लापरवाही:झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता का मंच हुआ धराशायी,बाल-बाल बचे

पलामू के पांकी स्थित सगालिम में एक कार्यक्रम आयोजित था।इस कार्यक्रम में झारखंड सरकार के श्रम नियोजन, प्रशिक्षण व कौशल विकास विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी मंच पर मौजूद थे.

 कार्यक्रम के दौरान अचानक मंच टूट कर धराशायी हो गया।मंच टूटने के कारण मंच पर बैठे सभी लोग गिरे। खैरियत था कि किसी को गंभीर चोट नही लगी। लेकिन इस घटना के बाद अफरा तफरी मच गई।

बोकारो:आज बाबूलाल मरांडी संबोधित करेंगे बोकारो में एक जनसभा को

बोकारो. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी संकल्प यात्रा को लेकर गुरुवार की देर शाम बोकारो विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. चास स्थित विस्थापित चौक पर बोकारो विधायक बिरंची नारायण के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया. 

इसके बाद श्री मरांडी खुले वाहन में सवार होकर महावीर चौक से चास चेकपोस्ट पहुंचे. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता से लेकर आमजनों के घर से पुष्प वर्षा की गयी. श्री मरांडी ने सभी का अभिवादन किया . संकल्प यात्रा को लेकर श्री मरांडी शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करेंगे. सेक्टर 12 बी (दी पेंटीकॉस्टल स्कूल के सामने) स्थित मैदान में श्री मरांडी का कार्यक्रम होगा. 

बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने बताया कि बोकारो विस के सभी मंडल व बूथ से कार्यकर्ता शामिल होंगे.

 75 पुजारी शंखनाद कर श्री मरांडी का स्वागत करेंगे. कार्यक्रम में 10 हजार से अधिक कार्यकर्ता व आमजन हिस्सा लेंगे.

आज आजसू का होगा अधिवेशन,झारखंड की चुनौतियों व मुद्दों पर होगा मंथन

राँची; आजसू के अधिवेशन का आज राँची में किया गया आगोजन. इस अधिवेशन में अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ यहां पहुंच रहे हैं. 

इसमें झारखंड की चुनौतियों व मुद्दों पर विचार और मंथन होगा. केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे. साथ ही झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जायेगा. 

महाधिवेशन के पहले दिन पार्टी का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जायेगा. साथ ही पार्टी के संविधान संशोधन का भी प्रस्ताव पेश किया जायेगा. इसके अलावा झारखंड आंदोलन, राज्य की चुनौतियां, सामाजिक न्याय, राजनीतिक भागीदारी जैसे अहम विषयों पर अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञ परिचर्चा करेंगे.

ईद मिलाद उन नबी हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अलर्ट

राँची: पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिवस पर ईद मिलाद उन नबी मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग ज़ुलुस - ए - मोहम्मदी निकलते हैं। रांची में भी जुलूस की तैयारी मुकम्मल कर ली गई है। वही रांची पुलिस की ओर से जुलूस को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम कर लिया गया है।

रांची के डेली मार्केट और मेन रोड कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में ईद मिलाद - उन - नबी के जुलूस को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर जिला में 800 पुलिस बल की तैनाती की गई है।

इसके अलावा जुलूस मार्ग में वाटर कैनन और बज्र वाहन को भी रखा गया है। डीएसपी और थानेदार को अपने-अपने क्षेत्र में ग्रस्त लगाने का निर्देश दिया है। कोई भी व्यक्ति अगर उत्पाद मचाते दिखा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले पेसा कानून और उसके बाद अब सरना धर्म का मुद्दा केंद्र सरकार के पास उठाया

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले पेसा कानून और उसके बाद सरना धर्म को यानी कि दो महत्वपूर्ण मुद्दे जो झारखंड के लिए ज्वलन्त है झारखंडियों के लिए हितकारी हैं ऐसे मुद्दे को एक बार फिर उठाया है ।

इसे केंद्र सरकार पर बड़ा निशाना भी माना जा सकता है दरअसल मुख्यमंत्री सोरेन ने पहले पेसा कानून को लागू करने और ठीक इसके बाद सरना धर्म कोड को की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा

हालांकि लगातार दो ज्वलंत मुद्दे उठाए जाने को लेकर एक ओर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतूल शाहदेव ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन के सरकार आदिवासियों का हित नहीं चाहती जहां भी यह आदिवासी हित में निर्णय लेंगे।

 वहां पर भाजपा उनके साथ खड़ी रहेगी लेकिन अगर वाकई में किसी ने आदिवासियों के हित के लिए कार्य किए हैं ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं वह भाजपा है आज भारत के सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू है वह भाजपा की देन है।

 वहीं जनजातीय मंत्रालय बनाने का निर्णय भी भाजपा के द्वारा ही लिया गया है वही जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय भी भाजपा के द्वारा लिया गया है ऐसे में यह दिखावा न करें वहीं उन्होंने 1961 में जब कांग्रेस के पूर्ण बहुमत से सरकार चल रही थी उसे समय ही सारना धर्मकोड का मुद्दा उठाया गया था ।

उन्होंने कार्तिक उरांव का जिक्र करते हुए कहा कि 1967 में उनकी पहल पर इसे संसद में लाया गया 1970 में इस बहस के लिए उनके द्वारा लाया गया लेकिन कांग्रेस उसे समय दोहरी नीति अपनाई और फिर यह ठंडा बस्ता में चला गया ।

सरना धर्मकोड के वास्तव में हकदार प्रकृति के पूजने वाले हैं ना की वैसे 20% जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तित कर अपने परंपरा को भी बदल लिया है यह फिर केंद्र सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ उठाकर 80% नौकरियों पर कब्जा जमा कर रखेंगे ,भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव।

वही इस मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इसे हम सर्कस का तीर नहीं कर सकते हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी के मुख्यमंत्री हैं और यह आदिवासियों का हित चाहते हैं वह चाहे पेसा कानून की बात हो सरना धर्मकोड की बात हो यह जो वादे करके आए थे और आदिवासी के हित के लिए कार्य करेंगे यह छत्तीसगढ़ से आए हुए नहीं है चाहे कुछ भी हो जाए हेमंत सोरेन डरने वाले नहीं है अपनी बातों को रखेंगे उनके हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ेंगे ,मनोज पांडे केंद्रीय प्रवक्ता झारखंड मुक्ति मोर्चा सारे बाते कहे ।

विश्व पर्यटन दिवस पर आईएचएम रांची ने 52 मिनट्स में मड़ुआ आधारित 54 कूकीज बना कर "इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2023" में कीर्तिमान स्थापित किया

रांची: पर्यटन विभाग, झारखंड सरकार द्वारा स्थापित एवं नेशनल कौंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) राँची में दिनांक 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस एवं "इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिल्लेट्स" के रूप में मनाया गया। 

झारखंड के स्थानीय मिलेट "मड़ुआ" जो झारखंड राज्य के लोगों और जनजातियों के बीच प्रसिद्ध है। उसे अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए संस्थान की स्पेशल 26 टीम द्वारा 52 मिनट्स में 54 प्रकार के मड़ुआ कूकीज बना कर "इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2023" में नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

 आईएचएम रांची द्वारा मड़ुआ" आधारित जागरी कूकीज, रागी पिनव्हील, क्रैनबेरी कूकीज, रागी फ्लैक्ससीड्स कूकीज, रागी पिस्ताचिओ बिस्कोटी, बैचलर बटन्स, स्ट्रॉबेरी एंड ब्लूबेरी, क्रिंकले, रागी हॉर्न्स, मैडेलीन, रागी फ्रूट कूकीज, ब्लोंडी, चॉकलेट मेल्टिंग मोममेंट्स, रागी डार्क चॉकलेट एंड कॉफी, रागी ट्रफल दौघ कूकीज, स्पिकेड रागी कूकीज, रागी शोर्टब्रेड विथ क्रैनबेरी एंड पिस्ताचिओ, रागी हनी कूकीज, मिलेट तुईले, रागी, लेमन एंड राइसिन स्कोनस, रागी वनीला, रागी कोको, रागी कोकोनट एवं रागी आलमंड शोर्टब्रेड जैसे विभिन्न प्रकार के 54 कूकीज बनाए गए। 

मड़ुआ से न केवल अपार स्वास्थ्य लाभ हैं बल्कि यह अपने उच्च पोषण के लिए भी जाना जाता है।

इस कार्यक्रम में झारखंड की कला-संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए नृत्य प्रस्तुति से किया गयाl साथ हीं मडुआ फ़्लोर आधारित व्यंजन पुस्तक का विमोचन भी किया गया। संस्थान के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने बताया की मड़ुआ जो की झारखण्ड का एक विशेष अनाज है, जिसे पहले गरीबों का अनाज समझा जाता था। अब इस प्रयास से सभी वर्ग के लोगों तक पहुंच पायेगा। मड़ुआ के लाभ को साझा करते हुए बताया की इस अनाज में इरोम मैग्नीशियम एवं फाइबर बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है

इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के प्रतिनिधि के रूप में आए प्राकृत कुमार सिंह ने प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार एवं उनके टीम को इस सफलता हेतु बधाई दी तथा सर्टिफिकेट और मैडल से नवाज़ा।

सीएम हेमन्त सोरेन रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह हुए सम्मिलित, टॉपर्स को प्रदान किया गोल्ड मेडल


रांची: कृषि का क्षेत्र हो या पशुपालन का। खिलाड़ी हों या श्रमिक। रोजगार करना चाहते हों या स्वरोजगार। आप जिस भी फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं, सरकार आपकी पूरी मदद करेगी । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट मोरहाबादी, रांची के वार्षिक दीक्षांत समारोह- 2023 को संबोधित करते हुए ये बातें कही। 

