22 राज्यों के 44 जगहों पर आज लगेगा रोजगार मेला, पीएम मोदी 70 हजार युवाओं को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र

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देश के 22 राज्यों में 40 से ज्यादा केंद्रों पर आज रोजगार मेला लगेगा। इसके माध्यम से 70 हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंस के माध्‍यम से नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने की ओर से एक बयान में कहा कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री इन युवाओं को संबोधित भी करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर रोजगार मेले की जानकारी दी। पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि ‘देश की युवा प्रतिभाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलें, इसके लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इस दिशा में रोजगार मेलों ने अपनी एक अहम पहचान बनाई है। इसी मेले की अगली कड़ी में आज सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 70,000 से अधिक नियुक्ति-पत्र वितरित करने का सौभाग्य मिलेगा।

रोजगार मेले के विभिन्न केंद्रों पर कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इसमें स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल मुंबई में और पशुपति पारस, पटना में, परषोत्तम रूपाला, वडोदरा में, मनसुख मांडविया, अहमदाबाद में लग रहे रोजगार मेले में मौजूद रहेंगे।

देश भर से चुने गए नए कर्मचारी राजस्व विभाग, वित्तीय सेवा विभाग, डाक विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जल संसाधन विभाग, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग और गृह मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में सरकार में शामिल होंगे।

बता दें कि केंद्र सरकार ने रोजगार मेले के जरिए 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा है। उसी क्रम में हर माह रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 3 लाख से अधिक युवाओं को इसके जरिए नौकरी मिल चुकी है। रोजगार मेले के जरिए केंद्र सरकार के विभागों अलावा राज्य सरकार के विभागों में भी युवाओं का चयन किया जाता है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक पहुंची सीमा हैदर की सिफारिश, भारत की नागरिकता दिए जाने की मांग

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पूरे देश में चर्चा का विषय बनी पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर की सिफारिश अब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू तक पहुंच गई है। सीमा हैदर को जहां एक और कानूनन उसके मुल्‍क वापस पाकिस्‍तान भेजने की बातें कही जा रही हैं, वहीं इसी बीच सीमा हमेशा के लिए भारत में रह जाएं इसकी कवायद में जुट गई है। सीमा हैदर को भारत की नागरिकता दिए जाने की मांग राष्‍ट्रपति के समक्ष की गई है। 

भारत की बहू होने के आधार पर मांगी नागरिकता

सीमा हैदर ने अपने वकील डॉ. एपी सिंह के जरिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दया याचिका भेजी। याचिका में सीमा ने सचिन मीणा से शादी होने के बाद भारत की नागरिकता देने, भारत में ही रहने देने की मांग की है। याचिका के साथ लगाए गए हलफनामे में एक चौकाने वाली बात समाने आई है वह यह है कि सीमा ने इसमें अपना पूरा नाम सीमा हैदर की जगह सीमा मीणा लिखा है। इसके अलावा अपनी शादी के फोटोग्राफ भी भेजे हैं। सीमा के वकील डॉ. एपी सिंह के अनुसार सीमा ने नेपाल में ग्रेटर नोएडा के सचिन मीणा से शादी की थी तो अब वह भारत की बहू है। इसी आधार पर सीमा भारत की नागरिकता चाहती है। 

पाकिस्तान गई तो हो जाएगी हत्या

पाकिस्तान से आई सीमा हैदर ने पीएम मोदी और सीएम योगी से भी गुहार लगाई है कि उसे पाकिस्तान ना भेजा जाए, नहीं तो वह मौत के मुंह में चली जाएगी। उसे चाहे जहां रखें भारत में, लेकिन उसे सचिन और उसके बच्चों के साथ यहीं रखें। सीमा ने यह भी बताया कि उसका भाई 2022 में पाकिस्तानी आर्मी में भर्ती हुआ था, लेकिन वह सबसे निचले रैंक पर है। उसने बताया कि मेरे चाचा की बात आ रही है कि वह पाकिस्तानी आर्मी में थे, तब वह पैदा भी नहीं हुई थी। सीमा ने बताया कि उसकी शादी पशुपतिनाथ मंदिर में हुई जबकि मंदिर की देखरेख करने वाले ट्रस्ट के प्रवक्ता का कहना है कि मंदिर में कोई शादी नहीं होती है। 

