मध्यान भोजन रसोइया महासंघ ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव को लिखा पत्र, घोषणा पत्र में शामिल 50 फीसदी वेतन वृद्धि के वादे को पूरा करने की उठाई मांग

रायपुर- छत्तीसगढ़ मध्यान भोजन रसोइया महासंघ ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान घोषित ‘मोदी की गारंटी’ के तहत रसोइयों के मानदेय में 50 प्रतिशत वृद्धि की मांग की गई है। महासंघ ने यह भी बताया कि पिछले 8 वर्षों से इस दर में कोई वृद्धि नहीं की गई है। सरकार से अपील की है कि आगामी 2025 बजट सत्र में रसोइयों के न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि की जाए।

पत्र में लिखा कि प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रो के मैदानी (ग्रामीण) व वन (ग्रामीण) क्षेत्र के भु भाग में स्थित समस्त शासकीय शालाओं में 87500 रसोईयों से छात्रों के भोजन निर्माण का कार्य लिया जाता है। हम सब रसोईया सरकार से मोदी की गारंटी विधानसभा चुनावी घोषणा पत्र 2023 में किये गए 50% वेतन वृद्धि के वादे को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग करते है।

हमें वेतन वृद्धि प्रदान करने के लिए सरकार को केंद्र सरकार से भी आर्थिक मदद के लिए मांग नहीं करनी पड़ेगी। यदि सरकार वर्तमान श्रम आयुक्त दर में न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि कर देती है। न्यूनतम मजदूरी श्रम आयुक्त दर में वृद्धि का नियम है, जिसे पिछली सरकार ने लागू नहीं किया, 8 वर्ष लगभग हो चुका है। हर 5 वर्ष में पिछली भाजपा सरकार नियमानुसार वृद्धि कर देती थी। इस श्रम आयुक्त दर के मजदूरी के आधार पर समस्त जिलों के जिलाधीश अपने-अपने जिलों में कलेक्टर दर घोषित करते है।

“रसोईयों की मांग पूर्ण करने तत्काल न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि आगामी 2025 बजट सत्र में छत्तीसगढ़ सरकार को करना होगा।” उन्होंने यह भी मांग की है कि रसोइयों को मासिक वेतन का भुगतान प्रत्येक माह एक निर्धारित तिथि तक सुनिश्चित रूप से किया जाए। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग को आवश्यक निर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया है।

भारत के खिलाफ पाक ने हाई स्पीड मिसाइल का किया इस्तेमाल, जवाबी कार्रवाई में सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार चौथे दिन विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भारतीय थल सेना की कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ़िंग की। कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने शनिवार को प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए गए हमलों की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान का आक्रामक रुख जारी रहा और उसने भारतीय सेना को निशाना बनाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए।

'पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया'

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पूरे पश्चिमी सीमा पर लड़ाकू विमानों, लॉन्ग रेंज म्यूनिशन और ड्रोन्स से हमला किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, भारतीय सेना ने अधिकतर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने सुबह हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन पर हमले की कोशिश की। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा और आदमपुर सैन्य हवाई अड्डों के साज़ो-सामान और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सैन्य अड्डे पर रात एक बजकर 40 मिनट पर हाई स्पीड मिसाइल दागी गई। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि भारत ने इस मिसाइल को निष्क्रिय कर दिया।

'पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना'

पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई। श्रीनगर, अवंतीपोरा में भी चिकित्सीय और स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के हथियार भंडार गृह, तकनीकी इंफ्रास्टक्चर, कमांड सेंटर को निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना को काफी क्षति पहुंचाई।

'पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक'

कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने बताया, पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशंस, कमांड एंड कंट्रोल स्टेशन, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनिया में स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पसरूर में स्थित रडार साइट और सियालकोट के एविएशन बेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इन सभी जवाबी कार्रवाइयों के लिए यह भी सुनिश्चित किया कि कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम लोगों को कम से कम नुक़सान) हो।

'पाकिस्तानी आर्मी भारत सीमा की ओर बढ़ रही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी को आगे के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को ले जाते हुए देखा गया है, जिससे पता चलता है कि वे और अधिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और आनुपातिक रूप से जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने गैर-वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते कि पाकिस्तानी पक्ष भी ऐसा ही करे। इसका मतलब है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान हमला करता है तो वह जवाब देने के लिए तैयार है।

पटना के दनियावां में खुला 'चिल्ली एक्सप्रेस', अब यहीं मिलेगा शहर जैसा स्वाद, केबिन की सुविधा भी उपलब्ध, घर बैठे भी कर सकते हैं फ्री में ऑर्डर
पटना: मछली और चावल के लिए देशभर में अपनी खास पहचान रखने वाला दनियावां प्रखंड अब नए स्वाद का केंद्र बनने की राह पर है। शनिवार को प्रखंड के न्यू बायपास रोड NH 30A पर आधुनिक सुविधाओं से लैस रेस्टोरेंट 'चिल्ली एक्सप्रेस' का भव्य शुभारंभ हुआ। स्थानीय पूर्व विधायक रणविजय सिंह उर्फ लल्लू मुखिया ने फीता काटकर इसका उद्घाटन किया। अब दनियावां और आसपास के लोगों को विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने के लिए शहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। 'चिल्ली एक्सप्रेस' में चाऊमीन, रोल, पिज़्ज़ा, चिल्ली, फ्रेंच फ्राइज, पकौड़ा, पराठा, ऑमलेट, मैगी, सूप्स, राइस, मंचूरियन, बर्गर और मोमो जैसे अनेक लोकप्रिय व्यंजन उपलब्ध हैं। इस अवसर पर पूर्व विधायक लल्लू मुखिया ने कहा कि "हम लोग अक्सर इस तरह के प्रतिष्ठान पटना में देखा करते थे। सुजीत बाबू ने दनियावां में इसे खोलकर सराहनीय कार्य किया है। अब यहां के लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है, उन्हें यहीं पर उच्च गुणवत्ता वाले व्यंजन मिलेंगे।"

