विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न, विश्व से बाल श्रम एवं बाल विवाह खत्म करने का लिया संकल्प
बेतिया : सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर दो दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह पर बोलते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया ,पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहिन परवीन , मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से कहा कि पूरी दुनिया में12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का उद्देश्य बाल श्रम के खिलाफ दुनिया भर में बढ़ते आंदोलन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करना है।
सामाजिक न्याय और बाल श्रम के बीच की कड़ी पर जोर देते हुए, 2023 में विश्व दिवस का नारा 'सभी के लिए सामाजिक न्याय' है। बाल श्रम समाप्त करें है'। बापु एवं बा कर्मभूमि बेतिया पश्चिम चंपारण मे सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, फकीराना सिस्टर्स सोसाइटी, बचपन बचाओ आंदोलन, कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन ,यूनिसेफ एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं संयुक्त रूप से बाल श्रम उन्मूलन, सीमा पार बाल व्यापार, बाल विवाह, बाल दुराचार की रोकथाम के लिए संयुक्त रुप से कार्य कर रही है। जिसके लिए समय समय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पुलिस प्रशासन एवं सामाजिक पृष्ठभूमि के लोगों का सहयोग लिया जा रहा है।
पिछले तीन दशकों के दौरान बाल श्रम से निपटने में संयुक्त राष्ट्र संघ, विभिन्न सरकारों एवं विश्व बिरादरी द्वारा हमारे संयुक्त अनुभव ने प्रदर्शित किया है कि यदि मूल कारणों को दूर किया जाए तो बाल श्रम को समाप्त किया जा सकता है। पहले से कहीं अधिक, हम सभी के लिए लोगों की दैनिक समस्याओं के समाधान में योगदान देना अत्यावश्यक है, और बाल श्रम - संभवतः - इन समस्याओं में सबसे अधिक दिखाई देता है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इस मंच के माध्यम से हम आह्वान कर रहे हैं कि सामाजिक न्याय को प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से सामाजिक न्याय के लिए परिकल्पित वैश्विक गठबंधन के तहत, इसके महत्वपूर्ण तत्वों में से एक के रूप में बाल श्रम उन्मूलन के साथ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई को फिर से शुरू करना अत्यधिक आवश्यक है। हम आशा करते हैं कि आने वाले दिनों में सामाजिक जागृति के माध्यम से धरातल पर बाल श्रम समाप्त किया जा सकेगा।
Jun 13 2023, 21:27