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Aug 01 2023, 20:11

दिल्ली सेवा विधेयक पर सरकार को मिला बीजद का साथ, विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का करेगी विरोध

#delhi_service_bill_bjd_s_support_oppose_opposition_no_confidence_motion

दिल्ली सेवा बिल को मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया।बीजू जनता दल (बीजद) दिल्ली सेवा अध्यादेश संबंधी विधेयक का समर्थन करेगा और सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगा।बीजद) के राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली सेवा अध्यादेश संबंधी विधेयक का समर्थन करेगी और सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगी। बीजू जनता दल (बीजेडी) ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अपने सांसदों को तीन-लाइन व्हिप जारी किया है।

वाईएसआर कांग्रेस के बाद बीजद ऐसी दूसरी पार्टी है जिसने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पर केंद्र को समर्थन देने की घोषणा की है।ओडिशा के सत्ताधारी दल के फैसले से नरेन्द्र मोदी सरकार को राज्यसभा में बहुमत प्राप्त करने की दिशा में मदद मिलेगी। राज्यभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन को बहुमत प्राप्त नहीं है।

लोकसभा में बीजेपी के पास बहुमत है, जहां उसके 301 सांसद हैं। अगर बीजेपी के सहयोगी दलों के गठबंधन एनडीए की बात करें, तो सांसदों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। एनडीए के सांसदों की संख्या 333 है, जो बहुमत के आंकड़े से बहुत ज्यादा है। दूसरी ओर विपक्ष के पास सिर्फ 142 सांसद हैं, जिसमें से अकेले 50 सांसद तो कांग्रेस से ही हैं। इस तरह लोकसभा में बीजेपी के पास बहुमत है।

अब बात करते हैं, राज्यसभा की। राज्यसभा में बीजेपी के सांसदों की संख्या 93 है, जबकि सहयोगी दलों के सांसदों की संख्या को जोड़ लिया जाए, तो ये आंकड़ा 105 पर पहुंच जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि बीजेपी को पांच मनोनीत और दो निर्दलीय सांसदों का साथ भी मिलना तय माना जा रहा है। इस तरह राज्यसभा में बीजेपी के पास कुल सांसदों की संख्या 112 तक पहुंच जाएगी।हालांकि, भले ही ये संख्या ज्यादा लगती है, मगर अभी भी बहुमत के आंकड़े से बीजेपी 8 सांसद दूर है।बीजेपी को दिल्ली सेवा बिल राज्यसभा से पास करवाने के लिए बीएसपी, जेडीएस और टीडीपी के एक-एक सांसदों की भी जरूरत होगी। सिर्फ इतना ही नहीं, बीजेपी राज्यसभा में बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस के भरोसे है।

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Aug 01 2023, 19:21

2,000 रुपए के 88% नोट बैंकों में लौटे, अब चलन में 42 हजार करोड़ मूल्य के नोट

#rbi_says_88_percent_2000_rupee_notes_are_back_into_bank

देश में 88 प्रतिशत 2000 के नोट बैकों में वापस आ चुके हैं।आरबीआई ने ये जानकारी दी है।भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि 31 जुलाई 2023 तक 3.14 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बैंकों में वापस आ गए हैं। अब महज 42 हजार करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही बाजार में चलन में है।

आरबीआई के मुताबिक 19 मई 2023 तक कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट्स सर्कुलेशन में थे। 31 जुलाई 2023 तक 3.14 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बैंकों में वापस आ चुका है। अब 42000 करोड़ रुपये के नोट केवल सर्कुलेशन में बचा हुआ है। बता दें कि 30 सितंबर 2023 2,000 के नोट जमा करने या एक्सचेंज करने की आखिरी तारीख है।

आरबीआई ने जब इन नोटों को चलन से हटाने की घोषणा की थी, तब 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोट चलन में मौजूद थे। गत 31 मार्च को इन नोटों का मूल्य 3.62 लाख करोड़ रुपये था। आरबीआई ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली में लौटकर आने वाले 2,000 रुपये के नोट में से करीब 87 फीसदी नोट बैंकों में जमा के रूप में आए हैं जबकि 13 फीसदी नोट अन्य मूल्यों के नोट से बदले गए हैं।

बता दें, आरबीआई ने 19 मई को 2,000 रुपये मूल्य के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। इसके लिए उपभोक्ताओं को 30 सितंबर तक ये नोट बैंकों में जमा करने या वहां पर बदलने की सुविधा दी गई है।केंद्रीय बैंक ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए अपने पास मौजूद 2,000 रुपये मूल्य के नोट सितंबर तक बैंकों में जाकर जमा कर दें या उन्हें दूसरे नोट से बदल लें।

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Aug 01 2023, 18:54

मणिपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा-प्राथमिकी दर्ज करने में काफी देरी हुई, राज्य पुलिस ने कानून-व्यवस्था से नियंत्रण खो दिया

#supreme_court_hearing_on_manipur_violence

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को फिर सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इस दौरान स्थानीय पुलिस पर सवाल खड़े किए और कहा कि एफआईआर को दर्ज करने में काफी देरी हुई है।हालात राज्य की पुलिस के नियंत्रण के बाहर हैं।कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई सोमवार (7 अगस्त) के लिए तय की और मणिपुर के डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से पेश होकर सवालों के जवाब देने को कहा है।

मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लगता है संवैधानिक मशीनरी का पूरी तरह ‘ब्रेकडाउन’ हो चुका है। वहां कोई कानून व्यवस्था नहीं बची है। सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने संबंधी वीडियो को ‘बेहद परेशान’ करने वाला बताते हुए कहा कि घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने में काफी देरी हुई।

सुनवाई शुरू होने पर मणिपुर सरकार ने पीठ को बताया कि उसने मई में जातीय हिंसा भड़कने के बाद 6,523 प्राथमिकियां दर्ज कीं। इनमें 11 एफआईआर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा-यौन उत्पीड़न को लेकर हैं। हिंसा के दौरान जो भी शव बरामद हुए हैं, उन सभी का पोस्टमॉर्टम हुआ है। केंद्र और मणिपुर सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामले में राज्य पुलिस ने ‘जीरो’ प्राथमिकी दर्ज की थी। मेहता ने शीर्ष न्यायालय को बताया कि मणिपुर पुलिस ने वीडियो मामले में एक नाबालिग समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर पुलिस से नाराजगी जताते हुए कहा कि घटना की जांच बहुत सुस्त है और राज्य में कानून एवं व्यवस्था और संवैधानिक तंत्र पूरी तरह चरमरा गया है। यह साफ है कि पुलिस ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर से नियंत्रण खो दिया है और अगर कानून एवं व्यवस्था तंत्र लोगों की रक्षा नहीं कर सकता तो नागरिकों का क्या होगा? इसने कहा कि राज्य पुलिस जांच करने में अक्षम है, उसने स्थिति से नियंत्रण खो दिया है।

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Aug 01 2023, 16:16

हीरो मोटोकॉर्प चेयरमैन पवन मुंजाल के घर ईडी की छापेमारी, जानें क्या है पूरा मामला

#ed_raids_against_hero_moto_chairman_pawan_munjal

हीरो मोटोकॉर्प के कार्यकारी अध्यक्ष पवन मुंजाल और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के अनुसार दिल्ली और पड़ोसी गुरुग्राम में स्थित परिसरों की तलाशी ली गई।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों के हवाले से बताया कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत हीरो मोटोकॉर्प के कार्यकारी अध्यक्ष पवन मुंजाल और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ छापेमारी की है। यह जांच राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की एक शिकायत के चलते हो रही है। यह शिकायत कथित रूप से मुंजाल के करीबी व्यक्ति के खिलाफ है। इस व्यक्ति की अघोषित विदेशी मुद्रा ले जाने के आरोप में जांच की गई थी।

ईडी की छापेमारी की खबर के बाद करीब 1.30 बजे हीरो मोटोकॉर्प के शेयरों में करीब 4 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह 3,083 रुपये पर कारोबार कर रहा था। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू ऑटोमोबाइल प्रमुख हीरो मोटोकॉर्प सरकार के रडार पर है।कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने कंपनी के खिलाफ जांच शुरू की है। यह जांच हीरो मोटोकॉर्प के कुछ ट्रांजेक्‍शन में आयकर विभाग की ओर से की गई पूर्व जांच के बाद शुरू की गई है।

