*यूपी एसटीएफ ने 65 लाख का पकड़ा चरस व अफीम, चार तस्कर गिरफ्तार, यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड में भी करते थे सप्लाई*

लखनऊ। एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10.880 किलो ग्राम चरस व 968 ग्राम अफीम जिसकी अनुमानित मूल्य लगभग 65 लाख रुपये बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सर्वेश कुमार गंगवार पुत्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम पुरैनिया, बीसलपुर जनपद पीलीभीत,नेत्रपाल उर्फ नरेष पुत्र राम सिंह, निवासी ग्राम लालकुआं, नैनीताल,असलम पुत्र नूर अहमद निवासी हजियापुर बारादेरी बरेली, अजीज अहमद पुत्र इद्दू निवासी मोहल्ला मिरधान, कस्बा फरीदपुर बरेली है। इनके कब्जे से सात मोबाइल फोन, 6,390 रुपये नकद व दो कारा बरामद किया है।

काफी दिनों से एसटीएफ को मिल रही थी तस्करी की सूचना

विगत काफी दिनों से एसटीएफ यूपी को भारत के विभिन्न राज्यों से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में सत्यसेन यादव ,अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना एकत्र की जा रही थी।बुधवार को निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व मे एक टीम जनपद पीलीभीत में मौजूद थी। इस दौरान टीम को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अवैध मादक पदार्थ की खेप लेकर बीसलपुर रोड़ पावर हाउस की तरफ आने वाले हैं। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा प्रभारी निरीक्षक बिलसण्डा जनपद पीलीभीत को साथ लेकर बीसलपुर रोड़ पावर हाउस के पास से चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके कब्जे से 10.880 कि0 ग्राम चरस व 968 ग्राम अफीम की बरामदगी हुई।

यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड में भी करते थे सप्लाई

पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है, जो अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करता है। वाहन स्विफ्ट डिजायर नं0 यूपी 76 यू 9819 व यूके 06 एबी 1963 द्वारा नेपाल के गंगालाल बोहरा से चरस व अफीम लगभग 8-10 हजार रूपये की रेट से खरीदकर 20-25 हजार की रेट से फुटकर में इसकी सप्लाई करते है। जनपद पीलीभीत, बरेली, लखीमपुरखरी, शाहजहांपुर साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य में भी कई लोगों को सप्लाई करते हैं। इसके पूर्व में भी कई बार इन्ही गाड़ियाें से चरस व अफीम की सप्लाई करके प्राप्त पैसो से खेत और प्लाट भी खरीद चुके हैं। इस बार भी नेपाल राष्ट्र से अफीम व चरस लेकर आये थे। गिरफ्तार अभियुक्तों विरूद्ध थाना बिलसण्डा पीलीभीत में एनडीपीएस के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

*प्रदेश में अब तक त्रिनेत्र अभियान के तहत तीन लाख 36 हजार लगाए जा चुके हैं कैमरे : डीजीपी*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति तथा अपराध की रोकथाम एवं अपराध होनें पर उसके शीघ्र अनावरण एवं गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिये गये थे ।उक्त निर्देश के अनुपालन में पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा प्रदेश में अपराध एवं कानून व्यवस्था पर नियंत्रण, महिला सुरक्षा, अपराधो का यथाशीघ्र गुणवत्तापूर्ण अनावरण तथा पुलिस के प्रति विश्वास की भावना की वृद्धि के उद्देश्य से 10 जुलाई से प्रदेश में ऑपरेशन त्रिनेत्र अभियान संचालित किया जा रहा है।

जिसके अंतर्गत महत्वपूर्ण चौराहा, तिराहा, पार्क, होटल, गेस्ट-हाउस, ढाबा, स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री,सर्राफा दूकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान, बैंक, ग्राहक सेवा केन्द्र, पेट्रोल पम्प, मोबाइल टॉवर, शराब की दुकानों पर नागरिकों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे है ।कैमरों के लगाये जाने से बहुत सारी घटनाओं को चौबीस से 36 घंटे के अंदर खुलासा किया जा सका है।

