माफिया ब्रदर्स अतीक-अशरफ मिट्टी में मिल गए, इस कब्रिस्तान में किया गया सुपुर्द-ए-खाक

डेस्क: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसका भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ अब से कुछ देर पहले मिट्टी में मिल गए। दोनों भाइयों को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया। 4 दशक पहले प्रयागराज के जिस चकिया से अतीक ने अपनी दहशत की धाक जमानी शुरू की आज अतीक अहमद वहीं सुपुर्द-ए-खाक हो गया। अतीक की दहशत खत्म हो गई है। ये अलग बात है कि उसके खात्मे के तरीकों पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन हकीकत ये है कि अतीक के आतंक से बहुत से लोगों को मुक्ति मिली है। जिस दहशत की दुनिया को बनाने में अतीक ने 44 साल का वक्त लिया वो सिर्फ 44 सेकेंड में खत्म हो गई।

दोनों बेटों ने पिता अतीक को किया सुपुर्द-ए-खाक

अतीक के दोनों नाबालिग बेटे एहजाम और अबान जनाजे में पहुंचे थे। वहीं अशरफ की दोनों बेटियां भी जनाजे में शामिल होने कब्रिस्तान पहुंची थी। अतीक और अशरफ को दफनाने की प्रक्रिया के दौरान लोगों की भीड़ वहां पर दिखाई दी। हालांकि अतीक के करीबी परिजनों और कुछ पड़ोसियों को ही जनाजे में शामिल होने की इजाजत मिली थी।

CM योगी ने सभी कार्यक्रम किए रद्द

बता दें कि अतीक और अशरफ की शूटआउट में हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। उनका पूरा ध्यान इस घटना के आलोक में राज्य की कानून-व्यवस्था को सुचारू रखने पर है। उन्होंने यूपी डीजीपी समेत तमाम आला अधिकारियों को प्रयागराज जाने के निर्देश दिए हैं और हर 2 घंटे पर अपडेट देने के लिए कहा है। दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के सभी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं और उनके आवासों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 8 गोली लगने की पुष्टि

अतीक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये सामने आया है कि उसे 8 गोलियां लगी थीं। गौरतलब है कि यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इन तीनों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई है। इन आरोपियों को आज प्रयागराज की कोर्ट में भी पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

अतीक-अशरफ मर्डर केस में योगी सरकार को 2 महीने में रिपोर्ट देगी 3 सदस्यों वाली न्यायिक जांच कमेटी

डेस्क: यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात हुए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मर्डर के बाद पूरे राज्य में चर्चाओं का बाजार गरम है। इस बीच खबर मिली है कि अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या से संबंधित 3 सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी 2 महीने में यूपी सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे। इस कमेटी में रिटायर्ड अधिकारी सुबेश कुमार सिंह और रिटायर्ड जिला जज बृजेश कुमार सोनी भी शामिल हैं।

क्या हुआ था? 

शनिवार रात अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। तभी नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी। इस दौरान हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की। गोली लगते ही अतीक और उसका भाई अशरफ जमीन पर गिर पड़े और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। 

पुलिस ने इस मामले में 3 हमलावरों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी के रूप में हुई है। इनसे पूछताछ की जा रही है। लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी कासगंज जिले से है। इनमें से एक शूटर ने अतीक को बेहद करीब से गोली मारी जबकि बाकी दो शूटर ने अशरफ पर फायरिंग की। इस घटना के सामने आते ही इलाके में तनाव का माहौल हो गया, जिस वजह से भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है। 

सीएम योगी ने क्या निर्देश दिए

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी के सीएम ने अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है और निर्देश दिए हैं कि यूपी में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए। सीएम ने कहा है कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें और उन्होंने जनता से भी अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। जो लोग अफवाह फैलाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली शराब घोटाला केस में सीबीआई दफ्तर पहुंचे सीएम केजरीवाल, कहा-आखिर जीत सच की ही होगी

डेस्क: सीबीआई ने आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में हुए शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। सीबीआई ऑफिस के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है और कहा है कि सीबीआई ने मुझे आज बुलाया है और मैं निश्चित तौर पर जाऊंगा। वे बहुत शक्तिशाली हैं, वे किसी को भी जेल भेज सकते हैं। अगर बीजेपी ने सीबीआई को मुझे गिरफ्तार करने का आदेश दिया है, तो निश्चित रूप से सीबीआई उनके निर्देशों का पालन करेगी।

अरविंद केजरीवाल भगवंत मान एक ही गाड़ी में CBI आफिस जाएंगे। साथ मे दिल्ली के सभी मंत्री, पंजाब विधानसभा के स्पीकर और दिल्ली के विधानसभा के स्पीकर, संजय सिंह, राघव चड्ढा, और एन डी तिवारी ये सभी लोग CBI आफिस तक केजरीवाल के साथ जाएंगे।सीबीआई मुख्यालय औऱ आसपास के इलाके में धारा 144 लागू की गई है और हेडक्वार्टर की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है। इन जगहों पर पहचान पत्र के बाद ही प्रवेश मिलेगा।

केजरीवाल ने क्या कहा-देखें वीडियो

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, आप (भाजपा) कहते हैं कि मैं भ्रष्ट हूं। मैं आयकर विभाग में कमिश्नर था, चाहता तो करोड़ों कमा सकता था। अगर अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट हैं तो इस दुनिया में कोई ईमानदार नहीं है।

आम आदमी पार्टी ने लगाया बीजेपी पर आरोप

केजरीवाल को शुक्रवार को सीबीआई का समन मिला था, जिसके बाद उनकी पार्टी ने आरोप लगाया था कि केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने की साजिश रच रही है। आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के कारण दबाव डाला जा रहा है।

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम केजरीवाल रविवार को सीबीआई मुख्यालय पहुंचकर उनके सभी सवालों के जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हमारे सभी सांसद शांतिपूर्ण तरीक़े से अरविंद केजरीवाल को अपनी शुभकामनाओं के साथ सीबीआई मुख्यालय छोड़कर आएंगे।

बता दें कि शराब घोटाला मामले में आरोप साबित होने पर आप नेता मनीष सिसोदिया को पहले ही जेल भेजा गया है।

*जहां दफन हुआ था असद, उसी कसारी-मसारी में दफनाए जाएंगे माफिया ब्रदर्स अतीक-अशरफ*

डेस्क: बेटे का एनकाउंटर, पति-देवर की हत्या, आखिरी बार अतीक का चेहरा देखने आएगी शाइस्ता परवीन?प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद का साम्राज्य तहस-नहस हो गया है। साबरमती जेल से प्रयागराज पहुंचा अतीक अहमद अब खत्म हो चुका है। वो और उसके भाई अशरफ की तीन शूटरों ने सरेआम हत्या कर दी। माफिया ब्रदर्स के हत्यारों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है, जिसमें उन्होंने ये बताया है कि वो भी गैंगस्टर बनना चाहते हैं इसीलिए उन्होंने् अतीक और अशरफ की हत्या कर दी। अतीक और अशरफ के शव को पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी चल रही है। दोनों भाईयों को कसारी-मसारी के उसी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा, जहां कल ही अतीक के बेटे असद को दफनाया गया था। कब्रिस्तान में दोनों माफिया ब्रदर्स की कब्रें खोदी जा रही हैं। कब्रिस्तान के बाहर RAF को तैनात किया गया है। पोस्टमार्टम होने के बाद अतीक और अशरफ को यहीं दफनाया जाएगा।

अतीक-अशरफ की तीन शूटरों ने कर दी हत्या

उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात काल्विन अस्पताल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई, जहां दोनों को मेडिकल के लिए लाया गया था। मेडिकल के बाद शूटरों ने सेकेंड भर में 10 फायर किए और दोनों को मौत के घाट उतार दिया। अतीक को ठीक उसकी कनपटी पर सटाकर गोली मारी गई। सबसे बड़ी बात ये है कि बिना नंबर वाली बाइक से आए सवारों ने इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया। घटना के बाद तीनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस तीनों को रविवार को ही कोर्ट में पेश कर सकती है। 

सीएम योगी ने दिए हैं खास निर्देेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की और सबको फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि आम जनता को किसी प्रकार तरह की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखें और साथ ही प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

माफिया अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारोपित तीन आरोपियों में एक लवलेश तिवारी के घर का पता लगा, शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ कुमार ने क्या कहा, पढ़ि


माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों में एक लवलेश तिवारी के घर का पता चल गया है। वह क्योतरा इलाके का रहने वाला लवलेश के पिता यज्ञ कुमार से मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि उन्हें टीवी के जरिए पता चला कि अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले तीन आरोपियों में उनका बेटा भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि उन्हें लवलेश से कोई लेना-देना नहीं है। वो कब घर आता है, कब जाता है, कुछ पता नहीं। पांच से 6 दिन पहले ही वह घर आया था। यज्ञ कुमार ने कहा, हमारी लवलेश से सालों से बातचीत बंद है। वह कोई काम धंधा नहीं करता। बस दिन भर नशा करता है। इसलिए काफी पहले से ही घर के सभी लोगों ने उससे बातचीत बंद कर दी है।

यज्ञ कुमार के बताया, लवलेश ने दो साल पहले भी एक युवक को बीच चौराहे पर थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद उसके खिलाफ मामला चला और वो जेल में भी रहा।

उन्होंने बताया कि 12वीं की पढ़ाई करने के बाद लवलेश ने बीए में एडमिशन ली थी। लेकिन वो भी छोड़ दी। उन्हें उसके दोस्तों के बारे में भी कुछ नहीं पता। वह किसके साथ रहता है, क्या करता है, घर के किसी भी सदस्य को नहीं पता।

क्या है पूरा मामला

 शनिवार देर रात को बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमला तब हुआ, जब पुलिस दोनों को मेडिकल के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी। तीन हमलावरों ने पुलिस की गाड़ियों पर कई राउंड फायर किए, जिसमें अतीक और अशरफ दोनों की मौत हो गई।

हालांकि, पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया। इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया। तीनों आरोपी मीडियाकर्मी बनकर घटनास्थल पर पहुंचे थे। वे सभी पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे। अतीक-अशरफ पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हो गई। इस हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हुआ है, जिसका नाम मान सिंह है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।

फायरिंग करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान

अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है। वहीं, अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। जबकि, तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है।

बड़ा माफिया बनना चाहते थे आरोपी!

अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि आरोपियों पर पहले कहां-कहां और किस तरह के मामले दर्ज हैं। पूछताछ में आरोपी बता रहे हैं कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं इसलिए वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया, कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस अभी पूरी तरह से इनके बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है क्योंकि तीनों के बयानों में विरोधाभास है और पूछताछ जारी है।

सीएम योगी ने हाईलेवल मीटिंग में दिए निर्देश

उधर, घटना के बाद देर रात ढाई बजे सीएम योगी की अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की। सीएम योगी ने DGP को निर्देश दिए हैं कि प्रयागराज पुलिस के अलावा एसटीएफ भी घटनास्थल से सुबूत इकट्ठा करे। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स और PAC की तैनाती भी की गई है।

डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार को पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। मामले में एसटीएफ प्रयागराज की स्पेशल टीम भी पूछताछ कर रही है।

सुरक्षा के मद्देनजर यूपी में हाई अलर्ट जारी

सुरक्षा के मद्देनजर पूरी यूपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। अफसरों को सड़कों पर उतरकर स्थिति पर नजर बनाए रखने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही पीस कमेटियों के साथ भी संपर्क करने को कहा गया है। वहीं, लखनऊ में यूपी सीएम के सरकारी आवास की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।

अतीक और अशरफ हत्याकांड में FIR कराने की तैयारी

वहीं, अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में अतीक के परिवार की तरफ से FIR दर्ज कराई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की तरफ से हत्या की तहरीर दी जा सकती है। फातिमा अपने पति अशरफ और जेठ अतीक अहमद के मर्ड के मामले में शिकायत करेंगी, जिसे अतीक के वकील शाहगंज थाने लेकर जाएंगे।

अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर

बता दें कि इससे पहले गुरुवार को यूपी के झांसी में यूपी एसटीएफ (UP STF) ने अतीक अहमद के बेटे असद (Asad) का एनकाउंटर कर दिया था। इसी के साथ शूटर गुलाम को भी ढेर किया गया था। एसटीएफ की टीम पिछले डेढ़ महीने से असद अहमद और गुलाम को ट्रेस कर रही थी। यह एनकाउंटर यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल की अगुवाई में हुआ था। असद पर पांच लाख का इनाम था। Asad और शूटर मो. गुलाम के पास से एक ब्रिटिश Bull Dog Revolver और Walhther Pistol बरामद की गई थी।

*पाकिस्तान में शहबाज सरकार के बड़े मंत्री की सड़क हादसे में मौत, घटना की जांच के आदेश*

डेस्क: पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के केंद्रीय मंत्री मुफ्ती अब्दुल शकूरकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। वे धार्मिक मामलों के मंत्री थे। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। इस बारे में पुलिस का कहना है कि यह हादसा शाम को इफ्तार के वक्त का है। इस्लामाबाद पुलिस के अनुसार वे एक स्थानीय होटल से सेक्रेटेरिएट यानी सचिवालय की ओर जा रहे थे, तभी एक्सीडेंट हुआ। 

इस्लामाबाद पुलिस ने अपने बयान में बताया कि केंद्रीय मंत्री खुद कार ड्राइव कर रहे थे। तभी एक कार उनकी ओर आई और टक्कर मार दी। टक्कर मारने वाली कार में पांच लोग सवार थे। पुलिस के अनुसार दर्दनाक सड़क हादसे के बाद मंत्री को राजधानी इस्लामाबाद के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक खून काफी बह चुका था इसलिए उन्हें नहीं बचाया जा सका। 

 टक्कर मारने वाली कार में सवार सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पांच में से दो युवक घायल हैं। जैसे ही सड़क हादसे की जानकारी मिली, इस्लामाबाद के आईजी अकबर नासिर खान, सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब और दूसरे मंत्री भी अस्पताल पहुंचे। 

पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने सड़क हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। इस्लामाबाद आईजी ने बताया कि शुरुआती जानकारी में यह लग रहा है कि मुफ्ती शकूर की मौत हादसे में सिर में चोट लगने के कारण हुई है। केंद्रीय मंत्री मुफ्ती की मौत पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉक्टर आरिफ अल्वी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने शोक जताया है।

उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद की हत्या पर मायावती ने उठाए सवाल, कहा- UP बना एनकाउंटर प्रदेश, सुप्रीम कोर्ट से भी संज्ञान लेने की अपील

गैंग्स्टर अतीक अहमद की कल देर रोत गोली मारकर सरेराह हत्या कर दी है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में पूछा है कि उत्तर प्रदेश का एनकाउंटर प्रदेश बन जाता कितना उचित है? इसके अलावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर संज्ञान लेने की अपील की है।

मयावती ने लिखा, गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही है। यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था और उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।

वह आगे लिखती हैं, देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिंतनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात है।

 बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार रात कॉल्विन अस्पताल परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेडिकल जांच के लिए पुलिस दोनों भाइयों को लेकर रात करीब दस बजे कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी जहां गेट पर मीडियाकर्मी बने तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुराने शहर में अफरातफरी के हालात बन गए। चकिया में तोड़फोड़ और गाड़ियों पर पथराव शुरू हो गया। देर रात पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। जिसे देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

हमले के बाद पुलिस तुरंत अतीक-अशरफ को अस्पताल के अंदर ले गई लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सनसनीखेज हत्याकांड की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम शनि, अरुण और लवलेश है। इनसे पूछताछ जारी है। घटनास्थल पर मीडिया का एक कैमरा, पिस्टल और एक बाइक पड़ी मिली है। वहीं इस घटना की खबर फैलते ही पुराने शहर ने अफरातफरी मच गई और दुकानें व बाजार बंद हो गए।

अतीक-अशरफ हत्याकांड की न्यायिक जांच होगी, प्रदेश में हाई अलर्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित करने का निर्देश दिया है। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट करते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शनिवार को देर रात हुई इस घटना का संज्ञान लेते हुए उन्होंने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिए। इससे पहले उन्होंने प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजीपी डॉ. आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार समेत अन्य अफसरों के साथ अपने आवास पर बैठक में पूरे घटनाक्रम की जानकारी ल‌ी। उन्होंने प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी को तत्काल प्रयागराज पहुंचकर पूरी कार्रवाई की निगरानी करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि ‌तीनों हमलावर मौके पर पकड़े लिए गए हैं। तीनों से पूछताछ करके पुलिस पूरी साजिश का पता लगा रही है।

अतीक अहमद हत्याकांड के तीनों आरोपियों का क्रिमिनल बैकग्राउंड

अतीक और अशरफ की हत्या के तीनों आरोपी अरुण, सनी और लवलेश आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं. अरुण हत्या के एक मामले में शामिल है. इसके कारण ही वह पिछले 5-6 साल से परिवार के साथ नहीं रह रहा है. वहीं, सनी के खिलाफ 14-15 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा तीसरे आरोपी लवलेश के खिलाफ एक लड़की को थप्पड़ मारने का मामला दर्ज है.

यूपी पुलिस की एक टीम अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल हमीरपुर निवासी अरुण मौर्य के घर पहुंच गई है. पुलिस ने यहां उसके परिवार के अलावा आसपास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है. 

अतीक और अशरफ के हत्यारों से पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. हत्यारों ने प्रयागराज में रुकने के लिए होटल लिया था. वे यहां 48 घंटे तक इस होटल को अपना ठिकाना बनाया था. अब पुलिस होटल के स्टाफ से पूछताछ कर रही है. जानकारी में पता चला कि एक हत्यारा हैंगिंग बैग लेकर आया था. वहीं बाकी हत्यारों का सामान अब भी होटल में होने की संभावना. पुलिस दूसरे होटलों में भी सुबह से छापेमारी कर रही है.

इस जांच में कोई बड़ा खुलासा भी हो सकता है. वहीं, अतीक और अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम 3 बजे के बाद किया जाएगा.

सीएम योगी की सारी मीटिंग पोस्टपोन, प्रयागराज में क्राइम सीन पर DM-कमिश्नर की पेट्रोलिंग

बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. हमला तब हुआ, जब पुलिस दोनों को मेडिकल के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी. तीन हमलावरों ने पुलिस की गाड़ियों पर कई राउंड फायर किए, जिसमें अतीक और अशरफ दोनों की मौत हो गई. वारदात को मीडिया के कैमरों के सामने अंजाम दिया गया.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पत्रकार बनकर पहुंचे तीन हत्यारों ने दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. करीब 40 सेकेंड में दोनों की मौत हो गई. वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने सरेंडर कर दिया. पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है. हमले के वक्त अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए प्रयागराज के काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था. 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हत्याकांड की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है. पूरे यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक आरोपियों के नाम अरुण मौर्य निवासी हमीरपुर, लवलेश तिवारी निवासी बांदा और सनी निवासी कासगंज है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना पता यही बताया है.

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज के डीएम और पुलिस कमिश्नर का काफिला घटनास्थल के आसपास गश्त कर रहा है. प्रयागराज के साथ-साथ पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सूबे में धारा-144 लागू कर दी गई है.

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ आज 5 कालिदास मार्ग पर स्थित अपने आवास पर ही रहेंगे. सारी बैठकें टाल दी गई हैं. सीएम ने आज के लिए पूर्व नियोजित सारे प्लान बदल दिए हैं. वह आज प्रयागराज में हुए हत्याकांड पर रिपोर्ट लेंगे.

उत्तरप्रदेश में माफिया अतीक अहमद की हत्‍या पर उसके वकील का चौंकाने वाला खुलासा; कहा- घटना के समय मैं बिल्कुल सामने ही था

प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि घटना मेरे सामने हुई है। अतीक व अशरफ मेडिकल चेकअप के लिए मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय लाए गए थे। पुलिस की गाड़ी से उतरकर 10 कदम चलते थे तभी उनके ऊपर हमला कर दिया गया। हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। उन्होंने पास से गोली मारी है।

हत्‍यारों ने बिल्‍कुल सटा कर मारी गोली 

 वीडियो में भी साफ दिखाई दे रहा है क‍ि हत्‍यारों ने अतीक अहमद और अशरफ को बिल्‍कुल सटाकर गोली मारी थी।बताया जा रहा है क‍ि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ़ की हत्या करने वाले लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य को हिरासत में प्रयागराज में थाने ले ज़ाया गया है। तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर है क‍ि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर बेहद नाराज हैं और उन्होंने DGP को भी तलब किया है।

इन मुकदमों से अलग हो जाएगा अतीक और अशरफ का नाम

उमेश पाल अपहरण कांड में सजा पाने वाले अतीक के खिलाफ कई और मुकदमे भी कोर्ट में चल रहे थे, जिसमें जिरह हो थी। अब अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद ऐसे कई मुकदमों से अलग होने की बात कही जा रही है। इसमें कई मुकदमे अहम हैं। l क्राइम नंबर 408/19, थाना धूमनगंज, सरकार बनाम तालिब उर्फ एसपी सिटी। मुकदमा वादी प्रापर्टी डीलर जैद खालिद का आरोप है कि माफिया अतीक अहमद के कहने पर कुछ लोगों ने उसका अपहरण किया।

देवरिया जेल में अतीक ने बेरहमी से पिटाई की और जमीन न देने पर जान से मारने की धमकी दी। l क्राइम नंबर 69/2008, गैंगस्टर एक्ट, थाना धूमनगंज। वादी तत्कालीन थाना प्रभारी धूमनगंज। रुखसाना के पति सादिक की गवाही पूरी हो गई है और जिरह जारी है। राजू पाल हत्याकांड के बाद तीन मुकदमों को मिलाकर पुलिस ने गैंगस्टर लगाया था, जिसमें माफिया अतीक मुख्य अभियुक्त है। इसी मुकदमे में विधायक पूजा पाल भी गवाह है। l क्राइम नंबर 135/2016, थाना धूनमगंज, वादी जयश्री उर्फ सूरजकली। इसमें माफिया अतीक और और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ आरोपित है।

आरोप है कि अतीक ने साथियों के साथ उसको और उसके बेटे नरेंद्र को गोली मारी थी, जिससे दोनों घायल हुए थे। l थाना धूमनगंज, वादी महेंद्र सिंह पटेल उर्फ बुद्धि पटेल। माफिया अतीक अहमद पर आरोप है कि राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे महेंद्र सिंह को अपने पक्ष में गवाही देने के लिए अपहरण किया। जान से मारने की धमकी दिया और जबरन अपने पक्ष में गवाही दर्ज कराई।