गिरिडीह:डुमरी उपचुनाव में दो प्रत्याशी ने लिए नाम वापस;शेष 6 को किए गए चुनाव चिन्ह आवंटित

गिरिडीह:33-डुमरी उप चुनाव को लेकर निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी डुमरी,मो शहजाद परवेज ने आज सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया।मौके पर उन्होंने बताया कि नाम वापसी के लिए निर्धारित अंतिम तिथि 21 अगस्त को दो अभ्यर्थियों क्रमशः झापीपा उम्मीदवार बैजनाथ महतो और निर्दलीय उम्मीदवार लैलुन निशा ने अपना नाम वापस ले लिया है।

नाम वापसी के बाद अब छह उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।जिनमें से सभी उम्मीदवारों को आज चुनाव चिन्ह का आवंटन कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि झामुमो की उम्मीदवार बेबी देवी को तीर धनुष छाप,आजसू की अभ्यर्थी यशोदा देवी को

केलाछाप,एआईएमआईएम

के उम्मीदवार अब्दुल मोबिन रिजवी को पतंग छाप,जबकि निर्दलीय उम्मीदवार कमल प्रसाद साहू को सेव छाप,रोशनलाल तुरी को बाल्टी छाप एवं नारायण गिरी को आलमीरा छाप चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है।

गिरिडीह:पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में एसपी ने थाना प्रभारी को किया लाईन हाजिर

गिरिडीह:जिले में पुलिस की हाजत में एक व्यक्ति के मौत के मामले को पुलिस कप्तान ने गंभीरता से लिया है,और त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया।

इस संबंध में बता दें कि जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के छाताबाद गांव निवासी नागो पासी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह को लाइन हाजिर करने के साथ ही एएसआई को सस्पेंड कर दिया है।

इस दौरान एसपी ने मामले में न्यायिक जांच के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा को पत्र लिखा है। एसपी के इस कारवाई के बाद अभी तक किसी नए अधिकारी को बेंगाबाद का थाना प्रभारी नही बनाया गया है।

बताया जाता है कि एक महिला की मौत मामले में पुलिस के शक की सुई मृतका के पुत्र पर ही अटकी।जिसके बाद उसे थाने में लाया गया।शाम को उक्त आरोपी के परिजन थाना पहुंचे लेकिन भेंट करने नहीं दी गई।बाद में उसकी मौत हो गई।वहीं आज सुबह एक चौकीदार के मार्फत शव को सदर अस्पताल भेज दिया गया।जहां स्थानीय लोगों सहित भाकपा माले के गिरिडीह विधान सभा प्रभारी राजेश सिन्हा,केंद्रीय सचिव राजेश यादव और कई अन्य लोग पहुंचे।मौके पर मृतक के परिजनों ने आरोपी की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और जांच की मांग की।

बंधुआ मुक्त आदिवासी परिवारों के रोके गए पीएम आवास की दूसरी किस्त


भू-दान में मिली जमीन पर बना रहे थे पीएम आवास,पहुंचे समाहरणालय

गिरिडीह:जिले में गांडेय प्रखंड अंतर्गत तेलझारी गांव के बंधुआ मुक्त हुए कई कोल आदिवासी परिवार, जिन्हें भूदान की जमीन मिली है, के बन रहे पीएम आवास की दूसरी किस्त की राशि रोक दी गई है। 

इसी तरह लहरगोड़ा गांव के भी कई आदिवासी परिवार, जो 50 से भी अधिक वर्षों से वन भूमि पर रहते और खेती करते चले आ रहे हैं,उन्हें भी आज तक वन भूमि का पट्टा नहीं मिल सका। उक्त दोनों ही मामलों को लेकर आज सोमवार को भाकपा माले के नेतृत्व में आदिवासी परिवारों के लोग उपायुक्त से मिलने समाहरणालय गिरिडीह पहुंच गए। 

उनकी अगुवाई कर रहे भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य सह अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि तेलझारी के गरीब कोल आदिवासी परिवारों के पूर्वज बंधुआ मजदूर थे। उन्हें बंधुआ मजदूरी से मुक्ति दिलाकर भूदान की जमीन दी गई है। संबंधित जमीन गांडेय अंचल में पंजी 2 में दर्ज है, और जमीन की रसीद भी कटते आई है।

 लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त जमीन पर बन रहे पीएम आवास को बिना स्थल जांच किए ही वन भूमि का बताकर प्रखंड कार्यालय को रिपोर्ट कर दी गई और उनकी लिंटर तक बनी 10 से भी अधिक पीएम आवासों की दूसरी किस्त की राशि रोक दी गई है। माले नेता ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है और इसकी तुरंत जांच और कार्रवाई करते हुए गरीबों का रोका गया आवास निर्माण शुरू करना चाहिए।

श्री यादव ने कहा कि इसी तरह लहरगोड़ा के कई आदिवासी परिवार 50 वर्ष से भी अधिक वर्षों से वन भूमि पर रहते और खेती करते आ रहे हैं, उस जमीन का पट्टा लेने हेतु जब आदिवासी परिवारों ने अंचल अधिकारी को आवेदन दिया तो अंचल अधिकारी ने स्थल जांच कर पूरी रिपोर्ट तैयार करके खुरचुट्टा वन प्रक्षेत्र कार्यालय को अग्रेतर कार्रवाई हेतु लिखा है। लेकिन कई माह बीत जाने के बावजूद उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण लगभग डेढ़ दर्जन आदिवासी एवं गरीब परिवारों को जमीन का पट्टा निर्गत करने का मामला लंबित पड़ा हुआ है।

बताया कि डुमरी उपचुनाव की व्यस्तता के कारण यद्यपि उपायुक्त से मुलाकात नहीं हो पाई,तब जिले के एसी तथा एनडीसी से मिलकर माले की टीम ने दोनों ही मामलों से संबंधित उपायुक्त के नाम ज्ञापन उन्हें सौंपा और पूरे मामले से उन्हें अवगत कराया। मौके पर अधिकारियों ने मामले का उचित संज्ञान लेकर हर संभव कार्यवाही तथा उपायुक्त को मामले से अवगत कराने का भी भरोसा दिया।

मौके पर अन्य के अलावा माले के गांडेय प्रखंड सचिव मेहताब अली मिर्जा, माले के स्थानी नेता जीवन हेंब्रम तथा बिरजू कोल, बड़कू हेंब्रम, अर्जुन कोल, जोगो हेंब्रम, विष्णु कोल, राजेश हेंब्रम, पूरन कोल, हीरो हेंब्रम, रमेश हेंब्रम, बुधन कोल, टिपन भोगता,नरेश हेंब्रम, मोतीलाल हेंब्रम, धीरज कोल,शांति देवी, संझली देवी,बहामुमी देवी, मंझली देवी, छोटकी देवी, सुकुरमुनी देवी,लालो कोल, राजेश कोल, संजय हेंब्रम, सुनील हेंब्रम आदि मौजूद थे।

गिरिडीह:आरोपी की हिरासत में हुई मौत,परिजनों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहरा कार्रवाई की मांग की


गिरिडीह:गत 19 अगस्त की रात थाना क्षेत्र अंतर्गत छाताबाद गांव में वृद्धा अनपी देवी की हत्या कर दी गयी थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

वहीं अनपी देवी के पुत्र नागो पासी को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था।नागो से थाना में पूछताछ की जा रही थी। इसी दौरान उसकी तबियत बिगड़ी और बाद में उसकी मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है कि रविवार शाम को घरवाले उससे मिलने के लिये थाना गये, लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया। आज सोमवार सुबह मिलने गये तो पता चला कि नागो पासी की मौत हो गयी।

अब नागो पासी की मौत को लेकर परिजनों द्वारा पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए जांच की मांग की जा रही है। इधर पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी की मौत हृदय गति रुक जाने से हुई बताई जा रही है।तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाने के संबंध में जानकारी दी गई है।जहां हार्ट फेल्योर से मौत हुई।

झापीपा के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो सहित कई अन्य पर लगाया आचार संहिता उल्लंघन का आरोप

