*ग्राम रोजगार सेवक बहरू रितेश सिंह, तत्काल प्रभाव से सेवा से मुक्त*

लखनऊ। मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि जिला पंचायत राज अधिकारी, लखनऊ के शिकायती पत्र दिनांक 5 अगस्त, 2023 के क्रम में जो कि खण्ड विकास अधिकारी, काकोरी, सहायक विकास अधिकारी (पं0/सां0), अवर अभियन्ता (ल0सिं0), सहायक लेखाकार एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (मनरेगा) की ओर से 13 अप्रैल, 2023 को किये गये।

निरीक्षण एवं कार्यो की पत्रावलियों के परीक्षण में ग्राम पंचायत-बहरू, विकास खण्ड - काकोरी के ग्राम रोजगार सेवक रितेश सिंह द्वारा संचालित फर्म मेसर्स रितेश ट्रेडर्स एण्ड पेन्टस को राज्य वित्त/केन्द्रीय वित्त आयोग से रू0 8.89 लाख के भुगतान विषयक प्रकरण संज्ञान में आने एवं जिलाधिकारी लखनऊ के पत्र 30 मई, 2023 के क्रम में ग्राम पंचायत- बसरैला, काकोरी में आहुत सोशल आडिट कार्यक्रम के तहत रू0 1.74 लाख की वित्तीय अनियमितता प्रकाश में आने के फलस्वरूप जिला कृषि अधिकारी लखनऊ, सहायक निबन्धक (सहकारिता) लखनऊ व सहायक अभियन्ता (ल0सिं0) की संयुक्त टीम की जॉच में अनियमितता सिद्ध होने के कारण रितेश सिंह, ग्राम रोजगार सेवक, ग्राम पंचायत- बहरू सम्बद्ध ग्रा0पं0- बसरैला, काकोरी के विरूद्ध कूटरचित तरीके से शासकीय धनराशि के दुरूपयोग में संलिप्तता पाये जाने एवं मनरेगा योजना के तहत इनकी कार्यप्रणाली ठीक न होने के कारण मुख्य विकास अधिकारी, लखनऊ के कार्यालय ज्ञाप 30 जून, 2023 के माध्यम से रितेश सिंह, ग्राम रोजगार सेवक, काकोरी, लखनऊ को जिलाधिकारी लखनऊ के अनुमोदन 16 मई, 2023 के क्रम में तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि रितेश सिंह, ग्राम रोजगार सेवक संविदा/शासकीय कर्मी होने के बावजूद अपने स्वयं के नाम से फर्म (मेसर्स रितेश ट्रेडर्स एण्ड पेन्टस) का संचालन करते हुये अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास अनुभाग- 7/पंचायती राज अनुभाग-3, उप्र शासन के शासनादेश संख्या-137/अड़तीस-7-2022-63 नरेगा/2009 दिनांक 21 मार्च, 2023 एवं शासनादेश संख्या-730/33-3-2022-11/2022 दिनांक 26 अप्रैल, 2023 में दी गयी व्यवस्था के विपरीत कार्य करते हुये शासनादेश का उलघंन कर कूटरचित तरीके से शासकीय कार्यों पर सामग्री की आपूर्ति की गयी है।

इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने रितेश सिंह के नाम से संचालित फर्म मेसर्स रितेश ट्रेडर्स एण्ड पेन्टस, GSTN No. 09DIIPS2878P1Z2 को तत्काल प्रभाव से Blacklist (कालीसूची) कर दिया है।

ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट : मंजर देखकर लोगों का कांप उठा रूह, मांस के लोथड़े आसपास की दिवारों पर चिपके मिले

लखनऊ। राजधानी के बालागंज चौराहे के पास जेपीएस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बाहर बृहस्पतिवार दोपहर ऑक्सीजन सिलिंडर में ब्लास्ट के बाद खून से सने आरिफ और शोभित को देखने वालों की रूह कांप उठी। दोनों के मांस के लोथड़े आसपास की दीवारों पर भी चिपक गए थे। हादसे में दोनों के शरीर क्षतविक्षत हो गए। खासकर कमरे से नीचे का हिस्सा। इनकी हालत देख लोग चाहकर भी हाथ नहीं लगा पा रहे थे। करीब 50 मीटर तक फैला खून, कटे-फटे अंग देखकर लोग दहशत में आ गए। हालत यह थी कि सड़क से अंगों को बटोरना पड़ा। 

आरिफ का भाई तारिक जेपीएस अस्पताल में गार्ड है। जब वह सिलिंडर लेकर पहुंचा तो तारिक गेट पर ही था। आरिफ सिलिंडर उतारने लगा तो तारिक उसके लिए पानी लेने अस्पताल के अंदर चला गया। इसी दौरान धमाका हुआ। तारिक दौड़कर बाहर आया तो देखा आरिफ खून से सना पड़ा है। उसके क्षतविक्षत अंग देख वह सदमे में आ गया। फिर अस्पताल में आरिफ की सांसें थम गईं। घटना की जानकारी पर आरिफ की पत्नी शमा, सात साल की बेटी शिफा और छह साल का बेटा अनस अस्पताल पहुंचे। आरिफ का शव देख उनका दिल दहल गया। उधर, शोभित के परिजन भी बालामऊ से पहुंचे। वह उसकी जिंदगी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। 

 बालागंज चौराहे के पास जेपीएस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बाहर बृहस्पतिवार दोपहर ऑक्सीजन भरे सिलिंडर में ब्लास्ट हो गया। डाला से उतारते वक्त सिलिंडर के जमीन पर गिरने से हुए हादसे में गैस एजेंसी के डाला चालक के चीथड़े उड़ गए। उसका एक हाथ, पैर, पंजा और अंगुलियां कटकर अलग हो गईं। एजेंसी के कर्मचारी का शरीर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने मेडिकल टीम की मदद से किसी तरह दोनों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चालक की मौत हो गई। कर्मचारी का इलाज जारी है। उसकी हालत बेहद नाजुक है। न्यू फरीदीपुर में संजय श्रीवास्तव का एलाइड इंटरप्राइजेज के नाम से ऑक्सीजन प्लांट है। पुलिस के मुताबिक यहां से जेपीएस हॉस्पिटल को रोजाना एक दर्जन ऑक्सीजन सिलिंडर सप्लाई होते हैं।  

गुरुवार दोपहर एक बजे कंपनी का डाला चालक फत्तेपुर मवई रहीमाबाद निवासी आरिफ (30) और कर्मचारी शोभित पटेल सिलिंडर लेकर पहुंचे। अस्पताल के गेट के बाहर डाला खड़ा कर दोनों सिलिंडर उतारने लगे। एक सिलिंडर भीतर पहुंचाने के बाद दूसरा उठाते वक्त सिंलिडर हाथ से छूटकर नीचे जा गिरा और तेज धमाके के साथ फट गया। आरिफ और शोभित 15-20 फीट उछलने के बाद जमीन पर जा गिरे। दोनों के शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह क्षतिगस्त हो गया। 

आरिफ का एक हाथ अलग हो गया। सड़क किनारे भरा पानी खून से लाल हो गया। ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराए जाने के चंद मिनट बाद आरिफ की मौत हो गई।शोभित का आईसीयू में इलाज चल रहा है। मूलरूप से हरदोई के बालामऊ का शोभित यहां काकोरी के नरैना गांव में बहन रश्मि के घर रह रहा है। अंदेशा है कि सिलिंडर कमजोर था और उसमें क्षमता से अधिक ऑक्सीजन भर दी गई। डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि जांच कर ब्लास्ट की असल वजह पता करने का प्रयास किया जा रहा है।

*गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर उपद्रवियों ने किया पथराव*

लखनऊ । गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर शुक्रवार सुबह मल्हौर रेलवे स्टेशन से गुजरते समय उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। जिसके कारण ट्रेन की चेयरकार बोगी सी-3 का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। पथराव के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन में गस्त कर रही आरपीएफ ने पथराव करने वालों की तलाश में सीसीटीवी कैमरा चेक करवा रही है।

बीते सात अगस्त को सफेदाबाद रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन पर पथराव किया गया था, जिससे कोच का शीशा टूट गया था। अराजक तत्वों के पत्थर चलाने से कोच नंबर सी-2 के सीट नंबर 3 और 4 के पास वाली खिड़की का शीशा टूटा था। नौ जुलाई से वंदे भारत ट्रेन की शुरूआत हुई थी, जिसके बाद बीते दो माह में चार बार वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हो चुका है, जिसके मामले आरपीएफ ने दर्ज किये हैं।

बाराबंकी में पथराव के मामले में तीन लोगों पर ही कार्रवाई हो सकी। पिछली बार जब वंदे भारत ट्रेन में पथराव हुआ तब उसकी वजह अजीब निकली थी। जांच में पता चला था कि स्थानीय गांव के निवासियों की कुछ बकरियां ट्रेन से कट गईं थीं। इसी का बदला लेने के लिए ट्रेन पर पत्थर चलाए गए थे। गनीमत यह थी कि इस पथराव से किसी यात्री को चोट नहीं पहुंची थी।

*झोपड़ी में सो रहे ससुर, दामाद और बेटी की गोली मारकर हत्या, आक्रोशित लोगों ने दर्जनभरा घरों में तोड़फोड़ करते हुए लगा दी आग*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के कौशांबी में बड़ी वारदात हो गयी है। यहां के संदीपन घाट कोतवाली के पंडा चौराहा में गुरुवार की रात झोपड़ी में सो रहे ससुर, दामाद और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने पड़ोस के दर्जन भर घरों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। सूचना के बाद चायल और सिराथू सीओ कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर हालात को काबू करने में लगे हैं। घटना का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है।

छबिलवा निवासी होरीलाल (62) की पंडा चौराहा पर मौजूद जमीन का आसपास के कुछ लोगों से विवाद चल रहा है। होरीलाल ने विवादित भूमि पर झोपड़ी डालकर अपना कब्जा कर रखा है। कोखराज कोतवाली के कंकराबाद में ब्याही बेटी बृजकली (22) व दामाद शिवसागर(26) भी इसी झोपड़ी में रहते थे। शिवसागर ने पास में ही किराए की दुकान लेकर सहज जन सेवा केंद्र खोल रखा था।

बृहस्पतिवार की रात होरी लाल अपने दामाद और बेटी के साथ झोपड़ी के बाहरी हिस्से में सो रहे थे। परिवार वालों का कहना है कि रात को कुछ लोगों ने तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों को शुक्रवार को घटना की जानकारी हुई। पड़ोसियों का घर बंद था। तीन हत्या की खबर मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।

अक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिल बंद घरों को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई । एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि फोर्स मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। जल्द ही घटना का वाजिब कारण पता लग जाएगा। फिलहाल भूमि संबंधी विवाद का मामला पता चल रहा है।

*ट्रिपिंग, फाल्ट की समस्या से निजात देने के लिए जर्जर पोल, लाइन को बदला जा रहाः एके शर्मा*

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश में उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं बेहतर विद्युत आपूर्ति देेने के लिए ऊर्जा विभाग जमीनी स्तर पर विद्युत व्यवस्था की सुदृढ़ीकरण के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा।

केन्द्र की 17 हजार करोड़ रूपये की आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों के मुताबिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को नये सिरे से खड़ा करने का प्रयास हो रहा। जर्जर लाइनों एवं विद्युत पोलों को बदलने का कार्य किया जा रहा। प्रदेश के बढ़ते विद्युत लोड के अनुरूप ही उपकेन्द्रों, फीडरों और ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जा रही है।

जरूरत के अनुसार नये उपकेन्द्र, फीडर बनाये जा रहे हैं और नये ट्रांसफार्मर भी लगाये जा रहे हैं। इससे जहां दोषमुक्त गुणवत्तापूर्ण बिजली उपभोक्ताओं को दी जा सकेगी, वहीं बार-बार होेने वाली ट्रिपिंग, फाल्ट के कारण बिजली जाने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि पिछले महीने भीषण गर्मी एवं उमस होने के कारण बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गयी थी। उत्तर प्रदेश के इतिहास में अभी तक सबसे ज्यादा बिजली की आपूर्ति 28284 मेगावाट इस वर्ष हुई। विद्युत की निर्बाध आपूर्ति के लिए बिजली के आधारभूत ढ़ाचे को ठीक करने का भी भगीरथ प्रयास किया जा रहा है।

विभाग की 4 महत्वपूर्ण योजनाओं के जरिये बिजली के इन्फास्ट्रक्चर एवं आधारभूत ढांचे को सुदृढ करने का प्रयास चल रहा है।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि एडीबी द्वारा सहायता प्राप्त योजना के अर्न्तगत सर्विस एबी केबिल लगाने एवं फीडर अलग करने का कार्य चल रहा है। जिसमें 20,000 मजरों को आच्छादित किया जा चुका है।

जुलाई एवं अगस्त 2023 के मात्र 2 महीनों में 14409 ऐसे कार्यों को पूरा किया गया। इसी प्रकार फीडर अलग करने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक 500 से ऊपर फीडर को अलग किया गया। लगभग 17000 करोड़ रूपये के खर्च से अमल में लायी गयी आरडीएसएस योजना तेजी से क्रियान्वित हो रही है, जिसमें जुलाई एवं अगस्त 2023 के 02 महीनों में 1,76,589 खम्भें लगाये गये एवं 4 लाख सर्किट किमी एचटी लाईन एवं लगभग 1.5 लाख किमी एलटी लाईनों तथा जर्जर तारों को बदलने का कार्य हुआ। साथ ही 25 हजार सर्किट किलो मीटर फीडर विभाजन का भी कार्य हुआ।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बिजनेस प्लान 2023-24 के अन्तर्गत जुलाई, अगस्त के 2 महीनों में बड़े पैमाने पर छोटे विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमता वृद्धि का कार्य किया गया, जिसमें 33/11 केवी के 100 से अधिक सब स्टेशन शामिल हैं। साथ ही 11/0.4 केवी के 564 नये सर्विस स्टेशन बनाये गये तथा 2100 ऐसे सर्विस स्टेशनों की क्षमता वृद्धि की गयी। जुलाई 2023 के महीने में 33872 ट्रांसफार्मर बदले गये तथा अगस्त, 2023 के महीने में 36734 ट्रांसफार्मर बदले गये।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि नगरीय निकायों की बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिये 1028 करोड़ के कार्य कराये जा रहे हैं। साथ ही अतिरिक्त बिजनेस प्लान में बिजली व्यवस्था की सुदृढ़ीकरण के अन्य कार्य भी साथ में हो रहे हैं। इसमें 2858 करोड़ रूपये खर्च होना निर्धारित है। इस वर्ष एडीबी के कार्यों हेतु 1432 करोड़ रूपये तथा आरडीएसएस एवं बिजनेस प्लान तथा इसी प्रकार की अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत तीव्र गति से विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य आगे बढ़ रहा है, जिससे आने वाले दिनों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति नागरिकों को मिलेगी।

*गाड़ी से उतारते समय फटा ऑक्सीजन सिलेंडर, एक की मौत, एक गंभीर रूप से घायल*


लखनऊ । लखनऊ में बालागंज चौराहे के पास एक अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर सप्लाई करने वाले दो कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। उनके हाथ पैर के चिथडे़ उड़ गए। एक के सिर का हिस्सा भी उड़ गया। पुलिस ने राहगीरों की मदद से दोनों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस हादसे आसपास इलाके में दहशत फैल गई।

फरीदीपुर निवासी संजय का ऑक्सीजन प्लांट है। उनके मुताबिक जेपीएस अस्पताल में सिलेंडर की सप्लाई करने के लिए उनके कर्मचारी शोभित और आरिफ डाला लेकर गए थे। अस्पताल के बाहर डाला खड़ा करने के बाद जैसे ही दोनों ने पीछे जाकर सिलेंडर उठाने का प्रयास किया वैसे ही एक सिलेंडर में धमाका हो गया। आरिफ और शोभित उछल कर दूर जा गिरे। हाथ पैर और शरीर के कई हिस्सों के चिथड़े हो गए।  इस दौरान एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई।

खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देख उनको कोई हाथ तक नहीं लगा रहा था। 108 एंबुलेंस की टीम पहुंची। पुलिस कर्मियों की मदद से दोनों को अस्पताल भिजवाया गया। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि घायलों का इलाज प्राथमिकता है। बाकी जांच में देखा जाएगा कि हादसे की वजह क्या है। उधर जेपीएस अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनकी तरफ से कोई ऑर्डर ऑक्सीजन सिलेंडर का नहीं दिया गया था। डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने बताया कि  आरिफ की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जबकि शोभित की हालत गंभीर बनी हुई।
*लखनऊ में तालाब में डूबकर दो युवकों की मौत, ग्रामीणों की मदद से दोनों के शवों को निकाला गया बाहर*


लखनऊ । राजधानी के भाटन खेड़ा गांव के बाहर तालाब में दो युवक डूब गए हैं। मृतक बुधवार को घर से निकले थे। ग्रामीणों की मदद से दोनों युवकों के शव तालाब से बरामद किए गए हैं। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है। ग्रामीणों ने हंगामा कर रहे हैं।
घटना लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव की है। जहां बुधवार शाम अवरेश (35) अपने चचेरे भाई शनुज (14) के साथ भैंस खोजने के लिए घर से बाहर निकला था। जिसके बाद दोनों लापता हो गए थे।
परिजनों ने आस पास के इलाके में खोजने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। गुरुवार सुबह परिजन गांव के बाहर बने तालाब के किनारे पहुंचे। तालाब में ग्रामीणों की खोजने पर अवरेश का शव बरामद हुआ। जबकि अवरेश के चचेरे भाई शनुज का शव थोड़ी देर बाद बरामद हुआ।

बुधवार शाम से लापता चचेरे भाइयों को खोज रहे परिजन गुरुवार को आक्रोशित हो गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी लापरवाही बरती जा रही। करीब तीन घंटे तक पुलिस दूसरा शव बरामद करने में नाकाम रही। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर एसडीआरएफ की टीमों को भी बुलाया गया। हालांकि करीब दस बजे गोताखोरों की मदद से दूसरा शव भी बरामद कर लिया गया।

परिजनों के हंगामे की सूचना मिलने के बाद एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद ने परिजनों से बातचीत कर शांत कराया। एसीपी मोहनलालगंज नवीन सिंह और मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार आर्या घटना स्थल पर मौजूद रहे।

इलाके में हुए अवैध खनन के बाद तालाब गहरा हो गया था। बीते दिनों हुई बारिश के कारण बारिश का पानी तालाब में जमा हो गया। मृतक चचेरे भाई भैंस खोजने निकले तो तालाब की दलदल में फंस गए। तालाब में डूबने के कारण दोनो की मौत हो गई। फिलहाल, पुलिस ने बरामद चचेरे भाइयों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मॉक ड्रिल : आतंकी हमले की सूचना पर पल भर में हेलीकॉप्टर से विधान भवन के ऊपर उतरे कमाडो, हमले को किया नाकाम

लखनऊ । यूपी पुलिस और एनएसजी के जवानों ने दिखाया कि वो किसी भी आतंकी हमले को बेअसर करने और आतंकियों को धूल चटाने के लिए तैयार हैं। बृहस्पतिवार को लखनऊ के विधानभवन में की गई मॉक ड्रिल में आतंकी हमले की सूचना पर पल भर में ही कमांडो पहुंचे और विधान भवन के ऊपर हेलीकॉप्टर से उतरे।

उन्होंने कुछ ही मिनट में अपनी पोजिशन लेते हुए हालात को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया। इस दौरान हेलीकॉप्टर से उतरते जवानों को देखकर लोग रुक गए और वीडियो बनाने लगे। इसके पहले बुधवार को भी लखनऊ में ऑपरेशन 'गांडीव फाइव' के तहत शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर मॉक ड्रिल की गई थी।

लखनऊ में विधानसभा की छत पर गुरुवार सुबह 6 बजे एनएसजी कमांडो को उतारने के लिए हेलिकॉप्टर पहुंचता है। कमांडो मोर्चा संभालते हैं। दरअसल, बुधवार रात करीब 8:10 बजे ही विधानसभा के ठीक सामने लोकभवन पर आतंकी हमला हो जाता है। आतंकी ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच जेहादी नारे लगाते हुए लोकभवन के भीतर घुसते हैं।

चार बम ब्लास्ट लोकभवन के गेट नंबर-2 और फिर दो ब्लास्ट लोकभवन परिसर में होते हैं। लोकभवन पर 26/11 की तरह आतंकी हमले करते हुए भीतर कई बीआईपी के साथ बड़ी संख्या में अधिकारियों और नागरिकों को अपने कब्जे में ले लेते हैं।

सूचना मिलते ही ठीक 8:14 बजे फायर सर्विस हाइड्रोलिक के साथ मौके पर पहुंच जाती है। उनके साथ एम्बुलेंस में मेडिकल टीम भी रहती है। 7 आतंकियों के लोकभवन के भीतर होने की सूचना पर NSG कमांडो भी मोर्चा संभालते हैं। बम धमाके की सूचना पर विधान भवन के आस-पास भगदड़ मच जाती है।

NSG कमांडो को एक्शन लेते देख कुछ पल के लिए, तो लगा कि यह सही का आतंकी हमला है। हालांकि, बाद में स्थिति साफ हुई। लोगों को पता चला कि यह तो मॉकड्रिल है। विधानसभा के बाद पुलिस मुख्यालय की सिग्नेचर बिल्डिंग पर मॉकड्रिल शुरू हो गई है। इसे देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना पहुंच गए हैं।

आतंकी हमले की सूचना मिलने पर NSG कमांडो लोकभवन में पीछे के हिस्से से दाखिल हो गए। वह 26/11 की तर्ज पर हुए आतंकी हमले को भांपते हुए विधानसभा और लोकभवन में चारों तरफ से घेराबंदी करके अलग-अलग रास्तों से प्रवेश करते हैं। कमांडो इन भवनों के दरवाजे, खिड़कियों और छोटे एरिया से प्रवेश करते हैं।मॉकड्रिल के दौरान NSG कमांडो ने आधुनिक हथियार वाल रडार, रोडों सर्विलांस कैमरा और मिनी ड्रोन का इस्तेमाल किया। आईडी लगाकर धमाके के साथ एक दरवाजे को तोड़ते हुए दुश्मन के ऊपर धावा बोल देते हैं। इन सारे एक्शन को कैमरे के जरिए दूसरी टीम भी देखती है। कमांडो के साथ कैनाइन यूनिट के डॉग स्क्वायड भी शामिल आतंकियों की तरफ बढ़ते हैं।

*माॅर्क ड्रिल : चारबाग स्टेशन, बस स्टैंड पर फटा बम, कमांडो ने संभाला मोर्चा*

लखनऊ । रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बम फटते ही हाथों हाथों में गन लिए ब्लैक ड्रेस पहने कमांडो ने स्टेशन को चारों तरफ से घेर लिया। उन्होंने स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म को अपने कब्जे में लिया। प्लेटफॉर्म पर बैठे यात्रियों को सुरक्षा के बीच बाहर ले गए। इसके डॉग स्क्वॉयड ने चेकिंग शुरू कर दी। कुछ ऐसा ही नजारा बस स्टैंड व लुलू माल, ताज होटल व एयरपोर्ट में देखने को मिला।

चूंकि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुलिस व एनएसजी कमांडों द्वारा मार्क ड्रिल किया जा रहा था। मार्कड्रिल देखकर लोगों में दहशत न उत्पन्न हो इसलिए स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी भी जारी किया था कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह मॉकड्रिल गुरुवार को भी जारी रहेगा।

आतंकवादी घटनाओं से निपटने के लिए एटीएस ने पुलिस, जीआरपी और रेलवे पुलिस के साथ मॉक ड्रिल किया। इसी के तहत दोपहर 3:55 बजे चारबाग स्टेशन पर बम फटने की सूचना दी गई। बताया कि प्लेटफार्म नंबर 6 पर पानी की टंकी के पास बम फटा है। इसके बाद आतंकवादी मवैया की तरफ निकल भागे हैं।

इसके बाद कमांडो ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव का काम शुरू किया। एनएसजी ने चारबाग के अलावा आलमबाग स्टेशन, प्लासियो और फिनिक्स पर भी इसी तरह से मॉक ड्रिल किया। इसके बाद बस स्टैंड, ताज होटल, लुलू माल फिर रात में एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल किया गया।

मॉक ड्रिल के ुदौरान किसी को आने-जाने में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके तहत राजधानी पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है और ट्रैफिक डायवर्जन के भी निर्देश दिए गए हैं। इसी के तहत मॉक ड्रिल से पहले चारबाग की मुख्य सड़कों से अतिक्रमण हटाया गया जिससे सड़क पर जाम न लगे। जेसीपी लॉ उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को यूपी पुलिस और एनएसजी की टीम ने इस तरह की घटनाओं पर अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए संयुक्त अभ्यास 'गांडीव-5' को अंजाम दिया।

यह संयुक्त अभ्यास गुरुवार को भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल से जनता घबराये नहीं। इसलिए स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की। इसमें उन्होंने लोगों से संयम रखने और विचलित न होने की अपील की। साथ ही किसी प्रकार की अफवाह न फैलाने और न ही अफवाहों पर ध्यान देने के लिए भी कहा।

*मजदूर ने फांसी लगाकर दी जान*

लखनऊ । राजधानी के चिनहट थानाक्षेत्र में एक मजदूर ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

मीरा देवी पत्नी सत्यवान निवासी ग्राम छंगरपुर थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर हाल पता धावा स्टेट थाना चिनहट ने पुलिस को सूचना दिया कि बुधवार को समय करीब 15 बजे उसके पति सत्यवान उम्र करीब 35 वर्ष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।

इस सूचना पर एसआई राजेश कुमार चौरसिया ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया । जिनके द्वारा बताया गया कि सत्यवान उपरोक्त द्वारा धावा स्टेट चिनहट लखनऊ में किसी के अर्द्धनिर्मित मकान में अपने परिवार के साथ रहता था। उसी मकान में छत के कुंडे में साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। मृतक के 4 बच्चे है एवं मृतक मजदूरी करता था।