*राहुल गांधी के आरोपों से बौखलाई बीजेपी का पलटवार, रविशंकर प्रसाद ने याद दिलाई मां और बहनोई के बेल की बात*

#bjpretaliatedonrahulgandhis_allegations

मंगलवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। राहुल गांधी ने अडानी को लेकर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मोदी सरकार पर हमले को लेकर बीजेपी ने भी कड़ा पलटवार किया है। बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के हर सवाल का जवाब दिया है। 

कांग्रेस सभी बड़े घोटालों में शामिल-रविशंकर प्रसाद

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश की आदिवासी, योग्य राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण था।लेकिन आज उन्होंने जिस बेशर्मी से बेबुनियाद आरोप लगाया, यह सब गलत है। बीजेपी नेता ने कहा कि मुझे उन्हें याद दिलाने की आवश्यकता है कि वह, उनकी मां और उनके बहनोई जमानत पर हैं। एक बैंकर ने आपकी बहन से गिफ्ट खरीदा। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि राजीव गांधी ट्रस्ट, नेशनल हेराल्ड और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले क्या हैं? प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस और उसके नेता उन सभी बड़े घोटालों में शामिल थे, जिन्होंने भारत की छवि को धूमिल किया।

गांधी परिवार की सच्चाई बताना जरूरी-रविशंकर प्रसाद

रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए कहा कि,आज राहुल गांधी के परिवार की सच्चाई बताना भी जरूरी है। ये वाड्रा डीएलएफ घोटाले में क्या हुआ। आपको डीएलएफ से कैसे 65 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण मिल गया। और जमीन भी मिल गई। आपने सस्ती जमीन ली और महंगे दामों में बेच दी। 

आपकी सरकार डील और कमीशन पर चलती थी-रविशंकर

बीजेपी नेता ने आगे कहा कि,आपके पिता के नाम से चलने वाले ट्रस्ट को चीन से जाकिर नायक और मेहुल चौकसी से पैसा मिला। आप और आपके परिवार पर बीकानेर, डीएलएफ आदर्श घोटाला, कोयला जैसे एक दर्जन से ज्यादा घोटाला के आऱोप रहे हैं।उन्होंने आगे कहा, आपको भारत में समान बनने से परेशानी होती है। उसका कारण स्वाभविक है। आपकी सरकार डील और कमीशन पर चलती थी। अब बंद हो गया इसलिए आपको परेशानी है। नीरव मोदी के इवेंट में आप जाते थे। आज भागे हुए लोगो से वसूली हो रही है। हमने कानून को भी सख्त किया। हम आपसे उम्मीद कर रहे थे कि आप गम्भीर बात करेगे। पर आपने लफ़ाज़ी की।

*”अग्निवीर योजना को सेना पर थोपा जा रहा, ये डोभाल और आरएसएस की स्कीम”,लोकसभा में बोले राहुल*

# rahul_gandhi_targeted_bjp_over_agniveer_scheme

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज लोकसभा में अपनी बात रखी। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, करीब 3600 किमी यात्रा में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। राहुल ने कहा कि आज पैदल यात्रा करने की परंपरा खत्म हो गई है। शुरुआत में चलते वक्त हम लोगों की आवाज सुन रहे थे, मगर हमारे दिल में यह भी था कि हम भी अपनी बात रखें। हमने हजारों लोगों से बात की, बुजुर्गों से और महिलाओं से बात की। इस प्रकार से यात्रा हमसे बात करने लगी।

राहुल गांधी ने कहा, लोग हमारे पास आते थे और कहते थे कि हमारे पास काम नहीं है।युवा हमारे पास आते थे और कहते थे कि हमारे पास नौकरी नहीं है। किसान आते थे कहते थे कि तूफान आता है, बारिश आती है, सबकुछ बर्बाद हो जाता है फिर भी प्रधानमंत्री किसान बीमा की रकम उन्हें नहीं मिलती है। जमीन छीन ली जाती है।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, वनवासियों ने उनसे कहा कि जो ट्राइबल बिल में उन्हें दिया जाता था, वो छीन लिया गया है। बेरोजगारी, महंगाई और किसान के मुख्य मुद्दे थे। किसान बिल, एमएसपी, बीज और अग्निवीर की भी बात सामने आई।

अग्निवीर योजना को सेना पर थोपा जा रहा

राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सेना के अफसरों और पूर्व सैनिकों ने बताया कि अग्निवीर योजना सेना की योजना नहीं है। राहुल गांधी ने बताया कि अग्निवीर योजना आरएसएस, गृह मंत्रालय से आई है न कि सेना से। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना को सेना पर थोपा जा रहा है। सेवानिवृत्त अधिकारियों को लगता है कि अग्निवीर योजना सेना से नहीं आई और एनएसए अजीत डोभाल ने सेना पर इस योजना को लागू किया। सेवानिवृत्त अधिकारियों ने कहा कि लोगों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और फिर समाज में वापस जाने के लिए कहा जा रहा है, इससे हिंसा भड़केगी।

अपने पुराने 'दोस्त' भारत का शुक्रिया कर रहा तबाही झेलता तुर्की, 5000 के करीब पहुंचा मौतों का आंकड़ा, राहत बचाव के लिए भारत से कई टीम रवाना

भूकंप से अाई तबाही झेल रहे तुर्की ने 'दोस्त' भारत का शुक्रिया किया है। भारत ने राहत कार्य के लिए टीम को तुर्की भेजा है। सोमवार सुबह तुर्की और सीरिया में भूकंप आ गया था। आंकड़े बताते हैं कि अब तक 4600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 26 हजार से अधिक लोग घायल हैं। भारत के अलावा अमेरिका समेत कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।

भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने ट्वीट किया, 'तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द 'दोस्त' है...। हमारे यहां एक कहावत है 'Dost kara gunde belli olur'(जरूरत के समय जो काम आता है, वह सच्चा दोस्त होता है।)' इससे पहले विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन तुर्की दूतावास पहुंचे और घटना पर दुख जाहिर किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी तुर्की को दिया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को जानकारी दी थी, 'पीएम मोदी के निर्देश के साथ प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की। यह निर्णय लिया गया कि तुर्किए गणराज्य की सरकार के समन्वय से, राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ के खोज और बचाव दलों एवं चिकित्सा दलों को तुरंत भेजा जाएगा।'

ये टीमें हुईं रवाना

पीएमओ के मुताबिक, राहत और बचाव कार्य के लिए डॉग स्क्वॉड, जरूरी उपकरण, 100 कर्मियों वाली NDRF की दो टीमें भेजी गई थीं। विज्ञप्ति में बताया गया था, 'आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों वाली चिकित्सा टीमें भी तैयार की जा रही हैं। तुर्किए गणराज्य सरकार, अंकारा स्थित भारतीय दूतावास तथा इस्तांबुल स्थित महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी।'

एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि दिल्ली के पास स्थित गाजियाबाद और कोलकाता से दो दलों के कुल 101 कर्मियों को उपकरणों के साथ भारतीय वायु सेना के जी-17 विमान में तुर्की के लिए रवाना किया गया। अधिकारी ने बताया कि यह भूकंप प्रभावित तुर्किये और पड़ोसी क्षेत्रों के लिए सोमवार को भारत सरकार द्वारा घोषित मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ये दल मलबे में फंसे लोगों को बचाने में मदद करेंगे और स्थानीय अधिकारियों को हर संभव सहायता मुहैया कराएंगे।

खराब मौसम, बारिश और जमा देने वाली कड़ाके की सर्दी के बीच तुर्की और सीरिया में घंटे में 100 से ज्यादा आफ्टरशॉक, शहर के शहर मलबे में तब्दील

तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद 36 घंटे में 100 से ज्यादा आफ्टरशॉक आए। इनमें से तीन की तीव्रता तो 6 से 7.5 तक थी। तुर्की और सीरिया में आए इन शक्तिशाली भूकंपों ने शहरों को मलबों में तब्दील कर दिया है। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से आ रहे वीडियों में हर तरफ मलबे में तब्दील इमारतें, लाशों के ढेर और तड़पते लोग नजर आ रहे हैं।

तुर्की और सीरिया में अब तक भूकंप से 4300 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। तुर्की में 5600 से ज्यादा इमारतें जमींदोज हो गईं। ऐसी ही तबाही सीरिया में भी देखने को मिली। तुर्की और सीरिया में रेस्क्यू टीमें मलबों में दबी जिंदगियों को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं, लेकिन ठंड, बारिश और बर्फबारी ने इन टीमों की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। तुर्की के कई इलाकों में स्नो स्टोर्म की भी आशंका जताई जा रही है।

पिछले 36 घंटे में 109 ऑफ्टरशॉक

तुर्की में सोमवार सुबह 04:17 बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर स्थित है। ऐसे में सीरिया के कई शहरों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए। यह तुर्की में 100 साल में सबसे तीव्रता वाला भूकंप बताया जा रहा है।

