सरायकेला :आर आई टी पुलिस ने किया हत्या मामले का खुलासा, पति ही निकला पत्नी का कातिल

सरायकेला : जिला के आरआईटी थाना अंतर्गत बीते दिन मीरूडीह में एक सनकी पति ने चरित्रहीन होने के शक में अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शक के आधार पे पति चंद्रमोहन देवगम को हिरासत में ले लिया था। 

इस संबंध में थाना प्रभारी द्वारा बताया गया कि मीरूडीह बस्ती काली मंदिर के पास एक किराए के मकान में चंद्र मोहन देवगम की पत्नी किरण देवगम अपने एक तीन वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। पति चंद्र मोहन देवगन गुजरात में नौकरी करता है, वह कुछ दिन पूर्व ही छुट्टी मिलने पर घर आया हुआ था। इस बीच बीती बुधवार के रात दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ।

 इसके बाद आक्रोशित पति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद घटना स्थल पे पहुंच मामले की छान बीन करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया। वही पूछताछ के दौरान पत्नी की गला दबा हत्या किए जाने का जुर्म पति द्वारा कबूल किया गया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्त में आए चंद्रमोहन को शक था कि उसकी पत्नी का किसी गैर मर्द के साथ अनैतिक सम्बंध है। 

इसी शक की वजह से उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी है। जिसके बाद आज पति को कांड संख्या 102/23 धारा 302 के तहत न्यायिका हिरासत में भेज दिया गया। वही घटना में प्रयुक्त दुप्पटा एवं मौके से दो मोबाइल बरामद की गई है।

सरायकेला : समाहरणालय में आयोजित साप्ताहिक जनता मिलन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्र से पहुंचे दर्जनों लोग


सरायकेला: समाहरणालय में आयोजित सप्ताहिक जनता मिलन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्र से व्यक्तिगत एवं सामाजिक समस्याओं को लेकर आए लोगो से उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला क्रमवार मिल उनकी समस्याओं से अवगत हुए। 

जनता मिलन में कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित प्राप्त आवेदन का ऑन द स्पॉट निराकरण किया गया वही अन्य शिकायतों से सम्बन्धित प्राप्त आवेदन को उपायुक्त नें सम्बन्धित विभागीय पदाधिकारी को हस्तानतरित कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने का निदेश दिए। 

जनता मिलन कार्यक्रम में आज मुख्य रूप से भूमि सम्बन्धित मामले, गम्हरिया प्रखंड के टेंटोपोसी (शिव शक्ति महिला समिति) द्वारा अगस्त माह का राशन वितरण ना करने, आदित्यपुर के मा राधिका महिला समिति पी डी एस दुकान द्वारा मनमानी करने, कुकड़ू अंचल कार्यालय(ऑनलाइन रशीद काटने तथा पंजी दो में नाम जोड़ने) KGBV कुकड़ू में छात्राओं के चयन में अनियमितता बरतने, समग्र शिक्षा अभियान में अनियमितता बरतने, श्रीनाथ विश्व विद्यालय में वंचित छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना का लाभ प्रदान कराने, इचागढ़ प्रखंड के गोरांगकोचा पंचायत में राशन डीलर द्वारा जुलाई से सितंबर माह का राशन वितरण न करने समेत विभिन्न आवेदन प्राप्त हुए।

आज आयोजित जनता दरबार में नगर पंचायत क्षेत्र सरायकेला से चंद्रशेखर दत्त के द्वारा आवेदन के माध्यम से उपायुक्त को जानकारी दी गई कि उनकी पत्नी अनीता देवी की किडनी खराब होने की स्थिति में चिकित्सकों के निदेशानुसार किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है, उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभ प्रदान की जाए ताकि वह अपनी पत्नी के इलाज कर सके। जिस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन सरायकेला खरसावां को आवेदन हस्तांतरित करते हुए यथाशीघ्र मामले पर संज्ञान लेकर नियमानुसार लाभुक को मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना एवं योजनाओं के लाभ प्रदान कर जिला मुख्यालय को सूचित करने के निर्देश दिए।

NIC सभागार में आयोजित जनता मिलन में उपायुक्त के साथ सोशल मीडिया प्रसार पदाधिकारी श्री नंदन उपाध्याय उपस्थित रहें।

वन विभाग की लापरवाही और सरकार की उदासीनता से हाथी से पीड़ितों को मार्च से नहीं मिला मुआवजा


सरायकेला : जंगली हाथियों के उत्पात से त्रस्त कुकडू प्रखंड के ग्रामीणों व किसानों के बीच फिर एक बार मसीहा बनकर आजसू नेता हरेलाल महतो सामने आए हैं। शुक्रवार को आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो कुकडू प्रखंड के लेटेमदा में ग्रामीणों के आग्रह पर बैठक में सम्मिलित हुए। 

बैठक के दौरान आजसू केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं को सुना। इन दिनों हाथियों के प्रकोप को देखते हुए हरेलाल महतो ने निजी स्तर से ग्रामीणों के बीच टॉर्च लाइट, पटाखा तथा मोबिल का वितरण किया। इसमें कुकडू प्रखंड के लेटेमदा, दारुदा, नूतनडीह, मुंडाटांड़ आदि गांव के लोगों को सामग्री वितरण किया गया।

इस दौरान ग्रामीणों ने हाथियों द्वारा किए जा रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त की। किसानों ने हरेलाल महतो को बताया कि मार्च माह के बाद से किसी भी हाथी पीड़ित को वन विभाग से मुआवजा नहीं मिला है। अभी धान का फसल खड़ा हो चुका है, ऐसे समय में फिर से हाथियों का आगमन शुरू हो गया है। वन विभाग हाथियों के ऊपर नियंत्रण करने में विफल है। वन विभाग द्वारा किसानों को टॉर्च व पटाखे नहीं दिए जा रहे हैं। 

इस मौके पर हरेलाल महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास वन विभाग भी है लेकिन वह इस महत्वपूर्ण विभाग को संभालने में विफल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब मार्च माह से हाथी पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला है तो हेमंत सोरेन को इसपर ध्यान देना चाहिए था। जब वह वन विभाग संभालने में सक्षम नहीं है तो छोड़ देना चाहिए और किसी दूसरे को वन मंत्रालय सौंप देना चाहिए। हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा के समस्याओं के समाधान के लिए जनता ने जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी है वह कमीशन वसूली में व्यस्त हैं। पूरे विधानसभा में एक भी अच्छी सड़क नहीं है, हाथियों के प्रकोप से जनता भयवित है, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है। फिर भी हेमंत सरकार अखबारों में विज्ञापन छपवाकर अपनी पीठ थपथपा रही हैं। 

बैठक को सांसद प्रतिनिधि सचिदानंद महतो, आजसू प्रखंड अध्यक्ष अरुण महतो, भाजपा मंडल अध्यक्ष भरत महतो, अश्विनी महतो, बबलू महतो, मेघनाथ महतो आदि ने संबोधित किया।

चांडिल अनुमंडल के नारायण प्राइवेट आईटीआई ने इंजीनियरिंग दिवस पर एम विश्वेश्वरैया की जयंती मनाई

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नारायण प्राइवेट आईटीआई संस्थान में इंजीनियरिंग दिवस के शुभ अवसर पर एम विश्वेश्वरैया की जयंती मनाई गई ।

इस अवसर  संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटा शंकर पांडे ने कहा की विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितम्बर को 1860 में मैसूर रियासत में हुआ था, जो आज कर्नाटका राज्य बन गया है. इनके पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत विद्वान और आयुर्वेदिक चिकित्सक थे।

इनकी माता वेंकचाम्मा एक धार्मिक महिला थी. जब विश्वेश्वरैया 15 साल के थे, तब उनके पिता का देहांत हो गया था. चिकबल्लापुर से इन्होंने प्रायमरी स्कूल की पढाई पूरी की, और आगे की पढाई के लिए वे बैंग्लोर चले गए। 

1881 में विश्वेश्वरैया ने मद्रास यूनिवर्सिटी के सेंट्रल कॉलेज, बैंग्लोर से बीए की परीक्षा पास की. इसके बाद मैसूर सरकार से उन्हें सहायता मिली और उन्होंने पूना के साइंस कॉलेज में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया। 

