पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान वापस भारत भेजा, ऑपरेशन सिंदूर में ‘पिटने’ के बाद बैकफुट पर आया

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ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब पाने के बाद पाकिस्‍तान बैकफुट पर आ गया है। इसी का नतीजा है कि पड़ोसी देश ने गलती से बॉर्डर क्रॉस करने वाले बीएसएफ जवान पीके साहू का वापस लौटा दिया है। पीके साहू गलती से 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर दिया था। पीके साहू को 21 दिनों के बाद रिहा किया गया है।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने पीके साहू की वापसी को लेकर प्रेस रिलीज जारी की है। बीएसएफ ने बताया, आज बीएसएफ ने कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू को अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत आ गए हैं।जवान को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, के जरिए लगभग 10:30 बजे भारत को सौंप दिया गया। बीएसएफ ने साथ ही बताया, हैंडओवर शांतिपूर्वक और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किया गया था। भारत ने भी जवान के बदले रेंजर्स को लौटाया है।

पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं पूर्णम

पूर्णम मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले सैनिक की पत्नी रजनी ने पति की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। रजनी ने चंडीगढ़ पहुंचकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात भी की थी।

गलती से सीमा पार कर गए थे जवान

दरअसल, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पकड़ लिया था। मामला 23 अप्रैल का है। जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई थी। वह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान वे अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

गलती से सीमा पार हो गया बीएसएफ जवान, 48 घंटे बाद भी पाकिस्तान ने नहीं छोड़ा

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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव साफ बढ़ता दिख रहा है। इस बीच गलती से बॉर्डर पार गए बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने छोड़ने से मना कर दिया है। बीएसएफ के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को हिरासत में लिया था। जवान को वापस लाने के लिए बीएसएफ के अधिकारी पाकिस्तान रेंजर्स के बात कर रहे हैं। बीएसएफ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग मीटिंग बुलाई, लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही।

इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्ट के मुंताबिक सेना के सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया है। यह घटना बुधवार को हुई जब कांस्टेबल पीके सिंह नामक 182वीं बीएसएफ बटालियन के जवान भारत-पाक सीमा के पास खेतों के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान सिंह अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें फिरोजपुर सीमा के पार पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया।

बैठक में नहीं बनी बात

बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा जवान को हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी बॉर्डर पर पहुंचे। जवान को छुड़वाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स और बीएसएफ के अधिकारियों के बीच बॉर्डर पर बुधवार रात तक फ्लैग मीटिंग की गई थी, लेकिन जवान को रिहा नहीं किया गया। ऐसे में गुरूवार दोपहर को फिर से दोनों मुल्कों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में भी कोई हल नहीं निकला और पाकिस्तान ने जवान पीके सिंह को नहीं लौटाया।

छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार की

बता दें कि जीरो लाइन से पहले इस क्षेत्र में किसानों को विशेष परमिट के साथ खेती करने की इजाजत दी जाती है। फसल बोने और काटने के दौरान बीएसएफ के जवान उनके साथ तैनात रहते हैं। इन्हें किसान गार्ड भी कहा जाता है। कंटीली तार जीरो लाइन से काफी पहले है। जीरो लाइन पर सिर्फ पिलर लगे हैं। पाकिस्तान ने अपनी तरफ कंटीली तार नहीं लगाई है। इस कारण गर्मी के कारण जवान पेड़ की छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी सीमा में चला गया। इतने में पाकिस्तानी रेंजर्स बीएसएफ की चेक पोस्ट जल्लोके पर पहुंच गए और उन्होंने बीएसएफ जवान को हिरासत में लेकर उसके हथियार कब्जे में ले लिए।

पहलगाम हमले के कारण मामला हुआ जटिल

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए जल्द रिहाई की मांग की है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना दिया है। इस तरह के बॉर्डर क्रॉसिंग के मामले आमतौर पर कूटनीतिक प्रोटोकॉल के तहत जल्द सुलझ जाते हैं, लेकिन पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को इतना तनावपूर्ण बना दिया है कि यह मामला जटिल हो गया है।

दरोगा विद्यासागर के अपराध,काली कमाई ने बेटे को बना दिया अपराधी

जौनपुर। बहुत पुरानी कहावत है "कि बाप का खाया बेटा भरता हैं" लेकिन यह कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही हैं. थानागद्दी चौकी पर तैनात प्रमोटी दारोगा विद्यासागर सिंह के बेटे आदित्य सागर के खिलाफ पड़ोसी वाराणसी जिले के चोलापुर थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया हैं।

