'सीखते हैं करके': योगी सरकार का स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी प्रयोग
* LBD कार्यक्रम से स्कूली शिक्षा को मिला व्यावसायिक आधार, 75 जिलों में LBD लैब्स की स्थापना

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव लाया जा रहा है। अब किताबों तक सीमित ज्ञान नहीं, बल्कि बच्चों को सीखते हुए करने और करते हुए सीखने पर बल दिया जा रहा है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रारंभ किया गया ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की परिभाषा को पूरी तरह बदल रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को धरातल पर उतारते हुए कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को अब पारंपरिक विषयों के साथ-साथ काष्ठ कर्म, धातु कार्य, कृषि-बागवानी, स्वास्थ्य व पोषण, जैसे विषयों में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे बच्चों में न केवल रोजगार कौशल विकसित हो रहा है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।
2024-25 में इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए प्रदेश के 75 जिलों के 2274 उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में आधुनिक LBD लैब्स स्थापित की गई हैं। प्रत्येक लैब को 205 आधुनिक औजारों व उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। स्कूल प्रबंधन समितियों को उपभोज्य सामग्री व कच्चा माल भी उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले 15 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 5,937 बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
UNICEF और विज्ञान आश्रम के सहयोग से 60 स्किल आधारित गतिविधियों का टीचर मैनुअल विकसित किया गया है, जिसे SCERT से स्वीकृति मिली है। गणित व विज्ञान शिक्षकों को मल्टी स्किलिंग प्रशिक्षण भी दिया गया है। कार्यक्रम से लड़कियों की भागीदारी, श्रम की गरिमा, और लैंगिक समानता को भी नया आयाम मिला है। अगले चरण में इसे 3288 और विद्यालयों में लागू किया जाएगा।

* ‘सीखते हैं करके’ से शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव: संदीप सिंह

मुख्यमंत्री योगी की सोच पर आधारित ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान से आगे ले जाकर रोजगारपरक, व्यावहारिक और जीवनोपयोगी बना रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह पहल बच्चों को हुनरमंद, स्वावलंबी और सक्षम नागरिक बना रही है। यह कार्यक्रम न सिर्फ छात्रों के कौशल को निखार रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को ‘स्किल इंडिया मिशन’ से मजबूती से जोड़कर आत्मनिर्भर राज्य की नींव भी रख रहा है। सरकारी विद्यालयों में इसे तेजी से लागू किया जा रहा है।
अवैध धर्मांतरण के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती, 16 दोषियों को सजा, 12 को आजीवन कारावास
* 450 से अधिक अवैध प्रमाणपत्र और विदेशी फंडिंग के दस्तावेज भी बरामद

* पुलिस, एसटीएफ और एटीएस ने पिछले आठ वर्षों में दो दर्जन से अधिक अवैध धर्मांतरण के आकाओं और सहयोगियों को दबोचा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ निर्णायक अभियान छेड़ रखा है। बीते आठ वर्षों में पुलिस, एसटीएफ और एटीएस की कार्रवाई में दो दर्जन से अधिक संगठित धर्मांतरण गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। इन गिरोहों के सरगनाओं और सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं अभियोजन विभाग की प्रभावी पैरवी के चलते 16 आरोपियों को सजा भी दिलाई गई है—जिनमें 12 को आजीवन कारावास और 4 को 10 वर्ष की कठोर सजा सुनाई गई है। साथ ही सभी दोषियों पर अर्थदंड भी लगाया गया है।

डीजीपी राजीव कृष्णा ने बताया कि यह कार्रवाई केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रही, बल्कि राज्य में अवैध धर्मांतरण के सुनियोजित नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी गई है। गिरफ्तार आरोपी सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं थे, बल्कि दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और हरियाणा में भी सक्रिय थे। इनका उद्देश्य बहुसंख्यक आबादी में धार्मिक असंतुलन पैदा करना और देश की शांति व्यवस्था को बाधित करना था।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी इस्लामिक दावा सेंटर जैसे संगठनों की आड़ में गरीब, असहाय, दिव्यांग और बेरोजगार लोगों को नौकरी, इलाज, शादी और पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे। कुछ मामलों में इनका संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से भी सामने आया है। डीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने बताया कि वैज्ञानिक साक्ष्यों और ठोस पैरवी की बदौलत कोर्ट से सख्त सजा दिलवाई गई। यह प्रदेश सरकार के धार्मिक-सामाजिक एकता और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के संकल्प का प्रमाण है।

* अवैध धर्मांतरण के इन आरोपियों को दिलायी गयी सजा :
1. मोहम्मद उमर गौतम, 2. मौलाना कलीम सिद्दीकी, 3. काज़ी जहांगीर आलम कासमी, 4. इरफान शेख उर्फ इरफान खान, 5. सरफराज अली जाफरी
6. कौशर आलम, 7. फराज बाबुल्लाह शाह, 8. अब्दुल्ला उमर, 9. धीरज गोविंद राव जगताप, 10. सलाउद्दीन जैनुद्दीन शेख, 11. प्रसाद रामेश्वर कांवरे उर्फ आदम
12. अर्सलान मुस्तफा उर्फ भूप्रिय बंदो, 13. मोहम्मद सलीम, 14. राहुल भोला
15. मन्नू यादव, 16. कुणाल अशोक चौधरी
आजमगढ़ :पूर्वमंत्री राम आसरे विश्वकर्मा के पिता जगत भूषण की मनायी गयी पुण्यतिथि ,वक्ताओं उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर किया चर्चा
  सिद्धेश्वर पांडेय
   व्यूरो चीफ
आजमगढ़  । पूर्व मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के नेता राम आसरे विश्वकर्मा और जगत इण्टर कालेज  गद्दौ पुर के संस्थापक स्व जगत भूषण विश्वकर्मा की पुण्यतिथि गुरुवार को जगत इण्टर कालेज गद्दोपुर के सभागार में मनायी गयी। इस दौरान वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा किया । सर्व प्रथम कालेज के संस्थापक स्व जगत भूषण विश्वकर्मा के चित्र पर पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने धूप ,दीप और माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत किया । पूर्वमन्त्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा स्व जगत भूषण विश्वकर्मा समाजवादी सोच के साथ साथ धर्म परायण थे । दूसरों की मदद करना उनकी आदत बन गयी थीं ।कभी किसी का नुक़सान नहीं किया।साधारण वेशभूषा में रहने वाले जगत भूषण विश्वकर्मा की सोच के कारण ही अशिक्षित क्षेत्र में जगत इण्टर कालेज की स्थापना करके सभी बेटियों को शिक्षित करने का सपना था ,जो आज देश के की सेवाओं में उच्च पद पर कार्यरत हैं। आज उनकी पुण्यतिथि आने वाले पीढ़ियों के लिये प्रेरणा स्रोत बनेगा। इस अवसर पर प्रबन्धक आयुष विश्वकर्मा ,प्रधानाचार्य हरिलाल प्रजापति ,प्रधानाचार्य अखिलेश यादव, जन्मेजय यादव ,अमर नाथ विश्वकर्मा ,सुरेन्द्र विश्वकर्मा, चन्द्र भूषण विश्वकर्मा ,अमरेज यादव, सिकन्दर यादव ,दीप चन्द यादव, अजय यादव , राजबहादुर विश्वकर्मा ,अजीत विश्वकर्मा आदि लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया ।
उत्तराखंड में फर्जी साधुओं पर कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू, सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश

— ब्यूरो चीफ, देहरादून

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में धर्म की आड़ में ठगी और पाखंड फैलाने वालों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे फर्जी साधु-संतों के खिलाफ 'ऑपरेशन कालनेमि' शुरू करने का ऐलान किया है। इस अभियान का उद्देश्य सनातन धर्म की गरिमा की रक्षा और समाज में सौहार्द बनाए रखना है।

हरिद्वार, ऋषिकेश जैसे धार्मिक स्थलों पर हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां असामाजिक तत्व साधु-संतों का भेष धारण कर लोगों, विशेषकर महिलाओं को ठगने और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने में लगे हुए थे। इससे न केवल आमजन की धार्मिक आस्था आहत हो रही है, बल्कि सनातन परंपरा की छवि को भी ठेस पहुंच रही है।

सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी धर्म का व्यक्ति अगर साधु के भेष में अपराध करता पाया जाए, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आस्था के नाम पर पाखंड फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

‘कालनेमि’ नाम पौराणिक कथा से लिया गया है, जिसमें एक असुर साधु का भेष धारण कर लोगों को भ्रमित करता था। आज के समय में भी ऐसे ‘कालनेमि’ सक्रिय हैं, जो धर्म की आड़ में अपराध कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार जनभावनाओं, सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन ‘कालनेमि’ के तहत पुलिस और प्रशासन इन फर्जी बाबाओं की पहचान कर उन पर निगरानी रखेगा और आवश्यकतानुसार कार्रवाई करेगा।

*गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति आस्था और समर्पण का पर्व : श्रीराम प्रपन्नाचार्य*
*संत-महन्थ समाज के पथ प्रदर्शक : सुशील त्रिपाठी* 

*भाजपाइयों ने उल्लास के साथ मनाया गुरु पूर्णिमा का पर्व, संतों को किया सम्मानित*

सुलतानपुर,भाजपाइयों ने गुरु पूर्णिमा का पर्व जिलेभर में उल्लास के साथ मनाया।इस दौरान जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारियों ने विभिन्न मठ- मंदिरों में पूजा अर्चना की और धर्माचार्यों को सम्मानित किया। मीडिया प्रमुख विजय रघुवंशी ने बताया कि गुरुवार को नगर अध्यक्ष रीना जायसवाल के संयोजन में पार्टी जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी व डॉ आर.ए. वर्मा ने गोलाघाट स्थित वेदांती आश्रम में पहुंचकर बाल स्वामी श्रीराम प्रपन्नाचार्य का आशीर्वाद लिया‌‌। अंगवस्त्र व फूल-माला पहनाकर उनका सम्मान किया।इस मौके पर सुशील त्रिपाठी ने कहा कि गुरुजन, साधु- संत समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं।देश व राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इस मौके पर महन्थ श्रीराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने भक्तों को गुरु पूर्णिमा पर्व के बारे में जानकारी दी।उन्होंने कहा गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति आस्था और समर्पण का पर्व है। उन्होंने कहा गुरु जीवन से अंधकार को दूर कर ज्ञान रूपी प्रकाश प्रदान करता है। यहां पर गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया।इस दौरान संकीर्तन व भव्य भण्डारे का आयोजन हुआ।इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ सीताशरण त्रिपाठी,विजय त्रिपाठी, मीडिया प्रमुख विजय रघुवंशी,सभासद रमेश सिंह टिन्नू,गांधी सिंह, राकेश सिंह दद्दू,अनुज प्रताप सिंह, दिनेश चौरसिया,सौरभ पाण्डेय,लालेन्द्र सिंह,प्रदीप मिश्रा,हिमांशु गुप्ता,आरसी पाण्डे,मंजू तिवारी, राहुल भान मिश्रा,सतनाम सिंह आदि मौजूद रहे।वही सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने जिला मंत्री विवेक सिंह, रुपेश सिंह व मण्डल अध्यक्ष डॉ विनय प्रजापति की मौजूदगी में हरे राम - हरे कृष्ण मन्दिर, सोनवर्षा,जयसिंहपुर के पुजारी दया शंकर पाण्डेय का अंगवस्त्र देकर समारोहपूर्वक सम्मानित किया।जिला मंत्री प्रदीप शुक्ला, श्याम बहादुर पाण्डेय व मण्डल अध्यक्ष संतोष सिंह ने झारखण्डेश्वर मन्दिर, शिवनगर के पुजारी प्रकाशानंद महाराज का सम्मान किया।इसी क्रम में सभी 26 मण्डलों में जनप्रतिनिधियों,पार्टी पदाधिकारियों ने विभिन्न मठ- मंदिरों में जाकर साधू, संत,महंत व पुजारियों को सम्मानित कर आशीर्वाद लिया।
उत्तर प्रदेश में नदियों के पुनरुद्धार की व्यापक योजना, हर जिले को सौंपा जाएगा जिम्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की नदियों को फिर से जीवन्त और संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की प्रत्येक नदी को उसके स्रोत से लेकर अंतिम संगम बिंदु तक चिन्हित कर संबंधित जनपदों को साझा कार्ययोजना बनाकर जरूरी संरक्षणात्मक कदम उठाने को कहा गया है।

इस योजना का उद्देश्य केवल नदियों में जलधारा पुनर्स्थापित करना नहीं, बल्कि जल गुणवत्ता, जल उपलब्धता और जैव विविधता को स्थायी रूप से संरक्षित करना है। इसके अंतर्गत डिसिल्टेशन (गाद निकासी), कोर्स करेक्शन, चैनलाइजेशन जैसे तकनीकी उपाय अपनाए जाएंगे। साथ ही, नदी किनारों पर अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र विकसित कर वहां सघन वृक्षारोपण किया जाएगा।

हर नदी जिस-जिस जनपद से होकर बहती है, उन सभी जिलों को अपनी सीमा में आने वाले नदी क्षेत्र की साफ-सफाई, पुनर्जीवन और संरक्षण की जिम्मेदारी दी जाएगी। तालाबों की श्रृंखला, कैचमेंट क्षेत्र, पारंपरिक जल स्रोत और भूजल पुनर्भरण की संरचनाएं चिन्हित कर उनका जीर्णोद्धार किया जाएगा।

राज्य सरकार की इस पहल को "नदी को जीवित धरोहर" के रूप में संरक्षित करने की दिशा में नई शुरुआत माना जा रहा है। यह नीति जल जीवन मिशन, नमामि गंगे और पर्यावरणीय संतुलन को बल देने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि और पशुपालन में भी सकारात्मक बदलाव लाएगी।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के कार्यालय नहीं हटेंगे
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन महाप्रबंधकों को पत्र जारी किया ************************* धनबाद,हाजीपुर जोन में रेलवे में यूनियन की मान्यता प्राप्त करने के लिए 4, 5 एवम 6 दिसंबर 2024 को संपन्न हुए। मान्यता के लिए 35 % मत प्राप्त करना आवश्यक रहा परंतु किसी भी यूनियन को 35% मत प्राप्त नहीं हुए । जिस कारण सीक्रेट वैलेट इलेक्शन की मॉडलिटी के प्रावधानों के अनुसार सर्वाधिक प्रतिशत पाने वाली यूनियन को सेक्सन 5.5 के तहत मान्यता प्रदान करने के अनुपालन करते हुए हाजीपुर जोनल रेलवे प्रशासन ने ईसीआरईयू ( बरगद छाप) को मान्यता पत्र निर्गत किया । मान्यता प्राप्त होते ही इस नये यूनियन ने कार्यालयों की मांग की। इसके लिए ईसीआरकेयू को पहले से आवंटित विभिन्न जोनल, मंडलीय और शाखाओं के ही खाली कराने के लिए हथकंडे लगाते हुए कई मंडलीय और केन्द्रीय कार्यालयों को खाली करवाया। मान्यता प्राप्त करने के लिए चुनाव के आलोक में कार्यालय रखने या खाली करने के विषय में स्पष्ट दिशा निर्देश उपलब्ध नहीं होने के कारण ईसीआरकेयू ने भी सदाशयता दिखाते हुए जोनल और मंडलीय प्रशासन के आदेशों को मानते हुए सहयोग किया और कार्यालय प्रशासन को सौंप दिया। उक्त जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह एआईआरएफ वर्किंग कमिटी के सदस्य मो ज़्याऊद्दीन ने बताया कि ईसीआरकेयू सहित कई जोन्स के अनुषंगी यूनियनों ने एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा को रेलवे बोर्ड द्वारा स्पष्टीकरण जारी करवाने का अनुरोध किया। ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए को शिव गोपाल मिश्रा को पटना बुलाकर वस्तुस्थिति बताई । दोनों नेतृत्व ने महाप्रबंधक से भी मुलाकात की। बाद में मिश्रा जी ने रेलवे बोर्ड स्तर पर पुरजोर मांग की थी कि जहां-जहां ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की ऐफिलिएटिड यूनियन मान्यता प्राप्त नहीं कर सकी वहां पर उन्हें यूनियन कार्यालय उपलब्ध कराए जाएं जिससे कि वह कर्मचारी से संपर्क स्थापित कर उनकी समस्याओं से रूबरू हो सके और संगठनात्मक कार्यकलाप कर सके। जिस पर रेलवे बोर्ड ने अपनी स्वीकृति प्रदान दी । रेलवे बोर्ड की प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध) श्रीमती रेणु शर्मा ने भारतीय रेलवे के सभी महाप्रबंधक को पत्र के माध्यम से निर्देशित किया है कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन से ऐफिलिएटेड यूनियन को जोनल एवं मंडल स्तर पर कार्यालय उपलब्ध कराए जाएं। इस संबंध में एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने कहा कि रेलवे बोर्ड के इस पत्र के अनुसार अब हाजीपुर जोन में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन को कार्यालय मिलने का रास्ता साफ हो गया है। साथ ही, सभी मंडलों में अवस्थित शाखा कार्यालय भी ईसीआरकेयू के ही अधीन बने रहेंगे। यह उपलब्धि एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव के सार्थक प्रयासों से ही संभव हो सका है । धनबाद मंडल के ईसीआरकेयू के केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष,,जितेंद्र कुमार साव,एन के खवास,बी के साव,आई एम सिंह,चंदन शुक्ल,पी के सिन्हा,बी बी सिंह,महेन्द्र प्रसाद महतो,आर एन चौधरी,अजीत कुमार मंडल,सुनील कुमार सिंह,उमेश सिंह,सी पी पाण्डेय,मंटू सिन्हा,परमेश्वर कुमार, विश्वजीत मुखर्जी,रंजीत यादव,रूपेश कुमार और महिला एवं युवा समितियों के सदस्यों,सभी पदाधिकारी,सक्रिय सदस्यों तथा समर्थक रेलकर्मियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए ईसीआरकेयू को मजबूत बनाने का संकल्प लिया है।
रांची में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक शुरू: अमित शाह कर रहे अध्यक्षता, CM सोरेन उठाएंगे ₹1.36 लाख करोड़ बकाया का मुद्दा

रांची: राजधानी रांची स्थित होटल रेडिसन ब्लू में आज पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक का शुभारंभ हो गया है। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं। बैठक में झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों के प्रमुख नेता और मंत्री भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की उपस्थिति

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गुलदस्ता और एक पेंटिंग भेंट कर स्वागत किया। अन्य अतिथियों का भी मुख्यमंत्री ने पौधा देकर अभिनंदन किया। मुख्य मंच पर अमित शाह के एक ओर हेमंत सोरेन और दूसरी ओर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी बैठे हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य भी मंच पर उपस्थित हैं।

झारखंड की ₹1.36 लाख करोड़ की बकाया राशि की मांग

इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के लिए विशेष पैकेज के साथ-साथ कोल कंपनियों पर बकाया ₹1.36 लाख करोड़ रुपये की मांग प्रमुखता से उठाएंगे।

बैठक के प्रमुख एजेंडे

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की इस बैठक में कुल 20 महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा होगी। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

गाँवों में बैंकिंग सुविधा बढ़ाना

बिजली वितरण सिस्टम के घाटे को कम करना

अर्बन मास्टर प्लान

जलाशयों से संबंधित विवाद

यौन अपराधों की जांच में तेजी

बोर्ड-निगमों की परिसंपत्ति और देनदारियों का बंटवारा

खनिजों की नीलामी

स्कूलों में ड्रॉपआउट दर कम करना

सहकार से समृद्धि योजना पर चर्चा

यह बैठक पूर्वी राज्यों के बीच अंतर्राज्यीय सहयोग और विकास संबंधी मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायक होगी।

आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल में हुआ पौधारोपण


लखनऊ। कैंट स्थित आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 150 से अधिक पौधे लगाए गए। अधिकरण के विभागाध्यक्ष व मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अनिल कुमार, प्रशासनिक सदस्य वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, मेजर जनरल संजय सिंह, लिटिगेशन इंचार्ज भारत सरकार डा.शैलेंद्र शर्मा 'अटल', बार एसोसिएशन के महामंत्री गिरीश तिवारी, बाई लॉज़ ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ.चेतनारायण सिंह, अध्यक्ष के.के.एस बिष्ट, रजिस्ट्रार दुष्यंत दत्त, संयुक्त रजिस्ट्रार लेफ्टिनेंट कर्नल सीमित कुमार, डिप्टी रजिस्ट्रार सचींद्र पाल सिंह आदि ने पौधरोपण किया।

इसके अलावा परिसर में कई जगहों पर चेयरमैन योगेश केसरवानी, को-चेयरमैन विजय कुमार पांडेय, आशीष कुमार सिंह, कार्यकारिणी सदस्य राहुल पाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरके चौहान, व मो.जफर खान, संयुक्त सचिव मनोज कुमार अवस्थी, शिव कुमार सरोज ने भी पौधे रोपे। रजिस्ट्रार दुष्यंत दत्त ने बताया कि हर वर्ष पौधरोपण की वजह से एएफटी परिसर ग्रीनरी और छायादार पेड़ों से भरी हुई है।

कार्यक्रम में न्यायमूर्ति अनिल कुमार की ओर से कई पुलिसकर्मियों को भी पौधा वितरित किया गया।
वृक्षारोपण महाभियान–2025 के तहत इंटर मिडिएट कॉलेज, धराव परिसर में भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम सम्पन्न

चंदौली धानापुर ।उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार वृक्षारोपण महाभियान–2025 के अंतर्गत इंटर मिडिएट कॉलेज धराव में भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे शिक्षकों छात्र छात्राओं ने आम जामुन, पाकड़, गोल्डीमोहर, सहजन, नीम के सैकड़ो पौधे लगाए ।

 वृक्षारोपण करते हुए प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता और वृक्षों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वृक्ष न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि धरती की हरियाली, वर्षा के चक्र और जैव विविधता को संतुलित रखने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें विद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण एवं स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से उन्हें विभिन्न प्रजातियों के पौधों का वितरण भी किया गया, ताकि वे उन्हें अपने घर अथवा मोहल्ले में लगाकर उसकी देखभाल करें और वृक्षों के महत्व को समझ सकें।

कार्यक्रम के अंत में ग्राम प्रधान साहब यादव ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह वृक्षारोपण केवल एक प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि एक सतत प्रयास का आरंभ है, जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ियों को सुरक्षित, स्वच्छ और हरित वातावरण देना है।

शिक्षकों ने इस अवसर पर बताया कि पूरे जनपद में वृक्षारोपण महाभियान को जन-सहभागिता से अभियान के रूप में चलाया जा रहा है और सभी विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने आशा जताई कि जनपद गोण्डा इस बार भी वृक्षारोपण के लक्ष्य को पार करेगा।

यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम रहा, जिसमें समाज के सभी वर्गों की सहभागिता ने इसे और भी प्रभावशाली बना दिया।

कार्यक्रम के दौरान वहां उपस्थित सभी लोगों को पौधों के रखरखाव व बराबर देखभाल करने के लिए शपथ दिलाया गया।

इस दौरान घनश्याम मौर्य, दिनेश कुमार, मेराज अहमद, सुमन सिंह, नलिनी सिंह, ग्रिजेश कुमार गौतम, श्रीप्रकाश यादव, मनीष गुप्ता सहित समस्त छात्र छात्राओं व अन्य लोग उपस्थित रहे l

'सीखते हैं करके': योगी सरकार का स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी प्रयोग
* LBD कार्यक्रम से स्कूली शिक्षा को मिला व्यावसायिक आधार, 75 जिलों में LBD लैब्स की स्थापना

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव लाया जा रहा है। अब किताबों तक सीमित ज्ञान नहीं, बल्कि बच्चों को सीखते हुए करने और करते हुए सीखने पर बल दिया जा रहा है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रारंभ किया गया ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की परिभाषा को पूरी तरह बदल रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को धरातल पर उतारते हुए कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को अब पारंपरिक विषयों के साथ-साथ काष्ठ कर्म, धातु कार्य, कृषि-बागवानी, स्वास्थ्य व पोषण, जैसे विषयों में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे बच्चों में न केवल रोजगार कौशल विकसित हो रहा है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।
2024-25 में इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए प्रदेश के 75 जिलों के 2274 उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में आधुनिक LBD लैब्स स्थापित की गई हैं। प्रत्येक लैब को 205 आधुनिक औजारों व उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। स्कूल प्रबंधन समितियों को उपभोज्य सामग्री व कच्चा माल भी उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले 15 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 5,937 बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
UNICEF और विज्ञान आश्रम के सहयोग से 60 स्किल आधारित गतिविधियों का टीचर मैनुअल विकसित किया गया है, जिसे SCERT से स्वीकृति मिली है। गणित व विज्ञान शिक्षकों को मल्टी स्किलिंग प्रशिक्षण भी दिया गया है। कार्यक्रम से लड़कियों की भागीदारी, श्रम की गरिमा, और लैंगिक समानता को भी नया आयाम मिला है। अगले चरण में इसे 3288 और विद्यालयों में लागू किया जाएगा।

* ‘सीखते हैं करके’ से शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव: संदीप सिंह

मुख्यमंत्री योगी की सोच पर आधारित ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान से आगे ले जाकर रोजगारपरक, व्यावहारिक और जीवनोपयोगी बना रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह पहल बच्चों को हुनरमंद, स्वावलंबी और सक्षम नागरिक बना रही है। यह कार्यक्रम न सिर्फ छात्रों के कौशल को निखार रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को ‘स्किल इंडिया मिशन’ से मजबूती से जोड़कर आत्मनिर्भर राज्य की नींव भी रख रहा है। सरकारी विद्यालयों में इसे तेजी से लागू किया जा रहा है।
अवैध धर्मांतरण के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती, 16 दोषियों को सजा, 12 को आजीवन कारावास
* 450 से अधिक अवैध प्रमाणपत्र और विदेशी फंडिंग के दस्तावेज भी बरामद

* पुलिस, एसटीएफ और एटीएस ने पिछले आठ वर्षों में दो दर्जन से अधिक अवैध धर्मांतरण के आकाओं और सहयोगियों को दबोचा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ निर्णायक अभियान छेड़ रखा है। बीते आठ वर्षों में पुलिस, एसटीएफ और एटीएस की कार्रवाई में दो दर्जन से अधिक संगठित धर्मांतरण गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। इन गिरोहों के सरगनाओं और सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं अभियोजन विभाग की प्रभावी पैरवी के चलते 16 आरोपियों को सजा भी दिलाई गई है—जिनमें 12 को आजीवन कारावास और 4 को 10 वर्ष की कठोर सजा सुनाई गई है। साथ ही सभी दोषियों पर अर्थदंड भी लगाया गया है।

डीजीपी राजीव कृष्णा ने बताया कि यह कार्रवाई केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रही, बल्कि राज्य में अवैध धर्मांतरण के सुनियोजित नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी गई है। गिरफ्तार आरोपी सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं थे, बल्कि दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और हरियाणा में भी सक्रिय थे। इनका उद्देश्य बहुसंख्यक आबादी में धार्मिक असंतुलन पैदा करना और देश की शांति व्यवस्था को बाधित करना था।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी इस्लामिक दावा सेंटर जैसे संगठनों की आड़ में गरीब, असहाय, दिव्यांग और बेरोजगार लोगों को नौकरी, इलाज, शादी और पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे। कुछ मामलों में इनका संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से भी सामने आया है। डीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने बताया कि वैज्ञानिक साक्ष्यों और ठोस पैरवी की बदौलत कोर्ट से सख्त सजा दिलवाई गई। यह प्रदेश सरकार के धार्मिक-सामाजिक एकता और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के संकल्प का प्रमाण है।

* अवैध धर्मांतरण के इन आरोपियों को दिलायी गयी सजा :
1. मोहम्मद उमर गौतम, 2. मौलाना कलीम सिद्दीकी, 3. काज़ी जहांगीर आलम कासमी, 4. इरफान शेख उर्फ इरफान खान, 5. सरफराज अली जाफरी
6. कौशर आलम, 7. फराज बाबुल्लाह शाह, 8. अब्दुल्ला उमर, 9. धीरज गोविंद राव जगताप, 10. सलाउद्दीन जैनुद्दीन शेख, 11. प्रसाद रामेश्वर कांवरे उर्फ आदम
12. अर्सलान मुस्तफा उर्फ भूप्रिय बंदो, 13. मोहम्मद सलीम, 14. राहुल भोला
15. मन्नू यादव, 16. कुणाल अशोक चौधरी
आजमगढ़ :पूर्वमंत्री राम आसरे विश्वकर्मा के पिता जगत भूषण की मनायी गयी पुण्यतिथि ,वक्ताओं उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर किया चर्चा
  सिद्धेश्वर पांडेय
   व्यूरो चीफ
आजमगढ़  । पूर्व मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के नेता राम आसरे विश्वकर्मा और जगत इण्टर कालेज  गद्दौ पुर के संस्थापक स्व जगत भूषण विश्वकर्मा की पुण्यतिथि गुरुवार को जगत इण्टर कालेज गद्दोपुर के सभागार में मनायी गयी। इस दौरान वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा किया । सर्व प्रथम कालेज के संस्थापक स्व जगत भूषण विश्वकर्मा के चित्र पर पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने धूप ,दीप और माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत किया । पूर्वमन्त्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा स्व जगत भूषण विश्वकर्मा समाजवादी सोच के साथ साथ धर्म परायण थे । दूसरों की मदद करना उनकी आदत बन गयी थीं ।कभी किसी का नुक़सान नहीं किया।साधारण वेशभूषा में रहने वाले जगत भूषण विश्वकर्मा की सोच के कारण ही अशिक्षित क्षेत्र में जगत इण्टर कालेज की स्थापना करके सभी बेटियों को शिक्षित करने का सपना था ,जो आज देश के की सेवाओं में उच्च पद पर कार्यरत हैं। आज उनकी पुण्यतिथि आने वाले पीढ़ियों के लिये प्रेरणा स्रोत बनेगा। इस अवसर पर प्रबन्धक आयुष विश्वकर्मा ,प्रधानाचार्य हरिलाल प्रजापति ,प्रधानाचार्य अखिलेश यादव, जन्मेजय यादव ,अमर नाथ विश्वकर्मा ,सुरेन्द्र विश्वकर्मा, चन्द्र भूषण विश्वकर्मा ,अमरेज यादव, सिकन्दर यादव ,दीप चन्द यादव, अजय यादव , राजबहादुर विश्वकर्मा ,अजीत विश्वकर्मा आदि लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया ।
उत्तराखंड में फर्जी साधुओं पर कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू, सीएम धामी ने दिए सख्त निर्देश

— ब्यूरो चीफ, देहरादून

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में धर्म की आड़ में ठगी और पाखंड फैलाने वालों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे फर्जी साधु-संतों के खिलाफ 'ऑपरेशन कालनेमि' शुरू करने का ऐलान किया है। इस अभियान का उद्देश्य सनातन धर्म की गरिमा की रक्षा और समाज में सौहार्द बनाए रखना है।

हरिद्वार, ऋषिकेश जैसे धार्मिक स्थलों पर हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां असामाजिक तत्व साधु-संतों का भेष धारण कर लोगों, विशेषकर महिलाओं को ठगने और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने में लगे हुए थे। इससे न केवल आमजन की धार्मिक आस्था आहत हो रही है, बल्कि सनातन परंपरा की छवि को भी ठेस पहुंच रही है।

सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी धर्म का व्यक्ति अगर साधु के भेष में अपराध करता पाया जाए, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आस्था के नाम पर पाखंड फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

‘कालनेमि’ नाम पौराणिक कथा से लिया गया है, जिसमें एक असुर साधु का भेष धारण कर लोगों को भ्रमित करता था। आज के समय में भी ऐसे ‘कालनेमि’ सक्रिय हैं, जो धर्म की आड़ में अपराध कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार जनभावनाओं, सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन ‘कालनेमि’ के तहत पुलिस और प्रशासन इन फर्जी बाबाओं की पहचान कर उन पर निगरानी रखेगा और आवश्यकतानुसार कार्रवाई करेगा।

*गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति आस्था और समर्पण का पर्व : श्रीराम प्रपन्नाचार्य*
*संत-महन्थ समाज के पथ प्रदर्शक : सुशील त्रिपाठी* 

*भाजपाइयों ने उल्लास के साथ मनाया गुरु पूर्णिमा का पर्व, संतों को किया सम्मानित*

सुलतानपुर,भाजपाइयों ने गुरु पूर्णिमा का पर्व जिलेभर में उल्लास के साथ मनाया।इस दौरान जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारियों ने विभिन्न मठ- मंदिरों में पूजा अर्चना की और धर्माचार्यों को सम्मानित किया। मीडिया प्रमुख विजय रघुवंशी ने बताया कि गुरुवार को नगर अध्यक्ष रीना जायसवाल के संयोजन में पार्टी जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी व डॉ आर.ए. वर्मा ने गोलाघाट स्थित वेदांती आश्रम में पहुंचकर बाल स्वामी श्रीराम प्रपन्नाचार्य का आशीर्वाद लिया‌‌। अंगवस्त्र व फूल-माला पहनाकर उनका सम्मान किया।इस मौके पर सुशील त्रिपाठी ने कहा कि गुरुजन, साधु- संत समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं।देश व राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इस मौके पर महन्थ श्रीराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने भक्तों को गुरु पूर्णिमा पर्व के बारे में जानकारी दी।उन्होंने कहा गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति आस्था और समर्पण का पर्व है। उन्होंने कहा गुरु जीवन से अंधकार को दूर कर ज्ञान रूपी प्रकाश प्रदान करता है। यहां पर गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया।इस दौरान संकीर्तन व भव्य भण्डारे का आयोजन हुआ।इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ सीताशरण त्रिपाठी,विजय त्रिपाठी, मीडिया प्रमुख विजय रघुवंशी,सभासद रमेश सिंह टिन्नू,गांधी सिंह, राकेश सिंह दद्दू,अनुज प्रताप सिंह, दिनेश चौरसिया,सौरभ पाण्डेय,लालेन्द्र सिंह,प्रदीप मिश्रा,हिमांशु गुप्ता,आरसी पाण्डे,मंजू तिवारी, राहुल भान मिश्रा,सतनाम सिंह आदि मौजूद रहे।वही सदर विधायक राज प्रसाद उपाध्याय ने जिला मंत्री विवेक सिंह, रुपेश सिंह व मण्डल अध्यक्ष डॉ विनय प्रजापति की मौजूदगी में हरे राम - हरे कृष्ण मन्दिर, सोनवर्षा,जयसिंहपुर के पुजारी दया शंकर पाण्डेय का अंगवस्त्र देकर समारोहपूर्वक सम्मानित किया।जिला मंत्री प्रदीप शुक्ला, श्याम बहादुर पाण्डेय व मण्डल अध्यक्ष संतोष सिंह ने झारखण्डेश्वर मन्दिर, शिवनगर के पुजारी प्रकाशानंद महाराज का सम्मान किया।इसी क्रम में सभी 26 मण्डलों में जनप्रतिनिधियों,पार्टी पदाधिकारियों ने विभिन्न मठ- मंदिरों में जाकर साधू, संत,महंत व पुजारियों को सम्मानित कर आशीर्वाद लिया।
उत्तर प्रदेश में नदियों के पुनरुद्धार की व्यापक योजना, हर जिले को सौंपा जाएगा जिम्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की नदियों को फिर से जीवन्त और संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की प्रत्येक नदी को उसके स्रोत से लेकर अंतिम संगम बिंदु तक चिन्हित कर संबंधित जनपदों को साझा कार्ययोजना बनाकर जरूरी संरक्षणात्मक कदम उठाने को कहा गया है।

इस योजना का उद्देश्य केवल नदियों में जलधारा पुनर्स्थापित करना नहीं, बल्कि जल गुणवत्ता, जल उपलब्धता और जैव विविधता को स्थायी रूप से संरक्षित करना है। इसके अंतर्गत डिसिल्टेशन (गाद निकासी), कोर्स करेक्शन, चैनलाइजेशन जैसे तकनीकी उपाय अपनाए जाएंगे। साथ ही, नदी किनारों पर अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र विकसित कर वहां सघन वृक्षारोपण किया जाएगा।

हर नदी जिस-जिस जनपद से होकर बहती है, उन सभी जिलों को अपनी सीमा में आने वाले नदी क्षेत्र की साफ-सफाई, पुनर्जीवन और संरक्षण की जिम्मेदारी दी जाएगी। तालाबों की श्रृंखला, कैचमेंट क्षेत्र, पारंपरिक जल स्रोत और भूजल पुनर्भरण की संरचनाएं चिन्हित कर उनका जीर्णोद्धार किया जाएगा।

राज्य सरकार की इस पहल को "नदी को जीवित धरोहर" के रूप में संरक्षित करने की दिशा में नई शुरुआत माना जा रहा है। यह नीति जल जीवन मिशन, नमामि गंगे और पर्यावरणीय संतुलन को बल देने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि और पशुपालन में भी सकारात्मक बदलाव लाएगी।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के कार्यालय नहीं हटेंगे
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन महाप्रबंधकों को पत्र जारी किया ************************* धनबाद,हाजीपुर जोन में रेलवे में यूनियन की मान्यता प्राप्त करने के लिए 4, 5 एवम 6 दिसंबर 2024 को संपन्न हुए। मान्यता के लिए 35 % मत प्राप्त करना आवश्यक रहा परंतु किसी भी यूनियन को 35% मत प्राप्त नहीं हुए । जिस कारण सीक्रेट वैलेट इलेक्शन की मॉडलिटी के प्रावधानों के अनुसार सर्वाधिक प्रतिशत पाने वाली यूनियन को सेक्सन 5.5 के तहत मान्यता प्रदान करने के अनुपालन करते हुए हाजीपुर जोनल रेलवे प्रशासन ने ईसीआरईयू ( बरगद छाप) को मान्यता पत्र निर्गत किया । मान्यता प्राप्त होते ही इस नये यूनियन ने कार्यालयों की मांग की। इसके लिए ईसीआरकेयू को पहले से आवंटित विभिन्न जोनल, मंडलीय और शाखाओं के ही खाली कराने के लिए हथकंडे लगाते हुए कई मंडलीय और केन्द्रीय कार्यालयों को खाली करवाया। मान्यता प्राप्त करने के लिए चुनाव के आलोक में कार्यालय रखने या खाली करने के विषय में स्पष्ट दिशा निर्देश उपलब्ध नहीं होने के कारण ईसीआरकेयू ने भी सदाशयता दिखाते हुए जोनल और मंडलीय प्रशासन के आदेशों को मानते हुए सहयोग किया और कार्यालय प्रशासन को सौंप दिया। उक्त जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह एआईआरएफ वर्किंग कमिटी के सदस्य मो ज़्याऊद्दीन ने बताया कि ईसीआरकेयू सहित कई जोन्स के अनुषंगी यूनियनों ने एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा को रेलवे बोर्ड द्वारा स्पष्टीकरण जारी करवाने का अनुरोध किया। ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए को शिव गोपाल मिश्रा को पटना बुलाकर वस्तुस्थिति बताई । दोनों नेतृत्व ने महाप्रबंधक से भी मुलाकात की। बाद में मिश्रा जी ने रेलवे बोर्ड स्तर पर पुरजोर मांग की थी कि जहां-जहां ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की ऐफिलिएटिड यूनियन मान्यता प्राप्त नहीं कर सकी वहां पर उन्हें यूनियन कार्यालय उपलब्ध कराए जाएं जिससे कि वह कर्मचारी से संपर्क स्थापित कर उनकी समस्याओं से रूबरू हो सके और संगठनात्मक कार्यकलाप कर सके। जिस पर रेलवे बोर्ड ने अपनी स्वीकृति प्रदान दी । रेलवे बोर्ड की प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध) श्रीमती रेणु शर्मा ने भारतीय रेलवे के सभी महाप्रबंधक को पत्र के माध्यम से निर्देशित किया है कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन से ऐफिलिएटेड यूनियन को जोनल एवं मंडल स्तर पर कार्यालय उपलब्ध कराए जाएं। इस संबंध में एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने कहा कि रेलवे बोर्ड के इस पत्र के अनुसार अब हाजीपुर जोन में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन को कार्यालय मिलने का रास्ता साफ हो गया है। साथ ही, सभी मंडलों में अवस्थित शाखा कार्यालय भी ईसीआरकेयू के ही अधीन बने रहेंगे। यह उपलब्धि एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव के सार्थक प्रयासों से ही संभव हो सका है । धनबाद मंडल के ईसीआरकेयू के केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष,,जितेंद्र कुमार साव,एन के खवास,बी के साव,आई एम सिंह,चंदन शुक्ल,पी के सिन्हा,बी बी सिंह,महेन्द्र प्रसाद महतो,आर एन चौधरी,अजीत कुमार मंडल,सुनील कुमार सिंह,उमेश सिंह,सी पी पाण्डेय,मंटू सिन्हा,परमेश्वर कुमार, विश्वजीत मुखर्जी,रंजीत यादव,रूपेश कुमार और महिला एवं युवा समितियों के सदस्यों,सभी पदाधिकारी,सक्रिय सदस्यों तथा समर्थक रेलकर्मियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए ईसीआरकेयू को मजबूत बनाने का संकल्प लिया है।
रांची में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक शुरू: अमित शाह कर रहे अध्यक्षता, CM सोरेन उठाएंगे ₹1.36 लाख करोड़ बकाया का मुद्दा

रांची: राजधानी रांची स्थित होटल रेडिसन ब्लू में आज पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक का शुभारंभ हो गया है। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं। बैठक में झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों के प्रमुख नेता और मंत्री भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की उपस्थिति

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गुलदस्ता और एक पेंटिंग भेंट कर स्वागत किया। अन्य अतिथियों का भी मुख्यमंत्री ने पौधा देकर अभिनंदन किया। मुख्य मंच पर अमित शाह के एक ओर हेमंत सोरेन और दूसरी ओर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी बैठे हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य भी मंच पर उपस्थित हैं।

झारखंड की ₹1.36 लाख करोड़ की बकाया राशि की मांग

इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के लिए विशेष पैकेज के साथ-साथ कोल कंपनियों पर बकाया ₹1.36 लाख करोड़ रुपये की मांग प्रमुखता से उठाएंगे।

बैठक के प्रमुख एजेंडे

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की इस बैठक में कुल 20 महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा होगी। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित विषय शामिल हैं:

गाँवों में बैंकिंग सुविधा बढ़ाना

बिजली वितरण सिस्टम के घाटे को कम करना

अर्बन मास्टर प्लान

जलाशयों से संबंधित विवाद

यौन अपराधों की जांच में तेजी

बोर्ड-निगमों की परिसंपत्ति और देनदारियों का बंटवारा

खनिजों की नीलामी

स्कूलों में ड्रॉपआउट दर कम करना

सहकार से समृद्धि योजना पर चर्चा

यह बैठक पूर्वी राज्यों के बीच अंतर्राज्यीय सहयोग और विकास संबंधी मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायक होगी।

आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल में हुआ पौधारोपण


लखनऊ। कैंट स्थित आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 150 से अधिक पौधे लगाए गए। अधिकरण के विभागाध्यक्ष व मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अनिल कुमार, प्रशासनिक सदस्य वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, मेजर जनरल संजय सिंह, लिटिगेशन इंचार्ज भारत सरकार डा.शैलेंद्र शर्मा 'अटल', बार एसोसिएशन के महामंत्री गिरीश तिवारी, बाई लॉज़ ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ.चेतनारायण सिंह, अध्यक्ष के.के.एस बिष्ट, रजिस्ट्रार दुष्यंत दत्त, संयुक्त रजिस्ट्रार लेफ्टिनेंट कर्नल सीमित कुमार, डिप्टी रजिस्ट्रार सचींद्र पाल सिंह आदि ने पौधरोपण किया।

इसके अलावा परिसर में कई जगहों पर चेयरमैन योगेश केसरवानी, को-चेयरमैन विजय कुमार पांडेय, आशीष कुमार सिंह, कार्यकारिणी सदस्य राहुल पाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरके चौहान, व मो.जफर खान, संयुक्त सचिव मनोज कुमार अवस्थी, शिव कुमार सरोज ने भी पौधे रोपे। रजिस्ट्रार दुष्यंत दत्त ने बताया कि हर वर्ष पौधरोपण की वजह से एएफटी परिसर ग्रीनरी और छायादार पेड़ों से भरी हुई है।

कार्यक्रम में न्यायमूर्ति अनिल कुमार की ओर से कई पुलिसकर्मियों को भी पौधा वितरित किया गया।
वृक्षारोपण महाभियान–2025 के तहत इंटर मिडिएट कॉलेज, धराव परिसर में भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम सम्पन्न

चंदौली धानापुर ।उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार वृक्षारोपण महाभियान–2025 के अंतर्गत इंटर मिडिएट कॉलेज धराव में भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे शिक्षकों छात्र छात्राओं ने आम जामुन, पाकड़, गोल्डीमोहर, सहजन, नीम के सैकड़ो पौधे लगाए ।

 वृक्षारोपण करते हुए प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता और वृक्षों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वृक्ष न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि धरती की हरियाली, वर्षा के चक्र और जैव विविधता को संतुलित रखने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें विद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण एवं स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से उन्हें विभिन्न प्रजातियों के पौधों का वितरण भी किया गया, ताकि वे उन्हें अपने घर अथवा मोहल्ले में लगाकर उसकी देखभाल करें और वृक्षों के महत्व को समझ सकें।

कार्यक्रम के अंत में ग्राम प्रधान साहब यादव ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह वृक्षारोपण केवल एक प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि एक सतत प्रयास का आरंभ है, जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ियों को सुरक्षित, स्वच्छ और हरित वातावरण देना है।

शिक्षकों ने इस अवसर पर बताया कि पूरे जनपद में वृक्षारोपण महाभियान को जन-सहभागिता से अभियान के रूप में चलाया जा रहा है और सभी विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने आशा जताई कि जनपद गोण्डा इस बार भी वृक्षारोपण के लक्ष्य को पार करेगा।

यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम रहा, जिसमें समाज के सभी वर्गों की सहभागिता ने इसे और भी प्रभावशाली बना दिया।

कार्यक्रम के दौरान वहां उपस्थित सभी लोगों को पौधों के रखरखाव व बराबर देखभाल करने के लिए शपथ दिलाया गया।

इस दौरान घनश्याम मौर्य, दिनेश कुमार, मेराज अहमद, सुमन सिंह, नलिनी सिंह, ग्रिजेश कुमार गौतम, श्रीप्रकाश यादव, मनीष गुप्ता सहित समस्त छात्र छात्राओं व अन्य लोग उपस्थित रहे l