कर्नल सोफिया कुरैशी पर बयान देकर घिरे मंत्री विजय शाह, हाईकोर्ट ने चार घंटे के अंदर FIR दर्ज करने का दिया आदेश

#ordertofilefiragainstministervijay_shah

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान पर अब मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।कोर्ट ने कहा है कि चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो।कोर्ट ने एमपी के डीजीपी को विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट की जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिवीजन बेंच ने आदेश दिया है कि मंत्री पर चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो। गुरुवार सुबह सबसे पहले इसी मामले पर अगली सुनवाई करेंगे।

कोर्ट ने खुद ही संज्ञान लिया

हाईकोर्ट ने सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के मामले में खुद ही संज्ञान लिया। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की बेंच के सामने राज्य सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह पेश हुए। युगलपीठ ने पुलिस विभाग को शाम 6 बजे तक एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। युगलपीठ ने मामले की सुनवाई संज्ञान याचिका के रूप में करते हुए उक्त आदेश जारी किये। युगलपीठ ने मंत्री के खिलाफ बीएनएस की धारा 196 तथा 197 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। याचिका में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को अनावेदक बनाया गया है। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि एफआईआर दर्ज किए जाने के संबंध में न्यायालय को अवगत कराया जाए। याचिका पर अगली सुनवाई गुरुवार की सुबह 10.30 बजे निर्धारित की गई है।

क्या है विजय शाह का बयान

दरअसल, मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह ने मानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दे डाला था। मानपुर में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री शाह ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, जिन आंतकियों ने पहलगाम में लोगों को मारा, उनके कपड़े उतरवाए, उन आंतकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा। मंत्री शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई। बयान को लेकर जब राजनीति गरमा गई।

Counseling Meeting for Offenders Held Under Leadership of Station House Officer at Captanganj Police Station





Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.








Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.

नक्सलवाद पर भाजपा सरकार के साथ कांग्रेस, पूर्व पीसीसी चीफ घनेंद्र साहू के बयान की डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने की सराहना

रायपुर- नक्सलवाद पर आखिरकार सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के साथ विपक्षी दल कांग्रेस के सुर ताल एक होते नजर आ रहे हैं. यह बात पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू के बयान से होती है, जिसमें उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर सरकार के साथ होने की बात कही थी. धनेंद्र साहू के बयान की सराहना करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें फोन कर इस दिशा में सरकार के प्रयासों से अवगत कराया.

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू से फोन पर नक्सल मुद्दे पर किए बातचीत को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा कि उनके (धनेंद्र साहू) के साथ कांग्रेस के कई नेताओं के (नक्सलवाद पर) सकारात्मक बातों को सुनकर धन्यवाद देने के लिए फोन किया है. हम सरकार के साथ है, और लाल आतंक समाप्त होना चाहिए.

इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि जो सच्चाई है, वह बोलना ही है. इस पर हम सरकार के साथ हैं. पहली बार इतनी कार्रवाई हो रही है. विपक्ष का मतलब यह नहीं है कि सही काम का भी विरोध किया जाए. इसके साथ ही विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक और बस्तर पुंडम की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए अलग से सर्वे कराकर प्रधानमंत्री आवास प्रदान किया जा रहा है.

इसके अलावा बस्तर में शांति की स्थापना के लिए अपना बलिदान देने वालों की स्मृति में बलिदानी स्मारक बनाकर उसमें संगमरमर की मूर्ति लगाई जाएगी. इस तरह से 500 से अधिक बलिदानी स्मारक बनाया जाएगा. इसमें एक स्मारक के निर्माण में तीन लाख तीन हजार रुपए का खर्च आएगा. साहू ने कहा कि बलिदान देने वालों का यह बड़ा सम्मान है. यह सराहनीय कार्य है.

इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विषय पर एक साथ बैठकर चर्चा कर पूरी दुनिया को संदेश दे देंगे कि कुछ भी हो जाए इस विषय पर हम सब एक साथ हैं. इसके साथ ही झीरम घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वे स्वयं (उप मुख्यमंत्री) इस बार स्थल पर जाकर अपनी जान गंवाने वाले नेताओं को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पित करेंगे. इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि यह एक ऐसी चीज है कि जो पार्टी से अलग हटकर है.



सीमा पर हथियार जुटा रहा पाकिस्तान, भारत से सटी सीमाओं पर चीनी तोप तैनात

#pakistanrampsupmilitarypresenceacrossindian_border

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। एलओसी पर लगातार आठवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, रौशेरा और अखनूर में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारत की तरफ से हमले होने का दावा कर रहा पाकिस्तान खुद उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई है। पाकिस्तानी सेना ने रडार, वायु रक्षा प्रणाली और चीन में बनी हॉवित्जर तोपों समेत कई तरह के हथियार सीमा पर तैनात किए हैं।

एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही पाक वायुसेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से हमले को लेकर खौफजदा पाकिस्तान सीमाओं पर लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है। उसने अग्रिम मोर्चों पर वायु रक्षा प्रणाली और चीनी एसएच-15 होवित्जर तोपें भी तैनात कर दी हैं। पाकिस्तानी वायु सेना फिलहाल एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही है। इन्हें फिजा-ए-बद्र, ललकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी नाम दिया गया है। इनमें वायुसेना के एफ-16, जे-10 और जेएफ-17 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना का ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुआ और इसमें साब एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान ने लाहौर और कराची के ऊपर अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

