लखनऊ में विदेशी सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, प्लास्टिक सर्जरी से बदले जा रहे थे चेहरे

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में चल रहे एक विदेशी सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। एफआरआरओ (Foreigners Regional Registration Office) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त छापेमारी में ओमेक्स हजरतगंज की पांचवीं मंजिल स्थित फ्लैट नंबर 527 से दो विदेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। ये महिलाएं बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में रह रही थीं।

पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने खुद को उज़्बेकिस्तान का नागरिक बताया। उन्होंने कबूला कि उनके पास यात्रा संबंधी कोई वैध दस्तावेज नहीं हैं और वे करीब दो वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रही हैं। महिलाओं ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि लखनऊ के एक नामी डॉक्टर विवेक गुप्ता ने उनकी प्लास्टिक सर्जरी की थी, जिससे उनके चेहरे की पहचान पूरी तरह बदल गई। इस कारण वे विदेशी नहीं लगती थीं और आसानी से भारत में छिपकर रह रही थीं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन महिलाओं को फ्लैट दिलाने में त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा ने मदद की थी, जो खुद को पत्रकार बताता है। पुलिस को संदेह है कि अर्जुन और डॉक्टर विवेक दोनों इस गिरोह का हिस्सा हैं।

इस रैकेट की मास्टरमाइंड लोयोला नाम की महिला बताई जा रही है, जो उज़्बेकिस्तान की रहने वाली है और वहां की सरकार ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया हुआ है। लोयोला अब लखनऊ में अर्जुन राणा से शादी कर यहां छिपकर रह रही थी। पुलिस ने बताया कि पूरे गिरोह के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और सभी कोणों से जांच जारी है।

*Asia’s oldest football tournament now in five states as Imphal makes a comeback*

Sports

134th IndianOil Durand Cup

Sports Desk: Asia’s oldest football tournament, the IndianOil Durand Cup, will be back with its 134th Edition and for the first time in its storied history, be hosted in as many as five states with Manipur’s capital Imphal, making a comeback after a two-year gap. The Durand Cup Organising Committee also announced the dates for this year’s tournament to be between July 22- August 23, 2025.

Kokrajhar in Assam will extend their status as Durand Cup hosts for the third consecutive year while Jamshedpur in Jharkhand and Shillong in Meghalaya were added as hosts last year. The century-old tournament shifted its home base to Kolkata – the Mecca of Indian Football, and the capital of West Bengal, from Delhi back in 2019, and, will also continue to hold that status for a sixth consecutive edition.

Since its transition to the East, the Durand Cup has reinstated itself as the country’s premiere competition, growing from 16 teams to 24 teams, including participation from all the Indian Super League (ISL) teams.

Organised by the Eastern Command of the Indian Army on behalf of the three Services, the tournament is unique in the sense that it pits Services teams against India’s best football clubs and over the past couple of editions, has also seen foreign participation with Army teams from neighbouring nations.

The Indian Army’s stated vision of expanding the reach of the historic tournament throughout the East and North-East is also now fully reflected with the choice of host cities this year.

A total of six venues, two in Kolkata (Vivekananda Yuba Bharati Krirangan and Kishore Bharti Krirangan) and one each in Imphal (Khuman Lampak stadium), Ranchi (Morhabadi Stadium) or Jamshedpur (JRD Tata Sports Complex), Shillong (Jawahar Lal Nehru Stadium) and Kokrajhar (SAI Stadium) have been earmarked for the 134th IndianOil Durand Cup edition.

North East United FC are the defending champions having overcome maximum title-holders Mohun Bagan, in a thrilling final last year to get their historic maiden title.

Pic Courtesy by: Durand football society

आज से शुरू हो रहा पाकिस्‍तान का पोल खोल अभियान, श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में पहला सर्वदलीय दल हो रवाना

#operation_sindoor_indian_delegation_foreign_visit

भारत ने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने की मुहिम छेड़ दी है। आतंकवाद को पनाह दे रहे पाकितान के खिलाफ भारत ने कूटनीतिक कदम बढ़ाया है। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तानी साजिश और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को भारत का रुख बताने के लिए सरकार का पहला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आज रवाना हो रहा है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को यूएई पहुंचेगा। यह प्रतिनिधिमंडल लाइबेरिया, कांगो तथा सिएरा लियोन का भी दौरा करेगा।

प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के मामले में भारत की खींची गई नई सीमा रेखा की जानकारी देने के साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और उसके खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के देशों को परिचित कराएगा। मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने शिंदे समेत तीन प्रतिनिधिमंडलों को पाकिस्तानी धरती से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई, पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की घटनाओं तथा सरकार द्वारा खींची गई नई सीमा रेखा पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर की सबसे बड़ी ताकत ये रही कि इसको लेकर पूरा भारत राजनीतिक तौर पर भी एकजुट नजर आया। भारतीय सशस्त्र सेना ने इस ऑपरेशन में अपना लक्ष्य बहुत ही सटीकता से हासिल किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के 9 बड़े ठिकानों को पूरी तरह से मिट्टी में मिलाने में सफलता भी हासिल की। आतंकवाद और पाकिस्तान के संबंधों के इस कनेक्शन की पोल दुनिया के सामने खोलने के लिए ऑल पार्टी डेलिगेशन दुनियाभर के दौरे पर जाने वाला है।

भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच पाकिस्तान पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री, जानें क्या हुई बात

