महिला सशक्तिकरण पर किया गया जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन, दी गई कई अहम जानकारी

औरंगाबाद : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं माननीय बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देषानुसार राष्ट्रीय कानूनी सेवाओं के सहयोग से बुनियादी कानूनी अधिकारो, महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों के बारे में व्यवहाहारिक ज्ञान प्रदान करने, तथा महिलाओं को अधिकारों की रक्षा हेतु उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उचित अधिकारियों के पास भेजने जैसे विषयों पर जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम को आयोजित करते हुए उन्हें लाभान्वित किये जाने के उद्देश्य से एक वृहत जागरूकता कार्यक्रम सह कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में किया गया।

इस जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम के द्वारा महिलाओं को कानूनी पहलुओं से अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक करने तथा उनका सशक्तिकरण को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज सम्पूर्णाननन्द तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पंकज मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीतीश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पाॅक्सो मितु सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार प्रणव शंकर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना दया शंकर सिंह, (मा0शि0 एवं सा0) द्वारा विधिवत दीप प्रज्जवलित कर महिला सशक्तिकरण पर आयोजित विधिक जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर सभी न्यायिक पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

इस जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम में बहुत सारी महिला शिक्षिका जो भिन्न-भिन्न विद्यालय से आये थे उपस्थित रहें।

विदित है कि राष्ट्रीय महिला आयोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में महिलाओं से सम्बन्धित कार्यशाला सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिले के महिला शिक्षकों की उपस्थिति काफी संख्या में रही।

कार्यक्रम का संचालन नेहा दयाल न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी .द्वारा द्वारा किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष सम्पूर्णानन्द ने उपस्थित महिला शिक्षको को सम्बोधन में ही उनके लिए आयोजित कार्यक्रम पर प्रकाश डाला तथा कहा कि प्रत्येक महिला को सशक्त होना बहुत आवश्यक है और आप पेशे से शिक्षिका हैं इसलिए विधिक रूप से भी आपको सशक्त होना आवश्यक है जिसके लिए आज का कार्यशाला आयोजित है।

जिला जज द्वारा कहा गया सशक्त होंगें तो आपका परिवार शसक्त होगा और परिवार के सशक्तिकरण से एक सभ्य समाज का निर्माण होता है और देश की प्रगति और समृद्धि के लिए आपका सशक्त होना आवश्यक है।

यह कार्यक्रम कई सत्र में आयोजित किया गया जिसमें अलग-अलग विभाग से आये महिला वक्ताओं ने महिला से जुड़े कानून के साथ-साथ सभी पहलुओं को विस्तार से बताया।

अपर जिला सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने पूरे कार्यक्रम के उदेश्यों पर विशेष प्रकाश डाला तथा आगांतुकों को बताया कि यह कार्यक्रम सिर्फ आपके लिए नहीं बल्कि आपके माध्यम जुड़े तमाम लोगों के लिए हैं क्योंकि एक महिला का शिक्षित होना पुरे परिवार को शिक्षित होने की गारंटी है इसलिए आप जागरूक होंगें तो पूरा समाज जागरूक हो जायेगा। आपके माध्यम से पूरे समाज में विधिक जागरूकता फैले जिला विधिक सेवा प्राधिकार का उद्देष्य भी यही है कि आप यहां से कुछ सीख कर जायें और पूरे समाज में इसे फैलायें।

सम्बोधान में उन्होंने कहा कि हर दिन नारी का है हर दिन शक्ति का पर्व है, हर दिन है इन्सानियत का जिसका केन्द्र विन्दु नारी है। नारी को समाज का शक्ति बताते हुए जो कि सृजन की शक्ति अपने अन्दर समेटी हुई है और उन्हें विकसित तथा परिष्कृत कर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, न्याय, धर्म, विचार और उपासना की स्वतंत्रता और समानता का अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का श्रेष्ठ उदाहरण है। उपस्थित महिलाओं को पाॅक्सों एवं महिला कानून पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।

