बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत के बाद औंधे मुंह गिरी आयुष्मान की ड्रीम गर्ल 2, 27 वें दिन किया सिर्फ इतना कलेक्शन

 आयुष्मान खुराना और अनन्या पांडे की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ को रिलीज हुए 27 दिन हो गए हैं। इसने बॉक्स ऑफिस पर शुरुआत तो काफी अच्छी की, लेकिन आगे बढ़ते-बढ़ते फिल्म की नाव डूब गई। हालांकि, फिल्म में आयुष्मान और अनन्या को जोड़ी दर्शकों को पसंद काफी आई और उन्होंने दोनों की काफी तारीफ भी की।

फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ जब सिनेमाघरों में रिलीज हुई, तो हर किसी को इससे काफी उम्मीद थी और यह लोगों की उम्मीद पर खरी भी उतरी। बता दें कि ‘ड्रीम गर्ल 2’ ने बॉक्स ऑफिस पर आते ही धमाल मचा दिया था। इसके साथ ही यह आयुष्मान खुराना के लिए भी उनके करियर की बेस्ट फिल्मों में से एक रही है, लेकिन जैसे ही शाह रुख खान की फिल्म ‘जवान’ रिलीज हुई, आयुष्मान की इस फिल्म की रफ्तार कम हो गई।

जवान’ ने डुबाया ‘ड्रीम गर्ल 2 का बिजनेस

शाह रुख खान की फिल्म ‘जवान’ ने आते ही आयुष्मान स्टारर फिल्म को तारे दिखा दिए और अब दिन-ब-दिन इस फिल्म का कलेक्शन कम हो रहा है। हालांकि, फिल्म ने रिलीज के पहले दिन ही 10.69 करोड़ का कारोबार किया था। इसके साथ ही धीरे-धीरे करते फिल्म ने 100 करोड़ के क्लब में भी एंट्री ली। अब फिल्म को इससे आगे बढ़ने में पसीने छूट रहे हैं।

27 दिन में घरेलू बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन

आयुष्मान खुराना और अनन्या पांडे की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ को जल्द ही एक महीना पूरा होने वाला है। अभी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अपने 27 दिन पूरे कर लिए हैं। अगर इस फिल्म के घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो Sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘ड्रीम गर्ल 2’ ने 27 दिन में सिर्फ 104.34 करोड़ का कारोबार किया है। फिल्म ने 27वें दिन सिर्फ 3 लाख का बिजनेस किया।

वर्ल्डवाइड ‘ड्रीम गर्ल 2’ का कलेक्शन

जिस तरह फिल्म घरेलू बॉक्स ऑफिस पर अपना दम नहीं दिखा पा रही, उसी तरह वर्ल्डवाइड भी ‘ड्रीम गर्ल 2’ ने कुछ खास कलेक्शन नहीं किया है। Sacnilk की रिपोर्ट के अनुसार, आयुष्मान की इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड सिर्फ 138.8 करोड़ का कारोबार किया है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का सिलसिला जारी, पूर्व सांसद समेत कई नेताओं ने थामा कांग्रेस का दामन

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दल बदलने का सिलसिला जारी है। कभी कांग्रेस भाजपा के खिलाफ सेंध लगा रही है, और कभी भाजपा कांग्रेस के किले को खदेड़ रही है। इसी दौरान फिर से कांग्रेस ने महाकौशल में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका दिया है। बालाघाट के प्रमुख भारतीय जनता पार्टी नेता और पूर्व सांसद बोध सिंह भगत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।

पूर्व सांसद बोध सिंह भगत को आज बुधवार को PCC में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। इसके अतिरिक्त सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे के भतीजे सुमित चौबे , बुधनी के जाट एवं भाजपा नेता राजेश पटेल , रीवा सरपंच संघ के अध्यक्ष दिलीप सिंह समेत कई सैकड़ों नेता समर्थकों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।इस मौके पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, भगत मेरे साथ संसद में भी रहे हैं। मैं इनका स्वागत करता हूं। दिलीप सिंह, शराफातुल्लाह खान, सुमित चौबे, राजेश पटेल, आशु बघेल, भीम सिंह पटेल, चंद्रशेखर पटेल, शाहिद सहित लंबी लिस्ट है। आप सब कांग्रेस से जुड़ कांग्रेस का साथ दे रहे हैं।