#british_foreign_minister_reached_islamabad

भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों तनाव के हालात बरकरार है। इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी इस्लामाबाद पहुंचे हैं। जहां उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इशाक डार से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए जंग और फिर संघर्ष विराम को लेकर चर्चा की गई।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने ऐसे समय में डेविड लैमी से मुलाकात की है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किया और अभी सीजफायर लागू है। भारत और पाकिस्तान के संघर्षविराम के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी का पहला दौरा है। इशाक डार ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई।

इससे पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भी कहा है कि स्थायी संघर्ष-विराम सुनिश्चित करने के लिए ब्रिटेन दोनों देशों के साथ काम करने के लिए तैयार है। लैमी ने ब्रिटिश संसद के सदस्यों से कहा था, दोनों देशों के साथ हमारे मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए ब्रिटेन दोनों पक्षों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है, ताकि स्थायी संघर्ष-विराम को वास्तविकता बनाया जा सके।

उन्होंने कहा था, मैं यहां यह स्पष्ट कर दूं कि हमने 22 अप्रैल को (पहलगाम में) जो भयावह आतंकवाद देखा, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को कपड़े उतरवाकर गोली मार दी गई - वह वाकई बहुत भयानक था। हम इसकी निंदा करते हैं। हम इस आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए दोनों पक्षों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हम सभी को आगे आकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हम 'भयानक आतंकवाद' से निपटने के दोनों पक्षों के प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। आखिरकार इसी प्रयास की बदौलत ही स्थायी शांति बनाई रखी जा सकेगी

इशाक डार ने फिर करायी अपनी किरकिरी, संसद में एयरफोर्स की झूठी तारीफ की पाकिस्तानी अखबार ने खोली पोल

#pakistanforeignministerfakeairforce_praise

पाकिस्तान सिर्फ आतंकियो का पनाहगाह ही नहीं है, झूठों का शहंशाह भी है। पाकिस्तान झूठ परोसकर अक्सर अपनी बेइज्जती कराता आया है। एक बार फिर पाकिस्तान ने झूठे दावों से खुद का भाव बढ़ाने की कोशिश की। भारत के साथ संघर्ष पर पड़ोसी देश के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने गुरुवार को अपने देश की एयरफोर्स की तारीफ में कसीदे पढ़े। इस दौरान उन्होंने यूके के द डेली टेलीग्राफ के पेज का हवाला दिया। उनके भाषण के कुछ घंटे के बाद ही पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने उनके दावों को पोल खोल कर रख दी।

बड़बोले इशाक डार

भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के नेता रोज अपने देश की बेइज्जती कराने में जुटे हैं। इस सिलसिले को विदेश मंत्री इशाक डार ने आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब तो विदेशी मीडिया टेलीग्राफ अखबार ने भी पाकिस्तानी एयरफोर्स का लोहा मान लिया है। इशाक डार ने गुरुवार को पाकिस्तानी सीनेट में बताया कि ब्रिटिश अखबार टेलीग्राफ ने लिखा कि 'पाकिस्तानी वायुसेना, आकाश में निर्विवाद किंग रही।'

उनके इस बयान के बाद संसद में मौजूद सदस्यों ने मेज ठोंककर इसका समर्थन किया। मजेदार बात ये है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने जिस रिपोर्ट का हवाला देकर पाकिस्तानी वायु सेना की पीठ थपथपाई है, उन्हीं के देश के अखबार ने इसे झूठा करार दिया है।

अपने ही देश के अखबार ने किया फैक्ट चेक

इस पर पाकिस्तान के एक जाने-माने अखबार डॉन ने ही फैक्ट चेक कर अपने विदेश मंत्री के दावे को खारिज कर दिया। अखबार ने बताया कि इशाक डार ने जिस खबर का जिक्र किया, वह फर्जी है और वह सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल एक फर्जी तस्वीर है। पाकिस्तानी अखबार ने वायरल तस्वीर की जांच की तो उसे तस्वीर में कई खामियां नजर आईं। जांच में पता चला कि डेली टेलीग्राफ ने ऐसी कोई खबर प्रकाशित ही नहीं की।

एआई की मदद से तैयार रिपोर्ट पर उड़े रहे थे डार

सोशल मीडिया पर टेलीग्राफ के बैनर पर एक रिपोर्ट तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें पाकिस्तानी वायुसेना को आसमान का राजा गया है। इसकी शीर्षक है- 'पाकिस्तान एयरफोर्स- द अनडिस्प्यूटेड किंग ऑफ स्काईज।' सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए इसे टेलीग्राफ के फ्रंट पेज की रिपोर्ट बताया जा रहा है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन ने इसकी पड़ताल की तो इसे झूठा पाया। डॉन की पड़ताल के अनुसार, यह ब्रिटिश अखबार के प्रामाणिक फ्रंट पेज की नहीं है। इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है

अब बुलेटप्रूफ कार में चलेंगे विदेश मंत्री, भारत-पाक तनाव के बीच एस जयशंकर की बढ़ी सुरक्षा,

#foreignministersjaishankarsecurity_upgraded

भारत-पाकिस्तान के बीच टेंशन बरकरार है। इस बीच भारत सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में बढ़ोतरी कर दी है। गृह मंत्रालय ने अब उनकी सुरक्षा में स्पेशल बुलेट प्रुफ वाहन को शामिल किया है। दिल्ली में उनके घर के आसपास भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में कई जगह हमले की कोशिश की थी। मौजूदा हालात को देखते हुए एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