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,झारखण्ड से की कार्रवाई की मांग

गिरिडीह:झारखण्ड पीपल्स पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदेश महतो पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया है।

इस संबंध में उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखण्ड को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है। झापीपा के केंद्रीय अध्यक्ष श्री बेसरा द्वारा प्रेषित उक्त पत्र रिफ नंबर 0222/023 दिनांक 20/08/2023 में लिखा कि आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदेश महतो, 

उनके सहयोगी गोमिया के विधायक उमाकांत रजक एवं आजसू पार्टी के प्रवक्ता देवशरण भगत द्वारा झारखण्ड पीपल्स पार्टी के प्रत्याशी बैजनाथ महतो के कार्यालय में धावा बोल दिया और उनका अपहरण कर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया,जहां उनको करोड़ों रुपए का प्रलोभन देने का लालच दिखाकर उन्हें डरा धमकाकर जबरन नामांकन पत्र वापस लेने के लिए प्रेस, मीडिया और सोशल मीडिया के सामने नामांकन वापस कर लेने तथा आजसू पार्टी की प्रत्याशी यशोदा देवी को समर्थन देने की घोषणा कराया गया,यह घटना एक घृणित कार्य ही नहीं बल्कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।'

आगे लिखा कि इस घटना की जानकारी उन्हें 19 अगस्त की संध्या बेला में मिलने के बाद वे आश्चर्यचकित हो गए।अतः उन्होंने 33-डुमरी उपचुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा विधिवत प्रत्याशी घोषित बैजनाथ महतो को नामांकन पत्र वापस लेने से रोका जाए और जेपीपी पार्टी प्रत्याशी को स्वतंत्र एवं भयमुक्त वातावरण में चुनाव लड़ने के लिए कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाए।

साथ ही उन्होंने शिकायत में नामजद व्यक्तियों के विरुद्ध चुनाव आचार संहिता के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।उक्त पत्र की प्रति भारत निर्वाचन आयोग,नई दिल्ली को प्रेषित किए जाने की बात बताई गई है।

गिरिडीह:खूखरा थाना क्षेत्र में खरपोका पंचायत के दूमोहनवा नदी के पास दो बाइक की टक्कर में एक महिला की मौत

गिरिडीह: जिले में खूखरा थाना क्षेत्र अंतर्गत खरपोका पंचायत के दूमोहनवा नदी के पास आज देर शाम भयंकर सड़क हादसा हुई। जिसमें दो बाइक की आपस में टक्कर हो गई।हादसे में एक महिला की मौत हो गई।कई अन्य घायल हुए।

इस संबंध में बताया जाता है कि दोनो बाइक की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उसके परखच्चे उड़ गए।जिसमें एक महिला जो गिरिडीह के खंडोली की बताई जा रही है,उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वही अन्य घायलों में से एक अधकी बरियारपुर का बताया जा रहा है।

घटना के बाद सभी को एंबुलेंस के द्वारा पीरटांड स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद सदर हॉस्पिटल गिरिडीह रेफर कर दिया गया।जिसमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। जबकि मोहम्मद रज्जाक सहित अन्य दो की स्थिति चिकित्सकों के अनुसार सामान्य है।

गिरिडीह:धारदार हथियार से प्रहार कर वृद्धा की हत्या,पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा

गिरिडीह:जिले में बेंगाबाद थाना क्षेत्र के महुआर पंचायत अंतर्गत छाताबाद गांव में एक वृद्ध महिला के चेहरे पर धारदार हथियार से प्रहार कर निर्मम हत्या कर दी गयी। घटना बीती देर रात की बताई जा रही है।

महिला की पहचान लगभग 80 वर्षीय एनपी देवी के रूप में हुई। घटना की सूचना पर बेंगाबाद पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई। मृतका की बहू कौशल्या देवी ने बताया कि उसकी सास लंबे समय से घर के बगल स्थित स्कूल के बरामदे में ही रहती थी। रोज की तरह वे शनिवार को वहीं सोई थी।

