क्या पुलिस गाली दे सकती है? पुलिस के गाली देने पर कौन सी धारा लगती है? ऐसी स्थिति में आम आदमी के क्या अधिकार हैं यहां डिटेल में पढ़िए
पुलिस का गालियों के साथ चोली दामन का साथ माना जा सकता है आपने शायद ही ऐसा कोई पुलिस वाला देखा हो जो गाली ना देता हो। ‘अबे-तबे’ करना तो पुलिस की भाषा में शुमार होता है। कहा जाता है कि पुलिस सामान्य पूछताछ तक में संबंधित व्यक्ति पर लाठी की फटकार और गालियों की बौछार तो यूं ही कर देती है। लेकिन भारतीय कानून पुलिस को गाली का हक नहीं देता। इसके खिलाफ आम आदमी को अधिकार प्राप्त है। गाली क्या होती है? क्या पुलिस गाली दे सकती है? यदि पुलिस गाली दे तो उस पर कौन सी धारा लगती है? ऐसे में यहां पढ़िए, पुलिस ऐसा करे तो आम आदमी क्या कर सकता है।
गुस्से या रोष में आकर किसी को कहे अपमानजनक शब्द अथवा अपशब्द, जिनसे किसी की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचती है, गाली कहलाते हैं। बेशक हमारे समाज में गाली देना अच्छा नहीं माना जाता, लेकिन किसी व्यक्ति की मनोदशा को लेकर मनोवैज्ञानिक उसके गाली देने को बेहतर करार देते हैं। उनके अनुसार किसी व्यक्ति के लिए गाली देना इसलिए अच्छा होता है, क्योंकि इससे उसके भीतर का तनाव एवं दबाव क्षरित हो जाता है। वह तनावमुक्त एवं हल्का महसूस करता है।
क्या पुलिस गाली दे सकती है?
जब पुलिस किसी पर कार्रवाई है, किसी संपत्ति का जब्तीकरण करती है, यहां तक कि महज पूछताछ के लिए आती है तो गालियों का इस्तेमाल करती है। या यूं कहें कि गालियों की बौछार करती है तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। टीवी, सिनेमा, वेब सीरीज आदि में भी पुलिस का अंदाज इसी प्रकार का दिखाया जाता है। यदि कोई पुलिस वाला गाली नहीं देता तो लोग उसे पुलिस में मानने को तैयार ही नहीं होते। तो दोस्तों, पहले इसी सवाल पर बात कर लेते हैं कि क्या पुलिस गाली दे सकती है? तो दोस्तों, आपकों स्पष्ट कर दें कि पुलिस गाली नहीं दे सकती है। किसी से किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं कर सकती है। हमारा कानून इसकी इजाजत नहीं देता।
पुलिस के गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
यदि कोई पुलिस वाला किसी व्यक्ति को गाली देता है या उसके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करता है तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी (IPC) धारा (section) 129 के तहत कार्यवाही की जा सकती है। यह अलग बात है कि बहुत सारे लोगों को इस कानून के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। लिहाजा, वे पुलिस की गालियों को विवशता/मजबूरी के अंदाज में बर्दाश्त करते रहते हुए चलते हैं। पुलिस के गाली देने पर भी लोगों का मुंह बंद रखने का एक बड़ा कारण यह भी है कि वह पुलिस के बदला लेने के तरीकों से डरते हैं।
डर होता है कि यदि वे पुलिस के खिलाफ शिकायत करेंगे तो पुलिस उन्हें बाद में किसी न किसी झूठे इल्जाम में फंसा देगी। या फिर उन पर कोई झूठा आरोप लगा कर उन्हें अंदर कर देगी। हमारे समाज में एक कहावत भी प्रचलित है कि ‘पुलिस की ना दोस्ती, अच्छी ना दुश्मनी’। अधिकांश लोग इसी कहावत पर भरोसा करते हैं और पुलिस से दूर ही रहने में भलाई समझते हैं। आलम यह है कि पुलिस द्वारा लाख प्रताड़ित किए जाने की स्थिति में भी बहुत से लोग उसके खिलाफ मुंह नहीं खोलते। और अपना स्थान बदल देने को बेहतर समझते हैं।
अगर पुलिस गाली दे तो क्या करें?
लोग पुलिस की गाली से त्रस्त जरूर होते हैं और पुलिस के तौर-तरीकों के खिलाफ आवाज उठाना चाहते हैं। शिकायत करना चाहते हैं। लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है कि यदि पुलिस गाली दे तो उन्हें क्या करना चाहिए। यदि आप भी ऐसे ही लोगों में हैं तो हम आपको बताएंगे कि आप पुलिस के गाली देने की स्थिति में क्या कर सकते हैं-
यदि पुलिसकर्मी गाली दे तो सबसे पहले यदि संभव हो, आप इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर लें। इससे आपके पास पुलिस के गाली देने से संबंधित एक पुख्ता सुबूत रहेगा।
इसके पश्चात संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अपने नजदीकी थाने में थाना इंचार्ज के पास शिकायत दर्ज कराएं। इसमें पूरा वाकया दर्ज करने के साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों का भी हवाला दें।
यदि आपको गाली किसी थाना इंचार्ज ने दी है तो उसके खिलाफ एसपी/एसएसपी को शिकायत भेजें।
आप चाहें तो डाक के जरिए भी अपनी शिकायत उन तक पहुंचा सकते हैं।
इस शिकायत की एक कॉपी डीआईजी/आईजी/ एवं डीजीपी को भी प्रेषित करें।
शिकायत मिलने के पश्चात सुबूतों के आधार पर उच्च पुलिस अधिकारी द्वारा जांच बिठाई जाएगी। मामला सही पाए जाने पर संबंधित पुलिस वाले के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पुलिस के गाली देने पर उसके खिलाफ शिकायत करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
यदि आप को पुलिस ने गाली दी है और आपने उसके खिलाफ कार्यवाही का मन बना लिया है तो एक बार जरूर याद रखें कि जब भी आप पुलिस के खिलाफ कोई शिकायत करें तो आपके पास पुख्ता सबूत हों। जैसे- आपके पास पुलिसकर्मी के गाली देने की वीडियो रिकॉर्डिंग हो सकती है। इसके अलावा प्रत्यक्षदर्शियों का वीडियो बयान भी आपके लिए बेहद काम का साबित होगा। आपके द्वारा मुहैया कराए गए सुबूतों के आधार पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही आसान हो जाएगी।
क्या पुलिस द्वारा गाली दिए जाने के मामले में संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई होती है?
आपको लगता है कि पुलिस द्वारा गाली दिए जाने पर संबंधित पुलिस अधिकारियों द्वारा दोषी पर किसी प्रकार का कोई एक्शन नहीं लिया जाता तो आप गलत हैं। आपके शिकायत करने और पर्याप्त सबूत देने के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा जांच बिठाई जाती है, जिसमें उसके दोषी साबित होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इसका अंदाजा पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक उदाहरण से लगाया जा सकता है।
हाल ही में पुलिस कर्मी पर एक महिला के यौन शोषण का आरोप लगा था। पुलिस कर्मी द्वारा खुद को कुंवारा बताकर विवाह का झांसा देकर महिला से संबंध बनाए जा रहे थे। बाद महिला की एक बच्ची भी हो गई। लेकिन इसके बावजूद पुलिस कर्मी द्वारा उक्त महिला को अपने साथ नहीं रखा जा रहा था। महिला के विवाह के लिए जोर देने पर उसके खिलाफ अपशब्द कहे जा रहे थे। उसके साथ गाली गलौज किया जा रहा था। जिसके बाद महिला ने वहां के एसएसपी से शिकायत की। उन्होंने पुलिस कर्मी को निलंबित कर उसके खिलाफ जांच बैठा दी।
तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस के व्यवहार में बदलाव क्यों नहीं दिखता?
पुलिस के तौर-तरीकों और उसके व्यवहार में ज्यादा बदलाव नहीं आया है। इसके बहुत सारे कारण माने जा सकते हैं। एक सबसे बड़ा कारण यह है कि पुलिस के कार्य के घंटे अनियमित होते हैं। पुलिसकर्मी पर्याप्त नींद नहीं ले पाते। थानों में स्टाफ की कमी होती है। उन पर दोहरा काम होता है। उनका वेतनमान भी बहुत अधिक नहीं होता। वे परिवार के साथ आनंददाई समय कम ही गुज़ार पाते हैं। व्यस्तता की यह अंधी दौड़ उन्हें फ्रस्ट्रेशन यानी तनाव का शिकार बना देता है। उनका यही फ्रस्ट्रेशन गालियों के रूप में बाहर निकलता है।
गाली क्या होती है?
क्रोध या रोष में आकर किसी को कह गए अपमानजनक शब्द अथवा अपशब्द, जिनसे किसी की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचती है, गाली कहलाते हैं।
क्या पुलिस किसी को गाली दे सकती है?
जी नहीं, पुलिस किसी को गाली नहीं दे सकती है।
यदि पुलिस किसी को गाली देती है तो कौन सी धारा लगती है?
यदि पुलिस किसी को गाली देती है तो आईपीसी की धारा 129 लगती है।
Mar 05 2023, 15:51