यूपी में एक और गैंगस्टर मुठभेड़ में ढेर, कुख्‍यात अपराधी अनिल दुजाना को एसटीएफ नेमेरठ में मार गिराया

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उत्तर प्रदेश में एक और कुख्यात अपराधी मुठभेड़ मे मारा गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हो गया है। अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मेरठ जिले में मार गिराया है। दुजाना की गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस की स्पेशल सेल टीम और एसटीएफ टीम लगी हुई थी। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान 7 टीमों ने 20 से भी ज्यादा स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। आज उसका एनकाउंटर कर दिया गया।

तिहाड़ से आया था बाहर

कुख्यात दुजाना लंबे समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद चल रहा था, लेकिन हाल ही में उसे जमानत मिली और वह छूट गया। बताया जाता है कि जब वह जेल से बाहर आया था तो उसने सबसे पहले जयचंद प्रधान की हत्‍या के मामले में उसकी पत्नी और गवाह महिला को धमकी दी। जब ये बात पुलिस के संज्ञान में आई तो उन्‍होंने अनिल के खिलाफ 2 मुकदमे दर्ज किए।

दुजाना पर 62 से ज्यादा केस दर्ज

अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला था।दुजाना पर 62 से ज्यादा केस दर्ज हैं। गैंगस्टर अनिल दुजाना पर 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीनों पर कब्जा, और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में 62 मुकदमें दर्ज हैं। उस पर यूपी पुलिस ने रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया था। हाल ही में पुलिस की ओर से गौतमबुद्ध नगर में जो गैंगस्टर्स की लिस्ट सामने आई थी। उसमें इसका नाम भी शामिल था। दुजाना की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार रुपए का इनाम रखा था।

धरने पर बैठे पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, आगे की सुनवाई से इनकार, निचली अदालत जाने का निर्देश दिया

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सुप्रीम कोर्ट की ओर से धरने पर बैठी महिला पहलवानों को तगड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मामले में आगे की सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि पहलवानों की ओर से एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई थी। अब इस मामले में पुलिस दो एफआईआर दर्ज कर चुकी है, ऐसे में आगे की सुनवाई बंद की जाती है।

कोर्ट ने कहा- याचिका का उद्देश्य FIR को लेकर था जो दर्ज हो चुकी है

पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने मामले पर सुनवाई की। कोर्ट में दिल्ली पुलिस एफआईआर का स्टेटस बताना था। बृजभूषण की ओर से हरीश साल्वे दलीलें पेश कर रहे थे, जबकि दिल्ली पुलिस की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता दलीलें दे रहे थे। मामले पर हरीश साल्वे ने कहा कि ये पूरा मामला पॉलिटिकल है। कोई भी आदेश से पहले बृजभूषण का पक्ष सुना जाए। वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा सभी शिकायकर्ताओं को कोई खतरा नहीं है। हम शिकायत की जांच कर रहे हैं। हर चीज की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। पूरे मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है।

दिल्ली हाईकोर्ट जाने का निर्देश

पहलवानों के वकील ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि जो याचिका दायर की गई थी उसमें एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी और इसे दर्ज करने के साथ ही याचिका का उद्देश्य पूरा हो गया है। जजों की पीठ ने आगे और राहत के लिए याचिकाकर्ताओं को मजिस्ट्रेट से संपर्क करने या किसी भी अन्य शिकायत के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश होने की स्वतंत्रता दी।

गो फर्स्ट के यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी, अब 9 मई तक कैसिंल रहेगी फ्लाइट्स, डीजीसीए ने दिया रिफंड प्रक्रिया शुरू करने का आदेश

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गो-फर्स्ट एयरलाइंस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।एयरलाइंस गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है और इस पर आधिकारिक मुहर के लिए उसे एनसीएलटी के फैसले का इंतजार है। इस बीच कंपनी ने पहले अपनी सभी फ्लाइट्स 3 दिन यानी 3 से 5 मई तक के लिए कैंसिल की थी। अब इसकी तारीख बढ़कर 9 मई हो गई है। जिसने यात्रियों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है।इधर, लोगों की परेशानियों को देखते हुए एविएशन रेग्युलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी को कैंसिल फ्लाइट्स का पैसा रिफंड करने के लिए कहा है।

