गया में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की संदिग्ध मौत, कमरे से शव को पुलिस ने किया बरामद, खून का धब्बा मिला
गया. बिहार के गया में इमामगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. घटनास्थल पर ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे इस मौत को लेकर कई तरह के सवाल हैं. खून के धब्बे भी शव के पास देखे गए हैं. ऐसे में आशंका है, कि यह संदिग्ध मौत हत्या या आत्महत्या हो सकती है. एक पैर में करीब 1 मीटर का सूता भी बंधा देखा गया. फिलहाल पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर छानबीन कर रही है. पुलिस का दावा है, कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में स्पष्ट तौर पर कुछ भी सामने आ सकेगा.
इमामगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की संदिग्ध मौत
जानकारी के अनुसार गया जिले के इमामगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम सेवक राम की शनिवार की देर रात संदिग्ध मौत होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है, कि इमामगंज बाजार के पीएनबी बैंक के निकट अनिल सिंह नाम के व्यक्ति के घर में एक किराए के मकान में बीईओ रह रहे थे. इसी मकान में इस तरह की घटना हुई है. इस संदिग्ध मौत को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही है. कोई इसे खुदकुशी बता रहा है. वहीं, कुछ लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं. संदिग्ध मौत को लेकर फिलहाल पुलिस की जांच सस्पेंस में है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही घटना के मुख्य कारण के सामने आने की बात कही जा रही है. वहीं, जहां पर डेड बॉडी मिली है, वहां पर ब्लड गिरे देखे गए हैं.
घटनास्थल पर पहुंचे शिक्षक संघ के अध्यक्ष
वहीं, इस तरह की घटना की जानकारी मिलते ही प्रखंड के कई शिक्षक और प्रखंड शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुखदेव यादव घटनास्थल पहुंचे. उन्होंने बताया कि यह बीमार चल रहे थे, लेकिन कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे. कहा कि उनकी संदिग्ध मौत हुई है और उसकी ठीक तरीके से जांच होनी चाहिए. जानकारी के अनुसार वर्ष 2018 से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इमामगंज प्रखंड में अपना योगदान दे रहे थे. सीतामढ़ी के सुरसंड ब्लॉक से स्थानांतरण होकर गया के इमामगंज आए थे.
मधुबनी जिले के रहने वाले थे
बताया जा रहा है कि मृत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम सेवक राम मधुबनी जिले के रहने वाले थे. अब सिर्फ 17 महीने ही रिटायरमेंट को बाकी रह गए थे. वहीं, मौत की जानकारी मिलते ही मधुबनी से गया के लिए परिजन रवाना हो चुके हैं. वही तरह की घटना के बाद काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी है.
किवाडी तोडा गया तो मृत पड़े थे बीईओ
वहीं, संबंध में पूर्व बीआरपी हेमंत कुमार ने बताया कि अचानक सुबह में बीईओ साहब के लड़के का कॉल आया कि उसके पापा फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं. इस तरह की जानकारी के बाद हम लोग दो-चार शिक्षक आए और गेट खुलवाने की कोशिश की. किंतु कोई रिप्लाई नहीं मिला. इसके बाद इसकी सूचना मकान मालिक अनिल सिंह को दी गई. मकान मालिक के आदेश पर गेट को धक्का देकर खोला गया, तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मृत पड़े थे. इसके बाद इसकी जानकारी इमामगंज थाना की पुलिस को दी गई. जांच में मृत्यु का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आ सका है. यह मौत संदिग्ध है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कर खुलासा किया जाना चाहिए. पुलिस से मांग किया कि इस मामले की मौत के कारणों को सामने लाया जाए.
Jun 19 2023, 19:21