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May 03 2023, 16:24

सूडान में जारी संघर्ष में 550 की मौत जबकि घायलों की संख्या 4,926 हुई, आरएसएफ ने एसएएफ पर मानवीय संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाया


सूडान में जारी संघर्ष में मरने वालों की संख्या 550 हुई

सूडानी सशस्त्र बल (SAF) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच जारी सशस्त्र संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 550 से ज्यादा हो गई है। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सूडानी प्रांतों के सभी अस्पतालों में कुल 550 लोगों की मौत दर्ज की गई है जबकि घायलों की संख्या 4,926 है। उसने बताया कि खार्तूम और सेंट्रल दारफुर को छोड़कर सभी राज्यों में स्थिति शांत थी।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 72 घंटे के छठे युद्धविराम के बावजूद राजधानी खार्तूम और ओमदुरमन के विभिन्न क्षेत्रों में एसएएफ और आरएसएफ के बीच रुक-रुक कर संघर्ष जारी रहा।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि एसएएफ ने ओमदुरमन के पश्चिम में बहरी (उत्तरी खार्तूम) में आरएसएफ के ठिकानों पर और केंद्रीय खार्तूम में सेना के जनरल कमांड के आसपास तेज हवाई हमले किए।

इस बीच आरएसएफ ने एसएएफ पर मानवीय संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाया।

आरएसएफ ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह एसएएफ सैन्य विमान को मार गिराने में कामयाब रहा, लेकिन दावे पर प्रतिक्रिया के लिए एसएएफ प्रवक्ता के कार्यालय से संपर्क नहीं हो सका।

खार्तूम और अन्य क्षेत्रों में एसएएफ और आरएसएफ के बीच लड़ाई 15 अप्रैल को शुरू हुई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर संघर्ष शुरू करने का आरोप लगाया जिसने देश को मानवीय संकट में धकेल दिया है।

संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, हजारों सूडानी नागरिक विस्थापित हो गए हैं या मिस्र, इथियोपिया और चाड सहित सूडान और पड़ोसी देशों में सुरक्षित क्षेत्रों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।

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May 03 2023, 16:22

बदरी-केदार धाम में डिजिटल दान का रहस्य गहराया, सामने आया मंदिर समिति के कर्मचारी का नाम


उत्तराखंड के बदरी-केदार धाम में डिजिटल दान लेने का रहस्य गहराता जा रहा है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष का दावा है कि पेटीएम ने उनकी अनुमति लिए बिना दोनों धामों के परिसर में क्यूआर कोड लगाए हैं।

जबकि, समिति के मुख्य कार्याधिकारी का कहना है कि इसको लेकर पांच साल पहले पेटीएम के साथ समिति का अनुबंध हुआ था, लेकिन पेटीएम ने क्यूआर कोड लगाने के लिए सक्षम स्तर पर अनुमति नहीं ली।

समिति के एक कर्मचारी का है बैंक खाता

यह बात भी सामने आ रही है कि क्यूआर कोड से जो बैंक खाता जुड़ा है, वह समिति के एक कर्मचारी का है। जो समिति के वरिष्ठ अधिकारी का स्टेनो है। हालांकि, इस बारे में समिति के पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। समिति के अध्यक्ष और मुख्य कार्याधिकारी मामले की विस्तृत जांच कराने की बात कह रहे हैं।

बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के मुख्य परिसर में कपाट खोलने वाले दिन डिजिटल दान के लिए पेटीएम के क्यूआर कोड लगे पाए गए थे, जिन्हें मंदिर समिति ने उसी दिन हटवा दिया। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद यह मामला चर्चा में आ गया।

इसके बाद रविवार को बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा था कि समिति ने कहीं पर भी ऐसे क्यूआर कोड नहीं लगवाए। साथ ही दोनों धाम में इस प्रकरण की जांच के लिए पुलिस को तहरीर दी गई। इस पर बदरीनाथ चौकी में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जबकि केदारनाथ चौकी में दी गई तहरीर की अभी जांच की जा रही है।

इस बीच सोमवार को प्रकरण ने नया मोड़ ले लिया। रुद्रप्रयाग जिले की एसपी विशाखा अशोक भदाणे के अनुसार, पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि वर्ष 2018 में बीकेटीसी और पेटीएम के बीच क्यूआर कोड लगाने को लेकर एमओयू हुआ था। उधर, चमोली जिले के एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पेटीएम के क्यूआर कोड से जो बैंक खाता जुड़ा है, वह मंदिर समिति के एक कर्मचारी का है। हालांकि, समिति इसकी पुष्टि नहीं कर रही।

इधर, मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह का कहना है कि क्यूआर कोड लगाने को लेकर पेटीएम ने समिति के पदाधिकारियों से अनुमति नहीं ली। इस बारे में समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि पेटीएम ने उनसे या मुख्य कार्याधिकारी से क्यूआर कोड लगाने के बारे में कोई बात नहीं की। उनका कहना है कि ऐसा किस स्तर से हुआ, इसकी जांच कराई जा रही है।

क्यूआर कोड से आया 70 लाख का दान

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पेटीएम के क्यूआर कोड के माध्यम से मंदिर समिति को अब तक 70 लाख रुपये से अधिक का दान प्राप्त हो चुका है। इस बारे में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसके संबंध में पेटीएम से विस्तृत ब्योरा मांगा गया है।

बदरी-केदार धाम के परिसर में डिजिटल दान के लिए क्यूआर कोड पेटीएम की तरफ से लगाए गए थे। लेकिन, इसके लिए पेटीएम ने मुझसे कोई अनुमति नहीं ली। मालूम हुआ है कि निचले स्तर पर कर्मचारियों से बात कर पेटीएम ने क्यूआर कोड लगा दिए। इस प्रकरण की विस्तृत जांच कराई जा रही है। जल्द ही सब साफ हो जाएगा।

पेटीएम और मंदिर समिति के बीच बदरी-केदार धाम में क्यूआर कोड लगाने के लिए वर्ष 2018 में एमओयू हुआ था। इसकी जानकारी मुझे नहीं थी। फिर भी क्यूआर कोड लगाने से पहले मंदिर समिति की सहमति ली जानी जरूरी है। लापरवाही की जांच की जा रही है। इसमें मंदिर समिति का कोई कर्मचारी शामिल है तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। क्यूआर कोड के माध्यम से मंदिर समिति के खाते में कितना दान आया और उसका आहरण व वितरण किस ढंग से किया गया। इन सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है।

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May 03 2023, 16:17

बेटे की डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए उत्तराखंड के देहरादून पहुंचा बिहार का बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन, आज होगी शादी


जेल से बाहर निकलने के बाद बिहार का बाहुबली व पूर्व सांसद आनंद मोहन बेटे की डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए राजधानी देहरादून पहुंचा है। वह पिछले तीन दिनों से दून में है। बीते दिनों उसने अपने बेटे के साथ जाकर कई नामचीन हस्तियों को शादी का निमंत्रण दिया। इनमें कुछ सत्ता और विपक्ष की राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हैं। आज (बुधवार) बाहुबली के बेटे की शादी है। इस शादी को लेकर शहर में काफी चर्चाएं हैं।

बता दें कि बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद ने वर्ष 1994 में गोपालगंज के जिलाधिकारी की हत्या की थी। इस हत्या के दोष में उसे उम्रकैद की सजा हुई। लेकिन, 13 साल जेल में बिताने के बाद ही वह बाहर आ गया। जेल से बाहर आते ही आनंद मोहन अपने बेटे चेतन आनंद की शादी की तैयारियों में जुट गया।

राजपुर के फर्म हाउस में होगी शादी

शुरुआत में डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए शहर के कई फार्म हाउस और रिजॉर्ट के नाम सामने आ रहे थे। लेकिन, विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक शादी का आयोजन राजपुर क्षेत्र के एक फार्म हाउस में किया जा रहा है। इसके लिए बिहार की कई बड़ी हस्तियां और आनंद मोहन के करीबी देहरादून के विभिन्न होटलों में ठहरे हुए हैं।

मंगलवार को दिन में इंटरनेट पर कुछ खबरिया वेबसाइटों पर आयोजन स्थल बदलने की बात भी कही जा रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा था कि आनंद मोहन ने आयोजन के लिए अब जयपुर को चुना है। लेकिन, विश्वसनीय सूत्रों ने मंगलवार शाम को ही इस बात की पुष्टि की है कि आयोजन स्थल देहरादून के राजपुर क्षेत्र का फार्म हाउस ही है।

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May 03 2023, 16:08

पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचीं पीटी उषा, पहले बताया था अनुशासनहीन

#ioachiefptushameetprotestingwrestlersatjantar_mantar

पिछले 11 दिनों से पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद, भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पीटी उषा ने आज धरना स्थल पहुंचीं।पीटी उषा ने बुधवार को आंदोलनरत पहलवानों से मुलाकात कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

पीटी उषा ने दिया न्याय दिलाने का आश्वासन

बजरंग पूनिया ने बताया कि पीटी उषा ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से कहा कि वह हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगी। वह पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। बजरंग पूनिया के मुताबिक उन्होंने कहा कि वह पहलवानों की समस्या पर गौर करेंगी और जल्द से जल्द इसका समाधान करेंगी। बजरंग ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के जेल जाने तक हम यहीं जंतर-मंतर पर रहेंगे। 

पहलवानों ने जताया था रोष

उषा के दौरे से एक दिन पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मामले की जांच में देरी को लेकर रोष जताया था। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि पूर्व महान खिलाड़ी पीटी उषा और उसके एथलीट आयोग (एसी) की चेयरपर्सन एमसी मैरी कॉम जो एक बॉक्सिंग आइकन हैं ने उन्हें एक तरह से अकेला छोड़ दिया है।

पीटी उषा ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बताया था अनुशासनहीन

पीटी उषा ने पिछले हफ्ते कहा था कि पहलवानों को अधिक अनुशासन दिखाना चाहिए था। पीटी उषा ने कहा था, ‘खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध नहीं करना चाहिए था। उन्हें कम से कम समिति की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था। उन्होंने जो किया है वह खेल और देश के लिए अच्छा नहीं है। यह एक नकारात्मक दृष्टिकोण है।

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May 03 2023, 15:22

आप सांसद संजय सिंह का दावा-शराब घोटाला मामले में ईडी ने गलती से जोड़ा नाम, खत लिखकर मांगी माफी, केजरीवाल ने उठाए सवाल

#aapmpsanjaysinghsaidedincludinghisnameonchargesheetby_mistake

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ईडी की नोटिस को लेकर बड़ा दावा किया है।सांसद संजय सिंह ने दावा किया है कि दिल्ली आबकारी मामले में ईडी ने चार्जशीट में गलती से उनका नाम शामिल कर लिया था।आप नेता की माने तो ईडी ने स्वीकार किया है कि शराब घोटाले की चार्जशीट में उनका नाम गलती से शामिल हो गया और इसके लिए एजेंसी ने खेद जताया है।

संजय सिंह ने दावा किया कि ईडी ने उन्हें खत लिखकर खेद जताया और कहा है कि शराब घोटाले की चार्जशीट में उनका नाम गलती से जुड़ गया था।आप नेता संजय सिंह ने इससे पहले वित्त सचिव को एक खत लिखकर ईडी के निदेशक और एक अन्य अधिकारी के खिलाफ केस करने की अनुमति मांगी थी

केजरीवाल ने पीएम को घेरा

इस मामले को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम पर निशाना साधा है। दिल्ली आबकारी मामले पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, क्या किसी का नाम चार्जशीट में गलती से भी डाला जाता है? इस से साफ है कि यह पूरा केस ही फर्जी है।सिर्फ गंदी राजनीति के लिए देश की सबसे ईमानदार पार्टी को बदनाम करने की कोशिश है। सबसे तेजी से बढ़ने वाली पार्टी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री जी ऐसा कर रहे हैं और यह उन्हें शोभा नहीं देता।

सप्लीमेंट्री चार्जशीट में संजय सिंह और राघव चड्ढा का नाम

दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले पर अपनी तीसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आप नेताओं संजय सिंह और राघव चड्ढा के नामों का जिक्र किया था। दोनों नेता राज्यसभा सदस्य हैं।चार्जशीट में सिर्फ उनके नाम का जिक्र है, उन्हें मामले में आरोपी के तौर पर नहीं दिखाया गया। सप्लीमेंट्री चार्जशीट हाल ही में राउज एवेन्यू डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर की गई थी।

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May 03 2023, 14:16

शरद पवार के इस्तीफे के बाद एनसीपी में भूचाल, जितेंद्र आव्हाड सहित कई ने दिया इस्तीफा

#jitendra_awhad_resigned_from_ncp

शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद से महाराष्ट्र की सियासतमें भूचाल आ गया है।शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद एनसीपी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। खबर आई है कि एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाड ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव का पद छोड़ दिया है। बता दें कि शरद पवार के इस्तीफे से कई नेता खुश नहीं हैं और कोशिश की जा रही है कि शरद पवार को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाया जाए। बताया जा रहा है जल्द ही पार्टी के कई अन्य नेता भी अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र आव्हाण ने अपने इस्तीफे के बाद मीडिया से बात की।जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मेरे साथ ठाणे शहर के जितने भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी है उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।सभी ने अपना इस्तीफा जयंत पाटिल को भेजा है।आव्हाड ने अपने इस्तीफे के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि शरद पवार का इस तरीके से इस्तीफा देना हममें कतई मंजूर नहीं है। जब तक पवार साहब अपने इस्तीफे को वापस नहीं लेते तब तक हम भी अपने इस्तीफे को वापस नहीं लेंगे।

इस दौरान उन्होंने साफ साफ तो कुछ नहीं कहा, लेकिन इशारों में उन्होंने बड़ा संदेश देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है कि सुप्रिया सुले को अध्यक्ष बनाया जा रहा है। इस तरह की चर्चा का अब कोई अर्थ भी नहीं है। वहीं अजित पवार के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी भी कोई खबर नहीं है कि कौन क्या कर रहा है। इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है।

बता दें कि शरद पवार के एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर अस्पष्टता बनी हुई है। एनसीपी के नए अध्यक्ष पद के लिए पवार के भतीजे अजित पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले का नाम सामने आ रहा है। हालांकि अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है।उधर मुंबई के यशवंत राव ऑडिटोरियम में एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक चल रही है, जिसमें अजित पवार, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।

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May 03 2023, 13:51

कर्नाटक विधानसभा चुनावःपीएम मोदी ने रैली में लगाया बजरंगबली का जयकारा, कांग्रेस को जमकर लताड़ा

#pmmodiattacked_congress

कर्नाटक विधानसभा का चुनाव प्रचार अपने आखिरी पड़ाव पर है. चुनाव के लिए अगले हफ्ते वोटिंग होनी है, ऐसे में वहां पर फुल स्पीड में चुनावी प्रचार किया जा रहा है।पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा समेत तमाम बड़े नेता लगातार कर्नाटक में रैलियां कर माहौल बना रहे हैं। इसी बीच, मोदी ने बुधवार को कर्नाटक में रैलियां की।पीएम नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को अपनी चुनावी रैली में ‘जय बजरंग बली’ कहकर भाषण की शुरुआत की।बता दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र दारी हो के बाद राज्य के चुनाव प्रचार में ‘बजरंग बली’ चुनावी मुद्दा बनते जा रहे हैं।

‘बजरंग बली’ बने चुनावी मुद्दा

कर्नाटक के मुदबिदरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय और बजरंग बली की जय के साथ की। मोदी ने कहा कि मैं शान्ति और सद्भावना का सन्देश देने वाले सभी मठों, तीर्थंकरों और संतों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। आज जिस 'सबका साथ और सबका विकास' का मंत्र लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं उसमें सभी संतों की ही प्रेरणा है।

दरअसल ये पूरा मुद्दा कांग्रेस के घोषणा पत्र से शुरू हुआ था। कर्नाटक के लिए अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों और नफरत फैलाने वाले लोगों को खिलाफ रोक लगाने का वादा किया है। इस पर बीजेपी इस पूरे मामले को हनुमानजी से जोड़ दिया और कांग्रेस पर हमलावर है।

बांटो और राज करो की राजनीति करती है कांग्रेस

कांग्रेस पर जमकर सियासी तीर छोड़ते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश में जहां भी लोग शान्ति और प्रगति चाहते हैं वो सबसे पहले अपने राज्य से कांग्रेस को बाहर कर देते हैं। अगर समाज में शान्ति है तो कांग्रेस शांत नहीं बैठ पाती, अगर देश प्रगति करता है तो कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं कर पाती। कांग्रेस की पूरी राजनीति बांटो और राज करो पर आधारित है। कर्नाटक के लोगों ने खुद कांग्रेस का ये खौफनाक चेहरा देखा है। पूरा देश हमारे सैनिकों का आदर करता है, उनका सम्मान करता है जबकि कांग्रेस हमारी सेना का अपमान करती है, हमारे सैनिकों का अपमान करती है। आज पूरी दुनिया भारत में डेमोक्रेसी और डेवलपमेंट को देख कर उसे सम्मान दे रही है लेकिन रिवर्स गियर कांग्रेस दुनिया भर में घूम-घूम कर देश को बदनाम कर रही है।

पहली बार वोट देने वाले युवाओं से खास अपील

पीएम मोदी ने इसके साथ ही पहली बार वोट देने वाले युवाओं से खास अपील करते हुए कहा, ‘जो जीवन में पहली बार वोट देने जा रहे हैं वो कर्नाटक का भविष्य तय करने जा रहे हैं। पहली बार वोट देने जाने वाले मेरे बेटे-बेटियों आपको अगर अपना करियर बनाना है, अपने मन का काम करना है तो यह कांग्रेस के रहते संभव नहीं होगा। कर्नाटक में अगर अस्थिरता रही तो आपका भाग्य भी अस्थिर रहेगा।

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May 03 2023, 12:12

नए एनसीपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए बैठक शुरू, शरद पवार ने कहा-

#newncppresidentmaharashtrapolitics

शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई हुई है। अब सभी की नजरें एनसीपी के नए अध्यक्ष के नाम के एलान पर टिकी हैं। एनसीपी का नया अध्यक्ष कौन होगा? शरद पवार के इस्तीफे के बाद यह लाख टके का सवाल है। इस बीच नए अध्यक्ष पर मंथन के लिए मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में एनसीपी की बैठक हो रही है। इस बैठक में शरद पवार, अजित पवार, सुप्रिया सुले समेत सभी बड़े नेता मौजूद हैं। इस बैठक में आज एनसीपी को एक नया अध्यक्ष मिल सकता है।

नए अध्यक्ष चुनने वाली कमेटी में ये लोग

शरद पवार ने अपने इस्तीफे के बाद एलान किया था कि एक कमेटी नए अध्यक्ष का चुनाव करेगी। अब एनसीपी की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं। इस कमेटी में जिन नेताओं को शामिल किया गया है, उनमें प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड़, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़, फौजिया खान, धीरज शर्मा, सोनिया दुहान जैसे नेताओं का नाम शामिल है।

सुप्रिया सुले एनसीपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकती हैं

फ़िलहाल यह चर्चा महाराष्ट्र में शुरू है कि सुप्रिया सुले एनसीपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकती हैं। एनसीपी की राष्ट्रीय राजनीति में सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल काम कर रहे हैं। प्रफुल्ल पटेल वर्तमान में पार्टी उपाध्यक्ष के पद पर हैं। महाराष्ट्र के साथ-साथ केरल, नागालैंड, लक्षद्वीप, झारखंड, मध्य प्रदेश में एनसीपी कुछ हद तक काम कर रही है। उसके चलते चर्चा है कि पार्टी किसी ऐसे नेता को सौंपी जाएगी जो राष्ट्रीय राजनीति में काम कर रहा हो। सांसद सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल का नाम सबसे आगे है। हालांकि अजीत पवार की भूमिका को लेकर भी चर्चा है।

अजीत पवार बन सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष

वहीं ये चर्चा है कि अजीत पवार को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है।अजीत पवार ने दो दिन पहले पुणे में कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत की थी। पुणे में पत्रकारों ने अजीत पवार से पूछा कि उन्होंने कर्नाटक में प्रचार क्यों किया? इस बारे में बात करते हुए, मैं वहां स्टार प्रचारक नहीं हूं, मैं अपना महाराष्ट्र नहीं छोड़ूंगा, मैंने छह महीने के लिए दिल्ली का दौरा किया, मुझे दिल्ली पसंद नहीं आई। अजित पवार ने बयान दिया था कि मुझे हमारा महाराष्ट्र और महाराष्ट्र की जनता पसंद है। इसलिए ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि महाराष्ट्र में एनसीपी की जिम्मेदारी अजित पवार के पास होगी।

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May 03 2023, 11:47

इस दिन आएगा साल का पहला साइक्लोन 'मोचा', आईएमडी ने जारी की चेतावनी, इन राज्यों में होगा असर

#first_cyclone_2023_mocha

मई का महीना शुरू हो गया है, इसके साथ ही चक्रवात के आमद की आशंका जताई जाने लगी है। देश में साल 2023 का पहला साइक्लोन आने वाला है। इस चक्रवाती तूफान को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 6 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने की संभावना है। अगले 48 घंटों के दौरान इस चक्रवात के बनने पर तूफान के साथ भारी बारिश की संभावनाएं हैं।

पूर्वानुमान लगाया गया है कि मई के दूसरे सप्ताह में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने के आसार हैं। यदि यह चक्रवात सक्रिय होता है तो यह 'मोचा' नाम से जाना जाएगा।वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि कम दबाव के चक्रवाती तूफान का रूप लेने की प्रबल आशंका है।इस चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक रहने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक कम दबाव में हो रहे बदलाव पर नजर बनाए हुए हैं।

भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि मई के पहले सप्ताह में कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। पांच मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह और तीव्र होकर डिप्रेशन में बदल सकता है।हालांकि, यह चक्रवात में बदलेगा या नहीं, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद यह साफ हो जाएगा कि चक्रवात बनेगा या नहीं। आईएमडी के महानिदेशक मुथनंजय महापात्रा ने कहा कि इस कम दबाव के क्षेत्र का ओडिशा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

चक्रवात को लेकर आईएमडी की भविष्यवाणी के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा।

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May 03 2023, 10:48

विनेश फोगाट का बड़ा आरोप, बोलीं-अनुराग ठाकुर ने मामले को दबाने की कोशिश की

#vineshphogattargetsanuragthaku

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के पहलवान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के साथ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रही भारत की शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट ने बड़ा दावा किया है। विनेश फोगट ने कहा है कि एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना मुश्किल है, जो बहुत लंबे से अपने पद और अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है। पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों का विरोध कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

मीडिया से रूबरू होते विनेश फोगट ने कल कहा, पहली बार जंतर मंतर पर अपना विरोध शुरू करने से पहले पहलवानों ने एक अधिकारी से मुलाकात की थी. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हम धरने पर बैठ गए। 

विनेश ने अनुराग ठाकुर को घेरा

विनेश फोगट ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर कोई कार्रवाई नहीं करने और कमेटी बनाकर मामले को दबाने को लेकर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा कि हमने अनुराग ठाकुर से बात की और यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था। जिसके बाद हमने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक समिति बनाकर उन्होंने वहां मामले को दबाने की कोशिश की और कोई कार्रवाई नहीं की गई।

ओलंपिक के बारे में नहीं, यौन उत्पीड़न के खिलाफ है- बजरंग पूनिया

वहीं, पहलवान बजरंग पूनिया ने इन आरोपों का खंडन किया कि कुश्ती महासंघ प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे रेसलर्स ओलंपिक चयन के लिए पेश किए गए नए नियमों का विरोध कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा, वह (बृजभूषण सिंह) कह रहे हैं कि हमने ओलंपिक के लिए कुछ नियम बनाए हैं और इसलिए ये एथलीट विरोध कर रहे हैं। सबसे पहले, यह ओलंपिक के बारे में नहीं है, यह यौन उत्पीड़न के खिलाफ है और अगर मैं ओलंपिक नियम के बारे में बात करता हूं, तो महासंघ ओलंपिक से आने वाले एथलीटों का ट्रायल लेंगे, जो भी वे चाहते हैं।