टिकटों की बिक्री पर 15 मई तक रोक

वित्तीय संकट झेल रही गो फर्स्ट ने अब 9 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी है। एयरलाइंस ने ट्विटर के माध्यम से ये जानकारी दी है।गो फर्स्ट ने बयान जारी कर कहा है कि ऑपरेशनल कारणों की वजह से उसने अपनी सभी फ्लाइट्स को 9 मई तक के लिए कैंसिल कर दिया है। वहीं डीजीसीए के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए कंपनी ने जानकारी दी है कि उसने 15 मई तक के लिए एयर टिकट की बुकिंग भी रोक दी है। इस बीच डीजीसीए के रिफंड के आदेश पर कंपनी का कहना है कि वह जल्द ही लोगों को पैसा लौटाने का काम करेगी।

डीजीसीए ने रिफंड को लेकर दिया निर्देश

इधर, डीजीसीए ने इससे पहले एयरलाइन को तीन मई से पांच मई तक के लिए उड़ानें रद्द करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस नोटिस का जवाब मिलने के बाद डीजीसीए ने कहा कि गो फर्स्ट की ओर से अचानक ही ऑपरेशन बंद किए जाने के बाद वह यात्रियों की समस्याओं को कम से कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने दिवालिया कार्रवाई के तहत सरकार से संकट से निकालने की भी मांग रख दी है। ऐसे में यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है। अब विमानन नियामक डीजीसीए ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया है। डीजीसीए ने कहा है कि गो फर्स्ट यात्रियों को रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दे।

एनसीएलटी के फैसले का इंतजार

बता दें कि कंपनी को ‘दिवालिया घोषित’ करने के लिए एनसीएलटी में किए गए आवेदन पर फैसला आने का इंतजार है। कंपनी को उम्मीद है कि अगर बुधवार को उसकी दिवाला याचिका को स्वीकार नहीं किया जाता है, तो एनसीएलटी से उसे पेमेंट इत्यादि करने के लिए अंतरिम रोक (मोरेटोरियम) की राहत मिल जाएगी। इस बीच कंपनी ने एनसीएलटी को सूचना दी है कि कंपनी समूह के बैंक अकाउंट फ्रीज हो गए हैं।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश, चिनाब नदी में गिरा, 3 लोग थे सवार

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। इसमें तीन लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट और एक कमांडिंग ऑफिस शामिल हैं। इस हादसे के बाद तीनों ही जवान पूरी तरह सुरक्षित हैं। रेस्क्यू के लिए टीमों को घटनास्थल पर रवाना कर दिया गया है। अभी तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। 

बताया जा रहा है कि जहां ये हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है, वो किश्तवाड़ का काफी दुर्गम इलाका है। यहां बीते दो-तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही थी। सेना के तीन अधिकारी हेलिकॉप्टर पर जा रहे थे, यहीं पर हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। हालांकि सेना की ओर से पता लगाया जा रहा है कि उनकी तबीयत कैसी है। इसके लिए रेस्क्यू की टीमों को रवाना कर दिया गया है। अभी तक उन अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

भारतीय सेना ने क्या बताया?

इस हादसे को लकेर सेना की ओर से बयान जारी कर दिया गया है। सेना ने अपने बयान में बताया, "4 मई को करीब 11 बजकर 15 बजे ऑपरेशनल मिशन पर निकले ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में मरुआ नदी के किनारे पर एहतियातन लैंडिंग की।  

इनपुट के मुताबिक, पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को तकनीकी खराबी की सूचना दी थी और एहतियाती लैंडिंग के लिए आगे बढ़े। उबड़-खाबड़ जमीन, अंडरग्रोथ और बिना तैयारी के लैंडिंग क्षेत्र के कारण, हेलिकॉप्टर ने स्पष्ट रूप से एक कठिन लैंडिंग की।

क्रेमलिन पर ड्रोन अटैक का बदला! यूक्रेन के कई बड़े शहरों में रूस का हमला तेज, खेरसन में 21 की मौत

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रूस-यूक्रेन के बीच पिछले 14 महीनों से जारी जंग जारी है।रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस क्रेमलिन पर हुए ड्रोन अटैक के बाद ये जंग और तेज होती दिख रही है।यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की कोशिश के आरोप लगाने के बाद रूस की सेना ने बुधवार को हमले तेज कर दिए।यूक्रेन की राजधानी कीव, खेरसॉन समेत कई शहरों में लगातार धमाकों की आवाज आ रही है।इस हमले में यूक्रेन के 21 लोगों की जान चली गई। वहीं 48 लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए है।

यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र पर रूसी हमलों में बुधवार को 21 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। यह हमले खेरसान शहर और आसपास के गांवों में किए गए।खेरसान के अधिकारियों ने कहा, ‘3 मई की सुबह, रूसी सैनिकों ने खेरसॉन शहर और क्षेत्र की बस्तियों पर बड़े पैमाने पर गोलाबारी शुरू की।जानकारी दी कि मृतकों में से 12 शहर में और अन्य आसपास के गांवों में मारे गए।

इस बीच गुरुवार सुबह से कीव, जापोरिज्जिया और ओडेसा में धमाकों की आवाज़ सुनी गई है। सुबह के शुरुआती घंटों में कीव और अन्य शहरों में लगातार कई धमाकों की आवाज सुनी गई। जानकारी के मुताबिक यूक्रेन के अंदर और बाहर रूसी सैनिक अलर्ट मोड में है और कई शहरों ताबड़तोड़ हमले कर रही है। ओडेसा की मिलिट्री अकेडमी के पास आग लगने की खबर है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कही ये बात

रूसी हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि हमले में एक रेलवे स्टेशन, रेलवे क्रॉसिंग, घर, हार्डवेयर स्टोर, सुपरमार्केट और एक गैस स्टेशन बुरी तरह से ध्वस्त हो गया। जेलेंस्की ने इन हमलों से तबाह एक सुपरमार्केट की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की। उन्होंने ट्वटिर पर लिखा, ‘दुनिया को यह देखने और जानने की जरूरत है। एक रेलवे स्टेशन और एक क्रॉसिंग, एक घर, एक हार्डवेयर स्टोर, एक किराना सुपरमार्केट, एक गैस स्टेशन - क्या आप जानते हैं कि इन जगहों को आपस में क्या जोड़ता है? एक खूनी निशान... जो रूस अपने बमबारी के साथ छोड़ता है, वह खेरसान और खेरसान क्षेत्र में नागरिकों की हत्या करता है।

नवंबर में रूस ने सैनिकों को खेरसॉन से पीछे हटा लिया था

बता दें कि खेरसॉन पर पिछले साल हमले के शुरुआती दिनों में ही रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया था और फिर यह शहर नवंबर 2022 तक रूसी कब्जे में रहा। पिछले साल नवंबर को रूसी सेना ने अपने सैनिकों को खेरसॉन शहर से पीछे हटा लिया था। खेरसॉन शहर दक्षिणी यूक्रेन के बॉर्डर पर मौजूद है।

एससीओ बैठक के लिए आज भारत आ रहे बिलावल भुट्टो जरदारी, जयशंकर से मुलाकात पर सस्पेंस बरकरार

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भारत की मेजबानी में आज से गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक की शुरुआत हो रही है। बैठक में शामिल सदस्य देश इस सम्मेलन में क्षेत्रीय चुनौतियों और राजनीतिक उथल-पुथल पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आ रहे हैं।पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारतीय जमीन पर करीब 24 घंटे रुकेंगे। करीब 12 बरस बाद पाकिस्तान का कोई विदेश मंत्री भारत में होगा।

बैठक में शरीक होने के लिए पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का गल्फ-स्ट्रीम चार्टेड विमान गोवा हवाई अड्डे पर 4 मई को शाम करीब 4 बजे तक पहुंच जाएगा। उसी शाम को एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों का एक रात्रिभोज भी आयोजित किया गया है।पाकिस्तान के विदेश मंत्री के भारत दौरे पर न केवल दोनों देशों के बीच सीमा-पार प्रायोजित आतंकवाद के पुराने विवादों का साया दिखाई देगा बल्कि चंद माह पहले पीएम मोदी को लेकर दिए बिलावल भुट्टो के आपत्तिजनक बयान की खटास का भी असर होगा।

बिलावल की इस यात्रा को ज्यादा तवज्जो नहीं

मीडिया में इस बात की भी चर्चा है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री की इस यात्रा को भारत कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। भारतीय विदेश मंत्री जहां एससीओ बैठक से इतर रूस, चीन एवं एससीओ के अन्य विदेश मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं, वहीं बिलावल के साथ उनकी मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।