महत्वपूर्ण स्थानों पर अधिष्ठापित सीसीटीवी कैमरों की लाइव मॉनीटरिंग सीधे थाने पर स्थापित कन्ट्रोल रूम में एलईडी स्क्रीन व वीडियो वॉल पर देखा जायेगा ।इस अभियान की मॉनीटरिंग के लिए तकनीकि सेवाएं मुख्यालय द्वारा एक पोर्टल बनाया गया है।

उपरोक्त ऑपरेशन की मॉनिटरिंग तकनीकी सेवा द्वारा इस पोर्टल के माध्यम से की जा रही है ।इस अभियान की प्रतिदिन समीक्षा अपर पुलिस महानिदेशक, रेलवेज द्वारा एवं अभियान का प्रतिदिन पर्यवेक्षण स्वयं पुलिस महानिदेशक द्वारा किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप इस अभियान के सुखद परिणाम सामने आये है।

दस जुलाई के पूर्व पूरे प्रदेश में 73,519 स्थानों पर अधिष्ठापित 93,878 सीसीटीवी कैमरों को रोड साइड फोकस कराया गया (इसमें गोरखपुर जोन के कैमरों की संख्या 46,478 है) । दस जुलाई के पश्चात 24 अगस्त के पूरे प्रदेश में 1,15,846 स्थानों पर 2,42,505 नये सीसीटीवी कैमरों को अधिष्ठापित करवाया गया है ।ऑपरेशन त्रिनेत्र अभियान के अन्तर्गत 23 अगस्त तक 1,89,365 स्थानों पर 3,36,383 सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन करवाया जा चुका है ।

ऑपरेशन त्रिनेत्र के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विगत दिनों में कुल 295 घटनाओं का अनावरण किया गया है । जिनमें हत्या की-17, डकैती व लूट की-52, अपहरण की-12, बलात्कार व छेड़खानी की-8, नकबजनी व चोरी की-171 एवं अन्य अपराध की 35 घटनाएं शामिल है।

*विधायक बनकर वसूली करने वाली करते थे वॉकी टॉकी का इस्तेमाल ,राह चलते रौब दिखाकर करते थे वसूली का खेल*

लखनऊ । पुलिस अफसर और विधायक बन उगाही करने वाले शातिर सीयूजी सीरीज का मोबाइल नंबर इस्तेमाल करते थे। ट्रू कॉलर पर एडीजी के नाम से प्रोफाइल बनाई थी।ये नंबर ट्रेस कर सर्विलांस के एक सिपाही ने जब उससे बात की तो उसको अर्दब में लेने का प्रयास किया। जमकर फटकारा और बोला कि सिपाही के पास सरकारी नंबर कैसे है? इससे सिपाही थोड़ा सहमा, लेकिन जब अधिकारियों को इस बारे में बताया तो उनको शक हो गया। जब मोबाइल नंबर की कुंडली निकाली गई तो आरोपी जद में आ गए और दबोच लिए गए।

राह चलते रौब दिखाकर करते थे वसूली का खेल

एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि आरोपी शैलेंद्र कुमार और रविंद्र कुमार लंबे समय से फरार थे। सर्विलांस टीम ने एक सीयूजी सीरीज का नंबर चिह्नित किया। शक था कि ये नंबर आरोपियों में से किसी एक का है। संपर्क किया तो बात रविंद्र ने की और खुद को एडीजी बताया। सिपाही ने सवाल करने शुरू किए तो वह भड़कता रहा। नौकरी से हटवाने की धमकी दे दी। एडीसीपी ने बताया कि तभी शक हो गया था कि ये शातिर शख्स है। मोबाइल नंबर की डिटेल निकाली गई तो प्राइवेट शख्स की आईडी पर मिला। ट्रेस कर पकड़ा गया। एडीसीपी ने बताया कि काफी वर्ष पहले सामान्य लोगों को भी सीयूजी सीरीज के नंबर आवंटित किए जाते थे, ये नंबर आरोपी रविंद्र ने तभी लिया था।

