*मक्का,बाजरा एवं ज्वार में लगने वाले प्रमुख कीट एवं उनका प्रभावी नियंत्रण*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दलीपनगर कानपुर के कृषि वैज्ञानिक डॉ अजय कुमार सिंह ने मक्का,ज्वार, एवं बाजरा फसल में लगने वाले कीटों के नियंत्रण हेतु एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने बताया कि खरीफ मक्का 14049 हेक्टेयर, ज्वार 14676 हेक्टेयर एवं बाजरा की खेती जनपद में 21956 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की जाती है।

उन्होंने बताया कि मक्के में कार्बोहाइड्रेट 70%, प्रोटीन 10% के अलावा अन्य पोषक पदार्थ भी पाया जाता है। जिसके कारण इसका उपयोग मनुष्य के साथ-साथ पशु आहार के रूप में भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि तना छेदक कीट मक्के के लिए सबसे अधिक हानिकारक कीट है। मक्का के अलावा यह ज्वार एवं बाजरे मे भी हानि पहुँचाता है |

ध्यान देने वाली बात यह है कि इसकी सुंडियां 20 से 25 मिमी लम्बी और स्लेटी सफेद रंग की होती है। जिसका सिर काला होता है और चार लम्बी भूरे रंग की लाइन होती है। इस कीट की सुंडियाँ तनों में छेद करके अन्दर ही अन्दर खाती रहती हैं। फसल के प्रारम्भिक अवस्था में प्रकोप के फलस्वरूप मृत गोभ बनता है, परन्तु बाद की अवस्था में प्रकोप अधिक होने पर पौधे कमजोर हो जाते हैं और भुट्टे छोटे आते हैं एवं हवा चलने पर पौधा बीच से टूट जाता है।

इस कीट के नियंत्रण हेतु किसान भाई मक्का की फसल में संतुलित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करें। इसके रसायनिक नियंत्रण हेतु क्विनालफास 25 प्रतिशत, ई.सी. 1.5 ली. को 500 से 600 लीटर पानी में घोलकर छिडक़ाव करेें। उन्होंने बताया कि फॉल आर्मीवर्म ऐसा कीट है, जो कि एक मादा पतंगा अकेले या समूहों में अपने जीवन काल में एक हजार से अधिक अंडे देती है।

इसके लार्वा पत्तियों को किनारे से पत्तियों की निचली सतह और मक्के के भुट्टे को भी खाते हैं। इसकी लार्वा अवस्था ही मक्का की फसल को बहुत नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि संतुलित मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का सही प्रयोग करें। खेत में पड़े पुराने खरपतवार और अवशेषों को नष्ट करें।

इस कीट के नियंत्रण के लिए रासायनिक कीटनाशक जैसे ट्रानिलिप्रोएल 5 प्रतिशत 0.4 मिली की दर से प्रति लीटर पानी या स्पिनेटोरम 11.7 प्रतिशत एस.सी. 0.5 मिली की दर से प्रति लीटर पानी या थायोमेथोक्जाम 12.6 प्रतिशत + लेम्डा साइहेलोथ्रिन मिक्चर 9.5 प्रतिशत जेड. सी. 0.25 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर छिडक़ाव करें। अथवा इमामे ट्रिन बेंजोएट 1 ग्राम 1 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव कर दें।मक्का, ज्वार तथा बाजरे की फसल के चारो तरफ गेन्दा या लोबिया की बुआई करने से भी कीट का नियंत्रण किया जा सकता है।हरे भुट्टे हेतु बोई फसल मे भुट्टा तोड़ने के 15 दिन पहले दवा का छिड़काव बंद कर दें |

*दीपिका फिजियोथैरेपी एंड चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर कार्यशाला का आयोजन*

कानपुर।दीपिका फिजियोथैरेपी एंड चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर द्वारा न्यूरो डेवलपमेंट थेरेपी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य रिसोर्स पर्सन दिल्ली एम्स हॉस्पिटल के फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट के एच.ओ.डी. डॉ प्रभात रंजन उपस्थित रहे।कार्यशाला का उद्घाटन फिजियोथैरेपिस्ट वेलफेयर एसोसियन, उत्तर प्रदेश के महासचिव डॉ संतोष पांडेय ने किया । दीपिका सेंटर के डायरेक्टर डॉ नरेंद्र पांडे जी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।

