आशिक ने पहले प्रेमिका को सीने मे मारी दो गोली,उसके बाद आशिक ने खुद को मार ली गोली,इलाके में सनसनी

 

 

 घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी , दोनों को आनन फानन में इलाज के लिये एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ गंभीर स्थिति में इलाज चल रहा है , 

इधर घटना के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस पहुँच कर जांच में जुट गई है ,

बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में मुशहरी थाना क्षेत्र के रोहुआ गाँव में दो बच्चों की माँ 32 वर्षीय रूपा श्रीवास्तव को सोनू नामक आशिक ने दो गोली मारकर गंभीर घायल कर दिया उसके बाद खुद को गोली मार कर घायल कर दिया इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी , 

सुजीत कुमार नामक युवक की कुछ साल पहले शादी हुई थी उससे दो बच्चे भी हुए ऐसी बीच उस महिला से सोनू नामक युवक से प्रेम हो गया , आज दोनों जिंदगी और मौत से अस्पताल में जुट रहा है 

मुजफ्फरपुर में पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक में डीजीपी ने दिए कई सख्त निर्देश, एसएसपी ने दी जानकारी

मुजफ्फरपुर : आज बिहार के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी मुजफ्फरपुर पहुंचे। जहां उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने कई सख्त निर्देश दिए। 

समीक्षा बैठक के बाद मुज़फ़्फ़रपुर एसएसपी राकेश कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि आशुतोष शाही हत्या कांड के मुख्य कर्ताधर्ता कुख्यात मंटू शर्मा और उसके शागिर्द को गिरफ्तार किया गया है। मंटू शर्मा को रामेश्वरम से गिरफ्तार किया गया है। अपराधी देश के किसी कोने में हो बिहार पुलिस उसे घर दबोचेगी। 

एसएसपी ने कहा कि कानून से कोई बच नही सकता है चाहे कितना भी शातिर और बड़ा अपराधी हो। उन्होंने बताया कि समीक्षा बैठक में डीजीपी में सभी थानाध्यक्षों और सर्किल इंस्पेक्टर के साथ बैठक कर थानो में किस तरह का कार्य किया जा रहा इसका फिडबैक लिया। वही मुजफ्फरपुर में लाइन ऑर्डर को कैसे नियंत्रण करें इसको लेकर भी दिशा निर्देश दिए।

साथ ही क्राइम कंट्रोल को लेकर भी समीक्षा की गई। साथ ही डीजीपी बिहार के द्वारा ये समीक्षा किया गया कि बीतें कुछ महीनो में मुजफ्फरपुर में जो अपराधिक मामले सामने आए है उसमे कैसे जांच और छानबीन किया जा सके। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

ब्रेकिंग न्यूज : DGP पहुंचे मुजफ्फरपुर, पुलिस पदाधिकारियों के साथ कर रहे समीक्षा बैठक

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में इन दिनों लगातार अपराधिक घटना बढ़ रहा है। 

वही अपराध पर लगाम लगाने को लेकर मुजफ्फरपुर शहर के विभिन्न जगहों पर कल 13 टीओपी का उद्घाटन किया गया। 

वही आज डीजीपी बिहार आर.एस भट्टी मुजफ्फरपुर पहुंचे है। जहां वे एसएसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे है।

इस बैठक मे आईजी पंकज सिन्हा, एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह सहित तमाम पुलिस अधिकारी और थानाध्यक्ष मौजूद है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

प्रशांत किशोर ने नीतीश पर कसा तंज : कहा - 2014 के नीतीश और आज के नीतीश में जमीन-आसमान का अंतर, जुगत लगा कुर्सी पर लगातार चिपके हैं

समस्तीपुर : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर तंस कसते हुए कहा कि पहले के नीतीश और आज के नीतीश में जमीन आसमान का अंतर है। अब वे सीएम की कुर्सी पर फेविकोल लगाकर चिपके हैं। 

प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने सिर्फ नीतीश कुमार का प्रचार नहीं किया। हमने दस वर्षों में देश में अलग-अलग राज्यों में कई लोगों का प्रचार किया है। 2015 में नीतीश कुमार का भी प्रचार किया। साल 2014-2015 में हमने जिस नीतीश कुमार की मदद की और आज के नीतीश कुमार में जमीन-आसमान का फर्क है। 

