*मैनपुरी: दूल्हा-दूल्हन समेत परिवार के पांच लोगों की हत्या करने के बाद खुद को गोली से उड़ाया, जानिये क्या था पूरा मामला*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से दिल को दहला देने वाली घटना सामने आयी है। यहां दूल्हा-दुल्हन समेत परिवार के 5 लोगों की सोते समय फरसे से काटकर हत्या कर दी। फिर आरोपी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया। यही नहीं, पत्नी और मामी पर भी जानलेवा हमला किया है।

दोनों की हालत नाजुक है। घटना शुक्रवार की देर रात की बताई जा रही है। सूचना पुलिस ने पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। मौके पर पुलिस को किसी का गला कटा, किसी के शरीर पर व सिर पर गहरे घाव के निशान मिले। जिसे देखने के बाद उनकी भी रूह कांप गई। घायल दोनों महिलाओं को होश आने पर हत्या के सही कारणों को पता चलेगा।

घटना मैनपुरी जिले के किशनी थाना क्षेत्र के गांव गोकुलपुर की है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही आरोपी के छोटे भाई बारात दुल्हन लेकर आई थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे। इतनी बेरहमी से की गई हत्या के बाद शव को जिसने भी देखा उसका कलेजा कांप गया। शिववीर पुत्र सुभाष यादव ने रात करीब दो बजे के आसपास घटना को अंजाम दिया।

पुलिस के अनुसार शिववीर के छोटे भाई सोनू यादव की बारात ईटावा गई थी। शुक्रवार को बारात वापस लौट कर आई थी। रात में सभी सो रहे थे किसी बात से नाराज शिववीर ने फरसा उठाया और छत पर सो रही नई भाभी को काटने के बाद भाई सोनू को मौत के घाट उतारा। इसके बाद नीचे जाकर अपने बड़े भाई व छोटे भाई तथा बहनोई को सौरव को काट कर हत्या कर दी।

सोनू के दोस्त दीपक जो कि फिरोजाबाद का रहने वाला था उसे भी नहीं बक्शा। इसके बाद अपनी पत्नी और मामी पर फरसे से वार करके घायल कर दिया। इसके बाद आसपास के लोग व अन्य घर वाले दौड़े से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया। 

सूचना पर मौके पर आईजी, एसपी समेत कई पुलिस विभाग के अधिकारी पहुंच गए।

पूछताछ में पिता सुभाष यादव ने बताया कि शिववीर की दुकान लगातार घाटा हो रहा था। जिसको लेकर वह काफी परेशान था। घर में इसी बात को लेकर आये दिन झगड़ा करता था। दिमाग का कुछ सनकी होने के कारण इस तरह का कदम उठा लिया। इस मामले में पुलिस अपने स्तर से भी जांच कर रही है। फिलहाल अभी तक पुलिस को हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। अब पुलिस का कहना है कि घायल दोनों महिलाओं के होश में आने के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।

*विक्षिप्त व हिंसक व्यवहार वाले श्वानों को नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक एबीसी सेण्टर में डॉग केयर सेंटर की होगी स्थापना : प्रमुख सचिव*

लखनऊ।प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने कहा कि प्रदेश में श्वानों की संख्या को वैज्ञानिक ढंग से प्रबंधित करने के लिए प्रत्येक नगर निगम में एक एबीसी सेण्टर की स्थापना की जा रही है। लखनऊ और कानपुर नगर निगम में एबीसी सेन्टर बनाये जा चुके हैं। इन सभी एबीसी सेन्टर में विक्षिप्त व हिंसक व्यवहार वाले श्वानों को नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक ए.बी.सी. सेण्टर के अन्तर्गत एक डॉग केयर सेंटर की भी स्थापना की जा रही है। इस संबंध में प्रदेश के समस्त नगर आयुक्तों को निर्देश भी दिये गये हैं।