रविवार की सुबह छह बजे जब वे सास के पास पहुंची तो देखा कि उसके चेहरे में कुल्हाड़ी से कई बार प्रहार कर उसकी हत्या कर दी गई।घटना को किसने अंजाम दिया, इसका पता नहीं चल पाया। बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गए।

पुलिस का कहना है कि मामला गंभीर है, हर एंगल से जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया।

डुमरी उपचुनाव में पूर्ण मतदान को लेकर चलाया गया मतदाता जागरूकता अभियान,

मेहंदी,हस्ताक्षर अभियान सहित विभिन्न माध्यमों से किया गया लोगों को जागरूक

गिरिडीह:33 डुमरी उपचुनाव के मद्देनजर आज डुमरी प्रखंड कार्यालय परिसर में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस दौरान निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीएम डुमरी शहजाद परवेज द्वारा उपस्थित लोगों को मतदान शपथ दिलवाई गयी।इसके साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। साथ ही हाथों में मेहंदी लगाकर भी मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य किया गया।

इस कार्यक्रम में सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी डुमरी धनंजय गुप्ता एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अन्वेषा ओना एवं स्वीप प्रभारी सह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी गिरिडीह अल्का हेंमब्रम,सभी बीएलओ, महिला पर्यवेक्षिका सहित अन्य प्रखंड कर्मी उपस्थित रहे।

डुमरी उपचुनाव के उम्मीदवारों को व्यय लेखा पंजी जांच करवाने हेतु निर्देश जारी


गिरिडीह:33- डुमरी विधानसभा उपचुनाव 2023 के तहत व्यय लेखा पंजी जांच को लेकर डुमरी विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा 33 डुमरी उपचुनाव के उम्मीदवारों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। निर्वाची पदाधिकारी के निर्देशानुसार निर्वाचन व्यय से संबंधित एक व्यय लेखा पंजी उनके द्वारा समर्पित किया गया है।

उक्त व्यय लेखा पंजी में सभी नामांकित दावेदारों को निर्वाचन से संबंधित किए जा रहे व्यय की प्रविष्टी करते हुए व्यय लेखा पंजी का जाँच करवाना अति आवश्यक है। उक्त जांच के लिए दिनांक 22 अगस्त, 28 अगस्त एवं 2 सितंबर को पूर्वाहन 10 बजे की तिथि निर्धारित की गई है।

इस दौरान सभी उम्मीदवार अनुमण्डल कार्यालय,डुमरी में व्यय प्रेक्षक श्री प्रसन्ना प्रमोद दत्तार, आईआरएस के समक्ष अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर अपना व्यय जांच करवाना सुनिश्चित करने को कहा गया है।

पिछले पांच उप चुनावों में डुमरी विधानसभा सीट पर सिर्फ झामुमो का रहा दबदबा, हमेशा कुर्मी- महतो वोट पड़ता है भारी

गिरिडीह : झारखंड विधानसभा के मौजूदा कार्यकाल में डुमरी विधानसभा सीट पर झारखंड में छठवां उप चुनाव होने वाला है। अब तक हुए पांच उप चुनावों में एनडीए को सिर्फ एक बार पर कामयाबी मिली।

यहां से एनडीए की सहयोगी आजसू पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। बाकी चार उप चुनावों में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन यूपीए की विजय मिली। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बाजी कौन मारता है।

अबकी बार आईएनडीआईए ने झामुमो के दिवंगत विधायक जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को उम्मीदवार घोषित किया है जबकि एनडीए ने यशोदा देवी को मैदान में उतारा है।

डुमरी विधानसभा क्षेत्र कुर्मी (महतो) बहुल है। इस सीट पर पिछले 10 चुनाव से कुर्मी (महतो) जाति का ही कब्जा है। वर्ष 1977 से लेकर 2019 तक यहां जितने भी विधायक बने हैं वे सभी कुर्मी ही रहे हैं। इस बार भी प्रमुख प्रतिद्वंदी कुर्मी जाति से ही हैं। हालांकि, 1977 से पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। यहां जब पहली दफा 1951-52 में चुनाव हुआ था। उस वक्त यह विधानसभा गिरिडीह सह डुमरी के नाम से जाना जाता था।इस चुनाव में दो विधायक चुने गए थे।

1951-52 के चुनाव में यहां जातीय बंधन को तोड़कर लक्ष्मण मांझी और कायस्थ जाति से आनेवाले कृष्ण बल्लभ सहाय (बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री) विधायक बने थे। 1957 में यह क्षेत्र गिरिडीह (अनुसूचित जाति) में चला गया और फिर दो विधायक चुने गए। एक हेमलाल प्रग्नेत तो दूसरे थे कामख्या नारायण सिंह। 1962 में डुमरी (अनुसूचित जाति) विधानसभा बना और उस वक्त हेमलाल प्रग्नेत विधायक बने। 1967 में यह सीट सामान्य हो गई और एस मंजरी विधायक निर्वाचित हुई। 1969 में मध्यावधि चुनाव हुआ और कैलाशपति सिंह विधायक बने। 1972 के चुनाव में कांग्रेस के मुरली भगत विजयी रहे।

1977 से डुमरी विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी का परचम

1977 में डुमरी विधानसभा क्षेत्र में गिरिडीह का डुमरी प्रखंड के अलावा बोकारो का नावाडीह प्रखंड शामिल हो गया। 1977 के चुनाव में यहां के विधायक बने लालचंद महतो (जनता पार्टी)। फिर 1980 और 85 में लगातार दो बार झामुमो की टिकट पर शिवा महतो विधायक बने। 1990 में एक बार फिर से लालचंद महतो जीते। इस बार लालचंद जनता दल की टिकट पर विजयी हुए। 1995 के चुनाव में झामुमो के शिवा महतो में तीसरी दफा जीत दर्ज की। वर्ष 2000 के चुनाव में लालचंद महतो जनता दल यू से खड़े हुए और जीत दर्ज की।

डुमरी सीट पर वोटों का गणित

जगरनाथ महतो ने वर्ष 2000 के चुनाव में ही पहली बार मैदान में उतरे। इस चुनाव में जगरनाथ समता पार्टी के उम्मीदवार बने। हालांकि, जनता दलयू के उम्मीदवार लालचंद महतो में उन्हें 6725 मतों से हरा दिया था।इस चुनाव में लालचंद को 28087 मत मिले थे जबकि जगरनाथ महतो को 21362 मत प्राप्त हुआ था। इसके बाद 2005 के चुनाव में जगरनाथ महतो झामुमो के प्रत्याशी बने। दूसरे ही चुनाव में जगरनाथ ने राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार लालचंद महतो को 18010 मतों से करारी शिकस्त दी। इस चुनाव में जगरनाथ को 41784 मत तो लालचंद को 23774 मत प्राप्त हुआ।

इसी तरह 2009 के चुनाव में झामुमो से एक बार फिर जगरनाथ महतो उम्मीदवार बने। इस चुनाव में जगरनाथ ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जनता दल यू के दामोदर प्रसाद महतो को 13668 मतों से पराजित किया। इस चुनाव में जगरनाथ को 33960 तो दामोदर को 20292 मत मिले। लगातार दो बार जीत दर्ज कर चुके जगरनाथ महतो को लगातार तीसरी दफा झारखंड मुक्ति मोर्चा ने डुमरी से अपना उम्मीदवार बनाया।

इस बार 2014 के चुनाव में जगरनाथ को भारी मत मिला। इस चुनाव में 77984 लोगों ने जगरनाथ महतो को वोट दिया। जगरनाथ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के लालचंद महतो को 32481 मतों से पराजित कर दिया। हैट्रिक लगा चुके जगरनाथ महतो वर्ष 2019 के चुनाव में एक बार फिर से झामुमो के प्रत्याशी बने। इस चुनाव में उन्हें 71128 मत मिले जो 2014 के चुनाव से कुछ कम था। हालांकि, इस चुनाव में जीत का अंतर बढ़ गया। 2019 के चुनाव में जगरनाथ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आजसू की यशोदा देवी को 34288 मतों से हराया। 2019 के चुनाव में भाजपा की तरफ से खड़े प्रदीप साहू को 36013 मत मिला था।