बलिया का गौरव: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान
संजीव  सिंह बलिया, 3 दिसंबर 2025 – भारतीय दर्शन के प्रसिद्ध विद्वान, लेखक और शिक्षाविद डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी, जालन्धर, पंजाब द्वारा अपने सर्वोच्च अकादमी सम्मान के लिए चुना गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनके गहरे वैश्विक योगदान और भारतीय ज्ञान परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के प्रयासों का सम्मान है। 29वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह 7 दिसम्बर को जालन्धर प्रेस क्लब में आयोजित किया जाएगा, जहाँ डॉ. उपाध्याय को माननीय अतिथियों की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।जिले के साहित्यकारों, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और विद्यार्थियों में इस खबर को लेकर अत्यंत गर्व का माहौल है। अनेक वरिष्ठ विशिष्ट व्यक्तियों ने डॉ. उपाध्याय की इस उपलब्धि को बलिया की परंपरानुसार "साहित्य, दर्शन और भारतीय ज्ञान-परंपरा का गौरव" बताया है। इस सम्मान को बलिया की बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विरासत का पर्व माना जा रहा है, जो जिले के प्रेरणास्पद और आदर्श व्यक्तित्व को सम्मानित करता है।पंजाब कला साहित्य अकादमी चार दशक से अधिक समय से कला, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, समाजसेवा व संगीत जैसे क्षेत्रों में देश-विदेश की विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित कर रही है, जो इसकी प्रतिष्ठा का प्रमाण है। बलिया में इस पुरस्कार की घोषणा से विद्वता, साहित्य और संस्कृति का मेल है, जिससे जिले का नाम न केवल उत्तर भारत में बल्कि पूरे देश विदेश में गर्व से झूम उठा है।
दो बाइकों की आमने–सामने भिड़ंत में युवक की मौत, परिवार में छाया मातम

मीडिया दर्शन औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र के नवीनगर–बारुण मुख्य पथ पर स्थित उरदाना मोड़ के पास बुधवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना निजी विद्यालय के समीप हुई, जहाँ दो बाइकों की आमने–सामने जोरदार टक्कर में उरदाना गांव निवासी 45 वर्षीय मनोज यादव पुत्र देवन यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद गश्ती दल दरोगा राहुल कुमार मौके पर पहुँचा और गंभीर अवस्था में पड़े मनोज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बारूण , भेजवाया। डॉक्टरों ने बचाने की भरसक कोशिश की, परंतु उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना में शामिल दूसरी बाइक एक स्थानीय निजी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को छोड़ने और लाने के क्रम में वहां पहुँची थी। बताया जाता है कि विद्यालय में छुट्टी होने के बाद बाइक चालक अपने बच्चों को लेकर वापस लौट रहा था। इसी दौरान मोड़ के पास तेज रफ्तार में आ रही दोनों मोटरसाइकिलें आमने–सामने भिड़ गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मनोज सड़क पर गिरते ही बेहोश हो गए। उनका सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। दूसरी बाइक के चालक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के बाद वह मौके से गायब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। मौके पर अफरा–तफरी का माहौल बन गया।

गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। कई लोगों ने बताया कि उरदाना मोड़ के पास सड़क संकरी होने और वाहनों के तेज रफ्तार से आने–जाने के कारण हादसे अक्सर होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने यहाँ स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाने की अपील की है।

थानाध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पुलिस ने मामले की त्वरित जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनाग्रस्त दोनों बाइकों को जप्त कर थाना लाया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक मनोज यादव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिवार के सदस्य बार–बार बेसुध हो रहे हैं। मनोज यादव परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे, जिससे उनके असामयिक निधन से घर की आर्थिक स्थिति पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं।

थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि हादसे में शामिल दूसरी बाइक तथा उसके चालक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस विद्यालय प्रशासन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसकी खोज में जुटी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही चालक की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और रफ्तार पर नियंत्रण रखें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। गांव के लोग घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतक के परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुँच रहे हैं। सड़क सुरक्षा और जागरूकता को लेकर भी ग्रामीणों में चर्चा तेज हो गई है।

बिहार में नहीं चलेगा बुलडोजर राज : भाकपा–माले उजाड़ने से पहले भूमिहीनों को पर्चा और पक्का मकान देने की मांग

गया। भाकपा–माले द्वारा पूरे बिहार में मनाए जा रहे राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत गया शहर में बुधवार को बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ जोरदार विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शन का मुख्य नारा था— “बुलडोजर नहीं, जमीन का पर्चा दो; रोज़ी-रोटी की सुरक्षा दो।” विरोध जताने वाले प्रदर्शनकारी अम्बेडकर पार्क से जुलूस की शक्ल में जीबी रोड होते हुए टावर चौक पहुंचे, जहां एक सभा आयोजित कर सरकार की नीतियों पर तीखा प्रहार किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा–माले के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि नई एनडीए सरकार के गठन के बाद गया सहित पूरे बिहार में अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों, दलितों व फुटपाथी दुकानदारों के खिलाफ बुलडोजर चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था और पुनर्वास के हजारों परिवारों को उजाड़ा जा रहा है, जो सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करता है। निरंजन कुमार ने मांग की कि भूमिहीन गरीबों को भूमि का पर्चा दिया जाए और उन्हें पक्के घर उपलब्ध कराए जाएँ, ताकि उन्हें बार-बार बेघर होने का खतरा न रहे।

फुटपाथों पर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदारों की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि शहर में एक भी वेंडिंग जोन का न होना सरकार की बदइंतज़ामी का प्रमाण है। उनके अनुसार, बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए फुटपाथी दुकानदारों को हटाना उनकी आजीविका पर हमला है। भाकपा–माले ने साफ कहा कि गरीबों को उजाड़ने के बजाय सरकार शहर में सुव्यवस्थित वेंडिंग जोन बनाकर दुकानदारों को वैध जगह दे, ताकि उनका व्यवसाय सुरक्षित रह सके।

नेताओं का कहना था कि सत्ता में आने से पहले सरकार ने 10 हजार लोगों को लाभ देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव के बाद वही सरकार गरीबों और छोटे कारोबारियों पर बुलडोजर चला रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार में किसी भी तरह का बुलडोजर राज नहीं चलने दिया जाएगा और गरीबों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज किया जाएगा।

विरोध मार्च और सभा में जिला सचिव निरंजन कुमार, नगर प्रभारी तारिक अनवर, जिला कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल, रामलखन प्रसाद, बच्चू सिंह, रवि कुमार, रामचंद्र प्रसाद, अंजुषा कुमारी, ईश्वर चौधरी, रामानंद सिंह, मोहम्मद शाकिब सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।

Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष के जन्मदिन पर बोले जिला अध्यक्ष एससी एसटी एक्ट के लिए दे देंगे जान की कुर्बानी

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर का 39वां जन्मदिन संभल में उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नदीम कुरैशी के फार्म हाउस पर पहुंचकर धूमधाम से केक काटा और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की उम्मीद हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। इसी संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया।

जन्मदिन समारोह के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष शहजाद ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन आजाद समाज पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि आरक्षण एवं एससी-एसटी एक्ट को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष छेड़ा जाएगा। शहजाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यकर्ता जान की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का नेतृत्व दलित, वंचित और शोषित समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक संगठन विस्तार करेंगे। इधर सम्भल स्थित आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर भी कार्यकर्ताओं ने अलग से जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित किया। यहां कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर की फोटो रखकर केक काटा और उनके लंबे राजनीतिक जीवन की कामना की। पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर का बढ़ता कद व संघर्षशील छवि पार्टी को नई दिशा देने का काम कर रही है।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ ने एनटीपीसी सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष दिया एक दिवसीय धरना

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

हजारीबाग जिले के बड़कागांव केरेडारी सीमा पर स्थित एनटीपीसी के सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष कर्णपुरा माइनिंग संवेदक संघ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया! धरना प्रदर्शन के दौरान कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ के लोगों ने एनटीपीसी प्रबंधन के ऊपर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को उपेक्षा करने का आरोप लगाया! साथ हीं स्थानीय संवेदकों को नजरअंदाज कर बिहार उत्तरप्रदेश उड़ीसा समेत अन्य प्रदेशों के संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में मिलीभगत कर लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है! इस दौरान धरना पर बैठे संवेदकों ने एनटीपीसी प्रबंधन के मनमानी रवैया के विरोध में जमकर नारेबाजी किया और कहा कि कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ द्वारा एनटीपीसी पकरी बरवाडीह कोल माइंस चट्टी बरियातू कोल माइंस केरेडारी कोल माइंस और बादम कोल माइंस प्रबंधन को लिखित ज्ञापन सौंपकर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में प्राथमिकता देने की बात कही! मांगे पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी जारी किया है!

झारखंड विधानसभा सत्र: 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू जुलूस, रैली और धरना पर रोक; 5 से 11 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी

झारखंड विधानसभा के षष्ठम झारखंड विधानसभा के चतुर्थ (शीतकालीन) सत्र को देखते हुए, रांची जिला प्रशासन ने विधानसभा परिसर के 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा (धारा 163) लागू कर दी है। यह सत्र 05 दिसंबर 2025 से 11 दिसंबर 2025 तक आहूत किया गया है।

निषेधाज्ञा की मुख्य बातें

अनुमंडल दंडाधिकारी, सदर, रांची द्वारा सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह निषेधाज्ञा जारी की गई है।

प्रतिबंध अपवाद

पाँच या पाँच से अधिक व्यक्तियों का एक जगह जमा होना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी, सरकारी कार्यक्रम एवं शवयात्रा।

किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र (बंदूक, रिवाल्वर, बम आदि) लेकर चलना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

लाठी-डंडा, तीर-धनुष, भाला आदि जैसे हरवे-हथियार लेकर चलना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

धरना, प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली या आम सभा का आयोजन करना। कोई नहीं।

ध्वनि विस्तारक यंत्र का व्यवहार करना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

प्रभावी अवधि: यह निषेधाज्ञा दिनांक 05.12.2025 के प्रातः 08:00 बजे से दिनांक 11.12.2025 के रात्रि 10:00 बजे तक प्रभावी रहेगी।

छूट प्राप्त क्षेत्र: माननीय उच्च न्यायालय झारखंड, रांची को इस निषेधाज्ञा के दायरे से बाहर रखा गया है।

यह आदेश उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, रांची एवं अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था, रांची के संयुक्त आदेश के आलोक में जारी किया गया है।

क्या आप झारखंड विधानसभा के इस शीतकालीन सत्र के संभावित एजेंडा या मुद्दों के बारे में जानकारी चाहते हैं?

लातेहार पुलिस की बड़ी सफलता: ₹2 लाख का इनामी एरिया कमांडर समेत JJMP के दो नक्सली गिरफ्तार


लातेहार जिला पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में ₹2 लाख का इनामी एरिया कमांडर सुनील उरांव और उसका सहयोगी मुकेश लोहरा शामिल है। दोनों लातेहार जिले के ही रहने वाले हैं।

गिरफ्तारी का विवरण

गुप्त सूचना: लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि एरिया कमांडर सुनील उरांव सदर थाना क्षेत्र के नवागढ़ स्थित अपने गांव के पास छिपा हुआ है, जबकि दूसरा नक्सली मुकेश लोहरा मनिका थाना क्षेत्र के पुरनी पल्हेया गांव के आसपास है।

छापेमारी अभियान: एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर, डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने दोनों गांवों में एक साथ अलग-अलग टीमों द्वारा छापेमारी की।

समय: दोनों नक्सलियों को बुधवार की सुबह 3 से 4 बजे के बीच गिरफ्तार किया गया।

नक्सलियों पर दर्ज मामले

बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए एसपी कुमार गौरव ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों पर कई गंभीर नक्सल मामले दर्ज हैं:

सुनील उरांव (एरिया कमांडर): लातेहार और आसपास के थाना क्षेत्रों में 7 से अधिक नक्सली मामले दर्ज हैं।

मुकेश लोहरा: इस पर भी 2 नक्सली मामले दर्ज हैं।

मुठभेड़ में संलिप्तता: एसपी ने बताया कि ये दोनों नक्सली पिछले दिनों पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल थे और पुलिस से बचने के लिए संगठन से अलग होकर गांवों में छिप रहे थे।

संगठन ध्वस्त करने का दावा

लातेहार पुलिस ने दावा किया है कि पिछले 6 महीनों में लगातार चली कार्रवाई से JJMP नक्सली संगठन पूरी तरह ध्वस्त हो गया है:

सफलताएं: 6 माह के भीतर पुलिस ने संगठन के सुप्रीमो समेत दो नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, और कई अन्य को गिरफ्तार किया है।

आत्मसमर्पण: पुलिसिया कार्रवाई से डरकर संगठन के सभी बड़े नक्सलियों ने पहले ही पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। बचे हुए नक्सलियों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है।

छापेमारी दल में महत्वपूर्ण भूमिका

गिरफ्तारी अभियान में डीएसपी अरविंद कुमार के साथ-साथ मनिका थाना प्रभारी शशि कुमार, लातेहार के थाना प्रभारी रमाकांत गुप्ता, सब इंस्पेक्टर विक्रांत उपाध्याय, राहुल कुमार सिन्हा, विकास कुमार, धर्मवीर सिंह और अन्य पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही।

बलिया का गौरव: डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान
संजीव  सिंह बलिया, 3 दिसंबर 2025 – भारतीय दर्शन के प्रसिद्ध विद्वान, लेखक और शिक्षाविद डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को पंजाब कला साहित्य अकादमी, जालन्धर, पंजाब द्वारा अपने सर्वोच्च अकादमी सम्मान के लिए चुना गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनके गहरे वैश्विक योगदान और भारतीय ज्ञान परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के प्रयासों का सम्मान है। 29वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह 7 दिसम्बर को जालन्धर प्रेस क्लब में आयोजित किया जाएगा, जहाँ डॉ. उपाध्याय को माननीय अतिथियों की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।जिले के साहित्यकारों, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और विद्यार्थियों में इस खबर को लेकर अत्यंत गर्व का माहौल है। अनेक वरिष्ठ विशिष्ट व्यक्तियों ने डॉ. उपाध्याय की इस उपलब्धि को बलिया की परंपरानुसार "साहित्य, दर्शन और भारतीय ज्ञान-परंपरा का गौरव" बताया है। इस सम्मान को बलिया की बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विरासत का पर्व माना जा रहा है, जो जिले के प्रेरणास्पद और आदर्श व्यक्तित्व को सम्मानित करता है।पंजाब कला साहित्य अकादमी चार दशक से अधिक समय से कला, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, समाजसेवा व संगीत जैसे क्षेत्रों में देश-विदेश की विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित कर रही है, जो इसकी प्रतिष्ठा का प्रमाण है। बलिया में इस पुरस्कार की घोषणा से विद्वता, साहित्य और संस्कृति का मेल है, जिससे जिले का नाम न केवल उत्तर भारत में बल्कि पूरे देश विदेश में गर्व से झूम उठा है।
दो बाइकों की आमने–सामने भिड़ंत में युवक की मौत, परिवार में छाया मातम

मीडिया दर्शन औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र के नवीनगर–बारुण मुख्य पथ पर स्थित उरदाना मोड़ के पास बुधवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना निजी विद्यालय के समीप हुई, जहाँ दो बाइकों की आमने–सामने जोरदार टक्कर में उरदाना गांव निवासी 45 वर्षीय मनोज यादव पुत्र देवन यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद गश्ती दल दरोगा राहुल कुमार मौके पर पहुँचा और गंभीर अवस्था में पड़े मनोज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बारूण , भेजवाया। डॉक्टरों ने बचाने की भरसक कोशिश की, परंतु उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना में शामिल दूसरी बाइक एक स्थानीय निजी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को छोड़ने और लाने के क्रम में वहां पहुँची थी। बताया जाता है कि विद्यालय में छुट्टी होने के बाद बाइक चालक अपने बच्चों को लेकर वापस लौट रहा था। इसी दौरान मोड़ के पास तेज रफ्तार में आ रही दोनों मोटरसाइकिलें आमने–सामने भिड़ गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मनोज सड़क पर गिरते ही बेहोश हो गए। उनका सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। दूसरी बाइक के चालक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के बाद वह मौके से गायब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। मौके पर अफरा–तफरी का माहौल बन गया।

गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। कई लोगों ने बताया कि उरदाना मोड़ के पास सड़क संकरी होने और वाहनों के तेज रफ्तार से आने–जाने के कारण हादसे अक्सर होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने यहाँ स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाने की अपील की है।

थानाध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पुलिस ने मामले की त्वरित जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनाग्रस्त दोनों बाइकों को जप्त कर थाना लाया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक मनोज यादव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिवार के सदस्य बार–बार बेसुध हो रहे हैं। मनोज यादव परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे, जिससे उनके असामयिक निधन से घर की आर्थिक स्थिति पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं।

थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि हादसे में शामिल दूसरी बाइक तथा उसके चालक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस विद्यालय प्रशासन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसकी खोज में जुटी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही चालक की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और रफ्तार पर नियंत्रण रखें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। गांव के लोग घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतक के परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुँच रहे हैं। सड़क सुरक्षा और जागरूकता को लेकर भी ग्रामीणों में चर्चा तेज हो गई है।

बिहार में नहीं चलेगा बुलडोजर राज : भाकपा–माले उजाड़ने से पहले भूमिहीनों को पर्चा और पक्का मकान देने की मांग

गया। भाकपा–माले द्वारा पूरे बिहार में मनाए जा रहे राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत गया शहर में बुधवार को बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ जोरदार विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शन का मुख्य नारा था— “बुलडोजर नहीं, जमीन का पर्चा दो; रोज़ी-रोटी की सुरक्षा दो।” विरोध जताने वाले प्रदर्शनकारी अम्बेडकर पार्क से जुलूस की शक्ल में जीबी रोड होते हुए टावर चौक पहुंचे, जहां एक सभा आयोजित कर सरकार की नीतियों पर तीखा प्रहार किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा–माले के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि नई एनडीए सरकार के गठन के बाद गया सहित पूरे बिहार में अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों, दलितों व फुटपाथी दुकानदारों के खिलाफ बुलडोजर चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था और पुनर्वास के हजारों परिवारों को उजाड़ा जा रहा है, जो सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करता है। निरंजन कुमार ने मांग की कि भूमिहीन गरीबों को भूमि का पर्चा दिया जाए और उन्हें पक्के घर उपलब्ध कराए जाएँ, ताकि उन्हें बार-बार बेघर होने का खतरा न रहे।

फुटपाथों पर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदारों की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि शहर में एक भी वेंडिंग जोन का न होना सरकार की बदइंतज़ामी का प्रमाण है। उनके अनुसार, बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए फुटपाथी दुकानदारों को हटाना उनकी आजीविका पर हमला है। भाकपा–माले ने साफ कहा कि गरीबों को उजाड़ने के बजाय सरकार शहर में सुव्यवस्थित वेंडिंग जोन बनाकर दुकानदारों को वैध जगह दे, ताकि उनका व्यवसाय सुरक्षित रह सके।

नेताओं का कहना था कि सत्ता में आने से पहले सरकार ने 10 हजार लोगों को लाभ देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव के बाद वही सरकार गरीबों और छोटे कारोबारियों पर बुलडोजर चला रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार में किसी भी तरह का बुलडोजर राज नहीं चलने दिया जाएगा और गरीबों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज किया जाएगा।

विरोध मार्च और सभा में जिला सचिव निरंजन कुमार, नगर प्रभारी तारिक अनवर, जिला कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल, रामलखन प्रसाद, बच्चू सिंह, रवि कुमार, रामचंद्र प्रसाद, अंजुषा कुमारी, ईश्वर चौधरी, रामानंद सिंह, मोहम्मद शाकिब सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।

Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष के जन्मदिन पर बोले जिला अध्यक्ष एससी एसटी एक्ट के लिए दे देंगे जान की कुर्बानी

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर का 39वां जन्मदिन संभल में उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नदीम कुरैशी के फार्म हाउस पर पहुंचकर धूमधाम से केक काटा और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की उम्मीद हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। इसी संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया।

जन्मदिन समारोह के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष शहजाद ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन आजाद समाज पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि आरक्षण एवं एससी-एसटी एक्ट को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष छेड़ा जाएगा। शहजाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यकर्ता जान की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का नेतृत्व दलित, वंचित और शोषित समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक संगठन विस्तार करेंगे। इधर सम्भल स्थित आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर भी कार्यकर्ताओं ने अलग से जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित किया। यहां कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर की फोटो रखकर केक काटा और उनके लंबे राजनीतिक जीवन की कामना की। पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर का बढ़ता कद व संघर्षशील छवि पार्टी को नई दिशा देने का काम कर रही है।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ ने एनटीपीसी सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष दिया एक दिवसीय धरना

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

हजारीबाग जिले के बड़कागांव केरेडारी सीमा पर स्थित एनटीपीसी के सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष कर्णपुरा माइनिंग संवेदक संघ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया! धरना प्रदर्शन के दौरान कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ के लोगों ने एनटीपीसी प्रबंधन के ऊपर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को उपेक्षा करने का आरोप लगाया! साथ हीं स्थानीय संवेदकों को नजरअंदाज कर बिहार उत्तरप्रदेश उड़ीसा समेत अन्य प्रदेशों के संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में मिलीभगत कर लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है! इस दौरान धरना पर बैठे संवेदकों ने एनटीपीसी प्रबंधन के मनमानी रवैया के विरोध में जमकर नारेबाजी किया और कहा कि कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ द्वारा एनटीपीसी पकरी बरवाडीह कोल माइंस चट्टी बरियातू कोल माइंस केरेडारी कोल माइंस और बादम कोल माइंस प्रबंधन को लिखित ज्ञापन सौंपकर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में प्राथमिकता देने की बात कही! मांगे पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी जारी किया है!

झारखंड विधानसभा सत्र: 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू जुलूस, रैली और धरना पर रोक; 5 से 11 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी

झारखंड विधानसभा के षष्ठम झारखंड विधानसभा के चतुर्थ (शीतकालीन) सत्र को देखते हुए, रांची जिला प्रशासन ने विधानसभा परिसर के 750 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा (धारा 163) लागू कर दी है। यह सत्र 05 दिसंबर 2025 से 11 दिसंबर 2025 तक आहूत किया गया है।

निषेधाज्ञा की मुख्य बातें

अनुमंडल दंडाधिकारी, सदर, रांची द्वारा सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह निषेधाज्ञा जारी की गई है।

प्रतिबंध अपवाद

पाँच या पाँच से अधिक व्यक्तियों का एक जगह जमा होना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी, सरकारी कार्यक्रम एवं शवयात्रा।

किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र (बंदूक, रिवाल्वर, बम आदि) लेकर चलना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

लाठी-डंडा, तीर-धनुष, भाला आदि जैसे हरवे-हथियार लेकर चलना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

धरना, प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली या आम सभा का आयोजन करना। कोई नहीं।

ध्वनि विस्तारक यंत्र का व्यवहार करना। सरकारी कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मचारी।

प्रभावी अवधि: यह निषेधाज्ञा दिनांक 05.12.2025 के प्रातः 08:00 बजे से दिनांक 11.12.2025 के रात्रि 10:00 बजे तक प्रभावी रहेगी।

छूट प्राप्त क्षेत्र: माननीय उच्च न्यायालय झारखंड, रांची को इस निषेधाज्ञा के दायरे से बाहर रखा गया है।

यह आदेश उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, रांची एवं अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था, रांची के संयुक्त आदेश के आलोक में जारी किया गया है।

क्या आप झारखंड विधानसभा के इस शीतकालीन सत्र के संभावित एजेंडा या मुद्दों के बारे में जानकारी चाहते हैं?

लातेहार पुलिस की बड़ी सफलता: ₹2 लाख का इनामी एरिया कमांडर समेत JJMP के दो नक्सली गिरफ्तार


लातेहार जिला पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में ₹2 लाख का इनामी एरिया कमांडर सुनील उरांव और उसका सहयोगी मुकेश लोहरा शामिल है। दोनों लातेहार जिले के ही रहने वाले हैं।

गिरफ्तारी का विवरण

गुप्त सूचना: लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि एरिया कमांडर सुनील उरांव सदर थाना क्षेत्र के नवागढ़ स्थित अपने गांव के पास छिपा हुआ है, जबकि दूसरा नक्सली मुकेश लोहरा मनिका थाना क्षेत्र के पुरनी पल्हेया गांव के आसपास है।

छापेमारी अभियान: एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर, डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने दोनों गांवों में एक साथ अलग-अलग टीमों द्वारा छापेमारी की।

समय: दोनों नक्सलियों को बुधवार की सुबह 3 से 4 बजे के बीच गिरफ्तार किया गया।

नक्सलियों पर दर्ज मामले

बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए एसपी कुमार गौरव ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों पर कई गंभीर नक्सल मामले दर्ज हैं:

सुनील उरांव (एरिया कमांडर): लातेहार और आसपास के थाना क्षेत्रों में 7 से अधिक नक्सली मामले दर्ज हैं।

मुकेश लोहरा: इस पर भी 2 नक्सली मामले दर्ज हैं।

मुठभेड़ में संलिप्तता: एसपी ने बताया कि ये दोनों नक्सली पिछले दिनों पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल थे और पुलिस से बचने के लिए संगठन से अलग होकर गांवों में छिप रहे थे।

संगठन ध्वस्त करने का दावा

लातेहार पुलिस ने दावा किया है कि पिछले 6 महीनों में लगातार चली कार्रवाई से JJMP नक्सली संगठन पूरी तरह ध्वस्त हो गया है:

सफलताएं: 6 माह के भीतर पुलिस ने संगठन के सुप्रीमो समेत दो नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, और कई अन्य को गिरफ्तार किया है।

आत्मसमर्पण: पुलिसिया कार्रवाई से डरकर संगठन के सभी बड़े नक्सलियों ने पहले ही पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। बचे हुए नक्सलियों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है।

छापेमारी दल में महत्वपूर्ण भूमिका

गिरफ्तारी अभियान में डीएसपी अरविंद कुमार के साथ-साथ मनिका थाना प्रभारी शशि कुमार, लातेहार के थाना प्रभारी रमाकांत गुप्ता, सब इंस्पेक्टर विक्रांत उपाध्याय, राहुल कुमार सिन्हा, विकास कुमार, धर्मवीर सिंह और अन्य पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही।