मोदी-बाइडन की मुलाकातः45 मिनट चली बातचीत में, डिफेंस डील, सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता समेत कई अहम मुद्दों पर हुई वार्ता

#pm_modi_joe_biden_conversation

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंचे हैं। शुक्रवार को एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद वह सीधे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकारी आवास पर उनसे मिलने पहुंचे।यूएस से आए दोस्त बाइडेन की पीएम मोदी ने अगवानी की और गर्मजोशी से स्वागत किया।इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई।

नरेंद्र मोदी और जो बाइडन, दुनिया के दो बड़े नेताओं ने बात वहीं से शुरू की, जहां पिछली बार खत्म हुई थी।मोदी इसी साल अमेरिका के राजकीय दौरे पर गए थे, उसी बातचीत को नई दिल्‍ली में आगे बढ़ाया गया। मोदी और बाइडन ने द्विपक्षीय संबंधों की गति और तेज करने पर सहमति जताई। अमेरिका ने खुलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्‍थायी सदस्‍यता की वकालत की। दोहराया। दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता को लेकर संयुक्त बयान भी जारी किया है। दोनों देशों के साझा बयान में बाइडन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की परमानेंट मेंबरशिप को समर्थन। संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने अमेरिकी नौसेना संपत्तियों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत के उभरने और भारतीय शिपयार्ड के साथ मास्टर शिप मरम्मत समझौतों का भी स्वागत किया।

डब्ल्यूटीओ में पोल्ट्री उत्पादों से संबंधित विवाद सुलझा

भारत और अमेरिका ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में अपने बीच मौजूद आखिरी विवाद को भी निपटा लिया है। यह विवाद पोल्ट्री उत्पादों से संबंधित है। दोनों देशों ने राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बातचीत के बाद साझा बयान में इसकी घोषणा की। इसके साथ ही दोनों देशों ने डब्ल्यूटीओ में अपने सभी सात विवाद आपसी सहमति से निपटा लिए हैं। जून, 2023 में छह विवाद निपटारे के बाद अब इसे निपटाया गया है। पीएम मोदी की जून की अमेरिका यात्रा में छह विवादों को खत्म करने की घोषणा की गई थी। तब भारत ने अमेरिका के कुछ कृषि उत्पादों पर से टैक्स खत्म करने की घोषणा की थी। अब सातवें विवाद के समाधान के बाद भारत ने अमेरिका से फ्रोजन टर्की, फ्रोजन बत्तख, ताजा, फ्रोजन और सूखे ब्लूबेरी और क्रेनबेरी के आयात पर टैक्स खत्म करने को मंजूरी दी है। पोल्ट्री उत्पादों से संबंधित विवाद पर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई और भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के बीच पिछले महीने चर्चा हुई थी। अमेरिका ने इस समझौते के बाद जारी एक बयान में कहा है कि इस विवाद के निपटने के बाद अमेरिकी कृषि और पोल्ट्री उत्पादों को भारत में बड़ा उपभोक्ता बाजार मिलेगा।

अमेरिका भारत को 31 एमक्यू-9 बी ड्रोन देना

पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के बीच मुलाकात में तकरीबन ये तय हो गया है कि अमेरिका भारत को 31 एमक्यू-9 बी ड्रोन देगा। इसके लिए भारत सरकार की ओर से शुक्रवार को अमेरिकी सरकार को एक अनुरोध पत्र जारी किया गया था। व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए संयुक्त बयान में इस डील का जिक्र करते हुए अनुरोध पत्र का स्वागत किया गया है। इस डील के पूरे हो जाने के बाद भारत रक्षा क्षेत्र में और मजबूत होगा। यह एक सशस्त्र टोही मानव रहित विमान होगा जो वक्त आने पर हमला भी कर सकेगा।