कमलनाथ ने कहा कि राज्य की तस्वीर आप सबके सामने है भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं। शिवराज सिंह बोलते हैं- 1 लाख लोगों को प्रत्येक महीने रोजगार प्राप्त होता है। मैं बोलता हूं आप जो रिक्त पद हैं उनको ही भर दीजिए। अब यह सिस्टम बन गया कि पैसे दो और काम करो। पटवारी भर्ती में क्या हुआ। यह सब ने देखा है। किसानों को खाद बीज के लिए भटकना पड़ रहा है। शिवराज सिंह बोलते हैं मैं इन्वेस्टर सबमिट करता हूं। सब बेकार की बातें हैं यह आज हमें नजर आ रहा है। बीते चुनाव में राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक की बात की थी तथा अब सनातन की बात करने लगे हैं। मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं। आप बेरोजगारी, महंगाई की बात कीजिए। ध्यान मोड़ने का प्रयास मत कीजिए। शिवराज सिंह मुंह बहुत चलाते हैं। मुंह चलाने में और सरकार चलाने में बहुत अंतर है।

गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, पीएम मोदी ने किया आमंत्रित

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसी महीने सितंबर में G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। अब गणतंत्र दिवस पर यूएस प्रेसिडेंट मुख्य अतिथि हो सकते हैं। जिसकी जानकारी अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने दी है।

गणतंत्र दिवस 2024 के मौके पर दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन मुख्य अतिथि होंगे। पीएम मोदी ने जी20 समिट में शामिल होने के दौरान बाइडेन को न्योता दिया है। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने बताया कि जी20 शिखर सम्मेलन से पहले द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) समारोह के लिए आमंत्रित किया।

अमेरिकी राष्ट्रपजि जो बाइडेन को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के लिए पीएम मोदी की तरफ से दिया गया ये न्योता इसलिए भी खास है क्योंकि भारत अगले साल क्वाड की लीडरशिप समिट की मेजबानी करने वाला है।

इससे पहले जानकारों के हवाले से खबर सामने आई थी कि आने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के लिए सरकार क्वाड समूह के नेताओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रही है।

 जी20 समिट में शामिल होने आए जो बाइडेन अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भारत दौरे पर आए थे। वहीं अब अगले साल 26 जनवरी को उनका दूसरी बार भारत आना होगा। इससे पहले साल 2018 में गणतंत्र दिवस परेड के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। हालांकि किसी कारणवश वे भारत नहीं आ पाए थे। उससे पहले साल 2015 में बराक ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने।

अब रेलवे स्टेशन में दिखा राहुल गांधी का “कुली” अवतार, आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर लाल शर्ट में उठाया यात्रियों का सामान

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ों यात्रा के बाद से आम लोगों से दुड़ने की हर संभव कोशिश करते दिख रहा हैं। राहुल गांधी हाल के दिनों में कभी ट्रैक्टर चलाते दिखे हैं, कभी ट्रक की सवारी की है, डिलीवरी बॉय के साथ स्कूटर की सवारी करते भी दिखे हैं। यही नहीं राहुल गांधी खेत में धान रोपतके भी दिख चुके हैं और लोगों ने उन्हें बाइक रिपोयर करते भी देखा है। इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी “कुली” अवतार में नजर आए।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यात्रियों का सामान भी उठाया। जिसका वीडियो सामने आया है।

कांग्रेस पार्टी ने एक्स (ट्विटर) पर राहुल गांधी और कुलियों की मुलाकात की तस्वीर शेयर की है। कांग्रेस पार्टी ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘जननायक राहुल गांधी जी आज दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुली साथियों से मिले। पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें रेलवे स्टेशन के कुली साथियों ने उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी। आज राहुल जी उनके बीच पहुंचे और इत्मीनान से उनकी बात सुनी। भारत जोड़ो यात्रा जारी है।’

वीडियो में राहुल गांधी को कुली की लाल शर्ट पहनते हुए देखा जा सकता है और एक दूसरा शख्स उनकी मदद करता भी दिख रहा है। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता ने कुली का बैज भी लगाया, साथ ही यात्रियों का सामान उठाते हुए भी नजर आए।

