चित्रकला प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर किया प्रतिभाग
गोरखपुर। आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत मंगलवार को राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उप्र) द्वारा ‘संकेत‘ (मूक बधिर बालकों का राजकीय विद्यालय) हुमायूॅपुर (उ0), गोरखपुर में जूनियर वर्ग (कक्षा-1 से 5 तक) तथा सीनियर वर्ग (कक्षा 6 से 10) के बच्चों के मध्य ‘चित्रकला प्रतियोगिता‘ का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में कुल 60 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नितेन अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष, रोटरी क्लब गोरखपुर मिड टाउन, गोरखपुर ने माॅं सरस्वती के मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
*प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाने वाले छात्र हुए सम्मानित*
चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपने कला कौशल का परिचय देते हुए हुनरमन्द हाथों से बेटी ‘भगवान बुद्ध पर आधारित कोई दृश्य‘ अथवा ‘प्राकृतिक दृश्य‘ विषय पर बहुत ही खुबसूरत चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्ति पेश की। रेखांकन, रंग संयोजन एवं विषयवस्तु को दृष्टिगत रखते हुए स्तरीय चित्रों का चयन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में ‘संकेत‘ (मूक बधिर बालकों का राजकीय विद्यालय) हुमायूॅपुर (उ0), गोरखपुर के जूनियर वर्ग की श्रुति कुमारी ने प्रथम, अनु ने द्वितीय, सलोनी ने तृतीय पुरस्कार तथा जान्ह्वी ने सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में दीप्ती रावत ने प्रथम, सोनम श्रीवास्तव ने द्वितीय, अंजली सिंह ने तृतीय पुरस्कार तथा सपना गौड़ ने सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किया। विजेता प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि नितेन अग्रवाल द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। उत्साह वर्धन स्वरूप समस्त प्रतिभागियों को कलर स्केच पेन का सेट प्रदान किया गया।
*प्रत्येक बच्चों ने विषय वस्तु पर अपने हूनर का बखूबी परिचय दिया*
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नितेन अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि दिव्यांग बच्चों द्वारा बनायी गयी कृतियाें बहुत उत्कृष्ट थी। प्रत्येक बच्चों ने विषय वस्तु पर अपने हूनर का बखूबी परिचय दिया। बच्चों ने उक्त प्रतियोगिता में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इनका उत्साह निश्चय ही बहुत अद्भुत है। बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी बच्चों प्रतिभा सम्पन्न हैं। कला के क्षेत्र में दिव्यांग बच्चों की अभिरूचि बढ़ाने तथा उनके प्रतिभा को एक नया आयाम देने के लिए संग्रहालय द्वारा प्रत्येक वर्ष दिव्यांग बच्चों के बीच जाकर संकेत ‘‘मूक-बधिर‘‘ बालकों का राजकीय विद्यालय हुमाॅंयूपुर उत्तरी गोरखपुर में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से उनकी प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करना अत्यन्त सराहनीय कदम हैं।
यही बच्चे आने वाले कल के लिए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवायेंगे : डा. मनोज*
*संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ. मनोज कुमार गौतम ने कहा कि दिव्यांग बच्चें बोलने एवं सुनने में भले ही सक्षम नहीं हैं किन्तु वे अपनी अभिव्यक्ति को संकेतों के माध्यम से एक-दूसरे से अवगत कराने में बड़े ही दक्ष होते हैं। उनकी प्रतिभा एवं क्षमता को किसी भी दशा में कम नहीं आका जा सकता है। डाॅ. गौतम ने कहा कि इन बच्चों में अद्भूत रचनात्मकता है। जरूरत है इनको अवसर प्रदान करने की। यही बच्चे आने वाले कल के लिए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवायेंगे। संग्रहालय की ओर से मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। संग्रहालय के उप निदेशक एवं मुख्य अतिथि द्वारा सम्बोधन में कही गई बातों को ‘संकेत‘ विद्यालय के इन्टरपरेटर पंकज कुमार ने समस्त प्रतिभागियों को संकेत के माध्यम से समझाया। कार्यक्रम के अन्त में संग्रहालय के उप निदेशक ने अतिथियों, ‘संकेत‘ विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती नीलम कुरील सहित विद्यालय के शिक्षकगण विनय कुरील, अनिल चौधरी तथा अभिभावकगण, समस्त प्रतिभागियों प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।![]()
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Feb 15 2023, 11:24