पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी, छात्रवृत्ति के लिए सरकार ने जारी किए 287 करोड़ रुपये

डेस्क : पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग के नौवीं, 10वीं के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है। इनकी छात्रवृत्ति देने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार ने इनकी छात्रवृत्ति के लिए 287 करोड़ रुपए जारी कर दिये हैं। छात्रवृत्ति वितरण की जिम्मेवारी शिक्षा विभाग को सौंपी गयी है। विभाग ने पिछले दिनों छात्रवृत्ति वितरण योजना को मंजूरी दी थी।

इस छात्रवृत्ति का भुगतान मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 के लिए किया जाएगा। इस छात्रवृत्ति का सीधा लाभ सूबे के 15. 94 लाख पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को होगा। इसके तहत राज्य के राजकीय, राजकीयकृत, माध्यमिक विद्यालयों में वर्ग 9 से 10 तक में अध्ययन करने वाले पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा।

पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने राज्य योजना मद से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के लिए ग्राम पंचायतों को सहायता और शिक्षा के तहत 287 करोड़ 1 लाख की राशि जारी की है। विभाग ने संबंधित छात्रवृत्ति योजना के तहत 893.97 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की थी। इसी के तहत यह राशि दी गयी है। छात्रवृत्ति का भुगतान छात्र-छात्राओं के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा।

*बिहार विधान परिषद के 5 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए आज शाम से थम जायेगा चुनाव प्रचार, 31 मार्च को होगी वोटिंग*

डेस्क : बिहार विधान परिषद के स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के पांच सीटों के लिए चुनाव होने जा रहा है। इस चुनाव को लेकर चल रहे प्रचार का शोर आज बुधवार की शाम 4 बजे थम जाएगा। वहीं इन सीटों के लिए 31 मार्च को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे।

निर्वाचन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी आम चुनावों की तरह स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव को लेकर मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। 

निर्वाचन आयोग के अनुसार गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से कुल 8 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र जांच में सही पाए गए। इनमें मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व राज्य राजनीतिक दलों में भाजपा से अवधेश नारायण सिंह एवं राजद से पुनीत कुमार सिंह शामिल हैं। अन्य छह निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं। 

गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को लेकर 13 उम्मीदवारों का नामांकन जांच में सही पाया गया। इनमें मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व राज्य राजनीतिक दलों से दो उम्मीदवार शामिल हैं। भाजपा के जीवन कुमार व जदयू के संजीव श्याम सिंह उम्मीदवार हैं।

विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुई बिहार विधान मंडल की कार्यवाही, बिजली बिल में बढ़ोत्तरी समेत अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी ने सदन के बाहर और अंदर

डेस्क : बिहार विधान मंडल की आज की कार्यवाही विपक्ष के हंगामें के साथ शुरु हुई। दरअसल प्रदेश में बिजली की दरों में की गई वृद्धि पर विपक्षी दल भाजपा लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार विधान मंडल में आज मंगलवार को भी इसी मुद्दे पर बीजेपी जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। 

भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर हाथों में पम्पलेट लहराते हुए बिजली की बढ़ी हुई दर वापस लेने को लेकर जोरदार नारेबाजी की। बाद में विधानसभा के अंदर भी यह मुद्दा गूंजा। भाजपा के सदस्यों ने नीतीश सरकार पर जनता को परेशान करने और उन्हें महंगी बिजली के उपभोग के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। 

विपक्ष की ओर से कहा गया कि इस तरह से एक बार में 24 फीसदी से ज्यादा बिजली बिल बढ़ाने का निर्णय दिखाता है कि महागठबंधन सरकार को जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। यह ऐसा निर्णय है जो एक साथ सभी वर्गों को प्रभावित करेगा। महंगी बिजली के कारण न तो राज्य में निवेश की संभावना रहेगी और ना ही इससे किसानों और आम लोगों का भला होगा। बिजली दर वापस लो के नारे के साथ काफी देर तक सदन के बाहर और फिर अंदर बीजेपी का प्रदर्शन जारी रहा। 

साथ ही किसानों के मुद्दे को लेकर भी भाजपा ने प्रदर्शन किया। पिछले सप्ताह राज्य में हुई जोरदार बारिश और ओलावृष्टि से व्यापक स्तर पर फसलों के नुकसान होने की बात करते हुए भाजपा ने नीतीश सरकार से किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। 

बीजेपी विधायकों ने कहा कि राज्य सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कटनी के लिए तैयार फसल पर बारिश और ओलावृष्टि होने से किसानों की सारी मेहनत पर पानी फिर गई है। इसके बाद भी राज्य सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं दिखती। अब तक किसानों के मुआवजे को लेकर सरकार ने कोई आश्वासन नहीं दिया है। यह नीतीश सरकार की किसान विरोधी नीतियों को दर्शाता है।

हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से न तो बिजली की दरों में कमी करने और ना ही किसानों के मुआवजे को लेकर किसी प्रकार का आश्वासन दिया गया।

बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का हुआ भव्य स्वागत, पार्टी कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में सम्राट चौधरी ने किया यह एलान

डेस्क : बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली में केन्द्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने के बाद आज पटना पहुंचे। पटना पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ। उनके स्वागत में पटना में भव्य रोड शो किया गया। पटना हवाई अड्डा से लेकर प्रदेश कार्यालय तक सम्राट चौधरी के रोड-शो में हजारो भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए। 

वहीं पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में निर्वतमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ। संजय जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष सह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्य़ंद राय, विजय सिन्हा, रविशंकर प्रसाद, सीपी ठाकुर, नंदकिशोर यादव समेत हजारो कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों ने नए अध्यक्ष सम्राट चौधरी को शुभकामनाएं दी। 

इस मौके पर बीजेपी के नए अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मंच पर बैठे सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्षों को धन्यवाद देता हूं। साथ ही राष्ट्रीय नेतृत्व का इस जिम्मेदारी के लिए आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने संजय जयसवाल को विशेष तौर पर धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने 3 वर्ष से अधिक समय के कार्यकाल में भाजपा को शीर्ष पर पहुंचाने का काम किया है।हमें पूर्ण आशा व विश्वास है कि पूरी टीम हमारा मार्गदर्शन करेगी। नेतृत्व का भी मार्गदर्शन मिलता रहेगा।

उन्होंने आगे कहा कि लक्ष्य बड़ा स्पष्ट है। अमित शाह, नरेंद्र मोदी और नड्डा जी को हम आश्वस्त करते हैं कि बिहार में सिर्फ भाजपा दिखेगी। उन्होंने कहा कि मैं तो उस परिवार से आता हूं, मेरे पिताजी कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे। उन्हें विरोधी दल का नेता भी नहीं बनाया गया, प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं बनाया। मैं तो धन्य हूं। पार्टी के अंदर हमें सम्मान दिया गया। पहले विधान परिषद में नेता विरोधी दल बनाया फिर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। 

सम्राट चौधरी ने कहा कि समता पार्टी को नीतीश कुमार ने नहीं बनाया। मेरे पिताजी (शकुनी चौधरी) ने समता पार्टी बनाई थी और नीतीश कुमार ने अवैध कब्जा कर लिया। उस अवैध कब्जा को उखाड़ कर फेंक देंगे। नीतीश कुमार जी अब तो आपका नाम भी लेने में शर्म आती है। ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में बिहार है। अब तो बुजुर्ग भी हो गए हैं। अब तो आग्रह करेंगे कि चलिए कल्याण बिगहा, वहां पर हम लोग कुटिया बनवा देंगे। भाजपा कार्यकर्ता उनका कुटिया बना देंगे। मैं लोगों के बीच में कहता हूं कि बिहार में नीतीश कुमार को हटा दीजिए और भाजपा के किसी मंडल अध्यक्ष को ही मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दे दें। वह नीतीश कुमार से अच्छा काम करेगा।

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बने पिता, ट्वीट कर लिखा, ईश्वर ने आनंदित होकर पुत्री रत्न के रूप में उपहार भेजा


बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पिता बन गए है। उन्होंने ट्वीट कर यह बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ईश्वर ने आनंदित होकर पुत्री रत्न के रूप में उपहार भेजा है।

इसके बाद राबड़ी देवी दादी और राजद सुप्रीमो लालू यादव दादा बन गए है। बता दें कि इस खबर के आने के बाद राजद में सब खुश है। मालूम हो कि दिल्ली के अस्पताल में बच्ची का जन्म हुआ है।

वहां राबड़ी देवी और माीसा भारती मौजूद है। बताया जा रहा है कि थोड़ी देर में वहां तेज प्रताप यादव भी पहुंचेगे। वहीं इस खबर के मिलने के बाद उनके समर्थकों में हर्ष का माहौल है।

बिहार विधान सभा पहुंचा राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने का मामला, काले कपड़े और काली पट्टी बांध महागठबंधन के नेताओं जताया विरोध

डेस्क : राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने का कांग्रेस के साथ-साथ पूरे विपक्ष द्वारा विरोध किया जा रहा है। अब इसकी धमक बिहार विधान सभा तक पहुंच गई है। आज महागठबंधन में शामिल सभी के नेता काले कपड़े और काली पट्टी बांधकर विधान सभा परिसर पहुंचे। 

जिसमें राजद, कांग्रेस के साथ जदयू के विधायक मौजूद थे। सभी काले कपड़े या काली पट्टी लगाकर विधानसभा परिसर पहुंचे और विधान सभा के गेट पर जमकर विरोध जताया। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल महागठबंधन के महिला विधयाकों ने केन्द्र के मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।  

प्रदर्शन में शामिल भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी के साथ जो हुआ वह कहीं से भी सही नहीं कहा जा सकता है। नरेंद्र मोदी की सरकार विपक्षी सांसदों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

अजीत शर्मा ने कहा कि हम कानून के फैसले का सम्मान करते हैं। लेकिन यहां बात संसद की सदस्यता को खत्म करने को लेकर है। जिसका विरोध किया जा रहा है। उनका कहना था कि राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई रद्द की जाए, साथ ही उनकी सदस्यता फिर से बहाल की जाए।

नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाए सवाल, स्वास्थ्य विभाग के मिशन-60 भाग-2 जल्द लांच करने के एलान को बताया हास्यास्पद

डेस्क : स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मिशन-60 भाग-2 को जल्द लॉन्च करने का एलान किया गया है। इधर इस एलान पर राजनीति शुरु हो गई है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने स्वास्थ्य विभाग के मिसन 60 भाग 2 के जल्द लॉन्च करने की घोषणा को हास्यास्पद बताया है। 

विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि मिशन-60 भाग-1 जब शुरू किया गया तो कहा गया कि 60 दिनों में राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन होगा। लेकिन 227 दिन बीत जाने के बाद भी सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा जस की तस बनी हुई है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रस्तावित मिशन 60 भाग 2 में रंग रोगन से लेकर चमक दमक की सभी बात की गई है। लेकिन दवा की उपलब्धता, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू एवम गंदगी हटाने को लेकर कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 मार्च में प्रधान महालेखाकार, बिहार द्वारा राज्य की वदतर स्वास्थ्य सेवा की स्थिति पर प्रतिवेदन जारी किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार के भारी निवेश के बावजूद लोगों को वुनियादी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं कामयाब नहीं हो रही हैं। देश के स्टैंडर्ड की तुलना में राज्य के अस्पतालों में 52% से 92%तक की कमी है। जनसंख्या की तुलना में बेड कम है औऱ10 साल पूर्व बढ़ोतरी की स्वीकृति के बावजूद नही बढ़ाई गईं है। जिला अस्पतालों में ऑपरेशन थिअटर नहीं है। हृदय, लिवर जैसे 12 प्रमुख विमारियों की व्यवस्था उन अस्पतालों में नहीं है। 38 जिला में से मात्र जहानाबाद जिला में आईसीयू है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार के लिए यह लज्जा की बात है कि 18 वर्षों में स्वास्थ्य सेवा में सुधार नहीं हुआ है। अब सरकार को सचेत होकर प्रयास करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो सके। सिन्हा ने कहा कि बिहारियों की जिंदगी से खिलवाड़ न करे पांच विभाग रखकर मुख्यमंत्री की लाचारी बेबसी से पांच विभाग में मेवा प्राप्त कर सकते है सेवा नहीं हो सकता हैं। इसलिए 60 दिन की मिशन की बात करना बेईमानी है।

बड़ी खबर : पटना में बालू माफियाओं के खिलाफ एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, कुख्यात सिपाही समेत गिरोह के 5 सदस्यों को हथियार के साथ दबोचा

डेस्क : पटना के बिहटा में आए दिन बालू की कालाबाजारी को लेकर खूनी संघर्ष होते रहते है। बालू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए स्पेशल टॉस्क फोर्स बनाया गया है। जिसे एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसआईटी की विशेष टीम व बिहटा पुलिस ने संयुक्त अभियान के दौरान बीते रविवार को कुख्यात बालू माफिया अमरेन्द्र कुमार उर्फ टुनटुन सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ गिरोह के चार अन्य सदस्य भी पकड़े गए हैं। वहीं इनके पास से रेगुलर राइफल, गोलियां और नगदी के अलावा गाड़ियां भी बरामद हुई है। 

इस बात की जानकारी देते हुए सिटी एसपी वेस्ट ने बताया कि पुख्ता सूचना पर पुलिस की टीम ने आरोपितों को सिकरिया गांव से गिरफ्तार किया है। जिनमें अमरेंद्र कुमार उर्फ टुनटुन सिपाही (नयाटोला, मनेर) के साथ उनके सहयोगी रानीतलाब के बरदा निवासी निरंजन कुमार, बिहटा के अमनाबाद निवासी राजेश कुमार, मनेर खासपुर निवासी अक्षय कुमार और बिहटा के घोड़ाटाप निवासी विनीत कुमार शामिल है। 

उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने एक .315 बोर की रेगुलर राइफल, 32 कारतूस सहित एक लाख दस हजार रुपए भी बरामद किए हैं। एक बोलेरो, बुलेट, दो सोने की चेन और चार मोबाइल फोन जब्त किया गया है। फिलहाल आरोपितों की गिरफ्तारी आर्म्स एक्ट के तहत की गई है।

बता दें बीते वर्ष 2022 के 27 सितंबर को इसी गिरोह ने बिहटा के अमनाबाद में अवैध बालू खनन को लेकर गोलीबारी की थी। गत वर्ष 27 सितंबर की रात वर्चस्व को लेकर अमनाबाद में बालू माफिया सिपाही राय और फौजी गुट में जमकर गोलीबारी शुरू हुई थी। सोन नदी से बालू के अवैध खनन को लेकर शुरू हुआ खूनी खेल 28 सितम्बर की सुबह तक चला था। घायलों में से दोनों पक्ष के पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। 

वर्चस्व को लेकर हुई गोलीबारी के बाद बालू माफियाओं की गिरफ्तारी में एसटीएफ को भी लगा दिया गया। अबतक दोनों गुटों के कई अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, दर्जनों नाव व पोकलेन मशीनें जब्त की गई हैं। सिपाही गुट के कुख्यात अमरेंद्र कुमार उर्फ टुनटुन सिपाही और उसके साथी आरोपित थे। उनके खिलाफ बिहटा थाने में हत्या और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

छठ महापर्व का आज तीसरा दिन, छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को देंगे अर्घ्य देंगे

डेस्क : बीते रविवार को खरना प्रसाद ग्रहण करने के बाद छठ महापर्व का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हुआ। वही आज सोमवार को छठ महापर्व के तीसरे दिन छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य और मंगलवार को उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देंगे। 

रविवार को चैती छठ अनुष्ठान के दूसरे दिन छठ व्रतियों ने श्रद्धा के साथ खरना पूजा की। रविवार शाम छह बजे के बाद केले के पत्ते पर प्रसाद निकाला गया। धूप-दीप के साथ छठी मैया और चंद्रमा की पूजा की गई। पति, संतान और परिजनों के लिए अग्रासन निकालने के बाद व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया।

इसके पहले सुबह से ही खरना प्रसाद बनाने और गंगा स्नान के लिए राजधानी के विभिन्न घाटों पर छठ व्रतियों और उनके परिजनों की भीड़ देखने को मिली। छठ गीत गाते हुए व्रतियों ने सुबह गंगा स्नान किया और प्रसाद बनाने के लिए गंगाजल लेकर घर लौटे। दीघा और पटना सिटी के कई घाटों पर लोग प्रसाद के लिए गेहूं धोते और सुखाते दिखे।

छठ महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य और मंगलवार को उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार व्रती आज सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्य को उभयचर और बरिष्ठ योग में अर्घ्य देंगे। उनका कहना है कि उभयचर व बरिष्ठ योग सूर्य से बनने वाले शुभ योगों में माना जाता है। 

वहीं कल मंगलवार को उदयाचल सूर्य को अर्घ्य महालक्ष्मी योग में देंगे। इन योगों को विशेष फलदायक माना जाता है।

पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी और जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर साधा निशाना, कही यह बात

डेस्क : बीजेपी के राज्यसभा सांसद व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी राजद पर हमला बोलने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देने है। वहीं जब से जदयू ने बीजेपी से अलग होकर राजद के साथ सरकार बनाई है। उनके निशाने पर अब सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ जदयू के वरिष्ठ नेता भी है। 

सुशील मोदी ने आज रविवार को प्रेस-वार्ता कर डिप्टी सीएम और जदयू सांसद व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर जमकर निशाना साधा। प्रेस-वार्ता के दौरान सुशील मोदी ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी घोटाला मामले को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। 

उन्होंने तेजस्वी यादव पर तीखे अंदाज में निशाना साधते हुए कहा कि, वो गुर्राने वाले लोग हैं। यह बाहर में शेर की तरह गुर्राते हैं। वहीं सीबीआई के सामने बिल्ली बनकर म्याऊं-म्याऊं करते हैं। उप मुख्यमंत्री बताते क्यों नही देते कि दिल्ली की फ्रेड्स कॉलोनी के 150 करोड़ के मकान के मालिक कैसे बने।

वहीं जदयू पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह कहते हैं कि देश में इमरजेंसी जैसे हालत है। जदयू सीबीआई की कार्रवाई का विरोध कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ उनके ही द्वारा सीबीआई को नौकरी के बदले जमीन घोटाले के ऐसे पुख्ता सबूत दिए हैं। लालू परिवार को क्या-क्या झेलना पड़ेगा, ये कोई उन्होंने बचना बेहद मुश्किल हैं।