'चिल्ली एक्सप्रेस' ग्राहकों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रख रहा है। यहां फ्री होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है, जिससे लोग घर बैठे ही अपने पसंदीदा व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। गर्मी को देखते हुए रेस्टोरेंट में चार आरामदायक केबिन बनाए गए हैं, जिनमें एयर कंडीशनिंग की व्यवस्था है। इतना ही नहीं, यदि कोई ग्राहक 1000 रुपए या उससे अधिक का होम डिलीवरी ऑर्डर करता है, तो उसे 'चिल्ली एक्सप्रेस' की ओर से 10% की विशेष छूट भी मिलेगी।
प्रतिष्ठान के ऑनर सुजीत कुमार ने बताया कि उनका लक्ष्य दनियावां के लोगों को शहर जैसे स्वाद और सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने यह भी बताया कि ग्राहक 9128666600 पर कॉल करके भी अपना ऑर्डर दे सकते हैं और उन्हें सुपरफास्ट डिलीवरी मिलेगी।
'चिल्ली एक्सप्रेस' के खुलने से दनियावां के लोगों में खासा उत्साह है। अब उन्हें अपने पसंदीदा फास्ट फूड और अन्य व्यंजनों के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। यह नया प्रतिष्ठान निश्चित रूप से दनियावां की बदलती पहचान में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ेगा।
अगर बार - बार बीमार पड़ रहे हैं ?विटामिन डी की कमी कर रही हैं इम्यून सिस्टम को कमजोर,तो अपने डायट में इन चीजों को करे शामिल।


आज के समय में जब हर तरफ बीमारियों का खतरा बना रहता है, तो इम्‍यूनिटी यानी प्रतिरक्षा प्रणाली का मजबूत होना बहुत जरूरी है। यदि बार-बार सर्दी-जुकाम, थकान, या संक्रमण हो रहे हैं, तो इसकी एक बड़ी वजह विटामिन D की कमी हो सकती है। यह विटामिन न केवल हड्डियों को मजबूत करता है, बल्कि इम्‍यून सिस्टम को सक्रिय और संतुलित रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।

विटामिन D की कमी के लक्षण:

बार-बार बीमार पड़ना

हड्डियों या मांसपेशियों में दर्द

थकान या कमजोरी

बाल झड़ना

मूड स्विंग्स या डिप्रेशन जैसा महसूस होना

क्यों जरूरी है विटामिन D?

विटामिन D हमारे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं। इसके अलावा, यह श्वेत रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) की क्रियाशीलता को बढ़ाता है, जो शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करती हैं।

डाइट में इन चीजों को करें शामिल:

1. सूरज की रोशनी:

सुबह 7 से 9 बजे तक 15–20 मिनट सूरज की रोशनी लेना विटामिन D का सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है।

2. अंडे की ज़र्दी (Egg Yolk):

अंडे की ज़र्दी में विटामिन D होता है, जो शरीर को आवश्यक पोषण देने में मदद करता है।

3. फैटी फिश (Fatty Fish):

सालमन, टूना और मैकेरल जैसी मछलियों में विटामिन D भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

4. मशरूम:

कुछ प्रकार के मशरूम जैसे कि UV-exposed मशरूम में प्राकृतिक रूप से विटामिन D होता है।

5. फोर्टिफाइड फूड्स:

आजकल बाजार में कई फूड्स जैसे दूध, अनाज, संतरे का रस आदि विटामिन D से फोर्टिफाइड आते हैं।

6. कोड लिवर ऑयल (Cod Liver Oil):

यह एक बेहतरीन स्रोत है विटामिन D का, जो इम्‍यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

कब कराएं जांच?

अगर आप उपरोक्त लक्षणों को लंबे समय से महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर विटामिन D की ब्लड टेस्ट (25(OH)D) कराना फायदेमंद रहेगा।

विटामिन D की कमी को नजरअंदाज करना शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए, अपनी डाइट में उचित बदलाव करें, नियमित रूप से धूप में जाएं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट भी लें।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन व स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल के कुशल नेतृत्व में डिजिटल सुशासन की ओर बढ़ते कदम

रायपुर-  छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को पारदर्शी, उत्तरदायी और तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल करते हुए ‘औषधि दर्पण’ नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससीएल) द्वारा विकसित यह ऐप दवा आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करने, निगरानी को मजबूत करने और वितरण व्यवस्था को वास्तविक समय (रियल-टाइम) में संचालित करने हेतु तैयार किया गया है।

‘औषधि दर्पण’ ऐप को ड्रग प्रोक्योरमेंट एंड डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (DPDMIS) के अंतर्गत डिज़ाइन किया गया है। इस सिस्टम के माध्यम से अब राज्य के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में दवाओं की उपलब्धता, उनकी मांग, शिपमेंट, वितरण और भंडारण की स्थिति का सटीक विश्लेषण किया जा सकता है। ऐप का उपयोग मोबाइल, टैबलेट या डेस्कटॉप किसी भी उपकरण पर संभव है, जिससे अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने में सहूलियत होती है और स्वास्थ्य सेवा अधिक लचीली बनती है।

ऐप की सबसे बड़ी विशेषता है इसकी रीयल-टाइम ट्रैकिंग क्षमता, जिससे दवाओं के स्टॉक का निरंतर मूल्यांकन किया जा सकता है। यह न केवल किसी भी प्रकार की कमी या अधिकता से बचाता है, बल्कि समय पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त, ऐप के माध्यम से दवाओं की समाप्ति तिथि की भी निगरानी की जाती है और आवश्यकतानुसार उनका पुनर्वितरण संभव होता है, जिससे दवाओं की बर्बादी को रोका जा सके।