तुर्की में 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद अब तक करीब 109 ऑफ्टरशॉक आए। भूकंप के 9 घंटे बाद आए आफ्टरशॉक की तीव्रता को 7.5 थी। दुनिया भर में आए भूकंपों के सांख्यिकीय विश्लेषण के आधार पर तुर्की में पहले भूकंप के बाद सिर्फ 6.8 तीव्रता तक के आफ्टरशॉक आने की आशंका थी। आम तौर पर सभी बड़े भूकंप के बाद कई झटके महसूस किए जाते हैं। लेकिन तुर्की में जो ऑफ्टरशॉक्स आए, उनमें कुछ की तीव्रता काफी अधिक थी। यहां तक कि एक आफ्टरशॉक की तीव्रता तो 7.5 थी, यानी पहले भूकंप के लगभग बराबर। हालांकि, यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के भूकंप वैज्ञानिक सुसान हफ का कहना है कि इसमें चौंकने वाली बात नहीं है। कई बार आफ्टरशॉक मूल भूकंप से भी ज्यादा तीव्रता के आते हैं।

इमारतों में सोते ही रह गए लोग

तुर्की और सीरिया के कई शहर भूकंप की चपेट में आए। भूकंप के कंपन इतनी तेज थे कि इमारतें भरभराकर ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। तुर्की और सीरिया में अब तक 5600 इमारतों के गिरने की खबर है। भूकंप सुबह 4 बजे आया, उस वक्त ज्यादातर लोग अपने घरों पर सो रहे थे। ऐसे में जब भूकंप आया और इमारतें गिरीं, उन्हें जान बचाने का कोई मौका ही नहीं मिला। पलभर में इमारतें ढह गईं और घरों पर सोते लोग मलबे में दब गए।

खराब मौसम के चलते रेस्क्यू में दिक्कत

तुर्की और सीरिया में रेस्क्यू अभियान जोरों पर है। भारत ने तुर्की में अपनी रेस्क्यू टीम भेजी है। उधर, अमेरिका समेत नाटो के सभी 40 देश भी तुर्की की मदद के लिए आगे आए हैं। रेस्क्यू टीमें मलबों में जिंदगियों की तलाश में जुटी हैं। हालांकि, खराब मौसम और ठंड के चलते रेस्क्यू में काफी परेशानी हो रही है।

तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मौसम और आपदा का दायरा रेस्क्यू टीमों के लिए चुनौतियां पैदा कर रही हैं। खराब मौसम के चलते रेस्क्यू टीम के हेलिकॉप्टर भी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। इतना ही नहीं हाल ही में तुर्की और सीरिया के कई इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। इसके चलते तापमान में भी गिरावट आई है।

अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, सर्दी के मौसम ने रेस्क्यू टीमों के लिए परिस्थितियों को काफी कठिन कर दिया है। हर तरफ सिर्फ बर्फ और बारिश नजर आ रही है। तुर्की में ठंड काफी बढ़ गई है, ऐसे में रेस्क्यू वर्कर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सड़कों पर न निकलें लोग- तुर्की प्रशासन

तुर्की प्रशासन ने लोगों से सड़कों को खाली रखने की अपील की है, ताकि रेस्क्यू टीमें आसानी से भूकंप प्रभावित इलाकों में पहुंच सकें। तुर्की डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी ने कहा कि जरूरी न हो तो सड़कों पर न निकलें। जिससे इमरजेंसी वाहनों को भूकंप प्रभावित इलाकों में पहुंचने में दिक्कत न हो। इतना ही नहीं भूकंप प्रभावित इलाके में 300,000 लाख कंबल, 24,712 बेड, 19,722 टेंट भेजे गए हैं।

राहुल गांधी ने बताया पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या है रिश्ता? पूछा- हर जगह उन्हें ही क्यों मिल जाता है बिजनेस

#rahulgandhitargetedbjpoveradanigroup

संसद के बजट सत्र के 6वें दिन लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए सरकार को जमकर कोसा। महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर योजना, गरीबी और अडाणी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर खूब निशाना साधा।

कौन सा जादू हुआ कि नौ साल में नंबर दो पर पहुंच गए- -राहुल गांधी

मंगलवार को संसद में राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा समय में मुल्क में हर तरफ अडानी का नाम ही छाया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से लेकर केरल और हिमाचल प्रदेश तक...हम हर जगह अडानी का नाम सुन रहे हैं। पूरे देश में सिर्फ "अडानी", "अडानी" हो रहा है। लोग मुझते पूछते हैं कि अडानी किसी भी कारोबार में एंट्री ले लेते हैं और वह उसमें कभी फेल नहीं होते। राहुल गांधी ने कहा कि 2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए।लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई?और इनका भारत के पीएम के साथ क्या रिश्ता है?

मोदी-अदानी के रिश्ते पर बोले राहुल

राहुल गांधी ने कहा कि कई साल पहले रिश्ता शुरू हुआ जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। एक व्यक्ति पीएम मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था, वह पीएम के प्रति वफादार था और उसने मोदी की मदद की। असली जादू तब शुरू हुआ जब 2014 में पीएम मोदी दिल्ली पहुंचे। एक नियम है जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है वह हवाई अड्डों के विकास में शामिल नहीं हो सकता है। भारत सरकार ने यह नियम बदला है। इस नियम को बदल दिया गया और अडानी को छह हवाई अड्डे दिए गए।

राहुल ने पूछा-अडानी को हर जगह बिजनेस क्यों मिल जाता है?

राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बाद भारत का सबसे ज्यादा प्रोफिट में चलने वाले एयरपोर्ट को ईडी का दबाव बनाकर अदाणी के हाथों में दे दिया है। अदानी हिंदुस्तान के 24 फीसदी एयरपोर्ट ट्रैफिक को अपने यहां से निकालते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि आज जिस सड़क पर चलो और पूछो कि किसने बनाई है तो अडानी का नाम आएगा। हिमाचल का सेब अडानी का है। राहुल गांधी ने कहा, पीएम ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अडानी को लोन दे देता है। पीएम इजरायल जाते हैं और पीछे से जादू से जहाजों का मैंटिनेंस, ऑर्म और हथियार का बिजनेस अडानी को मिल जाते हैं।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी-अदाणी की तस्वीरें दिखाईं

राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी और उद्योगपति गौतम अदाणी की साथ की तस्वीरें दिखाईं। जिसपर स्पीकर नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि पोस्टरबाजी बंद कीजिए नहीं तो सत्ता पक्ष के लोग भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अदाणी की साथ वाली तस्वीर दिखाएंगे।

तुर्की में पांचवीं बार महसूस किए गए भूकंप के झटके, मौत का आंकड़ा 5000 के करीब

#turkey_syria_earthquake 

तुर्की में रह-रहकर भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। सोमवार को एक के बाद एक करके तीन शक्तिशाली भूकंप आने के बाद मंगलवार को दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.4 थी। इससे पहले मंगलवार सुबह 5,9 तीव्रता का भूकंप आया था। बीते 24 घंटे में यह पांचवीं बार है, जब तुर्किये में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की वेबसाइट के मुताबिक मंगलवार को भी भूकंप का बड़ा झटका तुर्की में महसूस किया गया है। वेबसाइट के अनुसार, यह झटका सुबह करीब पौने नौ बजे दर्ज किया गया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.5 रही।

वहीं तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 5000 के करीब पहुंच गई है। अकेले तुर्की में 3,381 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं सीरिया में भूकंप से हुई तबाही से अभी तक 1444 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

डब्ल्यूएचओ को 20 हजार से अधिक मौत की आशंका

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि सीरिया की सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी तुर्की में एक शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या 20 हजार से ज्यादा हो सकती है। यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी, कैथरीन स्मॉलवुड ने एएफपी को बताया, दुर्भाग्य से, जो कि मरने वालों या घायल होने वालों की संख्या की शुरुआती रिपोर्ट आने वाले सप्ताह में काफी बढ़ जाएगी। आशंका है कि सोमवार भोर से पहले आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। बचावकर्मी बड़ी सावधानी से कंक्रीट के पत्थर और लोहे की छड़ों को हटा रहे हैं, ताकि मलबे में यदि कोई भी जीवित बचा हो तो उसे सुरक्षित निकाला जा सके।

भारत से एनडीआरएफ की दूसरी टीम तुर्की रवाना

तुर्की-सीरिया में हुई तबाही के बाद भारत समेत दुनिया के कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। भारत ने एनडीआरएफ की दो टीमें डॉग स्कवाडय के साथ तुर्की रवाना की हैं। इसके अलावा मेडिकल सप्लाई भी भेजी गई है। एनडीआरएफ की एक टीम राहत साम्रगी के साथ तुर्की पहुंच गई है। इसके साथ ही भारत से एनडीआरएफ की दूसरी टीम तुर्की के लिए रवाना हो गई। कोलकाता एनडीआरएफ की इस टीम में 50 सदस्य हैं। इससे पहले जो टीम तुर्की पहुंची, उसमें 51 सदस्य थे। इसके अलावा भारतीय सेना ने अपनी मेडिकल टीम को तुर्की भेजा है। इस टीम में 89 सदस्य हैं। तुर्की में प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय सेना फील्ड हॉस्पिटल की सविधा मुहैया कराएगी। इनमें आर्थोपेडिक सर्जिकल टीम, जनरल सर्जिकल स्पेशलिस्ट टीम, मेडिकल स्पेशलिस्ट टीमों के अलावा अन्य मेडिकल टीमों को शामिल किया गया है। ये टीम 30 बिस्तरों वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, कार्डिएक मॉनिटर और संबंधित उपकरणों से लैस है।

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से मचे हंगामे के बीच अपने गिरवी पड़े शेयर सितंबर 2024 से पहले छुड़ाएगा अदाणी समूह, बयान जारी कर किया बड़ा एलान

शेयर बाजार में अदाणी समूह के शेयरों में जारी उतार-चढ़ाव के बीच समूह ने बड़ा एलान किया है। सोमवार को एक बयान जारी कर कंपनी ने कहा है कि वह अपनी लिस्टेड कंपनियों के 1114 मिलियन यूएस डॉलर (111 करोड़) के गिरवी पड़े शेयर सितंबर 2024 से पहले रिलीज करा लेगी।

समूह की ओर से की गई घोषणा के अनुसार अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन के 168.27 मिलियन के शेयर जारी किए जाएंगे जो कि कंपनी में प्रमोटर्स की कुल होल्डिंग का 12 प्रतिशत है। वहीं अदाणी ग्रीन के 27.56 मिलियन के शेयर रिलीज किए जाएंगे यह प्रमोटर होल्डिंग का 3% है।

कंपनी ने अपने बयान में कहा कि अदाणी समूह के प्रवर्तक सितंबर 2024 में परिपक्वता से पहले गिरवी रखे गए शेयरों को जारी करने के लिए 1,114 मिलियन डॉलर का प्री-पेमेंट करेंगे। अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड के 11.77 मिलियन शेयर जारी किए जाएंगे जो कि कंपनी में प्रमोटर होल्डिंग का 1.4% है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि प्रमोटर्स की ओर से अपने ऋण भुगतानों के प्रति वित्तीय संस्थानों को आश्वस्त करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च की अदाणी समूह के संबंध में एक रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। समूह का मार्केट कैप घटकर लगभग आधा हो गया है। इस बीच समूह ने अपना एफपीओ भी वापस ले लिया है। रिपोर्ट में अदाणी समूह के खातों में गड़बड़ी का दावा किया गया था।

केरल में शर्मनाक घटना, आत्महत्या की कोशिश करने वाली एक महिला को अस्पताल ले जाने के दौरान वॉर्ड बॉय ने एंबुलेंस के अंदर किया रेप

केरल से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। आत्महत्या की कोशिश करने वाली एक महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान एक वॉर्ड बॉय ने एंबुलेंस के अंदर ही उसका रेप कर दिया। यह घटना उस वक्त हुई, जब महिला को त्रिशूर मेडिकल हॉस्पिटल शिफ्ट करने के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में कोडुंगलूर तालुक अस्पताल के एक कर्मचारी के. दयालाल को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पहुंचने के बाद पीड़िता ने डॉक्टरों को आपबीती बताई। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया।

महिला ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी, लेकिन परिजनों को पता चला तो उसे कोडुंगलूर अस्पताल में एडमिट करा दिया गया था। यहां तबीयत में सुधार न होने पर उसे त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। कोडुंगलूर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज शिफ्ट करने के दौरान अस्पताल के कर्मचारी दयालाल को एंबुलेंस में साथ जाने को कहा गया था। इसी दौरान एंबुलेंस में महिला के साथ दयालाल ने रेप किया। पीड़िता ने इस घटना के बारे में शुरुआत में एक नर्स को बताया था और फिर डॉक्टरों को भी जानकारी दी। इसके बाद अस्पताल में ही पुलिस को बुलाया गया। 

इसके बाद पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया, जो घिनौनी हरकत के बाद भागने की फिराक में था। इस मामले में हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज ने अस्पताल के अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है। आरोपी दयालाल को गिरफ्तारी के साथ ही नौकरी से भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। वह कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी कर रहा था। दो साल पहले भी ऐसा ही एक वाकया कोट्टयम में हुआ था। तब एक कोरोना पीड़ित युवती से एंबुलेंस ड्राइवर ने रेप किया था। उसके बाद ही सरकार ने आदेश दिया था कि महिला मरीजों को अकेले अस्पताल नहीं ले जाया जाएगा। कोई हेल्थ वर्कर भी उसके साथ रहेगा। पुलिस को संदेह है कि आरोपी ने पहले भी कुछ ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया होगा, जिसकी जांच की जा रही है।

उत्तराखंड : 10 फीसदी तक बढ़ सकता है चारधाम यात्रा का किराया, 14 फरवरी को बैठक में होगा तय

 चारधाम यात्रा संचालित करने वाली निजी बस मालिकों की संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने इस साल भी शासन से किराया बढ़ाने की सिफारिश की है। इस संबंध में 14 फरवरी को समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।

ट्रांसपोर्ट कंपनी के अध्यक्षों का कहना है कि इस बार चारधाम यात्रा का किराया कम से कम 10 फीसदी तक बढ़ेगा। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि बस का जो चेचिस 18-19 लाख में आता था, वह अब करीब 25 लाख में आ रहा है। बसों के पार्ट्स, मोबिल ऑयल महंगा होने के कारण किराया बढ़ाना पड़ रहा है।

पिछले साल के मुकाबले इस साल महंगाई बढ़ी है। बसों के पार्ट्स और अन्य आइटम महंगे हुए हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा में बसों का किराया बढ़ाना ट्रांसपोर्टरों की मजबूरी है। 10 फीसदी तक किराया बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।

इस साल डीजल का दाम नहीं बढ़ा है लेकिन पार्ट्स और टायरों के दाम बढ़े हैं। इस बार 10 से फीसदी किराया बढ़ाने का प्रस्ताव है, लेकिन 10 प्रतिशत तक किराया बढ़ेगा। रोटेशन की बैठक में इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।

पिछली बार चारधाम यात्रा के किराये में बढ़ोतरी की गई थी। इस बार भी अगर किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा।

मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आया धमकी भरा फोन, खुद को बताया इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

#threatened_phone_call_at_mumbai_airport 

मुंबई के छत्रपती शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर धमकी भरा फोन आया है। धमकी देने वाले शख्स ने आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम पर धमकी दी है। हमले की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। 

बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट सेंटर पर सोमवार रात करीब 10 बजे फोन आया था। शख्स ने खुद का नाम इरफान अहमद शेख बताया और कहा, वो इंडियन मुजाहिद्दीन नाम के आतंकी संगठन का सदस्य है। धमकी भरे फोन करने वाला शख्स अपना परिचय देने के बाद किसी कोड वर्ड का इस्तेमाल कर संदिग्ध बातें करता रहा। जिसके बाद इस बात की जानकारी मुंबई पुलिस को दी गई। जानकारी मिलने के बाद एयरपोर्ट की सभी एजेंसियों को अलर्ट किया गया और मुंबई की सहार पुलिस ने अज्ञात शख़्स के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई दौरे पर आने वाले हैं। जिसको लेकर मुंबई पुलिस ने एहतियातन यहां 10 फरवरी को ड्रोन, पैराग्लाइडर, सभी तरह के गुब्बारे और रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस के आदेश मुताबिक, हवाई अड्डा, कोलाबा, माता रमाबाई आंबेडकर मार्ग, एमआईडीसी (महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम) और अंधेरी पुलिस थाना क्षेत्र में ड्रोन, पैराग्लाइडर, सभी तरह के गुब्बारे, रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान उड़ाने की अनुमति नहीं होगी। आदेश में कहा गया, ‘यह भी आशंका जताई गई है कि 10 फरवरी को मुंबई हवाई अड्डा, आईएनएस शिकरा, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और अंधेरी स्थित मरोल में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान आतंकवादी/असामाजिक तत्व ड्रोन, पैराग्लाइडर, रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान के जरिये हमले कर सकते हैं। साथ ही, शांति भंग किए जाने का अंदेशा है।

इससे पहले सोमवार शाम में ही महाराष्ट्र के नागपुर में दो अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस संबंध में धमकी भरा कॉल नागपुर पुलिस स्टेशन कंट्रोल रूम को मिला। आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।