जानकारी के मुताबिक विद्यासागर सिंह सिपाही से प्रोन्नत होकर दरोगा बने। अल्प समय के लिए दरोगा की कुर्सी व कंधे पर सितारे लगते ही शरीर में ऐंठन होने लगी। फिर खाकी में अपराध व अवैध कामों को संरक्षण देकर के धन बटोरने में जुट गया। विभागीय लोग बताते हैं कि विद्यासागर के बेटे बेरोजगार हैं। जिससे विद्यासागर को हरवक्त बेटे को सजोने संवारने में जुट रहता हैं। जिसके लिए हरसंभव प्रयास करके अपराध में धंसता गया। खुद का सिंडिकेट तैयार लिया। जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी शामिल किया। जिससे किसी भी घटना को दबाते हुए,वसूली को प्रायोजित तरीके से कराई जा सके।

विद्यासागर ने अपराध से अर्जित काली कमाई से एक कृषि कार्य में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर UP62AS9996 लिया। जिससे कमर्शियल उपयोग में लेने लगा। ट्रैक्टर को अपराधिक सिंडिकेट के इशारे पर अवैध कामों में धकेल दिया। अवैध व अपराध से अर्जित राशि ने ज्यादा दिन तक विद्यासागर का साथ नहीं दिया। कुछ माह बाद चोलापुर पुलिस ने हिट एंड रन का मामला आदित्य सागर के खिलाफ दर्ज करते हुए,चार्जशीट न्यायालय में भेज दिया।

कप्तान ने कतरे पर,भेजा खेतासराय

अपराध में धंसते जा रहे विद्यासागर को स्थानीय अधिकारियों का प्रश्रय था. जिससे विद्यासागर आराम से अपने कामों को अंजाम दे रहा था। लगातार शिकायतों को देखते हुए,कप्तान ने विद्यासागर का ट्रांसफर खेतासराय कर दिया। ट्रांसफर की बात सुनकर विद्यासागर के होश उड़ गए। अपराधिक सिंडिकेट के साथ विद्यासागर ने कई चौखटों पर माथा टेकते हुए,ट्रांसफर रुकवाने की गुहार की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि खेतासराय में अवैध कमाई बंद हो चुकी हैं। सिंडिकेट भी बिखर चुका हैं। विभाग के अनुसार विद्यासागर केराकत थाना क्षेत्र के सरकी चौकी पर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। जिससे सिंडिकेट व अपराधिक गतिविधि से काली कमाई की जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फीता काटकर दस्तक अभियान का किया शुभारंभ

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज रायपुर, छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

रायपुर- केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक, केन्द्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के महानिदेशक, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार नक्सलवाद के समूल नाश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले ही छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में नक्सलवाद एक इतिहास बन जाएगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के कारण कई पीढ़ियाँ बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद फिर से जड़ न जमा पाए इसलिए इसका समूल नाश आवश्यक है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई को स्केटर्ड नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ में समन्वय और बेहतर होना चाहिए।

अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास और सुरक्षा दोनों ही मोर्चों पर प्रगति संतोषजनक हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रशासन से नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए बनाई गई ‘नियद नेल्लानार’ को सुरक्षा बलों के शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने को कहा। श्री शाह ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जनता को विकास के समान अवसर मिले। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान का मोमेंटम किसी भी सूरत में कम नहीं होना चाहिए।

गृहमंत्री अमित शाह का दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरा, जानिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम…

रायपुर- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. वे 4 अप्रैल की शाम राजधानी रायपुर पहुंचेंगे. इस दौरान वे राज्य के प्रमुख नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. 5 अप्रैल को गृहमंत्री शाह बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के दौरे पर रहेंगे, जहां वे बस्तर पंडुम महोत्‍सव के समापन कार्यक्रम में हिस्‍सा लेंगे. यहां वे मां दंतेश्वरी के दर्शन करेंगे. इसके अलावा एंटी-नक्सल अभियान के ऑपरेशन कमांडरों के साथ संवाद भी करेंगे. जानिए अमित शाह का मिनट टू मिनट कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल क्या है.

जानिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम

गृहमंत्री अमित शाह 4 अप्रैल को शाम 07:25 बजे नई दिल्ली से BSE विमान से प्रस्थान करेंगे. और 09:30 को रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से सड़क मार्ग से रवाना होकर 09:50 बजे होटल मेफेयर रायपुर पहुंचेंगे, जहां रात्रि विश्राम करेंगे. 05 अप्रैल को 10:30 बजे होटल मेफेयर से रवाना होकर 10:45 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और BSF विमान से 10:50 बजे जगदलपुर के लिए रवाना होंगे. गृहमंत्री शाह 11:35 बजे मां दन्तेश्वरी एयरपोर्ट जगदलपुर पहुंचेंगे. 11:40 बजे जगदलपुर से BSF हेलिकॉप्टर से रवाना होकर 12:10 बजे हेलिपैड पुलिस लाइन, कार्ती, दंतेवाड़ा पहुंचेंगे.

अमित शाह 12:15 बजे सड़क मार्ग से 12:20 बजे दन्तेश्वरी मंदिर पहुंचेंगे, जहां 12:20 बजे से 12:45 बजे तक दर्शन एवं पूजन करेंगे. 12:45 बजे दन्तेश्वरी मंदिर से प्रस्थान कर 12:50 बजे सर्किट हाउस दंतेवाड़ा पहुंचेंगे, जहां 12:50 बजे से 01:20 बजे का समय दोपहर का भोजन के लिए आरक्षित रहेगा. 01:25 बजे सड़क मार्ग से हाई स्कूल ग्राउंड दंतेवाडा पहुंचेंगे, जहां 01:30 बजे से 02:50 बजे तक बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में शामिल रहेंगे. यहां से 02:50 बजे प्रस्थान कर 03:00 बजे पुलिस लाइन कार्ली दंतेवाड़ा पहुंचेंगे, जहां 3 से साढ़े तीन बजे तक एंटी-नक्सल अभियान के ऑपरेशन कमांडरों के साथ संवाद करेंगे.गृहमंत्री शाह 03:35 बजे पुलिस लाइन, कार्ती, दंतेवाड़ा से सड़क मार्ग से प्रस्थान कर 03:37 बजे हेलिपैड पुलिस लाइन कार्ती दंतेवाड़ा पहुंचेगे, जहां BSF हेलिकॉप्टर से 03:40 बजे प्रस्थान कर 04:10 बजे जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से 5 बजे रायपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और 05:20 बजे होटल मेफेयर, रायपुर पहुंचेंगे. यहां 05:20 बजे से 07:20 बजे तक विभागीय समीक्षा बैठक लेंगे. इसके बाद 07:50 बजे BSE विमान से रायपुर एयरपोर्ट से नई दिल्ली रवाना होंगे.

तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकराई, खून से लथपथ युवक को BSF जवानों ने CPR देकर बचाई जान…

रायपुर-   नया रायपुर में तेज रफ्तार के चलते एक बाइक सवार युवक हादसे का शिकार हो गया. बाइक इतनी स्पीड में थी कि वह अनियंत्रित होकर सामने डिवाइडर में जा घुसी. इस हादसे में युवक बुरी तरह घायल हो गया. युवक सिर पर गंभीर चोट आई है. वहीं हादसे के बाद घटना स्थल से गुजर रहे BSF के जवानों ने जब युवक को खून से लथपथ और बेहोश पड़े देखा, तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए प्राथमिक उपाय कर उसकी जान बचाई.

BSF के अफसर और जवानों ने घायल को CPR दिया, सिर से बह रहे खून को रोकने के लिए कपड़ा बांधा और राखी पुलिस को सूचित किया. वहीं घटना की सूचना पर एंबुलेंस देर से पहुंची. इससे पहले ही बीएसएफ ने सड़क से गुजरते निजी अस्पताल के एंबुलेंस को रोककर घायल को अस्पताल राखी उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. इस दुर्घटना में घायल की मदद कर बीएसएफ ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाई है बल्कि मानवता की मिसाल भी पेश की है.

नक्सल मुठभेड़ अपडेट: दो शहीद जवानों के शवों को जिला मुख्यालय लाया गया, बालोद और बलौदाबाजार में शोक की लहर

बीजापुर- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए. यह मुठभेड़ थाना मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर एरिया के जंगलों में 9 फरवरी की सुबह शुरू हुई और शाम तक रुक-रुक कर चलती रही.

