सरायकेला :गम्हरिया के नए अंचलाधिकारी गिरेन्द्र टूटी ने संभाला पदभार।


सरायकेला :- जिले के गम्हरिया अंचल में नवपदस्थापित अंचल अधिकारी गिरेन्द्र टूटी ने अपने पद पर योगदान दिया। जिससे पूर्व निवर्तमान अंचलाधिकारी मनोज कुमार से उन्होंने विधिवत पदभार ग्रहण किया।

नए अंचलाअधिकारी गिरेन्द्र टूटी ने वर्तमान सीओ मनोज कुमार से पदभार ग्रहण करने के बाद तमाम कागजी प्रक्रिया पूरी की। इस मौके पर नए एवं निवर्तमान सीओ ने एक दूसरे का स्वागत एवं अभिनंदन किया। 

मौके पर इन्होंने गम्हरिया प्रखंड विकास पदाधिकारी का भी अतिरिक्त पदभार संभाल पदभार ग्रहण करने के बाद, नए सीओ सह बीडीओ ने अंचल व प्रखंड कार्यालय के सभी कर्मियों से परिचय प्राप्त किया। अंत में सभागार में वर्तमान अंचल अधिकारी मनोज कुमार का विदाई समारोह आयोजित हुआ। 

इस मौके पर नए सीओ गिरेन्द्र टूटी ने कहा कि जो भी सरकार की योजना और प्राथमिकताएं हैं उसे पूरा करने का प्रयास रहेगा।

चांडिल बाजार में आयरन लदे एक ट्रक के पलटने से यातायात में व्यवधान, लगी गाड़ियों की लंबी कतारें,इस घटना में कोई हताहत नही

सरायकेला : टाटा पुरुलिया राज्य मार्ग एन एच 32 स्थित मुख्य चांडिल बाजार में आयरन लदे एक ट्रक के पलटने से यातायात में व्यवधान उयपन्न हो गया जिसके कारण गाड़ी की लंबी कतारें लग गयी ।

 एक तरफ बारिश दूसरी ओर ट्रक की रफ्तार से चलने से जन जीवन भयभीत रहता है , कभी भी दुर्घटना हो सकती है ।

उड़ीसा बडबिल से आयरन लोड ट्रक ने पुरुलिया जाने के दौरान कल रात्रि को पलटी कहा गयी जिसके कारण कोई हताहत नहीं हुए । दिन के समय यह दुर्घटना होने से ना जाने कितने लोगो घायल हो जाते ।

 प्रत्येक दिन चांडिल बाजार में यह घटना आम बात हो गयी है । गाड़ी चालक नशे में चूर थे ,एक तरफ प्रशासन द्वारा नशा मुक्त का अभियान चला रहा दूसरी ओर चालक दारू आदि नशेली पदार्थ पीकर गाड़ी चलाते है। किसी भी चालक के पास हेवी लाइसेंस नही होते ।उसके बाद भी वे लोग हैवी वाहन चलाते हैं। जिसके कारण आये दिन ये दुर्घटना होती रहती है।

कल रात की दुर्घटना में किसी को हताहत होने की सूचना नही है।इसके बावजूद इस तरह की दुर्घटना से हमेशा इस क्षेत्र में लोगों में भय बना रहता है।

सांसद संजय सेठ की पहल पर रेल मंत्री ने दिया निर्देश ,चांडिल स्टेशन पर भी रुकेगी वंदे भारत एक्सप्रेस

सांसद ने प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के प्रति जताया आभार

रांची : अगामी 24 सितंबर 2023 रविवार से रांची से हावड़ा के लिए शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के चांडिल रेलवे स्टेशन पर भी सुनिश्चित हो गया है। इसकी अधिसूचना दक्षिण पूर्व रेलवे के द्वारा जारी कर दी गई है। विदित हो कि वंदे भारत एक्सप्रेस का रांची से हावड़ा के लिए परिचालन रविवार 24 सितंबर से सुनिश्चित किया गया था।

 सांसद संजय सेठ के आग्रह पर यह परिचालन शुरू हुआ है। सांसद ने अपने प्रस्ताव में रेल मंत्रालय को बताया था कि चांडिल में भी इस ट्रेन का ठहराव दिया जाए क्योंकि चांडिल बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। और झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित है। रविवार से आरंभ होने वाले इस वंदे भारत एक्सप्रेस की सूची में चांडिल स्टेशन का नाम शामिल नहीं था।

 कल गुरुवार को सांसद श्री संजय सेठ ने दिल्ली में रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव से बात की और चांडिल में इसका ठहराव देने का आग्रह किया। श्री सेठ के आग्रह के आलोक में रेल मंत्री ने संबंधित रेल अधिकारियों को इस पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। 

इस निर्देश के आलोक में चांडिल स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव सुनिश्चित कर लिया गया। सांसद श्री सेठ ने इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव के प्रति आभार जताया है। सांसद ने कहा है कि इसलिए हम कहते हैं मोदी है तो मुमकिन है। मैंने कल आग्रह किया और 24 घंटे के अंदर चांडिल में वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव सुनिश्चित कर लिया गया। 

सांसद ने क्षेत्र की जनता की तरफ से भी प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के प्रति आभार जताया है।

जर्जर हो चुके टीकर पुल की हो जल्द मरम्मत : अजय साहू

सरायकेला : सिल्ली-रांगामाटी पथ अंतर्गत जर्जर हालत में पहुंच चुके टीकर पुल की ग्रामीणों ने मरम्मती की मांग की है। विदित हो कि इस मार्ग से होकर रोजाना हजारों की तादाद में भारी वाहन गुजरते हैं।

इस संदर्भ में गुरुवार को युवा कांग्रेस नेता सह स्थानीय समाजसेवी अजय कुमार साहू के एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मीडिया को बताया कि टाटा-रांची उच्च पथ से रामगढ़, बोकारो, हजारीबाग आदि जाने के लिए यह मार्ग सीधा और शॉर्ट कट है।यही वजह है कि सिल्ली-रांगामाटी पथ पर रोजाना हजारों की तादाद में भारी वाहनों का आवागमन होता रहता है। किंतु इस मार्ग में करकरी नदी पर बना टीकर पुल पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है।

लगातार बारिश की वजह से नदी का जलस्तर भी उफ़ान पर है। ऐसे में यदि यथाशीघ्र इस पुल की मरम्मत नहीं की गई तो किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है।यह पुल न केवल भारी वाहनों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि एक बड़ी आबादी के लिए जीवनरेखा का काम करती है। श्री साहू ने तत्काल इस पुल की मरम्मती की मांग सरकार से की है।

अन्यथा की स्थिति में वाहनों के आवागमन को रोकते हुए बड़े जनांदोलन की चेतावनी भी दी है।

किरिटि दास ने निजी स्तर से बालु गिट्टी सीमेंट से भरा सड़क पर बना गड्ढा

सरायकेला : सिल्ली रांगामाटी मुख्य सड़क पर मिलन चौक पुलिया के सामने बीच सड़क में लगभग एक फीट गढ्ढा हो गया था। उस गड्ढे को सितु के किरिटि दास ने अपने स्तर से बालु गिट्टी सीमेंट से ढलाई कर भर दिया। इस गड्ढे पर कोई राहगीरों बाइक व साइकिल से गिरकर जख्मी हो गया है।

सड़क पर बने गड्ढे हमेशा मौत को बुलावा दे रहा था। लेकिन न ही मुखिया और न ही जनप्रतिनिधि ध्यान दिया। हर दिन कोई न कोई प्रतिनिधि इस सड़क पर गुजारा करते हैं। मगर किसी का इस पर नजर नहीं आया। सितु का होनहार समाजसेवी युवक किरिटि दास ने अपने स्तर से आज उस गड्ढे को ढलाई करके एक मानवता का परिचय दिया।

तेज़ रफ़्तार की वाहन ने एक यात्री लॉज को मारी ठोकर,कोई हताहत नही, लो

चांडिल: टाटा पुरुलिया मार्ग NH 32 पर एक तेज़ रफ्तार की वाहन पहाड़ी लॉज में ठोकर मार दी जिसके कारण वह लॉज क्षतिग्रस्त हो गया।

इस होटल में पर्यटक ठहरते हैं लेकिना इस घटना के बाद सभी दहशत में है। इस घटना में कोई जान की क्षति नही हुई है।

चाइबासा: घाघरा स्टेशन के पास आंदोलनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव, डीएसपी-बीडीओ घायल, पुलिस ने भांजी लाठी

चाईबासा : कुड़मी को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर 20 सितम्बर को घाघरा स्टेशन पर रेल चक्का जाम के दौरान पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच झड़प हो गई. इसमें किरीबुरू के एसडीपीओ सह मनोहरपुर के प्रभारी एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, बीडीओ हरि उरांव, आरपीएफ एवं पुलिस के कई जवानों के साथ-साथ कई आंदोलनकारी भी घायल हुए हैं। घायल एसडीपीओ, बीडीओ व अन्य जवानों का मनोहरपुर सीएचसी में प्राथमिक उपचार किया गया ।

जानकारी के अनुसार बुधवार की रात हजारों आंदोलनकारी आदिवासी कुड़मी समाज के जिला उपाध्यक्ष रत्नाकर महतो के नेतृत्व में घाघरा रेलवे स्टेशन के समीप अप एवं डाउन रेल लाइन पर बैठकर रेलवे परिचालन को ठप किये हुए थे. रात्रि लगभग 9 बजे के बाद जब पुलिस-प्रशासन व आरपीएफ आंदोलनकारियों को रेलवे ट्रैक से हटाने की कोशिश करने लगे तभी उनकी आंदोलनकारियों के साथ झड़प हो गई।

इस दौरान आंदोलनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, बीडीओ हरि उरांव व अन्य जवान घायल हो गए. बाद में पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा।

पुलिस ने बल प्रयोग कर आंदोलनकारियों को हटाया

हालांकि बॉडी प्रोटेक्टर के जरिये कई जवान पत्थरों से अपने आप को बचाने में सफल रहे। घायल एसडीपीओ को मनोहरपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। बीडीओ हरि उरांव के हाथ में फ्रैक्चर होने की खबर है। कुछ आंदोलनकारियों को भी चोटें आयी हैं।

बताया जा रहा है कि एक आंदोलनकारी का सिर भी फटा है। यह आंदोलनकारियों द्वारा फेंके गए पत्थर या पुलिस की लाठी से फटा है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने रात में ही आंदोलनकारियों को घाघरा स्टेशन से खदेड़ दिया है।

रात में आंसू गैस के गोले भी छोड़े।

इधर रात में ही घाघरा हॉल्ट में डटे प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी करने के बाद उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक खाली कर दूसरी ओर चले गए। इस दौरान मनोहरपुर बीडीओ, एसडीपीओ समेत दर्जन भर जवान घायल हो गए थे। वहीं रात होने के कारण आंदोलन कर रहे लोगों में कितने लोगों को चोटें आईं हैं, इसकी पुख्ता जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है. समाचार लिखे जाने तक आधिकारिक रूप से इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है ।

फिलहाल स्थिति सामान्य है. आंदोलनकारियों को खदेड़ने के बाद आधी रात से ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो गया है। आंदोलनकारियों के रेलवे ट्रैक पर बैठने की वजह से कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया था तो कई ट्रेनों को विलंब से चलाया गया ।

सरायकेला-उप विकास आयुक्त के अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय समिति की बैठक हुई संपन्न


सरायकेला :- समाहरणालय स्थित सभागार में उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई के अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय समिति की बैठक आहूत की गई। 

बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त नें विभिन्न योजनाओं की कार्य प्रगति का बिंदुवार समीक्षा करते हुए लंबित योजना प्रगति लाने, योजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने तथा शत प्रतिशत सुयोग्य लाभुकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ प्रदान करने का निर्देश दिया।

मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं का प्रखंडवार समीक्षा कर उप विकास आयुक्त ने बिरसा हरित ग्राम योजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण अंतर्गत पिट फीडिंग एवं फलदार वृक्षारोपण कार्य में प्रगति लाने, प्रत्येक पंचायत में 5 से अधिक योजनाएं संचालित कर मानव दिवस सृजन में वृद्धि लाने तथा ग्राम सभा के माध्यम से ही विभिन्न योजनाओं के चयन करने के निदेश दिए। 

वही आवास प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजना की समीक्षा करते हुए उप विकास आयुक्त ने "अब ना रहे कोई आवास अधूरा-चलो करें आवाज पूरा" अभियान के तहत कार्य योजना निर्धारित कर अधिक से अधिक लंबित आवास को पूर्ण करने के निदेश दिए।

बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त के द्वारा जेएसएलपीएस अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा कर SHG की संख्या बढ़ाने तथा विभिन्न योजनाओं के तहत प्रतिशत योग्य लाभुकों को लाभ प्रदान करने के निदेश दिए।

बैठक में उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई के साथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी BPM, सभी BPO एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित रहें।

सरायकेला:खीरी में सड़क दुघर्टना में मृतक बालक महतो के परिजनों से मिले विधायक, बंधाया ढांढ़स

सरायकेला : ईचागढ़ के विधायक सविता महतो ने ईचागढ़ प्रखंड के सोड़ो पंचायत के खीरी निवासी बालक महतो का विगत दिनों जारगोडीह में आदारडीह मिलन चौक में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।

पीड़ित परिवार से ईचागढ़ के विधायक सविता महतो घर जाकर मिले और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया एवं सांत्वना दी। विधायक ने परिवार के परिजनों को सुखा राशन एवं आर्थिक सहयोग दिया एवं जल्द ही सरकार की ओर से मिलने वाले मुआवजा दिलाने का भी आश्वासन दिया। 

मालुम हो 17 सितंबर को बालक महतो का सड़क दुघर्टना में मौत हो गया था। मौके पर केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, ईचागढ़ थाना प्रभारी गौरव कुमार मिश्रा, पंचानन पातर,रामबिलास महतो, मृतक के पिता गहन महतो सहित दर्जनों ग्रामीण एवं परिजन उपस्थित थे।

सरायकेला: नीमडीह थाना क्षेत्र में हाथी की आतंक से जन–जीवन परेशान, फसल नष्ट का मुआवजा अभी तक नहीं मिला


सरायकेला :जिला के निमडीह थाना क्षेत्र के तिल्ला

पंचायत के कुशपुतुल गांव एवम गुंडा पंचायत गांव सीमा के साथ दर्जनों गांव में हाथी के आतंक से जनजीवन परेशान रहने लगा है।

सूर्य ढलते ही हाथी का झुंड जंगल छोड़कर गांव में प्रवेश करके उत्पात मचाने लगता है। घरेलू सामग्री ,अनाज , धान के साथ खड़ी फसलों को अपना निवाला बना लेते है। पांच बर्ष से इन पंचायत के गरीब किसानो की हाथी की झुंड द्वारा क्षत्रि पूर्ति का मुआवजा की राशि बन विभाग द्वारा अबतक नही मिला ।

चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी कार्यालय को ग्रामीणों द्वारा हाथी की आतंक और क्षत्रि पूर्ति की मुआवजा की राशि के लिए कार्यालय को घेराव किया था । रेंजर द्वारा आश्वासन के बाद भी नहीं मिला मुआवजा की राशि ।दूसरी ओर हाथी की आतंक जारी रहा ।

दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की हाथी की झुंड सेंचुरी छोड़कर भोजन की तलाश में चांडिल वन क्षेत्र के अधीन नीमडीह थाना के गुंडा और तिल्ला जंगल में तीन ग्रुप में हाथी की झुंड बांटे हुए हे।एक झुंड 15 दूसरी झुंड में 4 ओर एकेले में एक ट्रास्कर विशाल हाथी घूम रहा हे । प्रत्येक दिन हाथी की झुंड शाम होते ही ।कुशपुतूल ओर सीमा गांव में जंगल से नीचे उतरकर गरीब किसान द्वारा जंगल की तराई में धान की रोपनी करके धान की खेती किए ।भूखा जंगली हाथी की झुंड खेत में घुसकर दूध भरी खड़ी धान को नोचकर और पैर तले रोध डालते हे।जिसे किसान की धान की फसल हाथी से बचाना मुस्किल हो गया घर लाना दूर की बाते है।

कुशपुतूल गांव यूपीएस स्कूल के बच्चे ने कहा हमने देखा।गांव में जब जंगल से उतरकर जंगली हाथी हमारे खेत खलियान और घर में घुसकर फसल और रखे अनाज को अपना निवाला बनाते हे। हमने करीब से देखा हाथी डर के साथ।हाथी देखा मजा ही कुछ ही है।हमारे फसल धान ,मकाई, लावकी, बैगन,टमाटर आदि फसल को खा जाते है। 

चांडिल वन क्षेत्र पदाधिकारी को कोई बार सूचना दिया गया ।एक महीना से हाथी का झुंड इस जंगल में डेरा डाला हुआ ।वन एवम पर्यावरण विभाग द्वारा ना जंगली हाथी से कोई सुरक्षा उपकरण आज तक हमलोग को नही दिया गया। न एलिफेंड ड्राईव टीम बुलाकर झुंड को दलमा सेंचुरी की भगाने की कार्य किया । न हम ग्रामीणों की बीच प्रशिक्षण दिया गया ।जो ग्रामीणों हाथी की झुंड से सुरक्षा कर पाए। शाम पांच बजते ही और सुबह चार बजे हाथी की झुंड खेत बाड़ी आदि जगह पर प्रवेश जाते हे ओर उत्पात मचाने लगते ।ग्रामीण साम होते ही घर में घुस जाते हे।ओर सुबह सूर्य उठने के प्रश्चात् घर से निकलता हे।कोई लोग। आज सुबह एक दैनिक भोगी मजदूर सुबह चार बजे घर से काम करने के निकला तो देखा।

हाथी की झुंड गांव के सामने धान की खेती हेलकर खड़ी फसल के रोध रहा हे। डर के कारण बापस घर में घुस गया ।कोई ग्रामीण सुबह घर से बाहर सोच करने के लिए डराता है।ना जाने कब हाथी की झुंड मौत बनकर चौखट के सामने खड़े हो।जिसका डर जनजीवन बना रहा ।इस क्षेत्र में बारों महीना हाथियों की झुंड भ्रमण करते हे।इस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी पूछे जाने पर मौन बना लिया ।