वॉट्सऐप: क्या वाकई प्राइवेसी का किंग है या नहीं?, जानें
WhatsApp ने दुनिया भर में मैसेजिंग ऐप्स के मामले में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. दुनिया भर में करीब 2.9 अरब लोग इसके जरिए बातचीत करते हैं. इसका आसानी से इस्तेमाल होने वाला इंटरफेस, ग्रुप चैट, और मीडिया शेयर करने की सुविधा ने इसे लोगों के बीच बेहद पॉपुलर बना दिया है. वॉट्सऐप लगातार नए प्राइवेसी फीचर्स जोड़ता रहता है. एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन जैसी सर्विस वॉट्सऐप यूजर्स के मैसेज को सिक्योर करने के काम आती है. वॉट्सऐप की कई खूबियां इसे एक शानदार प्राइवेट मैसेंजर ऐप बनाती हैं.
लेकिन, क्या वॉट्सऐप वाकई प्राइवेसी का किंग है? यह सवाल इसलिए उठता है क्योंकि वॉट्सऐप, मेटा का हिस्सा. मेटा दुनिया की तीन मशहूर टेक प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप की पैरेंट कंपनी है. मेटा अपनी डेटा कलेक्शन पॉलिसी के लिए जानी जाती है.
वॉट्सऐप यूजर्स की चिंता
कई लोगों को चिंता सताती है कि वॉट्सऐप उनके डेटा का इस्तेमाल मेटा के दूसरे प्रोडक्ट्स के लिए कर सकती है, भले ही उनके मैसेज एन्क्रिप्टेड हों. इसके अलावा, वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, जिससे यूजर्स में बेएतबारी पैदा होती है.
आइए, इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए WhatsApp, Signal, Telegram और Threema जैसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप्स की तुलना करते हैं और जानते हैं कि कौन सा ऐप प्राइवेसी के मामले में सबसे आगे है, या फिर वॉट्सऐप ही प्राइवेसी का असली किंग है.
1. प्राइवेसी डिजाइन (Privacy Design)
WhatsApp: इसका इस्तेमाल करने के लिए फोन नंबर जरूरी है.
Signal: इसका इस्तेमाल करने के लिए फोन नंबर की जरूरत होती है, लेकिन यह मजबूत प्राइवेसी फीचर्स देता है.
Telegram: यह ऐप यूजर्स को यूजरनेम के जरिए रजिस्टर करने की इजाजत देता है, लेकिन डिफॉल्ट तौर पर फोन नंबर का इस्तेमाल होता है.
Threema: इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए फोन नंबर या ईमेल की जरूरत नहीं होती है, जो इसे एक हाई-लेवल प्राइवेट ऐप बनाता है.
2. एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (End-to-End Encryption)
WhatsApp: सभी मैसेज के लिए डिफॉल्ट तौर पर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मौजूद है.
Signal: यह ऐप हर तरह की बातचीत के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन देता है, जो डिफॉल्ट तौर पर एक्टिव होता है.
Telegram: इसमें ‘सीक्रेट चैट्स’ के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मौजूद है, लेकिन नॉर्मल चैट और ग्रुप चैट में यह एन्क्रिप्शन डिफॉल्ट नहीं होता है.
Threema: सभी मैसेज, फाइल और कॉल के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मिलता है.
3. ओपन सोर्स (Open Source)
WhatsApp: यह ओपन सोर्स नहीं है (Meta का मालिकाना हक है).
Signal: यह पूरी तरह से ओपन सोर्स है, यानी इसका कोड पब्लिकली अवेलेबल है.
Telegram: इसमें क्लाइंट ओपन सोर्स है, लेकिन सर्वर साइड कोड बंद है, जो कुछ प्राइवेसी और ट्रांसपेरेंसी को लेकर चिंताएं पैदा कर सकता है.
Threema: यह भी ओपन सोर्स है.
अगर आप प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर काफी सजग हैं, तो सिग्नल और थ्रीमा टॉप चॉइस हो सकते हैं. वॉट्सऐप को चलाना काफी आसान है, लेकिन यह मेटा के एटवर्टाइजिंग और डेटा-शेयरिंग प्रैक्टिस से जुड़ा है. टेलीग्राम आम बातचीत के लिए ठीक है, लेकिन थोड़ा कम सेफ है, खासकर ग्रुप चैट और नॉन-सीक्रेट चैट के लिए.
वॉट्सऐप, सिग्नल और टेलीग्राम को आप फ्री में चला सकते हैं, लेकिन थ्रीमा एक पेड मैसेजिंग सर्विस प्लेटफॉर्म है. थ्रीमा का इस्तेमाल करने के लिए आपको कम से कम 2 डॉलर (लगभग 168 रुपये) महीना खर्च करने होंगे.
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