जयशंकर को पहले से ही सीआरपीएफ कमांडो की जेड-श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा में पहले से ही 33 कमांडो हमेशा तैनात रहते हैं। देश भर में उनके आवागमन और प्रवास के दौरान एक दर्जन से अधिक सशस्त्र कमांडो उनकी सुरक्षा में लगे रहते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी ने विदेश मंत्री पर खतरे का आकलन करने के बाद सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की थी। उस समय, सुरक्षा के तौर पर 12 सशस्त्र गार्ड केंद्रीय मंत्री जयशंकर के घर पर तैनात थे। छह पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) भी थे। 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो तीन शिफ्टों में तैनात थे। तीन वॉचर शिफ्टों में काम करते थे। तीन प्रशिक्षित ड्राइवर हर समय मौजूद रहते थे। अब एस जयशंकर की सुरक्षा को बढ़ाते हुए एक बुलेटप्रूफ कार भी दी गई है।

क्या है बुलेटप्रूफ कार की खासियत

विदेश मंत्री जयशंकर को मिलने वाली बुलेटप्रूफ कार सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम होगी। इस तरह की गाड़ी के कांच काफी ज्यादा मोटे होते हैं, जो कि लैमिनेटेड भी होते हैं। ये गोली को अंदर आने से रोकते हैं। अगर गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाए तो यह 50 से ज्यादा किलोमीटर तक चलने में सक्षम होती है। यह हर तरह के हमले को ध्यान में रखकर डिजाइन की जाती है।

भारत-पाक तनाव के बीच बढ़ी सुरक्षा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई कुख्यात आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़े और दो दशक बाद चरम पर पहुंच गए। वहीं पाकिस्तान की तरफ से भारत के शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को नाकाम करते हुए उसका माकूल जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिए। इससे घबराए पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा।

सीजफायर बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी को क्यों किया जा ट्रोल, समर्थन में उतरे ओवैसी-अखिलेश

#foreignsecretaryvikrammisrionline_trolling

भारत-पाकिस्‍तान तनाव के बीच भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखने वाले विदेश सचिव विक्रम मिसरी की कुछ लोग सोशल मीडिया पर आलोचना कर रहे हैं। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की आवाज बनकर सामने आए। इन तीनों अधिकारियों ने बीते दिनों लगातार प्रेस ब्रीफिंग कर सेना के पराक्रम से भरी कार्रवाई की जानकारी दुनिया को दी थी। लेकिन सीजफायर की घोषणा के बाद मिसरी लोगों के निशाने पर आ गए।

ट्रोलिंग के बाद अकाउंट किया प्रोटेक्टेड

10 मई को भारत पाकिस्‍तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स उनके पोस्‍ट्स पर ऑनलाइन एब्‍यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्‍वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर और कई तरह के कमेंट्स किए जा रहे थे। इसके बाद उन्‍होंने अपना अकाउंट सिक्‍योर कर लिया। इसका मतलब है कि केवल वेरिफाइड यूजर्स ही उनका अकाउंट देख सकते हैं, या उनके पोस्‍ट्स पर कोई कमेंट कर सकते हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने की निंदा

सीजफायर का ऐलान करने के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार के खिलाफ की गई ट्रोलिंग और उनकी बेटियों पर किए गए कमेंट के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में कहा कि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के परिवार, खासकर उनकी बेटी के खिलाफ किए गए निंदनीय ऑनलाइन दुर्व्यवहार की राष्ट्रीय महिला आयोग कड़े शब्दों में निंदा करता है। विदेश सचिव की बेटी की व्यक्तिगत संपर्क जानकारी शेयर करना गंभीर रूप से गैर-जिम्मेदाराना काम है। यह गोपनीयता का गंभीर उल्लंघन है, जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में आगे कहा कि जैसे देश के वरिष्ठतम सिविल सेवकों के परिवार के सदस्यों पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि नैतिक रूप से भी अक्षम्य हैं। हम सभी से शालीनता, सभ्यता और संयमित व्यवहार का आग्रह करते हैं। आइए, हम इससे ऊपर उठें।

मिस्री के बचाव में उतारे ओवैसी-अखिलेश

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी विक्रम मिसरी के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘विक्रम मिस्री एक सभ्य, ईमानदार और मेहनती राजनयिक हैं, जो भारत की सेवा में जुटे हैं। उन्हें सरकार के फैसलों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्रोलिंग की निंदा करते हुए लिखा, ऐसे बयान उन ईमानदार अधिकारियों का मनोबल गिराते हैं, जो देश के लिए दिन-रात काम करते हैं। सरकार का निर्णय व्यक्तिगत अधिकारियों का नहीं होता। जो असामाजिक तत्व अधिकारी और उनके परिवार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

विक्रम देश के 35वें विदेश सचिव हैं

साल 2024 में विक्रम मिसरी ने देश के 35वें विदेश सचिव के रूम में कार्यभार संभाला था। इनमें पहले विनय मोहन क्वातरा विदेश सचिव के रूप में काम कर रहे थे। जनवरी 2022 से 2024 तक विक्रम मिसरी भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर यानी NSA के डिप्टी का काम कर रहे थे। 2019 से 2021 तक वो चीन में भारतीय एम्बैसडर रहे। वो इंदर कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए प्राइवेट सेक्रेटरी रह चुके हैं। इसके अलावा वो स्पेन और म्यांमार में भी भारत के एम्बैसडर रहे हैं

तनाव बढ़ाने का इरादा नहीं, लेकिन अब हमला हुआ तो बहुत मजबूती से देंगे जवाब, एस जयशंकर की चेतावनी

#jaishankartalktoiranforeign_minister

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत दुनियाभर में अपने संदेश को मजबूती से रख रहा है। भारत ने विश्व पटल पर एक बार फिर से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में की गई कार्रवाई एकदम सटीक है। आज विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची के साथ दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने कहा कि आप ऐसे समय में भारत आ रहे हैं जब हमने 22 अप्रैल को भारतीय संघ शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हुए एक विशेष रूप से बर्बर हमले का जवाब दिया है। इस हमले ने हमें 7 मई को सीमा पार आतंकवादी ठिकाने पर हमला करके जवाब देने के लिए मजबूर किया।

बहुत कड़ा और निर्णायक जवाब की चेतावनी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास से द्विपक्षीय बैठक में कहा कि पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई सोची-समझी और सीमित थी। उसका इरादा तनाव बढ़ाने का नहीं है, लेकिन अगर भारत पर कोई सैन्य हमला होता है, तो उसका जवाब बहुत कड़ा और निर्णायक होगा। उन्होंने कहा- एक पड़ोसी और अहम साझेदार होने के नाते ईरान को हालात को लेकर स्पष्ट और सही जानकारी होना जरूरी है, ताकि किसी तरह की गलतफहमी न हो।

चीन तक भी पहुंचाई बात

इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चीन से भी अपने इरादे साफ कर चुका है। जयशंकर ने चीन को कहा था कि पाकिस्तान अगर जवाबी कार्रवाई करेगा तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा। जयशंकर ने बुधवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को दोहराया था। जयशंकर ने एक्स' पर लिखा था कि दुनिया को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए।

भारत से डरा पाक तो ड्रैगन की शरण में आया, चीनी राजदूत से मिले विदेश मंत्री इशाक डार

#pakforeignministermeetschinese_ambassador

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान खौफ में जी रहा है। पहलगाम में 26 लोगों की निर्मम हत्या के बाद पूरा भारत गुस्से में है। जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद कई बड़े फैसले लिए है। पाकिस्तान इससे बौखलाया हुआ है। वहीं पाकिस्तान भारत की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई का डर भी सता रहा है। इसी बीच पाकिस्तान ड्रैगन की शरण में आया है। चीन के राजदूत जियांग जेडोंग ने आज पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की।

सदाबहार दोस्त को दी हालात की जानकारी

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने चीन के राजदूत जियांग जेड ने इस्लामाबाद में मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने क्षेत्रीय तनाव की जानकारी चीन को दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक्स अकाउंट से जारी बयान में कहा गया है कि "चीन के राजदूत जियांग जेड ने आज उप प्रधानमंत्री/विदेश मंत्री सीनेटर मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की। पाकिस्तान और चीन के बीच हर मौसम में रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि करते हुए दोनों पक्षों ने उभरते क्षेत्रीय हालात पर विचारों का आदान-प्रदान किया और नजदीकी कम्युनिकेशन और समन्वय बनाए रखने पर सहमति जताई।

चीन ने की थी आतंकी हमले की निंदा

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चीन ने अपनी प्रतिक्रिया में आतंकी हमले की निंदा तो की थी दी है। नई दिल्ली में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में इस बर्बर आतंकी हमले की निंदा की है। लेकिन चीन का यह बयान आतंकी हमले के एक दिन बाद आया था और इससे भी दिलचस्प बात यह थी कि इस पर पाकिस्तान और चीन की प्रतिक्रिया एक साथ आई थी। वहीं अब इस्लामाबाद में चीन और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच मुलाकात हुई है।

क्यों खौफ में पाकिस्तान?

ये मुलाकात ऐसे समय हुई है जब भारत ने पाकिस्तान के लिए सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया और फिर देश से सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश वापस जाने का आदेश दिया। इसके साथ ही भारत ने सख्त ऐक्शन लेते हुए अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को भी बंद करने का फैसला लिया है। भारत में पाकिस्तान के दूतावास को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। भारत के इस ऐक्शन से पाकिस्तान बौखला गया है और बार-बार चेतावनी दे रहा है। तमाम देशों ने पहलगाम हमले के बाद भारत का साथ दिया है। ऐसे में पाकिस्तान अब चीन के पास मदद की गुहार लगाने पहुंचा है।

पाकिस्तान के लिए चीन काफी अहम

भारत के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के लिए चीन बेहद जरूरी खिलाड़ी साबित हो सकता है। हथियार देने से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी वह पाकिस्तान का पक्ष ले सकता है, क्योंकि चीन के पास संयुक्त राष्ट्र में वीटो पावर है। इसलिए इसकी पाकिस्तान से करीबी भारत के लिए चिंता बढ़ा सकती है।

*Mohanbagan's young brigade to stop the Kerala storm*

Sports 

 Kalinga Super Cup 

 Khabar kolkata sports Desk : Junior footballers do not get the chance that way. As a result, you can not prove yourself. This time, the opportunity to satisfy the excitement is Dhiraj Singh, Raj Basfor, Sandeep Malik, Amandeep and a young footballer. In the quarter -finals of the Super Cup, Mohanbagan's team Bhubaneswar went on Thursday to play against Blastus. The only foreign Portugal is Nuno Miguel.

लखनऊ में विदेशी सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, प्लास्टिक सर्जरी से बदले जा रहे थे चेहरे

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में चल रहे एक विदेशी सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। एफआरआरओ (Foreigners Regional Registration Office) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त छापेमारी में ओमेक्स हजरतगंज की पांचवीं मंजिल स्थित फ्लैट नंबर 527 से दो विदेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। ये महिलाएं बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में रह रही थीं।

पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने खुद को उज़्बेकिस्तान का नागरिक बताया। उन्होंने कबूला कि उनके पास यात्रा संबंधी कोई वैध दस्तावेज नहीं हैं और वे करीब दो वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रही हैं। महिलाओं ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि लखनऊ के एक नामी डॉक्टर विवेक गुप्ता ने उनकी प्लास्टिक सर्जरी की थी, जिससे उनके चेहरे की पहचान पूरी तरह बदल गई। इस कारण वे विदेशी नहीं लगती थीं और आसानी से भारत में छिपकर रह रही थीं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन महिलाओं को फ्लैट दिलाने में त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा ने मदद की थी, जो खुद को पत्रकार बताता है। पुलिस को संदेह है कि अर्जुन और डॉक्टर विवेक दोनों इस गिरोह का हिस्सा हैं।

इस रैकेट की मास्टरमाइंड लोयोला नाम की महिला बताई जा रही है, जो उज़्बेकिस्तान की रहने वाली है और वहां की सरकार ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया हुआ है। लोयोला अब लखनऊ में अर्जुन राणा से शादी कर यहां छिपकर रह रही थी। पुलिस ने बताया कि पूरे गिरोह के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और सभी कोणों से जांच जारी है।

*Asia’s oldest football tournament now in five states as Imphal makes a comeback*

Sports

134th IndianOil Durand Cup

Sports Desk: Asia’s oldest football tournament, the IndianOil Durand Cup, will be back with its 134th Edition and for the first time in its storied history, be hosted in as many as five states with Manipur’s capital Imphal, making a comeback after a two-year gap. The Durand Cup Organising Committee also announced the dates for this year’s tournament to be between July 22- August 23, 2025.

Kokrajhar in Assam will extend their status as Durand Cup hosts for the third consecutive year while Jamshedpur in Jharkhand and Shillong in Meghalaya were added as hosts last year. The century-old tournament shifted its home base to Kolkata – the Mecca of Indian Football, and the capital of West Bengal, from Delhi back in 2019, and, will also continue to hold that status for a sixth consecutive edition.

Since its transition to the East, the Durand Cup has reinstated itself as the country’s premiere competition, growing from 16 teams to 24 teams, including participation from all the Indian Super League (ISL) teams.

Organised by the Eastern Command of the Indian Army on behalf of the three Services, the tournament is unique in the sense that it pits Services teams against India’s best football clubs and over the past couple of editions, has also seen foreign participation with Army teams from neighbouring nations.

The Indian Army’s stated vision of expanding the reach of the historic tournament throughout the East and North-East is also now fully reflected with the choice of host cities this year.

A total of six venues, two in Kolkata (Vivekananda Yuba Bharati Krirangan and Kishore Bharti Krirangan) and one each in Imphal (Khuman Lampak stadium), Ranchi (Morhabadi Stadium) or Jamshedpur (JRD Tata Sports Complex), Shillong (Jawahar Lal Nehru Stadium) and Kokrajhar (SAI Stadium) have been earmarked for the 134th IndianOil Durand Cup edition.

North East United FC are the defending champions having overcome maximum title-holders Mohun Bagan, in a thrilling final last year to get their historic maiden title.

Pic Courtesy by: Durand football society

आज से शुरू हो रहा पाकिस्‍तान का पोल खोल अभियान, श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में पहला सर्वदलीय दल हो रवाना

#operation_sindoor_indian_delegation_foreign_visit

भारत ने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने की मुहिम छेड़ दी है। आतंकवाद को पनाह दे रहे पाकितान के खिलाफ भारत ने कूटनीतिक कदम बढ़ाया है। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तानी साजिश और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को भारत का रुख बताने के लिए सरकार का पहला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आज रवाना हो रहा है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को यूएई पहुंचेगा। यह प्रतिनिधिमंडल लाइबेरिया, कांगो तथा सिएरा लियोन का भी दौरा करेगा।

प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के मामले में भारत की खींची गई नई सीमा रेखा की जानकारी देने के साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और उसके खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के देशों को परिचित कराएगा। मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने शिंदे समेत तीन प्रतिनिधिमंडलों को पाकिस्तानी धरती से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई, पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की घटनाओं तथा सरकार द्वारा खींची गई नई सीमा रेखा पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर की सबसे बड़ी ताकत ये रही कि इसको लेकर पूरा भारत राजनीतिक तौर पर भी एकजुट नजर आया। भारतीय सशस्त्र सेना ने इस ऑपरेशन में अपना लक्ष्य बहुत ही सटीकता से हासिल किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के 9 बड़े ठिकानों को पूरी तरह से मिट्टी में मिलाने में सफलता भी हासिल की। आतंकवाद और पाकिस्तान के संबंधों के इस कनेक्शन की पोल दुनिया के सामने खोलने के लिए ऑल पार्टी डेलिगेशन दुनियाभर के दौरे पर जाने वाला है।

भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच पाकिस्तान पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री, जानें क्या हुई बात