पुलिस कर्मी के करीबी होने के कारण थी इन्हें पूरी जानकारी

एसयूवी में वॉकी टॉकी सिस्टम लगवा रखा था। जब वह चलता था दो-तीन गुर्गे साथ में रहते थे। कभी भी वह टोल नहीं भरता था। उसके गुर्गे वॉकी-टॉकी लेकर उतरते थे। गाड़ी में एडीजी के होने की बात कहकर बैरियर खुलवाते थे। ये सैकड़ों बार किया। आरोपी के पास से पुलिस के कई आईडी कार्ड भी बरामद हुए। आरोपियों के खातों में मोटी रकम मिली है। खाते फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह राह चलते भी वसूलते करते थे। सड़क किनारे गाड़ी के भीतर आरोपी बैठे रहते थे। उनके गुर्गे गाड़ियां रुकवाते थे।

आरोपियों के पास से डीजी के सर्कुलर भी बरामद हुए

रविंद्र और शैलेंद्र को पुलिस अफसर बता चेकिंग के नाम पर रकम वसूल करते थे। आरोपियों के पास से डीजी के सर्कुलर भी बरामद हुए। पूछताछ में बताया कि वह इन सर्कुलर को पढ़कर जानकारियां लेते थे। यदि कभी पुलिस वाले से टकरा जाएं तो विश्वास के साथ बात कर सकें। किसी तर्क में न फंसे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कई पुलिसकर्मी आरोपियों के करीबी हैं। जिनसे उनको पूरी जानकारी मिली है। मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिली हैं। कुछ पुलिस अधिकारियों के नंबर व उनसे व्हाट्सएप चैट भी है, जिसकी तस्दीक की जा रही है।

*विशाल मेगा मार्ट में लगी आग से मचा हड़कंप, जान बचाकर भागे लोग*

लखनऊ । राजधानी के विकासनगर थानाक्षेत्र में स्थित विशाल मेगा मार्ट में बुधवार की दोपहर आग लग गई। पहली मंजिल पर लगी आग देखते-देखते तीसरी मंजिल पर पहुंच गयी। आग की लपटों को देखकर वहां पर काम करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जैसे-तैसे जान बचाकर भागना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही आधा दर्जन से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। घंटों मशक्कत करने के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू तो पा लिया लेकिन विशाल मेगा मार्ट के अंदर रखे कपड़े जलकर राख हो गये। आग से लाखों का नुकसान बताया जा रहा है।

फायर कर्मियों के अनुसार ट्रांसफार्मर में लगी आग केबिल के माध्यम से विशाल मेगा मार्ट में जा पहुंची और देखते- ही देखते धूं-धूं कर जलने लगा। आग से शो रूम की तीनों फ्लोर पर रखा सामान जल गया। हालांकि गनीमत रही कि पास में पेट्रोल पंप है और दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। आग के दौरान किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि विकासनगर में रिंग रोड पर जगरानी अस्पताल के सामने विशाल मेगा मार्ट दोपहर को आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। आग भीषण होने के कारण फायर बिग्रेड की नौ गाड़ियों को एक के बाद एक को रवाना किया गया। दमकल के पहुंचने पर आग पहले, दूसरे और तीसर फ्लोर तक फैल चुकी थी। अंदर कपड़ा होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और फैलती चली गई। स्टोर में लगी आग से वहां हड़कंप मच गया। स्टोर में मौजूद लोग जान बचाकर भागे।

विशाल मेगा मार्ट में आग लगी देख वहां स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई आग को बुझाने में जुट गए। सूचना पाकर मौके पर विकासनगर पुलिस और दमकल की नौ गाड़ियां पहुंच गईं। सीएफओ ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। आग से किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है पर स्टोर में रखा सामान जल गया। आग लगने के पीछे बताया कि मेगा मार्ट के सामने ट्रांसफार्मर में आग लगी गई थी। केबिल के सहारे आग मेगा मार्ट में फैल गयी।

*फार्च्यूनर गाड़ी पर लाल व नीली बत्ती लगाकर लोगों पर धौंस जमाकर धन उगाही करने वाले गिरफ्तार*

लखननऊ । थाना चिनहट, क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी व साइबर सेल लखनऊ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा वाहन में लाल-नीली बत्ती लगाकर फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर आम जनता से धोखाधड़ी कर धन उगाही करने वाले गिरोह का पदार्फाश करते हुए दो शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक वाहन इनोवा, एक वाहन फार्च्यूनर, छह मोबाइल फोन, कुल 80,000 रुपये नगदी व 33 गड्डी भारतीय रिवर्स बैंक (चिल्ड्रेन बैंक 2000 रुपये का नोट) समेत अन्य प्रपत्र व सामग्री बरामद किया है।डीसीपी पूर्व हृदेश कुमार ने बताया कि राजधानी लखनऊ विधायक बनकर ठगी करने वाले युवक और उसके दोस्त को चिनहट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी तलाश पुलिस काफी दिन से कर रही थी।

इसी क्रम मे मुखबिर खास ने भी सूचना दिया कि जिस मुल्जिम के बारे मे आप लोग वार्ता कर रहे है वह लखनऊ से कार द्वारा सुल्तानपुर की तरफ जाने वाले है इनके पास लाल-नीली लगी बत्ती वाली चारपहिया गाड़ी व एक फार्चूनर गाड़ी जिसमे विधायक लिखा हुआ है। जिसके आधार हम पुलिस वालों द्वारा अहिमामऊ पुल के पास गाड़ाबन्दी कर अर्जुनगंज कैण्ट की तरफ से एक नीली- लाल बत्ती जलती हुई गाड़ी आती दिखायी दी। जिसके पीछे एक अन्य चारपहिया गाड़ी लगी थी। पास आने पर अहिमामऊ के पास दोनों गाड़ियों को रोक लिया गया । जिसमे बैठे अभियुक्त शैलेन्द्र कुमार व रविन्द्र कुमार को पकड़ लिया गया।

लाल-नीली लगी बत्ती इनोवा गाड़ी व फार्चूनर गाड़ी को खुलवा गया तो पी-कैप, बैरेट कैप व डीजी परिपत्र से सम्बन्धित कागजात तथा अन्य पुलिस सम्बन्धी प्रपत्र व सामग्री बरामद हुआ । जिसके सम्बन्ध मे कड़ाई से पूछताछ किया गया तो बताया कि साहब हमलोग कोई पुलिस अधिकारी नहीं है। हम दोनों रियल स्टेट का काम करते है तथा बुजुर्ग किसानों को अपने जाल में फंसाने के लिये तथा आम जनमान में अपना प्रभाव जमाने के लिये यह चिल्ड्रेन बैंक वाली 2000 रुपए की नोट वाली गड्डी दिखाते है व पुलिस अधिकारी का परिचय बताते है ।

गाड़ी में न्यायालय के प्रपत्र व गजट तथा अन्य पुलिस बुकलेट के सम्बन्ध मे पूछताछ किया गया तो बताये कि यह कागज लोगों के बेवकूफ बनाने व अपने को पुलिस अधिकारी साबित करने के लिये दिखाता हूं। इनोवा चारपहिया वाहन में आगे व पीछे कांच पर पुलिस लिखा हुआ व फार्च्यूनर गाड़ी के कांच पर विधायक लिखे होने के सम्बन्ध मे भी पूछताछ किया गया तो बताये कि अपने आप को पुलिस अधिकारी साबित करने लिये व टोल टैक्स पर पैसा बचाने के लिये लिखवाया गया है। बरामद माल व गाड़ी को कब्जे पुलिस मे लेकर दोनों अभियुक्तो को अहिमामऊ लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।

जिनके विरुद्ध पंजीकृत अभियोग व जारी वार के सम्बन्ध मे नियमानुसार विधिक कार्रवाई अमल में लायी जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम शैलेन्द्र कुमार पुत्र रामराज निवासी किराये का मकान नवीन दूबे आम्रपाली बिहार रजनीखण्ड प्लाजा किला चौराहा थाना आशियाना लखनऊ मूलपता ग्राम पसयीपुर थाना चांदा जिला सुल्तानपुर और दूसरे का रविन्द्र कुमार पुत्र रामराज निवासी किराये का मकान नवीन दूबे आम्रपाली बिहार है।

