जनसंख्या नियंत्रण के उपायों की मजबूती को ले संचालित होगा विशेष अभियान

किशनगंज , 23 जून । बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 27 जून से 31 जुलाई के बीच जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। इसके तहत समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन कर जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता, परिवार नियोजन से संबंधित विभिन्न सेवाओं की जानकारी व योग्य दंपतियों को इच्छानुसार संबंधित सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी। कार्यक्रम की सफलता को लेकर संबंधित अन्य विभागों से जरूरी मदद ली जायेगी। आम जनों को परिवार नियोजन सेवाओं के इस्तेमाल के लिये प्रेरित करने में संबंधित क्षेत्र की आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी व विकास मित्रों का सहयोग लिया जायेगा। 

सामूहिक प्रयास से होगा कार्यक्रम सफल -

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर 24 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा व 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा पखवारा कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान परिवार नियोजन के तहत प्रदान की जाने वाली सेवाओं जैसे कापर टी, गर्भ निरोधक सुई, बंध्याकरण व नसबंदी के साथ गर्भ निरोधक गोलियों व अन्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित कराने में जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्था सहित संबंधित सरकारी विभागों से अपेक्षित सहयोग लिया जायेगा।  

59.7 प्रतिशत महिलाओं ने चुना आधुनिक तरीका:  

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया परिवार नियोजन की तस्वीर बदलने में जिले की महिलाएं आगे हैं। जिला में 15 से 49 वर्ष की विवाहित महिलाओं में परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों का इस्तेमाल पूर्व की तुलना में बढ़ा है। वर्ष 2019-20 की राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे रिपोर्ट-5 के मुताबिक वर्तमान में 59.7 प्रतिशत महिलाएं परिवार नियोजन के आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। जबकि एनएफएचएस-4 में यह महज 34 प्रतिशत था। वहीं 44 प्रतिशत महिलाओं ने बंध्याकरण चुना जो पूर्व में 32 प्रतिशत था। पुरुषों में कंडोम का इस्तेमाल बढ़ा है।

नई रिपोर्ट में सौ में से लगभग सात लोग गर्भनिरोध के लिए कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। जबकि पूर्व में यह 1 प्रतिशत ही था।पिछले पाँच साल में ऐसे परिवारों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। फिलहाल 46 फीसदी योग्य महिलाएं परिवार नियोजन संबंधी उपाय अपना रही हैं। लगभग 36 फीसदी लोग परिवार नियोजन के लिये अस्थायी विकल्प अपनाते हैं। जबकि परिवार नियोजन संबंधी अस्थायी उपायों के प्रति लोगों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के उपाय जैसे पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, गर्भनिरोधक गोलियां, इंजेक्शन, निरोध सहित अन्य उपायों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आशाकर्मियों की मदद से योग्य दंपतियों को चिह्नित किया जा रहा है। इच्छुक दंपतियों को 11 से 31 जुलाई के बीच संचालित जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत जरूरी चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।

परिवार नियोजन उपाय अपनाने पर लाभुक व उत्प्रेरक को दी जाती है प्रोत्साहन राशि -

जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी संसाधन से जुड़ी सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध है। इतना ही नहीं, इन उपायों को अपनाने पर लाभुक को सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी के लिये लाभुक को 3000 रुपये व उत्प्रेरक को 400 रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वहीं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 व उत्प्रेरक को 300 रुपये देने का प्रावधान है। इसी तरह प्रसव के उपरांत बंध्याकरण के लाभार्थी को 3000 रुपये, उत्प्रेरक को 400 रुपये दिये जाते हैं। प्रसव उपरांत कॉपर-टी लगाने के लिये लाभार्थी को 300 व उत्प्रेरक को 150, गर्भपात के उपरांत कॉपर-टी लगाने के लिये लाभार्थी को 300 व उत्प्रेरक को 150 रुपये व गर्भनिरोधक सुई लगाने पर लाभार्थी को 100 रुपये व उत्प्रेरक को 100 रुपये बतौर सहायता राशि दी जाती है।

