हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान 14 दिसंबर से होगा शुरू,फरवरी 2026 तक चलेगा निरंतर

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शीतकालीन राहत अभियान का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 14 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर फरवरी 2026 तक लगातार चलाया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हर रविवार को 100-100 कंबलों का वितरण किया जाएगा, ताकि कड़ाके की ठंड से परेशान परिवारों को राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन के निर्देशानुसार गुरुवार को अध्यक्ष करण जायसवाल के कार्यालय सभागार में विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं श्री जायसवाल ने की। बैठक में इस वर्ष के राहत अभियान को और अधिक प्रभावी, सुव्यवस्थित एवं व्यापक बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संस्था का लक्ष्य है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कम-से-कम 1200 या उससे अधिक कंबलों का वितरण किया जाए और जरूरतमंदों तक बिना किसी भेदभाव के सहायता पहुंचाई जाए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठंड अपने चरम पर पहुंचने पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों अन्य स्थानों पर शाम के समय अलाव की व्यवस्था भी नियमित की जाएगी, ताकि राहगीरों, रिक्शा चालकों, मजदूरों तथा बेघर लोगों को सर्द रातों में राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि मानव सेवा ही सर्वोच्च धर्म है। हजारीबाग यूथ विंग का यह अभियान सिर्फ कंबल वितरण नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास है। इस बार टीम की ऊर्जा और योजना देखकर विश्वास है कि हम पिछले साल से बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ ठंड से बचाव प्रदान करना नहीं बल्कि समाज में सहयोग और संवेदना का संदेश देना है। फरवरी 2026 तक लगातार होने वाले इस अभियान में हमारी पूरी टीम पूरी निष्ठा से जुटी रहेगी। हम हर रविवार को अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों तक राहत पहुंचाएंगे। बैठक में संस्था के सचिव रितेश खंडेलवाल, संस्था के मार्गदर्शक जयप्रकाश खंडेलवाल, विकास केसरी, और संजय कुमार उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए टीम वर्क और समर्पण की भावना पर जोर दिया। बैठक के बाद अध्यक्ष करण जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी अवंतिका जायसवाल की विवाह वर्षगांठ पर केक काटकर शुभकामनाएँ दी गईं। दोनों ने सदस्यों के बीच स्नेहपूर्ण वातावरण में उत्सव का आनंद लिया और सभी ने उनके दांपत्य जीवन की मंगलकामनाएं दी ।

हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव मोहम्मदपुर सकिश्त में मनरेगा में फर्जीवाड़ा

बहसुमा। मेरठ।मोहम्मदपुर सकिश्त गांव में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। प्रमोद कुमार विनोद कुमारग्रामीणों का कहना है कि धरातल पर कोई कार्य नहीं कराया जा रहा, लेकिन कागज़ों में फर्जी तरीके से हाजिरी लगाई जा रही है। विकास कार्यों की स्थिति बदहाल होने के बावजूद जिम्मेदार लोग कोई संज्ञान लेते दिखाई नहीं दे रहे।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। कई बार शिकायत करने के बाद भी न तो सफाई कराई गई और न ही कोई समाधान निकाला गया। कूड़े के ढेर और गंदगी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार मनरेगा कार्यों की जांच और गांव की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए वे कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीण चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द ही मनरेगा की सत्यापन जांच और सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गांव में बढ़ते भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। क्या कहते हैं हस्तिनापुर वीडियो अमरीश कुमार से बात हुई उन्होंने बताया जानकारी कर उचित कार्रवाई की जाएगी

शंकरगढ़ में मंदिर विवाद को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी

अधिकारियो की बातचीत विफल धरना जारी रखने का फैसला-राकेश त्रिपाठी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर आरोप लगाते हुए व्यापारियो और किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।बुधवार को मंदिर प्रांगण में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल है।धरने की सूचना मिलते ही उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आन्दोलनकारियो से बातचीत की।उनके साथ एसीपी कुंज लता नायब तहसीलदार राकेश यादव राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद रहे।हालांकि बातचीत के बाद भी आन्दोलनकारी अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और धरना जारी है।व्यापारियो का कहना है कि मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है जिसे रोकना होगा। किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारियो ने उनकी समस्याओं का समाधान नही किया इसलिए धरना जारी रहेगा।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने राजा साहब की तरफ से दिखाई जा रहे दस्तावेजो को गलत बताते हुए कहा कि ये दस्तावेज फर्जी है।उन्होंने दस्तावेजों की जांच करने की मांग की और कहा कि अगर उनके दस्तावेज सही है तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए और नगर पंचायत में जो इसकी मूल प्रति है उसको मूल्यांकन किया जाए।दिलीप केसरवानी ने बताया कि पूर्व में यहां दुकान थी लेकिन 5-5 फीट की चार दुकान थी और बीच से एक रास्ता था और अन्दर मंदिर था।उन्होने कहा कि समय के अनुसार अब रोड भी चौड़ी हो गई है और नाली भी थोड़ा पहले से अन्दर हो गई है जिससे अब सिर्फ ज जगह जो बची हुई है वह मंदिर की है और यहां सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनने चाहिए।धर्मेद्र केसरवानी ने कहा कि रात में पुलिस मंदिर के पास आती है और मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करती है यहां तक कि हमारे आराध्या बजरंगबली की जो प्रतिमा रखी है उसके ऊपर लगाए गए पानी को भी खीचती दिखाई दे रही है जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है।उन्होने सवाल किया कि पुलिस किस लिए आती है और उनका ऐसा करना करोड़ो हिन्दुओ की भावनाओ को ठेस पहुंचाने जैसा है।आन्दोलन में मौजूद लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया जिससे पूरा वातावरण हिन्दू धर्म के जयकारो से गूंज उठा। आन्दोलनकारी व्यापारियो और किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे रख रहे है और किसी भी तरह की शांति व्यवस्था भंग नही होने देगे।उन्होने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नही मानी गई तो वे उग्र आन्दोलन करेंगे।किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम की होगी।

इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाइट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में भव्य दीपोत्सव का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आज इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाईट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन के अन्तर्गत पूरे किलाघाट पर विभिन्न आकृतियों जैसे स्वास्तिक युनेस्को दीप इत्यादि बनाते हुए उन्हें लगभग 10000 द्वीपो से सजाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मण्डलायुक्त एवं इलाहाबाद संग्रहालय की निदेशक सौम्या अग्रवाल ने संग्रहालय एवं मेला के अधिकारीयों व कर्मचारियो के साथ दीप प्रज्वलन कर दीपदान किया।कुम्भ मेला पहले ही यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल है मेला क्षेत्र में यह आयोजन करना एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

स्टीलगेट में 13 दिसंबर से सजेगा ‘हरि कथा’ का दरबार, कलश यात्रा के साथ होगा भव्य शुभारंभ

धनबाद: शहर के सरायढेला, स्टीलगेट स्थित दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर प्रांगण में आगामी 13 दिसंबर से सात दिवसीय भव्य ‘हर के आँगन में हरि कथा’ का शुभारंभ होने जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर मंदिर परिसर में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। यह जानकारी आयोजन समिति के हित नयन कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।

शनिवार को निकलेगी भव्य कलश यात्रा

आयोजन समिति ने बताया कि अनुष्ठान का शुभारंभ 13 दिसंबर (शनिवार) को भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। यह कलश यात्रा न्यू बैंक कॉलोनी से शुरू होकर गाजे-बाजे और झांकी के साथ कार्यक्रम स्थल (मंदिर प्रांगण) तक जाएगी।

वृंदावन से पधारेंगे सुप्रसिद्ध कथा व्यास

समिति ने जानकारी दी कि 13 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन होगा। इस दौरान वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास पूज्य श्री हित ललितवल्लभ नागार्च जी अपने मुखारविंद से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं एवं हरि कथा का अमृतपान कराएँगे। आयोजन को लेकर क्षेत्र के भक्तों में भारी उत्साह है।

20 दिसंबर को महाप्रसाद और भंडारा

कथा विश्राम के अगले दिन, यानी 20 दिसंबर (शनिवार) को भव्य महाप्रसाद एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

​मुख्य यजमान

इस धार्मिक आयोजन के मुख्य यजमान न्यू बैंक कॉलोनी निवासी मोहन गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी किरण देवी हैं। उन्होंने शहर के सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से सपरिवार कथा में उपस्थित होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है।

​प्रेस वार्ता में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए आयोजित बैठक में सरायढेला चेंबर अध्यक्ष श्रवण सिन्हा, कोषाध्यक्ष संजय सोनी, अरुण गुप्ता, मंटू, राजू गुप्ता, अशोक विश्वकर्मा, योगेश गुप्ता, निताई कुंभकार, कुश भारती, मुकेश कुमार, मुकुल पांडेय, अमृत मंडल और प्रकाश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

चाईबासा में आदिवासियों पर हुई लाठीचार्ज ,बर्बर कार्रवाई की उच्चस्तरीय जांच हो.....आदित्य साहू


भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में शून्यकाल के दौरान विगत दिनों चाईबासा में नो इंट्री लागू करने की मांग करने वाले आदिवासी भाइयों पर हुए लाठी चार्ज,आंसू गैस छोड़े जाने, निर्दोषों को जेल भेजे जाने, अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किए जाने और पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उपायुक्त के द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के मामले को उठाया।जांच की मांग की।

श्री साहू ने कहा कि विगत 27 अक्टूबर को चाईबासा में पोखरिया टाटा बायपास रोड पर दिन में भारी ओवरलोडेड वाहनों के संचालन पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। दो वर्षों में यहां लगभग 200 लोगों की जान भारी वाहनों से कुचलकर हो गई है। यह इलाका आदिवासी बहुल इलाका है। वाहनों से परेशान सैकड़ों स्थानीय स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर भारी वाहनों का दिन में परिचालन नहीं होने की मांग की,धरने पर भी बैठे।लेकिन वहां के स्थानीय विधायक और राज्य के परिवहन मंत्री ने लोगों से बात करना भी उचित नहीं समझा। न कोई पदाधिकारी आकर बातों को सुना। हद तो तब हो गई जब रात के अंधेरे में कांग्रेस पार्टी समर्थित झामुमो की सरकार ने धरना पर बैठे लोगों पर सूर्यास्त के बाद रात के अंधेर में लाठीचार्ज करवाया, आंसू गैस के गोले छोड़े गए। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का पुराना चरित्र जो आदिवासी, दलित पिछड़ा विरोध का रहा है उजागर हुआ।

कहा कि इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन ने 75 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया।10 पुरुष और 7 महिलाओं को रात में गिरफ्तार किया गया। 500 से अधिक अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।

कहा कि इतना ही नहीं जब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा उपायुक्त के पास घटना के बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ ज्ञापन सौंपने जाते हैं तो वहां भी एक गरीब आदिवासी का बेटा पूर्व मुख्यमंत्री जिन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।

कहा कि आखिर पदाधिकारियों का इतना मनोबल किसने बढ़ाया। ये राज्य को लूटने और गोरखधंधा करने वाले लोग हैं।

कहा कि एक तरफ खुद को राज्य सरकार आदिवासी की हितैषी बताती है दूसरी ओर आदिवासियों को लगातार प्रताड़ित और अपमानित किया जा रहा है। यह राज्य को कलंकित करने वाली घटना है।

कहा कि इस पूरे घटना की उच्चस्तरीय जांच की वे मांग करते हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान
हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान 14 दिसंबर से होगा शुरू,फरवरी 2026 तक चलेगा निरंतर

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शीतकालीन राहत अभियान का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 14 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर फरवरी 2026 तक लगातार चलाया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हर रविवार को 100-100 कंबलों का वितरण किया जाएगा, ताकि कड़ाके की ठंड से परेशान परिवारों को राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन के निर्देशानुसार गुरुवार को अध्यक्ष करण जायसवाल के कार्यालय सभागार में विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं श्री जायसवाल ने की। बैठक में इस वर्ष के राहत अभियान को और अधिक प्रभावी, सुव्यवस्थित एवं व्यापक बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संस्था का लक्ष्य है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कम-से-कम 1200 या उससे अधिक कंबलों का वितरण किया जाए और जरूरतमंदों तक बिना किसी भेदभाव के सहायता पहुंचाई जाए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठंड अपने चरम पर पहुंचने पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों अन्य स्थानों पर शाम के समय अलाव की व्यवस्था भी नियमित की जाएगी, ताकि राहगीरों, रिक्शा चालकों, मजदूरों तथा बेघर लोगों को सर्द रातों में राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि मानव सेवा ही सर्वोच्च धर्म है। हजारीबाग यूथ विंग का यह अभियान सिर्फ कंबल वितरण नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास है। इस बार टीम की ऊर्जा और योजना देखकर विश्वास है कि हम पिछले साल से बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ ठंड से बचाव प्रदान करना नहीं बल्कि समाज में सहयोग और संवेदना का संदेश देना है। फरवरी 2026 तक लगातार होने वाले इस अभियान में हमारी पूरी टीम पूरी निष्ठा से जुटी रहेगी। हम हर रविवार को अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों तक राहत पहुंचाएंगे। बैठक में संस्था के सचिव रितेश खंडेलवाल, संस्था के मार्गदर्शक जयप्रकाश खंडेलवाल, विकास केसरी, और संजय कुमार उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए टीम वर्क और समर्पण की भावना पर जोर दिया। बैठक के बाद अध्यक्ष करण जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी अवंतिका जायसवाल की विवाह वर्षगांठ पर केक काटकर शुभकामनाएँ दी गईं। दोनों ने सदस्यों के बीच स्नेहपूर्ण वातावरण में उत्सव का आनंद लिया और सभी ने उनके दांपत्य जीवन की मंगलकामनाएं दी ।

हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव मोहम्मदपुर सकिश्त में मनरेगा में फर्जीवाड़ा

बहसुमा। मेरठ।मोहम्मदपुर सकिश्त गांव में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। प्रमोद कुमार विनोद कुमारग्रामीणों का कहना है कि धरातल पर कोई कार्य नहीं कराया जा रहा, लेकिन कागज़ों में फर्जी तरीके से हाजिरी लगाई जा रही है। विकास कार्यों की स्थिति बदहाल होने के बावजूद जिम्मेदार लोग कोई संज्ञान लेते दिखाई नहीं दे रहे।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। कई बार शिकायत करने के बाद भी न तो सफाई कराई गई और न ही कोई समाधान निकाला गया। कूड़े के ढेर और गंदगी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार मनरेगा कार्यों की जांच और गांव की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए वे कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीण चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द ही मनरेगा की सत्यापन जांच और सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गांव में बढ़ते भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। क्या कहते हैं हस्तिनापुर वीडियो अमरीश कुमार से बात हुई उन्होंने बताया जानकारी कर उचित कार्रवाई की जाएगी

शंकरगढ़ में मंदिर विवाद को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी

अधिकारियो की बातचीत विफल धरना जारी रखने का फैसला-राकेश त्रिपाठी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर आरोप लगाते हुए व्यापारियो और किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।बुधवार को मंदिर प्रांगण में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल है।धरने की सूचना मिलते ही उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आन्दोलनकारियो से बातचीत की।उनके साथ एसीपी कुंज लता नायब तहसीलदार राकेश यादव राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद रहे।हालांकि बातचीत के बाद भी आन्दोलनकारी अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और धरना जारी है।व्यापारियो का कहना है कि मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है जिसे रोकना होगा। किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारियो ने उनकी समस्याओं का समाधान नही किया इसलिए धरना जारी रहेगा।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने राजा साहब की तरफ से दिखाई जा रहे दस्तावेजो को गलत बताते हुए कहा कि ये दस्तावेज फर्जी है।उन्होंने दस्तावेजों की जांच करने की मांग की और कहा कि अगर उनके दस्तावेज सही है तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए और नगर पंचायत में जो इसकी मूल प्रति है उसको मूल्यांकन किया जाए।दिलीप केसरवानी ने बताया कि पूर्व में यहां दुकान थी लेकिन 5-5 फीट की चार दुकान थी और बीच से एक रास्ता था और अन्दर मंदिर था।उन्होने कहा कि समय के अनुसार अब रोड भी चौड़ी हो गई है और नाली भी थोड़ा पहले से अन्दर हो गई है जिससे अब सिर्फ ज जगह जो बची हुई है वह मंदिर की है और यहां सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनने चाहिए।धर्मेद्र केसरवानी ने कहा कि रात में पुलिस मंदिर के पास आती है और मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करती है यहां तक कि हमारे आराध्या बजरंगबली की जो प्रतिमा रखी है उसके ऊपर लगाए गए पानी को भी खीचती दिखाई दे रही है जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है।उन्होने सवाल किया कि पुलिस किस लिए आती है और उनका ऐसा करना करोड़ो हिन्दुओ की भावनाओ को ठेस पहुंचाने जैसा है।आन्दोलन में मौजूद लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया जिससे पूरा वातावरण हिन्दू धर्म के जयकारो से गूंज उठा। आन्दोलनकारी व्यापारियो और किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे रख रहे है और किसी भी तरह की शांति व्यवस्था भंग नही होने देगे।उन्होने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नही मानी गई तो वे उग्र आन्दोलन करेंगे।किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम की होगी।

इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाइट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में भव्य दीपोत्सव का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आज इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाईट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन के अन्तर्गत पूरे किलाघाट पर विभिन्न आकृतियों जैसे स्वास्तिक युनेस्को दीप इत्यादि बनाते हुए उन्हें लगभग 10000 द्वीपो से सजाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मण्डलायुक्त एवं इलाहाबाद संग्रहालय की निदेशक सौम्या अग्रवाल ने संग्रहालय एवं मेला के अधिकारीयों व कर्मचारियो के साथ दीप प्रज्वलन कर दीपदान किया।कुम्भ मेला पहले ही यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल है मेला क्षेत्र में यह आयोजन करना एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

स्टीलगेट में 13 दिसंबर से सजेगा ‘हरि कथा’ का दरबार, कलश यात्रा के साथ होगा भव्य शुभारंभ

धनबाद: शहर के सरायढेला, स्टीलगेट स्थित दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर प्रांगण में आगामी 13 दिसंबर से सात दिवसीय भव्य ‘हर के आँगन में हरि कथा’ का शुभारंभ होने जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर मंदिर परिसर में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। यह जानकारी आयोजन समिति के हित नयन कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।

शनिवार को निकलेगी भव्य कलश यात्रा

आयोजन समिति ने बताया कि अनुष्ठान का शुभारंभ 13 दिसंबर (शनिवार) को भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। यह कलश यात्रा न्यू बैंक कॉलोनी से शुरू होकर गाजे-बाजे और झांकी के साथ कार्यक्रम स्थल (मंदिर प्रांगण) तक जाएगी।

वृंदावन से पधारेंगे सुप्रसिद्ध कथा व्यास

समिति ने जानकारी दी कि 13 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन होगा। इस दौरान वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास पूज्य श्री हित ललितवल्लभ नागार्च जी अपने मुखारविंद से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं एवं हरि कथा का अमृतपान कराएँगे। आयोजन को लेकर क्षेत्र के भक्तों में भारी उत्साह है।

20 दिसंबर को महाप्रसाद और भंडारा

कथा विश्राम के अगले दिन, यानी 20 दिसंबर (शनिवार) को भव्य महाप्रसाद एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

​मुख्य यजमान

इस धार्मिक आयोजन के मुख्य यजमान न्यू बैंक कॉलोनी निवासी मोहन गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी किरण देवी हैं। उन्होंने शहर के सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से सपरिवार कथा में उपस्थित होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है।

​प्रेस वार्ता में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए आयोजित बैठक में सरायढेला चेंबर अध्यक्ष श्रवण सिन्हा, कोषाध्यक्ष संजय सोनी, अरुण गुप्ता, मंटू, राजू गुप्ता, अशोक विश्वकर्मा, योगेश गुप्ता, निताई कुंभकार, कुश भारती, मुकेश कुमार, मुकुल पांडेय, अमृत मंडल और प्रकाश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

चाईबासा में आदिवासियों पर हुई लाठीचार्ज ,बर्बर कार्रवाई की उच्चस्तरीय जांच हो.....आदित्य साहू


भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में शून्यकाल के दौरान विगत दिनों चाईबासा में नो इंट्री लागू करने की मांग करने वाले आदिवासी भाइयों पर हुए लाठी चार्ज,आंसू गैस छोड़े जाने, निर्दोषों को जेल भेजे जाने, अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किए जाने और पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उपायुक्त के द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के मामले को उठाया।जांच की मांग की।

श्री साहू ने कहा कि विगत 27 अक्टूबर को चाईबासा में पोखरिया टाटा बायपास रोड पर दिन में भारी ओवरलोडेड वाहनों के संचालन पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। दो वर्षों में यहां लगभग 200 लोगों की जान भारी वाहनों से कुचलकर हो गई है। यह इलाका आदिवासी बहुल इलाका है। वाहनों से परेशान सैकड़ों स्थानीय स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर भारी वाहनों का दिन में परिचालन नहीं होने की मांग की,धरने पर भी बैठे।लेकिन वहां के स्थानीय विधायक और राज्य के परिवहन मंत्री ने लोगों से बात करना भी उचित नहीं समझा। न कोई पदाधिकारी आकर बातों को सुना। हद तो तब हो गई जब रात के अंधेरे में कांग्रेस पार्टी समर्थित झामुमो की सरकार ने धरना पर बैठे लोगों पर सूर्यास्त के बाद रात के अंधेर में लाठीचार्ज करवाया, आंसू गैस के गोले छोड़े गए। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का पुराना चरित्र जो आदिवासी, दलित पिछड़ा विरोध का रहा है उजागर हुआ।

कहा कि इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन ने 75 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया।10 पुरुष और 7 महिलाओं को रात में गिरफ्तार किया गया। 500 से अधिक अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।

कहा कि इतना ही नहीं जब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा उपायुक्त के पास घटना के बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ ज्ञापन सौंपने जाते हैं तो वहां भी एक गरीब आदिवासी का बेटा पूर्व मुख्यमंत्री जिन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।

कहा कि आखिर पदाधिकारियों का इतना मनोबल किसने बढ़ाया। ये राज्य को लूटने और गोरखधंधा करने वाले लोग हैं।

कहा कि एक तरफ खुद को राज्य सरकार आदिवासी की हितैषी बताती है दूसरी ओर आदिवासियों को लगातार प्रताड़ित और अपमानित किया जा रहा है। यह राज्य को कलंकित करने वाली घटना है।

कहा कि इस पूरे घटना की उच्चस्तरीय जांच की वे मांग करते हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान