“आप” के लिए कितने “खास” थे सिसोदिया, जेल जाने के बाद केजरीवाल की कितना बढ़ेगी परेशानी?

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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई के शिकंजे में हैं। सीबीआई ने सिसोदिया को दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के आरोपों की जांच करते हुए गिरफ़्तार किया है। अब इस हालात में एक बड़ा सवाल ये है कि सीबीआई की इस कार्रवाई से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी आम आदमी पार्टी और पार्टी की सियासत पर क्या असर पड़ेगा?

बजट कौन पेश करेगा?

डिप्टी-सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल के सामने सबसे बड़ा सवाल है, बजट कौन पेश करेगा? मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से दिल्ली सरकार की ओर से अगले माह में पेश होने वाले बजट पर असर पड़ सकता है। 2015 मेंआप की सरकार बनने के बाद से ही सिसोदिया हर साल बजट पेश करते आ रहे हैं। ऐसे में केजरीवाल के लिए फौरी तौर पर दिल्ली सरकार का बजट निर्धारित तरीके से पेश करना बड़ा चैलेंज हो सकता है। पिछले दिनों ही जब सीबीआई ने सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था तो उन्होंने बजट के नाम पर सीबीआई से कुछ दिनों की मोहलत भी मांगी थी। चूंकि कई विभाग सिसोदिया के पास ही है ऐसे में बजट बनाना और कल्याणकारी योजनाओं को उसमें शामिल करना पूरी दिल्ली सरकार के लिए आसान नहीं होगा। इस बीच, समाचार एजेंसी पीटीआई को आप सूत्रों ने बताया कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं।

आप सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पड़ सकता है असर

सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि सिसोदिया अहम मंत्रालयों को संभाल रहे हैं। सत्येंद्र जैन की गिरफ़्तारी के बाद से सिसोदिया दिल्ली सरकार के 33 में से 18 विभागों की ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे। इनमें शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य और लोक कल्याण से लेकर गृह जैसे अहम मंत्रालय शामिल हैं। दिल्ली सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, कुल 33 विभाग में से स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सेवा, वित्त, बिजली, गृह और शहरी विकास सहित 18 मौजूदा डिप्टी-सीएम के पास हैं। वह बाकी विभागों के प्रभारी भी हैं, जो खास तौर पर किसी मंत्री को नहीं दिए गए हैं। ऐसे में अगर वे लंबे समय तक न्यायिक हिरासत में रहते हैं तो आप सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर असर पड़ सकता है। 

सिसोदिया के कामों का बंटवारा एक बड़ी चुनौती

सिसोदिया सीएम के सबसे खास, नजदीकी और मंझे हुए सियासी चेहरा माने जाते हैं। तभी तो 18 मंत्रालयों की जिम्मेदारी सिसोदिया के कंधों पर थी। अब केजरीवाल के लिए सरकार का काम चलाना एक समस्या बन सकती है। पार्टी के सामने एक बड़ी चुनौती सिसोदिया को दिए गए काम के बंटवारे की होगी। नियमों के मुताबिक़, दिल्ली सरकार में एक वक़्त में अधिकतम सात मंत्री रह सकते हैं जिनमें मुख्यमंत्री पद भी शामिल है।इस समय दिल्ली सरकार के दो शीर्ष मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया जेल में हैं। ऐसे में सरकार चलाने का दारोमदार अरविंद केजरीवाल, कैलाश गहलोत, राज कुमार आनंद, गोपाल राय और इमरान हुसैन पर है। वैसे, गहलोत छह पोर्टफोलियो देख रहे हैं, जिसमें परिवहन और राजस्व शामिल हैं। आनंद के पास चार, राय के पास तीन और हुसैन के पास केवल दो हैं।

पार्टी की सियासत पर होगा असर

सिसोदिया को ऐसे समय पर गिरफ़्तार किया गया है जब अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव भी करीब है। ऐसे में पार्टी के चुनावी प्लान को भी सिसोदिया के जेल में होने से झटका लग सकता है। केजरीवाल थर्ड फ्रंट की कोशिश करते दिखे हैं। लेकिन अब उन्हें सरकार पर ज्यादा ध्यान देना होगा। 2023 में ही कई राज्यों में चुनाव होने हैं। केजरीवाल आगामी हफ्तों में कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान, एमपी जाने वाले हैं, लेकिन इस स्थिति में चुनौतियां बढ़ने वाली हैं।

दिल्ली हाईकोर्ट ने अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज किया, कहा- स्कीम पूरी तरह सही, हस्तक्षेप की कोई वजह नहीं

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केंद्र सरकार को दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से बड़ी राहत मिली है। दरअसल दिल्ली हाईकोर्ट ने अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि उसे इस योजना में दखल देने की कोई वजह नजर नहीं आती। योजना पूरी तरह से सही है।कोर्ट ने पिछले साल 15 दिसंबर को इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था। इसके बाद ही फैसले का इंतजार किया जा रहा था।

हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच ने अग्निपथ योजना पर सुनवाई की।कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा, इस स्कीम को लाने का मकसद हमारी सेनाओं को बेहतर तरीके से तैयार करने का है और ये देश हित में है। वहीं, जो लोग पुरानी नीति के आधार पर ही नियुक्ति की मांग कर रहे थे कोर्ट ने उनकी मांग को भी ये कहते हुए खारिज किया कि मांग जायज नहीं है।

दरअसल, देश के अलग-अलग हिस्सों में अग्नीपथ स्कीम को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और सुप्रीम कोर्ट ने सभी मामलों की सुनवाई दिल्ली हाई कोर्ट में ट्रांसफर की थी। आज दिल्ली हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने दायक याचिकाओं पर फैसला सुनाया।

सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना पिछले साल 14 जून को शुरू की गई. योजना की लॉन्चिंग के बाद कई राज्यों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। कई जगह आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं। वहीं, कई लोगों ने योजना को रद्द करवाने के लिए अदालत का दरवाजा भी खटखटाया। अग्निपथ योजना के नियमों के मुताबिक, 17.5 साल से 21 साल की उम्र के लोग सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद नियुक्त होने वाले 25 फीसदी को परमानेंट नौकरी दी जाएगी।

दिल्ली शराब घोटालाःदेश के कई राज्यों के नेता और व्यवसायी से जुड़े तार, सिसोदिया समेत अब तक 10 से ज्यादा लोग गिफ्तार, अब किस पर लटक रही तलवार?

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दिल्ली शराब घोटाले मामले में सीबीआई ने रविवार 27 फरवरी को करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। शराब नीति घोटाले मामले में सीबीआई ने पिछले साल 17 अगस्त 2022 को मामला दर्ज किया था और अपनी जांच शुरू की थी। दिल्ली के शराब कांड में कई राज्यों और नेताओं का कनेक्शन सामने आ चुके हैं। इसके तार तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, समेत कई दक्षिणी राज्यों के साथ पंजाब तक पाए जुड़ते देखे गए। इस मामले में 6 महीने में मनीष सिसोदिया समेत 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

पहली गिरफ्तारी विजय नायर की

इस मामले में पहली गिरफ्तारी विजय नायर की थी। सीबीआई ने 27 सितंबर 2022 को आप मीडिया प्रभारी विजय नायर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अगले ही दिन 28 सितंबर 2022 को शराब करोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया। इन दो गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने अपनी जांच और कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए 9 अक्टूबर 2022 को अभिषेक बोइनपल्ली के तौर पर तीसरी गिरफ्तारी की। इससे पहले 16 सितंबर को ईडी ने भी इस मामले में दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, नेल्लोर और चेन्नई समेत देशभर में 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तब सिर्फ हैदराबाद में ही 25 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। इसके बाद 7 अक्टूबर को दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में 35 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा गया था।

एक के बाद एक गई गिरफ्तारियां

ईडी ने दिसंबर में गुरुग्राम से कारोबारी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अगली कार्रवाई इसी महीने की शुरूआत में हुई थी। ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे और पंजाब के व्यवसायी गौतम मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में सीबीआइ ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंटला को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में चैरियट प्रोडक्शन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश जोशी को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में 9 फरवरी को राजेश जोशी नाम के शख्स को ईडी ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। जोशी चैरियट एडवरटाइजिंग नाम की एक एड कंपनी चलाते हैं। उन्हें गोवा चुनाव के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जोशी पर आरोप है उन्होंने एड कंपनी रथ एडवरटाइजिंग के माध्यम से आरोपी दिनेश अरोड़ा के जरिए गोवा चुनाव के लिए 30 करोड़ रुपये की रिश्वत ली।

वाईएसआरसीपी सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी का बेटा गिरफ्तार

राजेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई। ईडी ने आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे मगुंटा राघव को गिरफ्तार किया। सांसद के बेटे ने ईडी को जांच में सहयोग नहीं किया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने भी पिछले साल राघव से पूछताछ की थी। कहा जा रहा है कि शराब घोटाले की योजना बनाने और बड़ा मुनाफा कमाने में वाएसआर सांसद के बेटे का बड़ा किरदार रहा।

ये हो सकता है अगला नाम 

दिल्ली शराब घोटाला मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के बेटी कविता का नाम भी आया था, जब उनके पूर्व सीए बुच्ची बाबू गोरंटला को गिरफ्तार किया था। पिछले साल दिसंबर में केसीआर की बेटी कविता से सीबीआई ने पूछताछ की थी। कविता पर ईडी का आरोप था कि वो उस 'साउथ कोर्टल' का हिस्सा थीं, जिसे इस घोटाले में रिश्वत से फायदा हुआ था। जांच के अनुसार विजय नायर ने आप के नेताओं की ओर से साउथ ग्रुप (सरत रेड्डी, के.कविता द्वारा नियंत्रित) कहे जाने वाले एक समूह से कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली।

*मेघालय और नागालैंड में वोटिंग जारी, कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों राज्यों की 118 सीटों पर हो रहा मतदान*

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पूर्वोत्तर के दो राज्यों में मेघालय और नगालैंड में सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। दोनों राज्यों में कुल 118 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। दोनों ही राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं लेकिन दोनों प्रदेशों में वोटिंग 59-59 सीटों पर हो रही है। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जो कि शाम सात बजे तक चलेगा।

मेघालय में इस बार कुल 369 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें 36 महिला प्रत्याशी हैं। जबकि 44 निर्दलीय हैं। मेघालय में करीब 11 लाख महिलाएं सहित 21 लाख से ज्यादा 369 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। मेघालय में करीब 81 हजार वोटर पहली बार मतदान करेंगे। 59 सीटों पर मतदान के लिए राज्य में 3,419 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मेघालय में विधानसभा की 60 सीटों में से 36 सीटें खासी एवं जैंतिया हिल्स में और 24 सीटें गारो हिल्स में आती हैं।

मेघालय में इस बार सभी पार्टियां अकेले चुनाव मैदान में है। 2018 के मुकाबले इस बार बीजेपी और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने चुनाव पूर्व कोई गठबंधन नहीं किया है। मेघालय के पूर्व मंत्री और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह के निधन के कारण शिलांग सीट में मतदान टल गया। इसलिए 60 में से 59 सीटों पर मतदान होगा। मेघालय में बीजेपी और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। एनपीपी 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में 58 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

वहीं, नागालौंड में 60 सीटों में से 59 पर वोटिंग होनी है। 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए चार महिलाओं एवं 19 निर्दलीय समेत 183 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। राज्य की अकुलुतो विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार काजेतो किमिनी निर्विरोध जीत गए हैं। नागालैंड में सत्ताधारी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और बीजेपी के गठबंधन का मुकाबला नगा पीपल्स फ्रंट के साथ है। नागालैंड में एनडीपीपी ने 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि बीजेपी 20 सीटों पर मैदान में है। कांग्रेस 23 सीट और एनपीएफ 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

*कोर्ट में मनीष सिसोदिया की पेशी आज, गिरफ्तारी के बाद गरमायी दिल्ली, आप के आह्वान के बाद पुलिस अलर्ट*

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दिल्ली का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच राजधानी का सियासी पारा उस पर अचानढ़ चढ़ गया, जब सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया। दिल्ली में शराब नीति से जुड़े केस में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदियो की गिरफ्तारी के बाद सियासी गलियारे में गहमागहमी है। इधर सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी ने देश व्यापी विरोध का आह्वान किया है।

कोर्ट से रिमांड मांग सकती है सीबीआई

आबकारी घोटाले में सीबीआई आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कोर्ट में पेश करेगी। इस दौरान सीबीआई उनपर लगे आरोपों की सूची के साथ उसके समर्थन में संबंधित दस्तावेज भी कोर्ट में दाखिल करेगी। सीबीआई आगे की पूछताछ के लिए सिसोदिया का कोर्ट से कस्टडी रिमांड मांग सकती है। इसके लिए सीबीआई ने तैयारी शुरू कर दी है। सीबीआई दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लंच से पहले कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सुबह कोर्ट खुलते ही संबंधित फाइल कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी।

गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर संग्राम

इधर, आम आदमी पार्टी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़क पर संग्राम की तैयारी की है। आम आदमी पार्टी दोपहर 12 बजे बीजेपी मुख्यालय का घेराव करेगी। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी मुख्यालय पर धरना देने का आह्वान किया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और अडानी से यारी के विरोध में आज पूरे देश में प्रदर्शन करके ‘Black Day’ आम आदमी पार्टी मनाएगी।

आज होने वाले प्रदर्शनों को लेकर दिल्ली पुलिस मुस्तैद

सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद गरमाए दिल्ली के माहौल को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में आ गई। उपमुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस के दोनों जोन के विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक व डॉ. सागरप्रीत हुड्डा सक्रिय हो गए। उन्होंने थानाध्यक्षों समेत सभी सीनियर पुलिस अधिकारियों को वायरलैस पर व व्हाट्सएप मैसेज कर अलर्ट रहने के आदेश दिए। सभी थाना पुलिस को इलाके में गश्त करने व पिकेट लगाकर चेकिंग करने के आदेश दिए गए हैं। लोगों के सीबीआई मुख्यालय की ओर से आने से रोकने के लिए कहा गया। वार्ड व विधानसभा स्तर पर संभावित प्रदर्शनों को रोकने के लिए कहा है।

दरअसल, देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी यानी कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021-22 की आबकारी नीति लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिसोदिया को करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम अरेस्ट कर लिया था। जून, 2022 में दिल्ली के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई है।

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान पहुंचे डिप्टी सीएम के घर

 दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कथित शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। मनीष सिसोदिया को आठ घंटे की पूछताछ के बाद CBI ने गिरफ्तार किया है। 

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम के घर पहुंचे।

इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पहुंचे और उनके परिवार से मुलाकात की। 

परिजनों से मुलाकात से पहले सीएम केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर ट्वीट किया। उन्होंने कहा- “मनीष बेकसूर है, उनकी गिरफ़्तारी गंदी राजनीति है। मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं। लोगों को सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। इस से हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा।”

इससे पहले दिल्ली शराब घोटाला केस में मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने कार्रवाई को भाजपा की तानाशाही करार दिया। आतिशी सिंह ने कहा- “भाजपा आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवल और मनीष सिसोदिया की लगातार बढ़ती लोकप्रियता से डरी हुई है। यही वजह है कि झूठा आरोप लगाकर केंद्रीय एजेंसियों के जरिए गिरफ़्तारी कारवाई गई।” 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप नेता आतिशी सिंह ने कहा- "सीबीआई और पांच सौ अफसर लगाने के बाद भी ये प्रमाण नहीं रख पाई कि मनीष सिसोदिया ने एक रुपये का भी भ्रष्टाचार (दिल्ली शराब घोटाले में) किया है। आज मनीष की गिरफ़्तारी किसी पॉलिसी, किसी जांच की वजह से नहीं हुई है। आज मनीष की गिरफ़्तारी आम आदमी और केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से हुई।"

पाकिस्तान में आतंक और महंगाई की मार एक साथ, बलूचिस्तान धमाके में फिर 4 मौतें

डेस्क: पाकिस्तान में महंगाई और आतंकवादी एक साथ वार कर रहे हैं। इससे ज्यादातर लोग गरीबी और भुखमरी से मर रहे हैं, बाकियों को आतंकवाद मार रहा है। पिछले 2 महीनों के दौरान पाकिस्तान में करीब एक दर्जन से आतंकी हमले और बम विस्फोट हो चुके हैं। इसमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है।

 ताजा मामले में ब्लूचिस्तान में बम विस्फोट किए जाने की खबर है, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई है। इससे आसपास के क्षेत्रों में भी अफरातफरी मच गई है। तहरीके-तालीबान (टीटीपी) पाकिस्तान के विभिन्न शहरों और प्रातों में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहा है।

बताया जा रहा है कि रविवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रविवार सुबह एक बाजार में हुए विस्फोट में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। बरखान के उपायुक्त अब्दुल्ला खोसो ने ‘डॉन’ समाचार पत्र से कहा कि धमाका राखनी बाजार इलाके में मोटरसाइकिल में लगा इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस (आईईडी) फटने से हुआ।

 बरखान के थाना प्रभारी सज्जाद अफजाल ने कहा कि घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और आगे की जांच के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है। घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनकी पुष्टि नहीं की जा सकती।

पीएम शहबाज शरीफ ने की हमले की निंदा

इन वीडियो में कार्यकर्ताओं को खून से लथपथ पीड़ितों को कथित घटनास्थल से ले जाते हुए देखा जा सकता है और आसपास भारी भीड़ दिख रही है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदूस बिजेन्जो ने विस्फोट की निंदा की है और अधिकारियों को दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है। 

उन्होंने कहा, “निर्दोष लोगों का खून बहाने वाले मानवता के दुश्मन हैं।” इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी विस्फोट की निंदा की और मुख्यमंत्री से रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले पाकिस्तान के पेशावर में भी आतंकी हमला हुआ था, जिसमें दर्जनों लोगों की जान गई थी। पुलिस थानों पर भी टीटीपी कई बार हमले कर चुका है, जिसमें कई पुलिसकर्मियों की जान जा चुकी है।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद घमासान, राघव चड्ढा ने किया ट्वीट, 'जेल के ताले टूटेंगे, सिसोदिया छूटेंगे'

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद पॉलिटिकल रिएक्शन भी आने लगे हैं। गिरफ्तारी पर भड़के आप नेता संजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी तानाशाही की इंतेहा है। आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नहीं किया।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। इधर, सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद पॉलिटिकल रिएक्शन भी आने लगे हैं। आम आदमी पार्टी अब आग बबूला हो गई है। गिरफ्तारी पर आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि जेल के ताले टूटेंगे मनीष सिसोदिया छूटेंगे।

आप नेता और सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी तानाशाही की इंतेहा है। आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नहीं किया। मोदी जी, भगवान भी आपको माफ़ नहीं करेगा। एक आपकी तानाशाही का अंत ज़रूर होगा मोदी जी।

हिम्मत है तो अडानी पर कार्रवाई करके दिखाओ

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मोदीजी, आपके जुर्म हमारे हौसले कम नहीं कर सकते. संजय सिंह ने कहा कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के लाखों बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं। आपके मित्र अडानी लाखों करोड़ का घोटाला कर रहे हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो अडानी पर कार्रवाई करके दिखाओ।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने किया गिरफ्तार, आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद हुई कार्रवाई


दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है। सीबीआई दफ्तर जाने से पहले उन्होंने अपनी मां का आशीर्वाद लिया था और राजघाट पहुंचे थे। यहां सिसोदिया ने महात्मा गांधी को नमन किया था। घर से निकलते समय सिसोदिया ने मुस्कुराते हुए विक्ट्री साइन दिखाया था।

इन सबूतों के आधार पर सिसोदिया हुए गिरफ्तार 

सूत्रों के अनुसार, मनीष सिसोदिया को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान सीबीआई ने उन्हें कई सबूत दिखाए, इसमें कुछ दस्तावेज और डिजिटल सबूत थे। सिसोदिया इन सबूतों के सामने कोई जवाब नहीं दे सके।

सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इसमें सिसोदिया की मिलीभगत है। इसके अलावा इस मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान भी अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी।

CBI ने सवालों का एक डिटेल सेट तैयार किया था

CBI ने सिसोदिया से सवाल-जवाब करने के लिए सवालों का एक डिटेल सेट तैयार किया था। सीबीआई मुख्यालय के आस-पास पुलिस ने धारा 144 लागू की थी। इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस ने बैनर लगाकर दी थी। पूछताछ से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया की गिरफ्तारी की अटकलों को लेकर बड़ा दावा किया था।

जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है- केजरीवाल

 उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'भगवान आपके साथ है मनीष. लाखों बच्चों और उनके पेरेंट्स की दुआयें आपके साथ हैं। जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है। प्रभू से कामना करता हूं कि आप जल्द जेल से लौटें। दिल्ली के बच्चे, पैरेंट्स और हम सब आपका इंतज़ार करेंगे।

एक अन्य ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, "जिस देश में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने वाले और उन बच्चों का भविष्य बनाने वाले जेल में हों और अरबों का घोटाला करने वाले प्रधानमंत्री के जिगरी दोस्त हों, वो देश कैसे तरक्की कर सकता है?"

सिसोदिया ने जताई थी गिरफ्तारी की आशंका

आम आदमी पार्टी ने पहले ही मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। पार्टी ने कहा था कि मनीष सिसोदिया के साथ-साथ पार्टी के कई नेताओं को भी हाउस अरेस्ट किया जा सकता है सिसोदिया खुद इस बात की आशंका जाहिर कर चुके थे कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। पूछताछ से पहले आम आदमी पार्टी ने अपना स्टैंड क्लीयर कर दिया था। AAP ने कहा था कि सिसोदिया जांच में पूरा सहयोग करेंगे। यह एक 'कट्टर ईमानदार' पार्टी है।

'नाम - मनीष सिसोदिया और जुर्म...' राघव चड्ढा का ट्वीट

AAP नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा था, 'नाम - मनीष सिसोदिया और जुर्म - गरीबों के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दी। चड्ढा ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 18 लाख बच्चों की आंखें नम हैं, क्योंकि उनके प्यारे मनीष अंकल को बीजेपी गिरफ्तार करवा रही है। ये बीजेपी सरकार है, यहां बच्चों के हाथ में किताब पकड़ाने वाला सबसे बड़ा अपराधी माना जाता है।

31 जुलाई को खत्म कर दी गई थी नई आबकारी नीति

बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) की महत्वाकांक्षी दिल्ली आबकारी नीति को 31 जुलाई 2022 को खत्म कर दिया गया था। नई नीति को खत्म करने के बाद दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2020 से पहले लागू Old Excise Regime को वापस लाने का फैसला किया था। आबकारी नीति के लागू होते ही, ईडी और सीबीआई ने डिप्टी सीएम के घर सहित देश के विभिन्न स्थानों पर कई तलाशी ली।

एलजी ने सीबीआई से खामियों की जांच की सिफारिश की थी

22 जुलाई, 2022 को एलजी वीके सक्सेना ने नई आबकारी नीति के इंप्लीमेंटेशन में कथित नियम उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा एक रिपोर्ट में कहा गया था कि शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ दिए गए थे। एलजी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को कथित अनियमितताओं में एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों की भूमिका की जांच करने का निर्देश दिया। साथ ही खुदरा शराब लाइसेंस के लिए बिडिंग प्रोसेस में 'कार्टेलाइजेशन' की शिकायत की।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने किया गिरफ्तार, आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद हुई कार्रवाई

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है। सीबीआई दफ्तर जाने से पहले उन्होंने अपनी मां का आशीर्वाद लिया था और राजघाट पहुंचे थे। यहां सिसोदिया ने महात्मा गांधी को नमन किया था। घर से निकलते समय सिसोदिया ने मुस्कुराते हुए विक्ट्री साइन दिखाया था।

इन सबूतों के आधार पर सिसोदिया हुए गिरफ्तार 

सूत्रों के अनुसार, मनीष सिसोदिया को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान सीबीआई ने उन्हें कई सबूत दिखाए, इसमें कुछ दस्तावेज और डिजिटल सबूत थे। सिसोदिया इन सबूतों के सामने कोई जवाब नहीं दे सके।

सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इसमें सिसोदिया की मिलीभगत है। इसके अलावा इस मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान भी अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी।

CBI ने सवालों का एक डिटेल सेट तैयार किया था

CBI ने सिसोदिया से सवाल-जवाब करने के लिए सवालों का एक डिटेल सेट तैयार किया था। सीबीआई मुख्यालय के आस-पास पुलिस ने धारा 144 लागू की थी। इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस ने बैनर लगाकर दी थी। पूछताछ से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया की गिरफ्तारी की अटकलों को लेकर बड़ा दावा किया था।

जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है- केजरीवाल

 उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'भगवान आपके साथ है मनीष. लाखों बच्चों और उनके पेरेंट्स की दुआयें आपके साथ हैं। जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है। प्रभू से कामना करता हूं कि आप जल्द जेल से लौटें। दिल्ली के बच्चे, पैरेंट्स और हम सब आपका इंतज़ार करेंगे।

एक अन्य ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, "जिस देश में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने वाले और उन बच्चों का भविष्य बनाने वाले जेल में हों और अरबों का घोटाला करने वाले प्रधानमंत्री के जिगरी दोस्त हों, वो देश कैसे तरक्की कर सकता है?"

सिसोदिया ने जताई थी गिरफ्तारी की आशंका

आम आदमी पार्टी ने पहले ही मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। पार्टी ने कहा था कि मनीष सिसोदिया के साथ-साथ पार्टी के कई नेताओं को भी हाउस अरेस्ट किया जा सकता है सिसोदिया खुद इस बात की आशंका जाहिर कर चुके थे कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। पूछताछ से पहले आम आदमी पार्टी ने अपना स्टैंड क्लीयर कर दिया था। AAP ने कहा था कि सिसोदिया जांच में पूरा सहयोग करेंगे। यह एक 'कट्टर ईमानदार' पार्टी है।

'नाम - मनीष सिसोदिया और जुर्म...' राघव चड्ढा का ट्वीट

AAP नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा था, 'नाम - मनीष सिसोदिया और जुर्म - गरीबों के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दी। चड्ढा ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 18 लाख बच्चों की आंखें नम हैं, क्योंकि उनके प्यारे मनीष अंकल को बीजेपी गिरफ्तार करवा रही है। ये बीजेपी सरकार है, यहां बच्चों के हाथ में किताब पकड़ाने वाला सबसे बड़ा अपराधी माना जाता है।

31 जुलाई को खत्म कर दी गई थी नई आबकारी नीति

बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) की महत्वाकांक्षी दिल्ली आबकारी नीति को 31 जुलाई 2022 को खत्म कर दिया गया था। नई नीति को खत्म करने के बाद दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2020 से पहले लागू Old Excise Regime को वापस लाने का फैसला किया था। आबकारी नीति के लागू होते ही, ईडी और सीबीआई ने डिप्टी सीएम के घर सहित देश के विभिन्न स्थानों पर कई तलाशी ली।

एलजी ने सीबीआई से खामियों की जांच की सिफारिश की थी

22 जुलाई, 2022 को एलजी वीके सक्सेना ने नई आबकारी नीति के इंप्लीमेंटेशन में कथित नियम उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा एक रिपोर्ट में कहा गया था कि शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ दिए गए थे। एलजी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को कथित अनियमितताओं में एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों की भूमिका की जांच करने का निर्देश दिया। साथ ही खुदरा शराब लाइसेंस के लिए बिडिंग प्रोसेस में 'कार्टेलाइजेशन' की शिकायत की।