कांग्रेस नेता आए दिन वह आम लोगों से मिलते नजर आते हैं। हाल ही में उन्होंने एक सब्जी विक्रेता और उनकी पत्नी को अपने घर बुलाया था। उनके साथ लंच किया था और बातचीत की थी। इससे पूर्व उन्होंने हरियाणा में ट्रैक्टर चलाया था और किसानों के साथ खेत में धान को रोपनी की थी। इसके बाद उन्होंने मोटर मैकेनिकों से भी मुलाकात की थी। राहुल गांधी दिल्ली स्थित करोलबाग में मोटरसाइकिल मैकेनिकों के साथ बातचीत करते हुए नजर आए थे।इससे पहले राहुल गांधी दिल्ली से चंडीगढ़ की यात्रा के दौरान ट्रक में यात्रा करते नजर आए थे। राहुल गांधी ने ट्रक ड्राइवरों से कई मामलों पर बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल बेंगलुरु में एक डिलीवरी बॉय के साथ स्कूटर की सवारी करते देखे गए थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

भारत से फरार एक और गैंगस्टर की कनाडा में हत्या, खालिस्तानी आतंकियों का मददगार था सुखदूल सिंह, हमलावरों ने मारीं 15 गोलियां

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कनाडा में एक और खालिस्तानी समर्थक की हत्या कर दी गई है। पंजाब से 2017 में जाली पासपोर्ट के सहारे कनाडा फरार हुए गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके का कत्ल कर दिया गया है। सुक्खा दुनुके की कनाडा के विनिपिग में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। आरोपियों ने सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके को लगभग 15 गोलियां मारीं हैं। आरोपी सुक्खा खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला का राइट हैंड था और एनआईए की वॉटेंड लिस्ट में शामिल था। सुक्खा कनाडा में बैठकर भारत में अपने गुर्गों के जरिए रंगदारी या उगाही का काम भी करता था।

कुछ ही दिनों पहले कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर भारत और कनाडा के बीच रिश्ते भी खराब होते जा रहे हैं। इस बीच सुखदूल की हत्या भी निज्जर के जैसी ही हुई है।

बता दें कि कई महीने पहले, पंजाब पुलिस ने कनाडा से लंबे समय से काम कर रहे 7 गैंगस्टरों की पहचान की थी। इस लिस्ट में लखबीर सिंह उर्फ लांडा, गोल्डी बराड़, चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू रंधावा, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला, रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज, गुरपिंदर सिंह उर्फ बाबा दल्ला के अलावा सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके भी शामिल था। माना जाता है कि ये लोग पंजाब में विभिन्न आपराधिक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। सुखदूल पर खालिस्तानियों को मदद पहुंचाने के भी आरोप लगे थे। सुखदूल सिंह का संबंध मोस्ट वांटेड अर्श डल्ला गैंग से था जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी के रडार पर है।

एनआईए ने घोषित किया इनाम

खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए एनआईए ने कल ही यानी बुधवार 20 सितंबर को अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था।एनआईए ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा सहित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी। इसके अलावा जांच एजेंसी ने 43 गैंगस्टर्स के साथ सुखदूल फ़ोटो भी जारी की गई थी।

खालिस्तानी संगठनों की ओर था दुनिके का झुकाव

दुनिके साल 2017 में फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत से कनाडा भाग गया था। दुनिके पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में दविंदर बंबीहा गिरोह को सहायता पहुंचाने सहित फंडिंग देकर मजबूत कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिके का झुकाव खालिस्तानी समर्थक संगठनों की ओर भी था। हालांकि, वो ज्यादातर जबरन वसूली के लिए दूसरे को कॉल करता था और कॉन्ट्रेक्ट किलिंग में शामिल रहता था। दुनिके अपने सहयोगियों की मदद से पंजाब और आसपास के राज्यों में अपराधों को अंजाम देने का काम कर रहा था। पिछले साल 14 मार्च को दुनिके ने जालंधर के मल्लियां गांव में एक कबड्डी मैच के दौरान अपने साथियों की मदद से कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल की हत्या की साजिश रची थी। उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के राज्यों में हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।

29 गैंगस्टरों ने विदेशों में ले रखी है शरण

पंजाब क्षेत्र और आसपास के कम से कम 29 गैंगस्टर हैं, जो कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। वे या तो भारतीय पासपोर्ट पर या नकली-जाली यात्रा दस्तावेजों की मदद से कई सालों पहले नेपाल के रास्ते भारत छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे। एक रिपोर्ट के रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के 10 अलग-अलग देशों में भारत से भागे हुए गैंग्स्टर रह रहे हैं। इनमें से 8 कनाडा में, 11 अमेरिका, 2 ऑस्ट्रेलिया, 1 पाकिस्तान, 2 मलेशिया, 1यूएई, 1 हांगकांग, 1 इटली-पुर्तगाल, 1 इंडोनेशिया और 1 जर्मनी में हैं।

महिला आरक्षण बिल का एआईएमआईएम ने दोनों सांसदो ने किया विरोध, ओवैसी ने बताई इसकी वजह

#owaisi_speaks_on_why_he_and_his_aimim_mp_opposed_women_quota_bill

महिला आरक्षण विधेयक 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' बुधवार को लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से पारित हो गया है।बिल के सपोर्ट में लोकसभा के 454 सांसदों ने वोटिंग की, जबकि 2 सांसदों ने इसके खिलाफ अपना वोट दिया।एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील दो ऐसे सांसद थे, जिन्होंने कल लोकसभा में महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोटिंग की। एआईएमआईएम ने तर्क दिया कि चूंकि विधेयक में मुस्लिमों और ओबीसी महिलाओं का प्रावधान नहीं है, इसलिए उन्होंने विधेयक के विरोध में वोट दिया है।

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने इस कदम के पीछे की वजह बताई है। ओवैसी ने कहा कि हमने विधेयक के खिलाफ इसलिए मतदान किया क्योंकि देश को पता चले कि संसद में दो सदस्य ऐसे भी हैं जो, मुस्लिमों और ओबीसी महिलाओं के लिए लड़ रहे हैं। इस देश में ओबीसी समुदाय की आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है, बावजूद इसके सरकार उन्हें आरक्षण देने से मना क्यों कर रही है। राष्ट्रीय आबादी में मुस्लिम महिलाओं की आबादी सात प्रतिशत है। लेकिन संसद में उनका प्रतिनिधित्व सिर्फ 0.7 फीसदी है। 

इससे पहले ओवैसी ने लोकसभा में महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक पर चर्चा में शामिल होते हुए आरोप लगाया कि सरकार संसद में सिर्फ ‘सवर्ण महिलाओं’ का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है। उसे अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) और मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की चिंता नहीं है। उन्होंने दावा किया कि यह विधेयक समावेशी नहीं है और यह कुछ खास लोगों के लिए है। उन्होंने सवाल किया कि ओबीसी और मुस्लिम समुदायों के लिए आरक्षण का प्रावधान क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ओबीसी हैं, लेकिन आज सदन में ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व महज 20 प्रतिशत है। ओवैसी ने इसे ‘चुनावी स्टंट’ भी करार दिया।

*महिला आरक्षण बिल पर आज राज्यसभा में चर्चा, सर्वसम्मति से पास हो सकता है विधेयक*

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महिला आरक्षण बिल पर आज यानी 21 सितंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि महिला आरक्षण बिल 21 सितंबर को राज्यसभा में पारित होन के लिए पेश किया जाएगा।इससे पहले 20 सितंबर को लोकसभा में बिल पास हो गया। विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े, जबकि 2 वोट इसके खिलाफ पड़े। एआईएमआईएम पार्टी के दो सांसदों असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने विरोध में वोट डाले। लोकसभा में ये बिल दो तिहाई बहुमत से पास हुआ।

राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के लिए साढ़े सात घंटे का वक्त तय किया गया है। संसद के उपरी सदन में इस बिल पर चर्चा सुबह 11 बजे शुरू होगी। बीजेपी की तरफ से राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा की कमान जेपी नड्डा और निर्मला सीतारमण संभालेंगे तो कांग्रेस की तरफ से रंजीत रंजन और रजनी पाटिल के साथ-साथ दूसरी महिला सांसदों के हाथ में बहस की कमान होगी। ये उम्मीद जताई जा रही है कि चर्चा के बाद ये बिल राज्यसभा में सर्वसम्मति से पास हो जाएगा।

इससे पहले बुधवार को लोकसभा ने बुधवार को ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ को मंजूरी दे दी जिसमें संसद के निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। इससे संबंधित ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023’ पर निचले सदन में करीब 8 घंटे की चर्चा और विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के जवाब के बाद मत विभाजन के जरिए इसे स्वीकृति दी गई। 

बिल पर चर्चा में 60 सांसदों ने अपने विचार रखे। राहुल गांधी ने कहा कि OBC आरक्षण के बिना यह बिल अधूरा है। इस पर अमित शाह ने कहा कि यह आरक्षण सामान्य, SC और ST में समान रूप से लागू होगा। चुनाव के बाद तुरंत ही जनगणना और डिलिमिटेशन होगा और महिलाओं की भागीदारी जल्द ही सदन में बढ़ेगी। विरोध करने से रिजर्वेशन जल्दी नहीं आएगा।

