*जिले भर में बांटे गए 3,500 आयुष्मान कार्ड*
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शुक्रवार को जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और ग्राम पंचायतों में एक समारोह का आयोजन किया गया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए, साथ ही नए कार्ड भी बनाए गए। इसके साथ ही इस कार्ड के माध्यम से अपना इलाज करा चुके लाभार्थियों ने लोगों के बीच अपने अनुभव भी साझा किए।
सनद रहे कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों को अब कागज का नहीं बल्कि पीवीसी (प्लास्टिक) वाला आयुष्मान कार्ड दिए जाने की योजना है।
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. अभिज्ञान सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिले भर में करीब 3,500 आयुष्मान कार्डों का वितरण किया गया। प्रदेश से बनकार आए पीवीसी कार्डों का वितरण किया गया साथ ही जिले पर बने कागज वाले कार्डों का भी वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि जिले भर में 5,47,215 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 24,61,625 लाभार्थी व्यक्ति हैं, जिनमें से 8,05,650 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं।
जिले के 41,930 लोगों ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से विभिन्न सूचीबद्ध सरकारी एवं निजी अस्पतालों में उपचार का लाभ लिया है। उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत यह आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं। इस कार्ड के माध्यम से लाभार्थी देश भर में पंजीकृत किसी भी अस्पताल में भर्ती होकर पांच लाख रुपए तक का अपना उपचार करा सकता है।
उन्होंने योजना के सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें और शहर से बाहर जाने पर उसे सदैव अपने पास ही रखें, जिससे किसी भी विशेष परिस्थिति में उसका उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि पीवीसी वाले आयुष्मान कार्ड को लाभार्थी के लिए रखना भी आसान होगा।
इन बीमारियों में मिलता लाभ
जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,250 बीमारियां शामिल हैं। इसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बाईपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि शामिल है।
इन समस्याओं के हल के लिए मरीज के भर्ती होने पर विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार उपलब्ध है।
Jul 09 2023, 18:32