हीरो मोटोकॉर्प 2001 में एक कैलेंडर वर्ष में यूनिट वॉल्यूम बिक्री के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता बन गई, और पिछले लगातार 20 वर्षों से इस खिताब को बनाए रखा है। कंपनी की एशिया, अफ्रीका और दक्षिण और मध्य अमेरिका के 40 देशों में उपस्थिति है।

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Aug 01 2023, 15:53

”अपनों” की आपत्ति के बावजूद शरद पवार ने पीएम मोदी के साथ साझा किया मंच, क्या “INDIA”को देने वाले हैं झटका

#sharad_pawar_shares_stage_with_pm_modi_neglecting_opposition_alliance_india_objection

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। इस कार्यक्रम में शरद पवार भी थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ही पीएम मोदी को तिलक पुरुस्कार से सम्मानित किया। एनसीपी में टूट के बाद पहली बार पीएम मोदी और शरद पवार एक मंच पर दिखाई दिए। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की।बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नए विपक्षी गठबंधन INDIA की मांग को ठुकराते हुए न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा किया बल्कि उनके सम्मान पाने के भी साक्षी बने।

विपक्षी दलों के मना करने के बावजूद कार्यक्रम में शामिल हुए

दरअसल, नये बने विपक्षी गठबंधन इंडिया के लोगों ने पीएम मोदी के साथ तिलक पुरस्कार मिलने के कार्यक्रम में शरद पवार को पेश होने से रोका था। विपक्षी दलों के इस सुझाव को मानने से पवार ने इंकार कर दिया। इंडिया के सदस्यों कहना था कि ऐसे वक्त में जब बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर एक मोर्चा बनाया जा रहा है तो पवार का इस कार्यक्रम में शामिल होना विपक्ष के लिए अच्छा नहीं होगा। पवार ने उन सांसदों से मुलाकात नहीं की थी जो उनको इस समारोह में शामिल नहीं होने के लिए मनाना चाहते थे। 

विपक्षी दलों के नेताओं ने नहीं की मुलाकात

पवार दिल्ली में थे तब प्रतिनिधिमंडल में शामिल अलग-अलग विपक्षी दलों के नेताओं ने उनसे मुलाकात करने का समय मांगा। उनसे मुलाकात करना तो दूर, पवार दिल्ली में रुके ही नहीं और सीधे पुणे चले आए जहां पीएम के साथ उनका कार्यक्रम था।

शिवसेना (यूबीटी) ने कहा-पवार कार्यक्रम से दूर रह सकते थे

पुणे के इस कार्यक्रम को लेकर महाविकास अघाड़ी में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस और शिवसेना उद्धव खुलकर शरद पवार को कार्यक्रम में ना जाने की नसीहत दे रहे थे लेकिन शरद पवार ने उनकी बातों को तवज्जो नहीं दिया।इस पर शिवसेना (यूबीटी) ने मंगलवार को कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार इस कार्यक्रम से दूर रह सकते थे। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि अगर इस समय शरद पवार प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हैं तो इससे लोगों तक विपक्षी गठबंधन को लेकर क्या मैसेज जाएगा, इससे पवार को भी अवगत होना चाहिए। उन्होंने आगे यह भी कहा था कि यहां पवार के रुख को लेकर भ्रम हो सकता है, उन्हें स्थिति साफ करनी होगी लेकिन हम साथ हैं। एमवीए मजबूत है और INDIA गठबंधन और भी ज्यादा मजबूत है।

'सामना' के जरिए भी शिवसेना (यूबीटी) ने दी सलाह

शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' के एक संपादकीय में दावा किया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और फिर पार्टी में विभाजन कराया और महाराष्ट्र की राजनीति को खराब कर दिया। कुछ लोगों के मन में शरद पवार को लेकर संदेह हैं और अच्छा मौका था ऐसे संदेह को जवाब देने का वह इस कार्यक्रम से दूर रह सकते थे लेकिन उन्होंने पीएम मोदी का स्वागत किया जो कुछ लोगों को पसंद नहीं आया।

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Aug 01 2023, 14:55

लोकसभा में दिल्ली सर्विस बिल पेश, कांग्रेस ने किया विरोध,कहा-संविधान को कमजोर कर रही सरकार

#delhi_services_bill_in_lok_sabha

अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग से जुड़ा दिल्ली सेवा बिल केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में पेश किया। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने गृहमंत्री अमित शाह की ओर से सदन में बिल पेश किया।इस पर चर्चा कल होगी।बिल के खिलाफ लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष की तरफ से लगातार नारेबाजी हुई। इसके बाद लोकसभा को स्थगित कर दिया गया।

अमित शाह ने बताया क्यों पेश किया बिल

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि संविधान से संसद को अधिकार दिया है। संसद को दिल्ली के लिए कानून बनाने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत संसद दिल्ली के लिए कोई भी कानून बना सकता है। संसद के नियमों के आधार भी कोई आधार नहीं बनता है इसलिए इस बिल को संसद में पेश करने की अनुमति दी जाए।

यह बिल संघीय ढांचे पर चोट-अधीर रंजन

कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दिल्ली सर्विस बिल विधायक संविधान के खिलाफ है। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने की कोशिश कर रही है। दिल्ली सरकार के कार्यों में केंद्र सरकार हस्तक्षेप करना चाहती है। वो इस फैसले को निष्क्रिय करने का प्रयास कर रहे हैं। यह बिल संघीय ढांचे पर चोट है। ये उसकी कब्रगाह बनेगा। ये बिल संविधान का उल्लंघन है।

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Aug 01 2023, 14:38

अविश्वास प्रस्ताव पर 8 से होगी चर्चा, पीएम मोदी 10 अगस्त को देंगे जवाब

#no_confidence_motion_disussion_in_parliament_monsoon_session

मणिपुर मुद्दे पर संसद में हंगामा जारी है। इस बीच केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बड़ी अपडेट है। लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की तारीख तय हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव पर 3 दिन चर्चा होगी, जो 8 से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगी।आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को जवाब देंगे।

दरअसल, विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा और प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा है। इसी के लिए विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया ताकि अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री संसद में जवाब दें।

बता दें कि 26 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नियमों के तहत आवश्यक 50 से अधिक सांसदों की गिनती के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि बहस का समय वह तय करेंगे और सदन को बतायेंगे. स्पीकर ने कहा था कि उन्हें सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए गोगोई से नोटिस मिला है।

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Aug 01 2023, 13:36

लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी, मंच पर एक तरफ दिखे अजित तो दूसरी तरफ शरद पवार

#pm_modi_honoured_with_lokmanya_tilak_award

प्रधानमंत्री नरेन्द्र नोदी को पुणे में लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पवार मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। शरद पवार चूंकि इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट थे, इसलिए पीएम मोदी को सम्मानित करने की जिम्मेदारी भी उन्होंने ही उठाई। इस दौरान एक ही मंच पर शरद पवार और अजीत पवार मौजूद रहे। इस समारोह में राज्यपाल और सीएम एकनाथ शिंदे भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने इसे अविस्मरणीय क्षण बताया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पुरस्कार के साथ मिलने वाली राशि को नमामि गंगे परियोजना में दान देने की घोषणा की।

लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए काफी अहम और भावुक करने वाला है। पुणे की भूमि आदर की भूमि है, मैंने यहां के मंदिर का आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज जो सम्मान मिला है, यह मेरे लिए काफी खास है। जब भी कोई अवॉर्ड मिलता है तो उसके साथ हमारी जिम्मेदारी भी जुड़ जाती है। पीएम मोदी बोले कि जिनके नाम में गंगाधर है, उनके अवॉर्ड की जो ईनाम राशि मुझे दी गई है मैं वो नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दे रहा हूं। लोकमान्य तिलक जी ने स्वतंत्रता आंदोलन की पूरी दिशा बदल दी थी, जब अंग्रेज कहते थे कि भारतवासी देश चलाने के लायक नहीं है, तब उन्होंने स्वराज का नारा दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि लोकमान्य गंगाधर तिलक में युवाओं को पहचानने की कला थी, उन्होंने ही वीर सावरकर को पहचाना। तिलक चाहते थे कि वीर सावरकर विदेश जाकर पढ़ाई करें और वापस आकर देश की सेवा करें। वीर सावरकर के लिए तिलक जी ने सिफारिश की थी, उन्होंने राष्ट्र निर्माण को बढ़ावा दिया।पीएम मोदी ने कहा कि आज अगर हम विदेशी आक्रांताओं के नाम पर बनी सड़क का नाम बदलते हैं, तो कुछ लोगों को मिर्ची लग जाती है लेकिन आजादी से पहले सरदार साहब ने लोकमान्य गंगाधर तिलक की मूर्ति लगाने के लिए अंग्रेजों को चुनौती दे दी थी।

बता दें कि आज 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि होती है। इस मौके पर तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। ये सम्मान इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया।

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Aug 01 2023, 12:02

धरती के ऑर्बिट से निकला चंद्रयान-3, अब चंद्रमा की ओर भर रहा उड़ान, पांच अगस्त का दिन है खास

#isro_chandrayaan_3_leaves_earth_orbit 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-3 ने अपनी सफलता का एक चरण और पूरा कर लिया है। उसने पृथ्वी की आर्बिट के सभी चक्कर अपने तय समय में पूरे कर लिए हैं और अब इसरो ने उसको चंद्रमा के रास्ते की तरफ इजेक्ट कर दिया है।चंद्रयान-3 धरती की कक्षा से निकलने के बाद अब 5 अगस्त को चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंच जाएगा।इसके बाद 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा।

इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 3 को धरती की कक्षा से चंद्रमा की तरफ भेजा है। इसरो ने मंगलवार को चंद्रयान-3 अंतरिक्षयान को पृथ्वी की कक्षा से निकालकर सफलतापूर्वक चांद की कक्षा की तरफ रवाना किया। चंद्रयान 3 मिशन आज से उपग्रह पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चंद्रमा के पास जाने की यात्रा पर निकल पड़ा है। वैज्ञानिक भाषा में इसे ट्रांस लुनार इंजेक्शन कहा जाता है

इसरो ने बयान में कहा कि 'चंद्रयान-3 ने पृथ्वी की कक्षा का चक्कर पूरा कर लिया है और अब यह चांद की तरफ बढ़ रहा है।' इससे पहले चंद्रयान-3 अंडाकार कक्षा में घूम रहा था, जिसकी पृथ्वी से सबसे कम दूरी 236 किलोमीटर और सबसे ज्यादा दूरी 1,27,603 किमी थी।

इसरो ने बताया कि ISTRAC (ISRO Telemetry, Tracking and Command Network) सफलतापूर्वक पेरिजी फायरिंग की गई। जिसके बाद अंतरिक्षयान ने चांद की अपनी यात्रा शुरू कर दी है। अगल कदम चांद है। पांच अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 अंतरिक्षयान चांद की कक्षा में प्रवेश करेगा। इसके बाद 16 अगस्त तक अंतरिक्षयान चांद की कक्षा में चक्कर लगाएगा। 17 अगस्त को चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैंडर अलग होगा। 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर लैंडिंग करनी है। 

चंद्रयान 3 मिशन आज से उपग्रह पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चंद्रमा के पास जाने की यात्रा पर निकल पड़ा है। वैज्ञानिक भाषा में इसे ट्रांस लुनार इंजेक्शन कहा जाता है।पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति का इस्तेमाल करते हुए उपग्रह को धीरे धीरे प्रथ्वी से दूर ले जाया जाता है और फिर एक समय आता है जब उपग्रह पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण के दायरे से बाहर जाने लगता है उसी वक्त उपग्रह के इंजन को फायर कर उसे उस दिशा में मोड़ दिया जाता है जहां से वह पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण दायरे से बाहर निकलकर चांद की ओर आगे बढ़ने लगता है।ये काम बहुत जटिल होता है क्योंकि इस गणना में जरा सी गलती से उपग्रह बाहरी अंतरिक्ष में कहीं भी खो सकता है। 