2016 में सरताज अजीज भारत आए थे

बीते सात सालों में यह पहला मौका है जब बहुपक्षीय बैठक के लिए पाकिस्तान के किसी विदेश मंत्री की भारत यात्रा हो रही है। इससे पहले 2016 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री सरताज अजीज 'हर्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आए थे। बिलावल भुट्टो की भारत यात्रा को लकर मीडिया में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कई लोग भुट्टो की इस यात्रा को भारत-पाकिस्तान रिश्तों में एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि भारत से संबंध सुधारने के लिए भुट्टो को अपनी इस यात्रा का इस्तेमाल एक अवसर के रूप में किया जाना चाहिए।

एस जयंशकर ने लिया तैयारियों का जायजा

'एससीओ विदेश मंत्री सम्मेलन 2023' की तैयारियों का जायजा लेने एस जयशंकर खुद बुधवार को गोवा पहुंचे। समरकंद सम्मेलन 2022 के बाद भारत ने एससीओ की अध्यक्षता ली थी। वह विदेश मंत्रियों सहित एससीओ की कई बैठकों व सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। शिरकत के लिए पाकिस्तान, चीन व रूस सहित सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है, सभी ने भागीदारी की रजामंदी दी है।

बता दें कि साल 2001 में एससीओ की स्थापना हुई थी। एससीओ में चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत इस वर्ष के लिए समूह की अध्यक्षता कर रहा है। भारत और पाकिस्तान 2017 में चीन में स्थित एससीओ के स्थायी सदस्य बने थे। समझा जाता है कि इस बैठक में आतंकवाद की चुनौतियों के अलावा यूक्रेन युद्ध के प्रभावों पर भी चर्चा हो सकती है।

दिल्ली-एनसीआर में मई में आई दिसंबर की याद, कई हिस्सों में छाया कोहरा, बारिश के बाद मौसम हुआ कूल-कूल

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मई का महीना जब देश का अधिकांश राज्य जल रहा होता है। आसमान आग उगलती है और धरती तवे के समान तपती है। हालांकि, इस साल मई का महीना दिसंबर की याद दिला रहा है।देश की राजधानी दिल्ली और यूपी समेत कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश ने मई में ठंड का अहसास करा दिया है। यही नहीं, सुबह-सुबह दिल्ली में घना कोहरा छाया रहा।बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली एनसीआर में छाए घने कोहरे ने हर किसी को हैरान कर दिया।

कई हिस्सों में कोहरे की चादर

मौसम विभाग के मुताबिक सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर सिर्फ महज 100 मीटर रह गया। सुबह साढ़े आठ बजे भी यह सुधर कर केवल 300 मीटर तक ही पहुंचा। इसी तरह पालम एयरपोर्ट पर भी दृश्यता का स्तर एक हजार से 1800 मीटर तक ही दर्ज हुआ। आलम यह रहा कि सड़कों पर आवागमन में भी लोगों को परेशानी हुई। हालांकि धूप निकलने के बाद कोहरे का असर काफी कम हो गया। मौसम विज्ञानियों ने वर्षा के कारण वातावरण में मौजूद नमी को इसकी मुख्य वजह बताया है। 

अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज

सफदरजंग वेधशाला ने लगातार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में रुक-रुक कर बारिश होने और बादल छाए रहने के कारण पिछले तीन दिन में अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया।दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और सोमवार को यह गिरकर 26.2 डिग्री सेल्सियस हो गया, जिससे यह 13 साल में महीने का दूसरा सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया. शहर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मई में बारि भी बनाएगी रिकॉर्ड

मौसम विभाग के अनुसार मई के पहले दिन ही एक पश्चिमी विक्षोभ ने दस्तक दे दी थी, जिसके कारण के कारण सोमवार और बुधवार को जमकर बारिश हुई। बताया जा रहा है कि हर बार मई में जो बारिश का आंकड़ा है, इस बार उसको मात्र तीन दिन में पार कर दिया है। मई में अमूमन 30.7 मिमी बारिश होती है, लेकिन अब तक (तीन दिन में ही) 35.7 मिमी बारिश हो चुकी है। एक मई को औसतन 14.8 मिमी बारिश हुई थी, जबकि बुधवार को शाम साढ़े पांच बजे तक 20.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि अभी बारिश होती रहेगी। इसलिए नए रिकॉर्ड भी बन सकते हैं। वहीं बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट हो रही है। अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री कम दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में आज सुबह कोहरे की मोटी परत छाई रही।

”मेरा राज्य मणिपुर जल रहा है” जाने मुक्केबाज मैरी कॉम ने क्यों किया ऐसा ट्वीट?

#manipur_violence_8_districts_internet_service_closed_for_5_days

मणिपुर आक्रोश की आग में जल रहा है।हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद राज्य में तनाव बढ़ गया है। अनुसूचित जनजाति के दर्जे पर अदालती आदेश को लेकर आदिवासी समूह विरोध पर उतर आए हैं, जिसके बाद राज्य में हिंसा फैसल गई है। मैतेई समुदाय को एसटी में शामिल करने की मांग के खिलाफ जनजातीय समूहों द्वारा बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके चलते 8 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया गया है।

मैरीकॉम की अपील

महिला मुक्केबाज चैंपियन मैरीकॉम ने मणिपुर हिंसा के बीच पीएम से अपील की है। इसको लेकर मैरीकॉम ने ट्वीट किया है। जिसमे लिखा है मेरा राज्य मणिपुर जल रहा है। कृपया इसे बचाने के लिए मदद कीजिए। मैरीकॉम ने अपने इस ट्वीट में पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी टैग किया है।

राज्य में पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद

मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च' में हिंसा भड़क गई थी। 'ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर' (एटीएसयूएम) ने कहा कि मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है।मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन की तरफ से बुलाए गए आदिवासी एकता मार्च में हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान चुराचांदपुर में तनाव के बीच भीड़ ने घरों में तोड़फोड़ की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रैली में हजारों आंदलोनकारियों ने हिस्सा लिया था और इस दौरान तोरबंग इलाके में आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच हिंसा शुरू हो गई। इस बीच हिंसा को भड़कने से रोकने के लिए सरकार ने राज्य में पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। चंद्रचूड़पुर जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है।  

मणिपुर में हिंसा को नियंत्रित करने के फ्लैग मार्च

मणिपुर हिंसा के बीच धरने को नियंत्रण में रखने के लिए फ्लैग मार्च किया जा रहा है। राज्य के चुराचांदपुर, इंफाल, केपीआई के इलाकों में हिंसा भड़क उठी थी। जिसके बाद 3 और 4 मई की रात सेना और असम राइफल्स की मांग की गई थी। राज्य पुलिस के साथ सेना/असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने रात में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कमर कसी। जिसके बाद सुबह तक हिंसा पर काबू पा लिया गया। इस दौरान कई स्थानों पर करीब 4000 ग्रामीणों को राज्य सरकार के परिसरों में आश्रय दिया गया है। ग्रामीणों को हिंसा वाले स्थानों से दूर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम प्रगति पर है।

बता दें कि बीती 19 अप्रैल को मणिपुर हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि सरकार को मैती समुदाय को जनजातीय वर्ग में शामिल करने पर विचार करना चाहिए और हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को इसके लिए चार हफ्ते का समय दिया है। फैसले के विरोध में मणिपुर के बिशनुपुर और चंद्रचूड़पुर जिलों में हिंसा हुई है।

बजरंग पूनिया ने अमित शाह को लिखा लेटर, जानें क्या है पूरा मामला

#bajrang_punia_writes_to_amit_shah

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की पुलिस के साथ कथित हाथापाई की खबर सामने आई है। इस बीच पहलवान बजरंगपूनिया ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।पत्र में देर रात हुई घटना का पूरा ब्योरा देते हुए खिलाड़ियों ने गृह मंत्री के सामने अपनी 4 मांगे रखी हैं। इनमें जरूरी सामान की लिस्ट भी है। खिलाड़ियों ने पत्र में दिल्ली पुलिस पर खिलाड़ियों पर हमला करने और उनके साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया है। इस चिठ्ठी पर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के हस्ताक्षर हैं।

बजरंग पूनिया ने कहा- एसीपी ने 100 पुलिसकर्मियों के साथ हमला बोला

अमित शाह को लिखे पत्र में पूनिया ने मांग की है कि आंदोलन कर रहे खिलाड़ियों की मांग का समाधान किया जाए। पूनिया ने अपने पत्र में लिखा है कि 3 मई की रात को दिल्ली पुलिस ने हमारे साथ धक्कामुक्की की है। चिठ्ठी में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने 100 पुलिसकर्मियों के साथ हमला बोल दिया। इसमें दो लोगों दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फट गए। दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही रेसलर्स ने कुछ जरूरी सामानों की लिस्ट गृह मंत्री अमित शाह को दी है और इसे धरनास्थल पर लाने की इजाजत मांगी है। इनमें वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, पलंग, साउंड सिस्टम, गद्दे और कुश्ती मैट और जिम का सामान शामिल है।

महिला पहलवानों के साथ बदसलूकी का आरोप

तीन खिलाड़ियों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा है कि 'हम ओलंपियन 11 दिनों से अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। 3 मई की रात लगभग 11 बजे जब हम अपने रात्रि विश्राम की व्यवस्था कर रहे थे तो दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने 100 पुलिस वालों के साथ हम हमला कर दिया, जिसमें दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर फोड़े गए। चिठ्ठी में आगे कहा गया कि अधिकारी ने विनेश फोगाट को गंदी गालियां दीं। साक्षी मलिक और संगीता फोगाट को पुरुष अधिकारियों ने धक्के मारे।

जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प, बेड को लेकर हुआ विवाद

#clash_between_wrestlers_and_police_at_jantar_mantar

दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने का आज 12वां दिन है। धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस के बीच बुधवार देर रात झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि बेड को लेकर पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हो गई। इसमें कुछ पहलवानों को चोटें भी आई हैं।झड़प में बबीता फोगाट और गीता फोगाट के छोटे भाई दुष्यंत फोगाट का सिर फूटने की खबर आ रही है। गीता फोगाट ने ट्वीट करके कहा कि उनके छोटे भाई का सिर फोड़ दिया गया है।

दरअसल जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट सहित कई स्टार पहलवान पिछले काफी दिनों से धरने पर बैठे हैं। मामला फोल्डिंग बेड को लेकर शुरू हुआ था। बारिश के कारण पहलवान जहां पर धरना दे रहे थे, वहां पर पानी भर गया। ऐसे में फोल्डिंग बेड लाया गया। पहलवान बेड लेने जा रहे थे तो पुलिस में उन्हें रोक दिया, जिस पर साक्षी, बजरंग सहित कई स्टार पुलिस से बहस करने लगे। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई।पुलिस ने सोमनाथ भारती समेत कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। झड़प के दौरान महिला रेसलर विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत का सिर फट गया। एक और रेसलर राहुल भी घायल हुआ है। 

दिल्ली पुलिस ने कहा

दिल्ली पुलिस के DCP प्रणव तयाल ने अपने बयान में कहा- आप नेता सोमनाथ भारती बिना इजाजत बेड लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए। हमने बीच-बचाव किया तो पहलवानों के समर्थक आक्रामक हो गए और ट्रक से बेड निकालने की कोशिश करने लगे। इसके बाद एक मामूली विवाद हुआ। जिसमें दो लोगों के साथ सोमनाथ भारती को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल जंतर-मंतर पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है।

 

किसी भी खिलाड़ी को देश के लिए मेडल नहीं जीतना चाहिए-विनेश

हंगामे के कुछ देर बाद रेसलर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। झड़प के बाद विनेश और साक्षी जैसी मेडल जीतने वाली रेसलर्स रोने लगीं। विनेश फोगाट दिल्ली पुलिस के साथ हुए विवाद के बाद रो पड़ीं। देर रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विनेश ने कहा, पुलिसकर्मियों ने उनके भाई पर हमला किया। एक अस्पताल में है, जबकि दूसरा घायल पहलवान जमीन पर गिरकर बेहोश हो गया। विनेश ने रोते हुए कहा, जब हमने देश के लिए मेडल जीते थे तब कभी नहीं सोचा था कि एक दिन हमें भी यह दिन देखना पड़ेगा। मैं तो कहुंगी की देश के किसी भी खिलाड़ी को देश के लिए मेडल नहीं जीतना चाहिए।

हम अपने मेडल्स भारत सरकार को लौटा देंगे-बजरंग

बजरंग पूनिया ने कहा कि हम अपने मेडल्स भारत सरकार को लौटा देंगे। बजरंग पूनिया ने पुलिस वालों पर बदतमीजी करने का भी आरोप लगाया। बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कहा कि अब यह लड़ाई लंबी चलेगी।