इस बात पर विशेष प्रकाश डाला कि आप जिस प्रोफेशन में हैं वहां कार्य के लिए वेतन मिलती है परन्तु आपका दायित्व सिर्फ आपके अपने कार्य तक ही सीमित नहीं है बल्कि आपने समाज को क्या दिया इसके लिए भी आपको सोचना होगा और जब आप यह सोचेंगी तो अवश्य ही आप सब समाज के लिए करेंगीं यही सच्चे रूप से महिला सशक्तिकरण के रूप में समाज में उदाहरण बनेगा।

चूंकि यह पूरे कार्यक्रम को तीन चरणों में रखा गया था प्रथम चरण के बाद द्वितीय चरण में सहायक पुलिस अधीक्षक स्वीटी सेहरावत द्वारा उपस्थित सभी महिलाओं एवं छात्राओं पर किये जाने वाले अपराध पर विशेष प्रकाश डाला गया तथा किस प्रकार आप इससे अपने आपको सावधान रखते हुए अपने विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को सजग और सशक्त कर सकती है इस बारे में विस्तार से बताया गया तथा उपस्थित महिलाओं को यह भी जानकारी उपलब्ध कराया गया कि महिला थाना तो पूर्व से इस जिला में कार्य कर रही है परन्तु नगर थाना में ही साईबर थाना खोला गया है जहां महिला अवर निरीक्षक प्रतिनियुक्त है और मोबाईल के बढ़ते प्रचलन के कारण बहुत से जाने-अनजाने साईबर क्राईम का षिकार हो जाती हैं इससे आप सभी को बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है और आप सभी शिक्षिका है इसलिए आपका यह दायित्व हो जाता है कि अपने विद्यालय में भी एक सत्र का आयोजन कर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को आज के परिवेश के अनुसार उन्हें जागरूक करें।

उनके द्वारा कई प्रकरणों को को उदाहरण देते हुए बताया गया जिससे उपस्थित सभी महिला शिक्षको को काफी प्रेरणा मिली। इसके साथ-साथ उनके द्वारा पुलिस विभाग के द्वारा महिलाओं को मिलने वाली कानूनी सुविधाओं, 112 नम्बर की कार्यशैली इत्यादि पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी।

इसी सत्र में पैनल अधिवक्ता श्रीमती स्नेहलता, ने महिलाओं के सम्पति के अधिकार, महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित कानूनों यथा घरेलू हिंसा जैसे महत्वपूर्ण कानूनों पर विस्तृत जानकारी आगांतुकों को उपलब्ध कराया।

इसी चरण में पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार ने साईबर क्राईम से जुड़े कानूनों के बारे में विस्तार से बताया तथा कहा कि साईबर या इन्टरनेट के माध्यम से होने वाले अपराध को छुपाना नहीं है और न ही डरने की जरूरत है। आगे आकर उससे मुकाबला करने की जरूरत है। कानून तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार आपके हर कदम पर हर परिस्थिति में साथ पायेंगें, चाहे आप नालसा एप के द्वारा अथवा सोसल नेटवर्क यथा टवीटर, फेसबुक, यू-टयूब के जरीये जिला विधिक सेवा प्राधिकार आपके मदद में खड़ा है। इसके साथ-साथ उनके द्वारा महिलाओ को हिरासत में उनके अधिकार से सम्बधित कानून तथा नालसा के विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।

इस कार्यशाला के तृतीय चरण में सचिव प्रणव शंकर द्वारा उपस्थित सभी महिला शिक्षिकों को मूलभूत कानून की जानकारी उपलब्ध कराया गया। जिससे सभी लोग अबतक अंजान थे। सचिव द्वारा उपस्थित महिलाओं द्वारा उठाये गये प्रत्येक सवाल का विस्तार से जबाव दिया।

