कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर पवन कुमार, राकेश कुमार, हवलदार राहुल, रविंदर, अमित और सिपाही मनीष की टीम ने आरोपित की तलाश शुरू की।
कई मोबाइल नंबरों व तकनीकी डाटा की जांच के बाद पुलिस टीम कुछ संदिग्ध नंबर प्राप्त करने में सफल रही, जो गुजरात के राजकोट में सक्रिय था। आरोपित अपने करीबी रिश्तेदारों को फोन करने के लिए अपने सहकर्मियों के अनजान नंबरों का उपयोग कर रहा था। कई प्रयासों के बाद आरोपित की लोकेशन औद्योगिक क्षेत्र, गुजरात में पाई गई। टीम ने वहां जाकर रिंकू को पकड़ लिया।
Oct 01 2023, 09:30