क्या आपने सुना नए देश कैलासा के बारे में? जानिए- भगोड़े “नित्‍यानंद की नगरी” के बारे में

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इन दिनों एक नए देश ‘कैलासा’ काफी सुर्खियों में हैं। दरअसल, फरवरी 2023 में संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में एक महिला की तस्वीर दिखी और फिर एक नए देश ‘कैलासा’ की अचानक चर्चा होने लगी। भारत में रेप के आरोपों का सामना कर रहे भगोड़े नित्यानंद ने ये नया “प्रपंच” रचा है।नित्यानंद ने 'यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा' नाम से एक नया देश बनाने का दावा किया है। ताज्जुब ये कि कैलासा को वह हिंदू राष्ट्र कहता है। यही नहीं, उसने अपने देश के प्रतिनिधिमंडल को एक महिला की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होने का दावा किया है।

दरअसल, साध्वियों जैसी वेशभूषा में संयुक्त राष्ट्र के जिनेवा दफ्तर में अंग्रेजी में भाषण देती इस महिला का वीडियो देख पहले तो किसी को समझ नहीं आया कि ये महिला किस देश की प्रतिनिधि हैं। बाद में जब नित्यानंद के ट्वीटर अकाउंट से इसका फोटो डालकर दावा किया की ये उसके देश कैलासा के प्रतिनिधि है। 22 फरवरी को स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में आयोजित आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों की समिति के 73वें सत्र में कैलासा की प्रतिनिधियों के भाग लेने का दावा किया गया है।

यूएन में कैलासा के प्रतिनिधिमंडल का जिस महिला ने नेतृत्व किया उसका नाम विजयप्रिया बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि ‘मां विजयप्रिया नित्यानंद’ यूएन में कैलासा की स्थायी प्रतिनिधि है। 22 फरवरी को स्विटजरलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में काल्पनिक देश कैलासा की ओर से मां विजयप्रिया नित्यानंद के अलावा 5 और महिलाएं शामिल हुई थीं। सम्मेलन में मां विजयप्रिया नित्यानंद ने दावा किया कि हिन्दू परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए भारत में उनके सर्वोच्च गुरु का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से यह तक पूछा कि कैलासा में नित्यानंद और बीस लाख हिंदू प्रवासी आबादी के उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्या उपाय किए जा सकते हैं।

दुनिया के नक्शे पर अचानक एक देश उभर कर आता है, तो जाहिर सी बात है कि लोगों के मन में सवाल पैदा होंगे। सवाल उठेंगे की क्या कोई भी व्यक्ति अपना देश बना सकता है? अगर बना सकता है तो कैसे? लोगों के जेहन में ये भी सवाल हैं कि आखिर नित्‍यानंद का कैलासा कहां है? यह कितना बड़ा देश है? इसकी आबादी कितनी है? 

बता दें कि अक्टूबर 2019 में नित्यानंद देश छोड़कर फरार हो गया था। साल 2020 में नित्यानंद ने घोषणा की थी कि इक्वाडोर के पास उसने एक द्वीप खरीदा है और नए देश की स्थापना की है। उसने ‘कैलासा’ के नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की। वेबसाइट के मुताबिक, ये विश्व का सबसे बड़ा डिजिटल हिंदू राष्ट्र है। इस काल्पनिक देश की वेबसाइट के अनुसार, "कैलासा' कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के हिंदू आदि शैव अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा स्थापित और संचालित एक आंदोलन है और सभी के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। नस्ल, लिंग, पंथ, जाति या पंथ के बावजूद दुनिया के आकांक्षी या सताए गए हिंदू, जहां वे शांतिपूर्वक रह सकते हैं और अपनी आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति को अपमान, हस्तक्षेप और हिंसा से मुक्त व्यक्त कर सकते हैं।

अगस्त 2020 में नित्यानंद ने रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा लॉन्च करने की घोषणा की थी। साथ ही उसने अपने देश की आधिकारिक मुद्रा को ‘कैलाशियन डॉलर’ नाम दिया था। वेबसाइट के मुताबिक, कैलासा देश में बोली जाने वाली भाषाओं में अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल शामिल है। इस देश का राष्ट्रीय पशु नंदी हैं जबकि राष्ट्रीय ध्वज भी है। झंडे पर नित्यानंद की तस्वीर लगी है। भारत की तरह कैलाशा का राष्ट्रीय फूल कमल और राष्ट्रीय वृक्ष बरगद बताया गया है। कैलासा की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 150 देशों में उनका दूतावास भी है।

भारत से भगोड़े नित्यानंद ने एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वीकृति प्राप्त करने के लिए कैलासा के प्रतिनिधियों को संयुक्त राष्ट्र में भेजा, लेकिन यूएन ने विजयप्रिया नित्यानंद द्वारा दिए गए व्‍याख्‍यानों को अप्रासंगिक करार दिया है।संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को जानकारी दी कि पिछले हफ्ते जिनेवा में कार्यक्रमों में भाग लेने वाले काल्पनिक देश यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा के प्रतिनिधि की बातों को कोई जगह नहीं दी जाएगी। साथ ही कहा कि कैलासा की बात का ड्राफ्ट में विचार नहीं किया जाएगा।

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रथम चरण की रद्द परीक्षा की पुनर्परीक्षा पांच मार्च को पटना के 42 केंद्रों


बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रथम चरण की रद्द परीक्षा की पुनर्परीक्षा पांच मार्च को पटना के 42 केंद्रों समेत प्रदेश के 506 केंद्रों पर होगी। इसमें 3,03,833 अभ्यर्थी शामिल होंगे। बीपीएससी की परीक्षाओं की तरह ही परीक्षा से एक घंटा पहले ही इसमें भी परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों का प्रवेश पूरी तरह बंद हो जायेगा। ऐसा प्रश्नपत्र को फिर से वायरल होने की आशंका को रोकने के लिए किया जायेगा। प्रथम चरण की परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा के दौरान ही वायरल हो गया था, जिसके कारण उसे रद्द करना पड़ा था।

सुबह नौ बजे ही शुरू हो जायेगा प्रवेश

परीक्षा दोपहर 12 से 2.15 बजे तक ली जायेगी, लेकिन छात्राें को परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश की इजाजत सुबह नौ बजे से ही दे दी जायेगी. दोपहर 11 बजे इसे बंद कर दिया जायेगा। उसके बाद किसी भी हालत में छात्राें को परीक्षा केंद्र के भीतर नहीं आने दिया जायेगा।

कर्मी भी नहीं ले जायेंगे मोबाइल

परीक्षा केंद्रों के भीतर अभ्यर्थियों के मोबाइल या किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गजट ले जाने पर तो रोक रहेगी। वीक्षक और कर्मी भी परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे।

तीन जगह होगी तलाशी

परीक्षार्थियों की तीन जगह तलाशी ली जायेगी। पहली तलाशी परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार पर ली जायेगी। वहां तलाशी की वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी। दूसरी तलाशी परीक्षा हॉल में प्रवेश के समय ली जायेगी इसके बाद परीक्षा कक्ष के भीतर भी छात्रों की तलाशी ली जायेगी। परीक्षा केंद्रों के भीतर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी होंगे। इसके लिए सभी जिलों के डीएम को आयोग की तरफ से पत्र लिखा गया है।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में कराया गया भर्ती

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कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी को बुखार है। अस्पताल की ओर से कहा गया है कि सोनिया गांधी अभी निगरानी में हैं और उनके मेडिकल टेस्ट किए जा रहे हैं। हालांकि हालत अभी स्थिर बताई गई है।

बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती

अस्पताल ने हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए जानकारी दी कि सोनिया गांधी का इलाज चेस्ट मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अरूप बसु और उनकी टीम कर रही है। दो मार्च को बुखार की शिकायत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका इलाज लगातार चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।

इस साल दूसरी बार अस्पताल में भर्ती

बता दें कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा को फेफड़ों से संबंधित समस्या है. सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें 4 जनवरी को भी सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस वक्त वह अपने रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थीं. भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा था. 10 जनवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी.

कोनराड संगमा ने राज्यपाल से मिलकर पेश किया सरकार बनाने का दावा, शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते हैं पीएम मोदी

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मेघालय विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 26 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है।मेघालय के सीएम कोनराड के संगमा ने शुक्रवार को राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और फिर से सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

संगमा को 32 से ज्यादा विधायकों का समर्थन

सरकार बनाने को लेकर दावा किया जाने से पहले कोनराड संगमा ने कहा कि बीजेपी ने हमें अपना समर्थन दिया है। हम राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं. हम उनसे अनुरोध करेंगे वो नेशनल पीपुल्स पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।एनपीपी प्रमुख कोनराड संगमा ने कहा कि उनके पास मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है।

शपथ समारोह में पहुंच सकते हैं पीएम मोदी-शाह

संगमा ने बताया कि उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, 'हमें सूचित किया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और शायद पीएम शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। हम पीएमओ से पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहे हैं।' 

बीजेपी सिर्फ दो सीटें जीत सकी

बता दें कि कोनराड संगमा नेशनल पीपुल्स पार्टी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। कोनराड संगमा ने बीजेपी के सहयोग से राज्य में एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे हैं। इससे पहले भी उनकी सरकार बीजेपी के सहयोग से चल रही थी। मेघालय में बीजेपी सिर्फ दो सीटें जीत सकी है। संगमा की पार्टी एनपीपी 26 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एनपीपी की सहयोगी रही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) 11 सीट पर जीत हासिल कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने पांच-पांच सीट पर विजय प्राप्त की है।

बीजेपी विधायक का बेटा 40 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, ऑफिस और घर से मिली नोटों की गड्डियां

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कर्नाटक में बीजेपी विधायक के बेटे को लोकायुक्त के अधिकारियों ने रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने उसे 40 लाख रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। उसके बाद जब घर और ऑफिस की तलाशी ली गई को वहां करोड़ों के कैश मिले।

कर्नाटक में लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की।पहले लोकायुक्त ने विधायक मदल विरुपक्षप्पा के बेटे को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसके कार्यालय और विधायक के आवास पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान बीजेपी विधायक मादल विरुपक्षप्पा के बेटे के घर से 6 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई है।इसके अलावा विधायक के बेटे प्रशांत मदल के कार्यालय से 1.7 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ। लोकायुक्त की टीम अभी भी प्रशांत के घर पर मौजूद है और तलाशी अभियान जारी है।

कर्नाटक में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी विधायक के बेटे के घर से इतनी मोटी रकम बरामद होने के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक के बेटे के खिलाफ हुई ये कार्रवाई चुनावी मुद्दा भी बन सकती है।

कैम्ब्रिज में राहुल गांधी के बयान पर भाजपा का पलटवार, अनुराग ठाकुर बोले- उनके फोन में नहीं, दिमाग में पेगासस

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लंदन स्थित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने भाषण में पेगासस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी द्वारा विदेशी धरती पर दिए बयान पर भाजपा भड़क गई है। इस पर केंद्रीय मंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी एक बार फिर विदेशी धरती पर होहल्ला मचाने का काम कर रहे हैं। पेगासस उनके फोन में नहीं, दिमाग में है।

कांग्रेस नेता विदेशी धरती पर देश का नाम बदनाम करते है-ठाकुर

अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और उनके नेता केवल विदेशी धरती पर देश का नाम बदनाम करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल के फोन में नहीं दिमाग में पेगासस है। बार-बार झूठ बोलना, विदेशी धरती का विदेशी दोस्तों, विदेशी एजेंसियों का इस्तेमाल करना यह आदत बन गई है भारत को बदनाम करने की। यह नफरत राहुल गांधी की प्रधानमंत्री के प्रति तो हो सकती है, लेकिन देश को बदनाम करने की ये साजिश जो उनकी विदेशी धरती से, कभी विदेशी दोस्तों के जरिए होती है, यह प्रश्नचिह्न खड़ा करता है कि कांग्रेस का एजेंडा क्या है।

विदेश में जाकर झूठ बोल रहे हैं-ठाकुर

बीजेपी नेता ने आगे कहा कि जब कांग्रेस की धुलाई और सफाई हर चुनाव में हो रही हो, देश में स्वीकारता नहीं, ऐसे में विदेश में जाकर झूठ बोल रहे हैं। कोर्ट-संसद से माफी मांगते हैं। राहुल अभी बेल पर हैं। मजबूत पीएम मिला जो महिला, मजदूर, गरीब कल्याण के बारे में सोचता है। विदेश में फंसे भारतीयों को बचाकर लाता है। दूसरे देशों को आपदा में मदद करता है। ये मजबूत भारत है। उन्होंने कहा कि कल के चुनावी नतीजे बताते हैं कि कांग्रेस का एक बार फिर सफाया हो गया है। कांग्रेस लोगों के जनादेश को स्वीकार नहीं कर पा रही है और कल के नतीजे बताते हैं कि लोग पीएम मोदी पर भरोसा करते हैं।

इटली की पीएम ने क्या कहा उन्होंने शायद सुना नहीं-ठाकुर

अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। उन्होंने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि इटली की प्रधानमंत्री ने क्या कहा, शायद उन्होंने (राहुल गांधी) सुना नहीं था। उन्होंने (जॉर्जिया मेलोनी) कहा कि पीएम मोदी को दुनियाभर में लोग प्यार करते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि दुनियाभर में मोदीजी के नेतृत्व में भारत के प्रति जो सम्मान बढ़ा है, वह आज कोई और नहीं, दुनियाभर के नेता कह रहे। राहुलजी किसी और की नहीं, इटली की प्रधानमंत्री और उनके नेताओं की ही सुन लेते। 

पेगासस की जांच के लिए मोबाइल क्यों नहीं दिया-ठाकुर

अनुराग ठाकुर ने कहा, "ये पेगासस कहीं और नहीं उनके दिल और दिमाग में बैठा हुआ है। पेगासस पर क्या मजबूरी थी कि राहुल गांधी ने अपना मोबाइल जमा नहीं करवाया। वह नेता जो भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर है, ऐसा क्या था उनके मोबाइल में जो उनको अब तक छिपाना पड़ रहा है। उन्होंने और अन्य नेताओं ने अपना मोबाइल जमा क्यों नहीं करवाया।"

विदेशी धरती पर अपनी ही सरकार को घेरने में जुटे राहुल गांधी, कहा- भारत में लोकतंत्र खतरे में, मेरी भी जासूसी हुई

#rahul_gandhi_cambridge_university_democracy_pegasus_spyware_india 

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों लंदन में हैं। कैंब्रिज विश्वविद्यालय में उन्होंने भारत में लोकतंत्र, कश्मीर और मौजूदा सरकार के बारे में अपनी राय रखी।लंदन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एमबीए के छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल ने भारत सरकार को ही घेरना शुरू कर दिया। यहां तक कह दिया कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है।यहां के बेसिक स्ट्रक्चर पर हमला किया जा रहा है। विपक्षी नेताओं पर जासूसी कराए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे खुद के फोन में पेगासस था, कई बड़े नेताओं के फोन में पेगासस था।

कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम ऐसी दुनिया बनते हुए नहीं देख सकते जो लोकतांत्रिक मूल्यों ने जुड़ी हुई न हो। उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों की वकालत करते हुए कहा कि इसे विश्व के किसी समुदाय पर थोपा नहीं जाना चाहिए।उन्होंने भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में निर्माण क्षेत्र में गिरावट का जिक्र किया। कहा, इस बदलाव बड़े पैमाने पर असमानता और आक्रोश सामने आया है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और संवाद की जरूरत है। 

राहुल गांधी से पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में सवाल किया गया कि सवाल उन्होंने अच्छा काम क्या किया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर आप देखें तो महिलाओं को गैस सिलेंडर देना, बैंक अकाउंट खोलना यह अच्छी चीज है। लेकिन जिस तरह की बुनियाद वो रख रहे हैं वो सही नहीं।नरेंद्र मोदी भारत की पहचान को बर्बाद कर रहे हैं। वो एक ऐसा विचार थोपने का काम कर रहे हैं जो भारत को आगे लेकर नहीं जाएगा। 

देश के वर्तमान हालात पर चिंता जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। भारत के लोकतंत्र के बेसिक स्ट्रक्चर पर हमला हो रहा है। पीएम संसदीय ढांचे को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। हालात ये हो गए हैं कि संसद में आवाज उठाने पर विपक्ष को जेल में डाल दिया जाता है। उनके खिलाफ लगातार केस किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के खिलाफ मामले दर्ज हैं। मेरे खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं जो आपराधिक मामलों के तहत नहीं होने चाहिए। अल्पसंख्यकों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। 

विपक्ष के नेताओं पर जासूसी की शंका जताते हुए राहुल गांधी ने कहा, मेरे खुद के फोन में पेगासस था। कई बड़े नेताओं के फोन में भी पेगासस था। मुझे कई खुफिया अधिकारियों ने बुलाया और सलाह देते हुए कहा ध्यान से बोलिए, आपका फोन सर्विलांस पर है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस लगा हुआ है। विपक्षी नेताओं के फोन लगातार टेप किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया और ज्यूडिशियरी को कंट्रोल में किया जा रहा है।

बता दे कि राहुल गांधी कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल (कैम्ब्रिज जेबीएस) में विजिटिंग फेलो हैं। राहुल ने इसके पहले भी लंदन, जर्मनी, अमेरिका समेत कई देशों से भारत सरकार के खिलाफ बयान दे चुके हैं। 2022 में भी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन के दौरान राहुल ने भारत की तुलना पाकिस्तान से कर दी थी। जिसके बाद यहां खूब विवाद हुआ था।

भारत की मेजबानी में दिल्ली में आज क्वाड सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक, चीन पर हो सकती है अहम चर्चा

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भारत के नेतृत्व में क्वाड के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक आज नई दिल्ली में होगी। इस बैठक की अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वांग शामिल होंगी।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, क्वाड के विदेश मंत्रियों की अगली बैठक की मेजबानी भारत तीन मार्च को नई दिल्ली में करेगा। उसने कहा कि इस बैठक में मंत्रियों के लिए सितंबर 2022 में न्यूयॉर्क में उनकी पिछली बैठक में हुई बातचीत को जारी रखने का अवसर मिलेगा। क्वाड में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा, वे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हालिया घटनाक्रम पर और आपसी हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे जो एक खुले, स्वतंत्र और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के उनके दृष्टिकोण पर आधारित होगा। उसने कहा कि विदेश मंत्री अपने रचनात्मक एजेंडे को आगे बढ़ाने और क्षेत्र की समकालीन प्राथमिकताओं पर ध्यान देने के उद्देश्य से की गई पहलों के कार्यान्वयन में क्वाड द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा भी करेंगे।

इस के अलावा, क्वाड के विदेश मंत्रियों के रायसीना डायलॉग में एक पैनल में भाग लेने की उम्मीद है। इस डायलॉग का आयोजन विदेश मंत्रालय करता है जिसमें भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर प्रमुखता से चर्चा होती है।

इटली की पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर की तारीफ, बताया दुनिया में सबसे चहेता नेता

#pm_modi_is_the_most_loved_one_of_all_leaders_around_the_world_said_italian_pm

इटली की प्रधानमंत्री जियॉर्जिया मेलोनी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को प्रमुख वर्ल्ड लीडर होने के लिए बधाई दी और कहा कि वह विश्व स्तर पर सभी नेताओं में सबसे प्रिय हैं।इटली की नई प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी दिल्ली में रायसीना डायलॉग के आठवें संस्करण में भाग लेने के लिए भारत पहुंची हैं। गुरुवार को दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। जहां उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की।

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की।प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेलोनी ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे चहेते नेता हैं। ये साबित हो चुका है कि वो कितने बड़े लीडर हैं। इसके लिए उन्हें बधाई।इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की बात सुनकर पीएम मोदी मुस्कुराने लगे।

मेलोनी ने आगे कहा, भारत के साथ हमारे रिश्ते बेहद मजबूत हैं। हम स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप बनाए रखने के लिए काम करते रहेंगे। मोदी जानते हैं कि वो दोनों देशों के संबंधों को बढ़ाने के लिए हम पर भरोसा कर सकते हैं। भारत की तारीफ करते हुए मेलोनी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारत, रूस-यूक्रेन जंग खत्म करने में अहम रोल निभा सकता है। दुनिया को साथ रखना जरूरी है।

इस पर मोदी ने कहा- यूक्रेन जंग की शुरुआत से ही भारत ने साफ किया है कि इस विवाद को बातचीत और डिप्लोमेसी से ही सुलझाया जा सकता है। भारत किसी भी शांति प्रक्रिया में योगदान देने के लिए तैयार है। हम इंडो-पैसिफिक में इटली की सक्रिय भागीदारी का भी स्वागत करते हैं। बहुत खुशी की बात है कि इटली ने इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव में शामिल होने का फैसला किया है।

मेलोनी ने आगे कहा कि इटली का उद्देश्य रक्षा-ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ साइबर सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में भारत के साथ अपनी पार्टनरशिप को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, हमने रणनीतिक साझेदार बनने का फैसला किया क्योंकि हमारे संबंध बहुत मजबूत हैं।

बता दें कि पिछले पांच साल में इटली के किसी शीर्ष नेता की इस तरह की पहली भारत यात्रा है. मेलोनी के साथ उनके डिप्टी और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी और एक कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है. मेलोनी ऐसे समय में भारत दौरे पर आई हैं, जब भारत के पास G-20 की अध्यक्षता है.

पढ़िए, कौन हैं पूर्व जज अभय मनोहर सापरे जिनकी अगुवाई में अदानी हिंडनबर्ग मामले की जांच, दो माह में जांच रिपोर्ट सेबी को सौंपने का भी है निर्देश

अडानी ग्रुप- हिंडनबर्ग मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को 2 महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। साथ ही रेगुलेटरी मैकेनिज्म की समीक्षा के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी का भी गठन किया है। इस कमेटी में चेयरमैन समेत कुल 6 सदस्य शामिल हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा कि एक्सपर्ट कमेटी की अगुवाई सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अभय मनोहर सापरे करेंगे।

कमेटी के चेयरमैन जस्टिस अभय मनोहर सापरे 27 अगस्त 2019 को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे। जस्टिस सापरे सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट की उस नौ जजों की संविधान पीठ का हिस्सा थे, जिसने राइट टू प्राइवेसी पर ऐतिहासिक फैसला दिया था। जस्टिस सापरे सुप्रीम कोर्ट में आने से पहले गुवाहाटी हाईकोर्ट और मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे। इसके अलावा राजस्थान हाईकोर्ट और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में बतौर जज भी सेवा दे चुके हैं।

एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य

1 – ओपी भट्ट: कमेटी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पूर्व चेयरमैन ओपी भट्ट (OP Bhat) को भी शामिल किया गया है। ओपी भट्ट इन दिनों ओएनजीसी में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के तौर पर सेवा दे रहे हैं। इसके अलावा टाटा स्टील लिमिटेड और हिंदुस्तान युनिलीवर में भी इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं।

2 – जस्टिस जेपी देवधर: एक्सपर्ट कमेटी में बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस जेपी देवधर को भी शामिल किया गया है। जस्टिस देवधर सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल के पूर्व प्रिसाइडिंग ऑफिसर भी रहे हैं।

3 – केवी कामत: कमेटी के सदस्यों में केवी कामत भी शामिल हैं, जो ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक के पूर्व प्रमुख रहे हैं और इंफोसिस लिमिटेड के भी चेयरमैन भी रह चुके हैं।

4 – नंदन नीलेकणी: एक्सपर्ट कमेटी में इंफोसिस के सह संस्थापक नंदन नीलेकणी (Nandan Nilekani) को भी शामिल किया गया है। नंदन नीलेकणी आधार बनाने वाली संस्था यूआईडीएआई के पूर्व चेयरमैन भी हैं।

5 – सोमशेखर सुंदरेसन: कमेटी के पांचवें सदस्य एडवोकेट सोमशेखर सुंदरेसन है। सुंदरेसन को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने मुंबई हाईकोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की है, जो केंद्र के पास लंबित है।

कमेटी को क्या काम सौंपा है?

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि एक्सपर्ट कमेटी पूरे मामले की ओवरऑल समीक्षा करेगी और यदि इसका सिक्योरिटी मार्केट पर किसी तरह असर पड़ा है तो यह भी देखेगी। साथ ही निवेशकों की जागरूकता के लिए और क्या कदम उठाया जा सकता है, यह भी सुझाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के चेयरमैन को निर्देश दिया है कि एक्सपर्ट कमेटी जो जानकारी मांगे, वो सब उपलब्ध कराएं।