सचिन और बच्चों के साथ डिटेंशन सेंटर में भी रहने को तैयार

सीमा खुद को सिर्फ इस बात का दोषी बताती है कि उसने गलत तरीके से भारत में एंट्री की। वह कहती है कि उसने यह सब सचिन के प्यार के लिए किया और वह सचिन के बिना नहीं रह सकती है। सीमा हैदर ने खुद के पाकिस्तानी एजेंट होने की बात को सिरे से खारिज किया है। सीमा ने कहा है कि वो किसी भी सजा के लिए तैयार है, लेकिन वह वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहती है। इतना ही नहीं, सीमा ने कहा है कि वो सचिन और अपने बच्चों के साथ डिटेंशन सेंटर में रहने को भी तैयार है। 

ससुराल पक्ष के घर में रहने की चाहत

इसमें आगे कहा गया है कि सचिन मीणा के साथ हिंदू रीति रिवाजों से शादी करने के बाद अब अपने पति और चारों बच्‍चों के साथ, जिन्‍हें सचिन ने अपना लिया है, अपने ससुराल पक्ष के घर में रहना चाहती हैं। उनकी प्रार्थना है कि उन्‍हें इसकी इजाजत दी जाए, ताकि वह यहां भारतीय संस्‍कृति के तहत अपना जीवन जी सकें।

बता दें कि सीमा को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने पर 4 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके प्रेमी सचिन को अवैध प्रवासी को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।दोनों को 7 जुलाई को एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी। सीमा अपने 4 बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके के एक घर में सचिन के साथ रह रही है।

*ज्ञानवापी परिसर का होगा एएसआई सर्वे, वाराणसी कोर्ट ने स्वीकार किया हिंदू पक्ष का आवेदन*

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वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर मामले में जिला कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका पर शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया और साइंटिफिक सर्वे (कार्बन डेटिंग) के लिये इजाजत दे दी। जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने मां श्रृंगार गौरी मूल वाद में ज्ञानवापी के सील वजूखाने को छोड़कर बैरिकेडिंग वाले क्षेत्र का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से रडार तकनीक से सर्वे कराने का आदेश दिया है। 

ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मामले में 7 मुकदमे क्लब होने के बाद पिछली तारीख 14 जुलाई को दोनों पक्षों की बहस पूरी हो गई थी, जिस पर जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने अपना आदेश सुरक्षित कर लिया था।इसी प्रार्थना पत्र पर जिला जज ने शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया।बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का साइंटफिक विधि से एएसआई सर्वे की मांग को लेकर हिन्दू पक्ष ने प्रार्थना पत्र दिया था। जबकि मुस्लिम पक्ष ने कहा था कि हाईकोर्ट की रोक के बावजूद निचली अदालत हमारे विरोध को दर किनार कर फैसला सुना रही है। आपको बता दें कि इस केस में इसी साल मई महीने में पांच महिलाओं द्वारा श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा को लेकर एक याचिका दाखिल की गई थी। जिसके बाद ज्ञानवापी परिसर का सर्वेसखन किया गया था।

वजूखाने को छोड़कर परिसर के तीनों गुंबदों का सर्वे किया जाएगा

वाराणसी कोर्ट ने कहा है कि वजूखाने को छोड़कर परिसर के तीनों गुंबदों का सर्वे किया जाएगा।तीनों गुंबदों के सर्वे के बाद यह तय हो जाएगा कि ये मंदिर था या मस्जिद है। हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीनों गुंबद और उसके बीच में जो गैप है। उसक सर्वे किया जाएगा। ऐसा लगता है कि इस जगह पर कोई विशेष चीज है। जो मुस्लिमों की ओर से छिपाई गई है। तीनों गुंबद के ऊपर एक गुंबद बनाया गया है। परिसर का जिस तरह से निर्माण किया गया है। उससे शक पैदा होता है कि कुछ तो है जो छिपाया जा रहा है। यह सच एएसआई की सर्वे रिपोर्ट से सामने आ जाएगा। इस रिपोर्ट को 4 अगस्त को कोर्ट में सौंपना है।

