बगहा 1 नवागत सीडीपीओ ने 10 आंगनबाड़ी केंद्रों का किया औचक निरीक्षण,दिया सख्त निर्देश

बगहा। प्रखंड बगहा एक के नवागत बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मो० सोहेल अहमद के द्वारा ग्राम पंचागत इंग्लिशिया अंतर्गत कुल 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया।

जिससे प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर हडकंप मच रहा। निरीक्षण के क्रम में 2 आगनबाड़ी केंद्रों में केन्द्र संख्या 275 और 28 बंद पाए गए। जिस पर नवागत सीडीपीओ ने सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है

साथ ही अन्य 8 केन्द्रों पर सघन जांच करने करते हुए कड़े शब्दों में आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका एवं बच्चों को पोशाक में रहने,बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति,सुचारू रूप से पोषाहार का वितरण एवं ससमय आँगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन हेतु निर्देशित किया गया। नवागत सीडीपीओ ने स्पष्ट तौर पर ये निर्देश दिया है कि किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी एवं संबंधित कठोर कार्रवाई के पात्र होंगे। इसके अलावा पोषण ट्रैकर पर आंकड़ों की प्रविष्टि,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना आदि जैसे महत्वकांक्षी कार्यों को योग्य लाभार्थी चयनित कर क्रियान्वयन हेतु सख्त हिदायत दिए गए।आईसीडीएस परियोजना अंतर्गत सुधारात्मक कार्य को बढ़ावा देने

हेतु सीडीपीओ ने ठोस कदम उठाते हुए महिला पर्यवेक्षिकाओं को कार्य के आधार पर तीन श्रेणी में आंगनबाड़ी केन्द्रों को बाँटने के लिये कहा ताकि निम्न स्तर के प्रदर्शन करने वाले केन्द्रों को चिन्हित कर उचित कार्रवाई की जा सके एवं तत्काल प्रभाव से कार्यशैली में सुधार हेतू प्रतिदिन आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक पर्यवेक्षण कर प्रतिवेदन आईसीडीएस कार्यालय में सुपुर्द करने के लिए निर्देशित किया गया।

प्रथम विश्व युद्ध के आरंभ की 109 वीं वर्षगांठ पर जांबाज भारतीय सैनिकों एवं शहीदों को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

बेतिया : आज 28 जुलाई 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) ने प्रथम विश्व युद्ध में जांबाज भारतीय सैनिकों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 109 वर्ष पूर्व 28 जुलाई 1914 ई0 को प्रथम विश्व युद्ध आरंभ हुआ था! 

मातृभूमि की स्वाधीनता एवं विश्व शांति की चाह में 15 लाख से अधिक भारतीयों ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था! प्रथम विश्व युद्ध में यूरोपीय, भूमध्यसागरीय एवं मध्य पूर्व के युद्ध क्षेत्रों में भारतीयों ने सैनिकों के रूप में अपने अनेक डिवीजनो एवं स्वतंत्र ब्रिगेडरो का योगदान दिया था! 10 लाख से अधिक भारतीय युवाओं ने भारतीय सैनिक के रूप में विश्व के अनेक देशों में शांति स्थापित करने के लिए अपना योगदान दिया था! लगभग चार लाख भारतीयों ने मानवीय सेवाओं में हिस्सा लिया था! 

प्रथम विश्व युद्ध में लगभग 67000 हजार से अधिक भारतीय सैनिक घायल एवं 64187 से अधिक वीरगति को प्राप्त हुए थे !एशिया अफ्रीका यूरोप एवं कैरेबियाई देशों में शांति स्थापित करने मे भारतीय सैनिकों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता! 

सत्याग्रह की जन्मस्थली बेतिया पश्चिम चंपारण से भी हजारों युवाओं ने मातृभूमि की स्वाधीनता की चाह एवं विश्व शांति के लिए प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था! 

इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के डॉ0 शाहनवाज अली ने कहा कि बेतिया पश्चिम चंपारण में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक संग्रहालय का निर्माण कराए जाए ताकि नई पीढ़ी प्रथम विश्व युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध एवं विभिन्न युद्धों के बारे में अपने पुरखों के योगदान को नई पीढ़ी जान सके! यही होगी सरकार द्वारा इन शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि!