सीएम हेमंत सोरेन ने विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और डिग्री प्रदान करते हुए उम्मीद जताई कि यहां से निकला हर नौजवान अपनी एक अलग पहचान बनाएगा और स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलते हुए मजबूत समाज के निर्माण में योगदान देगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहले से जो व्यवस्थाएं चली आ रही है , वह चलती रहेगी । लेकिन, उसके समानांतर एक ऐसी उत्कृष्ट और मजबूत व्यवस्था हम तैयार कर रहे हैं जो आगे चलकर स्वतः पूर्व की व्यवस्था की जगह ले लेगा। यह नवीन व्यवस्था राज्य की नींव को मजबूती देने का काम करेगा।

 ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा हमारी सरकार की प्राथमिकता है , उसी तरह रामकृष्ण मिशन भी उसी क्षेत्र में काम कर रही है। जो आज के भौतिकवादी युग में हाशिये पर हैं। ऐसे में सरकार को यह संस्था मार्गदर्शन करे। 

उन्होंने यह भी कहा कि कृषि और पशुपालन हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती थी, लेकिन आज खेतों की जगह खदान और फैक्ट्रियां नजर आ रही हैं। ऐसे में विकास की अंधी दौड़ में परंपरागत व्यवस्था को पूरी तरह नजर अंदाज करना झारखंड जैसे राज्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। यही वजह है कि हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत कर रही है। गांव मजबूत होंगे तो राज्य और देश भी मजबूत बनेगा।

 समाज में कमजोर वर्ग के लोगों के लिए सरकार की विशेष नजर है। उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठा रही है । इसी कड़ी में आदिम जनजाति के युवक- युवतियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क आवासीय कोचिंग दी जा रही है। 

 प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी से लेकर मेडिकल इंजीनियरिंग और लॉ जैसे कोर्सेज के साथ विदेश में उच्च शिक्षा के लिए भी सरकार आर्थिक मदद कर रही है । बच्चियां पढ़ाई से वंचित न रहे, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा जा रहा है। सरकार का मकसद शिक्षा की बेहतरी के साथ विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार करना है।

विश्व पर्यटन दिवस पर झारखंड पर्यटन विभाग ने आड्रे हाउस में किया कार्यक्रम, स्कूली बच्चों का पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित


रांची: विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर रांची में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। 

रांची के आड्रे हाउस झारखंड पर्यटन के तरफ से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पर्यटन विभाग द्वारा एक संगोष्ठी एवं परिचर्चा की गई। आए हुए आगंतुकों ने इस कार्यक्रम में पर्यटन के क्षेत्र में अपनी विचारधारा रखी। 

झारखंड पर्यटन विभाग के द्वारा इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों का एक पेंटिंग प्रतियोगिता भी रखी गई। साथ ही साथ यहां पर आप झारखंड की पारंपरिक खान-पान का भी प्रदर्शन लगाया गया जिसका जायका का लुफ्त उठा सकते हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरना धर्म कोड की मांग को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनगणना के फॉर्म में आदिवासी धर्मावलंबियों के लिए “सरना” धर्म कोड दर्ज करने की मांग एक बार फिर उठाई है। उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सरना धर्म कोड पर सकारात्‍मक निर्णय लेने का आग्रह किया है, जिसकी मांग काफी लंबे समय से की जा रही है।

 हेमंत सरकार ने 2020 में झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र में सरना धर्म कोड को पास कराकर केंद्र को भेजा था। करीब तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी केंद्र द्वारा इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं लेने पर एक बार फिर राज्य सरकार इस बहाने केंद्र पर दबाव बनाने में जुट गई है। 

पीएम मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे आदिवासी होने पर गर्व है और एक आदिवासी मुख्यमंत्री होने के नाते मैं न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश के आदिवासियों के हित में आपसे आग्रह करता हूं कि सरना धर्म कोड की मांग को यथाशीघ्र पूरा किया जाए।

सीएम सोरेन ने कहा कि आज आदिवासी सरना धर्म की मांग इसलिए उठ रही है कि प्रकृति का उपासक आदिवासी समुदाय अपनी पहचान के प्रति आश्वस्त हो सके। 

आदिवासी समुदाय में भी कई ऐसे समूह हैं, जो विलुप्ति के कगार पर हैं। सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर इनका संरक्षण नहीं किया गया तो इनकी भाषा संस्कृति के साथ-साथ इनका अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा।

झारखंड हाईकोर्ट का डीजीपी को आदेश 3 महीने में राज्य के सभी थानों को CCTV से लैस करें

रांची:- झारखंड हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में डीजीपी को निर्देश दिया है कि राज्य के सभी थानों को 3 महीने में पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस किया जाए।इसी के साथ CCTV का डाटा 18 महिनों तक सुरक्षित रखने के लिए भी कहा है।

हाईकोर्ट ने प्रॉपर्टी रिएल्टी प्राइवेट लिमिटेड और शौभिक बनर्जी एवं अन्य की ओर से दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया है।हाईकोर्ट ने डीजीपी को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि थाना में लगे सीसीटीवी से थाना का चप्पा-चप्पा कवर हो।

अदालत ने इस आदेश की कॉपी गृह सचिव को भी देने का निर्देश दिया है। झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत ने यह आदेश पारित किया है।