*कृषि विज्ञान केंद्रों पर 11 हेक्टेयर में हो रही प्राकृतिक खेती*
कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी कृषि विज्ञान केंद्रों पर गौ आधारित प्राकृतिक खेती विभिन्न फसलों पर की जा रही है। डॉ सिंह ने बताया कि इस विधि से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि इस विधि में देसी गाय के गोबर और गोमूत्र से बनने वाला जीवामृत, वीजामृत, नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, घनजीवामृत आदि बनाकर खेती में प्रयोग किया जाता है।जो पोषक तत्वों की फसलों को पूर्ति करते हैं।और जैविक कीटनाशकों के रूप में भी प्रयोग किए जाते हैं जिसे कीट एवं रोग फसल में नहीं लगते हैं। उन्होंने कहा कि इस विधि द्वारा पोषक तत्वों से भरपूर फसल उत्पादन किया जाता है।
निदेशक प्रसार डॉ आरके यादव ने बताया कि सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को मिलाकर लगभग 11 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर आधारित प्राकृतिक खेती वैज्ञानिक कर रहे हैं। जो किसानों के लिए मॉडल के रूप में कार्य कर रहे हैं। डॉ यादव ने बताया कि प्राकृतिक खेती के अन्य लाभों जैसे मिट्टी की और पर्यावरण स्वास्थ्य की बहाली, ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन का निम्नीकरण प्रदान करते हुए किसानों की आय बढ़ाने का मजबूत आधार प्रदान करती है।
Aug 05 2023, 14:40