2014 में मैंने उस नीतीश कुमार की मदद की थी, जिनके बारे में समाज में ये छवि थी कि 2005 से लेकर 2013 तक उन्होंने बिहार को सुधारने का प्रयास किया था। 2014 में उस नीतीश कुमार की मदद की थी, जिन्होंने लोकसभा में चुनाव नहीं हारा था, उनकी पार्टी हारी थी। 

उन्होंने राजनीतिक मॉरेलिटी के नाम पर अपना पद छोड़ जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था। आज वही नीतीश कुमार 2020 के चुनाव हार गए। 243 विधानसभा सीटों में उनके 42 विधायक हैं, तो आप विधानसभा चुनाव हार गए हैं। लेकिन, कोई न कोई जुगत लगाकर कभी भाजपा के साथ, तो कभी आरजेडी के साथ कुर्सी पर फेविकोल लगाकर कुर्सी से चिपके हुए हैं। बिहार का काम हो या न हो, उन्हें सत्ता में बने रहना है।

शराब से बिहार में हुई हजारों की मौतें, नीतीश कुमार हंसते हुए कहते हैं, जो पीएगा वो मरेगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 में मैंने जिस नीतीश कुमार की मदद की थी, ये वही थे जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में तत्कालीन रेल मंत्री थे। उस समय असम में हुई रेल दुर्घटना में 200 से ज्यादा लोगों की मौत होने पर इन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। आज आप और हम देख रहे हैं, हजारों लोगों की कोरोना में मृत्यु हो गई, शराब से हजारों लोगों की मौत हो गई और ये विधानसभा में हंसते रहते हैं और कहते हैं ‘जो पीएगा वो मरेगा’। 

पीके ने कहा कि कोरोना में आपने देखा कि बिहार के लोग रोड पर मारे-मारे फिर रहे थे, यही नीतीश कुमार अपने बंगले से बाहर नहीं निकले। हम किसी की मदद करते हैं, तो वो मदद किसी विषय पर होती है। नीतीश कुमार की जो छवि थी राजनेता, प्रशासक और मानव के तौर पर, जब वो बदल गया तो निश्चित है कि उनका विरोध भी होगा।

संतोष तिवारी की रिपोर्ट

उत्तर बिहार के अग्रणी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रसाद हास्पिटल में कैथ लैब एवं कारोनरी कैब यूनिट का हुआ शुभारम्भ

मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार के अग्रणी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रसाद हास्पिटल में कैथ लैब एवं कोरोनरी केयर यूनिट सीसीयू का उद्घाटन बुधवार को जिलाधिकारी प्रणव कुमार और एसएसपी राकेश कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं आयोजित समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर ख्याति प्राप्त चिकित्सक वरिष्ठ चिकित्सकों में डा0 टीके झा, डा0 बीबी ठाकुर व डा0 कमलेश तिवारी सहित शहर के अन्य वरिष्ठ व प्रख्यात चिकित्सक मौजूद थे।

समारोह को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि यह उत्तर बिहार के लिये गर्व की बात है कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रसाद हास्पिटल स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में काफी तरक्की कर रहा है। उन्होने अपने संबोधन में कहा कि करोना अवधि में कोरोना पीड़ित लोगों के परिजन प्रसाद हास्पिटल में भर्ती होने के लिये एप्रोच करती रही। यह इस अस्पताल पर लोगों के विश्वास और भरोसे का प्रतीक है।

एसएसपी राकेश कुमार ने कहा कि प्रसाद हास्पिटल का नव स्थापित कैथलैब एवं कोरोनरी केयर यूनिट का लाभ उत्तर बिहार के लोगों को मिलेगा। प्रसाद हास्पिटल के निदेशक डाॅ. उपेन्द्र प्रसाद ने कहा कि हृदय रोग के मरीजों का और बेहतर इलाज का सुविधा उपलब्ध होगी। मरीजों को एंजियोग्राफी, एंजीयोप्लास्टी स्टैट लगाने, रोगी के सिकुड़े हुए वाल्व को बैलून द्वारा फुलाने आदि की अत्याधुनिक सुविधायें यहाँ उपलब्ध है।

प्रसाद हास्पिटल मुजफ्फरपुर का कैथ लैब की शुरूआत होने से उन्नत इंटरवेंशनल कार्डियोलाजी प्रक्रिया की सुविधा होने से से उत्तर बिहार की बड़ी संख्या में मरीजों को राहत मिलेगी और बड़े शहरों में जाने की अब आवश्यकता नहीं होगी। 

 इस अवसर पर प्रसाद हॉस्पिटल के निदेशक द्वय डा. अभिनव कुमार व ई. अभिषेक कुमार, हृदय रोग विभाग में डा. संदीप कुमार, कार्डियोलाजिस्ट द्वय डा. मन्नी कुमार चैधरी एवं डा. जीशान अहमद मुमताज, प्रबंधक अमर कुमार, मो. आसफ इकबाल, फिजियोथेरोपिस्ट डाॅ. नौशाद आलम, बायोमेडिकल ईंजीनियर आदित्य विक्रम सहित प्रसाद हॉस्पिटल के विभिन्न विभागों के चिकित्सक व स्टाफगण मौजूद थे।

जाति आधारित गणना को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक, सभी बीडीओ के साथ दिए यह निर्देश


मुजफ्फरपुर :- बिहार जाति आधारित गणना-2022 को लेकर आज दिनांक 02.08.2023 को जिला पदाधिकारी, प्रणव कुमार के द्वारा जिले के सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की गयी। 

उन्होंने बताया कि अभी तक 65 प्रतिशत सर्वे प्रपत्र संकलन कर लिया गया है, जिसे दिनांक 03.08.2023 तक 100 प्रतिशत कलेक्शन करने हेतु निदेश दिया गया। इलुमेनेटर को सर्वे का कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देश दिया गया। 

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सुपरवाईजर को बुलाकर रिव्यू बैठक कर लें। वास्तविक भौतिक सर्वेक्षण का कार्य कल तक पुरा कर लें। किसी जगह पर अतिरिक्त कर्मी की आवश्यकता है तो प्रखण्ड विकास पदाधिकारी आवश्यकतानुसार कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर लें। उक्त सभी कार्य शनिवार तक करने का निर्देश दिया गया। 

बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, अपर समाहर्ता, प्रोवेशनल आई.एस. किशलय, जिला शिक्षा पदाधिकारी, आई.टी. मैनेजर आदि उपस्थित थें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में 13 टीओपी का हुआ उद्घाटन, अब अपराधिक घटनाओं पर लगेगा लगाम

मुजफ्फरपुर : शहर में लगातार अपराधिक घटना बढ़ता दिख रहा है। ऐसे में अपराध पर नियंत्रण को लेकर अब मुजफ्फरपुर पुलिस ने कमर कस ली है। 

शहर के विभिन्न इलाकों में लगभग 13 टी ओ पी का उद्घाटन तिरहुत रेंज के आईजी पंकज सिन्हा के द्वारा किया गया।

इस मौके पर एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह, डीएसपी टाउन राघव दयाल सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

सुबह-सुबह बालू लोड हाइवा और ऑटो में हुई टक्कर में दो की मौत, स्थानीय लोगो में आक्रोश

मुजफ्फरपुर : जिले में आज सुबह सुबह सड़क दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई। घटना सकरा थाना क्षेत्र के महमदपुर पटेल चौक के समीप की बताई गई है। वहीं घटना के बाद स्थानीय लोगो में आक्रोश व्याप्त है।  

मिली जानकारी के अनुसार एक बालू लोड हाईवा मुजफ्फरपुर के तरफ से आ रही थी जो की एक पसेंजर ऑटो में जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में दो लोगो की मौत हो गई जबकि पांच घायल बताए जा रहे है।  

घायलों को इलाज के लिए अलग अलग अस्पतालों में ले जाया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। इधर घटना के बाद हाईवा का चालक मौके से फरार हो गया। 

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच मामले की जांच मे जुटी है। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

*मुजफ्फरपुर में धर्म परिवर्तन के लिए पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप, थानाध्यक्ष समेत 44 के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज*

मुजफ्फरपुर : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां धर्म परिवर्तन के लिए पुलिस द्वारा दबाव बनाए जाने का आरोप लगा है। इस बावत थानाध्यक्ष समेत 44 के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया गया है। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की तिथि 8 अगस्त मुकर्रर की है। 

मिली जानकारी के अनुसार जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के दरहीपट्टी निवासी संतोष कुमार ने सीजेएम कोर्ट में यह परिवाद दायर कराया है। इसमें संतोष ने मीनापुर थानेदार राजेश बैठा , एएसआई प्रियंका सिंह, गाँव के युसूफ खान, अस्मान गनी, मो. फिरोज, मो. कौशर, मो. तनवीर, मो. शमशेर, मो. अलाउद्दीन, मो. हैदर,मो गुड्डू, मो. जफीर, मो. इरफान समेत 30 अज्ञात को आरोपित किया है। 

संतोष ने बताया कि 28 जुलाई थानेदार दलबल के साथ उसके घर पर पहुंचे और कहा कि तुमको इस गांव में रहना है तो धर्म परिवर्तन करना होगा। विरोध करने पर घर पर लगे झंडा को उखाड़ कर फेंक दिया। गाली गलौज करते हुए घर को बुलडोजर से गिराने की धमकी दी। इसका विरोध किया तो उसके घर पर लगे हनुमान जी के झण्डे को उखाड़ फेक दिया। 

परिवादी ने आरोप लगाया कि सभी आरोपित षडयंत्र व साजिश के तहत उसपर और उसके परिवार के अन्य सदस्यों पर धर्मांतरण का दबाव बनाया हैं। इस घटना के अगले दिन 29 जुलाई को भी आरोपित आर्म्स व धारदार हथियार लेकर अपने सहयोगियों के साथ घर पहुंचा। पहले धर्मांतरण करने को कहा। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए पत्थरबाजी करने लगे ।संतोष उसके परिवार ने किसी तरह जान बचाई। 

आरोपियों ने धमकी दी कि अगर परिवार इस्लाम कबूल नही करता है तो उसके साथ किसी तरह की अनहोनी हो सकती है।घटना का सीसीटीवी सामने आया है।घटना के बाद से पुर परिवार दहसत में है ।परिवादी ने खुद और परिवार के साथ अनहोनी की आशंका व्यक्त की है । 

अधिवक्ता सुधीर ओझा ने बताया कि सीजेएम कोर्ट में एक परिवाद दायर किया है। न्यायलय ने परिवाद स्वीकार कर लिया है। केश की अगली आठ अगस्त मुकर्रर की गई है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

लालू-नीतीश को जातीय जनगणना नहीं, जातियों की राजनीति करनी है: प्रशांत किशोर

समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं शुरुआती दौर से कहता आ रहा हूं कि सबसे पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से पूछा जाना चाहिए कि इसका कानूनी आधार क्या है? आज ये आम लोगों को आंख में धूल झोंकने के लिए सर्वे करवा रहे हैं। जातीय जनगणना राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता ही नहीं है। इन नेताओं को कोई जातीय जनगणना नहीं करवाना है। बिहार की जनता खुद सोच कर देखे कि नीतीश कुमार इतने लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं इसके बाद भी उन्होंने आज तक जातीय जनगणना क्यों नहीं करवाया? RJD की सरकार थी, लालू यादव खुद 15 साल सरकार में थे, क्यों नहीं करवाया जातीय जनगणना? आज इन्हें ज्ञात हो रहा है? सच्चाई तो यह है कि इलेक्शन आने वाला है और कुछ होता हुआ दिख नहीं रहा है तो बाप-बाप कर रहे हैं। आज ये समाज को बांटने का काम कर रहे हैं इसके अलावा इनकी कोई मंशा नहीं है। पिछले 32 सालों से लालू-नीतीश मुख्यमंत्री हैं उस समय उन्होंने जातीय जनगणना क्यों नहीं करवाई ? अगर ये राज्य का मामला था तो पहले क्यों नहीं करवाया गया? सच्चाई तो यह है कि वो जातीय जनगणना है ही नहीं वो तो सर्वे है। जातियों की राजनीति करनी है ताकि सारा समाज बंटा रहे, सारा समाज अशिक्षित और अनपढ़ बना रहे, तभी तो 9वीं फेल को आज लोग उपमुख्यमंत्री मानेगा। बिहार के लोगों को समझने की जरूरत है कि अगर गरीब के बच्चे पढ़ लिख जाएंगे तो कौन इन अनपढ़ों को नेता मानेगा?