*एसटीएफ ने पकड़ा बीस लाख का गांजा,ट्रक के साथ दो गिरफ्तार,उड़ीसा से लेकर आ रहे थे गांजा की खेप*

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तस्करी के लिए प्रयोग की जा रही एक ट्रक सहित 1.76 कुन्तल मादक पदार्थ गांजा जिसकी अनुमानित मूल्य लगभग 20 लाख रुपए बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम गौरव शर्मा पुत्र जगदीश शर्मा निवासी सैनिक कॉलोनी, जम्मू, जम्मू कश्मीर, कपिल पुत्र बलवीर सिंह निवासी ग्राम उमरा बुर्जुग थाना शिवाला कला जनपद बिजनौर है।

एसटीएफ लखनऊ की एक टीम जनपद मथुरा के थाना क्षेत्र हाइवे में आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से मौजूद थी। इसी दौरान मुखबिर से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अपने सहयोगियों के साथ रायगढ़ा (उड़ीसा) से अवैध मादक पदार्थों की खेप लेकर आयसर ट्रक से मथुरा होते हुये गुडगांव जाएंगे। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा एनसीबी टीम को साथ लेकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रोक लिया गया।

उक्त ट्रक के केबिन के उपर पर पीछे बनी कैविटी में 1.76 कुन्तल गांजा छिपाया हुआ पाया गया, जिस पर ट्रक सहित दोनो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि बिहार निवासी श्रीकांत ने ब्रहमपुर उडीसा से गाड़ी में गांजा लोड करवाया और गुडगांव निवासी आजम के यहां पहुचाने को कहा और इसके बदले में मुझको 50 हजार रुपए देने की बात हुई थी।

मैं पैसों के लालच में आ गया। गाड़ी के बारे में पूछने पर बताया कि यह गाड़ी आजम उपरोक्त की है और इसमें कैविटी भी आजम ने बनवायी है। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना हाइवे, जनपद मथुरा में दाखिल किया जा रहा है।

*पुलिस महानिदेशक से प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के पदाधिकारियों द्वारा की गयी औपचारिक भेंट*

लखनऊ । पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश विजय कुमार से पुलिस मुख्यालय गोमतीनगर विस्तार में प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के पदाधिकारियों द्वारा औपचारिक भेंट की गयी।पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी गयी तथा उन्हें शीघ्र ही कैडर की समस्याओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण हेतु कहा गया।

इस अवसर पर प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग के अध्यक्ष शशि शेखर सिंह,उपाध्यक्ष पूर्णेन्दु सिंह, महासचिव संजय कुमार, कोषाधिकारी विनय चन्द्रा,सचिव अनिरूद्ध सिंह, धर्मेश शाही सहित अन्य पीपीएस अधिकारी उपस्थित रहे।

*सीएम योगी से मिले प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के नव गठित कार्यकारणी के पदाधिकारी*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग उत्तर प्रदेश के नव गठित कार्यकारिणी के पदाधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गयी। मुख्यमंत्री द्वारा प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए अपेक्षा की गई कि रिजल्ट ओरियेन्टेड पुलिसिंग में पीपीएस अधिकारी अपना सक्रिय योगदान देगें।

मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस द्वारा किये गये कार्यो की सराहना करते हुए अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियानों को जारी रखने व जनसुनवाई को और संवेदनशील ढंग से सम्पादित करने के भी निर्देश पीपीएस अधिकारियों को दिये गये ।

पीपीएस एसोसिएशन द्वारा वार्षिक बैठक में मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि एसोसिएशन के सशक्तिकरण के लिए हर सम्भव प्रयास किये जायेगे।इस अवसर पर प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग के अध्यक्ष शशि शेखर सिंह,उपाध्यक्ष पूर्णेन्दु सिंह, महासचिव संजय कुमार, कोषाधिकारी विनय चन्द्रा, सचिव

 धर्मेश शाही सहित अन्य पीपीएस अधिकारी उपस्थित रहे।

*आसान काम नहीं रेलवे अंडरपास को पास करना,भदुआ रेलवे अंडरपास में भरा रहता है पानी*

