*जनता के दरबार में फरियादी की शिकायत सुनकर गरम हुए सीएम नीतीश कुमार, फौरन विभागिय सचिव को लगाया फोन*

डेस्क : आज महीने के दूसरे सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में हाजिर होकर फरियादियों की शिकायत सुन उसपर कार्रवाई का निर्देश देर रहे है। वहीं जनता दरबार में सुपौल से आए एक शख्स ने नीतीश कुमार के शिकायत किया कि उन्हें अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। बीडीओ काफी पहले ही जांच कर लिए, लेकिन अब तक पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। इसके बाद सीएम नीतीश ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को फोन लगाया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अरे भाई यह आए हैं सुपौल से। इन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। अधिकारी ने जवाब दिया कि इन्हें पीएम आवास योजना के लिए चिन्हित नहीं किया गया है। इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि आप अपने राज्य के आवास योजना का लाभ दिलाएं। 

शेखपुरा से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से जमीन के परिमार्जन को लेकर शिकायत दर्ज कराया। इसके बाद सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर कहा कि इसे देखिए। इसके अलावे दो दाखिल खारिज के दो अन्य केस आए। शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई करने का आदेश दिया। शेखपुरा जिले से जमीन संबंधी तीन के आने पर मुख्यमंत्री चौंके। नीतीश कुमार ने विभाग के प्रधान सचिव से कहा कि हम देख रहे हैं कि वहां का कई केस आया है। क्या हो रहा है।।देख लीजिए।

वहीं बक्सर से आई एक महिला फरियादी ने कहा कि दूबारा आपके पास आ रहे हैं। अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। नल-जल योजना को लेकर पिछले साल भी आपके जनता दरबार में फरियाद किये थे। आपने आश्वासन भी दिया लेकिन आजतक काम नहीं हुआ। शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को तलब किया। नीतीश कुमार ने पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव से कहा कि महिला दूसरी दफे आई है। काम क्यों नहीं हुआ? इस पर विभाग के सचिव ने कहा कि हमें जानकारी नहीं थी सर, समस्या का समाधान करवा देते हैं। फिर मुख्यमंत्री ने अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार से कहा कि क्यों नहीं काम हुआ ?

*पटना में बड़ा हादसा : स्नान के दौरान गंगा में डूबे तीन रिश्तेदार सहित चार युवक*

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां दीघा थाना क्षेत्र के गेट संख्या-80 के समीप स्नान के दौरान गंगा में तीन रिश्तेदार सहित चार युवक डूब गए। सूचना के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने डूबे तीन युवक भोजपुर के बारा गांव के मुन्ना राय (26), नौबतपुर के सोहरा निवासी रविरंजन कुमार (18) और दुल्हिन बाजार के गौरव कुमार (19) का शव बरामद कर लिया। जबकि, आरा के ही खनेट निवासी धीरेंद्र कुमार (27) का कोई पता नहीं चला।

दीघा थानेदार राज कुमार पांडेय ने बताया कि सोमवार को फिर गंगा में गोताखोरों को तलाशी में लगाया जाएगा। धीरेंद्र कुमार, शास्त्री नगर पोस्ट ऑफिस में काम करने के साथ ही बोरिंग रोड में हॉस्टल चलाते थे। वह वहीं रहते भी थे। उनके साथ उनके फुफेरे भाई मुन्ना, साला गौरव और दोस्त रविरंजन भी हॉस्टल में ही रहते थे। युवकों के परिवार में रविवार को किसी की बरसी थी। बरसी को लेकर चारों गंगा स्नान करने गए थे। 

प्रत्यक्षदर्शी राजीव कुमार ने बताया कि करीब दो बजे चारों युवक नहा रहे थे। इसी दौरान एक युवक डूबने लगा। उसे बचाने में अन्य तीनों भी गहरे पानी में चले गए और गंगा में समा गए।