सचिव द्वारा सभी महिलाओं से यह विशेष रूप से अनुरोध किया गया कि जितनी जानकारी आपको उपलब्ध करायी गयी है आप उनमें से आधा भी अपने परिवार, समाज, छात्र सहयोगी एवं अन्य को बताकर उन्हें विधिक अधिकारों के बारे में जागरूक करते हैं तो हम समझगें कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार अपने वास्तविक उदेश्यों को प्राप्त कर रहा है।

इसी सत्र में मितु सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पाॅक्सो द्वारा पाॅक्सो अधिनियम से जुड़े कानूनों पर विस्तार से बताया गया तथा इसी सत्र के अन्त में नेहा दयाल न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम श्रेणी द्वारा सामान्य कानूनों तथा प्रतिभागियों द्वारा उठाये गये सभी प्रश्नों का समाधान किया गया।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी सौरभ सिंह द्वारा किया गया।

विदित हो कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा महिलाओं से जुड़े बुनियादी कानूनी अधिकारो, महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों के बारे में व्यवहाहारिक ज्ञान प्रदान करने, तथा महिलाओं को अधिकारों की रक्षा हेतु दो अन्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा जिसमें दिनांक 22.07.2023 को प्रोजेक्ट इण्टर कन्या उच्च विद्यालय देव तथा दिनांक 26.07.2023 को राजकीय इण्टर कन्या विद्यालय, दाउदनगर में किया जायेगा।

पूरे कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी काफी ज्यादा है जिससे प्रतीत होता है कि महिला इस तरह के कार्यक्रम के लिए तथा स्वयं को सशक्त करने के लिए तत्पर है जिससे इसका फायदा सभी को मिल सके।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नबीनगर में शराब तस्करों ने युवक की चाकू से गोदकर की हत्या, विरोध में लोगों ने की आगजनी व सड़क जाम

औरंगाबाद() । औरंगाबाद जिले के नबीनगर में शराब तस्करों ने रविवार को देर रात एक युवक की चाकू गोदकर हत्या कर दी।

हत्या से भड़के स्थानीय लोगों ने सोमवार को सड़क पर आगजनी कर विरोध में प्रदर्शन किया। बताया जाता है कि नबीनगर थाना मुख्यालय स्थित वार्ड एक मुटुर बिगहा गांव में शराब तस्करों ने युवक चुन्नु पांडेय (45 वर्ष) की लोहे की राड से हमला कर व चाकू मारकर रविवार को देर रात हत्या कर दी।

युवक को उसके घर के पास से तस्करों के द्वारा अगवा कर बोलेरो में बैठाकर कुछ दूर ले जाया गया और लोहे की राड से पिट- पिटकर बेहोश कर दिया उसके बाद चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को शराब तस्करों ने नबीनगर के एक निजी अस्पताल में ले गए जहां चिकित्सक के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद शव को बोलेरो से ही जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल लाया।

यहां चिकित्सकों को तस्करों ने बताया गया कि छत से गिर जाने के कारण हालत गंभीर है। यहां भी देखने के बाद चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया उसके बाद तस्करों ने शव को ठिकाना लगाने के लिए ले जा रहे थे कि परिजनों की सूचना पर सुस्त पड़ी पुलिस हरकत में आई और शव को अंबा नबीनगर रोड स्थित पाढ़ी मोड़ के पास से बरामद किया। पुलिस ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार तस्करों की निशानदेही पर हत्या में शामिल अन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। युवक की मां ने बताया कि वाहन से शराब उतारने से मना करने के बाद तस्करों ने बेटे को अगवा कर लिए। तस्करों ने मां और युवक के भाई सोनू पांडेय व तीन पुत्रियों को भी बंधक बना लिया।

परिजनों ने बताया कि पुलिस को घटना की सूचना देने के लिए फोन लगाते रहे पर थानाध्यक्ष काल नहीं उठाए। घटना के बाद स्वजनों ने थाना पहुंच हंगामा किया तब थाना में सुस्त बैठी पुलिस हरकत में आई।

एएसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि हत्या मामले की जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