#british_foreign_minister_reached_islamabad

भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों तनाव के हालात बरकरार है। इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी इस्लामाबाद पहुंचे हैं। जहां उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इशाक डार से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए जंग और फिर संघर्ष विराम को लेकर चर्चा की गई।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने ऐसे समय में डेविड लैमी से मुलाकात की है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किया और अभी सीजफायर लागू है। भारत और पाकिस्तान के संघर्षविराम के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी का पहला दौरा है। इशाक डार ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई।

इससे पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भी कहा है कि स्थायी संघर्ष-विराम सुनिश्चित करने के लिए ब्रिटेन दोनों देशों के साथ काम करने के लिए तैयार है। लैमी ने ब्रिटिश संसद के सदस्यों से कहा था, दोनों देशों के साथ हमारे मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए ब्रिटेन दोनों पक्षों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है, ताकि स्थायी संघर्ष-विराम को वास्तविकता बनाया जा सके।

उन्होंने कहा था, मैं यहां यह स्पष्ट कर दूं कि हमने 22 अप्रैल को (पहलगाम में) जो भयावह आतंकवाद देखा, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को कपड़े उतरवाकर गोली मार दी गई - वह वाकई बहुत भयानक था। हम इसकी निंदा करते हैं। हम इस आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए दोनों पक्षों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हम सभी को आगे आकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हम 'भयानक आतंकवाद' से निपटने के दोनों पक्षों के प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। आखिरकार इसी प्रयास की बदौलत ही स्थायी शांति बनाई रखी जा सकेगी

इशाक डार ने फिर करायी अपनी किरकिरी, संसद में एयरफोर्स की झूठी तारीफ की पाकिस्तानी अखबार ने खोली पोल

#pakistanforeignministerfakeairforce_praise

पाकिस्तान सिर्फ आतंकियो का पनाहगाह ही नहीं है, झूठों का शहंशाह भी है। पाकिस्तान झूठ परोसकर अक्सर अपनी बेइज्जती कराता आया है। एक बार फिर पाकिस्तान ने झूठे दावों से खुद का भाव बढ़ाने की कोशिश की। भारत के साथ संघर्ष पर पड़ोसी देश के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने गुरुवार को अपने देश की एयरफोर्स की तारीफ में कसीदे पढ़े। इस दौरान उन्होंने यूके के द डेली टेलीग्राफ के पेज का हवाला दिया। उनके भाषण के कुछ घंटे के बाद ही पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने उनके दावों को पोल खोल कर रख दी।

बड़बोले इशाक डार

भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के नेता रोज अपने देश की बेइज्जती कराने में जुटे हैं। इस सिलसिले को विदेश मंत्री इशाक डार ने आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब तो विदेशी मीडिया टेलीग्राफ अखबार ने भी पाकिस्तानी एयरफोर्स का लोहा मान लिया है। इशाक डार ने गुरुवार को पाकिस्तानी सीनेट में बताया कि ब्रिटिश अखबार टेलीग्राफ ने लिखा कि 'पाकिस्तानी वायुसेना, आकाश में निर्विवाद किंग रही।'

उनके इस बयान के बाद संसद में मौजूद सदस्यों ने मेज ठोंककर इसका समर्थन किया। मजेदार बात ये है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने जिस रिपोर्ट का हवाला देकर पाकिस्तानी वायु सेना की पीठ थपथपाई है, उन्हीं के देश के अखबार ने इसे झूठा करार दिया है।

अपने ही देश के अखबार ने किया फैक्ट चेक

इस पर पाकिस्तान के एक जाने-माने अखबार डॉन ने ही फैक्ट चेक कर अपने विदेश मंत्री के दावे को खारिज कर दिया। अखबार ने बताया कि इशाक डार ने जिस खबर का जिक्र किया, वह फर्जी है और वह सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल एक फर्जी तस्वीर है। पाकिस्तानी अखबार ने वायरल तस्वीर की जांच की तो उसे तस्वीर में कई खामियां नजर आईं। जांच में पता चला कि डेली टेलीग्राफ ने ऐसी कोई खबर प्रकाशित ही नहीं की।

एआई की मदद से तैयार रिपोर्ट पर उड़े रहे थे डार

सोशल मीडिया पर टेलीग्राफ के बैनर पर एक रिपोर्ट तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें पाकिस्तानी वायुसेना को आसमान का राजा गया है। इसकी शीर्षक है- 'पाकिस्तान एयरफोर्स- द अनडिस्प्यूटेड किंग ऑफ स्काईज।' सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए इसे टेलीग्राफ के फ्रंट पेज की रिपोर्ट बताया जा रहा है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन ने इसकी पड़ताल की तो इसे झूठा पाया। डॉन की पड़ताल के अनुसार, यह ब्रिटिश अखबार के प्रामाणिक फ्रंट पेज की नहीं है। इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है

अब बुलेटप्रूफ कार में चलेंगे विदेश मंत्री, भारत-पाक तनाव के बीच एस जयशंकर की बढ़ी सुरक्षा,

#foreignministersjaishankarsecurity_upgraded

भारत-पाकिस्तान के बीच टेंशन बरकरार है। इस बीच भारत सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में बढ़ोतरी कर दी है। गृह मंत्रालय ने अब उनकी सुरक्षा में स्पेशल बुलेट प्रुफ वाहन को शामिल किया है। दिल्ली में उनके घर के आसपास भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में कई जगह हमले की कोशिश की थी। मौजूदा हालात को देखते हुए एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

जयशंकर को पहले से ही सीआरपीएफ कमांडो की जेड-श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा में पहले से ही 33 कमांडो हमेशा तैनात रहते हैं। देश भर में उनके आवागमन और प्रवास के दौरान एक दर्जन से अधिक सशस्त्र कमांडो उनकी सुरक्षा में लगे रहते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी ने विदेश मंत्री पर खतरे का आकलन करने के बाद सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की थी। उस समय, सुरक्षा के तौर पर 12 सशस्त्र गार्ड केंद्रीय मंत्री जयशंकर के घर पर तैनात थे। छह पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) भी थे। 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो तीन शिफ्टों में तैनात थे। तीन वॉचर शिफ्टों में काम करते थे। तीन प्रशिक्षित ड्राइवर हर समय मौजूद रहते थे। अब एस जयशंकर की सुरक्षा को बढ़ाते हुए एक बुलेटप्रूफ कार भी दी गई है।

क्या है बुलेटप्रूफ कार की खासियत

विदेश मंत्री जयशंकर को मिलने वाली बुलेटप्रूफ कार सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम होगी। इस तरह की गाड़ी के कांच काफी ज्यादा मोटे होते हैं, जो कि लैमिनेटेड भी होते हैं। ये गोली को अंदर आने से रोकते हैं। अगर गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाए तो यह 50 से ज्यादा किलोमीटर तक चलने में सक्षम होती है। यह हर तरह के हमले को ध्यान में रखकर डिजाइन की जाती है।

भारत-पाक तनाव के बीच बढ़ी सुरक्षा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई कुख्यात आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़े और दो दशक बाद चरम पर पहुंच गए। वहीं पाकिस्तान की तरफ से भारत के शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को नाकाम करते हुए उसका माकूल जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिए। इससे घबराए पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा।

सीजफायर बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी को क्यों किया जा ट्रोल, समर्थन में उतरे ओवैसी-अखिलेश

#foreignsecretaryvikrammisrionline_trolling

भारत-पाकिस्‍तान तनाव के बीच भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखने वाले विदेश सचिव विक्रम मिसरी की कुछ लोग सोशल मीडिया पर आलोचना कर रहे हैं। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की आवाज बनकर सामने आए। इन तीनों अधिकारियों ने बीते दिनों लगातार प्रेस ब्रीफिंग कर सेना के पराक्रम से भरी कार्रवाई की जानकारी दुनिया को दी थी। लेकिन सीजफायर की घोषणा के बाद मिसरी लोगों के निशाने पर आ गए।

ट्रोलिंग के बाद अकाउंट किया प्रोटेक्टेड

10 मई को भारत पाकिस्‍तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स उनके पोस्‍ट्स पर ऑनलाइन एब्‍यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्‍वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर और कई तरह के कमेंट्स किए जा रहे थे। इसके बाद उन्‍होंने अपना अकाउंट सिक्‍योर कर लिया। इसका मतलब है कि केवल वेरिफाइड यूजर्स ही उनका अकाउंट देख सकते हैं, या उनके पोस्‍ट्स पर कोई कमेंट कर सकते हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने की निंदा

सीजफायर का ऐलान करने के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार के खिलाफ की गई ट्रोलिंग और उनकी बेटियों पर किए गए कमेंट के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में कहा कि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के परिवार, खासकर उनकी बेटी के खिलाफ किए गए निंदनीय ऑनलाइन दुर्व्यवहार की राष्ट्रीय महिला आयोग कड़े शब्दों में निंदा करता है। विदेश सचिव की बेटी की व्यक्तिगत संपर्क जानकारी शेयर करना गंभीर रूप से गैर-जिम्मेदाराना काम है। यह गोपनीयता का गंभीर उल्लंघन है, जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में आगे कहा कि जैसे देश के वरिष्ठतम सिविल सेवकों के परिवार के सदस्यों पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि नैतिक रूप से भी अक्षम्य हैं। हम सभी से शालीनता, सभ्यता और संयमित व्यवहार का आग्रह करते हैं। आइए, हम इससे ऊपर उठें।

मिस्री के बचाव में उतारे ओवैसी-अखिलेश

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी विक्रम मिसरी के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘विक्रम मिस्री एक सभ्य, ईमानदार और मेहनती राजनयिक हैं, जो भारत की सेवा में जुटे हैं। उन्हें सरकार के फैसलों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्रोलिंग की निंदा करते हुए लिखा, ऐसे बयान उन ईमानदार अधिकारियों का मनोबल गिराते हैं, जो देश के लिए दिन-रात काम करते हैं। सरकार का निर्णय व्यक्तिगत अधिकारियों का नहीं होता। जो असामाजिक तत्व अधिकारी और उनके परिवार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

विक्रम देश के 35वें विदेश सचिव हैं

साल 2024 में विक्रम मिसरी ने देश के 35वें विदेश सचिव के रूम में कार्यभार संभाला था। इनमें पहले विनय मोहन क्वातरा विदेश सचिव के रूप में काम कर रहे थे। जनवरी 2022 से 2024 तक विक्रम मिसरी भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर यानी NSA के डिप्टी का काम कर रहे थे। 2019 से 2021 तक वो चीन में भारतीय एम्बैसडर रहे। वो इंदर कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए प्राइवेट सेक्रेटरी रह चुके हैं। इसके अलावा वो स्पेन और म्यांमार में भी भारत के एम्बैसडर रहे हैं

तनाव बढ़ाने का इरादा नहीं, लेकिन अब हमला हुआ तो बहुत मजबूती से देंगे जवाब, एस जयशंकर की चेतावनी

#jaishankartalktoiranforeign_minister

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत दुनियाभर में अपने संदेश को मजबूती से रख रहा है। भारत ने विश्व पटल पर एक बार फिर से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में की गई कार्रवाई एकदम सटीक है। आज विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची के साथ दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने कहा कि आप ऐसे समय में भारत आ रहे हैं जब हमने 22 अप्रैल को भारतीय संघ शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हुए एक विशेष रूप से बर्बर हमले का जवाब दिया है। इस हमले ने हमें 7 मई को सीमा पार आतंकवादी ठिकाने पर हमला करके जवाब देने के लिए मजबूर किया।

बहुत कड़ा और निर्णायक जवाब की चेतावनी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास से द्विपक्षीय बैठक में कहा कि पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई सोची-समझी और सीमित थी। उसका इरादा तनाव बढ़ाने का नहीं है, लेकिन अगर भारत पर कोई सैन्य हमला होता है, तो उसका जवाब बहुत कड़ा और निर्णायक होगा। उन्होंने कहा- एक पड़ोसी और अहम साझेदार होने के नाते ईरान को हालात को लेकर स्पष्ट और सही जानकारी होना जरूरी है, ताकि किसी तरह की गलतफहमी न हो।

चीन तक भी पहुंचाई बात

इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चीन से भी अपने इरादे साफ कर चुका है। जयशंकर ने चीन को कहा था कि पाकिस्तान अगर जवाबी कार्रवाई करेगा तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा। जयशंकर ने बुधवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को दोहराया था। जयशंकर ने एक्स' पर लिखा था कि दुनिया को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए।

भारत से डरा पाक तो ड्रैगन की शरण में आया, चीनी राजदूत से मिले विदेश मंत्री इशाक डार

#pakforeignministermeetschinese_ambassador

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान खौफ में जी रहा है। पहलगाम में 26 लोगों की निर्मम हत्या के बाद पूरा भारत गुस्से में है। जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद कई बड़े फैसले लिए है। पाकिस्तान इससे बौखलाया हुआ है। वहीं पाकिस्तान भारत की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई का डर भी सता रहा है। इसी बीच पाकिस्तान ड्रैगन की शरण में आया है। चीन के राजदूत जियांग जेडोंग ने आज पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की।

सदाबहार दोस्त को दी हालात की जानकारी

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने चीन के राजदूत जियांग जेड ने इस्लामाबाद में मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने क्षेत्रीय तनाव की जानकारी चीन को दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक्स अकाउंट से जारी बयान में कहा गया है कि "चीन के राजदूत जियांग जेड ने आज उप प्रधानमंत्री/विदेश मंत्री सीनेटर मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की। पाकिस्तान और चीन के बीच हर मौसम में रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि करते हुए दोनों पक्षों ने उभरते क्षेत्रीय हालात पर विचारों का आदान-प्रदान किया और नजदीकी कम्युनिकेशन और समन्वय बनाए रखने पर सहमति जताई।

चीन ने की थी आतंकी हमले की निंदा

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चीन ने अपनी प्रतिक्रिया में आतंकी हमले की निंदा तो की थी दी है। नई दिल्ली में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में इस बर्बर आतंकी हमले की निंदा की है। लेकिन चीन का यह बयान आतंकी हमले के एक दिन बाद आया था और इससे भी दिलचस्प बात यह थी कि इस पर पाकिस्तान और चीन की प्रतिक्रिया एक साथ आई थी। वहीं अब इस्लामाबाद में चीन और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच मुलाकात हुई है।

क्यों खौफ में पाकिस्तान?

ये मुलाकात ऐसे समय हुई है जब भारत ने पाकिस्तान के लिए सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया और फिर देश से सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश वापस जाने का आदेश दिया। इसके साथ ही भारत ने सख्त ऐक्शन लेते हुए अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को भी बंद करने का फैसला लिया है। भारत में पाकिस्तान के दूतावास को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। भारत के इस ऐक्शन से पाकिस्तान बौखला गया है और बार-बार चेतावनी दे रहा है। तमाम देशों ने पहलगाम हमले के बाद भारत का साथ दिया है। ऐसे में पाकिस्तान अब चीन के पास मदद की गुहार लगाने पहुंचा है।

पाकिस्तान के लिए चीन काफी अहम

भारत के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के लिए चीन बेहद जरूरी खिलाड़ी साबित हो सकता है। हथियार देने से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी वह पाकिस्तान का पक्ष ले सकता है, क्योंकि चीन के पास संयुक्त राष्ट्र में वीटो पावर है। इसलिए इसकी पाकिस्तान से करीबी भारत के लिए चिंता बढ़ा सकती है।

*Mohanbagan's young brigade to stop the Kerala storm*

Sports 

 Kalinga Super Cup 

 Khabar kolkata sports Desk : Junior footballers do not get the chance that way. As a result, you can not prove yourself. This time, the opportunity to satisfy the excitement is Dhiraj Singh, Raj Basfor, Sandeep Malik, Amandeep and a young footballer. In the quarter -finals of the Super Cup, Mohanbagan's team Bhubaneswar went on Thursday to play against Blastus. The only foreign Portugal is Nuno Miguel.