सातवीं मुहर्रम : इमाम हुसैन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ी सबसे बड़ी जंग

गोरखपुर। गुरुवार ‘जिक्रे शुहदाए कर्बला’ महफिलों के नाम रहा। उलमा किराम ने दीन-ए-इस्लाम, शहादत और कर्बला के बाबत विस्तार से बयान किया। सातवीं मुहर्रम को करीब एक दर्जन से अधिक मस्जिदों में ‘जिक्रे शुहदाए कर्बला’ महफिलों का दौर जारी रहा। मुहर्रम की सातवीं तारीख को जालिम यजीदियों ने हजरत इमाम हुसैन व उनके साथियों के लिए पानी पर रोक लगा दी थी। कर्बला का वाकया सुनकर अकीदतमंद इमाम हुसैन की याद में डूब गए। फातिहा ख्वानी हुई। रहमतनगर में लंगरे हुसैनी बांटा गया। वहीं गौसे आजम फाउंडेशन के समीर अली, मो. फैज, रियाज अहमद, मो. जैद, अमान अहमद, मो. जैद कादरी, अहसन खान ने गोरखनाथ में लंगरे हुसैनी बांटा।

महिलाओं की महफिल में लगा या हुसैन, या हुसैन का नारा

सातवीं मुहर्रम को न्यू कॉलोनी तुर्कमानपुर में मुस्लिम महिलाओं की जिक्रे शुहदाए कर्बला महफिल हुई। महिलाओं की जुबां पे या हुसैन, या हुसैन का नारा जारी रहा। मुख्य वक्ता शिफा खातून ने कहा कि अल्लाह के आखिरी पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी जंग लड़ी और इंसानियत व दीन-ए-इस्लाम को बचाने के लिए अपने साथियों की कुर्बानी दी। शहादत-ए-इमाम हुसैन ने दीन-ए-इस्लाम की अजमत को कयामत तक के लिए बचा लिया। पूरी दुनिया को पैगाम दिया कि अन्याय व जुल्म के सामने सर झुकाने से बेहतर है सर कटा दिया जाए। यह पूरी दुनिया के लिए त्याग व कुर्बानी की बेमिसाल शहादत है। महफिल में सना फातिमा, सादिया नूर, फिजा खातून, शिफा नूर, अलीशा खान, गुल अफ्शा खातून, मुबश्शिरा, मुअज्जमा आदि मौजूद रहीं।

जाफरा बाजार में लगी पोस्टर प्रदर्शनी 'हमारे हैं हुसैन'

जाफरा बाजार में पोस्टर प्रदर्शनी 'हमारे हैं हुसैन' लगाई गई। लोगों को इमाम हुसैन की तालीमात से अवगत कराया गया। कारी मुहम्मद अनस रजवी व हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि जालिम यजीद को सत्य से हमेशा भय रहा, इसलिए अपनी कूटनीति से उसने कर्बला के मैदान में पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के परिवारजन एवं समर्थकों को अपनी फौज से तीन दिनों तक भूखा प्यासा रखने के बाद शहीद करा दिया। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया है कि कोई बंदा मोमिने कामिल तब तक नहीं हो सकता जब तक कि मैं उसको उसकी जान से ज्यादा प्यारा न हो जाऊं और मेरी औलाद उसको अपनी जान से ज्यादा प्यारी न हो और मेरे घराने वाले उसको अपने घराने वालों से ज्यादा महबूब न हों।

महफिल जिक्रे शुहदाए कर्बला जारी

गाजी मस्जिद गाजी रौजा में महफिल जिक्रे शुहदाए कर्बला के तहत मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि अहले बैत (पैगंबर के घर वाले) से मुहब्बत करने वाला जन्नत में जाएगा। हजरत इमाम हुसैन की शहादत हमें इंसानियत का शिक्षा देती है। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि जो शख्स अहले बैत से दुश्मनी रखता है वह मुनाफिक है।

रसूलपुर जामा मस्जिद में मौलाना जहांगीर अहमद ने कहा कि इस्लाम की तारीख शहादतों से भरी पड़ी है। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए इस्लाम को समझना है तो पहले कर्बला को जानना बेहद जरूरी है। इमाम हुसैन हक की जंग तभी जीत गए थे जब सिपहसालार ‘हुर' यजीद की हजारों की फौज छोड़कर मुट्ठी भर हुसैनी लश्कर में अपने बेटों के साथ शामिल हो गए थे। हुर जानते थे कि इमाम हुसैन की तरफ जन्नती लोग हैं और यजीद की तरफ जहन्नमी लोग हैं।

गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद ने कहा कि इमाम हुसैन के साथ मक्का शरीफ से इराक की ओर सफर करने वालों में आपके तीन पुत्र हजरत अली औसत (इमाम जैनुल आबेदीन), हजरत अली अकबर, छह माह के हजरत अली असगर शामिल थे। इमाम हुसैन के काफिले में कुल 91 लोग थे। जिसमें 19 अहले बैत (पैगंबरे इस्लाम के घर वाले) और अन्य 72 जांनिसार थे। अंत में दरूदो सलाम पढ़कर मुल्क में अमन, अमान व तरक्की की दुआ मांगी गई।

एसआई पर एक लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप, पीड़ित ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

सम्भल। थाना हजरत नगर गढ़ी, सम्भल में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 45/2025 की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक सुनील कुमार पर एक लाख रुपये की ठगी और मामले की जांच में पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया गया है।प्रकरण में पीड़ित मोहम्मद फिरोज खान हिंदुस्तानी, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी हैं, ने इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर जांच की मांग की है।

आरोपी से गिरफ्तारी के नाम पर मांगे पैसे

पत्र के अनुसार, मुकदमे की विवेचना कर रहे एसआई सुनील कुमार ने आरोपित की गिरफ्तारी के नाम पर मोहम्मद फिरोज से एक लाख रुपये की रकम ले ली, लेकिन न तो गिरफ्तारी की और न ही रकम वापस की। जब फिरोज ने दोबारा संपर्क किया तो एसआई ने उनका मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप ब्लॉक कर दिया।

झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप

फिरोज खान ने यह भी आरोप लगाया है कि एसआई सुनील कुमार ने आरोपी से मिलकर फिरोज और उनके परिजनों के खिलाफ झूठे व फर्जी मुकदमे दर्ज कराने की साजिश रची। उन्होंने बताया कि इसी थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति शाहरुख पुत्र महबूब के जरिए झूठी शिकायतें कराई गईं, जिनकी जांच भी खुद सुनील कुमार ही कर रहे हैं।

न्याय की उम्मीद खत्म, विवेचना अन्य थाने को सौंपी जाए

पीड़ित ने यह भी बताया कि वह 26 मई को मुरादाबाद आईजी और 3 जून को सम्भल एसपी से मिलकर इस पूरे प्रकरण की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए उन्होंने मुकदमे की विवेचना हजरत नगर गढ़ी से हटाकर किसी अन्य थाने को सौंपने की मांग की है।

उच्च अधिकारियों से की यह मांगें

विवेचक द्वारा लिए गए एक लाख रुपये वापस कराए जाएं।

विवेचना किसी अन्य थाने या अधिकारी को सौंपे जाने का आदेश हो।

विवेचक सुनील कुमार के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कर सख्त कार्रवाई हो।

पुलिस विभाग की निष्पक्षता और ईमानदारी की सार्वजनिक छवि सुरक्षित रखी जाए।

दस्तावेज भी भेजे गए साथ

प्रार्थना पत्र के साथ शिकायतकर्ता ने विवेचना स्थानांतरण हेतु उच्च अधिकारियों को पूर्व में दिए गए प्रार्थना पत्रों की छायाप्रति,मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल व चैट स्क्रीनशॉट,

और आरोपी द्वारा किए गए व्यवहार से जुड़े डिजिटल साक्ष्य भी संलग्न किए हैं।

जोशीली अपील

"भ्रष्ट कर्मचारियों को सेवाओं से मुक्त करो योगीजी!"

पत्र के अंत में फिरोज खान ने भावनात्मक अपील करते हुए लिखा –

"बहन-बेटियों, वंचितों व शोषितों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी। नौकरशाही के भ्रष्टाचार से प्रदेश को मुक्त कर सच्चे सुशासन की स्थापना हो।"

*भदोही में इंडिया कार्पेट एक्सपो की नई तारीख:11-14 अक्टूबर को होगा आयोजन, अंतरराष्ट्रीय स्थिति के चलते बदला कार्यक्रम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सितंबर में भदोही में प्रस्तावित इंडिया कारपेट एक्सपो को एक महीने के लिए टाल दिया गया है। कारपेट एक्सपो पहले 18 से 21 सितंबर तक होना था, लेकिन अब यह 11 से 14 अक्तूबर को प्रस्तावित कर दिया गया है। यह निर्णय भदोही में हुए कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के बोर्ड बैठक में लिया गया। बोर्ड सदस्य ने कहा कि यह फैसला दुनिया में हालात ठीक नहीं होने तथा आयातकों से मिले फीडबैक के आधार पर लिया गया है। बैठक में परिषद के नए बाईलाज के अनुसार चुनाव कराने, कालीन मेले में मुख्यमंत्री को निमंत्रण देने सहित अन्य कई विषयों पर भी चर्चा हुई।

परिषद की प्रशासनिक समिति के सदस्य इम्तीयाज अंसारी ने बताया कि बोर्ड बैठक में चेयरमैन कुलदीप राज वाटल भी सम्मिलित हुए। बैठक में सदस्यों की ओर से आयातकों की ओर आ रहे फीड बैक पर चर्चा की गई। लगभग सभी का मत था कि ईरान-इस्राइल, अमरीका, रूस, यूक्रेन, कतर आदि देशों में हालात ठीक नहीं होने से अधिकतर खरीदार सितंबर में भारत आने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में बोर्ड सदस्यों की सहमति से कालीन मेले को अक्तूबर में आयोजित करने का निर्णय लिया। तय किया कि अब नए सिरे से दुनिया भर के आयातकों को निमंत्रण भेजा जाए साथ ही भारत के निर्यातकों को भी सूचित किया जाए।

बैठक में नए बाइलाज पर विस्तृत चर्चा की गई। तय किया गया कि अक्तूबर में कालीन मेले में आयोजन के बाद परिषद के उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। मार्ट में स्वचालित सीढ़ी लगाने में तेजी लाने के लिए लोगों ने जिलाधिकारी से भी आग्रह किया है। बैठक में परिषद के आय-व्यय समेत अन्य कई बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। बैठक में परिषद की कार्यकारी निदेशक व सचिव डॉ. स्मिता नागरकोटि के अलावा सदस्यगण संजय गुप्ता, रवि पाटोदिया, पीयूष बरनवाल, असलम महबूब, रोहित गुप्ता, शेख आशिक, शौकत खान, दीपक खन्ना, सूर्यमणि तिवारी, मेहराज यासीन आदि लोग थे।

अगर संविधान बचेगा तो देश बचेगा : आरिफ तुर्की

संभल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर चल रहे प्रदेश भर में संविधान बचाओ सम्मेलन व संगठन पर एक कार्यक्रम का आयोजन असमोली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम राया बुजुर्ग में पूर्व प्रत्याशी विधानसभा असमोली हाजी महबूब आलम साहब के आवास पर विधान सभा असमोली व ब्लॉक असमोली के संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी पदाधिकारीयों कार्यकतार्ओं ने संविधान बचाओ सम्मेलन पर अपने-अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए।

जिला अध्यक्ष आरिफ तुर्की ने कहा कि अगर संविधान बचेगा तो देश बचेगा इसलिए देश की आत्मा को बचाने के लिए संविधान को बचाना समय की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार इसको खत्म करने का प्रयास कर रही है। शहर अध्यक्ष संभल शिवकिशोर गौतम जी ने कहा कि देश में वर्तमान सरकार संविधान के मूल ढांचे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पूर्व शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद साहब ने कहा कि कांग्रेस संविधान और आजादी को बचाने की लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। मुख्य अतिथि के रूप में जिला कोआॅर्डिनेटर परवेज आरिफ टीटू जी ने कहा कि भारत का संविधान भारत के हर नागरिक की आवाज है अगर इस आवाज को दबा दिया गया तो हिंदुस्तान गूंगा हो जाएगा। और बीजेपी इसी के लिए प्रयासरत है लेकिन हम उसके मंसूबों में उसे कामयाब नहीं होने देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी मरगूब आलम ने की और संचालन फाजिÞल अंसारी ने किया। इस कार्यक्रम में जिला को-आॅर्डिनेटर परवेज आरिफ टीटू, जिला अध्यक्ष श्री आरिफ तुर्की,संभल शहर अध्यक्ष श्री शिव किशोर गौतम जी,पूर्व शहर अध्यक्ष श्री तौकीर अहमद, निवर्तमान अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष आरिफ तनवीर, असमोली ब्लॉक अध्यक्ष मनोज कुमार,संभल ब्लॉक अध्यक्ष पवन कुमार शर्मा,न्याय पंचायत अध्यक्ष रोहित त्यागी, न्याय पंचायत अध्यक्ष कदीर, नेकपुर न्याय पंचायत अध्यक्ष राहुल चौधरी, भटपुरा न्याय पंचायत अध्यक्ष,आशु पाल, असमोली न्याय पंचायत अध्यक्ष गुरदीप सिंह, हरथला न्याय पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद हसन,सुबहानी भाई मोअज़्जम भाई, अकी़ल भाई, शफी सैफी, इरफान भाई, नुमान तुर्की, मुशर्रफ भाई, इसरार मलिक, गय्यूर भाई, शब्बू भाई सोशल मीडिया आउटरीच जिला अध्यक्ष दिलशाद सैफी हाजी मुस्लिम हाजी अहमद हुसैन वसीम नाजरे आलम अकील अहमद पनसुखा आरिफ फारूक निसार उर्फ भूरा इशरत जहां रानी परवीन आदि मौजूद रहे।

सीईपीसी में अब महिला, युवा उद्यमी और पूर्वोत्तर के निर्यातकों को मिलेगी जगह

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। कालीन निर्यातक संवर्धन परिषद (सीईपीसी) की 18 सदस्यीय टीम में अब महिला, युवा और पूर्वोत्तर के निर्यातकों के अलावा एक्सपोर्ट हाउसेस को भी जगह मिलेगी। इसके अलावा अब किसी चेयरमैन को दो तिहाई बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया जा सकेगा। सीईपीसी के नए बाइलाज में ये महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। नए बाइलाज को भारत सरकार ने स्वीकृति भी दे दी है। सीईपीसी आगामी दो से तीन महीने के भीतर नए बाइलाज के अनुसार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करा सकती है।

 सीईपीसी के नए बाइलाज के अनुसार कोई चेयरमैन चार वर्ष के अंतराल पर ही पुन: उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकेगा। इसके अलावा सीईपीसी में अब उप्र कोटे से 9, शेष भारत कोटे से तीन और कश्मीर कोटे से दो प्रशासनिक सदस्य चुने जाएंगे। सीईपीसी में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर पहले की तरह 18 सदस्य ही होंगे, लेकिन उप्र और शेष भारत की एक-एक सीटें और कश्मीर कोटे की दो सीटें कम कर दूसरे क्षेत्रों से प्रतिनिधि चुने जाने की संस्तुति की गई है। नए बाइलाज के अनुसार सीईपीसी के प्रशासनिक समिति सदस्यों में अब निर्यातकों के अलावा एक महिला उद्यमी, एक सदस्य पूर्वोत्तर व पहाड़ी क्षेत्र से, एक सदस्य किसी ट्रेडिंग या एक्सपोर्ट हाऊस और एक सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र का उद्यमी परिषद में भेजा जाएगा। अब कोई भी प्रशासनिक सदस्य लगातार दो बार ही निर्वाचित हो सकता है। इसके बाद दो वर्ष का गैप होना आवश्यक होगा।

शीघ्र हो सकता है सीईपीसी उपाध्यक्ष का चुनाव

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के प्रशासनिक समिति के सदस्य असलम महबूब ने कहा कि मौजूदा चेयरमैन कुलदीप राज वाटल अंतरिम चेयरमैन हैं। ऐसे में अब नए बाईलाज के लागू होने के बाद सर्वप्रथम उपाध्यक्ष का चुनाव होगा, जो उपाध्यक्ष निर्वाचित होगा। उसे चेयरमैन की बागडौर सौंपी जाएगी। उपाध्यक्ष का चुनाव सीधे आम निर्यातक मतदाता ई-वोटिंग से करेंगे। चेयरमैन की बागडौर सौंपे जाने के बाद जैसे ही उपाध्यक्ष पद रिक्त होगा, तत्काल पुन: नए उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चेयरमैन का कार्यकाल दो वर्ष का होगा और पुन: चार वर्ष के बाद ही पुन: चेयरमैन पद का चुनाव लड़ सकेगा। बताया कि आगामी 30 जून को भदोही में प्रशासनिक समिति की बैठक होने वाली है। इस बैठक में उपाध्यक्ष के चुनाव कराए जाने पर भी चर्चा होगी

अगले महीने शुरू हो सकती है स्टॉल बुकिंग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। 18 से 21 सितंबर तक होने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो के लिए अगले महीने से स्टॉलों की बुकिंग शुरू होगी। भदोही समेत देशभर के कालीन निर्यातक बुकिंग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। दरअसल, कारपेट एक्सपो में फ्लोर प्लान में कुछ विशेष स्थल वाले स्टॉल को लेने की होड़ रहती है। इसलिए निर्यातक बुकिंग खुलने को लेकर बेताब हैं। निर्यातक जाकिर बाबू अंसारी ने कहा कि भले ही कुछ स्टॉल की कीमत पर प्रीमियम देना होता है। लेकिन अच्छे स्पाट वाले स्टॉल लोगों को अधिक आकर्षित करते हैं।

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) ने विदेश से आने वाले आयातकों को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। उधर, सीईपीसी प्रशासनिक समिति के सदस्य असलम महबूब का कहना है कि स्टॉल बुक करने की होड़ रहती है। इसकी जानकारी सीईपीसी को है। बुकिंग में पारदर्शिता बरती जाएगी। पहले फ्लोर प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद ही बुकिंग की तिथि घोषित की जाएगी। यह भी बताया कि बुकिंग शुरू होने के दिन से तीन दिन पूर्व ही देश भर के निर्यातकों को सूचना देने के बाद ही बुकिंग खोली जाएगी। ताकि हर किसी को बुकिंग के लिए समान अवसर मिले।

महबूबा की बेटी इल्तिजा ने पीएम मोदी को कियों दिलाई रूस में दिए बयान की याद?


#iltija_mufti_pm_modi_russia_statement

पाकिस्तान के साथ तनातनी के बीच भारत मॉक ड्रिल की तैयारियों में जुटा है। वहीं, दूसरी ओर जम्‍मू कश्‍मीर की इल्तिजा मुफ्ती ने भारत पाकिस्‍तान दोनों मुल्‍कों के बीच युद्ध न करने की अपील की है। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती ने युद्ध के जम्मू-कश्मीर पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभावों पर चिंता जाहिर करते हुए पीएम नरेन्‍द्र मोदी को उनके रूस में दिए बयान की याद दिलाई है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने जो भी हुआ, बहुत गलत हुआ और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। आतंकवादियों ने जो यहां पर किया, मैं इसकी पुरजोर तरीके से विरोध करती हूं। पहलगाम में जो हुआ, हम सभी का दिल टूटा है। जो तस्वीरें, वीडियो हमारे सामने आईं, उनसे बहुत दुख पहुंचा है। इस हमले में हम सभी ने देखा कि हमारे यहां टूरिस्टों को दिन-दहाड़े मारा गया। हिमांशी नरवाल, शान्या दुबे के लिए हम सभी लोगों को बुरा लगा। इस हमले के बाद हमसे लगातार पूछा जाता है कि क्या आपको बुरा लगा। हमें बुरा क्यों नहीं लगेगा? क्या हम इंसान नहीं हैं? एक कश्मीरी, हिन्दुस्तानी, मुस्लिम होने से पहले हम एक इंसान हैं और जो वहां पर टारगेट किलिंग हुई, सच मानिए दिल टूटा है।

युद्ध कभी भी इसका समाधान नहीं- इल्तिजा

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव है। क्या दोनों देशों के बीच युद्ध होना चाहिए? इस सवाल के जवाब में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती ने कहा कि जब भी युद्ध की बात होती है, तो जम्मू-कश्मीर के लोगों को बहुत तकलीफ़ होती है, क्योंकि हम एक सीमावर्ती राज्य हैं। हम ही हैं जो इसका खामियाज़ा भुगतेंगे और नुकसान भी उठाएंगे। उन्होंने कहा कि युद्ध कभी भी इसका समाधान नहीं है। पिछले साल जब प्रधानमंत्री मोदी रूस गए थे, तो उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि युद्ध का युग खत्म हो चुका है। मेरा मानना है कि अब उन शब्दों को याद करने का समय आ गया है।

पीएम मोदी सिर्फ हिंदू के ही प्रधानमंत्री नहीं-इल्तिजा

पीएम मोदी पर भरोसा के सवालपर उन्होंने एक कश्मीरी के तौर पर मैं काफी निराश हूं। हमें जिस प्रकार से शक की नजर से देखा जाता है। पिछले 10 दिनों में दिल्ली में कश्मीरी छात्रों, बिजनेसमैन को तंग किया जा रहा है। पीएम मोदी हमेशा एक चीज कहते हैं कि दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी। अगर आपको दिल्ली की दूरी कम करनी होगी तो आपके यहां के लोगों से बात करनी ही पड़ेगी। लेकिन, कश्मीर के लोगों से आपने बातचीत करना बंद ही कर दिया है। 2019 में जो हमारे साथ बुरा हुआ, उसके बाद मुसलमान के साथ जो हो रहा है, आपका दिल तो टूटता ही है। पीएम मोदी सिर्फ हिंदू के ही प्रधानमंत्री नहीं, सभी के प्रधानमंत्री हैं। कश्मीर में जो छह साल से चल रहा है, मैं यकीनन काफी निराश हूं।

रायपुर AIIMS के डॉक्टर की कमरे में लटकी मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

रायपुर- राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां कार्यरत डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. यह मामला अमानाका थाना क्षेत्र का है.

मृतक की पहचान 26 वर्षीय डॉ. ए रवि के रूप में हुई है, जो मूलतः आंध्र प्रदेश का निवासी था. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. ए रवि एम्स परिसर के पास बी ब्लॉक, हर्षित टॉवर स्थित फ्लैट नंबर 221 में अकेले रहता था. शनिवार देर रात रवि अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर पंखे से फांसी लगा ली. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है.

पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है. अमानाका थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और डॉक्टर के सहकर्मियों एवं परिजनों से मामले में पूछताछ कर रही है.

आजाद चौक सब डिवीजन सीएसपी अमन झा ने बताया कि 3 मई की दरमियानी रात डॉक्टर के आत्महत्या करने की सूचना प्राप्त हुई थी. मृतक मूलतः महबूब नगर हैदराबाद का निवासी है. परिजनों को सूचित कर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है. आत्महत्या का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है.

वक्फ संशोधन बिल सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र से जुड़ा हुआ एक विषय है : राजेश शुक्ला

सीके सिंह(रूपम)सीतापुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ संशोधन अधिनियम के जन जागरण हेतु भारतीय जनता पार्टी जिला इकाई द्वारा जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला के नेतृत्व में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा लोकतांत्रिक विधियो का पालन करते हुए वक्फ संशोधन अधिनियम का कानून पास कर दिया गया है। दुर्भाग्य का विषय है कि देश और विशेष कर पसमांदा मुसलमान के हित में बनाए गए इस कानून पर विपक्षी दल देश के लोगों खासकर मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर रहे हैं। जबकि यह बिल गरीब मुसलमान के हित का बिल है वक्फ बिल संशोधन के नाम पर मुस्लिम समुदाय का कोई अहित नहीं होने वाला है बल्कि इससे भूमाफियाओं की कमर टूट जाएगी भू माफिया वक्फ के नाम पर बहुत सारी जमीन हड़प कर देश का लंबे समय से नुकसान कर रहे हैं। अब इन जमीनों को संवैधानिक तरीकों से नियम बद्ध किया जाएगा। जिस पर देश के विकास की इबारत लिखी जाएगी।

जिससे गरीब तबके और पसमांदा मुस्लिम समाज के गरीब लोगों को भी लाभ होगा। इस प्रकार वक्फ संशोधन बिल सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र से जुड़ा हुआ एक विषय है। जिससे गरीब मुसलमान और अन्य वर्गों जिनकी जमीन वक्फ का बहाना देकर कब्जा कर ली गई थी उसे नियम बंद करके भू माफियाओं से छुड़ाया जाएगा । जिला अध्यक्ष ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी कोई भी ऐसा कार्य नहीं करती है, जिससे भारत माता के किसी लाल को कोई तकलीफ हो। लेकिन भू माफियाओं और नकारात्मक प्रवृत्ति से कब्जादारी कर रहे लोगों को भारतीय जनता पार्टी कभी क्षमा नहीं करती है। आज वही लोग देश में उक्त कानून के विरोध में नकारात्मक माहौल फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन देश की जनता सब समझती है, उसे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति पर पूर्ण विश्वास है।

राजेश शुक्ला ने यह भी बताया कि वक्फ संशोधन बिल पास हो जाने के बाद कांग्रेस, सपा व बसपा की तुष्टिकरण की राजनीति स्वत: समाप्त हो जाएगी। और देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षित हाथों में स्वयं को गौरवशाली महसूस करेगा। उन्होंने बताया कि वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद अल्पसंख्यक समुदाय में भी विशेष खुशी देखी जा रही है। प्रेस वार्ता में अभियान संयोजक राजेश्वर रस्तोगी, सहसंयोजक उदित वाजपेई, महबूब राजा, विश्राम सागर राठौर ,जया सिंह व कामेश शुक्ला सहित कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे।

पहलगाम पर दिए अपने बयान पर नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपना पक्ष रखा

कहा जिस पर जवाबदेही है वे जवाब नहीं दे रहे है, सवाल दूसरे से किया जा रहा है, मैंने इसी तंज कसा

रांची. पहलगाम पर दिए अपने बयान के संबंध में नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपना पक्ष रखा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि उन्होंने ‘तंज’ की भाषा में हिमाचल प्रदेश के सीएम का इस्तीफा मांगा था। सुदिव्य सोनू ने कहा कि राजनैतिक जमात में तीन तरह के लोग है, पढ़े लिखे लोग, अनपढ़ लोग और उजड्ड लोग। 

28 निर्दोष नागरिको के मारे जाने के बाद भी मीडिया किसी की नैतिकता और जवाबदेही तय नहीं कर पा रही है। पठानकोट एयरबेस हमले के बाद भी जवाबदेही नहीं तय हुई, पुलवामा हमले के समय पर भी केंद्र सरकार से किसी ने सवाल नहीं पूछा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि इतना बड़ा हमला हुआ है, देश शोक में है मगर अबतक देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं की गयी है। बदले हुए ‘नए भारत’ में नेताओ की जवाबदेही तय नहीं होती।

उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने मेरे बयान को फूहड़ बताया। भाजपा से पूछना चाहता हूं कि बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय ने झारखंड से लगने वाली अंतराष्ट्रीय सीमा का जिक्र किया, भाजपा उन्हें याद दिलाएं कि झारखंड की सीमा से कोई अंतराष्ट्रीय सीमा नहीं लगती। जब पत्रकार नेताओ का काम करने लगे, तो नेताओ को भी पत्रकार का काम करना पड़ेगा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि जम्मू कश्मीर तो केंद्र शासित प्रदेश है, ऐसे में महबूबा मुफ़्ती तो जवाब नहीं देंगी। देश के आंतरिक सुरक्षा की जवाबदेही जिनपर है, अगर वह जवाब नहीं देगा, तो क्या हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जवाब देंगे? देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री तीनो भारतीय जनता पार्टी से है। ऐसे में भाजपा देश के नागरिको को जवाब दे, कि इतना बड़ा सिक्योरिटी फेलियर कैसे हुआ ?

सातवीं मुहर्रम : इमाम हुसैन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ी सबसे बड़ी जंग

गोरखपुर। गुरुवार ‘जिक्रे शुहदाए कर्बला’ महफिलों के नाम रहा। उलमा किराम ने दीन-ए-इस्लाम, शहादत और कर्बला के बाबत विस्तार से बयान किया। सातवीं मुहर्रम को करीब एक दर्जन से अधिक मस्जिदों में ‘जिक्रे शुहदाए कर्बला’ महफिलों का दौर जारी रहा। मुहर्रम की सातवीं तारीख को जालिम यजीदियों ने हजरत इमाम हुसैन व उनके साथियों के लिए पानी पर रोक लगा दी थी। कर्बला का वाकया सुनकर अकीदतमंद इमाम हुसैन की याद में डूब गए। फातिहा ख्वानी हुई। रहमतनगर में लंगरे हुसैनी बांटा गया। वहीं गौसे आजम फाउंडेशन के समीर अली, मो. फैज, रियाज अहमद, मो. जैद, अमान अहमद, मो. जैद कादरी, अहसन खान ने गोरखनाथ में लंगरे हुसैनी बांटा।

महिलाओं की महफिल में लगा या हुसैन, या हुसैन का नारा

सातवीं मुहर्रम को न्यू कॉलोनी तुर्कमानपुर में मुस्लिम महिलाओं की जिक्रे शुहदाए कर्बला महफिल हुई। महिलाओं की जुबां पे या हुसैन, या हुसैन का नारा जारी रहा। मुख्य वक्ता शिफा खातून ने कहा कि अल्लाह के आखिरी पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी जंग लड़ी और इंसानियत व दीन-ए-इस्लाम को बचाने के लिए अपने साथियों की कुर्बानी दी। शहादत-ए-इमाम हुसैन ने दीन-ए-इस्लाम की अजमत को कयामत तक के लिए बचा लिया। पूरी दुनिया को पैगाम दिया कि अन्याय व जुल्म के सामने सर झुकाने से बेहतर है सर कटा दिया जाए। यह पूरी दुनिया के लिए त्याग व कुर्बानी की बेमिसाल शहादत है। महफिल में सना फातिमा, सादिया नूर, फिजा खातून, शिफा नूर, अलीशा खान, गुल अफ्शा खातून, मुबश्शिरा, मुअज्जमा आदि मौजूद रहीं।

जाफरा बाजार में लगी पोस्टर प्रदर्शनी 'हमारे हैं हुसैन'

जाफरा बाजार में पोस्टर प्रदर्शनी 'हमारे हैं हुसैन' लगाई गई। लोगों को इमाम हुसैन की तालीमात से अवगत कराया गया। कारी मुहम्मद अनस रजवी व हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि जालिम यजीद को सत्य से हमेशा भय रहा, इसलिए अपनी कूटनीति से उसने कर्बला के मैदान में पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के परिवारजन एवं समर्थकों को अपनी फौज से तीन दिनों तक भूखा प्यासा रखने के बाद शहीद करा दिया। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया है कि कोई बंदा मोमिने कामिल तब तक नहीं हो सकता जब तक कि मैं उसको उसकी जान से ज्यादा प्यारा न हो जाऊं और मेरी औलाद उसको अपनी जान से ज्यादा प्यारी न हो और मेरे घराने वाले उसको अपने घराने वालों से ज्यादा महबूब न हों।

महफिल जिक्रे शुहदाए कर्बला जारी

गाजी मस्जिद गाजी रौजा में महफिल जिक्रे शुहदाए कर्बला के तहत मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि अहले बैत (पैगंबर के घर वाले) से मुहब्बत करने वाला जन्नत में जाएगा। हजरत इमाम हुसैन की शहादत हमें इंसानियत का शिक्षा देती है। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि जो शख्स अहले बैत से दुश्मनी रखता है वह मुनाफिक है।

रसूलपुर जामा मस्जिद में मौलाना जहांगीर अहमद ने कहा कि इस्लाम की तारीख शहादतों से भरी पड़ी है। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए इस्लाम को समझना है तो पहले कर्बला को जानना बेहद जरूरी है। इमाम हुसैन हक की जंग तभी जीत गए थे जब सिपहसालार ‘हुर' यजीद की हजारों की फौज छोड़कर मुट्ठी भर हुसैनी लश्कर में अपने बेटों के साथ शामिल हो गए थे। हुर जानते थे कि इमाम हुसैन की तरफ जन्नती लोग हैं और यजीद की तरफ जहन्नमी लोग हैं।

गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद ने कहा कि इमाम हुसैन के साथ मक्का शरीफ से इराक की ओर सफर करने वालों में आपके तीन पुत्र हजरत अली औसत (इमाम जैनुल आबेदीन), हजरत अली अकबर, छह माह के हजरत अली असगर शामिल थे। इमाम हुसैन के काफिले में कुल 91 लोग थे। जिसमें 19 अहले बैत (पैगंबरे इस्लाम के घर वाले) और अन्य 72 जांनिसार थे। अंत में दरूदो सलाम पढ़कर मुल्क में अमन, अमान व तरक्की की दुआ मांगी गई।

एसआई पर एक लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप, पीड़ित ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

सम्भल। थाना हजरत नगर गढ़ी, सम्भल में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 45/2025 की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक सुनील कुमार पर एक लाख रुपये की ठगी और मामले की जांच में पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया गया है।प्रकरण में पीड़ित मोहम्मद फिरोज खान हिंदुस्तानी, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी हैं, ने इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर जांच की मांग की है।

आरोपी से गिरफ्तारी के नाम पर मांगे पैसे

पत्र के अनुसार, मुकदमे की विवेचना कर रहे एसआई सुनील कुमार ने आरोपित की गिरफ्तारी के नाम पर मोहम्मद फिरोज से एक लाख रुपये की रकम ले ली, लेकिन न तो गिरफ्तारी की और न ही रकम वापस की। जब फिरोज ने दोबारा संपर्क किया तो एसआई ने उनका मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप ब्लॉक कर दिया।

झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप

फिरोज खान ने यह भी आरोप लगाया है कि एसआई सुनील कुमार ने आरोपी से मिलकर फिरोज और उनके परिजनों के खिलाफ झूठे व फर्जी मुकदमे दर्ज कराने की साजिश रची। उन्होंने बताया कि इसी थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति शाहरुख पुत्र महबूब के जरिए झूठी शिकायतें कराई गईं, जिनकी जांच भी खुद सुनील कुमार ही कर रहे हैं।

न्याय की उम्मीद खत्म, विवेचना अन्य थाने को सौंपी जाए

पीड़ित ने यह भी बताया कि वह 26 मई को मुरादाबाद आईजी और 3 जून को सम्भल एसपी से मिलकर इस पूरे प्रकरण की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए उन्होंने मुकदमे की विवेचना हजरत नगर गढ़ी से हटाकर किसी अन्य थाने को सौंपने की मांग की है।

उच्च अधिकारियों से की यह मांगें

विवेचक द्वारा लिए गए एक लाख रुपये वापस कराए जाएं।

विवेचना किसी अन्य थाने या अधिकारी को सौंपे जाने का आदेश हो।

विवेचक सुनील कुमार के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कर सख्त कार्रवाई हो।

पुलिस विभाग की निष्पक्षता और ईमानदारी की सार्वजनिक छवि सुरक्षित रखी जाए।

दस्तावेज भी भेजे गए साथ

प्रार्थना पत्र के साथ शिकायतकर्ता ने विवेचना स्थानांतरण हेतु उच्च अधिकारियों को पूर्व में दिए गए प्रार्थना पत्रों की छायाप्रति,मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल व चैट स्क्रीनशॉट,

और आरोपी द्वारा किए गए व्यवहार से जुड़े डिजिटल साक्ष्य भी संलग्न किए हैं।

जोशीली अपील

"भ्रष्ट कर्मचारियों को सेवाओं से मुक्त करो योगीजी!"

पत्र के अंत में फिरोज खान ने भावनात्मक अपील करते हुए लिखा –

"बहन-बेटियों, वंचितों व शोषितों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी। नौकरशाही के भ्रष्टाचार से प्रदेश को मुक्त कर सच्चे सुशासन की स्थापना हो।"

*भदोही में इंडिया कार्पेट एक्सपो की नई तारीख:11-14 अक्टूबर को होगा आयोजन, अंतरराष्ट्रीय स्थिति के चलते बदला कार्यक्रम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सितंबर में भदोही में प्रस्तावित इंडिया कारपेट एक्सपो को एक महीने के लिए टाल दिया गया है। कारपेट एक्सपो पहले 18 से 21 सितंबर तक होना था, लेकिन अब यह 11 से 14 अक्तूबर को प्रस्तावित कर दिया गया है। यह निर्णय भदोही में हुए कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के बोर्ड बैठक में लिया गया। बोर्ड सदस्य ने कहा कि यह फैसला दुनिया में हालात ठीक नहीं होने तथा आयातकों से मिले फीडबैक के आधार पर लिया गया है। बैठक में परिषद के नए बाईलाज के अनुसार चुनाव कराने, कालीन मेले में मुख्यमंत्री को निमंत्रण देने सहित अन्य कई विषयों पर भी चर्चा हुई।

परिषद की प्रशासनिक समिति के सदस्य इम्तीयाज अंसारी ने बताया कि बोर्ड बैठक में चेयरमैन कुलदीप राज वाटल भी सम्मिलित हुए। बैठक में सदस्यों की ओर से आयातकों की ओर आ रहे फीड बैक पर चर्चा की गई। लगभग सभी का मत था कि ईरान-इस्राइल, अमरीका, रूस, यूक्रेन, कतर आदि देशों में हालात ठीक नहीं होने से अधिकतर खरीदार सितंबर में भारत आने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में बोर्ड सदस्यों की सहमति से कालीन मेले को अक्तूबर में आयोजित करने का निर्णय लिया। तय किया कि अब नए सिरे से दुनिया भर के आयातकों को निमंत्रण भेजा जाए साथ ही भारत के निर्यातकों को भी सूचित किया जाए।

बैठक में नए बाइलाज पर विस्तृत चर्चा की गई। तय किया गया कि अक्तूबर में कालीन मेले में आयोजन के बाद परिषद के उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। मार्ट में स्वचालित सीढ़ी लगाने में तेजी लाने के लिए लोगों ने जिलाधिकारी से भी आग्रह किया है। बैठक में परिषद के आय-व्यय समेत अन्य कई बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। बैठक में परिषद की कार्यकारी निदेशक व सचिव डॉ. स्मिता नागरकोटि के अलावा सदस्यगण संजय गुप्ता, रवि पाटोदिया, पीयूष बरनवाल, असलम महबूब, रोहित गुप्ता, शेख आशिक, शौकत खान, दीपक खन्ना, सूर्यमणि तिवारी, मेहराज यासीन आदि लोग थे।

अगर संविधान बचेगा तो देश बचेगा : आरिफ तुर्की

संभल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर चल रहे प्रदेश भर में संविधान बचाओ सम्मेलन व संगठन पर एक कार्यक्रम का आयोजन असमोली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम राया बुजुर्ग में पूर्व प्रत्याशी विधानसभा असमोली हाजी महबूब आलम साहब के आवास पर विधान सभा असमोली व ब्लॉक असमोली के संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी पदाधिकारीयों कार्यकतार्ओं ने संविधान बचाओ सम्मेलन पर अपने-अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए।

जिला अध्यक्ष आरिफ तुर्की ने कहा कि अगर संविधान बचेगा तो देश बचेगा इसलिए देश की आत्मा को बचाने के लिए संविधान को बचाना समय की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार इसको खत्म करने का प्रयास कर रही है। शहर अध्यक्ष संभल शिवकिशोर गौतम जी ने कहा कि देश में वर्तमान सरकार संविधान के मूल ढांचे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पूर्व शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद साहब ने कहा कि कांग्रेस संविधान और आजादी को बचाने की लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। मुख्य अतिथि के रूप में जिला कोआॅर्डिनेटर परवेज आरिफ टीटू जी ने कहा कि भारत का संविधान भारत के हर नागरिक की आवाज है अगर इस आवाज को दबा दिया गया तो हिंदुस्तान गूंगा हो जाएगा। और बीजेपी इसी के लिए प्रयासरत है लेकिन हम उसके मंसूबों में उसे कामयाब नहीं होने देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी मरगूब आलम ने की और संचालन फाजिÞल अंसारी ने किया। इस कार्यक्रम में जिला को-आॅर्डिनेटर परवेज आरिफ टीटू, जिला अध्यक्ष श्री आरिफ तुर्की,संभल शहर अध्यक्ष श्री शिव किशोर गौतम जी,पूर्व शहर अध्यक्ष श्री तौकीर अहमद, निवर्तमान अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष आरिफ तनवीर, असमोली ब्लॉक अध्यक्ष मनोज कुमार,संभल ब्लॉक अध्यक्ष पवन कुमार शर्मा,न्याय पंचायत अध्यक्ष रोहित त्यागी, न्याय पंचायत अध्यक्ष कदीर, नेकपुर न्याय पंचायत अध्यक्ष राहुल चौधरी, भटपुरा न्याय पंचायत अध्यक्ष,आशु पाल, असमोली न्याय पंचायत अध्यक्ष गुरदीप सिंह, हरथला न्याय पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद हसन,सुबहानी भाई मोअज़्जम भाई, अकी़ल भाई, शफी सैफी, इरफान भाई, नुमान तुर्की, मुशर्रफ भाई, इसरार मलिक, गय्यूर भाई, शब्बू भाई सोशल मीडिया आउटरीच जिला अध्यक्ष दिलशाद सैफी हाजी मुस्लिम हाजी अहमद हुसैन वसीम नाजरे आलम अकील अहमद पनसुखा आरिफ फारूक निसार उर्फ भूरा इशरत जहां रानी परवीन आदि मौजूद रहे।

सीईपीसी में अब महिला, युवा उद्यमी और पूर्वोत्तर के निर्यातकों को मिलेगी जगह

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। कालीन निर्यातक संवर्धन परिषद (सीईपीसी) की 18 सदस्यीय टीम में अब महिला, युवा और पूर्वोत्तर के निर्यातकों के अलावा एक्सपोर्ट हाउसेस को भी जगह मिलेगी। इसके अलावा अब किसी चेयरमैन को दो तिहाई बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया जा सकेगा। सीईपीसी के नए बाइलाज में ये महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। नए बाइलाज को भारत सरकार ने स्वीकृति भी दे दी है। सीईपीसी आगामी दो से तीन महीने के भीतर नए बाइलाज के अनुसार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करा सकती है।

 सीईपीसी के नए बाइलाज के अनुसार कोई चेयरमैन चार वर्ष के अंतराल पर ही पुन: उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकेगा। इसके अलावा सीईपीसी में अब उप्र कोटे से 9, शेष भारत कोटे से तीन और कश्मीर कोटे से दो प्रशासनिक सदस्य चुने जाएंगे। सीईपीसी में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर पहले की तरह 18 सदस्य ही होंगे, लेकिन उप्र और शेष भारत की एक-एक सीटें और कश्मीर कोटे की दो सीटें कम कर दूसरे क्षेत्रों से प्रतिनिधि चुने जाने की संस्तुति की गई है। नए बाइलाज के अनुसार सीईपीसी के प्रशासनिक समिति सदस्यों में अब निर्यातकों के अलावा एक महिला उद्यमी, एक सदस्य पूर्वोत्तर व पहाड़ी क्षेत्र से, एक सदस्य किसी ट्रेडिंग या एक्सपोर्ट हाऊस और एक सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र का उद्यमी परिषद में भेजा जाएगा। अब कोई भी प्रशासनिक सदस्य लगातार दो बार ही निर्वाचित हो सकता है। इसके बाद दो वर्ष का गैप होना आवश्यक होगा।

शीघ्र हो सकता है सीईपीसी उपाध्यक्ष का चुनाव

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के प्रशासनिक समिति के सदस्य असलम महबूब ने कहा कि मौजूदा चेयरमैन कुलदीप राज वाटल अंतरिम चेयरमैन हैं। ऐसे में अब नए बाईलाज के लागू होने के बाद सर्वप्रथम उपाध्यक्ष का चुनाव होगा, जो उपाध्यक्ष निर्वाचित होगा। उसे चेयरमैन की बागडौर सौंपी जाएगी। उपाध्यक्ष का चुनाव सीधे आम निर्यातक मतदाता ई-वोटिंग से करेंगे। चेयरमैन की बागडौर सौंपे जाने के बाद जैसे ही उपाध्यक्ष पद रिक्त होगा, तत्काल पुन: नए उपाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चेयरमैन का कार्यकाल दो वर्ष का होगा और पुन: चार वर्ष के बाद ही पुन: चेयरमैन पद का चुनाव लड़ सकेगा। बताया कि आगामी 30 जून को भदोही में प्रशासनिक समिति की बैठक होने वाली है। इस बैठक में उपाध्यक्ष के चुनाव कराए जाने पर भी चर्चा होगी

अगले महीने शुरू हो सकती है स्टॉल बुकिंग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। 18 से 21 सितंबर तक होने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो के लिए अगले महीने से स्टॉलों की बुकिंग शुरू होगी। भदोही समेत देशभर के कालीन निर्यातक बुकिंग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। दरअसल, कारपेट एक्सपो में फ्लोर प्लान में कुछ विशेष स्थल वाले स्टॉल को लेने की होड़ रहती है। इसलिए निर्यातक बुकिंग खुलने को लेकर बेताब हैं। निर्यातक जाकिर बाबू अंसारी ने कहा कि भले ही कुछ स्टॉल की कीमत पर प्रीमियम देना होता है। लेकिन अच्छे स्पाट वाले स्टॉल लोगों को अधिक आकर्षित करते हैं।

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) ने विदेश से आने वाले आयातकों को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। उधर, सीईपीसी प्रशासनिक समिति के सदस्य असलम महबूब का कहना है कि स्टॉल बुक करने की होड़ रहती है। इसकी जानकारी सीईपीसी को है। बुकिंग में पारदर्शिता बरती जाएगी। पहले फ्लोर प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद ही बुकिंग की तिथि घोषित की जाएगी। यह भी बताया कि बुकिंग शुरू होने के दिन से तीन दिन पूर्व ही देश भर के निर्यातकों को सूचना देने के बाद ही बुकिंग खोली जाएगी। ताकि हर किसी को बुकिंग के लिए समान अवसर मिले।

महबूबा की बेटी इल्तिजा ने पीएम मोदी को कियों दिलाई रूस में दिए बयान की याद?


#iltija_mufti_pm_modi_russia_statement

पाकिस्तान के साथ तनातनी के बीच भारत मॉक ड्रिल की तैयारियों में जुटा है। वहीं, दूसरी ओर जम्‍मू कश्‍मीर की इल्तिजा मुफ्ती ने भारत पाकिस्‍तान दोनों मुल्‍कों के बीच युद्ध न करने की अपील की है। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती ने युद्ध के जम्मू-कश्मीर पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभावों पर चिंता जाहिर करते हुए पीएम नरेन्‍द्र मोदी को उनके रूस में दिए बयान की याद दिलाई है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने जो भी हुआ, बहुत गलत हुआ और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। आतंकवादियों ने जो यहां पर किया, मैं इसकी पुरजोर तरीके से विरोध करती हूं। पहलगाम में जो हुआ, हम सभी का दिल टूटा है। जो तस्वीरें, वीडियो हमारे सामने आईं, उनसे बहुत दुख पहुंचा है। इस हमले में हम सभी ने देखा कि हमारे यहां टूरिस्टों को दिन-दहाड़े मारा गया। हिमांशी नरवाल, शान्या दुबे के लिए हम सभी लोगों को बुरा लगा। इस हमले के बाद हमसे लगातार पूछा जाता है कि क्या आपको बुरा लगा। हमें बुरा क्यों नहीं लगेगा? क्या हम इंसान नहीं हैं? एक कश्मीरी, हिन्दुस्तानी, मुस्लिम होने से पहले हम एक इंसान हैं और जो वहां पर टारगेट किलिंग हुई, सच मानिए दिल टूटा है।

युद्ध कभी भी इसका समाधान नहीं- इल्तिजा

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव है। क्या दोनों देशों के बीच युद्ध होना चाहिए? इस सवाल के जवाब में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती ने कहा कि जब भी युद्ध की बात होती है, तो जम्मू-कश्मीर के लोगों को बहुत तकलीफ़ होती है, क्योंकि हम एक सीमावर्ती राज्य हैं। हम ही हैं जो इसका खामियाज़ा भुगतेंगे और नुकसान भी उठाएंगे। उन्होंने कहा कि युद्ध कभी भी इसका समाधान नहीं है। पिछले साल जब प्रधानमंत्री मोदी रूस गए थे, तो उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि युद्ध का युग खत्म हो चुका है। मेरा मानना है कि अब उन शब्दों को याद करने का समय आ गया है।

पीएम मोदी सिर्फ हिंदू के ही प्रधानमंत्री नहीं-इल्तिजा

पीएम मोदी पर भरोसा के सवालपर उन्होंने एक कश्मीरी के तौर पर मैं काफी निराश हूं। हमें जिस प्रकार से शक की नजर से देखा जाता है। पिछले 10 दिनों में दिल्ली में कश्मीरी छात्रों, बिजनेसमैन को तंग किया जा रहा है। पीएम मोदी हमेशा एक चीज कहते हैं कि दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी। अगर आपको दिल्ली की दूरी कम करनी होगी तो आपके यहां के लोगों से बात करनी ही पड़ेगी। लेकिन, कश्मीर के लोगों से आपने बातचीत करना बंद ही कर दिया है। 2019 में जो हमारे साथ बुरा हुआ, उसके बाद मुसलमान के साथ जो हो रहा है, आपका दिल तो टूटता ही है। पीएम मोदी सिर्फ हिंदू के ही प्रधानमंत्री नहीं, सभी के प्रधानमंत्री हैं। कश्मीर में जो छह साल से चल रहा है, मैं यकीनन काफी निराश हूं।

रायपुर AIIMS के डॉक्टर की कमरे में लटकी मिली लाश, जांच में जुटी पुलिस

रायपुर- राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां कार्यरत डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. यह मामला अमानाका थाना क्षेत्र का है.

मृतक की पहचान 26 वर्षीय डॉ. ए रवि के रूप में हुई है, जो मूलतः आंध्र प्रदेश का निवासी था. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. ए रवि एम्स परिसर के पास बी ब्लॉक, हर्षित टॉवर स्थित फ्लैट नंबर 221 में अकेले रहता था. शनिवार देर रात रवि अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर पंखे से फांसी लगा ली. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है.

पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है. अमानाका थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और डॉक्टर के सहकर्मियों एवं परिजनों से मामले में पूछताछ कर रही है.

आजाद चौक सब डिवीजन सीएसपी अमन झा ने बताया कि 3 मई की दरमियानी रात डॉक्टर के आत्महत्या करने की सूचना प्राप्त हुई थी. मृतक मूलतः महबूब नगर हैदराबाद का निवासी है. परिजनों को सूचित कर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है. आत्महत्या का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है.

वक्फ संशोधन बिल सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र से जुड़ा हुआ एक विषय है : राजेश शुक्ला

सीके सिंह(रूपम)सीतापुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ संशोधन अधिनियम के जन जागरण हेतु भारतीय जनता पार्टी जिला इकाई द्वारा जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला के नेतृत्व में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा लोकतांत्रिक विधियो का पालन करते हुए वक्फ संशोधन अधिनियम का कानून पास कर दिया गया है। दुर्भाग्य का विषय है कि देश और विशेष कर पसमांदा मुसलमान के हित में बनाए गए इस कानून पर विपक्षी दल देश के लोगों खासकर मुस्लिम समुदाय को गुमराह कर रहे हैं। जबकि यह बिल गरीब मुसलमान के हित का बिल है वक्फ बिल संशोधन के नाम पर मुस्लिम समुदाय का कोई अहित नहीं होने वाला है बल्कि इससे भूमाफियाओं की कमर टूट जाएगी भू माफिया वक्फ के नाम पर बहुत सारी जमीन हड़प कर देश का लंबे समय से नुकसान कर रहे हैं। अब इन जमीनों को संवैधानिक तरीकों से नियम बद्ध किया जाएगा। जिस पर देश के विकास की इबारत लिखी जाएगी।

जिससे गरीब तबके और पसमांदा मुस्लिम समाज के गरीब लोगों को भी लाभ होगा। इस प्रकार वक्फ संशोधन बिल सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र से जुड़ा हुआ एक विषय है। जिससे गरीब मुसलमान और अन्य वर्गों जिनकी जमीन वक्फ का बहाना देकर कब्जा कर ली गई थी उसे नियम बंद करके भू माफियाओं से छुड़ाया जाएगा । जिला अध्यक्ष ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी कोई भी ऐसा कार्य नहीं करती है, जिससे भारत माता के किसी लाल को कोई तकलीफ हो। लेकिन भू माफियाओं और नकारात्मक प्रवृत्ति से कब्जादारी कर रहे लोगों को भारतीय जनता पार्टी कभी क्षमा नहीं करती है। आज वही लोग देश में उक्त कानून के विरोध में नकारात्मक माहौल फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन देश की जनता सब समझती है, उसे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति पर पूर्ण विश्वास है।

राजेश शुक्ला ने यह भी बताया कि वक्फ संशोधन बिल पास हो जाने के बाद कांग्रेस, सपा व बसपा की तुष्टिकरण की राजनीति स्वत: समाप्त हो जाएगी। और देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षित हाथों में स्वयं को गौरवशाली महसूस करेगा। उन्होंने बताया कि वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद अल्पसंख्यक समुदाय में भी विशेष खुशी देखी जा रही है। प्रेस वार्ता में अभियान संयोजक राजेश्वर रस्तोगी, सहसंयोजक उदित वाजपेई, महबूब राजा, विश्राम सागर राठौर ,जया सिंह व कामेश शुक्ला सहित कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे।

पहलगाम पर दिए अपने बयान पर नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपना पक्ष रखा

कहा जिस पर जवाबदेही है वे जवाब नहीं दे रहे है, सवाल दूसरे से किया जा रहा है, मैंने इसी तंज कसा

रांची. पहलगाम पर दिए अपने बयान के संबंध में नगर विकास मंत्री सुदिव्य सोनू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपना पक्ष रखा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि उन्होंने ‘तंज’ की भाषा में हिमाचल प्रदेश के सीएम का इस्तीफा मांगा था। सुदिव्य सोनू ने कहा कि राजनैतिक जमात में तीन तरह के लोग है, पढ़े लिखे लोग, अनपढ़ लोग और उजड्ड लोग। 

28 निर्दोष नागरिको के मारे जाने के बाद भी मीडिया किसी की नैतिकता और जवाबदेही तय नहीं कर पा रही है। पठानकोट एयरबेस हमले के बाद भी जवाबदेही नहीं तय हुई, पुलवामा हमले के समय पर भी केंद्र सरकार से किसी ने सवाल नहीं पूछा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि इतना बड़ा हमला हुआ है, देश शोक में है मगर अबतक देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं की गयी है। बदले हुए ‘नए भारत’ में नेताओ की जवाबदेही तय नहीं होती।

उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने मेरे बयान को फूहड़ बताया। भाजपा से पूछना चाहता हूं कि बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय ने झारखंड से लगने वाली अंतराष्ट्रीय सीमा का जिक्र किया, भाजपा उन्हें याद दिलाएं कि झारखंड की सीमा से कोई अंतराष्ट्रीय सीमा नहीं लगती। जब पत्रकार नेताओ का काम करने लगे, तो नेताओ को भी पत्रकार का काम करना पड़ेगा। 

सुदिव्य सोनू ने कहा कि जम्मू कश्मीर तो केंद्र शासित प्रदेश है, ऐसे में महबूबा मुफ़्ती तो जवाब नहीं देंगी। देश के आंतरिक सुरक्षा की जवाबदेही जिनपर है, अगर वह जवाब नहीं देगा, तो क्या हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जवाब देंगे? देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री तीनो भारतीय जनता पार्टी से है। ऐसे में भाजपा देश के नागरिको को जवाब दे, कि इतना बड़ा सिक्योरिटी फेलियर कैसे हुआ ?