कार्यकर्ता की मौत के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराए जाने संबंधी जेडीयू एमएलसी के बयान पर भड़के बीजेपी सांसद सुशील सिंह

औरंगाबाद: बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह ने पटना में प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता की मौत के लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराने संबंधी बयान के लिए जेडीयू के एमएलसी नीरज कुमार को आड़े हाथों लिया है। 

सांसद ने तल्ख लहजे में कहा कि नीरज को बोलना नही आता है। बोलने का लुर नही है। उनकी बात पर क्या कहे। वह नीतीश कुमार के डफली है। सरकार उनकी है, पुलिस उनकी है, डॉक्टर उनके है, जो रिपोर्ट करवा ले, जो कहवा ले लेकिन सच्चाई यही है कि भाजपा के जहानाबाद जिला मंत्री विजय सिंह की मौत आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से ही हुई है। इसे उजागर करने वाली मीडियाकर्मी भी पिटाई के शिकार हुए है और मीडियाकर्मियों को भी बचने के लिए भागना पड़ा। कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता विजय सिंह शहीद हुए है।

कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने हमारी पार्टी के वैसे कार्यकर्ता की हत्या की है, जिसने विधानसभा चुनाव में संयोजक के रूप में जहानाबाद में जेडीयू के उम्मीद वारों को जी जान लगाकर जिताने का काम किया। ऐसे लगनशील कार्यकर्ता की  शहादत व्यर्थ नही जाएंगी। उन्होने कहा कि 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पांच बम विस्फोट हुए थे, जिसमें छः कार्यकर्ता शहीद हुए थे। उनकी शहादत व्यर्थ नही गई। 2014 में एनडीए को बिहार की 40 में से अधिकतम सीटें मिली और जेडीयू को मात्र दो सीट मिली। 

इस बार भी हमारी पार्टी के कार्यकर्ता विजय सिंह की शहादत व्यर्थ नही जाएंगी। हमारे कार्यकर्ता के खून का एक-एक बूंद उनके लिए बारूद का काम करेगा। सांसद ने कहा कि 1974 में जेपी पर भी कांग्रेस ने लाठी चलवाई थी। 

बाद में इसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया। बिहार की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक है और जनता नीतीश कुमार को माकूल जवाब देगी। कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी रही है और खुद नीतीश कुमार के गुरू जेपी लाठीतंत्र के विरोधी थी लेकिन जेपी के शिष्य और आंदोलन के उपज की सरकार में ही बिहार में लोकतंत्र की हत्या हो रही है।

 राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने से रोका जा रहा है। उनको बर्बरता के साथ लाठी से पीटा जा रहा है। पीटकर हत्या की जा रही है। बिहार में अब लोकतंत्र नही लाठी तंत्र चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी बानगी यह भी है कि विधानसभा में विधायक, विधानसभा के कर्मी, मार्शल और रिपोर्टर जा सकते है।

 विधानसभा के अंदर बाहरी पुलिस नही जा सकती लेकिन नीतीश कुमार ने विधानसभा कक्ष के अंदर पुलिस को बुलवाकर विधायकों को पीटवाने का काम किया। ऐसी बर्बर और जालिम सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नही है लेकिन वें जानते है कि नीतीश कुमार इस्तीफा देने वाले नही है। इस कारण वें उनसे ऐसी अपेक्षा भी नही करते है। 

उन्होने कहा कि नीतीश सरकार ने जो बर्बरता और तत्परता भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चलाने में दिखाई, उसका थोड़ा सा भी बल प्रयोग अपराधियों के खिलाफ कर दे तो बिहार में बेलगाम अपराध नियंत्रण में आ जाए लेकिन ऐसा करने के बजाय यह सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों और आंदोलनकारियों पर करती है, जो कायरतापूर्ण और बेहद निंदनीय है। इस मौके पर एमएलसी दिलीप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मकेश शर्मा, महामंत्री मुकेश सिंह एवं कोषाध्यक्ष आलोक सिंह भी मौजूद रहे।