एलईडी हाईमास्ट व स्ट्रीट लाइट की दूधिया रोशनी से जगमग होंगें नगर निगम के नवअधिग्रहित क्षेत्र : महापौर

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर निगम के नव अधिग्रहित क्षेत्र भी अब एलईडी हाईमास्ट व स्ट्रीट लाइट की दूधिया रोशनी जगमग होंगें। नगर निगम बोर्ड के इससे संबंधित सर्व सम्मत प्रस्ताव पर नगर विकास एवम आवास विभाग ने स्वीकृति की मोहर लगा ही है। 

श्रीमती सिकारिया ने बताया कि विभागीय निर्णय को लेकर विभाग के अपर निदेशक सुशील कुमार मिश्रा ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। 

महापौर ने बताया कि नवअधिग्रहित क्षेत्रों में सरकार के 'जेम पोर्टल' के माध्यम से ही निगम प्रशासन को जरूरत के लाइट की खरीदारी करनी होगी। पूर्व के क्षेत्रों में इस कार्य को पूरा करने का कार्य पूर्ववर्ती नगर परिषद क्षेत्र में करने वाली भारत सरकार की अनुषंगी कंपनी ईईएसएल के द्वारा ही उसके पूर्ववर्ती एकरारनामा के आधार पर होगा। 

श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नवअधिग्रहित क्षेत्रों में एलईडी हाईमास्ट व स्ट्रीट लाइट के अधिष्ठापन्न का कार्य अब जल्द शुरू किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि संपूर्ण नगर निगम क्षेत्र का चतुर्दिक विकास उनके दृढ़ संकल्प में शामिल है।

SSB-44 वाहिनी ने “उत्क्रमित मध्य विद्यालय वोट गाँव” में मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के तहत 20 सीमावर्ती युवाओं के लिए “मोबाइल फ़ोन सर्विसिंग प्रशिक्षण का किया शुभारम्भ


नरकटियांगज : 44 वाहिनी सशस्त्र सीमा बल नरकटियागंज द्वारा ‘जी’ समवाय बलबल के कार्यक्षेत्र “उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय वोट गाँव” में "मानव संसाधन विकास कार्यक्रम" (HRD-2023) के तहत 20 सीमावर्ती युवाओं के लिए 20 दिवसीय “मोबाइल फ़ोन सर्विसिंग प्रशिक्षण” का दीप प्रज्वालित कर भव्य शुभारम्भ करते हुए पौधरोपण भी किया गया | 

इस प्रशिक्षण का शुभारम्भ 44 वाहिनी के कार्यवाहक कमान्डेंट हरिमेंद्र कुमार दुबे एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया।, कार्यवाहक कमांडेंट ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीमा क्षेत्र के बेरोज़गार युवाओं को रोज़गार से जोड़ना तथा उनमे आत्मनिर्भरता बनाना है | 

उन्होंने बताया की एस.एस.बी. सीमा सुरक्षा के साथ साथ नागरिक कल्याण कार्यक्रम, सामाजिक चेतना अभियान, निःशुल्क मानव एंव पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन आदि कराती रहती है जिससे की सीमा क्षेत्र के लोगों मे सुरक्षा के साथ साथ एस.एस.बी. के प्रति विश्वास एवं जुड़ाव सम्मान बना रहे एवं आत्मनिर्भर बन कर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन सुचारु रूप से कर सकें | इसी क्रम मे यह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है तथा सभी प्रशिक्षुओं क़ो कॉपी, पेन प्रदान करते हुए उनकी सफलता हेतु आर्शीवाद प्रदान किये | 

बताते चले कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम "विंध्यवासिनी कंप्यूटर" बगहा-2 के द्वारा संचालित किया जा रहा है |

        

विंध्यवासिनी कंप्यूटर के निदेशक रवि कुमार मिश्रा ने सभी प्रशिक्षुओं को भविष्य मे होने वाले प्रशिक्षण के लाभ बताया। उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित चन्द्र ने भी कार्यक्रम की खूब सराहना करते हुए भविष्य मे सीमा वर्ती युवाओं के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कराते रहने की बात कही | साथ ही प्रचार शाखा प्रभारी मुख्य आ./सा.- जय प्रकाश ने नशा मुक्त भारत, मिलेट्स, महिलाओं क़ो CAPF में भर्ती होने, साइबर क्रराइम, सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाएं, पंच प्राण योजना, इत्यादि के बारे में जानकारी दी l

कार्यक्रम के दौरान 44 वाहिनी के कार्यवाहक कमान्डेंट हरिमेंद्र कुमार दुबे, समवाय प्रभारी-सिकंदर सिंह, अमित चन्द्र, प्रधानाध्यापक उ.म.विद्यालय वोट गाँव, विनीता कुमारी, सहायक शिक्षिका, प्रभाकर मिश्रा, सहा.अध्यापक, मनोज कुमार राम, सहा.अध्यापक, प्रताप जंडाम मिश्रा, सहा.अध्यापक, विनय कुमार, सहा. अध्यापक, रवि कुमार मिश्रा, निदेशक विंध्यवासिनी कंप्यूटर, अन्य बलकार्मिकों एवं प्रशिक्षुओं सहित लगभग 70 लोग उपस्थित रहे|

28 जुलाई को जिला नियोजनालय में जॉब कैम्प का होगा आयोजन।

निजी नियोजक द्वारा 30 पद के लिए अभ्यर्थियों का किया जायेगा चयन।

विशेष जानकारी के लिए हेल्प सेन्टर के दूरभाष संख्या-06254-295737 पर अभ्यर्थी संपर्क कर सकते हैं। 

श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिनांक-28.07.2023 को जिला नियोजनालय के प्रांगण में जॉब कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन पूर्वाह्न 11.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक इच्छुक अभ्यर्थी जॉब कैम्प में नियोजक से जॉब के विषय में जानकारी प्राप्त कर अपना आवेदन/बायोडाटा जमा कर सकते हैं।

जिला नियोजन पदाधिकारी, श्री अंकित राज द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय के दिशा-निर्देश के आलोक में लगातार जिले में जॉब कैम्प, रोजगार-सह-मार्गदर्शन मेला का आयोजन कर बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुनः 28 जुलाई, 2023 को भी जॉब कैम्प का आयोजन जिला नियोजनालय के प्रांगण में किया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि DSETS Pvt. Ltd. द्वारा गुजरात में प्रोडक्शन ट्रेनी के पद पर कार्य करने के इच्छुक कुल-30 अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। मैट्रिक/इंटर, आईटीआई पास 18-26 आयु वर्ग के योग्य अभ्यर्थी को 12000, 15000 रूपये मानदेय प्राप्त होगा। 

उन्होंने बताया कि निजी नियोजक, पद, योग्यता, उम्र, मानदेय, रिक्ति, कार्यस्थल आदि की विस्तृत जानकारी का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है ताकि लक्ष्य के अनुरूप बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी दिलायी जा सके। 

उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिला नियोजनालय में दूरभाष संख्या-06254-295737 पर हेल्प सेन्टर बनाया गया है। अभ्यर्थी विशेष जानकारी के लिए हेल्प सेन्टर पर संपर्क कर सकते हैं।

मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करो , प्रभुराज नारायण राव

बेतिया - मणीपुर में कुकी समुदाय के औरतों के साथ किए गए दरिंदगी , बलात्कार , सड़कों पर घसीट कर हत्या तथा 84 दिनों से चल रहे जातीय दंगा को रोकने में नाकाम डबल इंजन की घिनौनी सरकार का समर्थन करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बेतिया में सोवा बाबू चौक पर पुतला फुका गया । इसके पहले अखिल भारतीय किसान सभा , सीटू , बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन , बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ , डी वाई एफ आई के तत्वावधान में प्रतिरोध मार्च निकाला गया । 

जो सोवा बाबू चौक पर सभा में तब्दील हो गया सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष तथा अखिल भारतीय किसान सभा की केंद्रीय किसान कमेटी के सदस्य प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि पिछले 4 मई को मणिपुर में जैतई समुदाय द्वारा जातिय दंगे की शिकार 3 कुकी समुदाय के महिलाओं को निर्वस्त्र करके सड़कों पर घसीटा गया । 

उनके अति संवेदनशील अंगों में उंगलियां लगाई गई और यही तक बात नहीं रुकी बल्कि सैकड़ों की तादाद में उपस्थित लोगों के बीच खुलेआम बलात्कार किया गया और उनकी हत्या कर दी गई । 

ऐसा मिशाल दुनिया के किसी भी कोने में अब तक देखने को नहीं मिला है । डबल इंजन कि सरकार बनाने की जनता से मांग करने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वीभत्स तथा देश को शर्मसार करने वाली घटना पर एक शब्द भी नहीं बोले। बल्कि इनकी डबल इंजन की सरकार ने इस घटना को दबा दिया था और बलात्कारियों पर कोई भी करवाई नहीं किया। क्योंकि इनके मणिपुर के मुख्यमंत्री के अपने जैतई बिरादरी के ही बलात्कारी हैं । 

लोकसभा का सत्र शुरू होने के 2 दिन पूर्व जब इस घटना का वीडियो सामने आया , तो ढाई महीने बाद जनता तक यह बात पहुंची और प्रधानमंत्री ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए राजस्थान , पश्चिम बंगाल , छत्तीसगढ़ की घटनाओं की कतार में इस वीभत्स घटना को खड़ा कर दिया । 

प्रधानमंत्री इस सवाल पर सदन के नेता की हैसियत से लोकसभा में बोलने को तैयार नहीं हैं । किसान नेता चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि इस हृदय विदारक घटना की जितनी भी निंदा की जाय , कम है। औरत को वस्तु समझकर बर्बरता पूर्वक जो नंगा नाच किया गया , इसके पक्ष में भारतीय जनता पार्टी के सभी नेतागण तथा मंत्रीगण खड़े नजर आ रहे हैं । उन्होंने कहां कि देश में आज भाजपा तथा केंद्र सरकार के द्वारा नफरतों की बीज बोई गई है.

जिस तरीके से सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम मोदी सरकार के मंत्री गण तथा उनके डबल इंजन की सरकारों ने किया है । उसी की परिणति है मणिपुर की अमर्यादित , अमानवीय यह घटना है । बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता ने मांग किया कि मणिपुर के मुख्यमंत्री को अविलंब बर्खास्त कर इस घटना को रोका जाए । वहां के हालात लगातार नाजुक होते जा रहे हैं । रोज हत्याएं और बलात्कार हो रहे हैं ।सरकार मुक दर्शक बन देख रही है । 

नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष म . हनीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अविलंब मणिपुर जाकर वहां की घटना का जायजा लेना चाहिए तथा उस पर रोक लगाने के लिए सख्त करवाई करनी चाहिए । साथ उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कारी दरिंदों को शख्त से शख्त सजा मिलनी चाहिए ।ताकि दुनिया में एक मिसाल बन सके और इस तरह की दरिंदगी पर काबू पाया जा सके । 

इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष रामा यादव , बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के मनोज कुशवाहा , सदरे आलम , बीरेंद्र राम , सीटू के जिला सचिव शंकर कुमार राव , बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के जिला अध्यक्ष लालबाबू यादव , शिवजी भगत, डीवाईएफआई के राज्य उपाध्यक्ष हनीफ अंसारी , जिला उपाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव, राजू बैठा , आस मोहम्मद, छोटेलाल साह आदि प्रतिरोध मार्च और सभा को संबोधित किए ।

*24 वीं कारगिल विजय दिवस के अवसर पर अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों के सम्मान में सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा किया

बेतिया : आज दिनांक 26जुलाई 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ पर सर्वधर्म प्राथना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 

इस अवसर पर 24 वीं कारगिल विजय दिवस ,अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों के सम्मान में सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पौधारोपण किया गया साथ ही छात्र छात्राओं ने मातृभूमि की रक्षा एवं देश की अखंडता के लिए संकल्प लिया।  

इस अवसर पर सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद एवं डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड , डॉ अमित कुमार लोहिया , मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक ‌एस सबा डॉ अमानुल हक,डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से सर्वप्रथम कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों एवं नायकों के सम्मान में सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भाग लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की । 

इस अवसर पर पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन एवं डॉ एजाज अहमद ने कारगिल विजय दिवस पर प्रकाश डालते हुए कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के डॉ0 एजाज अहमद एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि आज ही के दिन आज से 24 वर्ष पूर्व 26 जुलाई 1999 को आधिकारिक रूप से करगिल युद्ध में विजय प्राप्त हुई। 03 मई 1999 को आरंभ हुई।देश पर मर मिटने वाले बिहार एवं देश के अमर शहीदो द्वारा लगभग 60 दिनों की करगिल युद्ध स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। प्रत्येक वर्ष भारतवासी 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाते हुए अपने वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके त्याग एवं बलिदान को नमन करते हैं। 

डॉ0 एजाज अहमद ने स्मरण कराते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में बिहार के सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दे कर मातृभूमि की रक्षा करते हुए बिहार के 16 जांबाज अमर हो गए। 

इनके नाम इस प्रकार हैं।

 अमर शहीद मेजर चंद्र भूषणों द्विवेदी (शिवहर), नायक गणेश प्रसाद यादव (पटना ), नायक विशुनी राय (सारण), नायक नीरज कुमार (लखीसराय), नायक सुनील कुमार (मुजफ्फरपुर), लांस नायक विद्यानंद सिंह (आरा),ेन्द्र लाइंस नायक राम वचन राय (वैशाली), हवलदार रतन कुमार सिंह (भागलपुर), अरविंद कुमार पांडे( पूर्वी चंपारण), प्रमोद कुमार (मुजफ्फरपुर ), शिव शंकर गुप्ता (औरंगाबाद), हरदेव प्रसाद सिंह (नालंदा), एंबू सिंह (सिवान), रमन कुमार झा (सहरसा), हरे कृष्ण राम (सिवान), प्रभाकर कुमार सिंह (भागलपुर) ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमेशा के लिए अमर हो गए। 

इस अवसर पर डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल अमित कुमार लोहिया पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन एवं बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग शोधार्थी डॉ शाहनवाज अली ने संयुक्त रूप से कहा कि करगिल युद्ध में लगभग 527 भारतीय वीर सैनिक मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे एवं 1300 लगभग वीर सैनिक जख्मी हुए। वीर सैनिकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। 

नई पीढ़ी को अपने वीर सैनिकों से सबक लेने की आवश्यकता है। जिससे युवाओं में नई जागृति उत्पन्न हो सके एवं भारत एक महाशक्ति के रूप में विश्व पटल पर प्रकट हो सके।

वाल्मीकि नगर: हनुमान जी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा के साथ नि:शुल्क भंडारा का आयोजन।


वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के काली घाट मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवी, देवताओं का पूजा अर्चना के साथ मंगलवार को भगवान हनुमान जी का प्रतिमा को स्थापित करने के साथ प्राण प्रतिष्ठा किया गया। साथ ही नि:शुल्क भंडारा का आयोजन किया गया।

आचार्य पंडित हरि चौबे ने बताया कि वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भजन,कीर्तन व हनुमान आराधना के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर कार्यक्रम का समापन किया जाएगा। पूजा व प्राण प्रतिष्ठा का नेतृत्व कर रहे विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री प्रेम कुमार व समाजसेवी ब्रह्मदेव सिंह ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व काली मंदिर के निकट नारायणी नदी में बह कर आए भगवान हनुमान जी की मूर्ति को काली मंदिर के पुजारी भोला साधु के द्वारा नदी से निकालकर काली मंदिर में लाकर रखा गया था। काली मंदिर में रखा हुआ उक्त मूर्ति को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना व मूर्ति की स्थापना के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर नि:शुल्क भंडारा का आयोजन किया गया। जनसमूह के सहयोग से यह पूजा अर्चना तथा प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसी के साथ आचार्य पंडित हरि चौबे ने वैदिक मंत्रोच्चारण से स्थापना,प्राण प्रतिष्ठा एवं पूजा कराई। इस अवसर पर बजरंग दल के जिला सह मंत्री प्रेम कुमार,धर्म जागरण जिला संयोजक शुभम सिंह, ब्रह्मदेव सिंह, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य धनंजय मिश्रा, लड्डू शर्मा, संजय कुमार यादव, चंदन सोनी, कुंदन कुमार,सुनिल कुमार,पंकज सोनी, दिनेश कुमार के अलावा साधु-संत,फकीर,श्रद्धालुओ उपस्थित थे।

चंद्रमा पर मानव के 54 वर्ष सप्ताह पर भव्य कार्यक्रम। मानव का यह कदम मानवता की एक लम्बी छलांग ।


चंद्रमा पर मानव के 54 वर्ष सप्ताह पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि

20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहली बार मानव के कदम पड़े। नासा के अभियान अपोलो-11 से नील आर्मस्ट्रॉन्ग, माइकल कॉलिन्स एवं एडविन एल्ड्रिन पहली बार चंद्रमा पर पहुंचे। मानव को चंद्रमा पर पहुंचाने की पहली कोशिश के तहत 16 जुलाई 1969 को अमेरिका के केप कैनेडी स्टेशन से अपोलो 11 यान तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर रवाना हुआ था।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भूतपूर्व सोवियत संघ ने 12 अप्रैल 1961 के दिन विश्व को स्तब्ध कर दिया था। उसने मानव इतिहास में पहली बार अपने एक वायुसैनिक विमान चालक यूरी गगारिन को अंतरिक्ष में भेजने का कारनामा कर दिखाया। अमेरिका तब तक ऐसा कोई चमत्कार नहीं कर पाया था। सोवियत संघ से पिछड़ जाने की इस कड़वाहट को उससे अगड़ जाने की मिठास में बदलने के लिए अमेरिका ने निश्चय किया कि चंद्रमा पर सबसे पहले उसी का कोई नागरिक पहुंचेगा। चंद्रमा ही पृथ्वी का सबसे निकट पड़ोसी होने के नाते हमारे कौतूहल का प्रमुख विषय रहा है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जॉन एफ़ कैनडी ने गगारिन की अंतरिक्षयात्रा के एक ही महीने बाद 25 मई 1961 को, अमेरिकी कांग्रेस (संसद) को संबोधित करते हुए कहा,

‘अब समय आ गया है एक लंबी छलांग का। एक बड़े अमेरिकी कार्य का … मैं समझता हूं कि हमारे देश को इस दशक के पूरा होने से पहले ही चंद्रमा पर आदमी को उतारने और उसे पृथ्वी परने सुरक्षित वापस लाने का लक्ष्य प्राप्त कर लेना चाहिये।’

और इसी के साथ स्पर्धा आरंभ हो गई। ‘अपोलो’ नाम के नये अंतरिक्षयानों के द्वारा चंद्रमा तक पहुंचने की एक नयी योजना बनी। अपोलो यान चंद्रमा के पास पहुंच कर उसकी परिक्रमा करते और दो यात्रियों वाले अपने साथ के ‘ल्यूनर मॉड्यूल’ (अवतरणयान) को उसकी सतह पर उतारते। चंद्रमा पर पैर रखने वाले दोनों य़ात्री वहां कुछ अवलोकन-परीक्षण करते और वहां की मिट्टी तथा कंकड़-पत्थर के नमूने जमा कर अपने साथ ले आते। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि एक अंतरिक्षयान एक इकाई के रूप में चन्द्रमा तक सीधी उड़ान भरेगा, उतरेगा और वापिस आयेगा। इसके लिये काफी शक्तिशाली राकेट चाहीये था, जिसे नोवा राकेट का नाम दिया गया था।

1961 में नासा के अधिकतर विज्ञानी सीधी उड़ान के पक्ष में थे। अधिकतर अभियंताओ को डर था कि बाकि पर्यायो की कभी जांच नहीं की गयी है और अंतरिक्ष में यानो का विच्छेदीत होना और पुनः जुड़ना एक खतरनाक और मुश्किल कार्य हो सकता है। लेकिन कुछ विज्ञानी जिसमे जान होबाल्ट प्रमुख थे, चन्द्रमा परिक्रमा केंद्रीत उडानो की महत्त्वपूर्ण भार में कमी वाली योजना से प्रभावित थे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि

जॉन ह्यूबोल्ट ने लूनार आर्बिट रेंडेवू (एलओआर) नज़रिया दिया, जिसमें कहा गया कि एक मदरशिप होगा जो चंद्रमा की कक्षा के चक्कर लगाएगा और एक छोटा अंतरिक्ष यान उससे अलग होकर सतह पर लैंड करेगा। ह्यूबोल्ट के मुताबिक़ इस नज़रिए से समय और ईंधन दोनों बचेगा। इसके साथ ही अंतरिक्ष उड़ान के विभिन्न चरणों जैसे राकेट के विकास, जांच, टेस्टिंग, निर्माण, अंतरिक्ष यान को खड़ा करना, उल्टी गिनती और प्रक्षेपण सब आसान हो जाएंगे। होबाल्ट ने सीधे सीधे इस कार्यक्रम के निदेशक राबर्ट सीमंस को एक पत्र लिखा। उन्होने इस पर्याय पर पूरा विचार करने का आश्वासन दिया।

इन सभी पर्यायो पर विचार करने के लिये गठित गोलोवीन समिती ने होबाल्ट के प्रयासो को सम्मान देते हुये पृथ्वी परिक्रमा केंद्रीत पर्याय और चन्द्रमा केन्द्रीत पर्याय दोनो के मिश्रीण वाली योजना की सीफारीश की। 11 जुलाई 1962 को इसकी विधीवत घोषणा कर दी गयी थी। 3 अप्रैल 1984 के अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा अंतरिक्ष में कदम रखने वाले पहले भारतीय बने थे । इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 14 जुलाई 2023 भारत द्वारा भेजा गाया चंद्रयान तृतीय मिशन मानव जीवन को सरल एवं मानव जीवन को सुलभ बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। भारत का यह अभियान विश्व के अरबों लोगों के जीवन में नवीन ,ज्ञान विज्ञान एवं ऊर्जा भरने में सफल होगा।

प्रत्येक पांच वार्डों पर एक एंबुलेंस, प्रत्येक वार्ड में एक डीप शवफ्रिजर, चार शववाहन खरीदेगा नगर निगम : महापौर

बेतिया : महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में मंगलवार को नगर निगम बोर्ड की सामान्य बैठक आयोजित की गई। बैठक का संचालन नगर आयुक्त शंभू कुमार ने किया। बैठक के लिए कुल सात प्रस्ताव का एजेंडा महापौर के स्तर से निर्धारित किया गया था।

नगर निगम क्षेत्र को जल जमाव से बचाने के लिए नगर के नाले नालियों की गुणवत्तापूर्ण सफाई उड़ाही पर विस्तार चर्चा के बाद इससे जुड़े कार्यों में तेजी लाने का निर्णय किया गया। इसके अलावा प्लास्टिक अवशिष्ट प्रबंधन अधिनियम के 2022 वाले संशोधित उपविधि को स्वीकार करते हुए इसको प्रभावी अमल को सर्व सहमति से स्वीकार किया गया।

नगर निगम महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र की आप जनता को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश से प्रत्येक पांच वार्डों पर एक एक एंबुलेंस मुहैया कराने के साथ पूरे नगर निगम क्षेत्र के लिए चार शव वाहन और प्रत्येक वार्ड में एक डीप शवफ्रिजर खरीदने का निर्णय ध्वनि मत से सभी पार्षदगण द्वारा सर्व सहमति से लेने का निर्णय किया गया।

इसके अतिरिक्त नगर निगम क्षेत्र में सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था को और उत्तम बनाने पर चर्चा और निर्णय किया गया। नगर निगम क्षेत्र में जारी नल जल योजनाओं के सुधार एवं गति देने पर चर्चा एवं विचार किया गया। नगर निगम क्षेत्र में जारी और प्रस्तावित विकास योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की चर्चा में अनेक पार्षदों के सवालों के जवाब में महापौर ने कहा कि अपने जनता जनार्दन की सेवा और नगरीय सुविधाओं के विस्तार को अपनी पहली प्राथमिकता मानकर हम सबको कार्य करना होगा।

बैठक की चर्चा में सभी पार्षद गण, अधिकारीगण आदि ने भाग लिया।