वहीं, पीएम मोदी ने बुधवार देर रात एक्स पर पोस्ट करते हुए सभी को धन्यवाद दिया।पीएम ने लिखा - लोकसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 के पारित होने पर खुशी हुई। मैं सभी दलों के सांसदों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस विधेयक के समर्थन में वोट किया। पीएम ने आगे लिखा, नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कानून है जो महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा और हमारी राजनीतिक में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।

महिला आरक्षण बिल पर स्मृति ईरानी का सोनिया गांधी से लेकर डिंपल यादव तक को जवाब, कही यह बात

लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल यानी की 'नारी शक्ति वंदन' अधिनियम पर चर्चा हुई।इस दौरान सोनिया गांधी से लेकर स्मृति ईरानी तक कई सांसदों ने इस बिल पर चर्चा की।बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधा।केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने बिल के समर्थन में बोलते हुए विपक्ष के तमाम सवालों, आशंकाओं का न सिर्फ जवाब दिया बल्कि तर्कों से उन्हें ही कठघरे में खड़ा किया। चाहें महिला आरक्षण लागू होने में देरी से जुड़े सवाल हों या मुस्लिम महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग हो या फिर इसे जुमला या चुनावी दांव बताने के आरोप हों।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक के भीतर आरक्षण तत्काल लागू करने की मांग को लेकर विपक्ष की आलोचना की और पूछा कि क्या वह संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करना चाहता है। आरक्षण तत्काल प्रभाव से लागू करने की विपक्ष की मांग पर ईरानी ने जनगणना और परिसीमन के संबंध में संविधान के प्रावधानों को पढ़कर सुनाया ताकि इस बात पर जोर दिया जा सके कि विधेयक में इसे शामिल करना जरूरी है। उन्होंने कहा, 'क्या यह विपक्षी नेताओं की इच्छा है कि संवैधानिक प्रक्रिया का पालन न किया जाए? क्या हमें संविधान का पालन नहीं करना चाहिए? क्या विपक्षी दलों ने यही रुख अपनाया है? 

अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में सोनिया गांधी का नाम लिए बिना कहा, कुछ लोगों ने कहा कि ये हमारा बिल है। इसको लेकर चिट्ठी लिखी। एक सम्मानित नेत्री (सोनिया गांधी) ने सदन में वक्तवय रखा, लेकिन मैं उनका विशेष रूप से आभार करती हूं। उन्होंने आगे कहा, हमें बार-बार कहा जाता है कि विशेष परिवार ने संविधान का 73वां और 74वां संशोधन पारित करवाया, लेकिन मैं आभार करती हूं कि ये पुण्य काम पीवी नरसिम्हा राव ने किया। इनके (पीवी नरसिम्हा राव ) के मरणोपरांत पार्टी के मुख्यालय में उनको (पीवी नरसिम्हा राव) नमन करने का मौका नहीं दिया गया।

डिंपल की मांग का केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं है।ईरानी ने कहा कि हमारे प्रस्ताव में साफ लिखा है कि अधिनियम लागू होने के दिन से महिलाओं को 15 साल आऱक्षण मिलने की गारंटी है, लेकिन कांग्रेस वाले बिल में था कि महिला दस साल मेहनत करें फिर हम 15वें साल में आपका अधिकार छीन लेंगे।इसे बदलने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का धन्यवाद करती हूं।

महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पास, पक्ष में पड़े 454 वोट और विपक्ष में 2 वोट*

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लोकसभा में लंबी बहस के बाद महिला आरक्षण बिल बुधवार शाम को पास हो गया. महिला आरक्षण विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े। लोकसभा में ये बिल दो तिहाई बहुमत से पास हो गया है। बता दें कि इसके विरोध में सिर्फ 2 वोट ही पड़े हैं। संविधान संशोधन के लिए सदन की संख्या के दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है। जबकि किसी नॉर्मल बिल को पास कराने के लिए सदन में 50 फीसदी से ज्यादा सदस्य मौजूद होने चाहिए। उसका दो तिहाई बहुमत से उसे पारित किया जाना चाहिए। लेकिन ये संविधान संशोधन विधेयक था, लिहाजा कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी दलों ने भी सरकार का साथ दिया।