विवाद क्या है

ज्ञानवापी विवाद को लेकर हिन्दू पक्ष का दावा है कि इसके नीचे 100 फीट ऊंचा आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है और भगवान विश्वेश्वर की नियमित पूजा के इंतजाम किए जाएं। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर को लेकर चल रहा विवाद यह है कि इसमें हिंदू पक्ष ने मांग की थी कि पूरा ज्ञानवापी परिसर हिंदुओं को सौंपा जाए और मुस्लिमों का प्रवेश ज्ञानवापी में बंद किया जाए। इसके साथ ही हिंदू पक्ष का कहना है कि मस्जिद के गुंबद को ध्वस्त करने का आदेश दिया जाए। ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर पहली बार मुकदमा 1991 में वाराणसी की अदालत में दाखिल किया गया था। हालांकि इसका विवाद तब बढ़ा जब 18 अगस्त 2021 को 5 महिलाओं ने श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजन और दर्शन की मांग को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पांच हिंदू महिलाओं राखी सिंह, मंजू व्यास, रेखा पाठक, सीता साहू, और लक्ष्मी देवी ने अगस्त 2021 में सिविल जज (सीनियर डिवीजन) वाराणसी की अदालत में श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मामला दायर किया था। इस दौरान इन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मां श्रृंगार गौरी स्थल पर दैनिक पूजा का अधिकार मांगा। आजादी से पहले भी इस मामले में कई विवाद हुए थे और 1809 में विवाद को लेकर सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था।

एडीआर की रिपोर्ट जारी, डीके शिवकुमार हैं देश के सबसे अमीर विधायक, निर्मल कुमार धारा सबसे गरीब, अमीरी टॉप 30 में कर्नाटक के सारे एमएलए

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 224 में से 135 सीटें जीती और अन्य दलों को हरा दिया। इसके साथ कांग्रेस कर्नाटक में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आ गई। कर्नाटक चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने 19 वैसे विधायकों को टिकट दिया, जो अरबपति हैं।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक कर्नाटक चुनाव में 32 ऐसे विधायक जीतकर आए हैं जो देश में सबसे अमीर हैं। इन 32 विधायकों के पास 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। इन 32 अरबपति विधायकों में से सिर्फ कांग्रेस के 19 विधायक हैं। इसके अलावा बीजेपी के 09 , जेडीएस के 02 , केआरपीपी के 01 और 01 विधायक निर्दलीय हैं।   

 

हालांकि इन 32 अरबपति विधायकों में से सबसे अमीर तीन विधायक हैं। जिसमें पहले नंबर पर कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार हैं। शिवकुमार की अचल संपत्ति 1413 करोड़ रुपये है। शिवकुमार ने अपने 2023 के चुनावी हलफनामा में दावा किया है कि उनके पास एक गाड़ी टोयोटा क्वालिस है। इसके अलावा उनके पास दो किलो सोना और 12 किलो चांदी के साथ रोलेक्स और हबलोत की सबसे महंगी दो कलाई घड़ियां हैं। उनके पास कुल 273 करोड़ रुपये की चल संपत्ति भी है।

 दूसरे सबसे अमीर निर्दलीय विधायक और व्यवसायी केएच पुट्टास्वामी गौड़ा हैं जो बेंगलुरु से 80 किमी दूर गौरीबिदानूर से विधायक हैं। गौड़ा की संपत्ति 1267 करोड़ रुपए है और उन पर 05 करोड़ रुपए का कर्ज है। गौड़ा ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया कि उनके पास एक ट्रैक्टर और तीन बाइक है। उन्होंने बताया है कि उनके और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 01.06 किलो सोना और 05 किलो चांदी है। इसके अलावा उनके पास 990 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और 276 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। 