छोटा परिवार के महत्व से कराया जायेगा अवगत -

डीडीए सुमन सिन्हा ने बताया कि अभियान का उद्देश्य हम दो हमारे दो के लक्ष्य को हासिल करना है। इस दौरान आम लोगों को जनसंख्या स्थिरीकरण की जरूरत, सही उम्र में शादी का महत्व, दो बच्चों के बीच पर्याप्त अंतर, छोटे परिवार का लाभ, मां व शिशु स्वास्थ्य की बेहतरी के लिये गर्भनिरोधक उपाय अपनाने को लेकर जरूरी परामर्श के प्रति जागरूक किया जाना है। साथ ही सुलभता पूर्वक लोगों को इससे जुड़ी सेवाएं उपलब्ध करानी है। किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

शानदार गेंदबाजी की बदौलत टारगेट क्रिकेट एकैडमी जूनियर 48 रनों से विजयी

किशनगंज - एकलव्य क्रिकेट एकेडमी ठाकुरगंज बनाम टारगेट क्रिकेट अकैडमी जूनियर के बीच आज ठाकुरगंज क्लब मैदान में 30/30 ओवरों का एक अभ्यास मैच ठाकुरगंज क्लब के सौजन्य से आयोजित किया गया। 

एकलव्य क्रिकेट एकेडमी के कप्तान रवि कुमार ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टारगेट क्रिकेट एकेडमी जूनियर ने सभी विकेट खोकर 25.4 ओवर में सभी विकेट खोकर 110 रन बनाए। जिसमें सौर्य कुमार ने 27 रन आरिज ने 12 रन एवं नैरित ने 8 रनों का योगदान दिया। 

वही एकलव्य क्रिकेट एकेडमी की ओर से गेंदबाजी करते हुए अभिषेक कुमार ने 4 विकेट रवि कुमार ने 2 विकेट एवं उदय अविनाश युवराज ने एक-एक विकेट हासिल किया। 

111 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी एकलव्य क्रिकेट एकेडमी टारगेट क्रिकेट एकेडमी जूनियर की कसी हुई गेंदबाजी के सामने 15.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 62 रन ही बना सकी। जिसमें मानव ने 16 किशन ने 16 एवं रवि ने 10 रनों का योगदान दिया। 

वही टारगेट क्रिकेट एकेडमी जूनियर की ओर से गेंदबाजी करते हुए नैरित दास ने 6 विकेट सौर्य कुमार ने 2 विकेट एवं प्रियांशु ने 2 विकेट हासिल किया। शानदार गेंदबाजी 5.5ओवर 11 रन खर्च कर 6 विकेट लेने वाले टारगेट क्रिकेट एकेडमी जूनियर के नेरित दास को मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैन ऑफ द मैच नैरित को टारगेट क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर ने मेडल पहनाकर सम्मानित किया।  

इस मौके पर टारगेट क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर ने बताया किशनगंज जिले में प्रतिभाशाली बच्चों की कमी नहीं है। बच्चे मेहनत कर रहे हैं दिन पर दिन बच्चों का मेहनत भी नजर आ रहा है। हमारी कोशिश है कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा अभ्यास के साथ मैच भी खेलाया जाए।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खेल भवन-सह- व्यायामशाला में योग कार्यक्रम का किया गया आयोजन, डीएम ने लोगों से कही यह बात

किशनगंज : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023 को खेल भवन - सह - व्यायामशाला किशनगंज में डीएम श्रीकांत शास्त्री की उपस्थिति में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में जिला प्रशासन और जिला गंगा समिति के साथ इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी का सहयोग प्राप्त हुआ। 

  

जिलाधिकारी ने सबको अपने स्वस्थ्य जीवन हेतु योग अपनाने की बात कही। करें योग रहे निरोग की तर्ज पर जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी समेत आम जन सभी ने खेल भवन में आयोजित योग में भाग लिया।

  

कार्यक्रम में स्पर्श गुप्ता उप विकास आयुक्त,अनुज कुमार अपर जिला दंडाधिकारी,संदीप कुमार जिला भू अर्जन पदाधिकारी, अमिताभ कुमार गुप्ता अनुमंडलाधिकारी एवं जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारी, आभाष कुमार (मिक्की साहा)सचिव इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी,स्थानीय स्पोर्ट्स पर्सन,आम नागरिक काफी संख्या में उपस्थित रहे।          

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

नालंदा में क्षेत्रीय स्तरीय पर आयोजित हो रहे योगा फेस्ट कार्यक्रम मे बतौर प्रतिभागी शामिल होने के लिए किशनगंज की टीम हुई रवाना

किशनगंज : राज्य मुख्यालय पटना के पत्र के आलोक मे किशनगंज जिले से आठ सदस्यीय स्काउट एवं गाइड की टीम को जिला सचिव अबू रेहान ने हरि झंडी दिखाकर पांच दिवसीय योगा फेस्ट शिविर नालंदा मे भाग लेने हेतु रवाना किया.

जानकारी देते हुए जिला सचिव अबू रेहान ने बताया की उक्त शिविर दिनांक 19/06/23से 23/06/23 तक नालंदा मे आयोजित की गई है. जहाँ इस शिविर मे कई राज्य के प्रतिभागी के सम्मलित होने की संभावना है.

इस टीम मे टीम लीडर के रूप मे जिला संगठन आयुक्त किशनगंज सुशील कुमार गुप्ता, जिला स्काउट प्रदीप कुमार साह, देवाशीष चटर्जी, मनीष रंजन, अभिजीत कुमार, अभिषेक कुमार, सूरज कुमार, जिला गाइड सीमा कुमारी मौजूद रहे. 

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

12 वी वाहिनी एसएसबी किशनगंज के प्रांगण में मनाया गया विश्व रक्त दान दिवस, बल के सदस्यों ने बढ़-चढकर लिया हिस्सा

किशनगंज : आज 14 जून को 12 वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल किशनगंज के प्रांगण में विश्व रक्त दान दिवस मनाया गया जिसमें बल के सदस्यों ने बढ चढ कर हिसा लिया और वाहिनी के 40 बल सदस्यों ने रक्त दान किया।  

इस रक्त दान महोत्सव में 12 वीं वाहिनी के अधिकारी श्री काईखो अतिखो, कार्यवाहक कमांडेंट, डॉक्टर आर आर अंसारी, कमांडेंट चिकित्सा , श्री पदम सिंह मीना सहायक कमांडेंट संचार, श्री सतपाल शर्मा, सहयक कमांडेंटऔर अन्य बलकर्मी शामिल रहे।  

साथ में सदर हॉस्पिटल किशनगंज से डॉक्टर सुरेश प्रसाद एसी एम ओ और डॉक्टर मंजर आलम और उनकी टीम तथा रेडक्रॉस संस्था से श्री मिकी शाह और उनकी टीम इस रक्त दान अमृत महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित रहे। 

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

12 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के द्वारा साईकिल रैली का किया गया आयोजन, रैली का यह रहा मुख्य उद्देश्य

किशनगंज : आज 2 जून को श्री बरजीत सिंह कमांडेंट 12 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल किशनगंज के निर्देशन में चलाए जा रहे विश्व पर्यावरण दिवस के विषय वस्तु मास मोबिलाइजेशन और मिशन लाइव के तहत साईकिल रैली का आयोजन किया गया।  

इस साइकिल रैली की अगुवाई श्री काईखो अथिको द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा की गई और साथ मे श्री पदम सिंह मीणा सहायक कमांडेंट (संचार), श्री सतपाल शर्मा सहायक कमांडेंट एवं बहादुर जवानों द्वारा भाग लिया गया।

इस साइकिल रैली का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को शुद्ध रखना ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना साफ-सफाई और प्रदूषण न करने के लिए जागरूक करना रहा। यह साइकिल रैली लगभग 5 किलोमीटर तक चलाई गई और पर्यावरण बचाने का संदेश लोगों तक पहुंचाया और लोगों को जागरूक किया गया।          