10 दिन तक एबीसी सेंटर में रखकर उनका निरीक्षण किया जायेगा

प्रमुख सचिव ने बताया कि आक्रामक रूप से काटने वाले विक्षिप्त व हिंसक व्यवहार करने वाले श्वानों को एबीसी सेंटर के अन्तर्गत स्थापित डॉग केयर सेंटर में ही रखा जायेगा। इसके लिए डॉग केयर सेंटर के संचालन हेतु पोर्टल एवं हेल्पलाइन, शिकायत नियंत्रण प्रकोष्ठ की स्थापना के साथ-साथ डाटा का रख-रखाव भी किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि ऐसे श्वानों की शिकायत प्राप्त होने पर प्रशिक्षित डॉग हैंडलिंग टीम द्वारा मानवीय रूप से पशु क्रूरता अधिनियम 1960 के प्राविधानों का कड़ाई से पालन करते हुए पकड़कर डॉग केयर सेंटर लाया जायेगा, जहां पर पशुचिकित्सकों के पैनल द्वारा 10 दिन तक ए.बी.सी. सेंटर में रखकर उनका निरीक्षण किया जायेगा।जांचोपरान्त श्वान में रेबीज नहीं पाये जाने पर उसके मूल स्थान पर छोड़ दिया जायेगा।

प्रत्येक दो माह के अन्तराल पर पैनल द्वारा निरन्तर निरीक्षण किया जायेगा

श्वान में रेबीज के लक्षण पाये जाने की स्थिति में ऐसे श्वानों का दो सदस्यीय पैनल द्वारा अनिवार्य रूप से तीन सप्ताह तक निरीक्षण किया जायेगा। तीन सप्ताह के निरीक्षण/उपचार के उपरांत यदि श्वान पूर्णतया स्वस्थ हो जाते हैं, तो ऐसे श्वानों को उनके मूल स्थान पर छोड़ दिया जायेगा। यदि तीन सप्ताह के पश्चात भी श्वान में किसी प्रकार के संचारी/गंभीर रोग के लक्षण बने रहते है, तो उन्हें पशु चिकित्सकों की देखरेख में डॉग केयर सेंटर के आइसोलेशन केनल में रखा जायेगा और प्रत्येक दो माह के अन्तराल पर पैनल द्वारा निरन्तर निरीक्षण किया जायेगा।

श्वानों में रेबीज होने की उच्च संभावना पाये जाने पर उसे अलग केनेल में रखा जायेगा। श्वानों के निरंतर अवलोकन और मूल्यांकन के बाद भी यदि श्वान में बिना उकसावे के काटने की आदत पायी जाती है, तो उसे डॉग केयर सेंटर से वापस नहीं छोड़ा जायेगा।

* यूपी में अवैध खनन के मामले में गोरखपुर, गाजीपुर, बागपत के खान अधिकारी किए गए निलंबित*

लखनऊ। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश में उप खनिजों के खनन व परिवहन पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। भ्रष्टाचार में लिप्त खनन विभाग के वरिष्ठ खान अधिकारी, खान अधिकारी और खान निरीक्षक को निलंबित किया गया। वहीं तीन खान अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।

वहीं गुरुवार देर रात सचिव (भूतत्व एवं खनिकर्म) डॉ. रोशन जैकब ने बनारस में बालू, मौरंग समेत अन्य खनिज पदार्थों के अवैध खनन एवं ओवर लोडिंग की शिकायत पर छापेमारी की। इस दौरान सोनभद्र, मीरजापुर समेत अन्य राज्यों मध्य प्रदेश और बिहार से आने वाले वाहनों की जांच की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में वाहनों को सीज करते हुए पेनाल्टी वसूली गयी।

लगातार अवैध खनन की शिकायतों पर हुई कार्रवाई

सचिव भूतत्व एंव खनिकर्म डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगातार अवैध बालू और मौरंग खनन की शिकायतें मिल रही थी। इस पर गोंडा, गोरखपुर, गाजीपुर, बागपत, श्रावस्ती, रामपुर, गोरखपुर, महाराजगंज एवं झांसी में लगभग 45 क्षेत्रों की निदेशालय के जांच दल से जांच करायी गयी थी, जिसमें 21 क्षेत्रों में परमीशन से अधिक लगभग 72,000 घन मी. अवैध बालू का खनन पाया गया।

जिन जगहों पर अवैध खनन पाया गया, वहां खनिज परिवहन पर रोक लगा दी गयी। साथ ही इनमें संलिप्त गोरखपुर के वरिष्ठ खान अधिकारी, गाजीपुर एवं बागपत के खान अधिकारियों को निलम्बित कर विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। इसके अलावा गोंडा में बालू के अवैध खनन पर खान निरीक्षक को निलंबित किया गया। 

250 से अधिक खनिज लदे वाहनों की हुई जांच

 

सचिव भूतत्व एंव खनिकर्म ने बताया कि प्रदेश के मीरजापुर, सोनभद्र, वाराणसी में खनिजों के अवैध परिवहन एवं ओवरलोडिंग की लगातार शिकायत मिल रही थी। इस पर भूतत्व एंव खनिकर्म सचिव के नेतृत्व में 25 सदस्यीय जांच टीम द्वारा गुरुवार देर रात वाराणसी के राजातालाब, टेंगड़ा मोड़, नरायनपुर तिराहा पर औचक जांच की गयी।

जांच के दौरान सोनभद्र, मिर्जापुर समेत अन्य राज्य मध्य प्रदेश एवं बिहार से आने वाले 250 से अधिक खनिज लदे वाहनों की जांच की गयी। इस दौरान बिना आईएसटीपी के खनिज का परिवहन मिलने पर उसे सीज करते हुए सम्पूर्ण खनिज की राॅयल्टी, खनिज मूल्य समेत पेनाल्टी वसूलने के निर्देश दिये गये।

चेकिंग के दौरान कई वाहनों में नंबर प्लेट नहीं मिले तथा कुछ में नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की गयी थी। इन वाहनों पर एक से अधिक खनिजों के ओवरलोड के चालान पाये गये। ऐसे वाहनों के परमिट निरस्तीकरण के लिए परिवहन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों निर्देशित किया गया। इस दौरान अवैध खनन/परिवहन तथा ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जनपदीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये।

अवैध वसूली पर पुलिस और खनिज विभाग के कर्मचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई

डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि किसानों के निजी प्रयोग के लिए अपनी भूमि से मिट्टी के खनन के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। उन्हें केवल माईन मित्रा पोर्टल पर स्वपंजीकरण के आधार पर मिट्टी का उपयोग किये जाने की छूट प्रदान की गयी है। किसानों द्वारा मिट्टी के गैर व्यवसायिक प्रयोग में पुलिस विभाग अथवा खनिज विभाग के कर्मचारियों द्वारा वसूली होती मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*जनपद के सेवारत/भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर अपर जिलाधिकारी ने की बैठक*


अमेठी ।जनपद के सेवारत भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों की समस्याओं तथा भूमि विवाद, पुलिस सुरक्षा, बैंक से ऋण, पेंशन, शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक अनुदान, कैंटीन सुविधा, ईसीएचएस तथा सैनिकों से प्राप्त अन्य प्रकार की शिकायतों के निस्तारण हेतु आज अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) ए.के.सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। 

बैठक में जनपद के भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों ने अपनी-अपनी समस्याएं अपर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की जिस पर उन्होंने सेवारत भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों द्वारा बताई गई समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराने हेतु उन्हें आश्वस्त करते हुए समस्त संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि प्राप्त हुई । समस्त समस्याओं का मौके पर जाकर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करें। 

इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विमलेंदु शेखर, जिला विकास अधिकारी तेजभान सिंह, वरिष्ठ कोषाधिकारी आलोक राजवंशी, जिला सेवायोजन अधिकारी अनूपमा रानी जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विमल कुमार गुप्ता, सहित जनपद के जांबाज सैनिक सूबेदार मेजर बजरंगी प्रसाद मिश्र, अध्यक्ष पूर्व सैनिक कल्याण सेवा संस्थान अमेठी कर्नल सी पी मिश्रा, सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।

*आम आदमी पार्टी ने बिजली कटौती के खिलाफ सौंपा ज्ञापन*

अमेठी। प्रदेश में हो रही बेतहाशा बिजली कटौती के खिलाफ़ मुख्यमंत्री को गौरीगंज कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी के माध्यम से आम आदमी पार्टी अमेठी के सह प्रभारी शिव प्रसाद कश्यप जी के नेतृत्व में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपा गया l

इस मौके पर प्रमुख रूप से सैनिक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष पवन कुमार सरोज, यूथ प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष संतोष कुमार यादव, जिला मीडिया प्रभारी हृदय नारायण सोनी, चंद्रजीत यादव मंडल उपाध्यक्ष, सूरजपाल यादव विधानसभा प्रभारी अमेठी, धर्मेश चंद्र मिश्र विधानसभा अध्यक्ष गौरीगंज, राजेश यादव जिला सचिव, जिलाजीत पांडे जिला उपाध्यक्ष AYW, राम नारायण यादव जिला उपाध्यक्ष AYW, कुलदीप सरोज जिला मीडिया प्रभारी AYW,आन्वेश हन्फी, मुकेश कुमार यादव आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*बेला जंगल में पेड़ से टकरायी कार, एक की मौत, पांच घायल*

मिर्जापुर। जिले के मड़िहान थाना क्षेत्र के बेला जंगल में मंगलवार की देर रात असंतुलित कार पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार में सवार एक युवक की मौत हो गयी,जब कि साथ मे बैठे पांच लोग घायल हो गए।

घटना की सुचना पर पहुँची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए सीएचसी मड़िहान ले गयी। प्राथमिक उपचार के बाद हालत बिगड़ने पर दो लोगों को मण्डलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। कार सवार सोनभद्र जनपद के बताए जा रहे हैं। कानपुर से दवा लेकर चालक समेत छह लोग घर लौट रहे थे। प्राथमिक उपचार के बाद हालत बिगड़ने पर दो को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

*मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को 9वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी ,योगाभ्यास कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग करने की अपील की*

लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को 9वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि योग, भारतीय मनीषा का विश्व मानवता को प्रदान किया गया अमूल्य उपहार है, जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को परिचित कराया है। प्रारम्भ से ही योग हमारी सनातन परम्परा का अभिन्न अंग रहा है। योग से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य योग के स्वाभाविक परिणाम हैं। योग स्वास्थ्य, सुख, शांति, समन्वय तथा कल्याण का माध्यम है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 9वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का व्यापक रूप से आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 15 जून से 21 जून, 2023 तक ‘योग सप्ताह’ मनाया जा रहा है। इस दौरान प्रदेश भर में योग पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग सम्पूर्ण जीवन पद्धति है। शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य योग के स्वाभाविक परिणाम हैं। उन्हांने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेशवासियों से सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग करने की अपील करते हुए कहा कि योग को अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

*सोनभद्र योग के माध्यम से शांति एवं ऊर्जा का होता है संचार:अपर जिलाधिकारी*

सोनभद्र। प्रधानमंत्री की प्रेरणा तथा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन में भारत की परम्परागत विरासत योग को जन-जन के आरोग्य का माध्यम बनाये जाने के उद्देश्य हर आंगन योग थीम पर आधारित नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के क्रम में आयोजित योग सप्ताह के छठे दिन कलेक्ट्रेट में योग शिविर का आयोजन आयुष विभाग के प्रोटोकॉल के अनुरूप किया गया।

 इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) सहदेव कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. आरजी यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह, उप निदेशक कृषि डीके गुप्ता, बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अशोक कुमार दिनकर, परियोजना निदेशक आरएस मौर्या समेत जनपद के अनेक अधिकारियों ने योग में उत्साह पूर्वक भाग लिया।

 योग कार्यक्रम का संचालन महिला पतंजलि की श्रीमती पूनम एवं व्यवहारिक प्रदर्शन योग प्रशिक्षक अभिषेक कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी ने कहा कि योग के माध्यम से हमारे अंदर शांति एवं ऊर्जा का संचार होता है, लोगों को योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया, कार्यक्रम के अंत में लोगों को 21 जून को विशेष स्टेडियम तियरा में योग दिवस के आयोजित कार्यक्रम में अधिकाधिक प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया गया।

*संसाधनों के अभाव के बावजूद बिजली कर्मचारियों से भीषण गर्मी में बिजली व्यवस्था बनाए रखने की संघर्ष समिति ने की अपील*

सोनभद्र। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश ने मगलवार को जारी एक बयान में प्रदेश के सभी बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों, अभियंताओं और निविदा संविदा कर्मियों से अपील की है कि वे संसाधनों के अभाव के बावजूद भीषण गर्मी में प्रदेश की बिजली व्यवस्था बनाए रखने हेतु निरंतर प्रयासरत रहे।

संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा से यह निवेदन किया है कि भीषण गर्मी में व्याप्त अभूतपूर्व बिजली संकट को देखते हुए आंदोलन के दौरान निलम्बित किए गए बिजली कर्मचारियों और निष्कासित किए गए निविदा संविदा कर्मियों को तत्काल बहाल किया जाए। जिससे बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने में उनका योगदान लिया जा सके।

संघर्ष समिति ने कहा है की आंदोलन के दौरान निलंबित व निष्कासित बिजली कर्मी अपने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा अनुभव रखते हैं और कार्य की दृष्टि से उनका योगदान बहुत मूल्यवान है। ऐसे में बिजली संकट के दौर में सभी निलंबित बिजली कर्मचारियों को बहाल किया जाए और निष्कासित संविदा कर्मियों को पुनः सेवा में लेकर बिजली व्यवस्था बनाए रखने के कार्य में उनकी सेवाएं ली जाए।निलंबित निष्कासित बिजली कर्मचारियों पर किसी वित्तीय अनियमितता या कार्य में लापरवाही का कोई आरोप नहीं है। मात्र आंदोलन के कारण इन कर्मचारियों को निष्कासित किया गया है।

 यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आंदोलन वापसी के समय प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने सार्वजनिक तौर पर पावर कारपोरेशन के चेयरमैन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि आंदोलन के दौरान निलंबित किए गए सभी कर्मचारियों का निलंबन वापस लेने एवं निष्कासित सभी निविदा संविदा कर्मचारियों को बहाल करने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।संघर्ष समिति के सभी प्रमुख पदाधिकारियों ने कहा है कि बिजली कर्मियों का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखना है जिससे जनता को कोई तकलीफ न हो।

आज सभी बिजली कर्मी इसी उद्देश्य से दिन रात बिजली व्यवस्था बनाए रखने के कार्य में जुटे हैं। ऐसे में निलंबित और निष्कासित कर्मियों को बहाल कर उनकी सेवा लेना प्रबंधन की प्राथमिकता होनी चाहिए ।

*पुत्रियों की शादी के लिए वेबसाइट पर करें आनलाइन आवेदन*

अमेठी। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेन्द्र कुमार पाण्डेय ने अवगत कराया है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग को छोड़कर) के ऐसे गरीब व्यक्तियों जिनके पुत्रियों की शादी वित्तीय वर्ष 2023-24 में हो चुकी है अथवा होनी है। 

उन व्यक्तियों को शादी अनुदान प्राप्त करने हेतु पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की वेबसाइट www.shadianudan.upsdc.gov.in पर उसी वित्तीय वर्ष में शादी से 90 दिन पूर्व या 90 दिन बाद सीधे आनलाइन आवेदन किया जाना है। इस सम्बन्ध में उन्होंने योजना हेतु पात्रता का उल्लेख करते हुए बताया कि शासन द्वारा निर्धारित शर्तो के तहत आवेदक की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र हेतु रू0 46080 एवं शहरी क्षेत्र हेतु रू0 56460 है । 

तहसील द्वारा निर्गत आनलाइन जाति प्रमाण पत्र, विवाह हेतु किये गये आवेदन में पुत्री की आयु शादी की तिथि को 18 वर्ष या उससे अधिक होनी अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त योजना के तहत पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला अथवा विकलांग आवेदक को वरीयता प्रदान की जायेगी तथा एक परिवार से अधिकतम 02 पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान अनुमन्य होगा।