भारत का अंतरिक्ष एवं परमाणु कार्यक्रम सूचना प्रौद्योगिकी ,विश्व शांति एवं मानवता के लिए सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में आगे आए देश की नई पीढ़ी।
बेतिया पश्चिम चंपारण। आज 11 मई 2023 को ऑपरेशन शक्ति( राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण) की 25 वीं वर्षगांठ एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी, तत्कालीन रक्षा मंत्री स्वर्गीय जॉर्ज फर्नांडीज,
तत्कालीन भारत के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम, विभिन्न वैज्ञानिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव सह ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता ) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली अमित कुमार लोहिया , मदर ताहिरा चैरिटेबल वेलफेयर ट्रस्ट की निदेशक एस सबा, डॉ महबूब उर रहमान एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन 11 एवं 13मई 1998 ई0 को
भारत ने विश्व शांति सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में कदम बढ़ाते हुए राजस्थान के पोखरण में परमाणु केंद्र पर परीक्षण किए थे। भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यों एवं उद्देश्यों के लिए है। भारत के परमाणु कार्यक्रम 1944 निरंतर होता आ रहा है। देश की स्वतंत्रता के बाद विभिन्न अवसरों पर इस दिशा में सकारात्मक कार्य किए गए।
1967 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान एवं मानव जीवन को सरल एवं सुलभ बनाने के उद्देश्य से मई 1974 में पहला परमाणु परीक्षण स्माइलिंग बुद्धा नामक किया था। भारत का परमाणु कार्यक्रम मानव जीवन सरल एवं सुलभ बनाने एवं वैज्ञानिक कार्यों के लिए रहा है। इस अवसर पर देश के युवाओं से आह्वान करते हुए डॉ0 एजाज अहमद ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान मे आगे आएं देश की नई पीढ़ी। विशेष रुप से चंपारण की युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि देश के विकास में चंपारण के युवाओं का अतुल्य योगदान रहा है। अतः नई पीढ़ी की नैतिक जिम्मेवारी है
कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में चंपारण के युवा सकारात्मक रूप से हिस्सा ले। इस अवसर पर स्वच्छ भारत के ब्रांड एंबेसडर डॉ0 एजाज अहमद, अमित कुमार लोहिया ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल एवं बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 शाहनवाज अली ने संयुक्त रुप से कहा कि हमेशा से भारत का कार्यक्रम विश्व में शांति स्थापित करने एवं मानवीय मूल्यों के लिए रहा है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने रूस एवं यूक्रेन से आह्वान करते हुए कहा कि बातचीत से ही जटिल समस्याओं का हल हल आधुनिक सभ्य समाज में निकाला जाता रहा है। आधुनिक सभ्य समाज में हिंसा एवं युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। महात्मा गांधी एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं ने युद्ध एवं हिंसा का सदैव विरोध किया है।
May 11 2023, 13:52