*भाद्रपद अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने खरीदे कुश*
विवेक दीक्षित
नैमिषारण्य(सीतापुर)। भाद्रपद मास अमावस्या पर्व पर नैमिष के चक्रतीर्थ एवं गोमती तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। दो दिन की अमावस्या तिथि होने के चलते भीड़ सामान्य रही ।ब्रह्ममुहूर्त में श्रद्धालुओं द्वारा चक्रतीर्थ व गोमती नदी में स्नान करने का क्रम शुरू हो गया । अमावस्या के एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था जिसका क्रम अमावस्या को पूरे दिन चलता रहा ।
श्रद्धालुओं ने चक्रतीर्थ, गोमती नदी के राजघाट, देवदेवेश्वर घाट, रुद्रावर्त घाट, दशाश्वमेघ घाट में स्नान कर पुरोहितों को दान दक्षिणा देकर पुण्य प्राप्त किया। उसके बाद आदिशक्ति माँ ललिता देवी का दर्शन पूजन किया। तीर्थ के विभिन्न मंदिरों व्यासगद्दी, सूतगद्दी, शौनक गद्दी, हनुमान गढ़ी, कालीपीठ, बालाजी, त्रिशक्ति धाम, देवपुरी, चारो धाम आदि देव स्थानों का दर्शन किया ।
भाद्रपद माह की अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या या कुशग्रहणी अमावस्या भी कहा जाता है। कुशोत्पाटिनी का अर्थ है कुशा को उखाड़ना । जो पूजा-पाठ पितृ कर्मो के आदि के लिए वर्ष भर तक चलने वाली कुशा का संग्रहण किया जाता है। जिससे लोगों ने काफी मात्रा में कुश को खरीदा ।
Sep 15 2023, 11:56