मुठभेड़ में DRG हेड कांस्टेबल नरेश कुमार ध्रुव (बालोदाबाजार) और STF कांस्टेबल वासित रावटे (बालोद) शहीद हो गए. दोनों शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया है. शवों को हॉस्पिटल के मर्चुरी में रखा गया है, जहां डॉक्टर्स की टीम और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहें.

शहीद जवानों का परिचय

प्रधान आरक्षक नरेश कुमार ध्रुव

पदनाम: प्रधान आरक्षक / 836

जन्मतिथि: 19 सितंबर 1982

भर्ती दिनांक: 23 मई 2007

शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025

स्थायी पता: गुर्रा, जिला बालोदाबाजार

आरक्षक वसित कुमार रावटे

पदनाम: आरक्षक / 1688

जन्मतिथि: 26 अक्टूबर 1991

भर्ती दिनांक: 12 अप्रैल 2016

शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025

स्थायी पता: फागुनदाह, डौंडी, जिला बालोद

मुठभेड़ में 31 वर्दीधारी नक्सली ढेर

बीजापुर के मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर क्षेत्र में DRG, STF और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान 09 फरवरी की सुबह 8 बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जो शाम 3-4 बजे तक चलती रही. मुठभेड़ खत्म होने के बाद 31 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जिनमें 11 महिला नक्सली भी शामिल हैं. मौके से AK-47, SLR, INSAS, .303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, BGL लॉन्चर और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई. संभावना जताई जा रही है कि इस मुठभेड़ में और भी नक्सली मारे गए या घायल हुए हैं. इसके मद्देनजर क्षेत्र में DRG, STF, बस्तर फाइटर्स और CRPF की अतिरिक्त टुकड़ियों को भेजा गया है.

घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया

मुठभेड़ में घायल DRG कांस्टेबल जग्गू कलमू और STF कांस्टेबल गुलाब मंडावी को भारतीय वायु सेना (IAF) की मदद से एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

40 दिनों में 65 हार्डकोर नक्सली ढेर – आईजी सुंदरराज पी

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि पिछले 40 दिनों में सुरक्षा बलों ने 65 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर किया है. सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात DRG/STF/CoBRA/CRPF/BSF/ITBP/CAF/ Bastar Fighters & अन्य समस्त सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है. शहीद जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा.

26 जनवरी से पहले पाकिस्तान की बड़ी साजिश नाकाम, बॉर्डर के पास BSF ने पकड़ा हथियारों का जखीरा

डेस्क: देश में जल्द ही गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इसे लेकर हर जगह तैयारी चल रही है। इस बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने राजस्थान के बाड़मेर में जमीन में दबाया गया हथियारों का जखीरा बरामद किया है। सूत्रों ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सीमा पर बाड़ के पास रेत में छिपाए गए हथियार बरामद किए गए हैं। इसमें नौ एमएम की चार ग्लॉक पिस्तौल, आठ मैगजीन और 78 कारतूस बरामद किए गए हैं। फिलहाल मामले की जांच तेज कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये हथियार पाकिस्तान की तरफ से तस्करी करके लाया गया है।

बीएसएफ (गुजरात फ्रंटियर) के एक सूत्र ने बताया, ‘‘सीमा के पास संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देने पर हमने सूचना के आधार पर शुक्रवार को बीजराड़ पुलिस थाना क्षेत्र में भभूते की ढाणी के पास तलाश अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान, सीमा पर बाड़ से थोड़ी दूरी पर रेत के टीले में छिपाकर रखे गए अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘माना जा रहा है कि हथियारों को पाकिस्तान से तस्करी कर भारत लाया गया है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।’’

वहीं हथियारों का जखीरा बरामद होने के बाद बीएसएफ और पुलिस की टीम, अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान संचालित कर रही हैं। इसके अलावा इस बात की भी जांच की जा रही है कि ये हथियार भारत में कैसे पहुंचे? बता दें कि देश में कुछ ही दिन में गणतंत्र दिवस मनाया जाना है।

ऐसे में हथियारों की बरामदगी को संवेदनशील मामला माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। फिलहाल हथियारों की बरामदगी के बाद मामले की जांच तेज कर दी गई है। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा

पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान वापस भारत भेजा, ऑपरेशन सिंदूर में ‘पिटने’ के बाद बैकफुट पर आया