1883 में LCE और FCE एग्जाम में उनका पहला स्थान आया इंजीनियरिंग पास करने के बाद विश्वेश्वरैया को बॉम्बे सरकार की तरफ से जॉब का ऑफर आया, और उन्हें नासिक में असिस्टेंट इंजिनियर के तौर पर काम मिला. एक इंजीनियर के रूप में उन्होंने बहुत से अद्भुत काम किये. उन्होंने सिन्धु नदी से पानी की सप्लाई सुक्कुर गाँव तक करवाई, साथ ही एक नई सिंचाई प्रणाली ‘ब्लाक सिस्टम’ को शुरू किया. इन्होंने बाँध में इस्पात के दरवाजे लगवाए, ताकि बाँध के पानी के प्रवाह को आसानी से रोका जा सके. उन्होंने मैसूर में कृष्णराज सागर बांध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ऐसे बहुत से और कार्य विश्वेश्वरैया ने किये, जिसकी लिस्ट अंतहीन है. मुख्य रूप से उपस्थित थे एडवोकेट निखिल कुमार, जोयदीप पांडे ,शांति राम महतो ,पवन महतो, अजय मण्डल आदि मौजूद थे।

सरायकेला : समाहरणालय में आयोजित साप्ताहिक जनता मिलन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्र से पहुंचे दर्जनों लोग


सरायकेला: समाहरणालय में आयोजित सप्ताहिक जनता मिलन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्र से व्यक्तिगत एवं सामाजिक समस्याओं को लेकर आए लोगो से उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला क्रमवार मिल उनकी समस्याओं से अवगत हुए। 

जनता मिलन में कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित प्राप्त आवेदन का ऑन द स्पॉट निराकरण किया गया वही अन्य शिकायतों से सम्बन्धित प्राप्त आवेदन को उपायुक्त नें सम्बन्धित विभागीय पदाधिकारी को हस्तानतरित कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने का निदेश दिए। 

जनता मिलन कार्यक्रम में आज मुख्य रूप से भूमि सम्बन्धित मामले, गम्हरिया प्रखंड के टेंटोपोसी (शिव शक्ति महिला समिति) द्वारा अगस्त माह का राशन वितरण ना करने, आदित्यपुर के मा राधिका महिला समिति पी डी एस दुकान द्वारा मनमानी करने, कुकड़ू अंचल कार्यालय(ऑनलाइन रशीद काटने तथा पंजी दो में नाम जोड़ने) KGBV कुकड़ू में छात्राओं के चयन में अनियमितता बरतने, समग्र शिक्षा अभियान में अनियमितता बरतने, श्रीनाथ विश्व विद्यालय में वंचित छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना का लाभ प्रदान कराने, इचागढ़ प्रखंड के गोरांगकोचा पंचायत में राशन डीलर द्वारा जुलाई से सितंबर माह का राशन वितरण न करने समेत विभिन्न आवेदन प्राप्त हुए।

आज आयोजित जनता दरबार में नगर पंचायत क्षेत्र सरायकेला से चंद्रशेखर दत्त के द्वारा आवेदन के माध्यम से उपायुक्त को जानकारी दी गई कि उनकी पत्नी अनीता देवी की किडनी खराब होने की स्थिति में चिकित्सकों के निदेशानुसार किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है, उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभ प्रदान की जाए ताकि वह अपनी पत्नी के इलाज कर सके। जिस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन सरायकेला खरसावां को आवेदन हस्तांतरित करते हुए यथाशीघ्र मामले पर संज्ञान लेकर नियमानुसार लाभुक को मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना एवं योजनाओं के लाभ प्रदान कर जिला मुख्यालय को सूचित करने के निर्देश दिए।

NIC सभागार में आयोजित जनता मिलन में उपायुक्त के साथ सोशल मीडिया प्रसार पदाधिकारी श्री नंदन उपाध्याय उपस्थित रहें।

सरायकेला :आर आई टी पुलिस ने किया हत्या मामले का खुलासा, पति ही निकला पत्नी का कातिल

सरायकेला : जिला के आरआईटी थाना अंतर्गत बीते दिन मीरूडीह में एक सनकी पति ने चरित्रहीन होने के शक में अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शक के आधार पे पति चंद्रमोहन देवगम को हिरासत में ले लिया था। 

इस संबंध में थाना प्रभारी द्वारा बताया गया कि मीरूडीह बस्ती काली मंदिर के पास एक किराए के मकान में चंद्र मोहन देवगम की पत्नी किरण देवगम अपने एक तीन वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। पति चंद्र मोहन देवगन गुजरात में नौकरी करता है, वह कुछ दिन पूर्व ही छुट्टी मिलने पर घर आया हुआ था। इस बीच बीती बुधवार के रात दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ।

 इसके बाद आक्रोशित पति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद घटना स्थल पे पहुंच मामले की छान बीन करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया। वही पूछताछ के दौरान पत्नी की गला दबा हत्या किए जाने का जुर्म पति द्वारा कबूल किया गया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्त में आए चंद्रमोहन को शक था कि उसकी पत्नी का किसी गैर मर्द के साथ अनैतिक सम्बंध है। 

इसी शक की वजह से उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी है। जिसके बाद आज पति को कांड संख्या 102/23 धारा 302 के तहत न्यायिका हिरासत में भेज दिया गया। वही घटना में प्रयुक्त दुप्पटा एवं मौके से दो मोबाइल बरामद की गई है।

सरायकेला :कपाली पुलिस ने चोरी हुए मोटरसाइकिल के साथ दो युवक को किया गिरफ्तार


 सरायकेला :जिले के कपाली ओपी अंतर्गत गौसनगर मेडिकल लाईन निवासी मंसूर अंसारी ने 12 तारीख को शाम 5:00 डोबो पानी टंकी के समीप नदी किनारे के पास से ग्लैमर मोटरसाइकिल नंबर JHO5BZ - 1034 चोरी होने की लिखित आवेदन कपाली ओ०पी पुलिस को दी गई थी।

वही पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कपाली के डांगरडीह शाहिद बागान को घेराबंदी कर कपाली के TOP चौक निवासी फैसल अंसारी उम्र 22 वर्षीय और सहयोगी कपाली के डेमडूब्बी निवासी शेख जिलानी उम्र 24 वर्षीय को चोरी हुए ग्लैमर मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर भेजा न्यायालय हिरासत में।

सरायकेला:चांडिल के दलमा सेंचुरी की तराई काठजोड़ में अवैध देशी शराब भट्ठी ध्वस्त,30 लीटर महुआ शराब जब्त


सरायकेला :- कोल्हान के जिला पुलिस अधीक्षक डॉ० विमल कुमार के निर्देश पर सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में तेजी से अभियान चलाने के दिया गया निर्देश। 

नशा मुक्ति अभियान के तहत चांडिल थाना की पुलिस ने गुरुवार की रात में छापामारी अभियान चलाया गया । अभियान के दौरान चांडिल थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस ने शुक्रवार की सुबह दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी गज परियोजना के तराई में बसे काठजोड़ बहुल आदिवासी गांव में अवैध शराब भट्ठी को ध्वस्त किया गया।

काठजोड़ गांव में बड़े पैमाने पर अवैध महुआ शराब फल फूल रहा था । जहां पुलिस की छापामारी की भनक लगते ही शराब भट्ठी संचालक भाग गए। 

600 से 800 किलो जावा महुआ किया गया नष्ट ।

पुलिस ने अपने अभियान के दौरान काठजोड़ में अवैध शराब भट्टी से 25/ 30 लीटर महुआ शराब बरामद किया है. वहीं भट्ठी में 600 से 800 किलो जावा महुआ को नष्ट किया गया। इसके साथ भट्ठी को पूरी तरह से ध्वस्त कर शराब बनाने के उपयोग में लाए जाने वाले सभी सामग्रियों को नष्ट कर दिया गया । 

हालांकि इस दौरान किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार सभी की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी। विदित हो कि जिला पुलिस इन दिनों नशे के खिलाफ अभियान चला रही है। इसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। 

इस संबंध में चांडिल थाना प्रभारी ने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने नशा का कारोबार करने वालों को इस गौरखधंधे को छोड़ने की हिदायत दी है। थाना प्रभारी ने कहा कि नशा जहां समाज को धीरे-धीरे खोखला कर रहा है।  

वहीं आने वाली पीढ़ी को भी कमजोर और पंगु बना रहा है। उन्होंने समाज के गणमान्यों से भी इस दिशा में पहल करते हुए नशा मुक्ति अभियान को मुकाम तक पहुंचाने में सहयोग करने की अपील की है,नशा का कारोबार चाहे किसी भी प्रकार को थाना क्षेत्र में चलने नहीं दिया जाएगा।

सूत्र के अनुसार : जिला मद उत्पादन विभाग द्वारा देशी शराब भाटी चलाने वाले माफिया के ऊपर कारवाई करता था ।लेकिन स्थानीय थाना पुलिस वल की सहयोग नही मिलने के कारण संचालक देशी महुआ उत्पादन करने वाले माफिया भाग जाता और मद उत्पादन विभाग द्वारा बदले में भाटी की उपकरण को जब्त करके ले जाते थे। ओर एक छोटा केस पर माफिया जिला में जाकर हजार पांच हजार रुपया जुर्माना देकर पूर्ण रूप से दुबारा देशी शराब की चुलाई जारी रहता।

एक दशक था जब दलमा जंगल क्षेत्र का बोलबाला था उस समय इस क्षेत्र में देशी शराब बनाने पर प्रतिबंध लगा था और उस पर नक्सली द्वारा उन शराब बनाने वाले पर कारवाई करता था ।जिसका डर से कोई ग्रामीण शारव चुलाने पर डरता था।आज बेखोप से देशी दारू का भाटी सुचारू रूप चल रहा हे। 

देशी शराब की चुलाई होने से दलमा सेंचुरी खतरे में धड़ल्ले से पेड़ की कटाई और शराब भाटी ने जलकर राख होता हे।साथ सेंचुरी हाथी महुआ और जावा खा कर मदहोश होकर गांव में प्रवेश करके उत्पात मचाते हे । जिसके कारण हाथी की झुंड भोजन और महुआ जावा की तलास में तराई क्षेत्र गांव में पहुंच जाते हे ओर उत्पात मचाते हे।जिसे जनजीवन हाथी की डर से साम होते ही मनुष्य घर से नही निकलते है। कई बार वन क्षेत्र पदाधिकारी द्वारा जिला पुलिस को सूचना भी दिए हे।लेकिन कोई कारवाई नही होता था।

सरायकेला : गणेश पूजा की चंदा को लेकर हुआ विवाद।

सरायकेला :- गणेश पूजा की चांदा को लेकर 14 सितंबर देर शाम युवा समिति एवं गणेश पूजा कमेटी के संदेश द्वारा आदित्यपुर थाना पहुंचे जहां कमेटी के संदेशगण ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत की है । 

 परवी सिंह ने बताया कि 12 तारीख को रामाधार सिंह के पास कमेटी के कुछ लड़के आमंत्रण पत्र देने गए थे। गणेश पूजा को लेकर और सहयोग राशि की अनुरोध किया गया ।

 उपरांत रामाधार सिंह ने गणेश पूजा समिति लड़कों के साथ गाली गलौज उतारू होगया एवं रंगदारी का आरोपp लगाते हुए रामाधार सिंह ने पिटाई कर हूई दी उसके बाद कमेटी के कुछ गणमान्य लोगों द्वारा पूर्ण रामाधार सिंह के पास पहुंचे और अनुरोध करते हुए कहा महाशय घटना का कारण किया है । ओर रामाधार से कहां की पूजा सबके सहयोग से किया जाता हे। 

इसी बीच रामाधार सिंह के सहयोगी साथियों द्वारा कमेटी के लोगों को मारने पीटने लगे जिसमें कमेटी के कई स्देश्यो को चोटे लगी और गाड़ियों के शीशे भी तोड़े गए हैं। साथ ही रामाधार सिंह ने उल्टा आदित्यपुर थाने में शिकायत कर दी । थाना से शिकायत करने के बाद रामाधार और उनके साथियों वापस जाने के क्रम में पंडाल के कमेटी को धमकी दी गई कि अगर पूजा हुई तो पंडाल को आग के हवाले कर दिए जायेंगे ।इसी को देखते हुए कमेटी के स्देश्य के लोगों ने आदित्यपुर थाना पहुंचकर थाना प्रभारी से बैठकर वार्ता की गई । हम लोग चाहते है की पूजा शांतिपूर्वक हो जिससे आपका पूर्ण रूप से सहयोग हो ।उसी दौरान थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि अगर पूजा में कोई बाधा उत्पन्न की और किसी तरह की शिकायत आई तो उन लोगो को बक्शा नहीं जाएगा । 

इस घटना में जिसकी भी गलती हो उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी। गणेश पूजा चांदा को लेकर बिबाद उत्पन हुआ जिसको लेकर दोनो पक्ष के लोगो थाना पहुंचे ।जिसके देखते हुए दोनो पक्षों को चेतावनी दिए गए ।पूजा में कोई उड़दम नही होना चाहिए नही कानूनी कारवाई करने पर आत्दित्यपुर पुलिस तत्पर हे।

सरायकेला: मानसून के बदले मिजाज से किसान बदहाल,कही खूब बरस रही है बादल तो कही सुख

सरायकेला: मॉनसून का इस बार कुछ अलग ही मिजाज देखने को मिल रहा है। सावन महीना मे जहां पुरे देश के मिट्टी का प्यास बुझाने की जिम्मेदारी मानसून की होती है, वहीं इस बार मौसम का मिजाज कुछ बदला-बदला सा रहा है ।

"मौसम की यह कैसी माया, कहीं है धुप तो कहीं है बारिश की काया ।"

देश के उत्तरीय कुछ राज्यों मे बे-मौसम का बारिश तबाही मचा रखी है । जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है ।

गौरतलब है कि, हमारे झारखंड राज्य के कृषक मौसम पर निर्भर रहते हैं। समय पर बारिश उचित मात्रा मे हो तो किसानों का आश बंधता है । इस बार वक्त पर मौसम ने किसानों को धोका दे गया । किसानो का हल और बैल मानसून के इंतजार मे रह गया । सावन का माह किसानों के लिए अभिश्राफ समान रहा । भादो माह के आरंभ मे मॉनसून का असर दिखने लगा । किसान को देर मे ही सही पर कुछ आस बंधने लगा है । पर खेत खलिहानों मे कहीं-कहीं जल का अतिरिक्त जमावड़ा भी देखा जा रहा है । अतिरिक्त जल निकासी मे कठिनाइयों का सामना करना होता है । पास वाले किसान भी एक ही परेशानी को झेल रहा होता है । जिस कारण वे अपने जमीन से जल निकासी मार्ग देने से मना करते है । इस तरह की परेशानी हमारे झारखंड राज्य मे आम है । क्यों कि, यहां किसानो की जमीन छोटे-छोटे टुकड़ों मे बंटा हुआ है । जिस कारण राज्य का कृषि क्षेत्र को क्षति होता है । इस तरह के विसंगत भूमी समायोजन का नीति अलग राज्य होने के बात किसी भी सरकार ने नही बनाया है । जिससे कि, किसानो के बीच कागजी तौर पर टुकड़े-टुकड़े भूमी का अदल - बदल कर कृषि प्रणाली का उत्थान किया जा सके ।

किसानों की दयनीय अवस्था का मूल कारण ही, इसके अव्यवस्थित व्यवस्था प्रणाली है । जिस कारण, भारत एक कृषि प्रधान देश है यह शब्द हर राज्यों के लिए सटीक नही बैठता है ।

झारखंड राज्य मे एक और महत्वपूर्ण कड़ी है जिसका आरंभ ही एक नये श्लोगन के साथ आरंभ किया गया था 1980 के दशक मे । वह है "स्वर्ण रेखा बहुउद्देशीय परियोजना ।" इसके विकास के लिए अरबों - खरबों रूपया जनता से कमाया हुआ पैसा झोंका जा रहा है पर "ढाक के तीन पात" बन कर रह गया है।

जिन समुदाय के लिये इसे आरंभ किया गया था वे कृषक समुदाय के लोगों की अवस्था आज भी वैसे ही है जो सत्तर साल पहले था । हां, इस विकासशील विभाग से सीधे जुड़े हुये एक भी प्राणी अभाव और अनाहार के लिए आज तक आत्म हत्या नही किया है, हां इनके ठिकानों मे ई. डी. का छापा जरूर पड़ता रहा है । आत्म हत्या किया है तो वे किसान जिनके लिए यह बहुउद्देशीय परियोजना आरंभ किया गया था ।

कुल मिलाकर झारखंड राज्य मे नीयत और नीतियों मे कमीज़ तक रहेगा किसानो के पास प्राकृति और मानसून के सिवाय दुसरा और कोई राह नही रह जाता है ।