दिल्ली अध्यादेश पर बिल कल संसद में होगा पेश, लोकसभा में हंगामे के आसार


डेस्क: दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश से संबंधित बिल सोमवार (31 जुलाई) को लोकसभा में पेश किया जायेगा. मोदी कैबिनेट इस बिल पर पहले ही मुहर लगा चुकी है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी इस अध्यादेश का विरोध कर रही है. ऐसे में लोकसभा में सोमवार को विपक्ष के हंगामे के आसार हैं. 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र सरकार (संशोधन) विधेयक को मंजूरी दी थी. ये बिल 19 मई को केंद्र की ओर से लाए गये अध्यादेश की जगह लेने के लिए पेश किया जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने अध्यादेश का कड़ा विरोध किया है. 

केंद्र ने जारी किया था दिल्ली में अध्यादेश 

इस अध्यादेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी लोक सेवा प्रधिकरण नाम का एक प्राधिकरण होगा, जो उसे प्रदान की गई शक्तियों का उपयोग करेगा और उसे सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगा. इस अध्यादेश के लाने से कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में तबादलों और नियुक्तियों संबंधी मामलों में निर्णय की शक्तियां दिल्ली सरकार को प्रदान की थीं. 

आप ने मांगा विपक्षी दलों का समर्थन

आम आदमी पार्टी ने अध्यादेश जारी होने के बाद फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. कोर्ट ने फिलहाल इस मामले को 5 जजों की संविधान पीठ को सौंपा दिया है. आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बिल का विरोध करने के लिए विपक्षी नेताओं से समर्थन मांग चुके हैं.  

कांग्रेस समेत कई पार्टियां करेंगी आप को सपोर्ट

अरविंद केजरीवाल ने संसद में इस बिल का विरोध करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डीएमके चीफ एमके स्टालिन समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी. कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने आप का समर्थन करने की बात कही है.

बदरीनाथ वाले बयान पर अड़े स्वामी प्रसाद मौर्य, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी मौर्य के बयान की निंदा की

डेस्क: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बदरीनाथ धाम मंदिर पर दिए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी मौर्य के बयान की निंदा की है. हालांकि, विरोध के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य बयान पर नरम पड़ते नजर नहीं आ रहे हैं और उन्होंने इसी मुद्दे पर अब नया बयान दे दिया है.

स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार (30 जुलाई) को कहा, ''हर मस्जिद में मंदिर खोजने की परंपरा बीजेपी को भारी पड़ेगी. ऐसा करेंगे तो लोग हर मंदिर में बौद्ध मठ खोजेंगे.'' मौर्य ने कहा कि ऐतिहासिक साक्ष्य, तथ्य और गवाह इसके पुख्ता प्रमाण हैं कि जितने भी हिंदू तीर्थ स्थल हैं, वे बौद्ध मठों के ऊपर बनाए गए हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ''8वीं सदी की शुरुआत तक बदरीनाथ बौद्ध मठ था.''

उत्तराखंड सीएम धामी के बयान पर पलटवार

स्वामी प्रसाद मौर्य के बदरीनाथ मंदिर को बौद्ध मठ बताने के बाद घमासान छिड़ गया था. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस पर ऐतराज जताया था. मौर्य ने इसका भी जवाब दिया है. मौर्य का जवाब जानने से पहले सीएम धामी ने क्या कहा, वो जान लेते हैं. मुख्यमंत्री धामी ने कहा था, ''बदरीनाथ धाम पूरी दुनिया के लिए आस्था का केंद्र है. स्वामी प्रसाद मौर्य बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. वे जिस गठबंधन के हिस्से हैं, उसमें उनका इस तरह का बयान आना स्वाभाविक ही है.''

धामी के बयान पर मौर्य ने कहा, ''सीएम धामी ने कहा है कि हमने उनका भावना का प्रभावित किया है. मैं उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री से इतना ही कहना चाहता हूं कि सबकी आस्था महत्व रखती है. आपकी आस्था है तो अन्य धर्मावलंबियों और पंथ के लोगों की भी आस्था है. अगर आपको अपनी आस्था की चिंता है तो आपको दूसरों की आस्था की भी चिंता करनी चाहिए.''