भारी भीड़ और भीषण गर्मी के कारण बाबा बागेश्वर की हनुमत कथा में मची अफरातफरी, कई लोगों की तबियत बिगड़ने से पहुंचाना पड़ा अस्पताल

डेस्क : भारी विरोधाभास के बाद बिहार में बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री का पिछले तीन दिनों से राम कथा जारी है। आलम यह है कि कथा सुनने के लिए भारी भीड़ जुट रही है। बीते रविवार को अत्यधिक भीड़ और गर्मी के कारण तरेत में चल रहे बाबा बागेश्वर की हनुमत कथा में अफरातफरी मच गई। पंडाल में क्षमता से ज्यादा लोगों के भर जाने के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। दर्जनों लोग बेहोश हो गए। लोगों को एंबुलेंस से इलाज के लिए भेजा जाने लगा। शाम 6.40 बजे लोगों की हालत खराब होते देख बाबा ने कथा विराम की घोषणा कर दी। अब आज सोमवार को दिव्य दरबार में सामूहिक अर्जी लगेगी। आयोजन समिति से जुड़े पूर्व पुलिस पदाधिकारी अरविन्द ठाकुर ने रविवार देर रात कही।

सांस लेने के लिए कथा स्थल पर बैठे कई लोग एक-दूसरे को ठेलते हुए गेट से बाहर निकलने की जद्दोजहद करते दिखे। बेहोश होने वालों में ज्यादातर महिलाएं व छोटे बच्चे रहे। कथा पंडाल पर व्यवस्था में लगे तरेत के युवक रामकुमार ने बताया कि कथा समाप्ति की घोषणा होते ही लोगों के भीड़ बाहर निकलने की होड़ करने लगी। मौजूद लोग तत्काल बाहर निकल जाना चाहते थे। इसमें वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। 

अफरा-तफरी के इस माहौल में कई जगहों पर मौजूद बैरिकेडिंग व अन्य चीजों से टकराकर कई लोगों के हाथ टूट गए और कई लोगों को पैर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आयी हैं। आयोजन समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि किसी को गंभीर चोट नहीं लगी है। भीड़ के कारण हल्की-फुल्की चोटे हैं।

घंटों जाम से जूझते रहे लोग

तरेत पाली मठ में रविवार को बड़ी संख्या में लोग अपने वाहनों के साथ पहुंचे थे। इसके कारण मठ तक पहुंचने वाले सभी रास्तों पर लंबी जाम लग गई। लोगों की मानें तो दस हजार से ज्यादा गाड़ियों रविवार को आयोजन स्थल पर पहुंची। कथा विराम के बाद घर लौटने के लिए लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ा। तरेत से पटना के बीच 25 किलोमीटर तीन-साढ़े तीन घंटे में तय हुई। जिन्हें सवारी नहीं मिली वे अपने परिवार के साथ पैदल ही सड़क पर चलते दिखे।

बाबा ने बिहार की तारीफ की

कथा में बिहार की तारीफ करते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा कि बिहार के लोग अपनी भाषा, संस्कृति और तुलसी का पौधा नहीं भूलते। उन्होंने कहा कि परमात्मा चित्र में नही बसते बल्कि चरित्र में बसते है। हमारा चित्र चाहे जैसा आए लेकिन चरित्र अच्छा होना चाहिए। भगवान के दर पर चित्र नही चरित्र देखा जाता है।

CBSE बारहवीं की परीक्षा में मदर्स इण्टरनेशनल अकादमी के छात्र-छात्राओं का रहा शानदार प्रदर्शन, विद्यालय के निदेशक ने उन्हें बधाई देते हुए कही यह बात


पटना : बीते 12 मई को सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट जारी हुआ। एकबार फिर पटना के जाना-माना मदर्स इण्टरनेशनल अकादमी के छात्र-छात्राओं का शानदार प्रदर्शन रहा। 

आज विद्यालय ने बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित किया। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रथम श्रेणी प्राप्त कर यह साबित कर दिया की अथक परिश्रम और सुनियोजित मार्गदर्शन के द्वारा हर क्षेत्र में विजय हासिल किया जा सकता है। वहीं परिणाम को देखकर विद्यार्थीगण अदम्य उत्साह और अपने सुंदर भविष्य के सुनहरे सपने में नजर आए।

इस खुशी के मौके पर विद्यालय के निदेशक अरशद अहमद भी विद्यार्थियों की अभूतपूर्व सफलता पर प्रसन्न और उत्साहित नज़र आए। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि “परिश्रम और लगन कभी व्यर्थ नहीं जाता। 

वहीं विद्यालय की प्राचार्या सुश्री सुप्रिया चटर्जी ने भी विद्यार्थियों की अभूतपूर्व सफलता में विद्यार्थियों के साथ-साथ विद्यालय के शिक्षकों को भी इसका श्रेय दिया है।

बड़ी खबर : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा दिए गए मटन पार्टी में हुआ जमकर हंगामा, आपस में भिड़े जदयू और महागठबंधन के कार्यकर्ता

डेस्क : अभी-अभी बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां मुंगेर जिले में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर सांसद ललन सिंह द्वारा कार्यकर्ताओं के सम्मान में दिए गए पार्टी मे जमकर हंगामा हुआ है। पार्टी मे जमकर हंगामा होने के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा है। 

दरअसल आज रविवार को मुंगेर सांसद व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के सम्मान में मटन पार्टी का भोज दिया था। लेकिन, मुंगेर के पोलो मैदान में आयोजित इस मीट-भात के भोज में जदयू और महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को जमकर लाठियां खाने को मजबूर होना पड़ा। मीट-भात खाने पहुंचे ललन सिंह के समर्थक किसी बात को लेकर आपस से भिड़ गए। देखते ही देखते मुंगेर का पोलो मैदान अखाड़ा में तब्दील हो गया। कई लोग एक दूसरे से हाथापाई करने लगे। इस बीच स्थिति अराजक होती देख पुलिस ने मोर्चा संभाला।

हंगामा कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने लाठियां भांजी। अचानक से हुए पुलिसिया बल प्रयोग के बाद भीड़ इधर-उधर भागने लगी। कुछ मिनट में ही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। कहा जा रहा है की जिस वक्त यह हंगामा हुआ उस दौरान ललन सिंह खुद ही पंडाल में मौजूद थे। वहीं पुलिस की लाठी खाने के बाद हंगामा कर रहे लोग शांत हुए और फिर से मीट-भात का आयोजन सुचारू रूप से संचालित हुआ। 

हालांकि कहा जा रहा है कि मीट-भात खाने को लेकर हुए भगदड़ में सदर डीएसपी राजेश कुमार सिन्हा घायल हो गए हैं। इसके अलावा जदयू के जिला अध्यक्ष सहित कुछ अन्य लोगों को भी मामूली चोट आई है। पूरा आयोजन स्थल कुछ समय के लिए रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। वहीं बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकताओं को अचानक हुए इस हंगामे को देखकर कुछ समय तक कुछ समझ में नहीं आया। बाद में मीट-भात के बदले लाठी खाने वाले कार्यकर्ता शांत हुए। 

गौरतलब है कि ललन सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव मुंगेर संसदीय क्षेत्र से जीता था। उन्होंने 2019 में मुंगेर संसदीय क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्रों में इसी तरह मीट-भात का भोज दिया था। बाद में कोरोना की वजह से अगले वर्षों में यह भोज स्थगित हो गया। वहीं एक बार फिर से ललन सिंह ने मीट-भात भोज देने की शुरुआत की है। वे लखीसराय और मोकामा में पहले ही जदयू कार्यकर्ताओं के सम्मान में मीट-भात का भोज दे चुके हैं। उस तर्ज पर आज मुंगेर में आयोजन किया गया था लेकिन वहां कुछ समय के लिए जोरदार हंगामा देखने को मिला।

ब्रेकिंग पटना : गोलियों की तड़तड़ाहट से मोकामा टाल मे हुई सुबह की शुरुआत, गांव पुलिस छावनी मे तब्दील

डेस्क : पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां मोकामा टाल क्षेत्र में ताबड़तोड़ गोलीबारी होने से पूरा इलाका दहशतजदा हो गया। 

घोसवरी थाना क्षेत्र के बलवा गांव में रविवार तड़के दो पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी हुई. सुबह सुबह गोलियों को आवाज सुनने से गांव में अफ़रातफ़री मच गयी। 

वहीं पौ फटते ही फायरिंग की इस घटना के बाद गांव में दहशत पैदा हो गया।

बताया जा रहा है कि गांव के मोहन राम और पूर्व मुखिया के बीच वर्चस्व को लेकर घंटों दर्जनों राउंड फायरिंग की गयी। इस घटना के बाद गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। 

घोसवरी पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए छापामारी कर रही है।

कर्नाटक में भाजपा को मिली हार पर राजद ने साधा निशाना, कहा- जनता ने अपने वोट के चोट से बीजेपी नेताओं के अहम और वहम का दिया माकूल जवाब

डेस्क : हिमाचल के बाद अब कर्नाटक में भी बीजेपी के हाथ से सत्ता निकल गया है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली है। बीजेपी की इस हार के बाद बिहार में राजद और जेडीयू के नेता लगातार भाजपा पर हमलावार हैं। इसी कड़ी राजद की ओर से कड़ा प्रहार किया गया है। 

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अबतक के चुनावों में भगवान राम जी के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा कर्नाटक के चुनाव में लालकृष्ण आडवाणी की हीं तरह भगवान राम को भी भूला कर बजरंगबली के नाम पर वोट मांग रही थी। जिससे बजरंगबली नाराज हो गए और गदा चला कर आज अपने लिए अराध्य दिन शनिवार को भाजपा के अहंकारी अवसरवाद को ध्वस्त कर दिए हैं।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से भाजपा के पतन का सिलसिला शुरू हो चुका है। जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का ट्रेलर है। कर्नाटक की जनता ने अपने वोट के चोट से भाजपा नेताओं के अहम और वहम का माकूल जवाब देने का काम किया है। अपने जिस नेता के करिश्मा पर भाजपा नेताओं को ज्यादा भरोसा था। उनके द्वारा सात दिन में 19 जनसभाएं और रैलियों के साथ हीं 6 रोड-शो किया गया पर उनमें से अधिकांश जगहों पर भाजपा को काफी क्षति उठानी पड़ी। 

चितरंजन गगन ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा 16 जनसभा और 14 रोड-शो किया गया था जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 10 जनसभा और 16 रोड-शो किए थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा किया गया 437 जनसभाएं 138 रोड-शो भी कर्नाटक की जनता को प्रभावित नहीं कर सका। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आधा दर्जन मुख्यमंत्री और दर्जनों केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए भावनात्मक और उन्मादी भाषण को खारिज कर कर्नाटक की जनता ने भविष्य के राजनीति का खुला संकेत देने का काम किया है। इसके लिए कर्नाटक की जनता बधाई का पात्र है।

बड़ी खबर : पटना पहुंचे बाबा बागेश्वर उर्फ आचार्य धीरेंद्र शास्त्री, जय श्री राम के नारे से गूंजा एयर पोर्ट

डेस्क : तमाम विरोध के बावजूद पटना में हो रही हनुमंत कथा के लिए बाबा बागेश्वर उर्फ आचार्य धीरेंद्र शास्त्री आज पटना पहुंच गए। पटना एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी के लिए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी खुद मौजूद रहे। 

पटना एयरपोर्ट पहुंचते ही बाबा के स्वागत में भारी भीड़ जुट गई। साथ ही वहां जय श्रीराम के नारे से पूरा माहौल गूंज उठा। स्थिति ऐसी रही कि एयरपोर्ट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।

वहीं एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करने के बाद आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री होटल के लिए रवाना हो गए। इसमे सबसे खास बात यह रही कि जिस गाड़ी से बाबा बागेश्वर होटल के लिए रवाना हुए, उसे सांसद मनोज तिवारी खुद ड्राइव कर रहे थे।

राजद की सदस्यता ग्रहण करते ही इस रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी को मिली बड़ी जिम्मेवारी, पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने राष्ट्रीय प्रवक्ता किया मनोनित

डेस्क : तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणासागर पिछले दिनों राजद की सदस्यता ग्रहण किये थे। राजद नेता व बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाया था। वहीं पार्टी में शामिल होने के बाद अब उन्हें बड़ी जिम्मेवारी दी गई है। करुणासागर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उन्हें राजद का राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोनीत किया है। इस बात की जानकारी राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने दी है।  

चित्तरंजन गगन ने बताया कि करुणासागर भारतीय पुलिस सेवा से अवकाश ग्रहण करने के बाद पिछले दिनों राजद की सदस्यता ग्रहण की थी। राजद कार्यालय में आयोजित एक भव्य समारोह में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने करुणासागर को राजद की सदस्यता दिलाई थी।

राजद प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से परामर्श कर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द द्वारा त्रिवेणी यादव को जमुई जिला राजद का अध्यक्ष और मुरारी राम को प्रधान महासचिव के साथ हीं संतोष सरदार को सुपौल जिला राजद का अध्यक्ष और भूपनारायण यादव को प्रधान महासचिव मनोनीत किया गया है। 

करुणासागर को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने पर प्रदेश पार्टी के प्रधान महासचिव रणविजय साहू, कोषाध्यक्ष मो. कामरान, प्रवक्ता चित्तरंजन गगन, महासचिव संजय यादव, निर्भय अम्बेडकर, प्रमोद राम,मदन शर्मा, डॉ प्रेम कुमार गुप्ता, फैयाज आलम कमाल , प्रदेश सचिव संजीव मिश्रा, प्रमोद सिन्हा, देवेन्द्र सिंह उर्फ देवू बाबू सहित अनेक नेताओं ने बधाई दी है।

RCP SINGH के बीजेपी में शामिल होने पर JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बोला हमला, कही यह बड़ी बात

डेस्क : जदयू से अलग होने के बाद से पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा जोरो पर थी, जिसपर आखिरकार बीते गुरुवार को विराम लग गया। गुरुवार को दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ली। उन्हें केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सदस्यता दिलाई। वहीं बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा। अब आरसीपी को भाजपा का एजेंट बताते हुए ललन सिंह ने उन्हें कटघरे में खड़ा किया है।  

जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आज शुक्रवार को कहा कि वे पहले से ही कहते रहे हैं कि आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट थे। अब आरसीपी के भाजपा में शामिल हो जाने से यह साबित हो गया है कि आरसीपी जब जदयू में थे तब वे भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। पार्टी के अंदर नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रच रहे थे और अब वे बुद्धम शरणम् गच्छामि हो गए हैं। 

उन्होंने आरसीपी पर तंज कसते हुए हुए कहा कि जब आरसीपी जदयू के अध्यक्ष थे तब हर जगह आरसीपी टैक्स की चर्चा होती थी। अब आरसीपी को बताना चाहिए कि आखिर यह आरसीपी टैक्स क्या था। वे वसूलते होंगे तभी तो उनके बारे में यह चर्चा थी। 

ललन सिंह ने कहा कि जब आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट के रूप में बिहार में काम कर रहे थे। उस समय वे सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उसके पहले ही बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई। हालांकि वे महाराष्ट्र में सफल हो गए।

उन्होंने महाराष्ट्र का उदहारण देते हुए कहा कि वहां राज्यपाल द्वारा सरकार को कमजोर किया गया था, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की है। बिहार में राज्यपाल द्वारा दबाव बनाए जाने का सवाल ही नहीं है क्योकि यहां कानून का राज है।