सभी राज्यों की एक्साइज कमिश्नर के साथ बैठकर उत्तर प्रदेश की लिकर पॉलिसी को अन्य राज्यों में लागू करने के लिए करूंगा मंथन: पीयूष गोयल

लखनऊ। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री मंत्री पीयूष गोयल ने उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वृंदावन योजना में निवेश के महाकुंभ 'यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023' में "आबकारी और चीनी उद्योग में अवसर" विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब तक व्यक्तिगत रूप से संतुष्ट नहीं होते तब तक मंत्रियों को जनता से वादे नही करने देते।प्रधानमंत्री संघीय ढांचों में प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करते है।उन्होंने कहा कि 2017 में प्रधानमंत्री के नेतृत्व व गृहमंत्री की सलाह पर भू,सैंड और लिकर माफिया पर रोक लगाकर उत्तर प्रदेश के विकास की नीव रखी थी।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में कोविड के बावजूद भी उत्तर प्रदेश का एक्साइज कलेक्शन 14500 करोड़ रुपए से बढ़कर 42500 करोड़ हो गया।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूरे विश्व से बड़ी संख्या में निवेशक उत्तर प्रदेश की तरफ रुख कर रहे है वो इस बात का प्रमाण है की निवेशकों का भरोसा सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार में ही नही बल्कि यहां की जनता में भी है।उन्होंने कहा कि मैं योगी जी को तकनीक और बाजार की खोज के लिए भारत के बाहर दल भेजने के लिए कहूंगा। पीयूष गोयल ने कहा कि जिस तरह से देश में स्टार्ट अप का कल्चर बढ़ा है जिससे लिथियम संकट और अन्य समस्याओं का समाधान देश के युवाओं के। माध्यम से हो रहा है।पिछले 6 वर्षों में देश में स्टार्टअप की संख्या 8277 हो गई है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास की लहर तेज गति से आगे बढ़ रही है। योगी जी के मार्गदर्शन में यूपी चल पड़ा है और अब यूपी को आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता।  

 पीयूष गोयल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के लोग अब वाइन के लिए भारत पे निर्भर है।उन्होंने कहा कि विदेशियों को भारत में बनी वाइन बहुत पसंद आ रही है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंगूर के अलावा भारत आज 27 फलों से लिकर और वाइन बना रह है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लिकर पॉलिसी जिसमें 30 दिनों में लाइसेंस मिलने का प्रावधान है ।उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की एक्साइज कमिश्नर के साथ बैठकर उत्तर प्रदेश की पॉलिसी को अन्य राज्यों में लागू करने के लिए शीघ्र ही एक मीटिंग करूंगा । केंद्रीय मंत्री ने कहा की केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार से दशकों तक यूपी आगे बढ़ता रहेगा।उन्होंने कहा की इज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंक सुधरी है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची लखनऊ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने किया स्वागत

लखनऊ । यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंच गई हैं। अमौसी एयरपोर्ट पर उनका स्वागत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित यूपी कैबिनेट के कई मंत्री मौजूद रहे। राष्ट्रपति इंवेस्टर्स समिट का समापन करेंगी। इसके अलावा शहर में आयोजित कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगी। यह पहला मौका है जब वह एक राष्ट्रपति के रूप में लखनऊ पहुंची हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रपति रविवार रात रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगी। इसके बाद सोमवार को जनजातीय समाज के लोगों से मुलाकात करेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सुबह 8.50 बजे प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं पर आधारित फिल्म का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। आदिवासी जाति बुक्सा के प्रतिनिधियों से संवाद करेंगी और उन्हें प्रमाण पत्र देंगी। सुबह 10.30 बजे से बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होगी। राष्ट्रपति 13 फरवरी को दोपहर दोपहर बाद वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगी।

अब यूपी में पंजाइटल हार्ट डिजीज से ग्रसित नवजात शिशुओं की नहीं होगी मौत

रविवार को अमेरिका की सलोनी हार्ट फाउंडेशन की फाउंडर एवं प्रेसीडेंट मृणालनी सेठी और उनके पति हिमांशु सेठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।इस दौरान सलोनी हार्ट फाउंडेशन की फाउंडर ने मुख्यमंत्री योगी से एसजीपीजीआई में पंजाइटल हार्ट डिजीज से ग्रसित शिशुओं के लिए चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बनाने की बात कही और इसके लिए 500 करोड़ रुपए के निवेश करने की इच्छा जाहिर की थी। 

सीएम योगी ने एसजीपीजाई में चिल्ड्रेन अस्पताल बनाने का दिया निर्देश

 

उत्तर प्रदेश में पंजाइटल हार्ट डिजीज से ग्रसित नवजात शिशुओं की अब मौत नहीं होगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में चिल्ड्रेन हॉस्पिटल बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चे हार्ट डिजीज के साथ जन्म लेते हैं। इनमें से बहुत से शिशु को पहले ही साल में ही हार्ट डिजीज की सर्जरी की आवश्यक्ता होती है। इलाज न मिल पाने की वजह से इनमें से कई शिशुओं की मौत हो जाती है। इसको देखते हुए एसजीपीजीआई में शीघ्र अतिशीघ्र सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन पीडियाट्रिक कॉर्डियोलॉजी यूनिट का निर्माण किया जाए। 

सलोनी हार्ट फाउंडेशन शुरुआती चरण में 30 बेड से यूनिट की शुरुआत करेगी

प्रस्ताव के तहत सलोनी हार्ट फाउंडेशन शुरुआती चरण में 30 बेड से यूनिट की शुरुआत करेगी। इसके सफल क्रियान्वयन के बाद दूसरे चरण में 100 और तीसरे चरण में यूनिट का विस्तार 200 बेड तक कर दिया जाएगा। यहां पर प्रतिवर्ष इस बीमारी से जूझने वाले 5 हजार बच्चों की सर्जरी और 10 हजार बच्चों का इलाज संभव हो सकेगा। 

प्रदेश में जारी निवेश महाकुंभ के बीच मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर देश-विदेश के उद्यमी विकास परक योजनाओं में निवेश कर रहे हैं।

हरिद्वार के बहादराबाद में बीती रात दिल दहला देने वाला हादसा, सड़क पर डांस कर रहे बारातियों पर चढ गई कार, एक की मौत, 31 गम्भीर रूप से जख्मी, मचा ह

हरिद्वार के बहादराबाद में शनिवार की देर रात बड़ा हादसा हुआ है। सड़क पर नाच रहे बारातियों को बेकाबू कार ने रौंद दिया। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि बारातियों को रौंदते हुए कार आगे निकल गई। इस हादसे में एक मौत हो गई जबकि 31 बाराती घायल हो गए है। मौके पर मौजूद भीड़ ने कार ड्राइवर के साथ मारपीट की। गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजवाया। कार ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है।

बारातियों को रौंदने का वीडियो एक बाराती ने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया था। सब बाराती डांस कर रहे थे इनको नहीं पता था कि आग से एक कार आएगी और इनको रौंदते हुए आगे बढ़ जाएगी। ये तस्वीर दल दहला देने वाली है।

 सड़क पर बाराती नाच रहे हैं। उसी वक्त आगे से एक कार आती है और इस सभी को रौंदते हुए आगे चली जाती है। कार की स्पीड देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं इस कार की स्पीड कितनी रही होगी कि बारातियों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और राहत बचाव कार्य चलाया। घायलों को पास के अस्पताल भेजा गया।

यूपी के मुरादाबाद में बाइक से पहुंचे भाजपा नेता ने विश्व हिंदू परिषद के नेता संतोष से कहा, जो परशुराम का नहीं, वो मेरे काम का नहीं, इसके बाद उसन

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बयान को लेकर हुए विवाद में विश्व हिंदू परिषद के महानगर सह मंत्री संतोष पांथरी (28) को शनिवार शाम दिल्ली रोड पर गोली मार दी। घायल संतोष को साईं हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। कुछ दिन पहले मोहन भागवत के बयान को लेकर संतोष का भाजपा नेता से फेसबुक पर विवाद हो गया था। वहीं आरोपी भाजपा नेता ने तीन दिन पहले मोहन भागवत के बयान के खिलाफ सीओ को ज्ञापन दिया था।

नया मुरादाबाद निवासी विहिप के सहमंत्री संतोष पांथरी शनिवार को कटघर में आयोजित संगठन के केंद्रीय महामंत्री की बैठक में शामिल होने के लिए गए थे। बैठक समाप्त होने के बाद वह ई-रिक्शा से संगठन के महामंत्री अविनाश गुप्ता और कोषाध्यक्ष योगेश त्यागी के साथ दिल्ली रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के सामने उतर गए। जहां तीनों आपस में बातचीत करने लगे।

इस बीच बाइक से पहुंचे आरोपी ने संतोष से कहा, जो परशुराम का नहीं, वो मेरे काम का नहीं। इसके बाद उसने संतोष पर फायरिंग कर दी। गोली संतोष के पेट में लगी और वह गिर गया। हमले के बाद आरोपी बाइक से फरार हो गया। 

आरोपी भाजपा नेता ब्राह्मण महासभा से भी जुड़ा है। घायल संतोष को दोनों साथी लेकर साईं हॉस्पिटल पहुंचे। जहां संतोष का इलाज चल रहा है। वहीं घटना की जानकारी होने पर एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया, सीओ डॉ. अनूप सिंह भी मौके पर पहुंच गए। 

पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया। विहिप नेता अविनाश गुप्ता और योगेश त्यागी का बयान लिया। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी ने कुछ दिन पहले पुलिस को आरएसएस प्रमुख के खिलाफ ज्ञापन दिया था। 

मोहन भागवत के बयान को लेकर दोनों के बीच फेसबुक पर आरोप प्रत्यारोप चल रहा था। पूछताछ के बाद आधार पर पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है। हमलावर भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य बताया जा रहा है। दोनों आपस में दोस्त थे।

जैसे जैसे मलबा हटता जा रहा वैसे वैसे मिनट-दर-मिनट बढ़ रही लाशों की तादाद, तुर्की-सीरिया में अब तक 25 हजार से ज्यादा मौतें, घायलों की संख्या भी ब

हड्डियां गला देने वाली ठंड के बीच तुर्की और सीरिया में भूकंप प्रभावितों को रेस्क्यू करने का काम जारी है। लेकिन जैसे-जैसे इमारतों का मलबा हटाया जा रहा है, मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता ही जा रहा है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक एक दिन पहले तक मृतकों का जो आंकड़ा 24 हजार पर था, वो अब बढ़कर 25 हजार को भी पार कर गया है। इतने पर भी अभी मृतकों की संख्या में लगाम नहीं लगा है।

रेस्क्यू ऑपरेशन के आगे बढ़ने के साथ-साथ मरने वालों की तादाद में भी इजाफा होता जा रहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भूकंप के कारण जान गंवाने वालों की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। इस वक्त हजारों लोग भूकंप प्रभावित इलाकों में अस्पताल में भर्ती हैं। अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बता दें कि तुर्की में 6 फरवरी की सुबह भूकंप आया था, यानी इसे अब तक 5 दिन बीत चुके हैं।

भूकंप की मार झेल रहे तुर्की और सीरिया की मदद के लिए कई देश आगे आए हैं। भारत ने मेडिकल टीम के साथ ही NDRF की टीमों को भी तुर्की पहुंचा दिया है तो वहीं भारत के अलावा कई देशों ने मदद भेजी है। वर्ल्ड बैंक ने तुर्की को 1.78 बिलियन डॉलर देने का ऐलान किया है। वहीं, अमेरिका ने तुर्की और सीरिया की मदद के लिए 85 मिलियन डॉलर की सहायता की घोषणा की है।

इस कठिन वक्त में तुर्की की मदद के लिए आगे आते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ नाम से एक मिशन ही लॉन्च कर दिया है, जिसका मकसद भूकंप की मार झेल रहे तुर्की को मदद मुहैया कराना है। भारत ने NDRF की 3 टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल होने के लिए तुर्की भेजा है। इसके साथ ही भारतीय सेना की एक मेडिकल टीम भी इस वक्त तुर्की में ही है। भारतीय सेना ने हताए शहर में फील्ड हॉस्पिटल बनाया है। जहां लगातार घायलों का इलाज किया जा रहा है।

तुर्की में 1-2 नहीं भूकंप के 5 झटके झेले

तुर्की में भूकंप का पहला झटका 6 फरवरी की सुबह 4.17 बजे आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी। भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था। इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप के झटकों का यह दौर यहीं नहीं रुका। इसके बाद 6.5 तीव्रता का एक और झटका लगा।

भूकंप के इन झटकों ने मालाटया, सनलीउर्फा, ओस्मानिए और दियारबाकिर सहित 11 प्रांतों में तबाही मचा दी। शाम 4 बजे भूकंप का एक और यानी चौथा झटका आया। बताया जा रहा है कि इस झटके ने ही सबसे ज्यादा तबाही मचाई। इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद शाम 5.30 बजे भूकंप का 5वां झटका आया।

तुर्की की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। 1999 में आए भूकंप में 18,000 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। बता दें कि सीमावर्ती सीरिया में भी भूकंप ने तबाही मचाई, जिसकी खौफनाक तस्वीरें सामने आईं।

पहली बार यूपी की राजधानी लखनऊ आ रही हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आज तीसरा दिन है। दो दिन में यूपी को 34 लाख करोड़ से अधिक का इन्वेस्टमेंट प्रस्ताव मिला है। रविवार को समिट का समापन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। राष्ट्रपति बनने के बाद वह पहली बार लखनऊ आ रही हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा प्रख्यात रंगमंच कलाकार, साहित्याकर, लेखक, प्रोफेसर, शिक्षक, चिकित्सक, खिलाड़ी, शिल्पकार, लखनऊ व्यापार मंडल व मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ अधिकारी व कर्मचारी राष्ट्रपति का अभिनंदन करेंगे। 

रात्रि को राजभवन में करेंगे विश्राम, 13 फरवरी को जनजातीय समाज के लोगों से करेंगी मुलाकात 

जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रपति रविवार रात रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगी। 13 फरवरी को जनजातीय समाज के लोगों से मुलाकात करेंगी। प्रदेश सरकार की ओर से सुबह 8.50 बजे प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं पर आधारित फिल्म का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। आदिवासी जाति बुक्सा के प्रतिनिधियों से संवाद करेंगी और उन्हें प्रमाण पत्र देंगी। सुबह 10.30 बजे से बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होगी। राष्ट्रपति 13 फरवरी को दोपहर दोपहर बाद वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगी।

यूपी वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी कैसे बने, इस पर वित्त मंत्री करेगी चर्चा

उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी कैसे बने, इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चर्चा करेंगी। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-2022 पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इन्वेस्टर के सामने अपनी बात रखेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी ऑन ई-मोबिलिटी, व्हीकल एंड फ्यूचर मोबिलिटी पर आज चर्चा करेंगे।इससे पहले, शनिवार को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यूपी में तीन लाख नई बसें चलाने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि इससे डेढ़ लाख लोगों को नौकरी मिलेगी। उन्होंने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, सीएम योगी की गाड़ी, यूपी की एक्सप्रेस-वे पर इस स्पीड से दौड़ रही है कि जल्द ही यूपी की जनता को बेरोजगारी, गरीबी से मुक्त कराएगी।

अयोध्या, काशी व मथुरा की इस भूमि ने हमेशा से भारत को नई राह दिखाई है :सिंधिया 

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 'सिविल एविएशन इन उत्तर प्रदेश दी इमर्जिंग ऑपर्च्युनिटीज' विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, अयोध्या, काशी और मथुरा की इस भूमि ने हमेशा से भारत को नई राह दिखाई है। उत्तर प्रदेश भारत के विकास में हरदम प्राथमिकता रखता था और रखता रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का कायाकल्प हो चुका है।उन्होंने कहा कि 6 साल में यूपी में जिस तरह से कार्य हुआ, वो सभी को चौंका रहा है। जिस प्रदेश में कभी मात्र 2 एयरपोर्ट हुआ करते थे, वहां आज वह 9 हवाईअड्डे क्रियाशील हैं। 10 नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, इसके अलावा 2 एयरपोर्ट के लिए जमीन देखने का काम शुरू हो गया है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 21 एयरपोर्ट वाला प्रदेश बनने जा रहा है। इनमें से 16 घरेलू और 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे।

योगी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी ने की तारीफ

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ये यूपी सरकार के प्रशासन की खासियत है कि एक तरफ यूपी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो रहा है, तो दूसरी तरफ महिला अधिकारों पर नीति निर्धारण करने वाले लोग जी20 में आगरा में बैठक कर रहे हैं। मेरी दोहरी जिम्मेदारी है मैं मंत्री भी हूं और अमेठी की सांसद भी। हम अमेठी के नागरिक आपका आभार व्यक्त करते हैं कि 7000 करोड़ का निवेश केवल उस क्षेत्र से आया है।स्मृति ईरानी ने कहा कि ओडीओपी कार्यक्रम चलाकर सशक्त यूपी ही नहीं, बल्कि हम सशक्त भारत भी बना रहे हैं। ओडीओपी अपने आप में इसलिए भी अनोखा है, क्योंकि आज का दिन पं. दीनदयाल उपाध्याय को समर्पित है। उनका चिंतन यही है कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का जब तक विकास न हो जाये, तब तक विकास का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता। ओडीओपी का यह प्रयास अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का सराहनीय प्रकल्प है।

आईएफसी यूपी को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को साकार करने हेतु वित्त पोषण एवं सलाह के रूप में अपना योगदान करेगा


लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स-2023 में सम्मिलित हुए विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमण्डलों के साथ अलग-अलग बैठक की। इस क्रम में उन्होंने इण्टरनेशनल फाइनेन्स कारपोरेशन (आईएफसी) के प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश का दशक है। पूर्व में केवल उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र में ही निवेश किया जाता था। लेकिन अब एक तिहाई निवेश (10 लाख करोड़ रुपये) पूर्वी उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 04 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मध्य उत्तर प्रदेश के लिए प्रयाग गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने जा रही है। प्रदेश में 06 एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो चुका है तथा 07 नये एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना है। राज्य के 05 शहराें में मेट्रो रेल संचालित है तथा आगरा में मेट्रो रेल परियोजना पर कार्य चल रहा है। वाराणसी से हल्दिया के बीच इनलैण्ड वाॅटर-वे संचालित है तथा 08 अन्य इनलैण्ड वाॅटर-वे पर कार्य चल रहा है। प्रदेश बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाला राज्य है, जिसमें मेट्रो तथा रैपिड रेल जैसे साधन सम्मिलित हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए अनेक क्षेत्रों में अपार सम्भावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश में निवेश की सुगमता के लिए 25 सेक्टोरियल पाॅलिसीज, बेहतर कानून व्यवस्था, पर्याप्त लैण्ड बैंक है। उत्तर प्रदेश पूरे देश में खाद्यान्न उत्पादन, चीनी उत्पादन, दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान रखता है। पिछले 05 वर्षाें में 23 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। प्रदेश में सबसे अधिक उपजाऊ भूमि तथा अच्छा जल संसाधन है। इस अवसर पर इण्टरनेशनल फाइनेन्स कारपोरेशन (आईएफसी) की ओर से अनिल गुप्ता तथा भानू मेहरोत्रा ने प्रदेश में शानदार जीआईएस सम्मेलन के लिए मुख्यमंत्री जी को बधाई देते हुए कहा कि आईएफसी एएए रेटेड वल्र्ड बैंक की एजेन्सी है। यह प्राइवेट सेक्टर से सीधे तौर से सम्बन्धित है।

आईएफसी उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को साकार करने हेतु वित्त पोषण एवं सलाह के रूप में अपना योगदान करेगी। आईएफसी और उत्तर प्रदेश के बीच भागीदारी तथा सहयोग की अनेक सम्भावनाएं हैं। यह कम्पनी भारत की 500 कम्पनियों में 25 मिलियन डाॅलर का वित्त पोषण करती है। हमारा भारत में निवेश का पोर्टफोलियो काफी विस्तृत है। अफोर्डेबिल हाउसिंग, हेल्थ केयर, टेक्नोलाॅजी, अवस्थापना इत्यादि में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। इसी प्रकार सूक्ष्म वित्तीय संस्थाओं को 300 मिलियन डाॅलर की सहायता दी जा चुकी। सदस्यों ने जनपद झांसी, ललितपुर में सोलर प्लाण्ट में निवेश करने की इच्छा व्यक्त की।

प्रतिनिधियों ने कहा कि वे निवेश के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के सलाहकार केवी राजू से वार्ता करना चाहते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एडटेक समिट आयोजित करने उद्देश्य से कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ वार्ता करने में रुचि दिखायी। कृषि क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में निवेश करने के लिए इसके मोबिलाइजेशन पर बल दिया। उनकी कम्पनी किसानों पर विशेष फोकस करेगी। मथुरा में बनने वाले एसटीपी में कम्पनी अपना योगदान देगी। इसके अतिरिक्त आईएफसी 30 नगरों में पीपीपी मोड पर एसटीपी की स्थापना में उत्तर प्रदेश जल निगम के माध्यम से वित्तीय सहयोग करेगी। 

कम्पनी के प्रतिनिधियों ने होम लोन सेक्टर में सहयोग देने की भी इच्छा व्यक्त की। उन्होंने सम्भावित क्षेत्रों में साझीदारी के सम्बन्ध में औद्योगिक विकास आयुक्त से सम्पर्क कर चर्चा करने का आश्वासन दिया। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है, जिससे यहां निवेश का सकारात्मक वातावरण बना है, क्योंकि अब निवेशकों का उत्तर प्रदेश में निवेश एकदम सुरक्षित है। मुख्यमंत्री ने आईएफसी के प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य में उनके द्वारा किया गया निवेश एकदम सुरक्षित रहेगा।


द काउंसिल आॅफ ईयू चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स इन इण्डिया ने यूपी में विभिन्न क्षेत्रों जैसे पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट क्षेत्र में निवेश की इच्छा व्यक्त की

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स-2023 में सम्मिलित हुए विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमण्डलों के साथ अलग-अलग बैठक की। द काउंसिल आॅफ ई0यू0 चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स इन इण्डिया की निदेशक डाॅ0 रेनू शाॅम के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 05-06 वर्षाें में बेहतर कानून व्यवस्था तथा अवसंरचना के विकास के लिए किये गये कार्याें से उत्तर प्रदेश देश और दुनिया में निवेश के सबसे आकर्षक और अनुकूल गन्तव्य के रूप में उभरा है। प्रदेश में सस्ता श्रम, बेहतर कानून व्यवस्था, पर्याप्त लैण्ड बैंक तथा 25 सेक्टोरियल पाॅलिसीज हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इन्फ्रास्ट्रक्चर का निरन्तर विकास किया जा रहा है। प्रदेश में अच्छी कनेक्टिविटी है। 06 एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो चुका है। प्रदेश में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 10 अन्य एयरपोर्ट विकसित किये जा रहे हैं। राज्य के 05 शहराें में मेट्रो रेल संचालित है तथा आगरा में मेट्रों रेल परियोजना पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। वाराणसी से हल्दिया के बीच इनलैण्ड वाॅटर-वे संचालित है तथा 08 अन्य इनलैण्ड वाॅटर-वे पर कार्य चल रहा है। प्रदेश बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाला राज्य है, जिसमें मेट्रो तथा रैपिड रेल जैसे अत्याधुनिक साधन सम्मिलित हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई का बहुत बड़ा बेस है। प्रदेश में वर्तमान में 96 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं। पहले यह क्षेत्र शासन की उपेक्षा के कारण दम तोड़ रहा था। वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद हमने एमएसएमई को एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के रूप में प्रोत्साहित किया। वर्तमान में उत्तर प्रदेश एमएसएमई के माध्यम से 01 लाख 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक का एक्सपोर्ट कर रहा है। निवेशक एमएसएमई से टाइअप कर उत्तर प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करें। राज्य में न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप निवेश को सुगमता प्रदान करता है। प्रदेश में बैंक और वित्तीय संस्थाएं वित्तीय पोषण के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों जैसे पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, टेक्सटाइल्स, चिकनकारी, ओलिव आॅयल के क्षेत्र में निवेश की इच्छा व्यक्त की। साथ ही, मुख्यमंत्री को प्रदेश में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।

तुर्की में आए भूकंप में एक भारतीय की मौत की खबर, होटल के मलबे में मिला शव

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भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में मातम का माहौल है। भूकंप के आए छह दिन बीत जाने के बाद बी शवों के निकलने का सिलसिला जारी है। इस बीच भूकंप में एक भारतीय नागरिक की मौत की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक ये शख्स 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद से लापता था।तुर्किए में स्थित भारतीय दूतावास ने इस खबर की पुष्टी की है। दूतावास ने ट्वीट किया कि 6 फरवरी के भूकंप के बाद से तुर्किए में लापता एक भारतीय नागरिक विजय कुमार का शव मिला है।

तुर्की में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया है कि 6 फरवरी को भूकंप आने के बाद से एक भारतीय नागरिक विजय कुमार लापता थे। हम दु:ख के साथ सूचित करते हैं कि तुर्की के मालट्या में एक होटल के मलबे से उनकी लाश शनिवार को मिली है। विजय कुमार व्यापार के सिलसिले में तुर्की गए थे। दूतावास ने विजय कुमार के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही विजय कुमार के पार्थिव शरीर को उनके घर और परिवार तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था कर रहे हैं।

बता दें कि तुर्की और सीरिया में भूकंप के कहर ने अब तक 25 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं 85 हजार से भी ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। अभी भी बड़ी संख्या में मलबे के नीचे लोग फंसे हुए हैं। इनमें कुछ लोग जिंदा हैं तो कुछ मौत से जंग हार चुके हैं।