औरंगाबाद: जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत लैब तकनिशियनों का प्रशिक्षण


राज्य के सभी सरकारी स्वास्थ संस्थानों में डायग्नोस्टिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेवलपमेन्ट पार्टनर फाउंडेशन फॉर रिनोवेशन न्यू डायग्नोस्टिक इंडिया अर्थात फाइंड के सहयोग से बिहार लेबोरेटरी सर्विस स्ट्रैंथनिंग प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. इस क्रम में शुक्रवार को औरंगाबाद जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत लैब तकनीशियनों को गुणवत्तापूर्ण पैथोलॉजी जांच, रिपोर्ट लेखन, इंडेंटिंग एवं निर्धारित एसेंशियल ड्रग लिस्ट की जानकारी फाइंड नामक संस्था के प्रशिक्षकों द्वारा दी गयी.

उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि यह एक महत्वकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में पैथोलॉजी जांच की सर्विस को सुदृढ़ करना है. कल्याणकारी सरकार का यह लक्ष्य है कि सरकारी संस्थानों में आने वाले कर्मियों को डायग्नोस्टिक सेवाओं के लिए अलग से पैसा खर्च नहीं करना पड़े. आज सदर अस्पताल के प्रशिक्षण कक्ष में 35 लैब तकनीशियनों को सहयोगी संस्था के तरफ से राज्य से आए माइक्रोबायोलॉजिस्ट श्रीधरण गणेशन द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.

विदित हो कि उद्घाटन सत्र में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, डीपीएम मो. अनवर आलम, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे,

सहयोगी संस्था फाइंड के मानव संसाधन प्रबंधक राहुल सिंह की उपस्थिति रही तथा सिविल सर्जन एवं डीपीएम द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

कुख्यात अपराधी सुनील हथियार के साथ गिरफ्तार, टॉप 15 अपराधियों के लिस्ट में था शामिल, कई कांडो में चल रहा था फरार

औरंगाबाद: जिले के टॉप 15 कुख्यात अपराधियों की लिस्ट में शामिल बदमाश सुनील कुमार उर्फ लालबाबू को गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से एक थ्रनेट गन एवं एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। यह राफीगंज थाना क्षेत्र के चरकुप्पा गांव निवासी शत्रुधन शर्मा का बेटा हैं। 

पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात बदमाश को जिला मुख्यालय के रमेश चौक से गिरफ्तार किया है। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। 

इसके खिलाफ राफीगंज थाना में कुल 10 कांड दर्ज़ है जिसमें आर्म्स एक्ट एवं मारपीट सहित एससी-एसटी एक्ट जैसे कई अपराधी घटनाओं में शामिल रहा है। 

यह टॉप 15 कुख्यात बदमाशों में शमिल है। यह जिला अंतर्गत कोई बड़ी घटना कारित करने हेतु भ्रमणशील रहता है और छुप कर अवैध अग्नेयास्त्र का व्यापार करता हैं। यह पिछले काफ़ी दिनों से फरार चल रहा था। 

इसी क्रम में यह पकड़ा गया। इसका आपराधिक इतिहास रहा है जिससे आवश्यक पुछताछ की जा रही है। 

इस कार्रवाई में सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत, राफीगंज थानाध्यक्ष गुफरान अली समेत कई अन्य सशस्त्र बल शामिल थे।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध फूंका सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी का पुतला

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज शहर के कासमा रोड़ स्थित पार्टी कार्यालय से भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को नगर अध्यक्ष संतोष कुमार साहू एवं ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह के नेतृत्व में काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। मार्च मुख्य बाजार से टिकट काउंटर होते हुए महाराजगंज चौराहे पर पहुंचा, जहां चाचा-भतीजा का पुतला दहन किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चाचा-भतीजा की सरकार नही चलेगी-नहीं चलेगी, हत्यारों को संरक्षण देना बंद करो आदि नारे लगाएं। 

पुतला दहन के दौरान भाजपा नेता सुबोध कुमार सिंह ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि सत्ता के अहंकार में चूर मुख्यमंत्री की पुलिस ने बिहारियों के हक एवं अधिकार के लिए लड़ रहे भाजपा कार्यकर्ता की जान ली है। 

कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि इन कार्यकर्ताओं का क्या कसूर है? यह बिहार में घोषित आपातकाल नहीं तो और क्या है? कहा कि बिहार में पहले छात्र, फिर शिक्षक अभ्यर्थी और किसान सलाहकारों के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना नीतीश कुमार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। 

भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष कुमार साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा ऐसी घटना करवाना बहुत ही दुखद और बेहद शर्मनाक है। जो अपने अधिकार की मांग कर रहा हो, उन पर आप लाठियां चलवाते हैं। क्या आपके पास हर समस्या का समाधान सिर्फ लाठी ही है? यह महा जंगलराज नहीं तो और क्या है? कार्यकर्ता की दुखद मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने और दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कहा कि 15 जुलाई को प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जायेगा। 

इस मौके पर भाजपा महामंत्री बबलू सिंह, भाजपा नगर महामंत्री बाल गोविंद साहू, कोषाध्यक्ष शिवनारायण साव, युवा मोर्चा जिला महामंत्री शुभम सिंह, अरूण कुमार सिंह, चंदेश्वर भगत, पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष अरविंद राज सिंह, पिछड़ा मोर्चा उपाध्यक्ष रघुनाथ साव, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मो. मंसूर, नगर अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष विजय चौधरी, मंडल मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, उपाध्यक्ष सह पंचायत समिति प्रतिनिधि डॉ. गोपाल प्रसाद, विमलेश पासवान, रंजीत शर्मा, विजय पासवान, कुंदन मिश्रा, शेरू खान, राजेश शर्मा, दशरथ साव, युवा मोर्चा अध्यक्ष राहुल कुमार, हार्दिक सिंह राजपूत, रोहन गुप्ता, विक्की कश्यप के साथ दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 को जानना आवश्यक : सचिव

औरंगाबाद : सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सिविल अपील संख्या 9322/2022 में दिनांक    15.12.2022 को पारित न्यायालय निर्णय के आलोक में मोटर दुर्घटना के अध्याय- XI और XII के प्रावधानों के सम्बन्ध में संवेदनशील बनाने हेतु और मोटर दुर्घटना संशोधन नियमावली, 2022 में शासनादेश सुनिश्चित करने हेतु सभी स्टेकहोल्डर को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में सभी पैनल अधिवक्ताओं तथा मोटर दुर्घटना वाद से सम्बन्धित अधिवक्ताओं के साथ एक कार्यशाला सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

      

चूंकि मोटर दुर्घटना वाद में सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर को मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 के नये प्रावधानों से अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक किया जाना आवश्यक है, जिससे कि कोई भी दुर्घटना के बाद उनके दावे को लेकर किसी तरह की समस्या उत्पन्न न हो तथा आम जनमानस उक्त अधिनियम से सम्बन्धित तथ्यों से अवगत हो इसी उद्देष्य से आज का कार्यशाला किया गया।

      

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने बताया कि मोटर दुर्घटना संशोधित नियमावली 2022 के कई प्रावधान से आम जन मानस अवगत नहीं है तथा उन्हें इसकी अपेक्षित लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है और इस जागरूकता सह कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यही है कि पैनल अधिवक्ता और मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित अधिवक्ता अगर संशोधित नियमावली से अवगत होंगे तो इसका सीधा लाभ पक्षकारो को प्राप्त होगा। 

कहा कि अभी लोगो में यह भ्रम की स्थिति है कि मोटर दुर्घटना सम्बन्धित वाद न्यायालय में नहीं दाखिल की जा सकती है परन्तु संदीप राज बनाम बिहार सरकार के मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने यह व्यवस्था दिया है कि उक्त वाद न्यायालय में दाखिल किये जायेंगें। सचिव द्वारा यह भी बताया गया कि पहले मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित वाद दाखिल करने हेतु समय सीमा निर्धारित नहीं थी परन्तु अब परिस्थिति बदल गयी है अब समय सीमा का निर्धारण कर दिया गया हैं। 

मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित वाद लाने हेतु समय सीमा घटना तिथि से छः माह है तथा उनके द्वारा यह बताया गया कि वाद को 12 महीने के अन्दर निष्पादित कर देना है साथ ही सचिव ने यह भी बताया कि नियमावली में कई प्रारूप दिये गये हैं जो अनुसंधानकर्ता, पीड़ित, चालक, वाहन मालिक, इन्षुरेंन्स कम्पनी को निर्धारित समयानुसार प्रारूप में दिये गये सूचनाओं के प्रपत्र को भरना है। इसके साथ-साथ उनके द्वारा कई अन्य विन्दुओं और मोटर दुर्घटना संषोधित नियमावली, के कानूनी पहलुओं पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी| जिसका लाभ निश्चित रूप से पी़डित को प्राप्त होगी। 

उनके द्वारा उपस्थित लोगो से यह अपील किया गया कि आपको उपलब्ध कराये गये जानकारी को अधिक से अधिक लोगो तक पहुचाये जिससे कि पीड़ित को समय पर आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके तथा तकनीकी कारणों के कारण वे इसका लाभ उठाने से वंचित न हो सके। उनके द्वारा यह भी बतया गया की अगर किसी दुर्घटना में गाडी के बारे में जानकारी नही प्राप्त नही हो सका जिसे हीट एंड रन मामले कहते है में मृतक के पीड़ित को 2.5 लाख और जख्मी को 50 हजार मिलने का प्रावधान है|

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गिरफ्तारी के बाद जेल में शराबी को नही मिल पा रही थी शराब, अल्कोहल विड्रावल सिंड्रोम की थी शिकायत, तबीयत बिगड़ी तो हो गई मौत


औरंगाबाद : जिले के दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में इलाजरत एक कैदी की शुक्रवार को दोपहर में मौत हो गई। मृतक अमित सिंह(33) कुटुंबा थाना क्षेत्र के बसडीहा गांव का निवासी था। बताया जाता है कि अमित को कुटुम्बा थाना की पुलिस ने शराब पीने के मामले में 10 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इसी दिन शाम में न्यायिक अभिरक्षा में उसे औरंगाबाद मंडल कारा भेजा गया था। बाद में उसे वहां से दाउदनगर उप मंडल कारा भेजा गया था। 

दाउदनगर उप मंडल कारा में ही उसकी तबीयत गुरूवार को खराब हो गई। इसके बाद उसे इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया। इलाज के बाद तबीयत में सुधार होने पर उसे गुरुवार की रात ही औरंगाबाद से दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया। दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में वह कैदी वार्ड में भर्ती था। उसका इलाज चल रहा था। इसके बाद शुक्रवार को फिर अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसी दौरान उसकी मौत हो गई और अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल ने दाउदनगर पुलिस और औरंगाबाद मंडल कारा को इसकी सूचना दी। 

दाउदनगर थाना के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार अनुमंडल अस्पताल पहुंचे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मरीज को अल्कोहल विड्रावल सिंड्रोम की समस्या थी। 

उन्होंने बताया कि यह वह सिंड्रोम है, जिसमें शराबी शराब के बिना चैन से नही रह सकता। शराब नही पीने से उसे घुटन महसूस होती है। उसे भी सांस लेने में समस्या आ रही थी। मेडिकल बोर्ड ने उसे गुरुवार को ही मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया था। बाद में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर इलाज किया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

लाठी चार्ज और बीजेपी नेता की मौत के विरोध में बीजेपी ओबीसी मोर्चा ने फूंका सीएम और डिप्टी सीएम का पुतला

मुजफ्फरपुर : आज बिहार के मुजफ्फरपुर शहर स्थित अघोरिया बाजार चौक पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता "आदित्य" की अध्यक्षता में, कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन किया गया। 

ज्ञात हो कि बीते गुरुवार क विधानसभा मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव एवं पुलिस बल द्वारा किए गए शर्मनाक एवं बर्बरतापूर्ण व्यवहार से बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। आज भाजपा पूरे प्रदेश में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के ऐसे कुकृत्य के विरोध में काला दिवस मना रही है। मोर्चे के सभी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों ने नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव के पुतले पर जूते चप्पल की बौछार कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। 

भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता "आदित्य" ने कहा कि भाजपा के शांतिपूर्ण विधानसभा मार्च पर जिस प्रकार दोनों चाचा भतीजा ने मिलकर अपनी बर्बरता और तानाशाही का परिचय दिया है, इससे भाजपा चुप नहीं बैठेगी। आने वाले समय में इससे भी ज्यादा उग्र आंदोलन होगा और पलटू राम नीतीश कुमार एवं फेलस्वी यादव को सत्ता क्या बिहार से बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। गद्दी पर बैठकर भ्रष्टाचार और कुशासन का जो खेल नीतीश सरकार खेल रही है वो खेल अब और नहीं बर्दाश्त किया जायेगा। 

मौके पर भाजपा नेता अनिल कुमार, आकाश पटेल, विकास कुमार, राकेश रंजन, रामू गुप्ता, संतोष साहेब, दिनेश चौधरी, चुन्नू रजक, शैलेंद्र कुमार सिंह, छोटू दास, विक्की, अजय कुमार, राम शर्मा, लक्ष्मण कुमार, दिनेक कुमार, रोहित कुमार, आनंद सिंह, मनीष कपूर, सुबोध कुमार एवं दर्जनों आम नागरिक इत्यादि उपस्थित थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

पूर्व मुखिया बृजमोहन मेहता का बढ़ा कद, जदयू किसान प्रकोष्ठ एवम सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष नियुक्त

औरंगाबाद : बिहार प्रदेश जनता दल यूनाइटेड ने किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश भर में पदाधिकारी नियुक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार जो कि बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के प्रत्याशी भी रहे हैं, ने 33 जिला संगठन में किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष की घोषणा की है। 

मनोज कुमार ने जिलाध्यक्षों की सूची जारी करते हुए बताया कि इस सूची में समाज के सभी वर्गों के लोगों को प्रतिनिधित्व दी गयी है। साथ ही सभी मनोनित जिलाध्यक्षों को 15 दिनों के अंदर जिला कार्यकारिणी एवं प्रखंडों में अध्यक्ष मनोनीत करने का निर्देश दिया गया है।

औरंगाबाद जदयू मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर जिलाध्यक्ष पार्टी के मूल संगठन के साथ मिलकर कार्य करेंगे। वे मूल संगठन के जिलाध्यक्ष के साथ समन्वय स्थापित कर किसान और सहकारिता प्रकोष्ठ संगठन को पंचायत और बूथ स्तर पर मजबूती प्रदान करने में अपना भूमिका अदा करेंगे।  

जदयू मुख्य प्रवक्ता राजा बाबू ने बताया है कि प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ने नव-नियुक्त सभी जिलाध्यक्षों को बधाई और शुभकामनायें दी है और बेहतर भविष्य की कामना की है।

वहीं पूर्व विधायक रफीगंज और जदयू मुख्य संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, पूर्व विधायक नबीनगर वीरेंद्र कुमार सिंह, जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष महावीर मेहता और जदयू महासचिव नागेंद्र सिंह, जिला महासचिव संजय राणा सिंह, जिला सचिव चिंटू सिंह, टिंकू सिंह, औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह , रिंकू सिंह , ओंकार नाथ सिंह , सत्येंद्र चंद्रवंशी , रामानुज सिंह , सुरेंद्र सिंह, कमलेश कुमार सिंह , उदय सिंह , अनिल मेहता , सुनील वर्मा ने बधाई प्रेषित की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र