बच्चों की उपस्थिति कम होने पर शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई करने के दिए आदेश
औरंगाबाद: बिहार के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था ठीक करने, छात्रों की उपस्थिति में सुधार को लेकर शिक्षा विभाग हर दिन नए-नए कदम उठा रहा हैं. विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में बढ़ोतरी हुई है. बच्चों की उपस्थिति कम होने पर शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं.
इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा गया है की 15 अगस्त के बाद बिहार के किसी भी प्रखंड के प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 50 फ़ीसदी से कम रही तो इसके लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दोषी माने जाएंगे.
लेकिन औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड के मध्य विद्यालय रतनपुर में इन आदेशों को खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।इस बिद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मिथलेश कुमार की हरकत से लगभग 24 दिनों से एक भी बच्चे बिद्यालय नही पहुँच रहे है।
इसको लेकर सैकड़ो ग्रामीणों ने 23 जुलाई को प्रखंड बिकास पदाधिकारी ,प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी को हस्ताक्षत उक्त आवेदन देकर प्रभारी प्रधानाध्यापक की मनमाने को उजागर करते हुए स्थानांतरण की मांग की थी।
आवेदन के बाद प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बिद्यालय पहुचकर जांच करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक को डिप्टेशन करते हुए मध्य विद्यालय टनकुपी में हटा दिया है।
जिससे नाराज सैकड़ो ग्रामीणों ने शुक्रवार को बिद्यालय पहुचकर शिक्षा विभाग के प्रति जमकर प्रदर्शन करते हुए आरोपी प्रधानाध्यापक पर करवाई करते हुए बिद्यालय से स्थानांतरण करने की मांग की साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जबतक आरोपी प्रभारी प्रधानाध्यापक को नही हटाया जायगा तब तक एक भी बच्चे को बिद्यालय नहो भेजेगे।ग्रामीणों ने पूर्व में बन रहे मध्यान्ह भोजन पर आरोप लगाया है।
इधर छात्रा ने भी कहा कि आरोपी प्रधानाचार्य बिद्यालय ने बने सौचालय में ताला बंद कर दिए है जिसके कारण छात्रा को बाहर सौच करने जाना पड़ता है।वही बरिये शिक्षक अमर कुमार ने कहा कि जब हमलोग आवाज उठाने की बात करते है तो जान मारने की धमकी भी दी जाती है।
Aug 19 2023, 20:47