उद्घाटन के पश्चात डॉ. प्रभात रंजन ने बताया कि बोबाथ कॉन्सेप्ट, जो न्यूरो डेवलपमेंटल थेरेपी (NDT) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लकवा (Stroke) रोगीओं के लिए खास महत्वपूर्ण होता है। यह कॉन्सेप्ट डॉ. कारेन बोबाथ और हर क्रिस्टिन बोबाथ द्वारा डेवलप किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य पैरालिसिस या हानिप्राप्त रोगियों के साथ मोटर न्यूरोरिहेबिलिटेशन (Motor Neurorehabilitation) को सुधारना है।

बोबाथ कॉन्सेप्ट का उद्देश्य रोगियों को उनके दैनिक कार्यों को स्वतंत्रता से करने में मदद करना होता है, जैसे कि खाना खाना, चलना, और अन्य सामान्य गतिविधियों को संभालना।इसलिए बोबाथ कॉन्सेप्ट लकवा रोगियों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उन्हें मोटर स्किल्स को फिर से प्राप्त करने और उनकी फंक्शनल इंडिपेंडेंस को बढ़ावा देने में मदद कर सकता ।इसका मुख्य लक्ष्य होता है मोटर स्किल्स को सुधारना, जिससे रोगी अधिक स्वतंत्र और स्वावलम्बी बन सकते हैं, और उनका दैनिक जीवन बेहतर बन सकता है।

वर्कशॉप के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. राजकुमार पांडे ने बताया कि भविष्य में इस तरह की कार्यशाला का आयोजन समय- समय पर करते रहेंगे जिससे कि फिजियोथैरेपी की नई-नई तकनीकियों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी तथा प्रतिभागी उससे अपने हुनर को निखार सकते हैं। कार्यशाला के ऑर्गेनाइजिंग को- सेक्रेटरी डॉ. सत्येंद्र उपाध्याय जी ने बताया कि हम सभी लोग प्रत्येक वर्ष के तीसरे माह में फिजियोथेरेपी के जागरूकता के लिए कार्यक्रम करते रहेंगे। डॉ. संतोष पांडे ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला के आयोजन से जो नए फिजियोथैरेपिस्ट ट्रेनिंग लेकर आ रहे हैं उनको अच्छी तकनीक के बारे में जानकारी मिलने से आम आदमी को बेहतर फिजियोथैरेपी की सुविधा मिल पाएंगी।

डॉ. संतोष पांडेय जी ने दीपिका सेंटर के संस्थापक डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय जी का तथा उनकी टीम का धन्यवाद व्यक्त किया तथा उनसे उनकी टीम से कहा कि इस तरह की कार्यशाला निरंतर होने से फिजियोथैरेपी की चिकित्सा का विस्तार होगा और समाज में जिन लोगों को फिजियोथैरेपी की जरूरत होगी उनको बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी। इस कार्यशाला के आयोजन के दौरान कुसुम जनकल्याण समिति के वाइस प्रेसिडेंट एवं समाज सेविका श्रीमती पूजा श्रीवास्तव जी ने आए हुए सभी अतिथियों डॉक्टरों तथा मीडिया प्रभारी का आभार व्यक्त किया तथा दीपिका की पूरी टीम तथा वर्कशॉप के ऑर्गेनाइजिंग टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। इस कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के एवं बिहार राज्य के लगभग 100 फिजियोथैरेपिस्ट तथा डॉक्टर ने नई तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त की।

कार्यशाला में मुख्य रूप से डॉ. दिग्विजय शर्मा (डायरेक्टर हेल्थ साइंसेज सी.एस.जे.एम. यूनिवर्सिटी) कानपुर, एवं डॉ. निधिअग्रवाल(H.O.D.-फिजियोथैरेपी डिपार्मेंट, रामा यूनिवर्सिटी) कानपुर नगर, कानपुर के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. के.पी. सिंह , डॉ एस.डी. सिंह परिहार , डॉ अमित मिश्रा, डॉ अमित शुक्ला, डॉ मनीष राव, डॉ निधि खन्ना, डॉ रजनीश, डॉ गौतम चौधरी, डॉ अरविंद सिंह, डॉक्टर रजनीश, डॉक्टर आदि उपस्थित रहे।

कार्यशाला में आए हुए सभी सीनियर डॉक्टर का मोमेंटो एवं सॉल देकर स्वागत किया गया। कार्यशाला के अंत में दीपिका सेंटर के डायरेक्टर डॉ. नरेंद्र पांडे ने डॉ. राजकुमार पांडे, डॉ. सत्येंद्र उपाध्याय, डॉ. गौतम चौधरी, डॉ. प्रियल गंगवार, डॉ. अंकुर गौतम, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. अरुण तिवारी, डॉ. नागेंद्र, डॉ. मनीष राव, डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. गुरूदयाल तथा संपूर्ण ऑर्गेनाइजिंग टीम का तहे दिल से आभार व्यक्त किया की इन सभी लोगों के सहयोग से हमारी इस कार्यशाला ग्रैंड सक्सेस हुई।

*सीएसए के मशरूम शोध एवं विकास केंद्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ*


कानपुर।चंद्रशेखर आजाद चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के पादप रोग विज्ञान विभाग के अंतर्गत मशरूम शोध व विकास केंद्र में छह दिवसीय मशरुम प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।

जिसमें प्रदेश व देश के अन्य राज्यों से कृषकों ने सहभागिता की।तथा छात्राओं ने भी प्रशिक्षण प्राप्त किया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्य ने प्रशिक्षार्थियों से कहा कि यह प्रशिक्षण प्राप्त कर आप स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं।

क्योंकि मशरूम में वे सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसलिए दिन प्रतिदिन इसकी मांग बढ़ती जा रही है। नोडल अधिकारी डॉ एस के विश्वास ने बताया कि यह प्रशिक्षण 6 दिवसी है जिसमें 65 प्रतिभागियों ने प्रतिभा किया है।

*धूम धाम से मना खाटू श्यामजी महोत्सव*

कानपुर।श्री श्याम जी सखा मंडल (पंजी.), कानपुर द्वारा 19वां श्री श्याम महोत्सव शहर के एक होटल में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया है। महोत्सव दोपहर एक बजे से अखंड ज्योत प्रज्वलित करके किया गया।

खाटू श्यामजी के श्रृंगार समेत एक तरफ गोपीनाथ जी दूसरे तरफ लीले असवार जी की मनमोहक झांकी थी।कोलकाता एवं जयपुर से आए कारीगरों द्वारा बाबा का भव्य दरबार तैयार था। जिसको देखते ही सभी भक्तजनों को खाटू मंदिर में उपस्थिति का एहसास हुआ । प्रभु श्याम को समर्पित छप्पन भोग एवं पंडाल में हो रही इत्र की फुहार से फागुन मेले का अहसास महोत्सव में नजर आया।खाटू श्यामजी उत्सव का प्रारंभ मंडल अध्यक्ष द्वारा ज्योत प्रज्वलित करके किया गया ।

तत्पश्चात कोलकाता से पधारे श्री जय शंकर जी चौधरी बनवारी द्वारा ये श्याम तूं अपने भगत को कोई नशा कराता जरूर है। जो भी खाटू जाकर आए उसे हल्का हल्का सुरूर है व जयपुर से पधारे श्री चैतन्य दाधीच जी द्वारा खाटू जावा दर्शन पावा नजर उतारा बाबा की, भजन गाकर एक जबरदस्त माहोल बनाया ।

इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए कोलकाता से आए रोहित शर्मा जिमी जी ने अकेली खड़ी रे मीरा बाई अकेली खड़ी हो मोहन आओ तो सही गिरधर आओ तो सही एवं अभिषेक शर्मा माधव जी द्वारा बाबा उन भक्तों के, वश में हो जाते है, रोज नियम से, श्याम को जो भी भजन सुनाते है। सभी भक्त गण भजनों की गंगा में डुबे थे।इसके बाद भजनों की श्रंखला में श्री श्याम सखा मंडल के राम पांडे द्वारा संभाली गई। इसी मस्ती को अगले चरण में ले जाते हुए निशान उत्सव, गजरा उत्सव एवं फूलों की होली द्वारा श्याम बाबा के गुणगान भक्ति की अमृत वर्षा की गई।

कार्यक्रम के प्रारंभ में शहर के अति गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। रात्रि में शहर के वरिष्ठ समाजसेवी मुरारी लाल अग्रवाल ने भी बाबा श्याम की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

महोत्सव का समापन महाआरती व प्रसाद वितरण के साथ हुआ। संस्था के सभी पदाधिकारी अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, महामंत्री मनीष शर्मा, कोषाध्यक्ष अंकित अग्रवाल, उत्सव संयोजक निखिल रुहिया, अनेक सदस्य पूरी निष्ठा व लगन से जुड़े रहे।

विधि विधान से किया भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना

कानपुर | भगवान् विश्वकर्मा पूजा के उपलक्ष्य में नौबस्ता स्थित वी.एन. फर्नीचर एण्ड प्लाईवुड सेल्स में भगवान विश्वकर्मा का पूजन कार्यक्रम विधि विधान से किया गया। यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्टोर निदेशक अमित शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना में 400 ठेकेदार व कारपेन्टर सहित पूरा स्टाफ सम्मिलित रहा है और भगवान विश्वकर्मा की फूलों व मिष्ठान से पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही प्रतिष्ठान में उपयोग होने वाली मशीनों व औजारों की भी पूजा की गई।

उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर उपस्थित ठेकेदार व कारपेन्टरों को वुडप्लेक्स प्लाईवुड, जैनसन हार्डवेयर, महाकोल क्यूबा हार्डवेयर के प्रोडक्ट्स की जानकारी दी गई। वी.एन. फर्नीचर एण्ड प्लाईवुड सेल्स के निदेशक अमित शर्मा ने यह भी बताया कि हमारे यहां प्लाईवुड हार्डवेयर लेमिनेशन फैंसी हार्डवेयर की सभी रेंज उचित दाम पर उपलब्ध हैं तथा यह कानपुर दक्षिण का एकमात्र वी.एन. फर्नीचर एंड प्लाइवुड सेल्स शोरूम है।

सभी आए हुए ठेकेदार व कारीगरों गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। जिसमें क्यूबा से रोहित व तनिष्क तथा महाकोल से सूरज उपस्थित रहे।

सीएसए एवं बायर क्रॉप साइंस के संयुक्त तत्वाधान में हुआ वैज्ञानिक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 16 सितंबर 2023 को वैज्ञानिक आउट रीच कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसका विषय नवीनतम तकनीकों का डिजिटलीकरण, स्वचालित मशीनें, यूएवी, यूजीवी, रोबोट का प्रयोग कर उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाना था। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के विषय विशेषज्ञ श्री संजय कुमार, डॉ आर पी शर्मा एवं डॉक्टर अक्षिता बर्थवाल के साथ साथ विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं लगभग 255 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कुलपति ने अपने उद्बोधन में बताया कि 137 करोड जनता का पेट भरने के लिए सीमित भूमि एवं प्राकृतिक संसाधनों को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए डिजिटल एग्रीकल्चर की तरफ अग्रसर होना ही पड़ेगा। दूसरा कोई विकल्प नहीं।

चूकिं भारत में 86% जोत एक हेक्टेयर से भी कम है अतः विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों को भारत की जोत के अनुसार तकनीकों तथा मशीनों का विकास करना होगा। विदेशों में बड़े-बड़े फार्म होते हैं जहां पर इस प्रकार की तकनीकों के इस्तेमाल में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आती है परंतु भारत में जोत कम होने के कारण ऐसे तकनीकों को आवश्यकतानुसार परिष्कृत कर ही किसानों को कम दाम में मुहैया कराने पर यहां की भी खेती फायदेमंद हो सकती है और कम समय में प्रति इकाई अधिक से अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आहवान किया कि आने वाले समय में आवश्यकता के अनुसार मानव संसाधन तैयार करने होंगे। छात्र-छात्राओं को देश का भविष्य बताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कृषि की तरफ कृषि शिक्षा की तरफ रुझान बढ़ाना ही होगा तभी हम देश की 137 करोड़ जनता को पोषण युक्त भर पेट भोजन मुहैया करा सकते हैं।

प्रोफ़ेसर सी एल मौर्य डीन एग्रीकल्चर ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए इस बात की पुरजोर वकालत की कि आज के मशीनी करण से आधुनिकीकरण से ऑटोमेशन से आने वाले समय में उत्पादन और उत्पादकता में आशातीत बढ़ोतरी होनी निश्चित है। वैज्ञानिकों द्वारा कृषि क्षेत्र में ऐसे ऐसे मशीनों का आविष्कार हो चुका है जिसके द्वारा क्षण भर में भूमि का तापमान, भूमि की क्षारीयता, भूमि में पोषक तत्वों का स्तर तथा उसका पीएच बहुत ही कम समय में पता चल जाता है जिससे किसान अपनी खेती किसानी अच्छी तरह से कर सकते हैं और आवश्यकतानुसार ही उर्वरक तथा कीटनाशी का प्रयोग कर अपनी उत्पादकता को बढ़ाने में सफल हो सकते हैं। बायर क्रॉप साइंस के विशेषज्ञों ने कृषि क्षेत्र में हो रहे नित नए परिवर्तनों से छात्र छात्राओं को अवगत कराया। इतना ही नहीं उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को उनके फार्म पर चल रहे तकनीकी फूड उत्पादन एवं प्रयोग को देखने के लिए तथा सीखने के लिए आमंत्रित किया।

अंत में सभी प्रतिभागियों को डा रक्षिता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया कार्यक्रम का संचालन रुद्रांश शुक्ला आदि द्वारा किया गया कार्यक्रम में डॉ बलबीर सिंह, शक्ति सिंह, अंकित उपाध्याय, अंशु सिंह, रिशभ कुमार सिंह, अनुभव कुमार, कौशल कुमार, सर्वेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

*सीएसए के आधीन संचालित कृषि अभियन्त्रण महाविद्यालय के छात्र प्रगति के पथ पर*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित इटावा स्थित बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिक महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉक्टर एन के शर्मा ने अवगत कराया है कि इस महाविद्यालय से वर्ष 2003 में बीटेक कृषि इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त डॉ. विमल मिश्रा इस संकाय के मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होने बताया कि वर्तमान में डॉक्टर मिश्रा आईआईटी गांधीनगर गुजरात में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।

डॉक्टर मिश्रा ने एम टेक आईआईटी खड़कपुर एवं पीएचडी की उपाधि अमेरिका से प्राप्त की है।डॉक्टर मिश्रा वर्तमान में जलवायु परिवर्तन विषय पर शोध कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट शोध कार्यों के दृष्टिगत भारत सरकार ने उनको शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है। इस पुरस्कार के लिए भारत सरकार ने पूरे देश के 12 युवा वैज्ञानिकों का चयन किया, जिसमें डॉक्टर विमल मिश्रा शामिल है।

अधिष्ठाता डा. शर्मा ने बताया कि वर्तमान में डॉक्टर विमल मिश्रा बीजिंग चीन में एक कांफ्रेंस में भाग लेने गए हुए हैं। उन्होने व्हाट्सएप के माध्यम से हुई वार्ता में उनको इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है, महाविद्यालय के समस्त कर्मचारियो, शिक्षकों एवं छात्रों में उनकी इस उपलब्धि के लिए हर्ष का माहौल व्याप्त है। चीन से डॉक्टर मिश्रा ने अपने सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए यहां के छात्रों के लिए उज्जवल भविष्य की कामना की है। उनकी इस उपलब्धि पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने हर्ष व्यक्त कर उन्हें उज्जवल भविष्य हेतु बधाई दी है।

*17 सितम्बर को 19वां श्री श्याम महोत्सव का आयोजन*

कानपुर- श्री श्याम जी सखा मंडल (पंजी.), कानपुर द्वारा 19वां श्री श्याम महोत्सव दिनांक 17 सितम्बर दिन रविवार को होटल दि ब्रिज निकट जरीब चौकी, जी.टी. रोड, कानपुर में बड़े ही हर्षोल्लास से आयोजित करने जा रहा है, जिसमे देश के विभिन्न शहरों से बाबा श्याम को रिझाने के लिए सुप्रसिद्ध भजन गायकों को बुलाया गया है। जिसमे श्री जय शंकर जी चौधरी "बनवारी" जी, कोलकाता, श्री रोहित शर्मा "जिमी" जी, कोलकाता, श्री चैतन्य दाधीच जी, जयपुर, श्री अभिषेक शर्मा "माधव जी, कोलकाता, एवं राम पांडेय कानपुर द्वारा भजन गाकर बाबा को रिझाया जाएगा, तथा बाबा को रिझाने के लिए कानपुर की प्रमुख संस्थाओ को भी आमंत्रित किया गया है जिसमे श्री श्याम जी मित्र मण्डल (पंजी.), कानपुर, श्री साँवरिया महिला मण्डल (पंजी.), कानपुर, श्री सालासर बालाजी (पंजी.), कानपुर, श्री साँवरिया सेठ सेवक परिवार (पंजी.), कानपुर संस्थाए आमंत्रित है।

दोपहर 01:00 बजे बाबा की अखंड ज्योत प्रज्वलित होगी एवं बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा, तत्पश्चात भजनों की गंगा बहायी जाएगी।

कोलकाता और जयपुर से आए विशेष कारीगरों द्वारा बाबा श्याम का भव्य दरबार तैयार किया जा रहा है, बाबा के दरबार के मध्य में बाबा श्याम का दिव्य विग्रह साथ ही एक और लीलेअसवार जी एक और श्री राधा कृष्ण की झांकी विराजमान होगी। महामंत्री मनीष शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया तथा मंडल के पदाधिकारी प्रशांत अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, मोदक बेरीवाल, तरुन गुप्ताआदि उपस्थित रहे।

*किशोरी को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म का बनाया वीडियो, फिर बहनोई और साले ने करने लगे ब्लैकमेल, परेशान किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर दी जान*

कानपुर। शहर के रावतपुर थाना क्षेत्र में युवक ने किशोरी को प्रेमजाल में फांसकर दुष्कर्म कर उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद वह वीडियो अपने बहनोई को दे दिया। उस वीडियो के जरिये बहनोई ने भी ब्लैकमेल कर किशोरी को अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद दोनों अक्सर उससे दुष्कर्म करने लगे। 

इससे तंग आकर किशोरी ने सुसाइड नोट लिखकर जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पुलिस ने सुसाइड नोट व मोबाइल कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रावतपुर थाना क्षेत्र निवासी पत्थर घिसाई का काम करने वाले की बेटी हाईस्कूल पास करने के बाद घर में ही मां के काम में हाथ बंटाती थी। 

उन्होंने बताया कि पिछले साल घाटमपुर कुरसेठा में वह परिवार संग एक शादी में गए थे। यहां एक युवक ने उसकी 17 वर्षीय बेटी से दोस्ती कर ली। इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई। इस बीच युवक ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया। फिर वही वीडियो अपने बहनोई को दे दिया।

इसके बाद उसका बहनोई भी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर बेटी से दुष्कर्म करता रहा। जीजा और साले के ब्लैकमेलिंग से तंग आकर मां से शिकायत की थी। मंगलवार को पत्नी छोटी बेटी को स्कूल लेने गई थी और वह काम पर गए थे। इसी बीच बेटी ने जहर खा लिया। हैलट में बेटी को मृत घोषित कर दिया गया।

*गलियों में कूड़े के ढ़ेर से पीलिया बुखार का प्रकोप बढ़ रहा: हाजी फजल महमूद*

कानपुर । समाजवादी पार्टी महानगर के तत्वाधान में मतदाताओं से संपर्क अभियान के तीसरे दिन सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के भन्नानापुर्वा वर्मा सेल रेलवे लाइन की बस्तियों में सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद के नेतृत्व में जोनल सेक्टर तथा वार्ड अध्यक्षों के अलावा समाजवादी पार्टी के कार्यकतार्ओं ने मतदाता बनाओ अभियान चलाया और कॉलेज के छात्रों को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने कहा कि सभी 18 वर्ष के छात्र मतदाता सूची में नाम जरूर दर्ज करा कर 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी संख्या मे मतदान करके परिवर्तन का संदेश दें ।

ताकि बेरोजगारी और महंगाई से जनता को निजात मिल सके। सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने अपने संबोधन में आगे कहा कि भीषण गंदगी से सीसामऊ क्षेत्र में पीलिया बुखार से जनता परेशान है लेकिन नगर निगम गंदगी से निजात दिलाने में असफल हो रही है!कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद महानगर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कार्यक्रम संयोजक सुजीत शाह सीसामऊ विधानसभा अध्यक्ष आसिफ कादरी वरुण जायसवाल प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य राजू शर्मा प्रबुद्ध सभा के नगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र द्विवेदी नगर कोषाध्यक्ष नंदलाल जायसवाल एवं क्षेत्र के तमाम नागरिकगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।