अंतरिक्ष में बढ़ाएंगे सहयोग

दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत और अमेरिका क्रिटिकल और इमर्जिंग तकनीक के मोर्चे पर मध्यावधि समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही 2024 में दोनों देशों के एनएसए की अगुवाई में इसकी वार्षिक समीक्षा करेंगे। दोनों नेताओं ने नासा और इसरो के बीच सहयोग बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने यह भी तय किया गया कि भारत और अमेरिका 2023 के अंत तक मानव स्पेस मिशन में सहयोग का खाका तय करेंगे। साथ ही दोनों देश 2024 तक अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में भी अपनी परियोजनाओं का आगे बढ़ाएंगे। इतना ही नहीं धरती को खतरों से बचाने के लिए भी भारत और अमेरिका मिलकर काम करेंगे। इसमें क्षुद्र ग्रहों से धरती के बचाव के साथ-साथ सैटेलाइट की रक्षा प्रणाली शामिल है।

शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार पर सहमति

दोनों नेताओं ने विभिन्न संस्थाओं के बीच सहयोगात्मक शिक्षा साझेदारियों की बढ़ती संख्या का भी स्वागत किया। इसमें न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी-टंडन और आईआईटी कानपुर एडवांस्ड रिसर्च सेंटर और बफेलो में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क के जॉइंट रिसर्च रिसर्च सेंटर और आईआईटी दिल्ली, कानपुर, जोधपुर और बीएचयू के बीच महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में साझेदारी पर सहमति जताई गई है।

जी20 समिट का आगाज, भारत मंडपम पहुंचे पीएम मोदी, 'वन अर्थ' पर होगा पहला सत्र

#g20_summit 

जी20 सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद हैं। प्रगति मैदान के भारत मंडपम् में जी20 समिट की औपचारिक शुरुआत आज होगी। समिट में दुनियाभर के कई दिग्गज नेता जुटेंगे। सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वागत भाषण देंगे इसके बाद बैठक शुरू होगी। जी20 के पहला सत्र वन अर्थ होगा, जिसमें जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। यह सत्र दोपहर डेढ़ बजे तक चलेगा और उसके बाद लंच का कार्यक्रमहोगा। दूसरी सेशन ‘वन फैमिली’ 3 बजे से शुरू होगा

जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत कई बड़े नेता शिरकत करेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी20 सम्मेलन के लिए भारत नहीं आए हैं। भारत ने कई अन्य देशों को भी सम्मेलन में आमंत्रित किया है।

वैश्विक नेताओं के आने का सिलसिला जारी

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा और WHO के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस 2 दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत कई नेता शुक्रवार को ही समिट के लिए नई दिल्ली आ गए थे। सभी नेताओं का एयरपोर्ट पर परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया और वे आज शिखर सम्मेलन परिसर ‘भारत मंडपम’ में एकत्रित होंगे। 

दिल्ली के कई इलाकों का भ्रमण भी करेंगे विदेशी मेहमान

जी20 के लिए दुनियाभर के दिग्गज पधारे हैं। जो प्रमुख कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए नजर आएंगे, वहीं दिल्ली के कई इलाकों का भ्रमण भी करेंगे। इनमें से एक महात्मा गांधी की समाधि स्थल, राजघाट है। प्रगति मैदान के बाद महात्मा गांधी की समाधि स्थल, राजघाट ऐसा इलाका है जिसे लोक निर्माण विभाग ने अच्छी तरह से सजाया और संवारा हैं। 

दिल्ली में सुरक्षा चाक-चौबंद

जी20 शिखर सम्मेलन दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में हो रहा है। ऐसे में राजधानी की सुरक्षा कड़ी की गई है। आज दिल्ली में ट्रैफिक प्रभावित होगा। दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है। जी20 सम्मेलन में आए वैश्विक नेताओं की सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है। प्रगति मैदान और आसपास के इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती होगी। दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में ट्रैफिक प्रभावित रहेगी।

सुनक ने जी20 की मेजबानी के लिए भारत को बताया सही देश,जाने खालिस्तान के मुद्दे पर क्या बोले ब्रिटिश पीएम

#britishpmrishisunakinterview

जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के प्रथानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी-20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता रही है। मैं चाहता हूं कि यह सम्मेलन कामयाब हो। भारत इसकी मेजबानी के लिए सही समय पर सही देश है। 

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे ब्रिटिश पीएम पीएम सुनक ने समाचार एजेंसी को साक्षत्कार दिया। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वो एक प्राउड हिंदू हैं और भारत में रहने के दौरान वो यहां के मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे।सुनक ने कहा मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूं और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है, मैं ऐसा ही हूं। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक मेरे यहां रहने के दौरान मैं किसी मंदिर के दर्शन कर सकूंगा। अभी रक्षा बंधन था जिसमें मेरी बहनों ने मुझे राखी बांधी, मेरे पास दूसरे दिन ठीक से जन्माष्टमी मनाने का समय नहीं था लेकिन उम्मीद है जैसा कि मैंने कहा कि हम अगर किसी मंदिर जाएं तो मैं इसकी भरपाई कर सकूंगा। मेरा मानना है कि आस्था एक ऐसी चीज है जो हर उस व्यक्ति की मदद करती है जो अपने जीवन में आस्था रखता है।

खालिस्तान के मुद्दे पर क्या बोले यूके के पीएम ऋषि सुनक?

इस दौरान खालिस्तान मुद्दे पर ऋषि सुनक ने कहा, यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण प्रश्न है और मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि यूके में किसी भी प्रकार का उग्रवाद या हिंसा स्वीकार्य नहीं है। इसीलिए हम विशेष रूप से 'PKE' खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि यह सही है। हमारे सुरक्षा मंत्री हाल ही में भारत में अपने समकक्षों से बात कर रहे थे। हमारे पास खुफिया जानकारी और जानकारी साझा करने के लिए एक साथ कार्य करने वाले समूह हैं जिससे हम इस तरह के हिंसक उग्रवाद को जड़ से खत्म कर सकें। यह सही नहीं है और मैं इसे यूके में बर्दाश्त नहीं करूंगा।

मुक्त व्यापार समझौता पर कही ये बात

भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता(FTA) पर चल रही चर्चा पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी जी और मैं दोनों हमारे दोनों देशों के बीच एक व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को संपन्न होते देखने के इच्छुक हैं। हम दोनों का यह मानना है कि एक अच्छा समझौता होना बाकी है लेकिन व्यापार समझौतों में हमेशा समय लगता है, हमें दोनों देशों के लिए काम करना होगा। हालांकि, हमने काफी प्रगति की है लेकिन अभी भी कड़ी मेहनत बाकी है।

यूक्रेन-रूस पर कही ये बात

यूक्रेन-रूस के सवाल पर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, जब यूक्रेन और रूस की बात आती है - एक चीज जो मैं करूंगा वह उस भयानक प्रभाव को उजागर करना है जो रूस के अवैध आक्रमण से दुनिया भर के लाखों लोगों पर पड़ रहा है, खासकर खाद्य कीमतों पर। रूस हाल ही में अनाज सौदे से पीछे हट गया है। हम यूक्रेन से दुनिया भर के कई गरीब देशों में अनाज भेज रहे हैं और अब आपने देखा है कि खाद्य कीमतें बढ़ गई हैं। जिससे लाखों लोगों को परेशानी हो रही है। यह सही नहीं है। जो काम मैं करूंगा उनमें से एक है लोगों को रूस के अवैध युद्ध के प्रभाव के बारे में जागरूक करना।

रूस और यूक्रेन पर भारत की स्थिति पर कही यह बात

रूस और यूक्रेन पर भारत की स्थिति पर सुनक ने कहा कि यह मेरा काम नहीं है कि मैं भारत को बताऊं कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर क्या रुख अपनाना चाहिए, लेकिन मैं जानता हूं कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के शासन, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान की सही परवाह करता है। मुझे लगता है कि ये ऐसी चीजें हैं जो सार्वभौमिक मूल्य हैं जिन्हें हम सभी साझा करते हैं। वे चीजें हैं जिन पर मैं विश्वास करता हूं, और मैं जानता हूं कि भारत भी उन चीजों में विश्वास करता।

पीएम मोदी और भारत के साथ अपने रिश्तों पर बोले सुनक

पीएम मोदी के साथ अपने रिश्तों पर बोलते हुए भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे मन में मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है और वह व्यक्तिगत रूप से मेरे प्रति बहुत स्नेही रहे हैं। हम भारत और यूके के बीच एक महत्वाकांक्षी और व्यापक व्यापार समझौते को पूरा करने की अपनी साझा महत्वाकांक्षा पर बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि हम दोनों सोचते हैं कि यह एक अच्छी बात होगी और हम दोनों को इसे सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। इस तरह के मंचों पर, मैं यह सुनिश्चित करने में प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए बहुत उत्सुक हूं कि यह G 20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता है।

जी20 की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' पर क्या बोले सुनक

जी20 भारत की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि मुझे लगता है कि यह एक बेहतरीन विषय है। जब आप 'एक परिवार' कहते हैं, तो मैं उस अविश्वसनीय जीवंत पुल का उदाहरण हूं, जिसका वर्णन प्रधानमंत्री मोदी ने यूके और भारत के बीच किया है। यूके में मेरे जैसे लगभग 2 मिलियन भारतीय मूल के हैं। इसलिए ब्रिटिश प्रधान मंत्री के रूप में उस देश में रहना मेरे लिए बहुत खास है, जहां से मेरा परिवार है।

जी 20 समिट के लिए दिल्ली पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, थोड़ी देर में पीएम मोदी से होगी मुलाकात

#g20joebideninindia_

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन नई दिल्ली पहुंच गए हैं। जो बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राजधानी दिल्ली पहुंचे हैं। बाइडेन का थोड़ी देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय तय है। बता दें किबतौर अमेरिका के राष्ट्रपति भारत का उनका यह पहला दौरा है। 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने क्या कहा?

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मैं गर्मजोशी से स्वागत के लिए भारत के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं। मुझे उम्मीद है कि जी20 में भारत की अध्यक्षता उस तरह के परिवर्तनकारी बदलाव को जन्म देने में मदद करेगी जिसकी हमारी दुनिया को सख्त जरूरत है।

आज पहुंचने वाले मेहमान

अब तक जी 20 में शामिल होने वालों मेहमानों की बात की जाए तो तो नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ भारत पहुंच चुके हैं। इसके अलावा आज 8 सितंबर 2023 को इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी सुबह 8.50 बजे, द.अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा सुबह 11.45, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना दोपहर 12.30 बजे, ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक दोपहर 1.40 बजे, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा दोपहर 2.15 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान शाम 4.50 बजे, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज शाम 6.15 बजे, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शाम 6.55 बजे, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो शाम 7 बजे, चीन के पीएम ली कियांग शाम 7.45 बजे, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान रात 8 बजे, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इंसियो लूला डा सिल्वा रात 8.45 बजे, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो रात 9.15 बजे और तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन रात 10.15 बजे दिल्ली पहुंचेंगे।

भारत आए ब्रिटिश पीएम सुनक का 'जय सिया राम' के साथ स्वागत, आगवानी के लिए पहुंचे अश्विनी चौबे ने भेंट की रुद्राक्ष, श्रीमद्भागवत गीता और हनुमान चा

#british_pm_rishi_sunak_delhi_airport_ashwini_choubey_welcome_jai_siyaram

नई दिल्ली में कल शनिवार से शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दुनियाभर के शीर्ष नेताओं का आज शुक्रवार को भारत आने का सिलसिला बना हुआ है। नई दिल्ली एयरपोर्ट पर आज लैंड करने वालों में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी शामिल रहे। जिनका केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने स्वागत किया। स्वागत के दौरान चौबे मे जय श्री राम कहकर उनकी आगवानी की।साथ ही उन्होंने सुनक को रुद्राक्ष, श्रीमद्भागवत गीता और हनुमान चालीसा भी भेंट की।

बिहार के बक्सर सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली आए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का पालम एयरपोर्ट पर जोरदार अंदाज में स्वागत किया।केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के मीडिया सलाहकार पंकज मिश्रा ने बताया कि स्वागत के दौरान केंद्रीय मंत्री चौबे ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को उनके पूर्वजों की धरती पर अभिनंदन करते हुए' जय सियाराम' से अभिवादन किया।बदले में ऋषि सुनक ने भी अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा- जय सियाराम!!! 

मुलाकात के दौरान चौबे ने ब्रिटिश पीएम को बताया कि वो बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं। बक्सर आध्यात्मिक रूप से प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध नगर है। जहां भगवान श्री राम और उनके भाई लक्ष्मण ने गुरु महर्षि विश्वामित्र से शिक्षा दीक्षा ली थी और ताड़का वध किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गाथा को अश्विनी कुमार चौबे की जुबान से उत्साह से सुना।केंद्रीय मंत्री चौबे ने अयोध्या, बक्सर सहित मां जानकी के जन्म स्थान सीतामढ़ी और बांका के मंदार पर्वत की आध्यात्मिक संस्कृति से भी प्रधानमंत्री सुनक और उनकी पत्नी को अवगत कराया।

ऋषि सुनक पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ भारत आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने हंसी-मजाक करते हुए कहा कि भारत के बेटी-दामाद अपने घर आए हैं।इस दौरान चौबे ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को तोहफे में रुद्राक्ष, श्रीमद्भागवत गीता और हनुमान चालीसा भी भेंट की।

जी 20 डिनर के लिए मल्लिकार्जुन खरगे को नहीं बुलाने पर राहुल गांधी ने जताई नाराजगी, कहा-देश की 60 फीसदी जनता के नेता को तवज्जो नहीं

#rahul_gandhi_on_mallikarjun_kharge_not_being_invited_to_g20_dinner

दिल्ली में 9-10 सितंबर को होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गईं है। इस मेगा इवेंट में शामिल होने के लिए पूरी दुनिया से नेता भारत आना शुरू हो गए हैं। जी 20 के मौके पर भारत आ रहे मेहमानों के मेहमान नवाजी के लिए एक डिनर पार्टी का आयोजन किया गया है, जिसमें वैश्विक नेताओं समेत देश 2 पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी न्योता दिया गया है।इस डिनर पार्टी में शामिल होने के लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा को न्योता दिया गया है। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को न्योता नहीं भेजा गया है। साथ ही किसी अन्य राजनीतिक दल के नेता को भी निमंत्रण नहीं दिया गया है। इस पर राहुल गांदी ने नाराजगी जताई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेल्जियम के ब्रसेल्स प्रेस क्लब में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जी20 बातचीत के लिहाज से बेहद अहम है। भारत इसकी मेजबानी कर रहा है ये गर्व की बात है। इस दौरान उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 की मीटिंग में नहीं बुलाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को डिनर की दावत नहीं मिलने पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर उन्होंने विपक्ष के नेता को नहीं बुलाया है तो इससे दिखता है कि उन्हें एलओपी की कितनी परवाह है। आखिर वे ऐसा क्यों करते हैं? उन्हें ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ती है? ऐसा करने से पहले वे क्या सोचते होंगे? इसका मतलब है कि वे (सरकार) भारत की 60 फीसदी आबादी के नेताओं को वैल्यू नहीं देते।

अल्पसंख्यकों- दलितों और आदिवासियों पर हो रहे हमले- राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर कहा कि शांति होनी चाहिए। उन्होंने कथित रूप से देश में बढ़ रही हिंसा पर बात की।कहा कि सिर्फ अल्पसंख्यक ही नहीं दलित, आदिवासियों पर भी हमले हो रहे हैं। राहुल गांधी ने एक बार संस्थाओं और लोकतंत्र पर कथित हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इन संस्थानों का इस्तेमाल किया जा रहा है वह बहुत ही गंभीर है। विपक्षी नेताओं की फोन टेपिंग मामले पर भी उन्होंने बात की और कहा कि इसपर ज्यादा जानकारी तो नहीं है लेकिन ‘हां मुझे ट्रैक किया गया था।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते नज़र आए कैप्टन कूल, धोनी के फोटो-वीडियो हुए वायरल

 भारत के पूर्व कप्तान और दुनिया के बेस्ट फिनिशर्स में से एक महेंद्र सिंह धोनी फिलहाल क्रिकेट से दूर अमेरिका में अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उनके नेतृत्व में, चेन्नई स्थित फ्रेंचाइजी ने IPL का पिछला संस्करण जीता था। धोनी ने यह भी पुष्टि की है कि वह कैश-रिच लीग के अगले सीज़न में वापसी की कोशिश करेंगे। हाल ही में धोनी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते हुए देखा गया था। सोशल मीडिया पर सामने आई इसकी तस्वीर जमकर वायरल हो रही है।

बता दें कि, धोनी इतिहास के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफियां जिताईं हैं। उन्होंने एक रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और वह भारत के सबसे बड़े ट्रॉफी कलेक्टर बन गए। इससे पहले, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान को US ओपन के कार्लोस अलकराज और अलेक्जेंडर ज्वेरेव के बीच क्वार्टर फाइनल मुकाबले का आनंद लेते देखा गया था। टेनिस खेल का आनंद लेते हुए धोनी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। अपने आखिरी क्रिकेट प्रोजेक्ट के दौरान, फाइनल में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात टाइटंस (जीटी) को हराने के बाद उन्होंने CSK को रिकॉर्ड पांचवें IPL खिताब के लिए लीड किया था। धोनी ने IPL 2023 फाइनल की पोस्ट-मैच प्रस्तुति में कहा था कि, "यदि आप परिस्थितिजन्य रूप से देखें तो मेरे लिए संन्यास की घोषणा करने का यह सबसे अच्छा समय है।"

 

उन्होंने कहा कि, 'लेकिन इस साल मैं जहां भी गया, मुझे जितना प्यार और दयालुता मिली, मेरे लिए यह कहना आसान होगा, 'बहुत-बहुत धन्यवाद।' हालाँकि, मेरे लिए चुनौतीपूर्ण हिस्सा अगले नौ महीनों तक बहुत प्रयास करना और आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के कम से कम एक और सीज़न में खेलना है। लेकिन यह ज्यादातर इस पर निर्भर करता है कि मेरा शरीर कैसा महसूस करता है। मेरे पास छह महीने हैं, यह निर्णय लेने में सात महीने लगेंगे और यह मेरी ओर से प्रशंसकों के लिए एक विशेष उपहार की तरह होगा। यह मेरे लिए आसान नहीं है, लेकिन यह देखते हुए कि उन्होंने कितना प्यार और देखभाल दिखाई है, यह कुछ ऐसा है जो मैं उनके लिए करना चाहता हूं।'

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते नज़र आए कैप्टन कूल, धोनी के फोटो-वीडियो हुए वायरल

 भारत के पूर्व कप्तान और दुनिया के बेस्ट फिनिशर्स में से एक महेंद्र सिंह धोनी फिलहाल क्रिकेट से दूर अमेरिका में अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उनके नेतृत्व में, चेन्नई स्थित फ्रेंचाइजी ने IPL का पिछला संस्करण जीता था। धोनी ने यह भी पुष्टि की है कि वह कैश-रिच लीग के अगले सीज़न में वापसी की कोशिश करेंगे। हाल ही में धोनी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते हुए देखा गया था। सोशल मीडिया पर सामने आई इसकी तस्वीर जमकर वायरल हो रही है।

बता दें कि, धोनी इतिहास के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफियां जिताईं हैं। उन्होंने एक रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और वह भारत के सबसे बड़े ट्रॉफी कलेक्टर बन गए। इससे पहले, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान को US ओपन के कार्लोस अलकराज और अलेक्जेंडर ज्वेरेव के बीच क्वार्टर फाइनल मुकाबले का आनंद लेते देखा गया था। टेनिस खेल का आनंद लेते हुए धोनी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। अपने आखिरी क्रिकेट प्रोजेक्ट के दौरान, फाइनल में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात टाइटंस (जीटी) को हराने के बाद उन्होंने CSK को रिकॉर्ड पांचवें IPL खिताब के लिए लीड किया था। धोनी ने IPL 2023 फाइनल की पोस्ट-मैच प्रस्तुति में कहा था कि, "यदि आप परिस्थितिजन्य रूप से देखें तो मेरे लिए संन्यास की घोषणा करने का यह सबसे अच्छा समय है।"

 

उन्होंने कहा कि, 'लेकिन इस साल मैं जहां भी गया, मुझे जितना प्यार और दयालुता मिली, मेरे लिए यह कहना आसान होगा, 'बहुत-बहुत धन्यवाद।' हालाँकि, मेरे लिए चुनौतीपूर्ण हिस्सा अगले नौ महीनों तक बहुत प्रयास करना और आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के कम से कम एक और सीज़न में खेलना है। लेकिन यह ज्यादातर इस पर निर्भर करता है कि मेरा शरीर कैसा महसूस करता है। मेरे पास छह महीने हैं, यह निर्णय लेने में सात महीने लगेंगे और यह मेरी ओर से प्रशंसकों के लिए एक विशेष उपहार की तरह होगा। यह मेरे लिए आसान नहीं है, लेकिन यह देखते हुए कि उन्होंने कितना प्यार और देखभाल दिखाई है, यह कुछ ऐसा है जो मैं उनके लिए करना चाहता हूं।'

त्रिपुरा में हुए विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने मारी बाजी, दोनों सीटें झोली में

#tripuraboxanagardhanpurassemblybypollsbjpwon_both

देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर 5 सितंबर को हुए उपचुनाव के लिए आज वोटों की गिनती जारी है। बीजेपी ने त्रिपुरा की दोनों सीटों पर कब्जा जमा लिया है। वहीं उत्तराखंड की बागेश्वर सीट एक बार फिर से बीजेपी की झोली में आ गई है।

त्रिपुरा की धनपुर-बोक्सानगर सीटों पर बीजेपी का कब्जा

चुनाव आयोग के मुताबिक, बीजेपी ने त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले की धनपुर और बोक्सानगर विधानसभा सीटें जीत ली हैं। करीब 66 फीसदी अल्पसंख्यक मतदाताओं वाली बोक्सानगर सीट पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है। धनपुर में बिंदु देबनाथ को जीत मिली है।वहीं बोक्सानगर में बीजेपी के तफज्जल हुसैन ने 30,237 वोटों से जीत हासिल की। उनका मुकाबला सीपीएम के मिजान हुसैन से था जिन्हें सिर्फ 3,909 वोट मिले।त्रिपुरा की धनपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी जीत गई है। यहां से बीजेपी के बिंदु देबनाथ ने 18,871 वोटों से सीपीएम के कौशिक देबनाथ को हराया। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धानपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे

त्रिपुरा में जीत के बाद संबित पात्रा का विपक्षी इंडिया गठबंधन पर हमला

त्रिपुरा में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की जीत पर पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी इंडिया गठबंधन पर हमला बोला है। पात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, त्रिपुरा उप-चुनाव में ‘घमंडिया गठबंधन’ का न सिर्फ ‘घमंड टूटा’ है बल्कि यह उनकी ‘करारी हार’ है। जनता ने इनके गठबंधन को ठगबंधन साबित कर दिया है। बीजेपी नेता ने आगे लिखा, "बोक्सानगर और धानपुर, दोनों सीटें अल्पसंख्यक बाहुल्य और घमंडिया गठबंधन का संयुक्त प्रत्याशी लड़ने के बाद भी बीजेपी की ये जीत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सशक्त और सर्वमान्य नेतृत्व तथा उनके ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र को चरितार्थ करता है।