लखनऊ। गोसाईगंज रेलवे ने कई गेट बंद करके कही अंडरपास बना दिया तो कही आवागमन ही बंद कर दिया। कही अंडरपास बनाने की योजना फाइलों में ही बंद कर दी। भदुआ के पास अंडरपास बनाया लेकिन उससे होकर गुजरना आसान नहीं है। अंडरपास में गिरकर घायल युवक नौ महीने से कोमा में है।

लखनऊ सुल्तानपुर रेल मार्ग पर दाउदपुर, करीम नगर, के साथ ही भदुआ गांव के पास दो रेलवे गेट बंद कर दिए गए। इनमे से भदुआ के पास एक अंडरपास बनाया गया है लेकिन उससे गुजरना खतरे से खाली नही। अंडरपास में गड्ढे तो बने ही हैं इसमें पानी भरा रहता है। पैदल, बाइक या किसी वाहन से गुजरना मुश्किल होता है। बाइक या कार का काफी हिस्सा पानी में डूब जाता है। पानी भरा होने से गड्ढे भी दिखाई नही देते।

ऐसे में भदुआ गांव से लेकर बडेहा, मटेरा व बहरौली सहित कई गांवों के ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नही, प्राथमिक विद्यालय भदुआ के बच्चो को भी पानी से गुजरना पड़ता है। बड़ेहा निवासी पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह वर्मा बंटी के छोटे भाई हिमांशू वर्मा 40 वर्ष दिसंबर महीने में भदुआ अंडरपास से बाइक से निकलते समय गिरकर घायल हो गए थे। नौ महीने बाद भी वह बेहोशी हालत में हैं। पांच महीने अस्पताल में भर्ती रहे।

भदुआ निवासी सत्यनाम वर्मा, संतोष वर्मा, रंजीत यादव व विशाल सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया की अंडरपास के नीचे भरने वाले पानी के निकलने की व्यवस्था नही है, इसकी व्यवस्था की जाय तभी आवागमन सुरक्षित हो सकता है।

कपेरा निवासी परशुराम वर्मा बताते हैं की हाल ही में वह भी भदुआ गए तो देखा कई लोग खड़े थे किसी की पानी से निकलने की हिम्मत नही पड़ रही थी। धीरे धीरे करके लोग निकले क्योंकि मजबूरी थी।फिलहाल भदुआ अंडरपास से होकर गुजरना खतरे से खाली नही है। ग्रामीण मजबूरी में गुजरते हैं।

*छह सितंबर को होगा जिला पंचायत उप चुनाव,वार्ड 18 के सदस्य पद के लिए होना है उप चुनाव*

लखनऊ। गोसाईगंज बुधवार को त्रिस्तरीय पंचायतों के रिक्त पदों के लिए भरे गए नामांकन पत्रों की जांच की गई। गुरुवार को नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन का दिन होगा। रिक्त पदों के लिए छह सितंबर को मतदान और आठ को मतगणना होगी।

जिला पंचायत के वार्ड 18 से सदस्य रही मोहनलालगंज के पूर्व विधायक एवं सपा नेता अंब्रीश पुष्कर की पत्नी विजयलक्ष्मी के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर भी चुनाव होने जा रहा है। उक्त वार्ड से चुनाव लडने के लिए रेशमा रावत ने समाजवादी पार्टी से नामांकन किया है जबकि भारतीय जनता पार्टी से संगीता रावत के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रेनू ने नामांकन किया है।

गुरुवार 24 अगस्त को नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन तथा छह सितंबर को मतदान होगा। आठ सितंबर को मतगणना होगी।गोसाईगंज विकासखंड में मलौली के वार्ड 12 से मनोज और बजगिहा खवास के वार्ड 12 से शांति देवी ने नामांकन किया है। दोनो रिक्त पदों के लिए एक एक नामांकन होने से निर्विरोध निर्वाचन तय है। मोहनलालगंज ब्लाक के उत्तरगांव में वार्ड आठ पंचायत सदस्य के रिक्त पद पर नन्हू ने नामांकन किया है। यहां भी मतदान की नौबत नहीं आई।