*मां की जान बचाने के लिए बेटे ने निजी नाव बनाकर मां को बचाया, शासन प्रशासन के वादे खोखला हो रहे साबित*
अमृतपुर/फर्रुखाबाद। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से जहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है वहीं 48 घंटे में 5 लोग गंगा की गोद में समा गए हैं l बाढ़ के पानी में कई युवकों की डूबने से मौत हो चुकी है।
विगत 2 दिनों में गंगा की गोद में समा गए हैं जिससे कई घरों का चिराग बुझ गया है तो किसी की मांग का सिंदूर उजड़ गया है l फिर भी शासन-प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है,जिसके चलते मंगलवार को शासन प्रशासन की लापरवाही के चलते नाव न होने के कारण जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने को ग्रामीण मजबूर हो रहे हैं।
जनपद के विकास खंड राजेपुर में प्रशासन की लापरवाही साफ सामने आ रही है।जहां प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव मदद का करने का वादा किया गया था। वहीं पर देखा गया कि प्रशासन की लापरवाही के चलते ग्रामीण ने प्राइवेट नाव बनाकरअपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ के भरे पानी में निकलने को मजबूर हो रहे हैं। विकासखंड राजेपुर के भुड़िया भेड़ा का है। जहां पर देखा गया कि एक बालक अपनी मां को लेकर अपनी जान जोखिम में डालकर एक ट्यूब पर अपनी चारपाई रख कर व प्राइवेट नाव बनाकर बाढ़ के पानी में निकलने को मजबूर है। उच्च अधिकारियों द्वारा किए गए वादे हवा हवाई हो गए।
ग्राम प्रधान द्वारा मामला जानते हुए भी पीड़ितों को कोई मदद नहीं पहुंचाई गई। पीड़ित जान जोखिम में डालकर निकलने को मजबूर है। जो साफ दिखाई दे रहा है कि वह किस तरह अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ के पानी में निकलने को मजबूर है। एक लड़के ने अपनी मां को संकट में देखते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी।जहां पर ग्राम प्रधान मामला जानते हुए भी नाव की व्यवस्था नहीं कराई गई। आला अधिकारी भी कई बार इस बाढ़ पीड़ित क्षेत्र दौरा कर चुके हैं। बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद पहुंचाने का वादा किया गया था। आला अधिकारियों के वादे हवा हवाई हो गए एसडीएम व तहसीलदार को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद करने के लिए कहा गया है।
Jul 25 2023, 20:04