तीसरे नंबर पर सबसे अमीर और सबसे युवा कांग्रेस विधायक प्रियकृष्ण हैं। उनके पास कुल 1156 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उन्होंने चुनावी हलफनामा में दावा किया है कि उनके पास 935 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और 221 करोड़ रुपये की चल सपंत्ति है। प्रियकृष्ण पर 881 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्नाटक में इन टॉप तीन सबसे अमीर विधायकों में से खनन कारोबारी गली जनार्दन रेड्डी हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में कहा है कि उनके पास कुल 246 करोड़ रुपये की संपत्ति है। रेड्डी की अधिकांश संपत्ति उनकी पत्नी अरुणा लक्ष्मी के नाम पर है। रेड्डी या उनकी पत्नी पर कोई कर्ज नहीं हैं।

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कर्नाटक के 14 फीसदी विधायक अरबपति हैं। एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्लू) ने 28 राज्यों और 02 केंद्र शासित प्रदेशों के 4033 विधायकों के 4001 स्व - घोषित हलफनामों का अध्ययन कर के डेटा निकाला है।

 देश के सबसे गरीब विधायक निर्मल कुमार धारा हैं जो पश्चिम बंगाल से आते हैं। इनके पास महज 1700 रुपए की पूंजी है। कोई कर्ज नहीं है।

मणिपुर के बाद अब बंगाल के हावड़ा से अाई देश को शर्मसार करने वाली घटना, ग्राम पंचायत की महिला प्रत्याशी को निर्वस्त्र करके घुमाया गया

मणिपुर में महिलाओं के साथ अत्याचार की घटना के बाद लोगों में गुस्सा अभी शांत भी नहीं हुआ कि बंगाल में महिला के साथ हिंसा और निर्वस्त्र घुमाने का मामला सामने आया है। एक ग्राम पंचायत की महिला प्रत्याशी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर छेड़छाड़ और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

आठ जुलाई की घटना

घटना आठ जुलाई की बताई जा रही है, जिस दिन राज्य में पंचायत चुनाव का मतदान हुआ था। महिला प्रत्याशी का आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उसे निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया। यह घटना हावड़ा जिले के पांचला इलाके की है। मामले में पांचला थाने में एफआइआर दर्ज हो चुका है। 

तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर आरोप

महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि मुझे तृणमूल के लगभग 40 उपद्रवियों ने मारा-पीटा। मेरी सीने और सिर पर डंडे से वार किया और मुझे मतदान केंद्र से बाहर फेंक दिया गया। एफआइआर की कापी में तृणमूल प्रत्याशी हेमंत राय, नूर आलम, अल्फी एसके, रणबीर पांजा संजू, सुकमल पांजा समेत कई लोगों के नाम हैं।

कपड़े फाड़कर की छेड़छाड़

महिला ने कहा कि उन लोगों ने मेरे कपड़े फाड़ने की कोशिश की और मुझे नग्न होने पर मजबूर किया। सबके सामने मेरे साथ छेड़छाड़ की। मुझे गलत तरीके से छूने की कोशिश की।

बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि' ममता बनर्जी को क्या कोई शर्म है? आपके राज्य सचिवालय से कुछ ही दूरी पर यह घटना हुई है। आप एक विफल मुख्यमंत्री हैं और आपको अपने बंगाल पर ध्यान देना चाहिए।

प्रभास-कृति की मेगा फिल्म 'आदिपुरुष' के मेकर्स को राहत, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला, पढ़िए, पूरी खबर

प्रसिद्ध एक्टर प्रभास और कृति सेनन स्टारर आदिपुरुष को लेकर एक लंबे समय से विवाद चल रहा है। ओम राउत के निर्देशन में बनी इस माइथोलॉजिकल फिल्म को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जहां लोगों ने फिल्म के मेकर्स पर आरोप लगाया था कि उन्होंने लोगों की भावनाओं को आहत किया है।

 फिल्म पर बैन लगाने की मांग भी की थी। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने आदिपुरुष के निर्माताओं के खिलाफ विभिन्न उच्च न्यायालयों की लंबे समय से चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी है। सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेशन के सर्टिफिकेट को रद्द करने की मांग को भी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने हाल ही में अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में बताया। बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्माताओ के खिलाफ अलग-अलग कोर्ट में चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने 'आदिपुरुष' के मेकर्स द्वारा इलाहबाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ दायर अपील में भी नोटिस जारी किया गया है, जिसमें मेकर्स को जुलाई में कोर्ट में पेश होने कहा था। 

सुप्रीम कोर्ट ने प्रभास और कृति सेनन की फिल्म 'आदिपुरुष' के खिलाफ प्रदर्शन कर CBFC सर्टिफिकेट को रद्द करने की मांग करने वाली जनहित याचिका को भी खारिज कर दिया है। आपको बता दें कि आदिपुरुष को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज न करने देने की मांग की गई थी। 

रिलीज से पहले ही विवादों में घिरी

प्रभास और कृति सेनन स्टारर 'आदिपुरुष' 16 जून 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। लेकिन इस माइथोलॉजिकल फिल्म का जब पहला टीजर सामने आया था, तब ही लोगों ने VFX देखकर मेकर्स को ट्रोल करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद मेकर्स ने अपना पूरा समय लेकर फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया। 

 फिल्म के रिलीज होने पर मनोज मुंतशिर के लिखे डायलॉग्स और रावण के लुक पर लोगों ने आपत्ति जताई, जिसका फिल्म की कमाई पर भी असर पड़ा। इस फिल्म ने दुनियाभर में जहां 450 करोड़ के आसपास बिजनेस किया, तो वहीं इंडिया में आदिपुरुष 288 करोड़ का बिजनेस कर पाई।

शिवभक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी, भारत से सीधे होंगे 'कैलाश पर्वत' के दर्शन, चीन की जमीन पर नहीं रखना पड़ेगा कदम

सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा भारत-चीन सीमा पर सड़क का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यह भगवान शिव के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। इससे शिवभक्तों को सितंबर से भारतीय क्षेत्र से कैलाश पर्वत की यात्रा करने की अनुमति मिल जाएगी। BRO ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित नाभीढांग में केएमवीएन हट्स से भारत-चीन सीमा पर लिपुलेख दर्रे तक सड़क का निर्माण शुरू कर दिया है। लगभग साढ़े छह किलोमीटर लंबी इस सड़क को सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। अब शिवभक्तों को अपने अराध्य के दर्शन के लिए चीन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, भारत से ही सीधे कैलाश पर्वत के दर्शन होंगे। 

रिपोर्ट के अनुसार, BRO के डायमंड प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता विमल गोस्वामी ने कहा है कि, "हमने नाभीढांग में केएमवीएन हट्स से लिपुलेख दर्रे तक सड़क बनाने का काम पहले ही शुरू कर दिया है। एक बार सड़क पूरी हो जाने पर, मार्ग पर 'कैलाश व्यू पॉइंट' नामक एक विशेष आकर्षण स्थापित किया जाएगा।' बता दें कि, भारत सरकार द्वारा 'कैलाश व्यू प्वाइंट' को विकसित करने की जिम्मेदारी हीरक प्रोजेक्ट को सौंपी गई है। सड़क काटने की प्रक्रिया में काफी प्रगति हुई है, और यदि मौसम की स्थिति अनुकूल रही, तो परियोजना निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी होने की उम्मीद है।

बता दें कि, कोविड-19 महामारी के कारण, लिपुलेख दर्रे के जरिए कैलाश-मानसरोवर यात्रा को स्थगित करना पड़ा था और यह अभी तक फिर से शुरू नहीं हुई है। इस लंबे व्यवधान ने भारत सरकार को शिवभक्तों के लिए कैलाश पर्वत तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया है। 

आगामी मार्ग तीर्थयात्रियों को कैलाश पर्वत की आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण यात्रा पर जाने का एक नया अवसर प्रदान करेगा, जिससे उनकी कनेक्टिविटी बढ़ेगी और श्रद्धेय स्थल तक उनकी पहुंच सुगम हो जाएगी। 'कैलाश व्यू पॉइंट' और नई सड़क के पूरा होने से, भक्त जल्द ही नए उत्साह और भक्ति के साथ भगवान शिव के दिव्य निवास की अपनी तीर्थयात्रा पूरी कर सकेंगे।

हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम धामी, आपदा क्षेत्र किया घोषित, तीन माह का बिजली बिल भी किया माफ

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश के कारण वहां का हाल बेहाल है। कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ से जन जीवन त्रस्त है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे। लक्सर और खानपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों को उन्होंने आपदा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के साथ ही तीन माह के बिजली के बिल माफ करने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने सहकारी बैंकों के लोन की किस्त तीन माह तक स्थगित रखने की भी घोषणा की। उन्होंने इस संबंध राष्ट्रीयकृत बैंकों से भी अनुरोध करने की बात कही।

मुख्यमंत्री धामी ने इससे पहले डामकोठी में उन्होंने अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान और राहत बचाव को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जलभराव और बाढ़ प्रभावित शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विस्तृत ड्रेनेज प्लान भी बनाया जाएगा। इसके साथ मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मनसा देवी पर्वत से आने वाले मलबे को रोकने के लिए पहाड़ी का ट्रीटमेंट कराया जाएगा। कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के नुकसान का आकलन कर क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

श्रीलंका में भी यूपीआई के जरिए हो सकेगा भुगतान, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे से तमिलों के मुद्दे पर भी पीएम मोदी ने की बात

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भारत दौरे पर दो दिवसीय यात्रा पर आए श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे ने आज नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों में वित्तीय एवं आर्थिक सम्पर्क, विकास सहयोग, नयी परियाजनाएं, निवेश जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। नई दिल्ली में पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत में भी हिस्सा लिया। पीएम नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की मौजूदगी में भारत और श्रीलंका के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें से एक समझौता श्रीलंका में तेज पेमेंट सिस्टम यूपीआई की स्वीकृति के लिए नेटवर्क-टू-नेटवर्क समझौते के लिए है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति विक्रमसिंघे में दोनों देशों के बीच एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाए जाने पर सहमति बनी है। व्यापार और आम जन की आवाजाही के लिए तमिलनाडु के नागपट्टिनम और श्रीलंका के कांकेसंतुराई के बीच नौका सेवा शुरू करने का प्लान है। पीएम मोदी ने बताया कि मछुआरों की आजीविका के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। सहमति बनी है कि इस मुद्दे पर दोनों देशों को मानवीय रूप से आगे बढ़ना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता से पहले विक्रमसिंघे का हैदराबाद हाउस में स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देश रणनीतिक संबंधों पर 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।

भारत श्रीलंका के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा -पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत में कहा पिछला एक साल श्रीलंका के लोगों के लिए चुनौतियों से भरा रहा है और एक करीबी दोस्त होने के नाते हमेशा की तरह भारत श्रीलंका के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। मोदी ने अपनी टिप्पणियों में कहा कि भारत और श्रीलंका के सुरक्षा हित और विकास एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और एक दूसरे के सुरक्षा हितों और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मिलकर काम करना जरूरी है। मोदी ने कहा कि आर्थिक साझेदारी के लिए एक दृष्टि पत्र स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन, बिजली, व्यापार, उच्च शिक्षा, कौशल विकास और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में आपसी सहयोग में तेजी लाने का दृष्टिकोण है।उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, वायु, ऊर्जा और लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करने का दृष्टिकोण है। मोदी ने यह भी कहा कि यह तय किया गया कि आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर एक समझौते पर जल्द ही बातचीत शुरू होगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि श्रीलंका सरकार तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।

दोनों देशों के आपसी सहयोग को तेज करना है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज हमने आर्थिक साझेदारी के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट अपनाया है। यह विजन दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, वायु, ऊर्जा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना और पर्यटन, बिजली, व्यापार, उच्च शिक्षा और कौशल विकास में आपसी सहयोग को तेज करना है। यह श्रीलंका के प्रति भारत की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का दृष्टिकोण भी बनाता है।

विक्रमसिंघे ने की पीएम मोदी के नेतृतव की तारीफ

प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्रीलंकाई राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे ने कहा, पदभार ग्रहण करने के बाद यह मेरी भारत की पहली यात्रा है। मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी कि उनके नेतृत्व में भारत जबरदस्त विकास कर रहा है। मैंने प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका के सामने आने वाली चुनौतियों और हमारे द्वारा किए गए सुधारों से भी अवगत कराया है। मैंने उन्हें अर्थव्यवस्था में सुधार लाने की अपनी प्रतिबद्धता से भी अवगत कराया, जिससे सभी वर्गों को लाभ होगा। हमें अपनी अर्थव्यवस्था को विकास पथ पर ले जाने की जरूरत है।

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने अमित शाह और एस जयशंकर को किया टारगेट, रखा 1.25 लाख डॉलर का इनाम

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आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस का मुखिया खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है।गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक पोस्टरसामने आया है, जिसके जरिए उसने भारत के गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को टारगेट करने की कोशिश की है। पन्नू ने खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए उकसाने और साजिश रचने के लिए शाह और जयशंकर को जिम्मेदार ठहरा रहा है। साथ ही उसने अमित शाह विदेश मंत्री एस जयशंकर और कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा की विदेश यात्रा के बारे में जानकारी देने वाले को 125000 अमेरिकी डॉलर का इनाम देने का ऐलान किया है।

पन्नू ने कहा है कि सिख अभी तक हथियार उठाना भूले नहीं हैं। पन्नू ने कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और कनाडा में हाई कमिशनर संजय वर्मा को दोषी ठहराया है।पन्नू ने अमित शाह, एस जयशंकर और संजय वर्मा की फोटो लगाकर एक और पोस्टर जारी किया है। पोस्टर पर निज्जर की फोटो के नीचे तीनों की फोटो लगाकर वांटेड लिखा है। पन्नू ने कहा है कि इनकी सूचना देने वाले को 1.25 लाख डॉलर इनाम दिया जाएगा। साथ ही धमकी दी है कि यह तीनों खालिस्तानियों के निशाने पर हैं। उसने कहा कि गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।

निज्जर की हत्या के बाद जहर उगल रहे अलगाववादी

बता दें कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी। इसके बाद भारत सरकार को लेकर सिख अलगावादी जहर उगल रहे हैं। निज्जर की हत्या के बाद खालिस्तान समर्थकों ने टोरंटो, लंदन, मेलबर्न और सैन फ्रांसिस्को समेत कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने भारत सरकार के खिलाफ नारे लगाए।खालिस्तानी संगठन एसएफजे ने कनाडा स्थित सिख कट्टरपंथियों से 15 अगस्त को ओटावा, टोरंटो और वैंकूवर में भारतीय राजनयिक परिसरों की घेराबंदी करने का आह्वान किया है और 10 सितंबर को वैंकूवर में तथाकथित सिख जनमत संग्रह की भी घोषणा की है।

अलर्ट पर हैं एजेंसियां

गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर की जानकारी देने पर इनाम की घोषणा के बाद खुफिया एजेंसी और तमाम एजेंसियां अलर्ट पर हैं। खालिस्तान समर्थक आतंकियों की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। इसे भारतीय नेताओं के लिए खुली धमकी के तौर पर देखा जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर अक्सर विदेश यात्रा पर रहते हैं, वहीं अमित शाह आमतौर पर विदेश यात्रा नहीं करते हैं।