इससे पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से सांसदों ने महिला आरक्षण को लेकर अपनी-अपनी बात रखी। महिला आरक्षण बिल पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि परिसीमन को लेकर सवाल खड़ा किया जा रहा है। परिसीमन के सेक्शन 8 और 9 में ये कहा गया है कि संख्या देकर ही निर्धारण होता है। इन तकनीकी चीजों में हम जाएंगे तो आप चाहते हैं कि ये बिल फंस जाए। लेकिन हम इस बिल को फंसने नहीं देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने तय किया है कि महिला आरक्षण का विषय हॉरिजोन्टल भी है और वर्टिकल भी है। अब तुरंत तो परिसीमन, जनगणना नहीं हो सकती। आप कह रहे हैं कि तुरंत दे दीजिए।

बिल पर चर्चा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ पार्टियों के लिए ये चुनाव जीतने का मुद्दा हो सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि मान्यता का सवाल है। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पास हो जाने के बाद एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस बिल के आने से देश की बेटियां न केवल नीतियों के अंदर अपना हिस्सा पाएंगी बल्कि नीति निर्धारण में भी अपने पद को सुरक्षित कर सकेंगी।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, मैं इस बिल के समर्थन में खड़ा हूं लेकिन ये बिल अभी भी अधूरा नजर आता है। इस बिल में ओबीसी के आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए जो बिल से नदारत नजर आता है. उन्होंने कहा, परिसीमन और जनगणना पूरी होने के प्रावधान के बजाय इसे तुरंत लागू किया जाना चाहिए। ये अच्छी बिल्डिंग है लेकिन इसके कार्यक्रम में देश की महिला राष्ट्रपति को भी होना चाहिए था। जब भी विपक्ष जातीय जनगणना की बात करता है, भटकाने वाले मुद्दे लाए जाते हैं।

महिला आरक्षण विधेयक पर राहुल गांधी का सरकार पर हमला, ओबीसी आरक्षण के बिना बिल को बताया अधूरा

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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर जारी चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने सदन को संबोधित करते हुए बिल का समर्थन किया।, हालांकि उसे तुरंत लागू करने की मांग की। कांग्रेस सांसद ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक बहुत महत्वपूर्ण है। इस बिल को तुरंत ही लागू किया जाना चाहिए। राहुल ने कहा कि वे इस विधेयक के समर्थन में हैं, लेकिन ओबीसी आरक्षण के बिना महिला आरक्षण अधूरा रहेगा।

राहुल गांधी ने कहा, मैं बिल के समर्थन में खड़ा हूं। इस बिल में ओबीसी के आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए वो मिसिंग है। परिसीमन और जनगणना पूरी होने के प्रावधान के बजाय इसे फौरन लागू किया जाना चाहिए।परिसीमन और जणगणना का इंतजार नहीं करना चाहिए।कांग्रेस सांसद ने कहा कि भारत की महिलाओं को सत्ता हस्तांतरित करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम था पंचायती राज, जहां उन्हें आरक्षण दिया गया। बड़े पैमाने पर राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। हर कोई इस बात का समर्थन करेगा कि यह हमारे देश की महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम है। महिलाओं ने आजादी के आंदोलन में भी भाग लिया। लेकिन, उनके हिसाब से यह बिल अधूरा है क्योंकि इसमें ओबीसी आरक्षण की बात नहीं है।

अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि सरकार में 90 सचिव हैं, उनमें से सिर्फ 3 ओबीसी हैं। यानी ओबीसी सेक्रेटरी सिर्फ 5 फीसदी बजट कंट्रोल करते हैं। राहुल ने कहा कि इसलिए सवाल उठता है ओबीसी बड़ी संख्या में हैं। कितने ओबीसी, दलित, आदिवासी हैं इसके लिए जातीय जनगणना जरूरी है। इसे जल्दी कीजिए। 2011 का डेटा जारी कीजिए, आप नहीं करेंगे तो हम करेंगे। राहुल सदन में सचिवों की लिस्ट लेकर पहुंचे थे। उन्होंने सूची को दिखाते हुए सरकार से इसे बदलने की मांग की।

राहुल गांधी बोले, 'सरकार कई मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है। इसमें से एक मुद्दा है जातिगत जनगणना। मुझे बिल्कुल समझ नहीं आता कि क्या कारण है कि जैसे ही विपक्ष जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाता है, भाजपा अन्य मुद्दों को लाकर अचानक ध्यान भटकाने की कोशिश करती है ताकि ओबीसी समुदाय और भारत के लोग दूसरी तरफ देखने लगें।