*गंगा दशहरा पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी*
नितिन गुप्ता
कानपुर बिल्हौर- गंगा दशहरा पर्व पर बिल्हौर के नानामऊ घाट पर आज हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और मां गंगा को जल अर्पण कर उनकी पूजा करी। नानामऊ घाट पर मौजूद पंडित पवन उपाध्याय ने बताया कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी को जब मां गंगा भागीरथ मुनि के द्वारा भूलोक पर आई थीं तबसे यह पर्व इसी दिन मनाया जाता है। आज ही के दिन श्री रामचंद्र जी ने समुद्र तट पर रामेश्वरम में भगवान शंकर की स्थापना की थी। श्रद्धालु लोग मां गंगा में स्नान कर दूध, जल, फूल, धूप, दीप एवं धोती को चढ़ाते हैं तथा ब्राह्मण को दान भी करते हैं। आज के दिन लोग मुंडन, अन्नप्राशन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान मां गंगा तट पर करते हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार गंगा दशहरा के दिन ही ऋषि भगीरथ ने अपने पूर्वजों की आत्मा का उद्धार करने के लिए मां गंगा को धरती पर लाए थे। इसलिए गंगा के धरा पर अवतरण दिवस को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है।
मान्यता है कि इस दिन पवित्र गंगा में डुबकी लगाने वाले भक्तों के सारे पाप-कर्मों का नाश होता है और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान का विशेष महत्व है। यदि आप इस दिन गंगा में स्नान करने नहीं पहुंच पा रहे हैं तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करने से गंगा में डुबकी लगाने के समान फल प्राप्त होगी। गंगा दशहरा पर रवि और सिद्धि योग का संयोग बना है साथ ही इस दिन शुक्र ग्रह, कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन रवि योग पूरे दिन रहेगा साथ ही सिद्धि योग की शुरुआत 29 मई को रात 9 बजकर 01 मिनट पर होगी और इसका समापन 30 मई को रात 8 बजकर 55 मिनट तक होगा।
पूजन विधि
गंगा स्नान करते समय ऊँ नमः शिवाय नारायण्यै दशहरायै गंगायै नमः’ मंत्र का जाप करें। गंगा स्नान के बाद ‘ऊँ नमः शिवाय नारायण्यै दशहरायै गंगायै स्वाहा’ मंत्र का जाप करते हुए हवन करें। अगर आप घर पर हैं तो इस दिन नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। गंगा दशहरा के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन दान में दी जाने वाली चीजों की संख्या 10 होनी चाहिए। साथ ही पूजा में आप जिन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं वह भी 10 ही होनी चाहिए।
गंगा दशहरा का महत्व
मान्यता है कि इस दिन मां गंगा की पूजा करने से भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है। दशहरा का मतलब है 10 विकारों का नाश, इसलिए गंगा दशहरा के दिन शुद्ध मन से गंगा नदी में डुबकी लगाने से मनुष्य के समस्त पाप धुल जाते हैं।
May 30 2023, 18:37