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ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब पाने के बाद पाकिस्‍तान बैकफुट पर आ गया है। इसी का नतीजा है कि पड़ोसी देश ने गलती से बॉर्डर क्रॉस करने वाले बीएसएफ जवान पीके साहू का वापस लौटा दिया है। पीके साहू गलती से 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर दिया था। पीके साहू को 21 दिनों के बाद रिहा किया गया है।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने पीके साहू की वापसी को लेकर प्रेस रिलीज जारी की है। बीएसएफ ने बताया, आज बीएसएफ ने कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू को अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत आ गए हैं।जवान को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, के जरिए लगभग 10:30 बजे भारत को सौंप दिया गया। बीएसएफ ने साथ ही बताया, हैंडओवर शांतिपूर्वक और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किया गया था। भारत ने भी जवान के बदले रेंजर्स को लौटाया है।

पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं पूर्णम

पूर्णम मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले सैनिक की पत्नी रजनी ने पति की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। रजनी ने चंडीगढ़ पहुंचकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात भी की थी।

गलती से सीमा पार कर गए थे जवान

दरअसल, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पकड़ लिया था। मामला 23 अप्रैल का है। जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई थी। वह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान वे अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

गलती से सीमा पार हो गया बीएसएफ जवान, 48 घंटे बाद भी पाकिस्तान ने नहीं छोड़ा

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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव साफ बढ़ता दिख रहा है। इस बीच गलती से बॉर्डर पार गए बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने छोड़ने से मना कर दिया है। बीएसएफ के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को हिरासत में लिया था। जवान को वापस लाने के लिए बीएसएफ के अधिकारी पाकिस्तान रेंजर्स के बात कर रहे हैं। बीएसएफ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग मीटिंग बुलाई, लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही।

इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्ट के मुंताबिक सेना के सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया है। यह घटना बुधवार को हुई जब कांस्टेबल पीके सिंह नामक 182वीं बीएसएफ बटालियन के जवान भारत-पाक सीमा के पास खेतों के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान सिंह अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें फिरोजपुर सीमा के पार पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया।

बैठक में नहीं बनी बात

बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा जवान को हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी बॉर्डर पर पहुंचे। जवान को छुड़वाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स और बीएसएफ के अधिकारियों के बीच बॉर्डर पर बुधवार रात तक फ्लैग मीटिंग की गई थी, लेकिन जवान को रिहा नहीं किया गया। ऐसे में गुरूवार दोपहर को फिर से दोनों मुल्कों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में भी कोई हल नहीं निकला और पाकिस्तान ने जवान पीके सिंह को नहीं लौटाया।

छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार की

बता दें कि जीरो लाइन से पहले इस क्षेत्र में किसानों को विशेष परमिट के साथ खेती करने की इजाजत दी जाती है। फसल बोने और काटने के दौरान बीएसएफ के जवान उनके साथ तैनात रहते हैं। इन्हें किसान गार्ड भी कहा जाता है। कंटीली तार जीरो लाइन से काफी पहले है। जीरो लाइन पर सिर्फ पिलर लगे हैं। पाकिस्तान ने अपनी तरफ कंटीली तार नहीं लगाई है। इस कारण गर्मी के कारण जवान पेड़ की छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी सीमा में चला गया। इतने में पाकिस्तानी रेंजर्स बीएसएफ की चेक पोस्ट जल्लोके पर पहुंच गए और उन्होंने बीएसएफ जवान को हिरासत में लेकर उसके हथियार कब्जे में ले लिए।

पहलगाम हमले के कारण मामला हुआ जटिल

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए जल्द रिहाई की मांग की है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना दिया है। इस तरह के बॉर्डर क्रॉसिंग के मामले आमतौर पर कूटनीतिक प्रोटोकॉल के तहत जल्द सुलझ जाते हैं, लेकिन पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को इतना तनावपूर्ण बना दिया है कि यह मामला जटिल हो गया है।

दरोगा विद्यासागर के अपराध,काली कमाई ने बेटे को बना दिया अपराधी

जौनपुर। बहुत पुरानी कहावत है "कि बाप का खाया बेटा भरता हैं" लेकिन यह कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही हैं. थानागद्दी चौकी पर तैनात प्रमोटी दारोगा विद्यासागर सिंह के बेटे आदित्य सागर के खिलाफ पड़ोसी वाराणसी जिले के चोलापुर थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया हैं।