गौरतलब है कि ऐप में जीपीएस ट्रैकिंग प्रणाली एकीकृत की गई है, जिससे दवा वितरण वाहनों की निगरानी भी संभव हो गई है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि दवाएं दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों तक भी सही समय पर पहुँचे। लॉजिस्टिक्स की निगरानी अब राज्य के केंद्रीय गोदामों से लेकर अंतिम डिलीवरी तक की जा रही है।

‘औषधि दर्पण’ ऐप में एक राज्य स्तरीय निगरानी मॉड्यूल भी है, जिससे सभी स्तरों – राज्य, ज़िला, संभाग, निदेशालय और स्थानीय संस्थानों – पर एकीकृत आंकड़ों के आधार पर रणनीतिक निर्णय लिए जा सकते हैं। इससे शासन प्रणाली में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना को बल मिलता है।

इस तकनीकी नवाचार के सामाजिक प्रभाव भी उल्लेखनीय हैं। अब आम जनता को आवश्यक दवाएं समय पर प्राप्त हो रही हैं। डॉक्टर और फार्मासिस्ट अब दवा प्रबंधन की चिंताओं से मुक्त होकर सेवा गुणवत्ता पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं। विशेष रूप से आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित और भरोसेमंद दवा आपूर्ति एक बड़ी उपलब्धि है।

सीजीएमएससीएल की प्रबंध निदेशक पद्मिनी भोई ने कहा, “‘औषधि दर्पण’ एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो छत्तीसगढ़ की दवा आपूर्ति प्रणाली को पूरी तरह पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। रियल-टाइम डेटा के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर पा रहे हैं कि दवाएं समय पर हर जरूरतमंद तक पहुँचे। इससे जनविश्वास भी और मजबूत हुआ है।”

यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध है और इसे राज्य भर के सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में लागू कर दिया गया है। आमजन या अधिकारी अधिक जानकारी के लिए https://dpdmis.in पोर्टल पर भी जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल डिजिटल सुशासन के क्षेत्र में एक आदर्श उदाहरण है, जो भविष्य में अन्य राज्यों के लिए भी मार्गदर्शक बन सकती है।

झूठ बोल रहा है पाक, सेना ने वीडियो दिखाकर बताया भारतीय वायुसेना को नहीं हुआ कोई नुकसान

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ाती ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष का आज चौथा दिन है। लगातार चार दिनों से पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली नीती अपनाई जा रही है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को लेकर विदेश सचिव मिसरी ने ताजा अपडेट दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान की गतिविधि उकसाने वाली और एस्केलेट करने वाली है। आज सुबह भी यही हु़आ। भारत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

'पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।

'पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा'

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत द्वारा अमृतसर की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।

भारतमाला परियोजना घोटाला: जमीन दलाल हरमीत सिंह 14 मई तक न्यायिक हिरासत में, EOW की जांच जारी

रायपुर- भारतमाला परियोजना से जुड़े 48 करोड़ रुपये के घोटाले में फंसे जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा को 14 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने पूछताछ पूरी होने के बाद शुक्रवार को उन्हें विशेष न्यायालय में पेश किया, जहां अदालत ने उसे जेल भेजने की मांग को स्वीकार कर लिया.

ईओडब्ल्यू ने की थी बड़ी कार्रवाई

बता दें कि 25 अप्रैल को ईओडब्ल्यू ने घोटाले की जांच के तहत प्रदेशभर में 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापों के अगले ही दिन यानी 26 अप्रैल को जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा, केदार तिवारी, उसकी पत्नी उमा तिवारी और विजय जैन को गिरफ्तार कर 1 मई तक रिमांड पर लिया गया था.

पहले से जेल में हैं बाकी आरोपी

हरमीत सिंह को छोड़ अन्य तीनों आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका था. अब पूछताछ पूरी होने के बाद हरमीत सिंह को भी 14 मई तक के लिए जेल भेज दिया गया है. ईओडब्ल्यू के मुताबिक मामले की जांच अब भी जारी है.

और नाम आ सकते हैं सामने

ईओडब्ल्यू इस घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों की तलाश कर रही है. जांच के दौरान और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं तथा घोटाले से जुड़े नए खुलासों की संभावना जताई जा रही है.

क्या है भारतमाला परियोजना का मुआवजा घोटाला?

छत्तीसगढ़ में भारतमाला परियोजना के तहत राजधानी रायपुर से विशाखपट्टनम तक 950 कि.मी. सड़क निर्माण किया जा रहा है. इस परियोजना में रायपुर से विशाखापटनम तक फोरलेन सड़क और दुर्ग से आरंग तक सिक्स लेन सड़क बनना प्रस्तावित है. इस सड़क के निर्माण के लिए सरकार ने कई किसानों की जमींने अधिग्रहित की हैं. इसके एवज में उन्हें मुआवजा दिया जाना है, लेकिन कई किसानों को अब भी मुआवजा नहीं मिल सका है. विधानसभा बजट सत्र 2025 के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद इस मामले में जांच का फैसला लिया गया.

पाकिस्तान को मिला IMF से मिला लोन, भारत ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा

#imfmeetingindiaexposespakistanonterror_funding

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का फंड तत्काल जारी कर दिया है। पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलने में कसर नहीं छोड़ी। भारत ने पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकार्ड हवाला देते हुए आईएमएफ फंड का दुरुपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में किए जाने की आशंका जताई।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्यों नहीं किया वोट?