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

प्रभारी डीएम ने किया समर कैंप का उद्घाटन, वर्ग 6 और 7 के 20000से अधिक बच्चे होंगे लाभान्वित

किशनगंज : शिक्षा विभाग के निदेशानुसार जिलांतर्गत 1 जून से 30 जून तक मध्य विद्यालय में लगने वाले समर कैंप का उद्घाटन उत्क्रमित उच्च विद्यालय गांछपाड़ा से डीडीसी - सह - प्रभारी डीएम स्पर्श गुप्ता ने किया। 

बच्चो से किया वार्ता,शिक्षण कार्यों पर दी जानकारी

  

समर कैंप का आयोजन वर्ग 6 और 7 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित हो रहा है। सभी प्रखंड में कैंप लगाया गया है। 2000 केंद्र पर 20756 बच्चे लाभान्वित होंगे।1336 स्वयंसेवक ने अबतक निबंधन करवाया है। 

इस कैम्प में कोविड कल में प्राथमिक विद्यालय के बच्चो के पढ़ाई में हुए नुकसान की भरपाई करने का प्रयास किया जाएगा। 2000 स्वयंसेवक विद्यालय में जाकर बच्चो को ज्ञान देंगे।

प्रभारी डीएम स्पर्श गुप्ता ने अपील करते हुए कहा कि जिलेवासी भी अवश्य जुड़े समर कैंप से। आपके गांव के बच्चो को आपकी जरूरत है। समर कैंप कोविड के कारण हुए नुकसान की भरपाई का प्रयास है। 

प्रभारी डीएम स्पर्श गुप्ता ने बच्चो को शिक्षा ग्रहण करने के अतिरिक्त अन्य विधाओं / कला में भी भागीदारी का सुझाव दिया। 

उन्होंने कहा कि जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है,उन्हे अतिरिक्त कक्षा में आकर शिक्षा ग्रहण करना चाहिए।वर्ग 6 और 7 के बच्चो को उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए कई टिप्स दिए। 

प्रभारी डीएम के साथ डीपीओ,सर्व शिक्षा अभियान सूरज झा व अन्य पदाधिकारी, शिक्षक उपस्थित रहे। 

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

विश्व तंबाकू निषेध दिवस- आर्थिक, शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों को आमंत्रित करता है तम्बाकू सेवन – सिविल सर्जन

 

  किशनगंज , 31 मई । तंबाकू के सेवन से मानव समाज को व्यापक नुकसान पहुंच रहा है। इसकी वजह से हर साल देश में लाखों लोग गंभीर जानलेवा बीमारियों की चपेट में पड़ कर अपनी जान गंवा रहे हैं। तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान व शरीर पर पड़ने वाले इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। साथ ही सभी कर्मियों को तम्बाकू सेवन नहीं करने की शपथ भी दिलाई गयी |

इसी क्रम में जिले के सदर अस्पताल में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने सभी कर्मियों को तम्बाकू सेवन नहीं करने की शपथ दिलाई | सभी स्वास्थ्य संस्थानों में भी सभी कर्मियों को तम्बाकू सेवन नहीं करने की शपथ दिलाई गयी |उक्त कार्यक्रम में सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ उर्मिला कुमारी , यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफज, आईडीएसपी की रीना प्रवीन , सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित हुए |

किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिये नुकसानदेह ;

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि तंबाकू का सेवन मुंह व फेफड़ों के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। हाल के दिनों में खास कर युवाओं में तंबाकू उत्पाद के सेवन की लत बढ़ी है। वहीं वर्ष 2019-20 में जारी एनएफएचएस-5 के आंकड़ों के मुताबिक बड़ी संख्या में जिले की महिलाएं भी विभिन्न तंबाकू उत्पाद का सेवन करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 15 साल से अधिक उम्र की 12.8 फीसदी महिलाएं किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रही हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि कि किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन मानव स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। आर्थिक, शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों को आमंत्रित करता है तम्बाकू सेवन। इसकी वजह से गंभीर बीमारियों की चपेट में पड़ कर हर साल सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है |

सामाजिक स्तर से जागरूकता काफी जरूरी-

जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया सरकार द्वारा तम्बाकू सेवन रोकने के प्रति कई प्रकार के कार्यक्रम चलाये जाते हैं। इनका काफी प्रचार प्रसार भी किया जाता है। लेकिन जब तक सामाजिक स्तर से इसके प्रति जागरूकता नहीं आती तब तक इसपर रोक नहीं लगायी जा सकती है। तम्बाकू सेवन करने वाले लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें तम्बाकू सेवन से रोकना चाहिए। समाज में नये तम्बाकू सेवक न बनने पाये इसके लिए सामाजिक स्तर से प्रसाय किये जाने चाहिए। प्रभावकारी तौर पर सामाजिक स्तर से किये गये प्रयासों से ही तम्बाकू सेवन पर रोक लगायी जा सकती है। इसके लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा।

युवाओं में बढ़ते तम्बाकू सेवन को रोकने के लिए खासकर उनके अभिभावकों को प्रखर तौर पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी पड़ेगी। साथ ही जिले में 31 मई से 31 जुलाई तक विभिन्न हेल्थ वेलनेस सेंटर पर योग सत्र का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान शिविर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को तंबाकू सेवन से दूर रहने के लिये प्रेरित किया जायेगा। स्कूली बच्चे, एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों की सामूहिक भागीदारी के साथ जागरूकता रैली निकाली जायेगी। स्कूलों में पेंटिंग, वाद-विवाद सहित अन्य प्रतिस्पर्द्धा आयोजित कर बच्चों को तंबाकू सेवन से दूरी बनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा।

तंबाकू के सेवन से बीमारियों का खतरा-

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि  तंबाकू के सेवन से कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। फेफड़ों में कैंसर, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, कोलन कैंसर और गर्भाशय का कैंसर होने का जोखिम रहता है। इसके अलावा हृदय रोग और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।

• बिहार में 25.9% लोग किसी न किसी प्रकार के तम्बाकू उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें 20.8 प्रतिशत लोग स्मोकलेस तम्बाकू का इस्तेमाल करते हैं (जैसे खैनी, गुटखा एवं पान मसाला)

• बिहार में 15 से 17 साल की आयु के बीच 24% लोग तम्बाकू इस्तेमाल शुरू कर देते हैं।

उच्च रक्तचाप दिवस पर हाईपरटेंशन के मरीजों को दी गई सलाह, नियमित रूप से करें यह काम

किशनगंज : हर साल 17 मई को उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है। अंग्रेजी में इसे हाईपरटेंशन भी कहते हैं। उच्च रक्तचाप दिवस मनाने का उद्देश्य इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है। 

इस साल के लिए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस की थीम "अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें" है। लोगों में उच्च रक्तचाप के बारे में कम जागरूकता इसे और खतरनाक बनाती है। अघिक से अधिक लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी मिल सके, ताकि वह इसकी चपेट में आने से बच सकें । समय रहते इस पर नियंत्रण पा लें।  

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि इस बार की थीम बिल्कुल ही सटीक है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए इसे नियमित तौर मापना बहुत ही जरूरी है। साथ ही उसके अनुकूल व्यवहार भी करना चाहिए। इसी क्रम में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उच्च रक्तचाप की जांच एवं जागरूकता अभियान चलाया गया | विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश की करीब 32% से अधिक की आबादी उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। जिसमें 25% शहरी आबादी और 10% ग्रामीण आबादी हाइपरटेंशन से ग्रसित है। 

चिकित्सीय परामर्श के अनुसार 130/80 mmHg से ज्यादा रक्त का दबाव हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है।

आखिर क्या है हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन (Hypertension) ब्लड प्रेशर से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रक्तचाप तय मानक से ज्यादा हो जाता है। 

दरअसल, धमनियों के जरिए खून को दौड़ने के लिए प्रेशर की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है। कई बार खून का बहाव सामान्य से ज्यादा हो जाता है तो यह धमनी की दीवार पर ज्यादा दबाव डालता है। इसे ही हाइपरटेंशन कहते हैं। 

क्या है हाइपरटेंशन के कारण 

जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि यह दो प्रकार का होता है। पहला एशेनशिएल हाइपरटेंशन जो मूलतः आनुवांशिक, अधिक उम्र होने पर, अत्यधिक नमक का सेवन तथा लचर एवं लापरवाह जीवनशैली के कारण होता है। दूसरा सेकेंडरी हाइपरटेंशन, जब उच्च रक्तचाप का सीधा कारण चिह्नित हो जाये तो उस स्थिति को सेकेंडरी हाइपरटेंशन कहते हैं। यह गुर्दा रोग के मरीजों तथा गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में अधिक देखा जाता है। तनावग्रस्त जीवनशैली हाइपरटेंशन के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा धूम्रपान करना, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, अच्छी नींद का ना लेना, चिंता, अवसाद, भोजन में नमक का अधिक प्रयोग, गंभीर गुर्दा रोग, परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास एवं थायराइड की समस्या, हाइपरटेंशन का कारण हो सकता है।

बेलगाम जीवनशैली पर लगाएं लगाम

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि उच्च रक्तचाप का सबसे प्रमुख कारण बेलगाम जीवनशैली है। खाने से लेकर सोने और उठने तक का समय निर्धारित नहीं रहना और फास्ट फूड का अधिक सेवन करना प्रमुख कारण है। लोगों को घर का खाना खाने पर जोर देना चाहिए। बाहर के खाने से परहेज करना चाहिए। साथ ही रूटीन बनाकर एक निर्धारित समय पर सोने का प्रयास करें और उठने का भी समय निश्चित कर लें। खाने में तेल-मसाले का अधिक इस्तेमाल नहीं करें। साथ ही हरी और पत्तेदार सब्जियों और फलों का अधिक से अधिक सेवन करें। सभी लोगों को अपनी जीवनशैली में इसे अपनाना चाहिए। जो चपेट में आ गए हैं, उन्हें तो बचाएगा ही। साथ में जो लोग अभी तक बचे हुए हैं, वह भी इस बीमारी की चपेट में आने से बचे रहेंगे।

प्रतिदिन 45 मिनट तक टहलें जरूर

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि आधुनिक जीवनशैली में सबसे बड़ी कमी यही है कि लोगों पर काम का अत्यधिक दबाव है। इस वजह से लोग स्वास्थ्य पर जरूरी समय नहीं दे पाते हैं। उच्च रक्तचाप होने की यह भी एक वजह है। आधुनिक जीवनशैली में एक तो समय का अभाव औऱ ऊपर से भोजन भी अधिकतर बाहरी ही हो पाता है। उससे मिलने वाले कैलोरी को बर्न करने का भी समय नहीं रह पाता है। ऐसा भूल से भी नहीं करें। काम कितना भी अधिक हो, लेकिन अपने शरीर के लिए प्रतिदिन 45 मिनट जरूर निकाल लें। सुबह अगर समय हो सुबह में ही, लेकिन अगर सुबह में समय नहीं मिलता है तो शाम में अवश्य 45 मिनट तक तेज कदमों से टहलें। यह सबसे ज्यादा जरूरी है।             

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

किशनगंज: अप्रैल माह में कुल 20309 लोगो का किया गया एनसीडी स्क्रीनिंग

किशनगंज: जिले में स्वास्थ्य विभाग मरीजों को गुणवत्तापूर्ण तथा सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। स्वाथ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ हीं नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा, आदि स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। जिला के सभागार में बुधवार को जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। मासिक बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि प्रखंडवार मातृत्व स्वस्थ्य, शिशु स्वास्थ्य परिवार कल्याण, किशोर-किशोरी कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग, टीबी नियत्रंण, अंधापन, गैर संचारी रोग, एएनसी जांच, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव,अस्पताल में प्रसव से जुड़ी सेवाओं को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है।  

जिला सभागार में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में स्वास्थ्य योजनाओं की सफलता की रणनीति ड्यू लिस्ट पर चर्चा, परिवार नियोजन पखवाड़ा से जुड़ी उपलब्धियों की समीक्षा, अनमोल एप के सफल क्रियान्वयन के साथ चिकित्सा इकाइयों में साफ-सफाई के बेहतर प्रबंधन की गहन समीक्षा की गयी। स्वास्थ्य संबंधी मामलों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि मैटरनल हेल्थ, चाइल्ड हेल्थ, इंफ्रास्ट्रक्चर, इम्युनाइजेशन, टीबी ट्रीटमेन्ट व एफआरयू से जुड़ी सेवाओं में निर्धारित मानकों में महामारी के दौर में जिले का प्रदर्शन बेहतर रहा है। उन्होंने कहा सभी मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए अस्पताल में साफ- सफाई, लाइट एवं शुद्ध भोजन की व्यवस्था करना सर्वोपरि है। इस कार्य में कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। कार्य में असंतोष पाए जाने पर आउटसोर्सिंग एजेंसी पर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ,एसीएम्ओ डॉ सुरेश प्रशाद , सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ उर्मिला कुमारी .डीपीएम् डॉ मुनाजिम , डीपीसी विश्वजीत कुमार ,एस एम सी एजाज एहमद,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, ,प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक सहित अन्य मौजूद थे। 

सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली , पानी , सौचालय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है 

जिलाधिकरी ने लगातार क्षेत्र भ्रमण के दौरान विभिन्न अस्पतालों के संचालन से जुड़ी खामियों को इंगित करते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इसमें सुधार को लेकर कड़े निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में निर्धारित रोस्टर का अनुपालन सख्तीपूर्वक सुनिश्चित करायी जाये।उन्होंने सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली , पानी , सौचालय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है साथ ही वेलनेस सेंटर पर ओपीडी सेवाओं को ज्यादा कारगर व प्रभावी बनाया जाए । 

आरोग्य दिवस पर गर्भवती महिलाएं एवं धातृ माताओं को सभी सविधा उपलब्ध कराएं-

जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने समीक्षा बैठक में सभी स्वास्थ्य अधिकारियो को निर्देश दिया कि प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के बच्चों के शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थाओं के चिकित्सा पदाधिकारियों, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं को टीकाकरण के बाद उसका फॉलोअप निरंतर रूप से करना सुनिश्चित करें। जिसके लिए आरोग्य दिवस के दिन गर्भवती महिलाएं एवं धातृ माताओं के अलावा अभिभावकों को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी देने की आवश्यकता है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी एवं आईपीडी की सभी तरह की सुविधाएं मिल रही हैं।

अप्रैल माह में कुल 20309 लोगो का एनसीडी स्क्रीनिंग किया गया 

 बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि एनसीडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जांच अनिवार्य रूप से करानी होगी। ताकि ग़ैर संचारी रोगों की समय से पहले जानकारी मिल सके।

 उसका इलाज समय रहते किया जा सके। संचारी रोग से संबंधित टीबी जैसी बीमारियों से बचाव को लेकर अधिक से अधिक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। ज़िले में जब ख़त्म किया जा सकता है।अप्रैल माह में कुल 20309 लोगो का एनसीडी स्क्रीनिंग किया गया | माह अप्रैल में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 96 हजार मरीजो का ओपिडी में किया गया इलाज।

 समीक्षात्मक बैठक में बताया गया की माह अप्रैल में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 96 हजार मरीजो का ओपिडी में इलाज किया गया वही कुल 1429 लोगो का मुफ्त एक्सरे सदर अस्पताल में किया गया है , वही प्रसव पूर्व 04 जांच कुल 4080 महिलाओ का किया गया है . वही 2118 महिलाओ का संस्थागत प्रसव करवाया गया है जिसमे 15 सिजेरियन प्रसव शामिल है | वही 208 महिलाओ का बंध्याकरण भी किया गया है ।

 किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट