महिला आयोग की सदस्य खुशबी सुंदर का सनसनीखेज खुलासा, 8 की उम्र में अपने पिता ने ही किया था यौन शोषण
#kushboo_sundar_reveals_she_was_physically_abused_by_her_father
अभिनेत्री से नेता बनीं खुशबू सुंदर हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बनाई गईं हैं।महिलाओं के अधिकारों पर अपनी मजबूत राय और बयानों से हमेशा सुर्खियां बटोरने वाली सुशबू सुंद ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है।खुशबू सुंदर ने कहा है कि जब वह काफी छोटी थीं तब उनका यौन शोषण हुआ था। महज 8 साल की उम्र में इस ततरह के बुरे अनुभव का सामना करना पड़ा था। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि यौन शोषण करने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद उनके पिता थे।
पिता सोचते थे कि पत्नी, बच्चों को पीटना और गाली देना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है-सुशबू
मोजो स्टोरी के लिए बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू में खुशबू ने कहा कि जब किसी बच्चे का यौन शोषण होता है, तो जीवनभर निशान बना रहता है, यह बात मायने नहीं रखती कि बच्चा लड़का है या लड़की। उनकी मां बहुत अपमानजनक दौर से गुजरीं। खुशबू ने कहा, उसके पिता सोचते थे कि अपनी पत्नी, बच्चों को पीटना और अपनी इकलौती बेटी को गाली देना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। खुशबू ने कहा कि परिवार के अन्य सदस्यों के दुर्व्यवहार के डर से उसका मुंह बंद रहता था।
बहुत बुरे दौर के बाद भी जीवन में कभी हार नहीं मानी
खुशबू ने आगे कहा, उसने बच्चों को पीटा और इकलौती बेटी का यौन शोषण किया। यौन शोषण तब शुरू हुआ जब मैं सिर्फ 8 साल की थी। उन्होंने कहा, 15 साल की थी, तब मेरे पास उसके खिलाफ बोलने का साहस था। मुझे डर था कि कहीं मेरी मां मुझ पर विश्वास न करे तो, क्योंकि मैंने उसे ऐसे माहौल में देखा है, जहां पति को भगवान के बराबर माना जाता है। लेकिन, 15 साल की उम्र में, मैंने सोचा कि यह बहुत हो गया। मैंने विद्रोह करना शुरू कर दिया, उसके खिलाफ। मैं 16 साल की भी नहीं थी और हमारे पास कुछ भी नहीं था और मेरे पिता ने हमें छोड़ दिया। हमें यह भी नहीं पता था कि अगली बार खाना कहां से आएगा।एक्ट्रेस ने बहुत ही छोटी उम्र में बड़ी मुश्किलों का समना किया था। लेकिन उन्होंने जीवन में कभी हार नहीं मानी।
इस तरह बदली जिंदगी
बचपन बहुत ही कठिन बीता, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इंडस्ट्री में बड़ा नाम कमाया। तमाम मुश्किलों का सामना कर उन्होंने बॉलीवुड फिल्म 'द बर्निंग ट्रेन' से अपने करियर की शुरुआत की थी। अभिनय की दुनिया से लंबे समय से जुड़े रहने के बाद खुशबू सुंदर का राजनीतिक कैरियर 2010 से शुरू हुआ। जब खुशबू सुंदर डीएमके से जुड़ी। चार साल डीएमके के साथ रहने के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गई। कांग्रेस में भी करीब 6 साल रहने के बाद उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया और 2020 में भाजपा में शामिल हो गई। साल 2021 के तमिलनाडु चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमायी थी पर हार गई।
Mar 06 2023, 15:10