जानकारी के मुताबिक विद्यासागर सिंह सिपाही से प्रोन्नत होकर दरोगा बने। अल्प समय के लिए दरोगा की कुर्सी व कंधे पर सितारे लगते ही शरीर में ऐंठन होने लगी। फिर खाकी में अपराध व अवैध कामों को संरक्षण देकर के धन बटोरने में जुट गया। विभागीय लोग बताते हैं कि विद्यासागर के बेटे बेरोजगार हैं। जिससे विद्यासागर को हरवक्त बेटे को सजोने संवारने में जुट रहता हैं। जिसके लिए हरसंभव प्रयास करके अपराध में धंसता गया। खुद का सिंडिकेट तैयार लिया। जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी शामिल किया। जिससे किसी भी घटना को दबाते हुए,वसूली को प्रायोजित तरीके से कराई जा सके।

विद्यासागर ने अपराध से अर्जित काली कमाई से एक कृषि कार्य में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर UP62AS9996 लिया। जिससे कमर्शियल उपयोग में लेने लगा। ट्रैक्टर को अपराधिक सिंडिकेट के इशारे पर अवैध कामों में धकेल दिया। अवैध व अपराध से अर्जित राशि ने ज्यादा दिन तक विद्यासागर का साथ नहीं दिया। कुछ माह बाद चोलापुर पुलिस ने हिट एंड रन का मामला आदित्य सागर के खिलाफ दर्ज करते हुए,चार्जशीट न्यायालय में भेज दिया।

कप्तान ने कतरे पर,भेजा खेतासराय

अपराध में धंसते जा रहे विद्यासागर को स्थानीय अधिकारियों का प्रश्रय था. जिससे विद्यासागर आराम से अपने कामों को अंजाम दे रहा था। लगातार शिकायतों को देखते हुए,कप्तान ने विद्यासागर का ट्रांसफर खेतासराय कर दिया। ट्रांसफर की बात सुनकर विद्यासागर के होश उड़ गए। अपराधिक सिंडिकेट के साथ विद्यासागर ने कई चौखटों पर माथा टेकते हुए,ट्रांसफर रुकवाने की गुहार की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि खेतासराय में अवैध कमाई बंद हो चुकी हैं। सिंडिकेट भी बिखर चुका हैं। विभाग के अनुसार विद्यासागर केराकत थाना क्षेत्र के सरकी चौकी पर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। जिससे सिंडिकेट व अपराधिक गतिविधि से काली कमाई की जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फीता काटकर दस्तक अभियान का किया शुभारंभ

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज रायपुर, छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

रायपुर- केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक, केन्द्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के महानिदेशक, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार नक्सलवाद के समूल नाश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले ही छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में नक्सलवाद एक इतिहास बन जाएगा।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के कारण कई पीढ़ियाँ बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद फिर से जड़ न जमा पाए इसलिए इसका समूल नाश आवश्यक है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई को स्केटर्ड नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ में समन्वय और बेहतर होना चाहिए।

अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास और सुरक्षा दोनों ही मोर्चों पर प्रगति संतोषजनक हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रशासन से नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए बनाई गई ‘नियद नेल्लानार’ को सुरक्षा बलों के शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने को कहा। श्री शाह ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जनता को विकास के समान अवसर मिले। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान का मोमेंटम किसी भी सूरत में कम नहीं होना चाहिए।

गृहमंत्री अमित शाह का दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरा, जानिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम…

रायपुर- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. वे 4 अप्रैल की शाम राजधानी रायपुर पहुंचेंगे. इस दौरान वे राज्य के प्रमुख नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. 5 अप्रैल को गृहमंत्री शाह बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के दौरे पर रहेंगे, जहां वे बस्तर पंडुम महोत्‍सव के समापन कार्यक्रम में हिस्‍सा लेंगे. यहां वे मां दंतेश्वरी के दर्शन करेंगे. इसके अलावा एंटी-नक्सल अभियान के ऑपरेशन कमांडरों के साथ संवाद भी करेंगे. जानिए अमित शाह का मिनट टू मिनट कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल क्या है.

