#film_अब दिल्ली दूर नहीं
बिहार के एक छोटे से गांव का लड़का आईएएस जैसे कठिन परीक्षा में कैसे टॉप करता है, कड़े संघर्ष पर आधारित फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं 12 मई को हो रही रिलीज
बॉलीवुड में कमल चंद्रा की नई फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ बहुत जल्द देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। थियेटर के मंजे हुए कलाकारों से सजी यह फिल्म जिंदगी में सफलता और असफलता की कहानी पर आधारित है। इस पूरी कहानी का माध्यम बिहार के गांव का सरल और भोला-भाला लड़का बनता है। अत्यंत साधारण से पृष्ठभूमि और परिवार का यही लड़का आगे चलकर IAS परीक्षा में सफलता प्राप्त करता है। यही नहीं देश के सबसे उच्च और कठिन परीक्षा में टॉप भी करता है। यह फिल्म रियल लाइफ पर बेस्ड है। इसमें बिहार जैसे राज्य के एक छोटे से गांव से अपना भविष्य संवारने निकले एक वास्तविक जीवट लड़के की सफलता की कहानी है।
फिल्म के मुख्य अभिनेता झारखंड के बोकारो के मूल निवासी इमरान जाहिद बताते हैं कि रिलीज के लिए तैयार फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं' फिल्म की कहानी में गहराई है। बिहार के एक छोटे शहर का लड़का अभय शुक्ला बनने के सपने के साथ दिल्ली जाता है। अभय ऐसे परिवार से आता है, जो मुश्किलों से जूझ रहा है।
अभय का लक्ष्य है IAS परीक्षा में कामयाबी हासिल करना, लेकिन वो ये काम खुद के लिए नहीं, बल्कि परिवार को गरीबी से बाहर निकालने के लिए करता है।
एक्टर इमरान जाहिद बताते हैं कि अभय की राह मुश्किलों से भरी हैं। उसका सामना चुनौतीपूर्ण सामाजिक मानदंडों से होता है। वह राजनीतिक से लेकर सांस्कृतिक विडंबनाओं को महसूस करता है। ये फिल्म अभय के IAS बनने के लिए संघर्ष और उसके सामने आई चुनौतियों पर आधारित कहानी है।
फिल्म के एक्टर इमरान जाहिद मंजे हुए कलाकार हैं। इससे पहले वे दिग्गज निर्देशक महेश भट्ट के गाइडेंस में द लास्ट सैल्यूट जैसे प्रतिष्ठित नाटक में काम कर चुके हैं। ये नाटक इराकी पत्रकार मुंतधर अल-जैदी की किताब ‘द लास्ट सैल्यूट टू प्रेसिडेंट बुश’पर आधारित है। जाहिद ने महेश भट्ट की फिल्म अर्थ, डैडी और हमारी अधूरी कहानी पर आधारित कई नाटकों में भी काम किया है।
फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं में इमरान जाहिद ने अभय शुक्ला के चरित्र और कहानी को जीवंत बना दिया है। जाहिद भी बिहार और झारखंड की पृष्ठभूमि से आते हैं। वे चरित्र में पूरी तरह डूबे नजर आते हैं।
रियल लाइफ पर है फिल्म
फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' एक रिक्शा चालक के बेटे 'गोविंद जायसवाल' की कहानी पर बेस्ड है। गोविंद का 2007 में सिविल सेवा में चयन हुआ था और वे आईएएस अधिकारी बने। जाहिद ने गोविंद जायसवाल से मुलाकात कर उन्हें करीब से समझा।
जाहिद कहते हैं कि गोविंद जी से मिलना प्रेरणादायक था। उनके खुद के जीवन से जुड़ी घटनाएं काफी कुछ सीखा गईं।
फिल्म के राइटर दिनेश गौतम कहते हैं कि ऐसे दौर में जब सुपरहीरो की खूब तारीफ होती है और एक आम इंसान नजरअंदाज होता है, यह कहानी बताती है कि किस तरह से एक साधारण से गांव का लड़का पूरे समाज को चौंका जाता है। वह साबित करता है कि कैसे विफलता और अपमान से भरी जिंदगी भी समाज को प्रेरणा दे सकती है।
फिल्म में लव एंगल भी
फिल्म में समानांतर एक लव स्टोरी भी चलती है। अभय की गर्लफ्रेंड के किरदार में एक्ट्रेस श्रुति सोढ़ी ने सराहनीय काम किया है। फिल्म में वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही एक पंजाबी लड़की की भूमिका में हैं।
श्रुति ने जनवरी 2015 में रिलीज तेलुगु फिल्म ‘पटास’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी और अब तक ‘हैप्पी गो लकी’,‘मिस्टर एंड मिसेज 420’,‘वैशाखी लिस्ट’ और ‘दिल विल प्यार व्यार’ जैसी पंजाबी फिल्मों में काम किया है।
कैदियों ने डिजाइन किया फिल्म का कॉस्ट्यूम
फिल्म की अधिकांश शूटिंग दिल्ली के मुखर्जी नगर, दिल्ली विश्वविद्यालय, कमला नगर, राजेंद्र नगर, कनॉट प्लेस, तिहाड़ जेल और गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन जैसी जगहों पर की गई है. फिल्म के कुछ हिस्सों को नोएडा में भी शूट किया गया है।
फिल्म का कॉस्ट्यूम तिहाड़ जेल के कैदियों ने डिजाइनर विंकी सिंह की देखरेख में तैयार की है। फिल्म 12 मई 2023 को थिएटर्स में रिलीज होगी।
Mar 05 2023, 17:52