*अवैध अस्पताल में प्रसूता की मौत मामले में मास्टर माइंड आशाबहू सहित तीन पर दर्ज हुई एफआईआर*
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके में अवैध रूप से संचालित अस्पताल में प्रसूता की हुई मौत मामले में मास्टर माइंड आशाबहू सहित तीन लोगों के विरुद्ध मृतका के पति की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है।
ज्ञात हो कि 17 अगस्त को निजामपुर गांव में अवैध रूप से संचालित एसआरएम अस्पताल में ग्राम पारा निवासिनी सीतू पत्नी पवन की प्रसव के कुछ घण्टों के बाद मौत हो गयी थी।
जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीणों व मृतका के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था। किसी तरह से पुलिस ने मामले को शांत कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति की तहरीर पर आशाबहू रमाकांती, डॉ कविता व डॉ पवन कुमार तिवारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के नाम पर कर रही लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने के लिए लगातार तीन दिन मौके पर तो गयी। लेकिन वह अवैध रूप से अस्पताल संचालित कर रहे मास्टर माइंड लोगों तक नहीं पहुंच सकी। जांच में सिर्फ भवन स्वामी द्वारा भवन को रेंट एग्रीमेंट करके भवन दिया जाना पाया गया है।
भवन स्वामी से हुई वार्ता में भवन स्वामी ने बताया कि भवन का रेंट एग्रीमेंट करके भवन दिया गया था। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब वारदात के तीसरे दिन अस्पताल के भवन को सीज किया गया। वारदात के दिन अस्पताल में केवल ताला लगाया गया था। स्वास्थ्य विभाग की जांच अभी जारी है। उधर पुलिस ने मास्टर माइंड लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है।
चर्चा में रहते हैं पवन तिवारी
पवन तिवारी इस क्षेत्र में हमेशा चर्चा में रहते है। स्वास्थ्य विभाग के लिए भी यह कोई नया नाम नहीं है। अभी हाल ही में इमलिया सुल्तानपुर में संचालित हो रहे अवध अस्पताल में हुई एक मरीज की मौत के मामले में पवन तिवारी उर्फ डॉ पवन का नाम चर्चा में आया था। लेकिन इस मामले में अभी तक कोई कार्यवाही न होने से पवन के हौसले बुलंद हैं।
पवन को ही लोग अवैध अस्पताल संचालन का मास्टर माइंड बताते हैं। सूत्रों के मुताबिक भोलेभाले मरीजों को बहला फुसलाकर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने का गिरोह इसी के नेतृत्व में संचालित होता है।
रसूखदार लोगों के भवन को लेते हैं किराये पर
पवन तिवारी उर्फ डॉ पवन इतना शातिर है कि हमेशा अस्पताल संचालन के लिए किसी न किसी माध्यम से क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों के भवन को किराए पर लेता है। जिससे अस्पताल पर कोई उंगली न उठे और लोग विश्वास करके वहां अपना इलाज कराएं और प्रतिष्ठित भवन स्वामी उसका सुरक्षा कवच बनें रहे। लेकिन इनके गलत कारनामों के चलते पहले अवध अस्पताल और अब एसआरएम अस्पताल के भवन स्वामी छवि धूमिल हुई है।
Aug 20 2023, 14:13