जी 20 समिट में भारत, अमेरिका और सऊदी अरब के बीच इस मुद्दे पर फाइनल हो सकती है डील, चीन को काउंटर करने का है प्लान

#us_saudi_india_uae_hope_to_ink_railway_deal_at_g20

सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई खाड़ी देशों में जल्द भी भारत की बनाई ट्रेन दौड़ सकती है। इस परियोजना को लेकर भारत-अमेरिका और सऊदी अरब के साथ डील हो सकती है।जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में मंच तैयार है। अमेरिका से जो बाइडेन इस समिट में शामिल होने पहुंचने ही वाले हैं।सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी भारत आ रहे हैं।अमेरिका, भारत, यूएई और सऊदी अरब जी-20 शिखर सम्‍मेलन के दौरान रेलवे को लेकर जाइंट इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पर एक बड़ी डील का ऐलान कर सकते हैं। अमेरिकी न्‍यूज वेबसाइट Axios ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। 

एक्सियोस की एक रिपोर्ट के अनुसार , इस परियोजना से लेवांत और खाड़ी में अरब देशों को रेलवे के एक नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने की उम्मीद है, जो खाड़ी में बंदरगाहों के माध्यम से भारत से भी जुड़ेगा।इसके अलावा एक्सियोस ने दो स्रोतों का हवाला देते हुए कहा है कि इस नई पहल का विचार पिछले 18 महीनों में I2U2 नामक एक अन्य फोरम में हुई बातचीत के दौरान आया, जिसमें अमेरिका, इज़राइल, यूएई और भारत शामिल हैं। इस फोरम की स्थापना 2021 के अंत में मिडिल ईस्ट में रणनीतिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर चर्चा करने और क्षेत्र में बीजिंग के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए हुई थी।

खाड़ी देशों में बढ़ते चीन के प्रभाव को कम करना है उद्देश्य

दरअसल, इस डील का प्राथमिक उद्देश्य खाड़ी देशों में बढ़ते चीन के प्रभाव को कम करना है। चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के जरिए मध्य पूर्व के देशों में तेजी से निवेश कर रहा है। बेल्ट एंड रोड इनीशियेटिव के जरिए चीन ने दुनियाभर के देशों तक सड़क मार्ग से पहुंच बना ली। इस इनीशियेटिव के तहत रेल मार्ग भी शामिल है। इसी के जवाब में चीन विरोधी देशों का प्लान है कि एक रेल डील साइन किया जाए। इ़स प्रोजेक्ट के तहत अरब देशों को एशियाई क्षेत्र लेवांत से जोड़ा जाएगा जो इजराइल होते हुए अरब सागर के रास्ते भारत तक पहुंचेगा।

भारत को भी होगा फायदा

बताया जा रहा है कि अगर इन चारों देशों के वार्ताकार अगले दो दिनों में सहमत हो जाते हैं तो चारों देशों के नेता एक समझौते पर हस्‍ताक्षर कर सकते हैं। इस रेलवे परियोजना के तहत अरब देशों को रेलवे के जरिए जोड़ा जाएगा। इसके बाद समुद्री बंदरगाहों के जरिए भारत भी इस नेटवर्क से पूरी तरह से जुड़ जाएगा। अगर सऊदी अरब और इजरायल के बीच संबंध सामान्‍य होते हैं तो भविष्‍य में इजरायल को भी इस रेलवे प्रॉजेक्‍ट का हिस्‍सा बनाया जा सकता है। यही नहीं इजरायल के बंदरगाहों के जरिए इसे यूरोप से भी आसानी से जोड़ा सकेगा।