जानिए मिनट टू मिनट कार्यक्रम

गृहमंत्री अमित शाह 4 अप्रैल को शाम 07:25 बजे नई दिल्ली से BSE विमान से प्रस्थान करेंगे. और 09:30 को रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से सड़क मार्ग से रवाना होकर 09:50 बजे होटल मेफेयर रायपुर पहुंचेंगे, जहां रात्रि विश्राम करेंगे. 05 अप्रैल को 10:30 बजे होटल मेफेयर से रवाना होकर 10:45 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और BSF विमान से 10:50 बजे जगदलपुर के लिए रवाना होंगे. गृहमंत्री शाह 11:35 बजे मां दन्तेश्वरी एयरपोर्ट जगदलपुर पहुंचेंगे. 11:40 बजे जगदलपुर से BSF हेलिकॉप्टर से रवाना होकर 12:10 बजे हेलिपैड पुलिस लाइन, कार्ती, दंतेवाड़ा पहुंचेंगे.

अमित शाह 12:15 बजे सड़क मार्ग से 12:20 बजे दन्तेश्वरी मंदिर पहुंचेंगे, जहां 12:20 बजे से 12:45 बजे तक दर्शन एवं पूजन करेंगे. 12:45 बजे दन्तेश्वरी मंदिर से प्रस्थान कर 12:50 बजे सर्किट हाउस दंतेवाड़ा पहुंचेंगे, जहां 12:50 बजे से 01:20 बजे का समय दोपहर का भोजन के लिए आरक्षित रहेगा. 01:25 बजे सड़क मार्ग से हाई स्कूल ग्राउंड दंतेवाडा पहुंचेंगे, जहां 01:30 बजे से 02:50 बजे तक बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में शामिल रहेंगे. यहां से 02:50 बजे प्रस्थान कर 03:00 बजे पुलिस लाइन कार्ली दंतेवाड़ा पहुंचेंगे, जहां 3 से साढ़े तीन बजे तक एंटी-नक्सल अभियान के ऑपरेशन कमांडरों के साथ संवाद करेंगे.गृहमंत्री शाह 03:35 बजे पुलिस लाइन, कार्ती, दंतेवाड़ा से सड़क मार्ग से प्रस्थान कर 03:37 बजे हेलिपैड पुलिस लाइन कार्ती दंतेवाड़ा पहुंचेगे, जहां BSF हेलिकॉप्टर से 03:40 बजे प्रस्थान कर 04:10 बजे जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से 5 बजे रायपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और 05:20 बजे होटल मेफेयर, रायपुर पहुंचेंगे. यहां 05:20 बजे से 07:20 बजे तक विभागीय समीक्षा बैठक लेंगे. इसके बाद 07:50 बजे BSE विमान से रायपुर एयरपोर्ट से नई दिल्ली रवाना होंगे.

तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकराई, खून से लथपथ युवक को BSF जवानों ने CPR देकर बचाई जान…

रायपुर-   नया रायपुर में तेज रफ्तार के चलते एक बाइक सवार युवक हादसे का शिकार हो गया. बाइक इतनी स्पीड में थी कि वह अनियंत्रित होकर सामने डिवाइडर में जा घुसी. इस हादसे में युवक बुरी तरह घायल हो गया. युवक सिर पर गंभीर चोट आई है. वहीं हादसे के बाद घटना स्थल से गुजर रहे BSF के जवानों ने जब युवक को खून से लथपथ और बेहोश पड़े देखा, तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए प्राथमिक उपाय कर उसकी जान बचाई.

BSF के अफसर और जवानों ने घायल को CPR दिया, सिर से बह रहे खून को रोकने के लिए कपड़ा बांधा और राखी पुलिस को सूचित किया. वहीं घटना की सूचना पर एंबुलेंस देर से पहुंची. इससे पहले ही बीएसएफ ने सड़क से गुजरते निजी अस्पताल के एंबुलेंस को रोककर घायल को अस्पताल राखी उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. इस दुर्घटना में घायल की मदद कर बीएसएफ ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाई है बल्कि मानवता की मिसाल भी पेश की है.

नक्सल मुठभेड़ अपडेट: दो शहीद जवानों के शवों को जिला मुख्यालय लाया गया, बालोद और बलौदाबाजार में शोक की लहर

बीजापुर- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए. यह मुठभेड़ थाना मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर एरिया के जंगलों में 9 फरवरी की सुबह शुरू हुई और शाम तक रुक-रुक कर चलती रही.

मुठभेड़ में DRG हेड कांस्टेबल नरेश कुमार ध्रुव (बालोदाबाजार) और STF कांस्टेबल वासित रावटे (बालोद) शहीद हो गए. दोनों शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया है. शवों को हॉस्पिटल के मर्चुरी में रखा गया है, जहां डॉक्टर्स की टीम और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहें.

शहीद जवानों का परिचय

प्रधान आरक्षक नरेश कुमार ध्रुव

पदनाम: प्रधान आरक्षक / 836

जन्मतिथि: 19 सितंबर 1982

भर्ती दिनांक: 23 मई 2007

शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025

स्थायी पता: गुर्रा, जिला बालोदाबाजार

आरक्षक वसित कुमार रावटे

पदनाम: आरक्षक / 1688

जन्मतिथि: 26 अक्टूबर 1991

भर्ती दिनांक: 12 अप्रैल 2016

शहीद दिनांक: 9 फरवरी 2025

स्थायी पता: फागुनदाह, डौंडी, जिला बालोद

मुठभेड़ में 31 वर्दीधारी नक्सली ढेर

बीजापुर के मद्देड-फरसेगढ़ बॉर्डर क्षेत्र में DRG, STF और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान 09 फरवरी की सुबह 8 बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जो शाम 3-4 बजे तक चलती रही. मुठभेड़ खत्म होने के बाद 31 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जिनमें 11 महिला नक्सली भी शामिल हैं. मौके से AK-47, SLR, INSAS, .303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, BGL लॉन्चर और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई. संभावना जताई जा रही है कि इस मुठभेड़ में और भी नक्सली मारे गए या घायल हुए हैं. इसके मद्देनजर क्षेत्र में DRG, STF, बस्तर फाइटर्स और CRPF की अतिरिक्त टुकड़ियों को भेजा गया है.

घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया

मुठभेड़ में घायल DRG कांस्टेबल जग्गू कलमू और STF कांस्टेबल गुलाब मंडावी को भारतीय वायु सेना (IAF) की मदद से एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

40 दिनों में 65 हार्डकोर नक्सली ढेर – आईजी सुंदरराज पी

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि पिछले 40 दिनों में सुरक्षा बलों ने 65 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर किया है. सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात DRG/STF/CoBRA/CRPF/BSF/ITBP/CAF/ Bastar Fighters & अन्य समस्त सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है. शहीद जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा.

26 जनवरी से पहले पाकिस्तान की बड़ी साजिश नाकाम, बॉर्डर के पास BSF ने पकड़ा हथियारों का जखीरा

डेस्क: देश में जल्द ही गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इसे लेकर हर जगह तैयारी चल रही है। इस बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने राजस्थान के बाड़मेर में जमीन में दबाया गया हथियारों का जखीरा बरामद किया है। सूत्रों ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सीमा पर बाड़ के पास रेत में छिपाए गए हथियार बरामद किए गए हैं। इसमें नौ एमएम की चार ग्लॉक पिस्तौल, आठ मैगजीन और 78 कारतूस बरामद किए गए हैं। फिलहाल मामले की जांच तेज कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये हथियार पाकिस्तान की तरफ से तस्करी करके लाया गया है।

बीएसएफ (गुजरात फ्रंटियर) के एक सूत्र ने बताया, ‘‘सीमा के पास संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देने पर हमने सूचना के आधार पर शुक्रवार को बीजराड़ पुलिस थाना क्षेत्र में भभूते की ढाणी के पास तलाश अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान, सीमा पर बाड़ से थोड़ी दूरी पर रेत के टीले में छिपाकर रखे गए अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘माना जा रहा है कि हथियारों को पाकिस्तान से तस्करी कर भारत लाया गया है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।’’

वहीं हथियारों का जखीरा बरामद होने के बाद बीएसएफ और पुलिस की टीम, अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान संचालित कर रही हैं। इसके अलावा इस बात की भी जांच की जा रही है कि ये हथियार भारत में कैसे पहुंचे? बता दें कि देश में कुछ ही दिन में गणतंत्र दिवस मनाया जाना है।

ऐसे में हथियारों की बरामदगी को संवेदनशील मामला माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। फिलहाल हथियारों की बरामदगी के बाद मामले की जांच तेज कर दी गई है। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा