सरायकेला : जंगली हाथियों का बढ़ रहा उत्पात, हाथियों का झुंड गुरुवार की रात मकान को किया ईचागढ़ में क्षतिग्रस्त

सरायकेला : जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है । आए दिन हाथियों का झुंड किसी ना किसी गांव में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है । गुरुवार की रात लगातार दूसरे दिन हाथियों के झुंड ने मकान को क्षतिग्रस्त करने का काम जारी रखा ।

विगत दो दिनों से चांडिल प्रखंड के कुरली में मकानों का ध्वस्त करने के बाद जंगली हाथियों का झुंड गुरुवार की रात नारगाडीह में एक मकान को ध्वस्त कर मकान के अंदर रखे धान को अपना निवाला बनाया ।

इसके पूर्व हाथियों का झुंड चालकबेड़ा स्थित बगान में आम के बागान समेत अन्य पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया । हाथियों के झुंड द्वारा मकान को ध्वस्त करने के दौरान ईंटा से दबकर शिवचरण मार्डी का सात मुर्गा व मुर्गी दबकर मर गया ।

शुक्रवार की सुबह वन विभाग के पदाधिकारियों के पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपने क्षतिपूर्ति का की जानकारी दी ।

इस घटना में बाल-बाल बचा दंपति

हाथियों का झुंड जब नारगाडीह गांव में घुसा उस समय गांव के शिवचरण मार्डी अपनी पत्नी के गुरुवारी मार्डी के साथ घर के बाहर गर्मी के कारण आंगन में सोये थे ।

अचानक हाथियों के आने की आवाज सुनकर दोनों अपने घर घुसे । बताया जा रहा है कि हाथियों की संख्या 30 से 35 के बीच है । हाथियों का झुंड शिवचरण मार्डी के मकान को ध्वस्त कर मकान के अंदर रखे धान को अपना आहार बनाया ।

हाथियों के आने पर दोनों घर के अंदर रखे गए धान के बड़े-बड़े बोरा के पीछे छुप गए । वहीं हाथियों ने मकान ध्वस्त करने के बाद सुंड से धान की बोरियों को बाहर की ओर खींचने लगे ।अपने पास तक हाथियों के सुंड पहुंचने पर शिवचरण और उसकी पत्नी दोनों डर गए और दीवार की ओर दुबककर बैठ गए।

बताया जा रहा है कि हाथियों के झुंड ने करीब दस क्विंटल धान को आहार बनाया और बर्बाद कर दिया ।

सराईकेला: समाहरणालय सभागार में उपायुक्त की अध्यक्षता में DLCC/DLRC की बैठक सम्पन्न

सरायकेला। : समाहरणालय स्थित सभागार में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अरवा राजकमल के अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समिति (DLCC/DLRC) की त्रैमासिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उपायुक्त के साथ उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई, RBI AGM श्री सोहन कुमार सोम, DDM नवार्ड श्रीमती जस्तीका वामसे, LDM श्री वीरेन कुमार शीत, DPM JSLPS एवं विभिन्न बैंको के शाखा प्रबंधक/ डिस्ट्रिक्ट कोडनेटर एवं अन्य उपस्थित रहे।

बैठक में क्रेडिट-डेबिट अनुपात, कृषि क्षेत्र में उपलब्धि, एमएसएमई, केसीसी, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुद्रा ऋण, स्वयं सहायता समूह, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना ,प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन समेत विभिन्न बिंदो का क्रमवार समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

 बैठक के दौरान अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री वीरेंद्र कुमार शीत ने जानकारी देते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत जिले के बैंकों को निर्धारित क़ृषि लक्ष्य के विरुद्ध जिला की उपलब्धि 135%, एमएसएमई में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 159 %, कुल प्राथमिक क्षेत्र की उपलब्धि 133%, कुल ऋण वितरण लव के विरुद्ध उपलब्धि 149% रही है। उन्होंने कहा कि जिले का ऋण जमा अनुपात 65.9 6% है जो कि राज्य के सभी जिलों में सर्वाधिक है। इसके साथ ही शिक्षा क्षेत्र में कुल 434 लक्ष्य के विरुद्ध 566 आवेदको को ऋण उपलब्ध कराया गया। जिस पर उपायुक्त ने जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एवं विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर समेत पूरी टीम को बधाई दी। उपायुक्त ने कहा यह प्रदर्शन सराहनीय है आगे भी जारी रहे।

 उन्होंने कहा सभी शाखा प्रबंधक एवं सक्षम पदाधिकारी लोगों के हित के लिए, लोगों को स्वरोजगार एवं शिक्षा से जोड़ने तथा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए बेहतर कार्य करे। 

RSETI अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा

 समीक्षा क्रम में उपायुक्त ने आरसीटी अंतर्गत संचालित योजनाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा किया इस दौरान बताया कि अब तक कुल 296 प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर 9058 लोगों को प्रशिक्षण प्राप्त किया जा चुका है। इस वित्तीय वर्ष अब तक तीन प्रशिक्षण कार्यशाला पूर्ण कर लिए गए हैं चौथा प्रगति पर हैं। तीन प्रशिक्षण कार्यशाला में 169 युवा युवतियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किए गए हैं। सर उपायुक्त ने कहा कि शत प्रतिशत इच्छुक युवा युवतियों को विभिन्न क्षेत्रों मैं कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ने में मदद करे। 

इस क्रम में उपायुक्त ने सभी शाखा प्रबंधक को आरसीटी अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं के द्वारा स्वरोजगार हेतु ऋण संबंधित दिए गए आवेदनों को यथासंभव निष्पादित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा अनावश्यक आवेदन रिजेक्ट ना करें, युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु यथासंभव मदद करें।

 प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना

 प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का समीक्षा क्रम में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 737 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें कुल 113 सैंक्शन एवं 90 डिस्प्रिमेंट किया गया। उपायुक्त ने अग्रणी बैंक प्रबंधक को पीएमईजीपी अंतर्गत शाखा बार लक्ष्य निर्धारित करने सभी बैंक कर्ज को पीएमईजीपी अंतर्गत आवेदन जनरेट करने के निर्देश दिए। वही संबंधित विभागीय पदाधिकारी को सम्बन्धित शाखा प्रबंधक के साथ समन्वय स्थापित कर योजना अंतर्गत अधिक से अधिक आवेदन जनरेट कर योग्य सबको कुल्ला प्रदान करने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित एजीएम आरबीआई सोहन कुमार सोम नें कहा की केंद्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभाग अंतर्गत संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के तहत योग्य लाभुकों को लाभ प्रदान करने में सहयोग प्रदान करें। साथ ही स्वरोजगार, शिक्षा, चिकित्सा समेत विभिन्न क्षेत्र में ऋण (लोन) से संबंधित प्राप्त आवेदनों में शत-प्रतिशत योग्य लाभुकों को प्रदान करना सुनिश्चित करें।

उपायुक्त श्री अरवा राजकमल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि डीएलसीसी बैठक के माध्यम से पिछले वित्तीय वर्ष के जिला के कार्यक्रम प्रगति का समीक्षा कर इस वित्तीय वर्ष के लिए एनुअल क्रेडिट प्लान का सुकृति हुआ है। उन्होंने कहा वासियों को गौरवान्वित होने का पल है, पूरे झारखंड में सीडी रेसीओ में जिला का प्रदर्शन अव्वल है। इसके अतिरिक्त पूर्व के एनुअल क्रेडिट प्लान के तहत क़ृषि, इंडस्ट्री के साथ-साथ अन्य को मिलाकर 1650 करोड़ का एनुअल क्रेडिट प्लान अनुअल पास किया गया था। उसकी तुलना में अगर प्रदर्शन देखा जाए तो 2538 करोड़ की राशि लोन के रूप में लोगों को दिया गया था। एनुअल क्रेडिट प्लान के पूर्व वर्ष में भी जिला का उपलब्धि 150% रहा इसमें भी जिला का प्रदर्शन अव्वल रहा जिसके लिए जिले के सभी बैंकर्स एवं यहां के सभी गणमान्य नागरिक धन्यवाद के पात्र हैं में हैं मैं उनका अभिनंदन करता हूं।

 इस क्रम उपायुक्त ने कहा इस वर्ष लीड लेते हुए एनुअल क्रेडिट प्लान को बढ़ाते हुए 2375 करोड़ तक एनुअल एक्शन प्लान का टारगेट लेकर चल रहे हैं। यह टारगेट पिछले वर्ष से लगभग 700 करोड रुपए अधिक लोगों के बिच लोन के रूप में देने के लिए आगे बढ़ रहे है, उम्मीद है कि पिछले वर्ष की तुलना में लक्ष्य से अधिक उपलब्धि होगी।

 उपायुक्त ने कहा लक्ष्य सिर्फ इंडिकेशन है सभी शाखा प्रबंधक एजुकेशन लोन, हाउसिंग लोन, कार लोन समेत विभिन्न प्रायरिटी सेक्टर लेंडिंग एग्रीकल्चर शार्ट ट्रर्म्स लोन हो या क्रॉप लोन हो या शार्ट-मीडियम टर्म लोन के लिए आ रहे लाभुकों को प्राथमिकता देते हुए से अधिक लोगों को लोन देने के साथ साथ अधिक से अधिक लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने का काम करेंगे।

विद्युत विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक और अधीक्षण अभियंता साथ बैठक, मुख्यमंत्री से विधायक दीपक बिरुवा करेंगे आग्रह


चाईबासा: सर्किल एरिया में 30 हजार से अधिक ऐसे बिजली उपभोक्ता हैं, जिन पर 110 युनिट का बिजली बिलिंग चढ़ा हुआ है। वहीं 100 युनिट के अंदर करीब 1 लाख 15 हजार उपभोक्ताओं पर प्रिंसिपल इंटरेस्ट के साथ बिल   बनाया गया है। इस आशय की जानकारी माननीय विधायक दीपक बिरुवा ने दी। श्री बिरुवा बुधवार को विद्युत विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रवण कुमार और अधीक्षण अभियंता कृष्ण कुमार सिंह ज्वलंत मुद्दों पर बैठक कर रहे थे। 

 विधायक दीपक बिरुवा ने कहा 19 मई को माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ विधायकों की बैठक होगी। जिसमें वे मुख्यमंत्री जी से अब तक वर्तमान एरियर माफ करने, 110 युनिट का बिलिंग जिन तीस हजार उपभोक्ताओं पर हुआ है माफ कराने का आग्रह करेंगे। श्री बिरुवा ने कहा कि सरकार इस पर पहल करती है और 100 की जगह 110 युनिट बिजली फ्री करती है तो राज्य सरकार जिस उद्देश्य से, जिनके लिए यह योजना लाई है। उन लोगों को को संपूर्ण लाभ मिलेगा।

विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं का बिल अधिक है, चाहे बीपीएल से कनेक्शन लिया है, चाहे सौभाग्य योजना या अटल ज्योति योजना से कनेक्शन लिया है। ऐसे लोगों पर 110 युनिट का बिलिंग किया गया, जिन पर प्रिंसिपल इंटरेस्ट के साथ बकाया है। 

विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि वर्तमान में ओटीएस सिस्टम चल रहा है जो सिर्फ एक माह के लिए है। इसके तहत बकाया उपभोक्ताओं को एक माह में किश्त में बकाया भुगतान करना है। श्री बिरुवा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता एक माह में हजारों रुपए का बकाया देने में असमर्थ हैं। 

इस बैठक में माननीय विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को 100 युनिट बिजली निशुल्क देने की योजना है, पर लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस पर विभाग को सजगता के साथ त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश विधायक जी के द्वारा दिया गया। इसके अलावा विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता जिनका विभाग द्वारा हजारों रुपए का बिल थमाया गया है। उनका आकलन कर लिया था, वे इतना युनिट का उपयोग भी नहीं करते और ब्याज बिल का भुगतान करने में भी असमर्थ हैं। 

वहीं विद्युत विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रवण कुमार ने कहा कि माननीय की पहल जनहित में सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विधायक जी का निर्देश रहा कि रुरल क्षेत्रों में स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए। इसी के तहत आज भी बिजली खंभा हो तार स्थानीय लोगों के सहयोग से विद्युतीकरण कार्य किया जाता है।

 क्षेत्रीय प्रबंधक ने विधायक दीपक बिरुवा द्वारा उठाए गए ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्यायों पर आश्वस्त किया कि अर्बन क्षेत्र में 24 घंटा और रूरल क्षेत्रों में 48 घंटे के अंदर खराब ट्रांसफार्मर की जानकारी मिलते ही दूसरा चलित ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया जाएगा।

सरायकेला : राजू लोहार हत्या मामले का हुआ खुलासा

सरायकेला : जिला के कुचाई थाना अंतर्गत पोड़ाडीह गीताकुटी निवासी राजू लोहार की पत्थर से कूचकर हत्या करने के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन अपराध कर्मियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए अपराध कर्मियों का नाम मनु मुंडा उर्फ हाथी, शुरुमणि मुंडा और सनिका पाहन बताया जा रहा है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त खून से लगा पत्थर, मिट्टी और घटना के वक्त पहना हुआ कपड़ा बरामद किया है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने बताया कि शुरमणि मुंडा विवाहित थी, पति के मरने के बाद किसी अन्य के साथ रिलेशनशिप में थी। उसे भी छोड़ सनिका पाहन के साथ कुछ दिनों से रह रही थी। 

मृतक राजू लोहार सुरमणि से प्यार कर बैठा जो सनिका को नागवार गुजरा और अपनी प्रेमिका यानी सूरमणि एवं एक अन्य सहयोगी मनु मुंडा उर्फ हाथी के साथ मिलकर राजू को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और योजनानुसार बीते 8 मई को राजू की पत्थर से कूचकर हत्या कर डाली। 

उन्होंने बताया कि तीनों अपराध कर्मियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है, जिसे पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।

उत्तरप्रदेश मिक्स मार्शल आर्ट एसोसिएशन की ओर से छठ वाँ नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन 18 मई से


सरायकेला : उत्तरप्रदेश मिक्स मार्शल आर्ट एसोसिएशन की ओर से उत्तर प्रदेश में छठ वाँ नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन 18 मई से होने वाली है ।

जिसमें झारखंड से 6 खिलाड़ी अपना जलवा दिखाएंगे जिसको लेकर मार्शल आर्ट फेडरेशन झारखंड ने पूरी तैयारी कर ली है। 

MMA एक ऐसा गेम है जिसमें कराटे, जूडो,बॉक्सिंग और मार्शल सभी तरह के हथकंडे सामने वाले को पस्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी ट्रेनिंग के लिए देश के विभिन्न प्रदेशों के अलावे झारखंड में भी मिक्स मार्शल आर्ट फेडरेशन झारखंड का गठन किया गया है । जिसमें निपुण हुए झारखंड से 6 खिलाड़ी उत्तर प्रदेश MMA. एसोसिएशन के तत्वाधान में लखनऊ में होने वाले चार दिवसीय नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेंगे यह प्रतियोगिता 18 मई से 21 मई तक आयोजित होगी.

 जिसमें 400 से ज्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे जिसमे यूथ,जूनियर और सीनियर खिलाड़ी अलग अलग वेट वर्ग में खेलेंगे झारखंड से भाग लेने वाले खिलाड़ियों में से चार पूर्वी सिंहभूम जिले के 4 , चाईबासा से 1 और रांची के एक खिलाड़ी हैं।

नेशनल चैंपियनशिप ने विजेता व खिलाड़ियों को 2023 में आयोजित होने वाले विश्व और एशियन चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका मिलेगा , झारखंड फेडरेशन ने आशा जताई है कि पिछली बार चैंपियनशिप में झारखंड 10 वें स्थान पर था । लेकिन इस बार तीसरे से पांचवें स्थान पाने में कामयाब होंगे ।

न्यूज़ अपडेट: पेड़ के नीचे सुखलाल पहाड़िया की इलाज के बाद इस क्षेत्र में आदिम जनजातियों के लिए जरूरी है एक स्वास्थ्य उप केंद्र की

 सरायकेला जिला के चांडिल अनुमंडल के आसनवनी पंचायत  स्थित दलना जंगल की तराई बसे खड़िया बस्ती के आदिम जनजाति समुदाय के 45 वर्षीय सुखलाल पहाड़िया की इलाज एक पेड़ के नीचे ग्रामीण चिकित्सक को करना पड़ा।इस खबर से जहां झारखंड के ग्रामीण इलाके के आदिम जाति के स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है वहीं झारखंड के कई इलाकों में स्वास्थ्य की बदहाली क्या है इसका भी खुलासा हुआ।वैसे यह न्यूज़ इस क्षेत्र में चर्चा का विषय हुआ।वैसे पहाड़िया जनजाति की समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नही हो पाने के कारण लगातार इनकी जनसंख्यां घटती जा रही है।इसके वाबजूद इन्हें इलाज़ नही मिल पाना और मृत्यु दर बढ़ना भी उनके जंसख्यां कम होना एक वजह हो सकता है।

 इस खबर के बाद जो बातें सामने आई उसके अनुसार तबियत बिगड़ी जिसे देखते हुए ,परिवार के लोग में परेशानी बढ़ गयी, उसे उपस्वास्थ्य केंद्र बिरिगोड़ा एन एच 33 हाईवे स्थित भवन ले जाया गया जहां कोई सरकारी चिकित्सक नही मिले एवं एएनएम नर्स भी उपस्थित नही रहते। 

इस बंद पड़े ही स्वास्थ्य केंद्र ईश्वर की भोरोसे चल रहा है। वर्षो से कोई सरकारी डॉक्टर यहां नही रहते है। जिसके कारण पहाड़िया का इलाज महूआ पेड़ के नीचे ग्रामीण चिकित्सक, डॉ० सत्यनारायण मुर्मू ने निजी स्तर पर लोगों का इलाज करते हैं।

एक तरफ भीषण गर्मी दूसरी ओर  गरीबी और लाचार को देखते हुए चांडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 20 किलोमीटर दूरी जाना पड़ेगा ना घर में रुपया रहता और ना कोई साधन, फिर इलाज़ कैसे हो पायेगा।

इस लिए इस क्षेत्र में एक उप स्वास्थ्य केंद्र की जरूरत है।तभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में ईलाज हो पायेगा । समय पर ग्रामीण ,आर एम पी ,चिकित्सक के बल ही गांव के लोगो जिंदा रहने को विवश हैं। सरकारी सुविधा नकारा देखा गया । करोड़ों रुपया का उपस्वास्थ्य केंद्र बनाया गया मगर ड्राक्टर की कमी नजर आए । स्वास्थ्य केंद्र दिन में खुला रहना चाहिए ।गरीब ग्रामीण कहा जायेगा ।

 चांडिल प्रखण्ड अंतर्गत आसनबनी पंचायत के पहाड़धार के (पिटीजीवी ) के आदिम जनजाति समुदाय के सुखलाल पहाड़िया ने गरीबी की लाचार को देखते हुए । कुछ दिन पूर्व इन परिवार के लोगो को चेचक बीमारी के चपेट आए थे उसके बाद तावियत बिगड़ गया था । ग्रामीण चिकित्सक द्वारा समय पर ईलाज करने पर स्वास्थ्य लाभ मिला।

आज भी गांव के गरीब असहाय लोगों ग्रामीण चिकित्सक के बल पर ही जिंदा है। गांव में बेहतर स्वास्थ्य बहाल में ग्रामीण चिकित्सक का भुमिका अहम है। सरकार इन लोगों को समय समय प्रशिक्षण दीया जाये सरकारी अपेक्षा यह लोगो खारा उतरेगा ।

 इनकी सेवा ली जाए तो ,एन आर एच एम भुमिका और बेहतर होगी। सुकलाल पहरिया विगत एक सप्ताह से बीमार रहने लगा , आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण गांव के ग्रामीण चिकित्सक से ही अपना उपचार कराया , वर्तमान मे सुकलाल पहरिया ठीक है। एक तरफ केंद्र सरकार दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा विभिन्न जगह पर उप स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया ।लेकिन ड्रक्टरो की नजर आए । आज आदिम जनजाति के लोग विलुप्त होने की कगार पर । सरकार की प्रयास की क्वी नजर आए ।दूसरी ओर कुछ पदाधिकारी की अनदेखी के कारण यह परिवार विलुप्त की कगार पर पहुंचे हे।आज भी दिन दयाल आवास पर रहने पर मजबूर हे। दलमा सेंचुरी जंगल पर इन परिवार आपने आपने जीवन निर्भर करते देखा गया ।

आसनबनी पंचायत के लकड़ाडीह पहाड़ियां के सात परिवार अलग अलग बसबास करते हैं। ओर जंगल से पत्ता , कंद मूल ,दांतुन, सूखे लड़की आदि लाकर ,क्षेत्रीय मार्केट में बेच कर अपना जीवन बसर करते हैं 

इन सभी की आज भी स्वास्थ्य सेवा ग्रामीण डॉक्टर पर निर्भर है।इस लिए इस क्षेत्र में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र की जरूरत है ताकि इन सभी का इलाज हो सके।

सरायकेला:आदिवासी नेता सालखन मुरमू के खिलाफ प्रदर्शन

सरायकेला : - कोल्हान के आदिवासी सेगल अभियान के प्रमुख सालखन मुर्मू के खिलाफ मानकी मुंडा समाज के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। उधर मानकी मुंडा समाज के लोग आज पूर्वी सिंहभूम उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर सालखन मुर्मू के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सालखन मुर्मू पर आदिवासी और मानकी मुंडा आदिवासी के बीच लड़ाने का आरोप लगाया है। 

उन्होंने कहा है कि साल खान मुर्मू मानकी मुंडा को प्रमाण पत्र देने वाला कौन होता है वह खुद उड़ीसा के मयूरभंज का रहने वाला है वह खुद बाहरी है। और झारखंड में आकर कभी भाषा के नाम पर तो कभी स्थानीय नीति के नाम पर तो कभी मान की मुंडा और समाज के नाम पर समाज को तोड़ना चाहता है। 

ऐसे में जिला प्रशासन से इन लोगों ने मांग की है सालखन मुर्मू के खिलाफ अविलंब कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार करें ताकि समाज में विद्वेष फैल रहा है उसे रोका जा सके।

सरायकेला:आराहासा पंचायत के पाटुंगा गांव में स्थित मोबाइल टावर को नक्सलियों ने किया क्षतिग्रस्त

चाईबासा:- कोल्हान के पश्चिम सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आराहासा पंचायत के पाटुंगा गांव में स्थित मोबाइल टावर को नक्सलियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है । घटना मंगलवार की शाम की बताई जा रही है ।

नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस टीम अब तक नही पहुंची है. लेकिन जानकारी मिलने के बाद पुलिस जवान घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं । अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि नक्सलियों ने मोबाईल टावर को किस तरह से क्षतिग्रस्त किया है।नक्सलियों ने मोबाईल टावर को बम धमाके से विस्फोट कर उड़ाया है या आग के हवाले कर क्षतिग्रस्त किया है ।

जिले में नक्सलियों के हार्डकोर और शीर्ष नेताओं के भ्रमणशील होने की जानकारी झारखंड पुलिस को मिली थी. जिसके बाद से नक्सलियों के धड़ पकड़ और खात्मे के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।इसी क्रम में नक्सलियों ने पुलिस जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगलों में कई आईईडी विस्फोटक लगाए हैं ।

प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के लिए भ्रमणशील होने की आसूचना मिली थी है ।

इस सूचना के सत्यापन करने के लिए 11 जनवरी से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस सर्च ऑपरेशन में चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, 203 बटालियन, 205 बटालियन, झारखण्ड जगुआर एवं सीआरपीएफ 60, 197, 157, 174, 193, 07 एवं सीआरपीएफ 26 बटालियन की टीमों का एक संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि मोबाईल टावर को क्षतिग्रस्त करने की सूचना मिली है। पुलिस टीम फहतन स्थल के लिए रवाना हुई है, लेकिन जब तक पुलिस टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच जाती तब तक यह कहना जल्दबाजी होगी कि नक्सलियों ने मोबाइल टावर को विस्फोटक से उड़ाया है या आग लगाकर क्षतिग्रस्त किया है ,यह देखने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में आदिम जनजाति ग्रामीण चिकित्सक के सहारे जीने को मजबूर


बीमार अगर किसी अस्पताल नही जा पाते तो ये ग्रामीण चिकित्सक पेड़ के नीचे करते हैं इनका इलाज़

सरायकेला : अभी भी झारखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था कितनी मज़बूत हो पायी इसका उदाहरण

जिला के चांडिल अनुमंडल के आसनवनी पंचायत स्थित दलना जंगल की तराई बसे खड़िया बस्ती में देखने को मिला।

यहां  आदिम जनजाति सुखलाल पहाड़िया की तबियत बिगड़ी जिसे देखते हुए अस्पताल जाने का मौका नही मिला तो महूआ पेड़ के नीचे हीं चिकित्सक, डॉ,एस,एन मुर्मू ने चिकित्सा की। 

एक तरफ भीषण गर्मी दूसरी ओर  गरीबी और लाचार को देखते हुए।

सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के अपेक्षा ग्रामीण आर एम पी चिकित्सक के सहयोग से गांव के लोग जिंदा रहने के लिए संघर्ष करते हैं।

जानकारी के अनुसार।चांडिल चांडिल अनुमंडल के चांडिल प्रखण्ड अंतर्गत आसनबनी निवासी आदिम जनजाति सुकलाल पहरिया ने ग्रामीण चिकित्सक के बल पर स्वास्थ्य लाभ लिया।आज भी गांव गरीब असहाय लोगों ग्रामीण चिकित्सक के बल पर ही जिंदा है। गांव में बेहतर स्वास्थ्य बहाल में ग्रामीण चिकित्सक का भुमिका अहम है। 

 सुकलाल।पहाड़िया विगत एक सप्ताह से बीमार रहने लगा ।

 आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण गांव के ग्रामीण चिकित्सक से ही अपना उपचार कराया वर्तमान में सुकलाल पहाड़िया ठीक है।

एक तरफ केंद्र सरकार दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा आदिम जनजाति के लोगो को विलुप्त होने से बचने की प्रयास कर रहे दूसरी ओर कुछ पदाधिकारी के कारण यह परिवार विलुप्त की कगार पर हे। दलमा जंगल पर इन परिवार आपने आपने जीवन निर्भर देखा गया ।

सरायकेला:परिसदन सभागार में झारखंड विधानसभा की पुस्तकालय विकास समिति की बैठक सम्पन्न

सरायकेला :- जिला मुख्यालय शहर सरायकेला स्थित परिसदन सभागार में झारखंड विधानसभा की पुस्तकालय विकास समिति की सभापति श्रीमती अर्पणा सेन गुप्ता(वि.स.स- निरसा) के अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। 

बैठक में मुख्य रूप से समिति सदस्य श्री ढुल्लू महतो, उपायुक्त श्री अरवा राजकमल, उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई एवं विभिन्न विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान सभापति श्रीमती अर्पणा सेन गुप्ता के द्वारा क्रमवार पुस्तकालय विकास समिति सहित अन्य विभागों से संचालित योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त की गई है।

पुस्तकालय विकास समिति की समीक्षा के दौरान सभी विद्यालयों में पुस्तकालय की उपलब्धता, वहां पर किताबों का समायोजन, पठन-पाठन हेतु उपलब्ध सुविधा, पेयजल, किताब के प्रति बच्चों की रुचि, भवन की उपलब्धता आदि की जानकारी ले आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

 समीक्षा क्रम में उन्होंने सभापति श्रीमती अर्पणा सेन गुप्ता एवं सदस्य श्री ढुल्लू महतो नें विभिन्न अंचल कार्यालय में म्यूटेशन एवं अन्य कार्यों हेतु आ रहे लोगो को यथासंभव सहयोग प्रदान करने, प्रत्येक सप्ताह में एक दिन भूमि विवाद निस्तारण दिवस मनाने के निदेश दिए वही जनसंपर्क विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं, महिला सशक्तिकरण डायन कुप्रथा समेत अन्य बिंदुओं पर ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार प्रसार कर लोगो को जागरूक करने के निदेश दिए। समीक्षा क्रम में सभापति महोदय के द्वारा जल नल योजना अंतर्गत सभी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

उक्त बैठक में उपरोक्त के अलावा परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री संदीप कुमार दुराईबुरु, अपर उपायुक्त श्री सुबोध कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी श्रीमती सरोज तिर्की, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिविल सर्जन समेत अन्य सम्बन्धित विभाग के पदाधिकारी एवं विभिन्न कार्यकारी विभाग के कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे।