माघ मेला -2026 के दृष्टिगत प्रयागराज छिवकी एवं नैनी जंक्शन पर आयोजित की गयी फायर मॉक ड्रिल
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल के नेतृत्व में प्रयागराज मण्डल आगामी माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओ को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरन्तर प्रयासरत है।इसी क्रम में आज दिनांक 18 दिसम्बर 2025 को सहायक मंडल मैकेनिकल इंजीनियर/ओ एंड एफ़ अंकुर चक्रवर्ती के नेतृत्व में प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर फायर मॉक ड्रिल आयोजित की गयी।इस मॉक ड्रिल में वरिष्ट खंड अभियंता/लोको रज़ा हैदर;संरक्षा सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद; चीफ यार्ड मास्टर संतोष कुमार; मुख्य टिकट निरीक्षक, राकेश चौधरी;स्टेशन अधीक्षक कुमार राकेश सहित परिचालन वाणिज्य कैरिज एवं वैगन पर्यावरण एवं रखरखाव तथा रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारी उपस्थित थे।वरिष्ठ मंडल मैकेनिकल इंजीनियर/ओ एंड एफ़ अंकुर चक्रवर्ती ने माघ मेला -2026 की तैयारियो पर कर्मचारियों से बातचीत करते हुए कहा कि माघ मेला-2026 प्रयागराज मण्डल के सभी कर्मचारियों के लिए सेवा करने का अवसर है।हम सभी का उद्देशय प्रयागराज की धरती पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु और यात्री को सुखद यात्रा का अनुभव देने के लिए आवश्यक है कि सुरक्षा एवं संरक्षा को प्राथमिकता पर रखकर कार्य करे।प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर आयोजित मॉक ड्रिल में सीनियर सेक्शन इंजीनियर/लोको रज़ा हैदर ने उपस्थित सभी कर्मचारियो को आग, आग के प्रकार एवं आग को बुझाने के तरीको के बारें में विस्तृत जानकारी दी तत्पश्चात सूखे पत्तों एवं कूड़े के ढेर में आग लगाई गयी।फ्रंट लाइन स्टाफ ने इस आग पर अग्निशमन यन्त्रो की सहायता से काबू करने का अभ्यास किया। इसी क्रम में नैनी जंक्शन पर भी फायर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।मॉक ड्रिल में सीनियर सेक्शन इंजीनियर/लोको रज़ा हैदर ने उपस्थित सभी कर्मचारियो को आग आग के प्रकार एवं आग को बुझाने के तरीको के बारें में विस्तृत जानकारी।
मुक्त विश्वविद्यालय में आर एस एस के विचार एवं व्यवहार पर राष्ट्रीय कार्यशाला आज
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के समाज विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में शुक्रवार 19 दिसम्बर 2025 को पूर्वाह्न 11:00 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित हुआ है। आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी ने बताया कि उक्त कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय क्षेत्र प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय एवं राष्ट्रधर्म के निदेशक मनोज कांत होंगे।कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेगे।कार्यक्रम की सफलता के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर समन्वयक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी संयोजक प्रोफेसर संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी एवं सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी की समिति गठित की गयी है।कार्यशाला के अन्तर्गत विशिष्ट वक्ताओ द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार एवं व्यवहार के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इसी विषय पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय आगामी जनवरी 2026 सत्र से एक पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ करने वाला है।जिसकी घोषणा कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने इसी वर्ष गांधी जयन्ती के अवसर पर की है।उक्त कार्यशाला में इस पाठ्यक्रम के लेखन से संबंधित शिक्षकों के साथ-साथ विश्वविद्यालय एवं देश के अन्य शिक्षण संस्थानो के शिक्षक शिक्षार्थी एवं अन्य गणमान्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे।
कव्वाल जंगल हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा तीन गिरफ्तार, 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' के तहत पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर । थाना जानसठ पुलिस ने गांव कव्वाल के जंगल में हुई सनसनीखेज हत्या की गुत्थी को महज 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' और 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपियों को जेल भेज दिया है। बीते दिनों गांव कव्वाल के जंगल में गोपीचंद नामक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मु0अ0सं0 229/25 धारा 103(1)/3(5) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। सीओ जानसठ यतेन्द्र नागर और थाना प्रभारी राजीव शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने साक्ष्यों के आधार पर 18 दिसंबर को त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल मुख्य अभियुक्त आकाश सैनी (पुत्र बाबूराम) और दो बाल अपचारियों—अनुज कुमार उर्फ मिथुन (पुत्र संतराम सैनी) व अंकित पाल उर्फ पटवारी (पुत्र सुभाष पाल)—को हिरासत में लिया। सभी आरोपी ग्राम कव्वाल के ही निवासी हैं। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर मृतक गोपीचंद का मोबाइल फोन (लावा कंपनी, नीले रंग का) और लूटे गए 400 रुपये बरामद किए गए हैं। मिले सूत्रों के अनुसार, हत्या के पीछे का उद्देश्य लूटपाट या आपसी विवाद हो सकता है, जिसकी पुलिस के द्वारा गहराई से जांच की जा रही है। इस सफल अनावरण में थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा के साथ उपनिरीक्षक धर्मवीर कर्दम, प्रमोद कुमार, बिजेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सिन्टू चौधरी और कांस्टेबल चन्द्रजीत सिंह की मुख्य भूमिका रही। डीएसपी यतेन्द्र नागर ने पुलिस टीम की तत्परता की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' निरंतर जारी रहेगा। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
क्रिश्चियन कॉलेज में क्रिसमस कार्यक्रम का किया गया आयोजन
फर्रुखाबाद ।गुरुवार को क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में क्रिसमस का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रैव्ह मनोज कुमार ने प्रार्थना द्वारा कार्यक्रम का आरंभ कराया और बच्चों ने यीशु के जन्म का नाटक प्रस्तुत किया l क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के अध्यापकों द्वारा केरल सिंगिंग प्रस्तुत की गई जिसमें अमित कुमार सिंह प्रधानाचार्य अवधेश प्रभु खोजी अमित दयाल, संजीव प्रकाश अवधेश प्रभु खोजी वह जीवन सनी ने भाग लिया l विद्यालय के कार्यक्रम की शुरुआत जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर की l मुख्य रूप से अतिथियों में प्रबंधक राजेश मसीह प्रधानाचार्य अनिल सिंह प्रधानाचार्य अनिल मिश्रा प्रधानाचार्य डॉक्टर बृजभूषण सिंह प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रघुवंशी सिटी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य अस्तर रोज दयाल ब्राइटें अकादमी के प्रबंधक रोजासन विश्वासी रंजीत मैसी आदि लोग मौजूद रहे l जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के नवनीत, जसविंदर सिंह बेसिक शिक्षा कार्यालय के अरविंद कुमार, मुकेश माथुर उपस्थित रहे l प्रधानाचार्य द्वारा सभी का अभिवादन और स्वागत किया गया बैज अलंकार करके और बुके द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया और क्रिसमस की परंपरा को बढ़ाते हुए सभी को क्रिसमस के गिफ्ट बांटे गए क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के सभी अध्यापकों ने सहयोग किया मुख्य रूप से एसएलएमएससी अभय दुबे शैलेंद्र दास मंच संचालक संजीव प्रकाश आदि ने सहयोग किया । समापन की प्रार्थना रैव्ह स्टीफन द्वारा की गई।
जेसीबी से खुदाई के दौरान मिले चांदी के सिक्कों से भरे घड़े,मचा हड़कंप ठकुरापुरा गांव से जुड़ा है मामला,मौके पर लोगों की जुटी भीड़
गोण्डा(करनैलगंज)। तहसील क्षेत्र के बालपुर के नजदीक स्थित गांव ठकुरापुरा में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक मंदिर के पास जेसीबी मशीन से खुदाई के दौरान चांदी के सिक्कों से भरे घड़े बरामद हुए। घड़े निकलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई और इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर के समीप किसी कार्य को लेकर जेसीबी मशीन से जमीन की खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान मशीन की बाल्टी जमीन के भीतर दबे मिट्टी के घड़ों से टकराई, जिन्हें बाहर निकालने पर उनमें चांदी के पुराने सिक्के भरे हुए पाए गए। सिक्के देखने में काफी पुराने बताए जा रहे हैं, जिससे इनके ऐतिहासिक होने की संभावना जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों में कौतूहल बढ़ गया। लोग इसे किसी पुराने समय की धरोहर या खजाने से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह सिक्के किसी प्राचीन काल में मंदिर या आसपास के क्षेत्र में सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जमीन में दबाए गए होंगे। खबर फैलते ही प्रशासन और संबंधित विभाग को सूचना दिए जाने की बात कही जा रही है। प्रशासन द्वारा सिक्कों की जांच, सुरक्षा और ऐतिहासिक मूल्यांकन किए जाने की संभावना है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घड़े में कुल कितने सिक्के हैं और उनकी वास्तविक कीमत या कालखंड क्या है। यह मामला अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग प्रशासन की आधिकारिक कार्रवाई और पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।
समसपुर में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की मासिक बैठक आयोजित
बहसुमा। मेरठ।भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की मासिक बैठक, जो प्रत्येक माह की 17 तारीख को आयोजित की जाती है, इस माह समसपुर ग्राम में विशेष प्रधान के आवास पर संपन्न हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और किसान हितों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने की, जबकि संचालन विशेष प्रधान द्वारा किया गया। पंचायत का नेतृत्व युवा जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) आकाश सिरोही ने किया। बैठक में आगामी किसान समस्याओं को लेकर रणनीति बनाई गई तथा आंदोलनात्मक और संगठनात्मक नीति पर भी विचार-विमर्श हुआ। उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, फसलों के उचित दाम, बिजली, सिंचाई, गन्ना भुगतान और अन्य स्थानीय मुद्दों पर अपने-अपने सुझाव रखे। बैठक में मुख्य रूप से मोनू, मोहित, सिंधु, शक्ति सिंह, विक्की तेवतिया, रामधन सिसोला, ज्ञानेंद्र सरूरपुर, देवेंद्र सरूरपुर, सोरन प्रधान, अनुज धामा, विक्रांत समसपुर, प्रवीण धुपगढ़ी, नॉटी भूपगढ़ी, प्रतीक, आशा, विशाल खेड़ी, मोनू खेड़ी, मुस्तकीम भाई मवाना, सल्लू भाई मवाना, भगत सिंह मारकापुर, सोहित चौधरी, जीत खान, अंकित चौहान, शोभित चौहान सहित बड़ी संख्या में किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने कहा कि संगठन किसानों के हक और अधिकारों के लिए पूरी मजबूती से संघर्ष करता रहेगा। वहीं युवा जिला अध्यक्ष आकाश सिरोही ने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर किसान हित में कार्य करने का आह्वान किया। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।
NIT जमशेदपुर के 15वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति में 1000 छात्र-छात्राओं को मिलेगी डिग्री

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) जमशेदपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) गौतम सूत्रधर ने सौजन्य भेंट की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को संस्थान के आगामी दीक्षांत समारोह के लिए आमंत्रित किया।

दीक्षांत समारोह की मुख्य बातें

तारीख: 29 दिसम्बर 2025

आयोजन: NIT जमशेदपुर का 15वां दीक्षांत समारोह।

मुख्य अतिथि: इस समारोह में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति प्रस्तावित है।

विशिष्ट अतिथि: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन को विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होने हेतु सादर आमंत्रित किया गया है।

डिग्री वितरण: इस वर्ष लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए डिग्रियां प्रदान की जाएंगी।

तैयारियों का लिया जायजा

मुलाकात के दौरान निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर ने मुख्यमंत्री को दीक्षांत समारोह के लिए चल रही तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया और संस्थान के शैक्षणिक प्रयासों की सराहना की।

यह आयोजन झारखंड के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होगा, जहाँ देश की राष्ट्रपति और राज्य के मुख्यमंत्री एक साथ होनहार युवाओं का उत्साहवर्धन करेंगे।

पूर्व डीजीपी डॉ. प्रशांत कुमार बने यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष, शिक्षक भर्तियों को मिलेगी रफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ. प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। आयोग के अध्यक्ष पद पर उनकी तैनाती से प्रदेश में लंबे समय से लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं को गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव गिरिजेश त्यागी की ओर से बुधवार को औपचारिक आदेश जारी कर दिया गया। यह आयोग प्रदेश में बेसिक, एडेड माध्यमिक विद्यालयों, एडेड महाविद्यालयों, अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों और अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए गठित किया गया है। नियुक्ति के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. प्रशांत कुमार ने कहा कि आयोग के माध्यम से होने वाली सभी भर्तियों को पूरी पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर संपन्न कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आयोग की कार्यप्रणाली को प्रभावी और समयबद्ध बनाया जाएगा। जिन भर्तियों के अधियाचन आयोग को प्राप्त हो चुके हैं, उनकी चयन प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने विभिन्न स्तरों पर संचालित एडेड कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से इस नए आयोग का गठन किया था। पांच सितंबर 2024 को गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को आयोग का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने 22 सितंबर 2025 को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद आयोग लंबे समय तक अध्यक्षविहीन रहा, जिसके चलते भर्ती प्रक्रियाएं ठप पड़ी रहीं। इस देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया था। पूर्व डीजीपी डॉ. प्रशांत कुमार का शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव अत्यंत व्यापक रहा है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एप्लाइड जियोलॉजी में एमएससी की डिग्री प्राप्त की है, जिसमें उन्हें गोल्ड मेडल भी मिला। इसके अतिरिक्त उन्होंने डिजास्टर मैनेजमेंट में एमबीए तथा नेशनल डिफेंस कॉलेज से डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज में एमफिल की पढ़ाई की है। मूल रूप से बिहार निवासी प्रशांत कुमार का चयन 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी के रूप में हुआ था। उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीआईएसएफ और आईटीबीपी में भी महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं।प्रदेश में 31 जनवरी 2024 से 31 मई 2025 तक डीजीपी पद पर रहते हुए डॉ. प्रशांत कुमार ने पुलिस व्यवस्था में कई नवाचार किए। मेरठ में एडीजी जोन रहते हुए उन्होंने संगठित अपराध के खिलाफ सख्त अभियान चलाया।डीजीपी रहते हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, महाकुंभ, जी-20 शिखर सम्मेलन जैसे बड़े आयोजनों में प्रभावी पुलिस प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की सराहना हुई। एडीजी कानून-व्यवस्था और डीजीपी के रूप में कार्यकाल के दौरान उन्होंने माफिया गिरोहों और संगठित अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कराई। साथ ही महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में त्वरित विवेचना और दोषियों को सजा दिलाने की दिशा में भी ठोस पहल की।उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति का वीरता पदक सहित कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है।डॉ. प्रशांत कुमार की नियुक्ति को प्रशासनिक अनुभव और अनुशासन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि उनके नेतृत्व में शिक्षा सेवा चयन आयोग लंबित भर्तियों को शीघ्र पूरा कर प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों को राहत देगा।
श्रद्धांजलि समारोह व षोडशी भंडारा: परमार्थ निकेतन गंगा तट पर उमड़ा संत समाज,ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी को भावभीनी श्रद्

ऋषिकेश। भारत की प्राचीन, अक्षुण्ण और दिव्य सनातन संत परंपरा के उज्ज्वल नक्षत्र, परम पूज्य, परम विरक्त, ऋषितुल्य संत ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज की पावन स्मृति में आज परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के मां गंगा के पावन तट पर राष्ट्रव्यापी श्रद्धांजलि समारोह एवं षोडशी भंडारा का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि सनातन धर्म की जीवंत चेतना, संत परंपरा की अखंड धारा और तपस्वी जीवन मूल्यों का दिव्य उत्सव बन गया, जिसमें देशभर से पधारे संत-महात्माओं, महामण्डलेश्वरवृंद, आचार्यों एवं असंख्य श्रद्धालुओं की सहभागिता से संपूर्ण वातावरण आध्यात्मिक आलोक से आलोकित हो उठा। गंगा तट पर सजीव हुई सनातन संस्कृति प्रातःकाल से ही परमार्थ निकेतन में केसरिया वस्त्रों में दीप्तिमान संतों का सान्निध्य उमड़ पड़ा। वेद मंत्रों की गूंज, गंगा की अविरल धारा और श्रद्धालुओं की नम्र नमन भावनाओं के बीच ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो सनातन संस्कृति स्वयं सजीव होकर साक्षी बन गई हो। सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर बताया देश के विभिन्न पीठों, अखाड़ों और आश्रमों से पधारे पूज्य संतों एवं महामण्डलेश्वरवृंद ने एक स्वर में ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके विरक्ति, तपस्या और साधनामय जीवन को सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर बताया। तपस्या और विरक्ति का जीवंत शास्त्र था उनका जीवन संतों ने अपने उद्बोधनों में कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज का संपूर्ण जीवन विरक्ति, साधना और मौन उपदेश का साक्षात उदाहरण था। उन्होंने न कभी स्वयं का प्रचार किया और न ही बाह्य प्रदर्शन को महत्व दिया।उनका सान्निध्य ही साधना बन जाता था और उनकी दृष्टि ही दीक्षा।गीता जयंती एवं मोक्षदा एकादशी जैसे परम पावन दिवस पर उनका ब्रह्मलीन होना संत समाज ने दिव्य विधान बताया, जो उनके कर्मयोग, त्याग और वैराग्य का साकार प्रमाण है। पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी का भावपूर्ण संदेश परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा—“संत देह से विदा हो सकते हैं, चेतना से कभी नहीं। वे दृश्य से अदृश्य की यात्रा करते हैं और युगों की स्मृति बन जाते हैं।” अध्यक्षता व संतों की गरिमामयी उपस्थिति इस श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी विशोकानन्द भारती जी महाराज (श्री सोमेश्वर धाम, कनखल, हरिद्वार) ने की। कार्यक्रम पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। दशनाम अखाड़े के पूज्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही कार्यक्रम में योगऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज, गोविन्ददेव गिरि जी महाराज, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवीन्द्र पुरी जी महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती जी सहित देशभर के प्रमुख महामण्डलेश्वरवृंद, आचार्यगण एवं दशनाम अखाड़े के पूज्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही। विशाल षोडशी भंडारा एवं पर्यावरण संदेश श्रद्धांजलि समारोह के उपरांत गंगा तट पर विशाल षोडशी भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों संतों, श्रद्धालुओं और आगंतुकों ने प्रेमपूर्वक प्रसाद ग्रहण किया।इस अवसर पर सभी पूज्य संतों एवं अतिथियों को रुद्राक्ष के पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। देशभर से आ रहे हैं श्रद्धांजलि संदेश मानस मर्मज्ञ मोरारी बापू, रमेशभाई ओझा, भाईश्री, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या, स्वामीनारायण आश्रम सहित देशभर के संतों, आश्रमों और भक्तों के भावभीने संदेश इस बात का प्रमाण हैं कि ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी संत परंपरा की आत्मा थे। सनातन चेतना का अमर प्रकाश यह आयोजन इस सत्य को पुनः स्थापित करता है कि सनातन धर्म अतीत नहीं, सतत प्रवाहित वर्तमान है।ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज भले ही स्थूल रूप में हमारे मध्य न हों, किंतु उनकी तपस्या, साधना और जीवन-दर्शन युगों-युगों तक सनातन चेतना के रूप में जीवित रहेगा।
वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर डॉ. विनय श्रीवास्तव के द्वारासामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु संत कबीर मानवतावादी सम्मान से सम्मानित किया*
सुल्तानपुर,गोसाईगंज थाना क्षेत्र के गाना मिश्र के पुरवा कटका बाजार के सौरभ मिश्र विनम्र को मानद कुलपति धरा धाम विश्व सद्भाव पीठ के प्रमुख,जगत धर्म चक्रवर्ती,सौहार्द शिरोमणि संत डॉ.सौरभ पांडेय और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर डॉ.विनय श्रीवास्तव के द्वारा सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु संत कबीर मानवतावादी सम्मान से सम्मानित किया है। यह आयोजन गोरखपुर स्थित केशव चैरिटेबल के द्वारा कौड़ीराम में आयोजित किया गया। आपको बताते चले सौरभ मिश्रा विनम्र कटका क्लब सामाजिक संस्था के अध्यक्ष है उनके द्वारा यातायात के प्रति जागरूक करना, जिसमें एम्बुलेंस को रास्ता दें जो प्रमुख अभियान में शामिल रहा। पर्यावरण के क्षेत्र में व पशु पक्षियों के प्रति निरंत सेवा करना एक अभियान है। संत डॉ सौरभ पांडेय कहते दुःख होता जब ऐसे युवाओं को जनपद के प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों के द्वारा सम्मानित न किया गया हो जो पूर्व में एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी है। बताते हैं कि एंबुलेंस को रास्ता दें यह एक जनपद का अभियान नहीं होना चाहिए इसे सरकार को अमल में लाना चाहिए और शक्ति के साथ प्रत्येक प्रदेशों और जिले में इसे अभियान में घोषित करना चाहिए। सौरभ मिश्र विनम्र अपना सामाजिक गुरु शिक्षक साहित्यकार सर्वेशकांत वर्मा को बताते हैं। सौरभ की इस उपलब्धि पर संस्था में उत्साह का माहौल है बधाई देने में राजकुमार मिश्रा,क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रतापगढ़ अमरजीत मिश्रा,ऋषभदेव शुक्ला, कवित्री कांति सिंह,सुनीता श्रीवास्तव,डॉ अमित मिश्रा,नफीसा खातून, बृजेंद्र मिश्र, डॉ रविंद्र प्रकाश सिंह,शीतला प्रसाद पांडेय, आदि लोग शामिल हैं।
माघ मेला -2026 के दृष्टिगत प्रयागराज छिवकी एवं नैनी जंक्शन पर आयोजित की गयी फायर मॉक ड्रिल
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल के नेतृत्व में प्रयागराज मण्डल आगामी माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओ को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के क्षेत्र में निरन्तर प्रयासरत है।इसी क्रम में आज दिनांक 18 दिसम्बर 2025 को सहायक मंडल मैकेनिकल इंजीनियर/ओ एंड एफ़ अंकुर चक्रवर्ती के नेतृत्व में प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर फायर मॉक ड्रिल आयोजित की गयी।इस मॉक ड्रिल में वरिष्ट खंड अभियंता/लोको रज़ा हैदर;संरक्षा सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद; चीफ यार्ड मास्टर संतोष कुमार; मुख्य टिकट निरीक्षक, राकेश चौधरी;स्टेशन अधीक्षक कुमार राकेश सहित परिचालन वाणिज्य कैरिज एवं वैगन पर्यावरण एवं रखरखाव तथा रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारी उपस्थित थे।वरिष्ठ मंडल मैकेनिकल इंजीनियर/ओ एंड एफ़ अंकुर चक्रवर्ती ने माघ मेला -2026 की तैयारियो पर कर्मचारियों से बातचीत करते हुए कहा कि माघ मेला-2026 प्रयागराज मण्डल के सभी कर्मचारियों के लिए सेवा करने का अवसर है।हम सभी का उद्देशय प्रयागराज की धरती पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु और यात्री को सुखद यात्रा का अनुभव देने के लिए आवश्यक है कि सुरक्षा एवं संरक्षा को प्राथमिकता पर रखकर कार्य करे।प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर आयोजित मॉक ड्रिल में सीनियर सेक्शन इंजीनियर/लोको रज़ा हैदर ने उपस्थित सभी कर्मचारियो को आग, आग के प्रकार एवं आग को बुझाने के तरीको के बारें में विस्तृत जानकारी दी तत्पश्चात सूखे पत्तों एवं कूड़े के ढेर में आग लगाई गयी।फ्रंट लाइन स्टाफ ने इस आग पर अग्निशमन यन्त्रो की सहायता से काबू करने का अभ्यास किया। इसी क्रम में नैनी जंक्शन पर भी फायर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।मॉक ड्रिल में सीनियर सेक्शन इंजीनियर/लोको रज़ा हैदर ने उपस्थित सभी कर्मचारियो को आग आग के प्रकार एवं आग को बुझाने के तरीको के बारें में विस्तृत जानकारी।
मुक्त विश्वविद्यालय में आर एस एस के विचार एवं व्यवहार पर राष्ट्रीय कार्यशाला आज
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के समाज विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में शुक्रवार 19 दिसम्बर 2025 को पूर्वाह्न 11:00 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित हुआ है। आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी ने बताया कि उक्त कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय क्षेत्र प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय एवं राष्ट्रधर्म के निदेशक मनोज कांत होंगे।कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेगे।कार्यक्रम की सफलता के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर समन्वयक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी संयोजक प्रोफेसर संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी एवं सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी की समिति गठित की गयी है।कार्यशाला के अन्तर्गत विशिष्ट वक्ताओ द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार एवं व्यवहार के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इसी विषय पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय आगामी जनवरी 2026 सत्र से एक पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ करने वाला है।जिसकी घोषणा कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने इसी वर्ष गांधी जयन्ती के अवसर पर की है।उक्त कार्यशाला में इस पाठ्यक्रम के लेखन से संबंधित शिक्षकों के साथ-साथ विश्वविद्यालय एवं देश के अन्य शिक्षण संस्थानो के शिक्षक शिक्षार्थी एवं अन्य गणमान्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे।
कव्वाल जंगल हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा तीन गिरफ्तार, 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' के तहत पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर । थाना जानसठ पुलिस ने गांव कव्वाल के जंगल में हुई सनसनीखेज हत्या की गुत्थी को महज 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' और 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपियों को जेल भेज दिया है। बीते दिनों गांव कव्वाल के जंगल में गोपीचंद नामक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मु0अ0सं0 229/25 धारा 103(1)/3(5) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। सीओ जानसठ यतेन्द्र नागर और थाना प्रभारी राजीव शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने साक्ष्यों के आधार पर 18 दिसंबर को त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल मुख्य अभियुक्त आकाश सैनी (पुत्र बाबूराम) और दो बाल अपचारियों—अनुज कुमार उर्फ मिथुन (पुत्र संतराम सैनी) व अंकित पाल उर्फ पटवारी (पुत्र सुभाष पाल)—को हिरासत में लिया। सभी आरोपी ग्राम कव्वाल के ही निवासी हैं। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर मृतक गोपीचंद का मोबाइल फोन (लावा कंपनी, नीले रंग का) और लूटे गए 400 रुपये बरामद किए गए हैं। मिले सूत्रों के अनुसार, हत्या के पीछे का उद्देश्य लूटपाट या आपसी विवाद हो सकता है, जिसकी पुलिस के द्वारा गहराई से जांच की जा रही है। इस सफल अनावरण में थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा के साथ उपनिरीक्षक धर्मवीर कर्दम, प्रमोद कुमार, बिजेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सिन्टू चौधरी और कांस्टेबल चन्द्रजीत सिंह की मुख्य भूमिका रही। डीएसपी यतेन्द्र नागर ने पुलिस टीम की तत्परता की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध 'ऑपरेशन चक्रव्यूह' निरंतर जारी रहेगा। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
क्रिश्चियन कॉलेज में क्रिसमस कार्यक्रम का किया गया आयोजन
फर्रुखाबाद ।गुरुवार को क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में क्रिसमस का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रैव्ह मनोज कुमार ने प्रार्थना द्वारा कार्यक्रम का आरंभ कराया और बच्चों ने यीशु के जन्म का नाटक प्रस्तुत किया l क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के अध्यापकों द्वारा केरल सिंगिंग प्रस्तुत की गई जिसमें अमित कुमार सिंह प्रधानाचार्य अवधेश प्रभु खोजी अमित दयाल, संजीव प्रकाश अवधेश प्रभु खोजी वह जीवन सनी ने भाग लिया l विद्यालय के कार्यक्रम की शुरुआत जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर की l मुख्य रूप से अतिथियों में प्रबंधक राजेश मसीह प्रधानाचार्य अनिल सिंह प्रधानाचार्य अनिल मिश्रा प्रधानाचार्य डॉक्टर बृजभूषण सिंह प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रघुवंशी सिटी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य अस्तर रोज दयाल ब्राइटें अकादमी के प्रबंधक रोजासन विश्वासी रंजीत मैसी आदि लोग मौजूद रहे l जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के नवनीत, जसविंदर सिंह बेसिक शिक्षा कार्यालय के अरविंद कुमार, मुकेश माथुर उपस्थित रहे l प्रधानाचार्य द्वारा सभी का अभिवादन और स्वागत किया गया बैज अलंकार करके और बुके द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया और क्रिसमस की परंपरा को बढ़ाते हुए सभी को क्रिसमस के गिफ्ट बांटे गए क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के सभी अध्यापकों ने सहयोग किया मुख्य रूप से एसएलएमएससी अभय दुबे शैलेंद्र दास मंच संचालक संजीव प्रकाश आदि ने सहयोग किया । समापन की प्रार्थना रैव्ह स्टीफन द्वारा की गई।
जेसीबी से खुदाई के दौरान मिले चांदी के सिक्कों से भरे घड़े,मचा हड़कंप ठकुरापुरा गांव से जुड़ा है मामला,मौके पर लोगों की जुटी भीड़
गोण्डा(करनैलगंज)। तहसील क्षेत्र के बालपुर के नजदीक स्थित गांव ठकुरापुरा में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक मंदिर के पास जेसीबी मशीन से खुदाई के दौरान चांदी के सिक्कों से भरे घड़े बरामद हुए। घड़े निकलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई और इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर के समीप किसी कार्य को लेकर जेसीबी मशीन से जमीन की खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान मशीन की बाल्टी जमीन के भीतर दबे मिट्टी के घड़ों से टकराई, जिन्हें बाहर निकालने पर उनमें चांदी के पुराने सिक्के भरे हुए पाए गए। सिक्के देखने में काफी पुराने बताए जा रहे हैं, जिससे इनके ऐतिहासिक होने की संभावना जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों में कौतूहल बढ़ गया। लोग इसे किसी पुराने समय की धरोहर या खजाने से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह सिक्के किसी प्राचीन काल में मंदिर या आसपास के क्षेत्र में सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जमीन में दबाए गए होंगे। खबर फैलते ही प्रशासन और संबंधित विभाग को सूचना दिए जाने की बात कही जा रही है। प्रशासन द्वारा सिक्कों की जांच, सुरक्षा और ऐतिहासिक मूल्यांकन किए जाने की संभावना है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घड़े में कुल कितने सिक्के हैं और उनकी वास्तविक कीमत या कालखंड क्या है। यह मामला अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग प्रशासन की आधिकारिक कार्रवाई और पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।
समसपुर में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की मासिक बैठक आयोजित
बहसुमा। मेरठ।भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की मासिक बैठक, जो प्रत्येक माह की 17 तारीख को आयोजित की जाती है, इस माह समसपुर ग्राम में विशेष प्रधान के आवास पर संपन्न हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और किसान हितों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने की, जबकि संचालन विशेष प्रधान द्वारा किया गया। पंचायत का नेतृत्व युवा जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) आकाश सिरोही ने किया। बैठक में आगामी किसान समस्याओं को लेकर रणनीति बनाई गई तथा आंदोलनात्मक और संगठनात्मक नीति पर भी विचार-विमर्श हुआ। उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, फसलों के उचित दाम, बिजली, सिंचाई, गन्ना भुगतान और अन्य स्थानीय मुद्दों पर अपने-अपने सुझाव रखे। बैठक में मुख्य रूप से मोनू, मोहित, सिंधु, शक्ति सिंह, विक्की तेवतिया, रामधन सिसोला, ज्ञानेंद्र सरूरपुर, देवेंद्र सरूरपुर, सोरन प्रधान, अनुज धामा, विक्रांत समसपुर, प्रवीण धुपगढ़ी, नॉटी भूपगढ़ी, प्रतीक, आशा, विशाल खेड़ी, मोनू खेड़ी, मुस्तकीम भाई मवाना, सल्लू भाई मवाना, भगत सिंह मारकापुर, सोहित चौधरी, जीत खान, अंकित चौहान, शोभित चौहान सहित बड़ी संख्या में किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने कहा कि संगठन किसानों के हक और अधिकारों के लिए पूरी मजबूती से संघर्ष करता रहेगा। वहीं युवा जिला अध्यक्ष आकाश सिरोही ने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर किसान हित में कार्य करने का आह्वान किया। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।
NIT जमशेदपुर के 15वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति में 1000 छात्र-छात्राओं को मिलेगी डिग्री

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) जमशेदपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) गौतम सूत्रधर ने सौजन्य भेंट की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को संस्थान के आगामी दीक्षांत समारोह के लिए आमंत्रित किया।

दीक्षांत समारोह की मुख्य बातें

तारीख: 29 दिसम्बर 2025

आयोजन: NIT जमशेदपुर का 15वां दीक्षांत समारोह।

मुख्य अतिथि: इस समारोह में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति प्रस्तावित है।

विशिष्ट अतिथि: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन को विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होने हेतु सादर आमंत्रित किया गया है।

डिग्री वितरण: इस वर्ष लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए डिग्रियां प्रदान की जाएंगी।

तैयारियों का लिया जायजा

मुलाकात के दौरान निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर ने मुख्यमंत्री को दीक्षांत समारोह के लिए चल रही तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया और संस्थान के शैक्षणिक प्रयासों की सराहना की।

यह आयोजन झारखंड के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होगा, जहाँ देश की राष्ट्रपति और राज्य के मुख्यमंत्री एक साथ होनहार युवाओं का उत्साहवर्धन करेंगे।

पूर्व डीजीपी डॉ. प्रशांत कुमार बने यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष, शिक्षक भर्तियों को मिलेगी रफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ. प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। आयोग के अध्यक्ष पद पर उनकी तैनाती से प्रदेश में लंबे समय से लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं को गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव गिरिजेश त्यागी की ओर से बुधवार को औपचारिक आदेश जारी कर दिया गया। यह आयोग प्रदेश में बेसिक, एडेड माध्यमिक विद्यालयों, एडेड महाविद्यालयों, अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों और अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए गठित किया गया है। नियुक्ति के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. प्रशांत कुमार ने कहा कि आयोग के माध्यम से होने वाली सभी भर्तियों को पूरी पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर संपन्न कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आयोग की कार्यप्रणाली को प्रभावी और समयबद्ध बनाया जाएगा। जिन भर्तियों के अधियाचन आयोग को प्राप्त हो चुके हैं, उनकी चयन प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने विभिन्न स्तरों पर संचालित एडेड कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से इस नए आयोग का गठन किया था। पांच सितंबर 2024 को गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को आयोग का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने 22 सितंबर 2025 को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद आयोग लंबे समय तक अध्यक्षविहीन रहा, जिसके चलते भर्ती प्रक्रियाएं ठप पड़ी रहीं। इस देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया था। पूर्व डीजीपी डॉ. प्रशांत कुमार का शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव अत्यंत व्यापक रहा है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एप्लाइड जियोलॉजी में एमएससी की डिग्री प्राप्त की है, जिसमें उन्हें गोल्ड मेडल भी मिला। इसके अतिरिक्त उन्होंने डिजास्टर मैनेजमेंट में एमबीए तथा नेशनल डिफेंस कॉलेज से डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज में एमफिल की पढ़ाई की है। मूल रूप से बिहार निवासी प्रशांत कुमार का चयन 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी के रूप में हुआ था। उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीआईएसएफ और आईटीबीपी में भी महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं।प्रदेश में 31 जनवरी 2024 से 31 मई 2025 तक डीजीपी पद पर रहते हुए डॉ. प्रशांत कुमार ने पुलिस व्यवस्था में कई नवाचार किए। मेरठ में एडीजी जोन रहते हुए उन्होंने संगठित अपराध के खिलाफ सख्त अभियान चलाया।डीजीपी रहते हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, महाकुंभ, जी-20 शिखर सम्मेलन जैसे बड़े आयोजनों में प्रभावी पुलिस प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की सराहना हुई। एडीजी कानून-व्यवस्था और डीजीपी के रूप में कार्यकाल के दौरान उन्होंने माफिया गिरोहों और संगठित अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कराई। साथ ही महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में त्वरित विवेचना और दोषियों को सजा दिलाने की दिशा में भी ठोस पहल की।उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति का वीरता पदक सहित कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है।डॉ. प्रशांत कुमार की नियुक्ति को प्रशासनिक अनुभव और अनुशासन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि उनके नेतृत्व में शिक्षा सेवा चयन आयोग लंबित भर्तियों को शीघ्र पूरा कर प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों को राहत देगा।
श्रद्धांजलि समारोह व षोडशी भंडारा: परमार्थ निकेतन गंगा तट पर उमड़ा संत समाज,ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी को भावभीनी श्रद्

ऋषिकेश। भारत की प्राचीन, अक्षुण्ण और दिव्य सनातन संत परंपरा के उज्ज्वल नक्षत्र, परम पूज्य, परम विरक्त, ऋषितुल्य संत ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज की पावन स्मृति में आज परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के मां गंगा के पावन तट पर राष्ट्रव्यापी श्रद्धांजलि समारोह एवं षोडशी भंडारा का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि सनातन धर्म की जीवंत चेतना, संत परंपरा की अखंड धारा और तपस्वी जीवन मूल्यों का दिव्य उत्सव बन गया, जिसमें देशभर से पधारे संत-महात्माओं, महामण्डलेश्वरवृंद, आचार्यों एवं असंख्य श्रद्धालुओं की सहभागिता से संपूर्ण वातावरण आध्यात्मिक आलोक से आलोकित हो उठा। गंगा तट पर सजीव हुई सनातन संस्कृति प्रातःकाल से ही परमार्थ निकेतन में केसरिया वस्त्रों में दीप्तिमान संतों का सान्निध्य उमड़ पड़ा। वेद मंत्रों की गूंज, गंगा की अविरल धारा और श्रद्धालुओं की नम्र नमन भावनाओं के बीच ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो सनातन संस्कृति स्वयं सजीव होकर साक्षी बन गई हो। सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर बताया देश के विभिन्न पीठों, अखाड़ों और आश्रमों से पधारे पूज्य संतों एवं महामण्डलेश्वरवृंद ने एक स्वर में ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके विरक्ति, तपस्या और साधनामय जीवन को सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर बताया। तपस्या और विरक्ति का जीवंत शास्त्र था उनका जीवन संतों ने अपने उद्बोधनों में कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज का संपूर्ण जीवन विरक्ति, साधना और मौन उपदेश का साक्षात उदाहरण था। उन्होंने न कभी स्वयं का प्रचार किया और न ही बाह्य प्रदर्शन को महत्व दिया।उनका सान्निध्य ही साधना बन जाता था और उनकी दृष्टि ही दीक्षा।गीता जयंती एवं मोक्षदा एकादशी जैसे परम पावन दिवस पर उनका ब्रह्मलीन होना संत समाज ने दिव्य विधान बताया, जो उनके कर्मयोग, त्याग और वैराग्य का साकार प्रमाण है। पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी का भावपूर्ण संदेश परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा—“संत देह से विदा हो सकते हैं, चेतना से कभी नहीं। वे दृश्य से अदृश्य की यात्रा करते हैं और युगों की स्मृति बन जाते हैं।” अध्यक्षता व संतों की गरिमामयी उपस्थिति इस श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी विशोकानन्द भारती जी महाराज (श्री सोमेश्वर धाम, कनखल, हरिद्वार) ने की। कार्यक्रम पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। दशनाम अखाड़े के पूज्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही कार्यक्रम में योगऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज, गोविन्ददेव गिरि जी महाराज, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवीन्द्र पुरी जी महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती जी सहित देशभर के प्रमुख महामण्डलेश्वरवृंद, आचार्यगण एवं दशनाम अखाड़े के पूज्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही। विशाल षोडशी भंडारा एवं पर्यावरण संदेश श्रद्धांजलि समारोह के उपरांत गंगा तट पर विशाल षोडशी भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों संतों, श्रद्धालुओं और आगंतुकों ने प्रेमपूर्वक प्रसाद ग्रहण किया।इस अवसर पर सभी पूज्य संतों एवं अतिथियों को रुद्राक्ष के पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। देशभर से आ रहे हैं श्रद्धांजलि संदेश मानस मर्मज्ञ मोरारी बापू, रमेशभाई ओझा, भाईश्री, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या, स्वामीनारायण आश्रम सहित देशभर के संतों, आश्रमों और भक्तों के भावभीने संदेश इस बात का प्रमाण हैं कि ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी संत परंपरा की आत्मा थे। सनातन चेतना का अमर प्रकाश यह आयोजन इस सत्य को पुनः स्थापित करता है कि सनातन धर्म अतीत नहीं, सतत प्रवाहित वर्तमान है।ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द सरस्वती जी महाराज भले ही स्थूल रूप में हमारे मध्य न हों, किंतु उनकी तपस्या, साधना और जीवन-दर्शन युगों-युगों तक सनातन चेतना के रूप में जीवित रहेगा।
वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर डॉ. विनय श्रीवास्तव के द्वारासामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु संत कबीर मानवतावादी सम्मान से सम्मानित किया*
सुल्तानपुर,गोसाईगंज थाना क्षेत्र के गाना मिश्र के पुरवा कटका बाजार के सौरभ मिश्र विनम्र को मानद कुलपति धरा धाम विश्व सद्भाव पीठ के प्रमुख,जगत धर्म चक्रवर्ती,सौहार्द शिरोमणि संत डॉ.सौरभ पांडेय और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर डॉ.विनय श्रीवास्तव के द्वारा सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु संत कबीर मानवतावादी सम्मान से सम्मानित किया है। यह आयोजन गोरखपुर स्थित केशव चैरिटेबल के द्वारा कौड़ीराम में आयोजित किया गया। आपको बताते चले सौरभ मिश्रा विनम्र कटका क्लब सामाजिक संस्था के अध्यक्ष है उनके द्वारा यातायात के प्रति जागरूक करना, जिसमें एम्बुलेंस को रास्ता दें जो प्रमुख अभियान में शामिल रहा। पर्यावरण के क्षेत्र में व पशु पक्षियों के प्रति निरंत सेवा करना एक अभियान है। संत डॉ सौरभ पांडेय कहते दुःख होता जब ऐसे युवाओं को जनपद के प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों के द्वारा सम्मानित न किया गया हो जो पूर्व में एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी है। बताते हैं कि एंबुलेंस को रास्ता दें यह एक जनपद का अभियान नहीं होना चाहिए इसे सरकार को अमल में लाना चाहिए और शक्ति के साथ प्रत्येक प्रदेशों और जिले में इसे अभियान में घोषित करना चाहिए। सौरभ मिश्र विनम्र अपना सामाजिक गुरु शिक्षक साहित्यकार सर्वेशकांत वर्मा को बताते हैं। सौरभ की इस उपलब्धि पर संस्था में उत्साह का माहौल है बधाई देने में राजकुमार मिश्रा,क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रतापगढ़ अमरजीत मिश्रा,ऋषभदेव शुक्ला, कवित्री कांति सिंह,सुनीता श्रीवास्तव,डॉ अमित मिश्रा,नफीसा खातून, बृजेंद्र मिश्र, डॉ रविंद्र प्रकाश सिंह,शीतला प्रसाद पांडेय, आदि लोग शामिल हैं।