मेरा बयान संविधान के अनुकूल- मौर्य

मौर्य के बयान पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने भी निंदा की थी और इसे पूरी तरह तथ्यहीन बताया था. अब स्वामी ने शंकराचार्य को भी जवाब दिया है. मौर्य ने कहा, ''मेरा बयान संविधान के अनुकूल है. कोई भी हवा हवाई बयान देने से बाज आएं.'' उन्होंने कहा, ''महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने बदरीनाथ धाम जाकर जो कुछ लिखा, उस पर बात कर रहे हैं. मूर्ति का अवलोकन करके और रावल से बात करके इस प्रकार इसमें संदेह नहीं रह गया कि मूर्ति बुद्ध की है. अखंड रहने पर यह मूर्ति बहुत सुंदर रही होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है.''

पाकिस्तान में हुआ बड़ा बम धमाका, 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर

डेस्क: पाकिस्तान में एक बार फिर से बड़ा बम धमाका हुआ है। इस बम धमाके में 20 से भी ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके साथ इस बम धमाके की वजह से 50 से ज्यादा लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर इलाके में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) की बैठक हो रही थी। इस बैठक में शामिल होने के लिए कई कार्यकर्ता आए हुए थे। इस बैठक को निशाना बनाकर आंतकियों ने विस्फोट कर दिया। बम विस्फोट के बाद हादसा स्थल पर अफरा-तफरी मच गई।

बम ब्लास्ट के बाद पुलिस और सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए हैं, जहां वह राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। पुलिस ने बताया है कि मृतकों की संख्या में अभी और भी इजाफा हो सकता है। पुलिस के अनुसार, यह विस्फोट सभा स्थल के अंदर हुआ है। हालांकि पुलिस ने अभी तक विस्फोट के कारण की पुष्टि नहीं की है।

लालू हुए एक्टिव, बैडमिंटन खेला और फिर बीजेपी पर बोला हमला-'इस बार तो सफाया हो जाएगा'

डेस्क: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत काफी खराब रही थी, एक बार फिर से स्वस्थ होने के बाद वे राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के नए संगठन छात्र राजद भारत की पहली बैठक में शिरकत की और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। लालू ने कहा ''बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा को मानने वाली पार्टियां एक साथ आ रही हैं...इस बार तो बीजेपी का सफाया हो जाएगा. आने वाले समय में हम (इंडिया गठबंधन) महाराष्ट्र में मिलने जा रहे हैं जहां हम आगे की रणनीति को अंतिम रूप दें..." इससे पहले लालू यादव बैडमिंटन खेलते भी नजर आए थे। 

इस बीच खबर ये भी मिल रही है कि सोमवार की सुबह 10 बजे खड़गे के चैंबर में 'INDIA' के नेता मीटिंग करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

लालू ने तेजप्रताप को दी सलाह

नए संगठन छात्र राजद भारत की पहली बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि, पंचायत स्तर पर छात्र नौजवान पूरे देश में घूमें, नरेंद्र मोदी संविधान को मिटाना चाहते हैं लेकिन देश की अखंडता को हम मिटने नहीं देंगे। वहीं लालू प्रसाद यादव ने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को सलाह देते हुए कहा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और झारखंड में DSS का कार्यक्रम कराएं। लालू ने कहा कि RSS वाले आप लोगों से घबराते हैं, एकजुट रहना है ताकि पार्टी में कोई भ्रम न फैले।

लालू ने पीएम मोदी पर कसा तंज-वे तो पिज्जा-बर्गर खाएंगे

लालू ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला-बिहार में सूखा पड़ गया है, किसानों को खेती करने में परेशानी हो रही है। बिहार सरकार ने राहत का ऐलान किया है और केंद्र की पीएम सरकार को कोई मतलब नहीं, भिंडी 80 रूपए किलो, टमाटर 300 रूपए बिक रहा है और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विदेश घूम रहे हैं क्योंकि कहां ठहराना है वो देख रहे हैं कि वहां पिज़्ज़ा, मोमो, और बर्गर खाएंगे।

लालू प्रसाद ने आगे कहा बिहार में राजद, जेडीयू और कांग्रेस एक साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। 2024 का चुनाव नजदीक आ गया है। चुनाव में एक उम्मीदवार के खिलाफ एक कैंडिडेट खड़ा होगा। इसबार INDIA बनाम NDA होगा। बीजेपी का सफाया कर देंगे।

नाबािलग के साथ यौन उत्पीड़न मामले में पॉक्सो कोर्ट की अहम टिप्पणी, 'सेक्सुअल असॉल्ट केस में निर्णायक सबूत नहीं हो सकता DNA टेस्ट'

डेस्क: एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में स्पेशल पॉक्सो कोर्ट ने दो लोगों को सजा सुनाते हुए अहम टिप्पणी की है. कोर्ट ने कहा कि डीएनए टेस्ट बलात्कार में निर्णायक सबूत नहीं हो सकता, इसका सिर्फ पुष्टि के लिए सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि टेस्ट में इस बात की पुष्टि नहीं होती कि दोनों पीड़िता के बच्चे के बायोलॉजिकल पिता हैं, लेकिन इससे यह नहीं माना जा सकता कि उन्होंने नाबालिग का यौन उत्पीड़न नहीं किया.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने कहा कि पीड़िता अपने बयान पर शुरुआत से कायम है और उसकी गवाही इस बात की पुष्टि करती है कि उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ है. 

कोर्ट की टिप्पणी

जस्टिस सीमा सी जाधव इस मामले की सुनवाई कर रही थीं. 16 वर्षीय नाबालिग की गवाही के आधार पर कोर्ट ने दो लोगों को उसका यौन उत्पीड़न का दोषी ठहराते हुए 20 साल की सजा सुनाई है. पीड़िता ने अपनी मां की दोस्त के पति और दुकान पर काम करने वाले शख्स पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. डॉक्टरों ने बताया कि मानसिक रूप से पीड़िता की उम्र 11 साल है. कोर्ट ने कहा कि आरोपी परिपक्व हैं और ऐसे जघन्य अपराध ने पीड़िता को शारीरिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित किया है. कोर्ट ने कहा कि ऐसे कृत्य पीड़ित के लिए जिंदगीभर के लिए कलंक बन जाते हैं.

कोर्ट ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया और कहा कि यह राशि पीड़िता को मुआवजे को तौर पर दी जाएगी. कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा, "ऐसी घटनाएं पीड़ित पर बहुत प्रभाव डालती हैं और कोई भी मुआवजा पीड़ित के लिए पर्याप्त नहीं है और न ही राहत दे सकता है, लेकिन आर्थिक मुआवजा कम से कम उसे कुछ सांत्वना दे सकेगा." इस मामले में नाबालिग, उसकी बुआ, डॉक्टरों और पुलिस समेत 11 लोगों ने कोर्ट में गवाही दी. पीड़िता का मेंटल अससेमेंट किया गया, जिसमें डॉक्टरों ने बताया कि उसका आईक्यू 11 साल 5 महीने के बच्चे जितना है.

क्या है पूरा मामला ?

रिपोर्ट के मुताबिक, जब नाबालिग की उम्र 11 साल थी, तभी उसकी मां की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद वह अपनी मां की दोस्त के पास रहकर ब्यूटीशियन का काम सीखने लगी. साल 2021 में जब वह अपनी बुआ के पास गई तो उसका पेट देखकर उन्होंने उससे सवाल किया तो उसने यह कहकर टाल दिया कि ज्यादा खाने की वजह से पेट निकल गया है. हालांकि, बुआ को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद पीड़िता ने खुलासा किया कि दुकान पर काम करने वाला एक शख्स उसका यौन उत्पीड़न करता था. इसके बाद उसको बाल गृह भेजा गया तब उसने दूसरे आरोपी और उसकी मां के दोस्त के पति के बारे में भी बताया कि वह उसके साथ बार-बार दुष्कर्म करता था.

पीएम मोदी 1 अगस्त को पुणे में मेट्रो ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी, कई और परियाजनाओं की भी देंगे सौगात

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (1 अगस्त) को पुणे का दौरा करेंगे और मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस दौरान, वह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार (30 जुलाई) को एक बयान में कहा कि इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार भी ग्रहण करेंगे.

पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक हैं. प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी. नए खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे.

पीएमओ ने कहा, ये प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में कदम

पीएमओ ने कहा कि यह उद्घाटन देश भर में नागरिकों को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मार्ग पर कुछ मेट्रो स्टेशन का डिजाइन छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित है. छत्रपति संभाजी उद्यान मेट्रो स्टेशन और डेक्कन जिमखाना मेट्रो स्टेशन का डिजाइन छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों द्वारा पहनी जाने वाली पगड़ी से मिलता-जुलता है, जिसे 'मावला पगड़ी' भी कहा जाता है.

पीएमओ ने कहा कि शिवाजी नगर भूमिगत मेट्रो स्टेशन में एक विशिष्ट डिजाइन है जो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित किलों की याद दिलाता है. पीएमओ ने कहा, "एक और अनूठी विशेषता यह है कि सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक है, जिसमें 33.1 मीटर का सबसे गहरा बिंदु है। स्टेशन की छत को इस तरह से बनाया गया है कि सीधी धूप प्लेटफॉर्म पर पड़े." इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट के उपयोग वाले ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह संयंत्र बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन कचरे का उपयोग करेगा.

पीएम देंगे इन परियोजनाओं की सौगात

प्रधानमंत्री इस अवसर पर पीसीएमसी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 1,280 से अधिक मकान सौंपेंगे. वह पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2,650 से अधिक पीएमएवाई घर भी सौंपेंगे. इसके अलावा, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले लगभग 1,190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 6,400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखेंगे. प्रधानमंत्री को इस यात्रा के दौरान लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी.

प्रधानमंत्री से पहले किस-किस को मिल चुका है यह सम्मान

पीएमओ ने कहा कि यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है और जिनके योगदान को केवल उल्लेखनीय और असाधारण के रूप में देखा जा सकता है. यह पुरस्कार हर साल एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर दिया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी से पहले यह पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह के अलावा मशहूर व्यवसायी एन आर नारायणमूर्ति और 'मेट्रो मैन' ई श्रीधरन जैसे 40 दिग्गजों को प्रदान किया जा चुका है.

*पाकिस्तान गई अंजू का ऑडियो वायरल, पति को फोन पर दी गालियां, बच्चों के लिए दी धमकी*


डेस्क: राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंची अंजू लगातार सुर्खियों में है. वहां जाकर उसने इस्लाम धर्म कबूल कर फातिमा बन गई और अपने प्रेमी नसरुल्लाह से निकाह भी कर लिया. अब अंजू का एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो अपने पति अरविंद से बात कर रही है, इस बातचीत में अंजू अरविंद को लगातार गालियां दे रही है.

हाल ही में अंजू ने भारत में रह रहे अपने पति अरविंद के पास कॉल किया. जिसका ऑडियो वायरल हो गया. वायरल ऑडियो में उसने अरविंद को बुरा-भला कहा, जिसके बाद दोनों की खूब बहस हुई. अंजू ने अरविंद से कहा कि तुम मीडिया में क्या-क्या बकवास कर रहे हो, कुछ भी बके जा रहे हो. अपने बारे में भी बताओ कैसे इंसान हो तुम. तू मीडिया के सामने नाच रहा है.

इसके जवाब में अरविंद कहता है कि तुमने भी तो वहां शादी कर ली, घूम रही है. इस पर अंजू कहती है ये मेरी मर्जी है, जो चाहूंगी वह करूंगी. मैं बच्चों के लिए वापस आऊंगी. हालांकि एबीपी न्यूज इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.

इंटरव्यू में भी निकाली थी भड़ास

इससे पहले एक मीडिया संस्थान को दिए एक इंटरव्यू में अंजू ने मीडिया पर भी जमकर भड़ास निकाली थी. उसने कहा था, “मैं तो देख रहीं हूं कि आप लोग मेरे बारे में क्या-क्या कह रहे हैं. मुझे आने लायक नहीं छोड़ा, वहां कौन मेरी गारंटी लेगा, ना रिश्तेदार और ना बच्चे अपनाएंगे तो मैं कहां जाऊंगी? यहां मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है. सोशल मीडिया पर मेरे बारे में जो कहा जा रहा है, उस पर एक्शन ले सकती हूं. मैं अभी इंडिया की हूं, मैं सबको बता दूंगी कि मैं क्या कर सकती हूं.”

पति से झूठ बोलकर गई पाकिस्तान

अंजू की शादी अरविंद से हुई थी, जो राजस्थान में रहते हैं. उनकी 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है. अंजू के पति ने कहा कि वो झूठकर बोलकर पाकिस्तान गई है. वहीं अंजू से पाकिस्तान से वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वो वहां सुरक्षित है और वीजा लेकर गई है. जल्द ही वह वापस लौट आएगी.

*रामदास अठावले बोले- 'एनडीए में आ जाइए', नीतीश कुमार का I.N.D.I.A में हो रहा तिरस्कार*

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी पार्टियों ने एक गठबंधन बनाया है जिसका नाम रखा गया है INDIA। इस मुद्दे पर अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बयान देते हुए कहा है कि नीतीश कुमार को वापस NDA में आ जाना चाहिए। विपक्षी गठबंधन में उनका तिरस्कार हो रहा है। एनडीए में उनका स्वागत होगा। उन्होंने कहा कि INDIA के गठबंधन में कई लोग प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं। इसलिए नीतीश कुमार की वहां दाल नहीं गलेगी। विपक्ष का INDIA नाम रखने पर नीतीश कुमार ने नाराजगी भी जताई थी।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 350 सीटों पर होगी जीत

अठावले ने कहा कि विपक्ष के गठबंधन को INDIA नाम देने से वो भारत देश नहीं बन जाता है। उनका गठबंधन Dead Alliance है। उनके साथ आने से एनडीए को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार 350 सीट के साथ सरकार बनेगी। क्योंकि देश की जनता एनडीए के साथ है। 1 अगस्त को पुणे के कार्यक्रम में शरद पवार और पीएम मोदी एक मंच पर होंगे। कार्यक्रम में जब दोनों एक साथ आएंगे तो बहुत सी बातें भी होंगी और मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री और शरद पवार के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव में साथ आने को लेकर भी चर्चा हो सकती है।

मोदी सरकार को है मणिपुर की चिंता

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी बात करेंगे तो शायद शरद पवार का मन बदल जाए और वो एनडीए के साथ आ जाएं। अजित पवार तो हमारे साथ पहले से हैं। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के लोग मणिपुर जा सकते हैं तो राजस्थान, बंगाल, छत्तीसगढ़ जाने से क्यों परहेज है। INDIA यानी विपक्षी दल मणिपुर गए हैं। यह अच्छी बात है। अब वहां से क्या रिपोर्ट लाते हैं और सरकार को देते हैं। रिपोर्ट मिलने पर विचार किया जाएगा।

 रामदास अठावले ने कहा कि मोदी सरकार लगातार मणिपुर में शांति के लिए कोशिश कर रही है। इसलिए 35,000 सुरक्षाबलों की तैनाती मणिपुर में की गई है।

*राम भक्तों के लिए खुशखबरी, आज से खुल जाएगा राम जन्मभूमि पथ, रामलला के दर्शन में होगी सुविधा*

डेस्क: भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। अक्टूबर 2023 में गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा और रामलला 24 जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। मंदिर में विराजमान होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान रामलला का दर्शन-पूजन करेंगे, जिसे देखते हुए अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी किया जा रहा है।

राम जन्मभूमि को जाने वाले 4 मार्गों का निर्माण

इसके मद्देनजर राम जन्मभूमि को जाने वाले 4 मार्ग बनाए जा रहे हैं। इन चार मार्गों में राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और सुग्रीव पथ का निर्माण कार्य किया जाएगा। आने वाले राम भक्तों को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो, इसके लिए यह मार्ग बनाए जा रहे हैं। आज करीब दोपहर 1:30 बजे जन्मभूमि पथ पर बने नवीन दर्शन मार्ग का शुभारंभ किया जाएगा। यानी आज से राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ से रामलला का दर्शन करने के लिए के लिए यह मार्ग शुरू कर दिया जाएगा। 

राम पथ का निर्माण कार्य भी जल्द होगा पूरा

जन्मभूमि मार्ग पूरी तरह राममय बनाया गया है। इस मार्ग पर अनेकों प्रकार की सुविधाएं भी दी जाएंगी। साथ ही भक्ति पथ का भी निर्माण कार्य बहुत ही जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सबसे लंबा पथ, राम पथ है उसका भी निर्माण कार्य 3 से 4 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। दीपोत्सव और भगवान रामलला को उनके गर्भगृह में विराजमान होने से पहले इन सभी मार्ग के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।

राम भक्तों के लिए आज से जन्मभूमि पथ शुरू कर दिया जाएगा। इसी जन्मभूमि पथ से राम भक्त कम दूरी तय कर अपने आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन पूजन कर सकेंगे। पहले हनुमानगढ़ी होकर राम जन्मभूमि मार्ग यानी अमावा मंदिर के पास भारी-भरकम भीड़ से होकर राम भक्तों को रामलला का दर्शन करना पड़ता था, लेकिन अब राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ शुरू कर दिया गया है। आज से इसी पथ से राम भक्त दर्शन और पूजन कर सकेंगे।

जन्मभूमि पथ पर सुरक्षा चेकिंग प्वॉइंट होगा

वहीं, राम मंदिर ट्रस्ट के सहयोगी गोपाल राव जी ने बताया कि इस जन्मभूमि पथ पर सुरक्षा चेकिंग प्वॉइंट के साथ आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए यात्री सुविधा केंद्र लॉकर बनाया गया है, जहां श्रद्धालु अपना सामान रख सकेंगे। इससे श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन में सुविधा होगी।

*जानिए कौन हैं बिहार की बेटी फलक खान, जिनकी फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में हुई है शामिल*

डेस्क: बिहार के मुजफ्फरपुर की बेटी फलक अभिनीत फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में शामिल है। फिल्म ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड-2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंची है। इस अवार्ड के लिए दुनियाभर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों की 1700 से अधिक फिल्मों का नामांकन हुआ था। 'चंपारण मटन' का निर्देशन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे के रंजन कुमार ने किया है।

नैरेटिव कैटेगरी के सेमीफाइनल में चुनी गई फिल्म

स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड चार अलग-अलग श्रेणियों में दिया जाता है। इसमें फलक खान की फिल्म नैरेटिव कैटेगरी में सेमीफाइनल में चुनी गई 16 फिल्मों से मुकाबला करेगी। नैरेटिव श्रेणी में अर्जेंटीना, जर्मनी, बेल्जियम जैसे देशों की फिल्में चुनी गई हैं। चंपारण मटन नैरेटिव समेत अन्य तीन श्रेणियों में शामिल भारत की एकमात्र फिल्म है। स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों से फिल्म बनाना पढ़ रहे छात्रों की फिल्मों को दिया जाता है। यह ऑस्कर की ही शाखा है। यह अवार्ड 1972 से दिए जा रहे हैं। इस अवार्ड से पुरस्कृत कई फिल्में ऑस्कर से नवाजी जा चुकी हैं।

क्या है फिल्म 'चंपारण मटन' की कहानी?

बिहार के लोगों की कभी हार नहीं मानने की कहानी अभिनेत्री फलक बताती हैं। आधे घंटे की यह फिल्म बिहार के लोगों की अपने रिश्तों के प्रति ईमानदारी और किसी भी हाल में हार न मानने की कहानी है। लॉकडाउन के बाद नौकरी छूट जाने पर गांव लौटने और पत्नी की इच्छा पूरी करने की कोशिश में लगे एक परिवार के इर्द-गिर्द इस फिल्म की कहानी है। कहानी की संवेदनशीलता हर किसी के दिल को छू रही है। यही इसके स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड में पहुंचने की वजह है। 

"बेटी ने दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया"

ब्रह्मपुरा निवासी फलक के पिता डॉ. एआर खान और मां डॉ. अजीज खान को बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है। मेंहदी हसन चौक निवासी फलक खान के पिता मैनेजमेंट कॉलेज में प्राचार्य हैं और माता भी प्रोफेसर हैं। इनका रोजाना का ज्यादातर वक्त शिक्षण कार्यों में बितता है। बेटी की फिल्म अवार्ड की दौड़ में शामिल होने पर माता-पिता बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया है, ऐसी बेटी पर नाज है।

कौन हैं फलक खान?

बता दें कि फलक खान MIT मुजफ्फरपुर की इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं। MIT से पढ़ाई पूरी कर मुंबई से MBA की पढ़ाई की। इसके बाद मुंबई में रहते हुए डायरेक्टरिंग, प्रोडक्शन, एडिटिंग का कोर्स किया और FK फिल्म प्रोडक्शन के जरिए छोटी-मोटी फिल्मों का कार्य शुरू किया। 

इस बीच, अभिनीत 'चंपारण मटन' फिल्म ऑस्कर अवार्ड के दौर में शामिल हुई, जो ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड- 2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंच गई है। वहीं, फलक खान भी बताती हैं कि इतना बड़ा मुकाम पाने के लिए संघर्ष और माता-पिता का आशीर्वाद ही काम देता है।

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