सीमा पर चीनी हॉवित्जर तोपों की तैनाती

पाकिस्तानी सेना चीन से खरीदी गई एसएच-15 हॉवित्जर तोपों को भी अपनी आर्टिलरी रेजीमेंट में शामिल कर रही है। इन आधुनिक तोपों को अब सीमा के नजदीक तैनात किया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की फायरिंग क्षमता काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान का एसएच -15 हॉवित्जर हथियार को लेकर दावा है कि परमाणु हमला करने में माहिर है।

2019 में पाकिस्तान ने 236 ऐसी तोपें खरीदने के लिए चीन से समझौता किया था। यह 155 मिमी/52-कैलिबर का स्वचालित, व्हीकल-माउंटेड तोप है। यानी यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।

चीनी हॉवित्जर की खासियत

इसकी खासियत की बात करें तो इसे पाक और चीन मारक और घातक बताते हैं। एसएच-15 की रेंज 20 किमी से 53 किमी तक है। यानी यह नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ र जीपीएस-निर्देशित गोले भी दाग सकता है। इसकी डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित गन-लेइंग, और जीपीएस-नेविगेशन सटीकता बढ़ाते हैं। इस हथियार को 6×6 शानक्सी ट्रक के चेसिस पर फिट किया गया है। यह 90 किमी/घंटा की गति और 500 किमी की रेंज के साथ ‘शूट एंड स्कूट’ रणनीति के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके बख्तरबंद केबिन और हाइड्रो-न्यूमैटिक सस्पेंशन पहाड़ी और जटिल इलाकों में प्रभावी बनाते हैं। यानी पहाड़ी इलाकों के लिए एसच-15 को बेस्ट माना जाता है। दावा तो पाकिस्तान की तरफ से यह भी कहा जाता है कि यह न्यूक्लियर गोले दाग सकता है।

Aryansh Health Care: Varanasi’s Trusted Name in Women’s Health Led by Renowned Gynecologist Dr. Ruchi Sinha

  

Varanasi, Uttar Pradesh – Aryansh Health Care, a premier gynecology and women’s wellness center located in the spiritual and cultural heart of Varanasi, is making headlines for transforming the lives of hundreds of couples and setting new standards in women's healthcare. At the forefront of this achievement is the center’s founder and chief consultant, Dr. Ruchi Sinha, MBBS, MS – one of Varanasi’s most respected and trusted gynecologists.

With over a decade of dedicated medical experience and a gold-standard education from Institute of Medical Sciences, Banaras Hindu University (IMS BHU) – one of the top medical institutions in the country – Dr. Ruchi Sinha has emerged as a beacon of hope for women facing complex gynecological and fertility challenges.

Dr. Ruchi Sinha has successfully helped more than 500 couples achieve parenthood, offering a combination of evidence-based medicine, personalized care, and emotional support. Her patient-first approach, clinical excellence, and deep empathy have earned her immense goodwill not only in Varanasi but also across neighboring districts in Eastern Uttar Pradesh and Bihar.

“Infertility is not just a medical condition, it’s an emotional journey. At Aryansh Health Care, we focus on supporting women and couples at every step – from diagnosis to successful delivery,” says Dr. Ruchi Sinha. “I feel truly blessed to have played a role in bringing joy to over 500 families. Every smile of a newborn child in the arms of a parent who once lost hope – that is my true reward.”

Aryansh Health Care provides a full range of gynecological and obstetric services, including:

Infertility management and IUI consultations

High-risk pregnancy care

PCOD/PCOS and menstrual disorder treatments

Laparoscopic and minimally invasive gynecological surgeries

Antenatal care and delivery services

Preventive screenings and health checkups for women of all ages

With a fully equipped facility, warm and trained staff, and advanced diagnostic support, Aryansh Health Care has built a reputation for excellence in clinical outcomes and patient satisfaction. The clinic is also known for offering honest, affordable, and ethical treatment plans, ensuring quality care is accessible to everyone.

Dr. Sinha is a strong advocate for women's health awareness. Through her public seminars, health camps, and online presence, she regularly educates young women about reproductive health, menstrual hygiene, and the importance of early detection of gynecological conditions.

As Varanasi continues its development as a key regional healthcare hub, Aryansh Health Care stands committed to leading the way in women’s wellness, maternal care, and fertility support.

Visit for more : 25A, Siddhigiri Bagh Rd, Kasturba Nagar, Sigra, Varanasi, Uttar Pradesh 221010

Website : www.Drruchisinha.com

 

यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025: 10वीं में यश प्रताप और 12वीं में महक ने मारी बाज़ी, बने टॉपर

  

संजीव सिंह बलिया| प्रयागराज :माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाएं दिनांक 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक सफलतापूर्वक सम्पन्न कराई गईं। परीक्षाएं प्रदेश के कुल 8,140 परीक्षा केन्द्रों पर 13 कार्यदिवसों में आयोजित की गईं।

उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य दिनांक 19 मार्च से 02 अप्रैल 2025 तक निर्धारित 261 मूल्यांकन केन्द्रों पर किया गया।

परीक्षा परिणाम परिषद के सभापति एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेन्द्र देव तथा सचिव भगवती सिंह द्वारा घोषित किए गए।

हाईस्कूल परीक्षाफल - प्रमुख तथ्य

कुल परीक्षार्थी: 25,45,815

संस्थागत: 25,36,104

व्यक्तिगत: 9,711

बालक: 13,27,024

बालिकाएं: 12,18,791

कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थी: 22,94,122

संस्थागत: 22,87,431 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 90.19%)

व्यक्तिगत: 6,691 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 68.90%)

बालक: 11,49,984 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 86.66%)

बालिकाएं: 11,44,138 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 93.87%)

कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 90.11%

बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों की तुलना में 7.21% अधिक

संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की तुलना में 21.29% अधिक

मूल्यांकन में संलग्न परीक्षक: 92,594

आंशिक विषयों में सम्मिलित परीक्षार्थी: 3,682 (विनियम अंतर्गत)

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इण्टरमीडिएट परीक्षाफल - प्रमुख तथ्य

कुल परीक्षार्थी: 25,98,560

संस्थागत: 25,12,576

व्यक्तिगत: 85,984

बालक: 13,87,263

बालिकाएं: 12,11,297

कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थी: 21,08,774

संस्थागत: 20,38,884 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.15%)

व्यक्तिगत: 69,890 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.28%)

बालक: 10,62,616 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 76.60%)

बालिकाएं: 10,46,158 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 86.37%)

कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.15%

बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों की तुलना में 9.77% अधिक

व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत संस्थागत से 0.13% अधिक

मूल्यांकन में संलग्न परीक्षक: 56,066

प्रयोगात्मक परीक्षाएं:

आयोजन अवधि: 01 फरवरी से 21 फरवरी 2025

कुल परीक्षक: 18,964

आंशिक विषयों में सम्मिलित परीक्षार्थी: 74,982 (विनियम अंतर्गत)

शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर भीषण गर्मी को देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय स्कूलों का समय में परिवर्तन

oppins,sans; font-size:16px; font-style:normal; font-variant-ligatures:normal; font-variant-caps:normal; font-weight:400; letter-spacing:normal; orphans:2; text-indent:0px; text-transform:none; widows:2; word-spacing:0px; -webkit-text-stroke-width:0px; white-space:normal; background-color:rgb(255,255,255); text-decoration-thickness:initial; text-decoration-style:initial; text-decoration-color:initial; text-align:left;"> संजीव  सिंह बलिया!भीषण गर्मी को देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय स्कूलों का समय बदल दिया गया है। इसके लिए शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी स्कूलों को आदेश का कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देशित किया है। 

oppins,sans; font-size:16px; font-style:normal; font-variant-ligatures:normal; font-variant-caps:normal; font-weight:400; letter-spacing:normal; orphans:2; text-indent:0px; text-transform:none; widows:2; word-spacing:0px; -webkit-text-stroke-width:0px; white-space:normal; background-color:rgb(255,255,255); text-decoration-thickness:initial; text-decoration-style:initial; text-decoration-color:initial; text-align:left;">जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में 25 अप्रैल से सभी स्कूलों का संचालन अग्रिम आदेश तक सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 तक किया जाएगा, जबकि शिक्षक सुबह 7:30 से लेकर दोपहर 01:30 बजे तक रुकेंगे। बच्चों की छुट्टी के बाद शिक्षक अन्य जरूरी काम पूरा करेंगे। शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को यह पत्र जारी किया है। यह आदेश सभी परिषदीय स्कूलों के लिए है। जारी पत्र में लिखा गया है कि मान्यता प्राप्त विद्यालयों की प्रबंध समिति अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगी। 

दिनेश मिरानिया की अंत्येष्टि में भाजपा नेताओं की हंसी-ठिठोली, कांग्रेस ने वीडियो वायरल कर कहा- यह बेशर्मी की पराकाष्ठा है…

रायपुर- पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादियों की गोली से केवल 27 पर्यटकों का शरीर ही छलनी नहीं हुआ, देश का सीना भी छलनी हुआ है. इस आतंकी घटना से देश दुखी है. भावनाओं का सैलाब चारों ओर उमड़ रहा है. रायपुर के दिनेश मिरानिया का नाम भी उन पर्यटकों में शामिल था, जिनकी मौत आतंकवादियों की गोली से हुई. रायपुर पहुंचने के बाद दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन कर दिया गया. मारवाड़ी श्मशान घाट में हुए अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में पूरी सरकार मौजूद थी.

कांग्रेस ने वीडियो वायरल कर कहा- देखिए भाजपा का संस्कार

अंतिम संस्कार के इसी कार्यक्रम के दौरान का एक वीडियो कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर वायरल किया और भाजपा के संस्कार पर सवाल उठाया. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने विभिन्न सोशल माध्यमों में वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, बेशर्मी की पराकाष्ठा : पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गए स्व. दिनेश मीरानिया की शोक सभा में भाजपाई हंसी-ठिठोली कर रहे हैं.

 

कांग्रेस की ओर से वायरल वीडियो में भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ठहाके लगाते हुए नजर आ रहे हैं. कुछ क्षण का यही क्लिप वायरल है. संजय श्रीवास्तव जहां हंस रहे थे उस जगह सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, आरएसएस के मध्य क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, गृह मंत्री विजय शर्मा समेत सरकार के प्रमुख चेहरे मौजूद थे.

किस बात पर आई हंसी ?

वीडियो को गौर से देखने पर पता चल रहा है कि मारवाड़ी श्मशान घाट में मृतक दिनेश मिरानिया के अंतिम संस्कार का कार्यक्रम चल रहा था. एक किनारे लगाए गए पंडाल के नीचे पहली पंक्ति में सरकार के तमाम प्रमुख चेहरों के साथ संजय श्रीवास्तव भी बैठे थे. इस दौरान वहां नगर निगम पार्षद सचिन मेघानी ने उनके कान में आकर कुछ बातें कहीं, जिसके बाद दोनों नेता ठहाका लगाकर हंसते नजर आए. यकायक वहां मौजूद कई चेहरों की नजर उन पर पड़ी. श्मशान घाट में मौजूद लोग इस हंसी-ठिठोली पर अचंभित नजर आए. हालांकि यह पता नहीं चल सका कि संजय श्रीवास्तव को आखिर इतनी जोर से हंसी शोक वाली जगह पर कैसे आई ? क्योंकि संजय श्रीवास्तव गम्भीर नेता माने जाते हैं.

कांग्रेस और भाजपा प्रवक्ता ने क्या कहा‌?


इस मामले में कांग्रेस नेता धनंजय ठाकुर ने कहा, ये बेशर्मी की पराकाष्ठा है. पूरा देश जहां गम में है. शोक सभा में भाजपा नेता जिस प्रकार से हंसी-ठिठोली कर रहे यह भाजपा की संवेदनहीनता है. पीड़ित परिवार पर क्या गुजर रहा होगा. इस घटना पर पूरे देश में आक्रोश है और भाजपा नेता को मजा आ रहा है. ये भाजपा की बेशर्मी है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के राजधानी पहुंचने पर रखी गई श्रद्धांजलि सभा में भी भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर हंसी-ठिठोली करते दिखे थे. ये लोग गम का उपहास उड़ाने का काम करते हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती ने कहा है कि किसी पुरानी बात पर हंसी आ गई तो इसका मतलब ये नहीं कि हम पीड़ित परिवार के साथ नहीं है. हमारी पूरी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है. जो पर्यटक कश्मीर में फंसे हैं उन्हें सुरक्षित लाने की कवायद हमारी सरकार कर रही।


अटल अस्थि कलश की याद हुई ताजा

सात साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के राजधानी पहुंचने पर रखी गई श्रद्धांजलि सभा के दौरान भी पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर की हंसी-ठिठोली से भरी तस्वीर वायरल हुई थी. भाजपा हाईकमान को यह खबर पता चलने पर कड़ा एतराज जताया गया था.

है.


महादेव सट्टा ऐप से जुड़े नेटवर्क पर रायपुर ED का करारा प्रहार: मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली-मुंबई समेत देश के इन 7 बड़े शहरों में मारा छापा

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रायपुर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने देश के 7 बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और ओडिशा के संबलपुर में ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए 576.29 करोड़ रुपए की सिक्योरिटीज/बॉन्ड/डीमैट खाते फ्रीज कर दस्तावेज जब्त किए। इसमें 3.29 करोड़ रुपए नकद शामिल हैं।

ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे नेटवर्क का कनेक्शन दिल्ली के कुछ नेताओं से जुड़ा है। हवाला के जरिए छत्तीसगढ़ से दिल्ली तक काली कमाई भेजी गई। यह भी पाया गया कि सट्टेबाजी से कमाए गए पैसों को मॉरीशस और दुबई के फर्जी एफपीआई (फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स) के जरिए विदेशी निवेश और शेयर बाजार में लगाया गया, जिससे स्मॉल और मिडकैप कंपनियों के शेयरों की कीमतों में कृत्रिम उतार-चढ़ाव करके आम निवेशकों को चपत लगाई गई।

कार्रवाई को लेकर ईडी की एक्स पोस्ट


अधिकारियों के अनुसार, यह मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है। दिल्ली के जिन नेताओं का कनेक्शन मिला है, ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

3002.47 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अटैच

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच में मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप का सिंडिकेट चलाने के इनपुट मिले हैं। इसके लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, आईडी को सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है।

तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में अपराध की आय (POC) मिली है। बता दें कि महादेव सट्टा प्रकरण में अब तक ईडी ने 170 से अधिक परिसरों में छापेमारी कर तलाशी में करीब 3002.47 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अटैच कर चुकी है। साथ ही इस सिंडिकेट से जुड़े 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, प्रकरण की जांच कर 5 अभियोजन शिकायतों में 74 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है।

CGPSC घोटाला : दलालों और पेपर सॉल्वर के ठिकानाें से मिले अहम दस्तावेज, जांच के घेरे में कई अभ्यर्थी, CBI ने छापेमार कार्रवाई की दी जानकारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला मामले में CBI ने गुरुवार को पांच ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई ने बयान जारी किया है. सीबीआई के मुताबिक, रायपुर में तीन और महासमुंद में दो कुल पांच स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई उन पांच संदिग्धों के खिलाफ की गई है, जिनमें दलाल, पेपर सॉल्वर और अन्य शामिल हैं. यह मामला 2020 से 2022 के बीच डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे वरिष्ठ पदों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़ा है.

यह मामला छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने दर्ज किया था, जिसमें पहले स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को अपने हाथ में लिया. इन मामलों में वर्ष 2020 से 2022 के बीच परीक्षा/साक्षात्कार के दौरान योग्यता के बजाय अन्य आधारों पर करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों पर चयनित किए जाने के आरोप शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में 18 नवंबर 2024 को तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था.


सीबीआई ने 10 जनवरी 2025 को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तत्कालीन अध्यक्ष के भतीजे और डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित नितेश सोनवानी और तत्कालीन डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गनवीर शामिल थे. इसके अलावा 12 जनवरी 2025 को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित शशांक गोयल, भूमि‍का कटियार और डिप्टी एसपी के रूप में चयनित साहिल सोनवानी को भी गिरफ्तार किया था. CBI ने 16 जनवरी 2025 को रायपुर की विशेष CBI अदालत में चार्जशीट दाखिल की, जिनमें सात आरोपी शामिल हैं. CBI ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों की भूमिका की जांच अभी जारी है.

सीबीआई की चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

  1. टामन सिंह सोनवानी
  2. श्रवण कुमार गोयल
  3. शशांक गोयल
  4. भूमिका कटियार
  5. नितेश सोनवानी
  6. साहिल सोनवानी
  7. ललित गणवीर

ये है पूरा मामला (CGPSC Scam)

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

कर्नल सोफिया कुरैशी पर बयान देकर घिरे मंत्री विजय शाह, हाईकोर्ट ने चार घंटे के अंदर FIR दर्ज करने का दिया आदेश

#ordertofilefiragainstministervijay_shah

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान पर अब मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।कोर्ट ने कहा है कि चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो।कोर्ट ने एमपी के डीजीपी को विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट की जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिवीजन बेंच ने आदेश दिया है कि मंत्री पर चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो। गुरुवार सुबह सबसे पहले इसी मामले पर अगली सुनवाई करेंगे।

कोर्ट ने खुद ही संज्ञान लिया

हाईकोर्ट ने सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के मामले में खुद ही संज्ञान लिया। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की बेंच के सामने राज्य सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह पेश हुए। युगलपीठ ने पुलिस विभाग को शाम 6 बजे तक एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। युगलपीठ ने मामले की सुनवाई संज्ञान याचिका के रूप में करते हुए उक्त आदेश जारी किये। युगलपीठ ने मंत्री के खिलाफ बीएनएस की धारा 196 तथा 197 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। याचिका में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को अनावेदक बनाया गया है। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि एफआईआर दर्ज किए जाने के संबंध में न्यायालय को अवगत कराया जाए। याचिका पर अगली सुनवाई गुरुवार की सुबह 10.30 बजे निर्धारित की गई है।

क्या है विजय शाह का बयान

दरअसल, मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह ने मानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दे डाला था। मानपुर में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री शाह ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, जिन आंतकियों ने पहलगाम में लोगों को मारा, उनके कपड़े उतरवाए, उन आंतकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा। मंत्री शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई। बयान को लेकर जब राजनीति गरमा गई।

Counseling Meeting for Offenders Held Under Leadership of Station House Officer at Captanganj Police Station





Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.








Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.

नक्सलवाद पर भाजपा सरकार के साथ कांग्रेस, पूर्व पीसीसी चीफ घनेंद्र साहू के बयान की डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने की सराहना

रायपुर- नक्सलवाद पर आखिरकार सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के साथ विपक्षी दल कांग्रेस के सुर ताल एक होते नजर आ रहे हैं. यह बात पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू के बयान से होती है, जिसमें उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर सरकार के साथ होने की बात कही थी. धनेंद्र साहू के बयान की सराहना करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें फोन कर इस दिशा में सरकार के प्रयासों से अवगत कराया.

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू से फोन पर नक्सल मुद्दे पर किए बातचीत को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा कि उनके (धनेंद्र साहू) के साथ कांग्रेस के कई नेताओं के (नक्सलवाद पर) सकारात्मक बातों को सुनकर धन्यवाद देने के लिए फोन किया है. हम सरकार के साथ है, और लाल आतंक समाप्त होना चाहिए.

इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि जो सच्चाई है, वह बोलना ही है. इस पर हम सरकार के साथ हैं. पहली बार इतनी कार्रवाई हो रही है. विपक्ष का मतलब यह नहीं है कि सही काम का भी विरोध किया जाए. इसके साथ ही विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक और बस्तर पुंडम की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए अलग से सर्वे कराकर प्रधानमंत्री आवास प्रदान किया जा रहा है.

इसके अलावा बस्तर में शांति की स्थापना के लिए अपना बलिदान देने वालों की स्मृति में बलिदानी स्मारक बनाकर उसमें संगमरमर की मूर्ति लगाई जाएगी. इस तरह से 500 से अधिक बलिदानी स्मारक बनाया जाएगा. इसमें एक स्मारक के निर्माण में तीन लाख तीन हजार रुपए का खर्च आएगा. साहू ने कहा कि बलिदान देने वालों का यह बड़ा सम्मान है. यह सराहनीय कार्य है.

इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विषय पर एक साथ बैठकर चर्चा कर पूरी दुनिया को संदेश दे देंगे कि कुछ भी हो जाए इस विषय पर हम सब एक साथ हैं. इसके साथ ही झीरम घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वे स्वयं (उप मुख्यमंत्री) इस बार स्थल पर जाकर अपनी जान गंवाने वाले नेताओं को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पित करेंगे. इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि यह एक ऐसी चीज है कि जो पार्टी से अलग हटकर है.



सीमा पर हथियार जुटा रहा पाकिस्तान, भारत से सटी सीमाओं पर चीनी तोप तैनात

#pakistanrampsupmilitarypresenceacrossindian_border

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। एलओसी पर लगातार आठवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, रौशेरा और अखनूर में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारत की तरफ से हमले होने का दावा कर रहा पाकिस्तान खुद उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई है। पाकिस्तानी सेना ने रडार, वायु रक्षा प्रणाली और चीन में बनी हॉवित्जर तोपों समेत कई तरह के हथियार सीमा पर तैनात किए हैं।

एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही पाक वायुसेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से हमले को लेकर खौफजदा पाकिस्तान सीमाओं पर लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है। उसने अग्रिम मोर्चों पर वायु रक्षा प्रणाली और चीनी एसएच-15 होवित्जर तोपें भी तैनात कर दी हैं। पाकिस्तानी वायु सेना फिलहाल एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही है। इन्हें फिजा-ए-बद्र, ललकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी नाम दिया गया है। इनमें वायुसेना के एफ-16, जे-10 और जेएफ-17 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना का ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुआ और इसमें साब एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान ने लाहौर और कराची के ऊपर अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

सीमा पर चीनी हॉवित्जर तोपों की तैनाती

पाकिस्तानी सेना चीन से खरीदी गई एसएच-15 हॉवित्जर तोपों को भी अपनी आर्टिलरी रेजीमेंट में शामिल कर रही है। इन आधुनिक तोपों को अब सीमा के नजदीक तैनात किया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की फायरिंग क्षमता काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान का एसएच -15 हॉवित्जर हथियार को लेकर दावा है कि परमाणु हमला करने में माहिर है।

2019 में पाकिस्तान ने 236 ऐसी तोपें खरीदने के लिए चीन से समझौता किया था। यह 155 मिमी/52-कैलिबर का स्वचालित, व्हीकल-माउंटेड तोप है। यानी यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।

चीनी हॉवित्जर की खासियत

इसकी खासियत की बात करें तो इसे पाक और चीन मारक और घातक बताते हैं। एसएच-15 की रेंज 20 किमी से 53 किमी तक है। यानी यह नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ र जीपीएस-निर्देशित गोले भी दाग सकता है। इसकी डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित गन-लेइंग, और जीपीएस-नेविगेशन सटीकता बढ़ाते हैं। इस हथियार को 6×6 शानक्सी ट्रक के चेसिस पर फिट किया गया है। यह 90 किमी/घंटा की गति और 500 किमी की रेंज के साथ ‘शूट एंड स्कूट’ रणनीति के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके बख्तरबंद केबिन और हाइड्रो-न्यूमैटिक सस्पेंशन पहाड़ी और जटिल इलाकों में प्रभावी बनाते हैं। यानी पहाड़ी इलाकों के लिए एसच-15 को बेस्ट माना जाता है। दावा तो पाकिस्तान की तरफ से यह भी कहा जाता है कि यह न्यूक्लियर गोले दाग सकता है।

Aryansh Health Care: Varanasi’s Trusted Name in Women’s Health Led by Renowned Gynecologist Dr. Ruchi Sinha

  

Varanasi, Uttar Pradesh – Aryansh Health Care, a premier gynecology and women’s wellness center located in the spiritual and cultural heart of Varanasi, is making headlines for transforming the lives of hundreds of couples and setting new standards in women's healthcare. At the forefront of this achievement is the center’s founder and chief consultant, Dr. Ruchi Sinha, MBBS, MS – one of Varanasi’s most respected and trusted gynecologists.

With over a decade of dedicated medical experience and a gold-standard education from Institute of Medical Sciences, Banaras Hindu University (IMS BHU) – one of the top medical institutions in the country – Dr. Ruchi Sinha has emerged as a beacon of hope for women facing complex gynecological and fertility challenges.

Dr. Ruchi Sinha has successfully helped more than 500 couples achieve parenthood, offering a combination of evidence-based medicine, personalized care, and emotional support. Her patient-first approach, clinical excellence, and deep empathy have earned her immense goodwill not only in Varanasi but also across neighboring districts in Eastern Uttar Pradesh and Bihar.

“Infertility is not just a medical condition, it’s an emotional journey. At Aryansh Health Care, we focus on supporting women and couples at every step – from diagnosis to successful delivery,” says Dr. Ruchi Sinha. “I feel truly blessed to have played a role in bringing joy to over 500 families. Every smile of a newborn child in the arms of a parent who once lost hope – that is my true reward.”

Aryansh Health Care provides a full range of gynecological and obstetric services, including:

Infertility management and IUI consultations

High-risk pregnancy care

PCOD/PCOS and menstrual disorder treatments

Laparoscopic and minimally invasive gynecological surgeries

Antenatal care and delivery services

Preventive screenings and health checkups for women of all ages

With a fully equipped facility, warm and trained staff, and advanced diagnostic support, Aryansh Health Care has built a reputation for excellence in clinical outcomes and patient satisfaction. The clinic is also known for offering honest, affordable, and ethical treatment plans, ensuring quality care is accessible to everyone.

Dr. Sinha is a strong advocate for women's health awareness. Through her public seminars, health camps, and online presence, she regularly educates young women about reproductive health, menstrual hygiene, and the importance of early detection of gynecological conditions.

As Varanasi continues its development as a key regional healthcare hub, Aryansh Health Care stands committed to leading the way in women’s wellness, maternal care, and fertility support.

Visit for more : 25A, Siddhigiri Bagh Rd, Kasturba Nagar, Sigra, Varanasi, Uttar Pradesh 221010

Website : www.Drruchisinha.com

 

यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025: 10वीं में यश प्रताप और 12वीं में महक ने मारी बाज़ी, बने टॉपर

  

संजीव सिंह बलिया| प्रयागराज :माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाएं दिनांक 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक सफलतापूर्वक सम्पन्न कराई गईं। परीक्षाएं प्रदेश के कुल 8,140 परीक्षा केन्द्रों पर 13 कार्यदिवसों में आयोजित की गईं।

उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य दिनांक 19 मार्च से 02 अप्रैल 2025 तक निर्धारित 261 मूल्यांकन केन्द्रों पर किया गया।

परीक्षा परिणाम परिषद के सभापति एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेन्द्र देव तथा सचिव भगवती सिंह द्वारा घोषित किए गए।

हाईस्कूल परीक्षाफल - प्रमुख तथ्य

कुल परीक्षार्थी: 25,45,815

संस्थागत: 25,36,104

व्यक्तिगत: 9,711

बालक: 13,27,024

बालिकाएं: 12,18,791

कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थी: 22,94,122

संस्थागत: 22,87,431 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 90.19%)

व्यक्तिगत: 6,691 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 68.90%)

बालक: 11,49,984 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 86.66%)

बालिकाएं: 11,44,138 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 93.87%)

कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 90.11%

बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों की तुलना में 7.21% अधिक

संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की तुलना में 21.29% अधिक

मूल्यांकन में संलग्न परीक्षक: 92,594

आंशिक विषयों में सम्मिलित परीक्षार्थी: 3,682 (विनियम अंतर्गत)

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इण्टरमीडिएट परीक्षाफल - प्रमुख तथ्य

कुल परीक्षार्थी: 25,98,560

संस्थागत: 25,12,576

व्यक्तिगत: 85,984

बालक: 13,87,263

बालिकाएं: 12,11,297

कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थी: 21,08,774

संस्थागत: 20,38,884 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.15%)

व्यक्तिगत: 69,890 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.28%)

बालक: 10,62,616 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 76.60%)

बालिकाएं: 10,46,158 (उत्तीर्ण प्रतिशत: 86.37%)

कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 81.15%

बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों की तुलना में 9.77% अधिक

व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत संस्थागत से 0.13% अधिक

मूल्यांकन में संलग्न परीक्षक: 56,066

प्रयोगात्मक परीक्षाएं:

आयोजन अवधि: 01 फरवरी से 21 फरवरी 2025

कुल परीक्षक: 18,964

आंशिक विषयों में सम्मिलित परीक्षार्थी: 74,982 (विनियम अंतर्गत)

शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर भीषण गर्मी को देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय स्कूलों का समय में परिवर्तन

oppins,sans; font-size:16px; font-style:normal; font-variant-ligatures:normal; font-variant-caps:normal; font-weight:400; letter-spacing:normal; orphans:2; text-indent:0px; text-transform:none; widows:2; word-spacing:0px; -webkit-text-stroke-width:0px; white-space:normal; background-color:rgb(255,255,255); text-decoration-thickness:initial; text-decoration-style:initial; text-decoration-color:initial; text-align:left;"> संजीव  सिंह बलिया!भीषण गर्मी को देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय स्कूलों का समय बदल दिया गया है। इसके लिए शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी स्कूलों को आदेश का कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देशित किया है। 

oppins,sans; font-size:16px; font-style:normal; font-variant-ligatures:normal; font-variant-caps:normal; font-weight:400; letter-spacing:normal; orphans:2; text-indent:0px; text-transform:none; widows:2; word-spacing:0px; -webkit-text-stroke-width:0px; white-space:normal; background-color:rgb(255,255,255); text-decoration-thickness:initial; text-decoration-style:initial; text-decoration-color:initial; text-align:left;">जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में 25 अप्रैल से सभी स्कूलों का संचालन अग्रिम आदेश तक सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 तक किया जाएगा, जबकि शिक्षक सुबह 7:30 से लेकर दोपहर 01:30 बजे तक रुकेंगे। बच्चों की छुट्टी के बाद शिक्षक अन्य जरूरी काम पूरा करेंगे। शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को यह पत्र जारी किया है। यह आदेश सभी परिषदीय स्कूलों के लिए है। जारी पत्र में लिखा गया है कि मान्यता प्राप्त विद्यालयों की प्रबंध समिति अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगी। 

दिनेश मिरानिया की अंत्येष्टि में भाजपा नेताओं की हंसी-ठिठोली, कांग्रेस ने वीडियो वायरल कर कहा- यह बेशर्मी की पराकाष्ठा है…

रायपुर- पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादियों की गोली से केवल 27 पर्यटकों का शरीर ही छलनी नहीं हुआ, देश का सीना भी छलनी हुआ है. इस आतंकी घटना से देश दुखी है. भावनाओं का सैलाब चारों ओर उमड़ रहा है. रायपुर के दिनेश मिरानिया का नाम भी उन पर्यटकों में शामिल था, जिनकी मौत आतंकवादियों की गोली से हुई. रायपुर पहुंचने के बाद दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन कर दिया गया. मारवाड़ी श्मशान घाट में हुए अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में पूरी सरकार मौजूद थी.

कांग्रेस ने वीडियो वायरल कर कहा- देखिए भाजपा का संस्कार

अंतिम संस्कार के इसी कार्यक्रम के दौरान का एक वीडियो कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर वायरल किया और भाजपा के संस्कार पर सवाल उठाया. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने विभिन्न सोशल माध्यमों में वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, बेशर्मी की पराकाष्ठा : पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गए स्व. दिनेश मीरानिया की शोक सभा में भाजपाई हंसी-ठिठोली कर रहे हैं.

 

कांग्रेस की ओर से वायरल वीडियो में भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ठहाके लगाते हुए नजर आ रहे हैं. कुछ क्षण का यही क्लिप वायरल है. संजय श्रीवास्तव जहां हंस रहे थे उस जगह सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, आरएसएस के मध्य क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, गृह मंत्री विजय शर्मा समेत सरकार के प्रमुख चेहरे मौजूद थे.

किस बात पर आई हंसी ?

वीडियो को गौर से देखने पर पता चल रहा है कि मारवाड़ी श्मशान घाट में मृतक दिनेश मिरानिया के अंतिम संस्कार का कार्यक्रम चल रहा था. एक किनारे लगाए गए पंडाल के नीचे पहली पंक्ति में सरकार के तमाम प्रमुख चेहरों के साथ संजय श्रीवास्तव भी बैठे थे. इस दौरान वहां नगर निगम पार्षद सचिन मेघानी ने उनके कान में आकर कुछ बातें कहीं, जिसके बाद दोनों नेता ठहाका लगाकर हंसते नजर आए. यकायक वहां मौजूद कई चेहरों की नजर उन पर पड़ी. श्मशान घाट में मौजूद लोग इस हंसी-ठिठोली पर अचंभित नजर आए. हालांकि यह पता नहीं चल सका कि संजय श्रीवास्तव को आखिर इतनी जोर से हंसी शोक वाली जगह पर कैसे आई ? क्योंकि संजय श्रीवास्तव गम्भीर नेता माने जाते हैं.

कांग्रेस और भाजपा प्रवक्ता ने क्या कहा‌?


इस मामले में कांग्रेस नेता धनंजय ठाकुर ने कहा, ये बेशर्मी की पराकाष्ठा है. पूरा देश जहां गम में है. शोक सभा में भाजपा नेता जिस प्रकार से हंसी-ठिठोली कर रहे यह भाजपा की संवेदनहीनता है. पीड़ित परिवार पर क्या गुजर रहा होगा. इस घटना पर पूरे देश में आक्रोश है और भाजपा नेता को मजा आ रहा है. ये भाजपा की बेशर्मी है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के राजधानी पहुंचने पर रखी गई श्रद्धांजलि सभा में भी भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर हंसी-ठिठोली करते दिखे थे. ये लोग गम का उपहास उड़ाने का काम करते हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती ने कहा है कि किसी पुरानी बात पर हंसी आ गई तो इसका मतलब ये नहीं कि हम पीड़ित परिवार के साथ नहीं है. हमारी पूरी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है. जो पर्यटक कश्मीर में फंसे हैं उन्हें सुरक्षित लाने की कवायद हमारी सरकार कर रही।


अटल अस्थि कलश की याद हुई ताजा

सात साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के राजधानी पहुंचने पर रखी गई श्रद्धांजलि सभा के दौरान भी पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर की हंसी-ठिठोली से भरी तस्वीर वायरल हुई थी. भाजपा हाईकमान को यह खबर पता चलने पर कड़ा एतराज जताया गया था.

है.


महादेव सट्टा ऐप से जुड़े नेटवर्क पर रायपुर ED का करारा प्रहार: मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली-मुंबई समेत देश के इन 7 बड़े शहरों में मारा छापा

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रायपुर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने देश के 7 बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और ओडिशा के संबलपुर में ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए 576.29 करोड़ रुपए की सिक्योरिटीज/बॉन्ड/डीमैट खाते फ्रीज कर दस्तावेज जब्त किए। इसमें 3.29 करोड़ रुपए नकद शामिल हैं।

ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे नेटवर्क का कनेक्शन दिल्ली के कुछ नेताओं से जुड़ा है। हवाला के जरिए छत्तीसगढ़ से दिल्ली तक काली कमाई भेजी गई। यह भी पाया गया कि सट्टेबाजी से कमाए गए पैसों को मॉरीशस और दुबई के फर्जी एफपीआई (फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स) के जरिए विदेशी निवेश और शेयर बाजार में लगाया गया, जिससे स्मॉल और मिडकैप कंपनियों के शेयरों की कीमतों में कृत्रिम उतार-चढ़ाव करके आम निवेशकों को चपत लगाई गई।

कार्रवाई को लेकर ईडी की एक्स पोस्ट


अधिकारियों के अनुसार, यह मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है। दिल्ली के जिन नेताओं का कनेक्शन मिला है, ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

3002.47 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अटैच

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच में मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप का सिंडिकेट चलाने के इनपुट मिले हैं। इसके लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, आईडी को सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है।

तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में अपराध की आय (POC) मिली है। बता दें कि महादेव सट्टा प्रकरण में अब तक ईडी ने 170 से अधिक परिसरों में छापेमारी कर तलाशी में करीब 3002.47 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अटैच कर चुकी है। साथ ही इस सिंडिकेट से जुड़े 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, प्रकरण की जांच कर 5 अभियोजन शिकायतों में 74 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है।

CGPSC घोटाला : दलालों और पेपर सॉल्वर के ठिकानाें से मिले अहम दस्तावेज, जांच के घेरे में कई अभ्यर्थी, CBI ने छापेमार कार्रवाई की दी जानकारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला मामले में CBI ने गुरुवार को पांच ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई ने बयान जारी किया है. सीबीआई के मुताबिक, रायपुर में तीन और महासमुंद में दो कुल पांच स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई उन पांच संदिग्धों के खिलाफ की गई है, जिनमें दलाल, पेपर सॉल्वर और अन्य शामिल हैं. यह मामला 2020 से 2022 के बीच डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे वरिष्ठ पदों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़ा है.

यह मामला छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने दर्ज किया था, जिसमें पहले स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को अपने हाथ में लिया. इन मामलों में वर्ष 2020 से 2022 के बीच परीक्षा/साक्षात्कार के दौरान योग्यता के बजाय अन्य आधारों पर करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों पर चयनित किए जाने के आरोप शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में 18 नवंबर 2024 को तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था.


सीबीआई ने 10 जनवरी 2025 को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तत्कालीन अध्यक्ष के भतीजे और डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित नितेश सोनवानी और तत्कालीन डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गनवीर शामिल थे. इसके अलावा 12 जनवरी 2025 को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित शशांक गोयल, भूमि‍का कटियार और डिप्टी एसपी के रूप में चयनित साहिल सोनवानी को भी गिरफ्तार किया था. CBI ने 16 जनवरी 2025 को रायपुर की विशेष CBI अदालत में चार्जशीट दाखिल की, जिनमें सात आरोपी शामिल हैं. CBI ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों की भूमिका की जांच अभी जारी है.

सीबीआई की चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

  1. टामन सिंह सोनवानी
  2. श्रवण कुमार गोयल
  3. शशांक गोयल
  4. भूमिका कटियार
  5. नितेश सोनवानी
  6. साहिल सोनवानी
  7. ललित गणवीर

ये है पूरा मामला (CGPSC Scam)

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.