इसरो के हमारे वैज्ञानिकों ने सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात इस जटिल प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, अब चंद्रयान 3 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है, जब उपग्रह चंद्रमा के गुरूत्वाकर्षण के दायरे में पहुंच जाएगा तब उसे चंद्रमा के पास ले जाने की प्रक्रिया शुरू होगी। अगर सब कुछ तय गणना के हिसाब से चला तो 23 अगस्त की शाम 5 बजकर 47 मिनिट पर चंद्रयान चांद की सतह पर पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।

इसरो ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर अपनी महत्वकांक्षी योजना चंद्रयान-3 अंतरिक्षयान को रवाना किया था। चंद्रयान-3 में लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं। लैंडर और रोवर चांद के दक्षिण ध्रुव पर उतरेंगे और 14 दिन तक वहां प्रयोग करेंगे। इस मिशन के जरिए इसरो पता लगाएगा कि चांद की सतह पर भूकंप कैसे आते हैं साथ ही चंद्रमा की मिट्टी का अध्ययन भी करेगा।

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Aug 01 2023, 11:40

मिशन 2024 के लिए सासंदों को मोदी का मंत्र, “क्षेत्रीय मुद्दों और लोगों के बीच जाएं, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से दूर रहें”

#pm_modi_gave_instructions_to_nda_mps_talk_on_local_issues 

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात का सिलसिला शुरू किया। एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात के इस सिलसिले के तहत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश के ब्रज, पश्चिम, कानपुर और बुंदेलखंड से आने वाले 42 सांसदों से मुलाकात की और फिर इसके बाद पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा से आने वाले एनडीए गठबंधन के 41 सांसदों के समूह के साथ अलग से मुलाकात की।इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को मिशन 2024 के लिए मंत्र दिए।पीएम मोदी ने सांसदों को ज्यादा से ज्यादा समय अपने क्षेत्रों में बिताने का सुझाव दिया ।

अपने इलाके के गांव-कस्बों में जाकर प्रवास करने की सलाह

सूत्रों के मुताबिक, एनडीए सांसदों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे जमीनी हालात को लेकर फीडबैक लिया। साथ हीप्रधानमंत्री ने सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में लोकल मुद्दों पर ज्यादा फोकस करने के साथ-साथ केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को भी जनता तक पहुंचाने को कहा। जहां-जहां राज्य में भाजपा की सरकारें है, वहां डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने को कहा गया है। उन्होंने सांसदों से अपने-अपने इलाके के गांव-कस्बों में जाकर प्रवास करने और लोगों से बातचीत करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि सांसदों को लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए।

आगामी त्यौहारों पर एनडीए की तरफ से कार्यक्रम करने की सलाह

पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि राम मंदिर, धारा 370, विदेशों में देश की धूम जैसे मुद्दे देश का हर व्यक्ति जानता है। इसलिए सांसद अब अपने क्षेत्रों में गरीब कल्याण, आयुष्मान भारत, इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धियों जैसे केंद्र सरकार के कामकाज के बारे में लोगों से बात करें। पीएम ने कहा कि सभी सांसद मेरा माटी ,मेरा देश कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। इसके साथ ही आगामी त्यौहारों पर एनडीए की तरफ से कार्यक्रम करें।

इस तरह से नया वोटर ग्रुप तैयार करने की नसीहत

पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभ से लोगों की जिंदगियां बदली हैं। कई लोगों तक इन योजनाओं का पहुंचना अभी बाकी है, क्योंकि उन्हें इनकी जानकारियां नहीं हैं।ऐसे में उन्हें इन योजनाओं के बारे में बताएं समझाएं। उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री आवास समेत कई ऐसी योजनाएं हैं, जिनके जरिए लोगों को सीधा लाभ पहुंचा है और इसके लाभार्थी बीजेपी का नया वोटर ग्रुप बनकर उभरे हैं।

इस सुझाव में बीजेपी की कर्नाटक चुनाव से ली गई सीख दिखाई दे रही है। कर्नाटक चुनाव के दौरान पार्टी विपक्ष के दिए मुद्दों पर उलझ गई और क्षेत्रीय मुद्दों से दूर होती चली गई। इसके खामियाजे में बीजेपी को चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में अब पीएम मोदी ने सांसदों को सलाह दी है कि वो क्षेत्रीय मुद्दों और लोगों के बीच जाएं और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से दूर रहें।