पाकिस्तान के दो लोन प्रोग्राम को मंजूर करने के लिए 9 मई को वोटिंग हुई। वोटिंग में पाकिस्तान को दो ऋण कार्यक्रमों के तहत कुल $2.3 बिलियन की वित्तीय सहायता प्रदान करने पर हरी झंडी दे दी गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ में वोट डालने की बजाए वोट ही नहीं डाला। सवाल उठ रहे हैं कि भारत ने ऐसा क्यों किया. अगर वह चाहता तो पाकिस्तान के खिलाफ वोट करके मौजूदा हालात में बदला तो ले ही सकता था लेकिन इसके बाद भी भारत वोटिंग से अलग रहा। दरअसल, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अपनी चिंताओं को बताना ज्यादा पसंद किया।

भारत ने खोली पाकिस्तान के करतूतों की पोल

भारत ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान लंबे समय से आईएमएफ से कर्ज ले रहा है लेकिन आईएमएफ की शर्तों के पालन करने में उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। पिछले 35 सालों में 28 साल पाकिस्तान ने आईएमएफ से कर्ज लिया है। 2019 से पिछले पांच वर्षों में आईएमएफ के चार सहायता कार्यक्रम हुए हैं। अगर पिछली सहायता सफल होती तो पाकिस्तान को एक और बेल-आउट कार्यक्रम के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं होती।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान का रिकॉर्ड बताता है कि या तो आईएमएफ के कार्यक्रम ठीक से नहीं बनाए गए या उनकी निगरानी ठीक से नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने उन्हें ठीक से लागू नहीं किया। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना आर्थिक मामलों में हस्ताक्षेप करती है। इससे नीतिगत चूक और सुधारों के उलट होने का जोखिम बढ़ गया है। वहां भले ही अभी आम नागरिकों की सरकार है लेकिन पाकिस्तानी सेना घरेलू राजनीति में बड़ी भूमिका निभाती है और अर्थव्यवस्था में भी दखल रखती है।2021 की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सेना से जुड़े व्यवसायों को "पाकिस्तान में सबसे बड़ा समूह" बताया गया था। हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि पाकिस्तानी सेना अब स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल की भूमिका निभा रही है।

‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत’

भारत ने आईएमएफ संसाधनों के दीर्घकालिक उपयोग के मूल्यांकन पर आईएमएफ रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने में राजनीतिक बातों का ध्यान रखा जाता है। बार-बार कर्ज लेने से पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है। भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत है। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा और फंडिंग करने वाली एजेंसियों और दानदाताओं की छवि खराब होगी।

भारत ने जताई पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किए जाने आशंका

भारत ने कहा कि आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है। आईएमएफ के नियम और प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि वह कुछ नहीं कर सकता। भारत ने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों को अपनी प्रक्रियाओं में नैतिक मूल्यों को भी शामिल करना चाहिए। आईएमएफ ने भारत के बयान और मतदान से दूर पर ध्यान दिया है।

*स्वास्थ्य सेवाएं की बुनियादी हकीकत जानने पहुंची सनबीम स्कूल के छात्र छात्राएं,स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के प्रोफेसरों ने दी जानकारी*
*चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी हाल जानने पहुंचे सनबीम स्कूल के छात्र छात्राएं स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा दी गई विस्तृत जानकारी*

सुल्तानपुर,चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी हाल जानने के लिए सनबीम स्कूल सुल्तानपुर के कक्षा 11 (गणित और जीव विज्ञान स्ट्रीम) के छात्रों को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (ASMC) सुल्तानपुर लाया गया। इस दौरान उन्हें चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ। जहां मौजूद संकाय सदस्यों ने बच्चों के साथ बातचीत कर ASMC सुल्तानपुर में पेश किए जाने वाले MBBS कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डॉ पायल सिंह ने बताया कि बच्चों के इस भ्रमण कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में उनके भविष्य के शैक्षणिक और कैरियर विकल्पों को प्रेरित करना है,बच्चों के इस भ्रमण कार्यक्रम से सीखने और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटते हैं* ,वही विषयों की गहरी समझ को बढ़ावा देते हुए छात्रों को उनकी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। इस मौके पर एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फिजियोलॉजी और कम्युनिटी मेडिसिन जैसे विभिन्न विभागों के संकाय उपस्थित थे, जिन्होंने अपने संकाय विभागों के बारे में बच्चों को विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की, वही सहायक प्रोफेसर डॉ अंशुमान, डॉ सुरेंद्र, डॉ प्रतिभा, डॉ सबाहत, डॉ स्वाति, डॉ अभिषेक और डॉ पायल ने भी बच्चों को विभाग और विषयों के बारे में बताया।
शराब घोटाला मामला: अनवर ढेबर की याचिका पर 23 मई को सुनवाई, 8 डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाने की मांग, इधर कवासी लखमा की भी बढ़ी रिमांड

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद अनवर ढेबर द्वारा आठ डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाए जाने की मांग की थी. इस आवेदन पर अब 23 मई को सुनवाई होगी. अनवर ढेबर का आरोप है कि ईओडब्लू ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए उन्हें झूठे प्रकरण में फंसाया है. विशेष न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले की सुनवाई को 14 दिन के लिए टाल दिया है.


इन डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाए जाने की है मांग

अनवर ढेबर ने अपनी याचिका में जिन 8 डिस्टलरी संचालकों को घोटाले में शामिल बताते हुए आरोपी बनाने की मांग की है, उनमें वेलकम डिस्टलरी, भाटिया वाइन मर्चेंट, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, मैसर्स नेक्स्ट जेनरेशन, दिशिता वेंचर्स, ओम साईं बेवरेज, सिद्धार्थ सिंघानिया और मैसर्स टाप सिक्योरिटी डिस्टलरी के संचालक शामिल हैं. विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद सुनवाई को 14 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया है.

कवासी लखमा की रिमांड भी बढ़ी

इसके साथ ही शराब मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री एवं सुकमा विधायक कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड को भी 23 मई तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.

मध्यान भोजन रसोइया महासंघ ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव को लिखा पत्र, घोषणा पत्र में शामिल 50 फीसदी वेतन वृद्धि के वादे को पूरा करने की उठाई मांग

रायपुर- छत्तीसगढ़ मध्यान भोजन रसोइया महासंघ ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान घोषित ‘मोदी की गारंटी’ के तहत रसोइयों के मानदेय में 50 प्रतिशत वृद्धि की मांग की गई है। महासंघ ने यह भी बताया कि पिछले 8 वर्षों से इस दर में कोई वृद्धि नहीं की गई है। सरकार से अपील की है कि आगामी 2025 बजट सत्र में रसोइयों के न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि की जाए।

पत्र में लिखा कि प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रो के मैदानी (ग्रामीण) व वन (ग्रामीण) क्षेत्र के भु भाग में स्थित समस्त शासकीय शालाओं में 87500 रसोईयों से छात्रों के भोजन निर्माण का कार्य लिया जाता है। हम सब रसोईया सरकार से मोदी की गारंटी विधानसभा चुनावी घोषणा पत्र 2023 में किये गए 50% वेतन वृद्धि के वादे को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग करते है।

हमें वेतन वृद्धि प्रदान करने के लिए सरकार को केंद्र सरकार से भी आर्थिक मदद के लिए मांग नहीं करनी पड़ेगी। यदि सरकार वर्तमान श्रम आयुक्त दर में न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि कर देती है। न्यूनतम मजदूरी श्रम आयुक्त दर में वृद्धि का नियम है, जिसे पिछली सरकार ने लागू नहीं किया, 8 वर्ष लगभग हो चुका है। हर 5 वर्ष में पिछली भाजपा सरकार नियमानुसार वृद्धि कर देती थी। इस श्रम आयुक्त दर के मजदूरी के आधार पर समस्त जिलों के जिलाधीश अपने-अपने जिलों में कलेक्टर दर घोषित करते है।

“रसोईयों की मांग पूर्ण करने तत्काल न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि आगामी 2025 बजट सत्र में छत्तीसगढ़ सरकार को करना होगा।” उन्होंने यह भी मांग की है कि रसोइयों को मासिक वेतन का भुगतान प्रत्येक माह एक निर्धारित तिथि तक सुनिश्चित रूप से किया जाए। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग को आवश्यक निर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया है।

भारत के खिलाफ पाक ने हाई स्पीड मिसाइल का किया इस्तेमाल, जवाबी कार्रवाई में सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार चौथे दिन विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भारतीय थल सेना की कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ़िंग की। कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने शनिवार को प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए गए हमलों की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान का आक्रामक रुख जारी रहा और उसने भारतीय सेना को निशाना बनाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए।

'पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया'

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पूरे पश्चिमी सीमा पर लड़ाकू विमानों, लॉन्ग रेंज म्यूनिशन और ड्रोन्स से हमला किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, भारतीय सेना ने अधिकतर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने सुबह हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन पर हमले की कोशिश की। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा और आदमपुर सैन्य हवाई अड्डों के साज़ो-सामान और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सैन्य अड्डे पर रात एक बजकर 40 मिनट पर हाई स्पीड मिसाइल दागी गई। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि भारत ने इस मिसाइल को निष्क्रिय कर दिया।

'पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना'

पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई। श्रीनगर, अवंतीपोरा में भी चिकित्सीय और स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के हथियार भंडार गृह, तकनीकी इंफ्रास्टक्चर, कमांड सेंटर को निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना को काफी क्षति पहुंचाई।

'पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक'

कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने बताया, पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशंस, कमांड एंड कंट्रोल स्टेशन, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनिया में स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पसरूर में स्थित रडार साइट और सियालकोट के एविएशन बेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इन सभी जवाबी कार्रवाइयों के लिए यह भी सुनिश्चित किया कि कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम लोगों को कम से कम नुक़सान) हो।

'पाकिस्तानी आर्मी भारत सीमा की ओर बढ़ रही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी को आगे के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को ले जाते हुए देखा गया है, जिससे पता चलता है कि वे और अधिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और आनुपातिक रूप से जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने गैर-वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते कि पाकिस्तानी पक्ष भी ऐसा ही करे। इसका मतलब है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान हमला करता है तो वह जवाब देने के लिए तैयार है।

पटना के दनियावां में खुला 'चिल्ली एक्सप्रेस', अब यहीं मिलेगा शहर जैसा स्वाद, केबिन की सुविधा भी उपलब्ध, घर बैठे भी कर सकते हैं फ्री में ऑर्डर
पटना: मछली और चावल के लिए देशभर में अपनी खास पहचान रखने वाला दनियावां प्रखंड अब नए स्वाद का केंद्र बनने की राह पर है। शनिवार को प्रखंड के न्यू बायपास रोड NH 30A पर आधुनिक सुविधाओं से लैस रेस्टोरेंट 'चिल्ली एक्सप्रेस' का भव्य शुभारंभ हुआ। स्थानीय पूर्व विधायक रणविजय सिंह उर्फ लल्लू मुखिया ने फीता काटकर इसका उद्घाटन किया। अब दनियावां और आसपास के लोगों को विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने के लिए शहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। 'चिल्ली एक्सप्रेस' में चाऊमीन, रोल, पिज़्ज़ा, चिल्ली, फ्रेंच फ्राइज, पकौड़ा, पराठा, ऑमलेट, मैगी, सूप्स, राइस, मंचूरियन, बर्गर और मोमो जैसे अनेक लोकप्रिय व्यंजन उपलब्ध हैं। इस अवसर पर पूर्व विधायक लल्लू मुखिया ने कहा कि "हम लोग अक्सर इस तरह के प्रतिष्ठान पटना में देखा करते थे। सुजीत बाबू ने दनियावां में इसे खोलकर सराहनीय कार्य किया है। अब यहां के लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है, उन्हें यहीं पर उच्च गुणवत्ता वाले व्यंजन मिलेंगे।"

'चिल्ली एक्सप्रेस' ग्राहकों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रख रहा है। यहां फ्री होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है, जिससे लोग घर बैठे ही अपने पसंदीदा व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। गर्मी को देखते हुए रेस्टोरेंट में चार आरामदायक केबिन बनाए गए हैं, जिनमें एयर कंडीशनिंग की व्यवस्था है। इतना ही नहीं, यदि कोई ग्राहक 1000 रुपए या उससे अधिक का होम डिलीवरी ऑर्डर करता है, तो उसे 'चिल्ली एक्सप्रेस' की ओर से 10% की विशेष छूट भी मिलेगी।
प्रतिष्ठान के ऑनर सुजीत कुमार ने बताया कि उनका लक्ष्य दनियावां के लोगों को शहर जैसे स्वाद और सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने यह भी बताया कि ग्राहक 9128666600 पर कॉल करके भी अपना ऑर्डर दे सकते हैं और उन्हें सुपरफास्ट डिलीवरी मिलेगी।
'चिल्ली एक्सप्रेस' के खुलने से दनियावां के लोगों में खासा उत्साह है। अब उन्हें अपने पसंदीदा फास्ट फूड और अन्य व्यंजनों के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। यह नया प्रतिष्ठान निश्चित रूप से दनियावां की बदलती पहचान में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ेगा।
अगर बार - बार बीमार पड़ रहे हैं ?विटामिन डी की कमी कर रही हैं इम्यून सिस्टम को कमजोर,तो अपने डायट में इन चीजों को करे शामिल।


आज के समय में जब हर तरफ बीमारियों का खतरा बना रहता है, तो इम्‍यूनिटी यानी प्रतिरक्षा प्रणाली का मजबूत होना बहुत जरूरी है। यदि बार-बार सर्दी-जुकाम, थकान, या संक्रमण हो रहे हैं, तो इसकी एक बड़ी वजह विटामिन D की कमी हो सकती है। यह विटामिन न केवल हड्डियों को मजबूत करता है, बल्कि इम्‍यून सिस्टम को सक्रिय और संतुलित रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।

विटामिन D की कमी के लक्षण:

बार-बार बीमार पड़ना

हड्डियों या मांसपेशियों में दर्द

थकान या कमजोरी

बाल झड़ना

मूड स्विंग्स या डिप्रेशन जैसा महसूस होना

क्यों जरूरी है विटामिन D?

विटामिन D हमारे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं। इसके अलावा, यह श्वेत रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) की क्रियाशीलता को बढ़ाता है, जो शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करती हैं।

डाइट में इन चीजों को करें शामिल:

1. सूरज की रोशनी:

सुबह 7 से 9 बजे तक 15–20 मिनट सूरज की रोशनी लेना विटामिन D का सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है।

2. अंडे की ज़र्दी (Egg Yolk):

अंडे की ज़र्दी में विटामिन D होता है, जो शरीर को आवश्यक पोषण देने में मदद करता है।

3. फैटी फिश (Fatty Fish):

सालमन, टूना और मैकेरल जैसी मछलियों में विटामिन D भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

4. मशरूम:

कुछ प्रकार के मशरूम जैसे कि UV-exposed मशरूम में प्राकृतिक रूप से विटामिन D होता है।

5. फोर्टिफाइड फूड्स:

आजकल बाजार में कई फूड्स जैसे दूध, अनाज, संतरे का रस आदि विटामिन D से फोर्टिफाइड आते हैं।

6. कोड लिवर ऑयल (Cod Liver Oil):

यह एक बेहतरीन स्रोत है विटामिन D का, जो इम्‍यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

कब कराएं जांच?

अगर आप उपरोक्त लक्षणों को लंबे समय से महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर विटामिन D की ब्लड टेस्ट (25(OH)D) कराना फायदेमंद रहेगा।

विटामिन D की कमी को नजरअंदाज करना शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए, अपनी डाइट में उचित बदलाव करें, नियमित रूप से धूप में जाएं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट भी लें।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन व स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल के कुशल नेतृत्व में डिजिटल सुशासन की ओर बढ़ते कदम

रायपुर-  छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को पारदर्शी, उत्तरदायी और तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल करते हुए ‘औषधि दर्पण’ नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससीएल) द्वारा विकसित यह ऐप दवा आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करने, निगरानी को मजबूत करने और वितरण व्यवस्था को वास्तविक समय (रियल-टाइम) में संचालित करने हेतु तैयार किया गया है।

‘औषधि दर्पण’ ऐप को ड्रग प्रोक्योरमेंट एंड डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (DPDMIS) के अंतर्गत डिज़ाइन किया गया है। इस सिस्टम के माध्यम से अब राज्य के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में दवाओं की उपलब्धता, उनकी मांग, शिपमेंट, वितरण और भंडारण की स्थिति का सटीक विश्लेषण किया जा सकता है। ऐप का उपयोग मोबाइल, टैबलेट या डेस्कटॉप किसी भी उपकरण पर संभव है, जिससे अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने में सहूलियत होती है और स्वास्थ्य सेवा अधिक लचीली बनती है।

ऐप की सबसे बड़ी विशेषता है इसकी रीयल-टाइम ट्रैकिंग क्षमता, जिससे दवाओं के स्टॉक का निरंतर मूल्यांकन किया जा सकता है। यह न केवल किसी भी प्रकार की कमी या अधिकता से बचाता है, बल्कि समय पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त, ऐप के माध्यम से दवाओं की समाप्ति तिथि की भी निगरानी की जाती है और आवश्यकतानुसार उनका पुनर्वितरण संभव होता है, जिससे दवाओं की बर्बादी को रोका जा सके।

गौरतलब है कि ऐप में जीपीएस ट्रैकिंग प्रणाली एकीकृत की गई है, जिससे दवा वितरण वाहनों की निगरानी भी संभव हो गई है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि दवाएं दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों तक भी सही समय पर पहुँचे। लॉजिस्टिक्स की निगरानी अब राज्य के केंद्रीय गोदामों से लेकर अंतिम डिलीवरी तक की जा रही है।

‘औषधि दर्पण’ ऐप में एक राज्य स्तरीय निगरानी मॉड्यूल भी है, जिससे सभी स्तरों – राज्य, ज़िला, संभाग, निदेशालय और स्थानीय संस्थानों – पर एकीकृत आंकड़ों के आधार पर रणनीतिक निर्णय लिए जा सकते हैं। इससे शासन प्रणाली में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना को बल मिलता है।

इस तकनीकी नवाचार के सामाजिक प्रभाव भी उल्लेखनीय हैं। अब आम जनता को आवश्यक दवाएं समय पर प्राप्त हो रही हैं। डॉक्टर और फार्मासिस्ट अब दवा प्रबंधन की चिंताओं से मुक्त होकर सेवा गुणवत्ता पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं। विशेष रूप से आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित और भरोसेमंद दवा आपूर्ति एक बड़ी उपलब्धि है।

सीजीएमएससीएल की प्रबंध निदेशक पद्मिनी भोई ने कहा, “‘औषधि दर्पण’ एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो छत्तीसगढ़ की दवा आपूर्ति प्रणाली को पूरी तरह पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। रियल-टाइम डेटा के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर पा रहे हैं कि दवाएं समय पर हर जरूरतमंद तक पहुँचे। इससे जनविश्वास भी और मजबूत हुआ है।”

यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध है और इसे राज्य भर के सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में लागू कर दिया गया है। आमजन या अधिकारी अधिक जानकारी के लिए https://dpdmis.in पोर्टल पर भी जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल डिजिटल सुशासन के क्षेत्र में एक आदर्श उदाहरण है, जो भविष्य में अन्य राज्यों के लिए भी मार्गदर्शक बन सकती है।

झूठ बोल रहा है पाक, सेना ने वीडियो दिखाकर बताया भारतीय वायुसेना को नहीं हुआ कोई नुकसान

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ाती ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष का आज चौथा दिन है। लगातार चार दिनों से पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली नीती अपनाई जा रही है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को लेकर विदेश सचिव मिसरी ने ताजा अपडेट दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान की गतिविधि उकसाने वाली और एस्केलेट करने वाली है। आज सुबह भी यही हु़आ। भारत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

'पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।

'पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा'

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत द्वारा अमृतसर की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।

भारतमाला परियोजना घोटाला: जमीन दलाल हरमीत सिंह 14 मई तक न्यायिक हिरासत में, EOW की जांच जारी

रायपुर- भारतमाला परियोजना से जुड़े 48 करोड़ रुपये के घोटाले में फंसे जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा को 14 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने पूछताछ पूरी होने के बाद शुक्रवार को उन्हें विशेष न्यायालय में पेश किया, जहां अदालत ने उसे जेल भेजने की मांग को स्वीकार कर लिया.

ईओडब्ल्यू ने की थी बड़ी कार्रवाई

बता दें कि 25 अप्रैल को ईओडब्ल्यू ने घोटाले की जांच के तहत प्रदेशभर में 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापों के अगले ही दिन यानी 26 अप्रैल को जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा, केदार तिवारी, उसकी पत्नी उमा तिवारी और विजय जैन को गिरफ्तार कर 1 मई तक रिमांड पर लिया गया था.

पहले से जेल में हैं बाकी आरोपी

हरमीत सिंह को छोड़ अन्य तीनों आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका था. अब पूछताछ पूरी होने के बाद हरमीत सिंह को भी 14 मई तक के लिए जेल भेज दिया गया है. ईओडब्ल्यू के मुताबिक मामले की जांच अब भी जारी है.

और नाम आ सकते हैं सामने

ईओडब्ल्यू इस घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों की तलाश कर रही है. जांच के दौरान और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं तथा घोटाले से जुड़े नए खुलासों की संभावना जताई जा रही है.

क्या है भारतमाला परियोजना का मुआवजा घोटाला?

छत्तीसगढ़ में भारतमाला परियोजना के तहत राजधानी रायपुर से विशाखपट्टनम तक 950 कि.मी. सड़क निर्माण किया जा रहा है. इस परियोजना में रायपुर से विशाखापटनम तक फोरलेन सड़क और दुर्ग से आरंग तक सिक्स लेन सड़क बनना प्रस्तावित है. इस सड़क के निर्माण के लिए सरकार ने कई किसानों की जमींने अधिग्रहित की हैं. इसके एवज में उन्हें मुआवजा दिया जाना है, लेकिन कई किसानों को अब भी मुआवजा नहीं मिल सका है. विधानसभा बजट सत्र 2025 के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद इस मामले में जांच का फैसला लिया गया.

पाकिस्तान को मिला IMF से मिला लोन, भारत ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा

#imfmeetingindiaexposespakistanonterror_funding

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का फंड तत्काल जारी कर दिया है। पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलने में कसर नहीं छोड़ी। भारत ने पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकार्ड हवाला देते हुए आईएमएफ फंड का दुरुपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में किए जाने की आशंका जताई।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्यों नहीं किया वोट?

पाकिस्तान के दो लोन प्रोग्राम को मंजूर करने के लिए 9 मई को वोटिंग हुई। वोटिंग में पाकिस्तान को दो ऋण कार्यक्रमों के तहत कुल $2.3 बिलियन की वित्तीय सहायता प्रदान करने पर हरी झंडी दे दी गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ में वोट डालने की बजाए वोट ही नहीं डाला। सवाल उठ रहे हैं कि भारत ने ऐसा क्यों किया. अगर वह चाहता तो पाकिस्तान के खिलाफ वोट करके मौजूदा हालात में बदला तो ले ही सकता था लेकिन इसके बाद भी भारत वोटिंग से अलग रहा। दरअसल, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अपनी चिंताओं को बताना ज्यादा पसंद किया।

भारत ने खोली पाकिस्तान के करतूतों की पोल

भारत ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान लंबे समय से आईएमएफ से कर्ज ले रहा है लेकिन आईएमएफ की शर्तों के पालन करने में उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। पिछले 35 सालों में 28 साल पाकिस्तान ने आईएमएफ से कर्ज लिया है। 2019 से पिछले पांच वर्षों में आईएमएफ के चार सहायता कार्यक्रम हुए हैं। अगर पिछली सहायता सफल होती तो पाकिस्तान को एक और बेल-आउट कार्यक्रम के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं होती।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान का रिकॉर्ड बताता है कि या तो आईएमएफ के कार्यक्रम ठीक से नहीं बनाए गए या उनकी निगरानी ठीक से नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने उन्हें ठीक से लागू नहीं किया। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना आर्थिक मामलों में हस्ताक्षेप करती है। इससे नीतिगत चूक और सुधारों के उलट होने का जोखिम बढ़ गया है। वहां भले ही अभी आम नागरिकों की सरकार है लेकिन पाकिस्तानी सेना घरेलू राजनीति में बड़ी भूमिका निभाती है और अर्थव्यवस्था में भी दखल रखती है।2021 की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सेना से जुड़े व्यवसायों को "पाकिस्तान में सबसे बड़ा समूह" बताया गया था। हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि पाकिस्तानी सेना अब स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल की भूमिका निभा रही है।

‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत’

भारत ने आईएमएफ संसाधनों के दीर्घकालिक उपयोग के मूल्यांकन पर आईएमएफ रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने में राजनीतिक बातों का ध्यान रखा जाता है। बार-बार कर्ज लेने से पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है। भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत है। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा और फंडिंग करने वाली एजेंसियों और दानदाताओं की छवि खराब होगी।

भारत ने जताई पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किए जाने आशंका

भारत ने कहा कि आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है। आईएमएफ के नियम और प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि वह कुछ नहीं कर सकता। भारत ने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों को अपनी प्रक्रियाओं में नैतिक मूल्यों को भी शामिल करना चाहिए। आईएमएफ ने भारत के बयान और मतदान से दूर पर ध्यान दिया है।

*स्वास्थ्य सेवाएं की बुनियादी हकीकत जानने पहुंची सनबीम स्कूल के छात्र छात्राएं,स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के प्रोफेसरों ने दी जानकारी*
*चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी हाल जानने पहुंचे सनबीम स्कूल के छात्र छात्राएं स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा दी गई विस्तृत जानकारी*

सुल्तानपुर,चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी हाल जानने के लिए सनबीम स्कूल सुल्तानपुर के कक्षा 11 (गणित और जीव विज्ञान स्ट्रीम) के छात्रों को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (ASMC) सुल्तानपुर लाया गया। इस दौरान उन्हें चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ। जहां मौजूद संकाय सदस्यों ने बच्चों के साथ बातचीत कर ASMC सुल्तानपुर में पेश किए जाने वाले MBBS कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डॉ पायल सिंह ने बताया कि बच्चों के इस भ्रमण कार्यक्रम का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में उनके भविष्य के शैक्षणिक और कैरियर विकल्पों को प्रेरित करना है,बच्चों के इस भ्रमण कार्यक्रम से सीखने और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटते हैं* ,वही विषयों की गहरी समझ को बढ़ावा देते हुए छात्रों को उनकी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। इस मौके पर एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फिजियोलॉजी और कम्युनिटी मेडिसिन जैसे विभिन्न विभागों के संकाय उपस्थित थे, जिन्होंने अपने संकाय विभागों के बारे में बच्चों को विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की, वही सहायक प्रोफेसर डॉ अंशुमान, डॉ सुरेंद्र, डॉ प्रतिभा, डॉ सबाहत, डॉ स्वाति, डॉ अभिषेक और डॉ पायल ने भी बच्चों को विभाग और विषयों के बारे में बताया।
शराब घोटाला मामला: अनवर ढेबर की याचिका पर 23 मई को सुनवाई, 8 डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाने की मांग, इधर कवासी लखमा की भी बढ़ी रिमांड

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद अनवर ढेबर द्वारा आठ डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाए जाने की मांग की थी. इस आवेदन पर अब 23 मई को सुनवाई होगी. अनवर ढेबर का आरोप है कि ईओडब्लू ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए उन्हें झूठे प्रकरण में फंसाया है. विशेष न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मामले की सुनवाई को 14 दिन के लिए टाल दिया है.


इन डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाए जाने की है मांग

अनवर ढेबर ने अपनी याचिका में जिन 8 डिस्टलरी संचालकों को घोटाले में शामिल बताते हुए आरोपी बनाने की मांग की है, उनमें वेलकम डिस्टलरी, भाटिया वाइन मर्चेंट, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, मैसर्स नेक्स्ट जेनरेशन, दिशिता वेंचर्स, ओम साईं बेवरेज, सिद्धार्थ सिंघानिया और मैसर्स टाप सिक्योरिटी डिस्टलरी के संचालक शामिल हैं. विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद सुनवाई को 14 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया है.

कवासी लखमा की रिमांड भी बढ़ी

इसके साथ ही शराब मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री एवं सुकमा विधायक कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड को भी 23 मई तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.