जनता के दबाव और विधायक राज सिन्हा के दृढ़ संकल्प के आगे झुका धनबाद नगर निगम, अनिश्चितकालीन धरना स्थगित

धनबाद।

भाजपा विधायक सह झारखंड विधानसभा के सचेतक राज सिन्हा द्वारा धनबाद शहर की मूलभूत समस्याओं के खिलाफ नगर निगम मुख्य द्वार पर शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना आज (2 दिसंबर 2025) शाम को समाप्त हो गया। जनता के भारी समर्थन और विधायक के अडिग रुख के सामने अंततः नगर निगम प्रशासन को झुकना पड़ा और उनकी सभी प्रमुख माँगें लिखित रूप से मान ली गईं।

सड़क, नाली, और स्ट्रीट लाइट की समस्या पर धरना

विधायक राज सिन्हा ने यह धरना 1 दिसंबर को शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य शहर की जर्जर सड़कों के निर्माण, नालियों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट सुचारू करने और जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रशासनिक कार्यों के निष्पादन में नगर निगम की गंभीर लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाना था।

दूसरे दिन उमड़ा जनसैलाब, प्रदेश नेतृत्व का समर्थन

धरने के दूसरे दिन, आंदोलन को आमजन, प्रभावित वार्डों के लोगों, भाजपा महानगर और ग्रामीण जिला के पदाधिकारियों तथा हजारों कार्यकर्ताओं का अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हुआ। कड़ाके की ठंड के बावजूद विधायक और सैकड़ों कार्यकर्ता रात भर धरना स्थल पर डटे रहे।

जनसैलाब और विधायक के अडिग रुख को देखते हुए आंदोलन प्रचंड रूप ले चुका था। इसी बीच, भाजपा झारखंड प्रदेश ने आंदोलन को मजबूती देने के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति — पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री अमर बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विकास प्रीतम, और पूर्व मंत्री श्रीमती अपर्णा सेन गुप्ता को धनबाद भेजा, जिन्होंने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया।

नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया

जनता के दबाव और विधायक के दृढ़ निश्चय के परिणाम स्वरूप, आज संध्या में नगर आयुक्त श्री रविराज शर्मा, उप नगर आयुक्त श्री प्रकाश कुमार, और अभियंताओं की टीम धरना स्थल पर पहुँची। अधिकारियों ने विधायक श्री सिन्हा की सभी प्रमुख मांगों को लिखित रूप से मान लिया और आश्वासन पत्र सौंपा।

लिखित आश्वासन मिलने के बाद विधायक राज सिन्हा ने धरना को स्थगित कर दिया और इसे 'जनता की जीत' बताया। विधायक श्री सिन्हा का यह संघर्ष धनबाद की जनता के हित में एक ऐतिहासिक जन-आंदोलन के रूप में दर्ज हुआ है।

विधायक राज सिन्हा के वक्तव्य

धरना की सफलता पर आभार व्यक्त करते हुए विधायक राज सिन्हा ने कहा:

"धनबाद के विकास, सड़कों की मरम्मत, नालियों व स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कोई उपकार नहीं, यह जनता के टैक्स का अधिकार है। मैं अपने क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधि हूँ, उनके हक पर किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि नगर निगम समय पर कार्य पूरा नहीं करता है, तो आंदोलन और तेज होगा।"

प्रदेश नेतृत्व का रुख

अमर बाउरी: "आवश्यकता हुई तो इस आंदोलन को राज्य स्तरीय आंदोलन बनाया जाएगा। झारखंड की यह कैसी सरकार है कि पिछले छह वर्षों से ACB जांच के नाम पे धनबाद की जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है?"

विकास प्रीतम: "विकास बाधित करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। भाजपा जन-समस्याओं पर सड़क से सदन तक लड़ने को तैयार है।"

अपर्णा सेन गुप्ता: "जनता की समस्याओं को लेकर भाजपा ही सड़क से लेकर शासन-प्रशासन तक जवाब मांगने का साहस रखती है। विकास कार्यों में हो रही देरी अब और नहीं चलेगी।"

भाजपा महानगर जिला अध्यक्ष श्रवण राय और ग्रामीण जिला अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर ने भी जनता के समर्थन को रिकॉर्ड तोड़ बताते हुए कहा कि यह आंदोलन जनसमर्थन की ताकत का प्रतीक है, और अफसरशाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।

मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में बीएचयू के छात्र की हुईं मौत

मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में राजीव गांधी दक्षिणी परिसर (बीएचयू) बरकक्षा के छात्र की मौत हो जाने से छात्र और आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि रात में छात्र की तबीयत खराब हुई थी। सुबह अस्पताल पहुंचाने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

राजस्थान से आकर कर रहा था पढ़ाई

छात्र बीएससी कृषि तृतीय वर्ष का छात्र बताया गया है। राजस्थान से आकर बीएचयू साउथ कैम्पस में रहकर पढ़ाई करता था। समय से इलाज न मिलने से नाराज छात्रों ने मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग किया जाम, घंटों से सड़क जाम के चलते आवागमन हुआ बाधित दोनों तरफ लगा रहा लंबा जाम। उधर आक्रोशित कर छात्र बीएचयू प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए पीछे हटने को कदापि तैयार नहीं रहे हैं।

पूरा मामला जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के बरकछा बीएचयू साउथ कैंपस का है।बताते चलें कि राजस्थान के कोटा के रहने वाले अनिल मीणा पुत्र महाबीर मीणा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बीएचयू के मीरजापुर जिले के बरकक्षा में स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बीएचयू में बीएससी 3 ईयर का छात्र था। जिसकी संदिग्ध परिस्थितियों मौत होने की खबर से छात्र आक्रोशित हो उठे छात्रों को मनाने में प्रशासन सहित अन्य जुटे रहे हैं।

माघ मेला के आयोजन को सकुशल निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराये जाने की मंगल कामना की

संत-महात्माओ वरिष्ठ अधिकारियो की उपस्थिति में संगम तट पर किया गया गंगा पूजन

स्वच्छ सुगम सुलभ सुरक्षित एवं भव्य रूप से माघ मेले का सम्पन्न कराया जायेगा आयोजन-मण्डलायुक्त

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।पतित पावनी गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम के पावन तट पर मंगलवार को माघ मेला 2026 के सकुशल सम्पन्न होने की मंगल कामना हेतु मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा मेलाधिकारी/प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ऋषिराज नगर आयुक्त सीलम साई तेजा व अन्य अधिकारियो के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ गंगा पूजन किया गया तथा मां गंगा से माघ मेला को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराने की कामना की गयी।

इस अवसर पर बड़े हनुमान जी मंदिर के महन्त बलवीर गिरि महाराज अन्य संत-महात्माओ के साथ महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने भी मां गंगा का पूजन किया।गंगा पूजन के पश्चात मण्डलायुक्त ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आज गंगा पूजन सम्पन्न हुआ है। आज से भूमि का आवंटन प्रारम्भ हो रहा है।उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप स्वच्छ सुगम सुलभ सुरक्षित एवं भव्य रूप से माघ मेले का आयोजन सम्पन्न कराया जायेगा।उन्होने बताया कि मेले का आयोजन 7 सेक्टरों में 800 हेक्टेयर में भूमि का आवंटन किया जायेगा।

इस बार माघ मेले में लगभग 15 करोड़ लोगो के आने का अनुमान है।उन्होने कहा की पुराने अनुभवों से सीख लेकर इस बार कुछ नए प्रयोग भी किए जा रहे है।मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के सुगमता के दृष्टिगत श्रद्धालुओ को कम से कम चलना पड़े पार्किंग व्यवस्था अच्छी हो भीड़ प्रबन्धन को और बेहतर बनाने टैफिक व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू करने नेटवर्किग की अच्छी व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्य किए जा रहे है।इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि संत-महात्माओ की उपस्थिति में गंगा पूजन सम्पन्न हुआ है। मां गंगा से यह प्रार्थना की गयी है आगामी माघ मेले का आयोजन सकुशल निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो।

मेले में आने वाले श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है।उन्होने कहा कि मेले में 15 करोड़ से अधिक लोगो के आने का अनुमान है।इसके दृष्टिगत बेहतर भीड़ प्रबन्धन टैफिक माघ मेले क्षेत्र के अन्दर की व्यवस्थाओ पर सम्बंधित विभागों के साथ बैठक कर सभी व्यवस्थायेे सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा गया है।बाहर से आने वाले रास्तो पर पार्किंग स्थलो को चिन्हित कर वहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें की जा रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि सुव्यवस्थित रूप से मेले के आयोजन को सम्पन्न कराया जायेगा।माघ मेलाधिकारी ऋषिराज ने कहा कि माघ मेले को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि सभी सम्बंधित विभागो के अधिकारियो को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत अपने विभाग से सम्बंधित कार्यो को पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए गए है।

इस अवसर पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारीगण तीर्थपुरोहित एवं धर्माचार्यो के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज की मौत पर परिजन भड़के, चिकित्सीय लापरवाही का आरोप; सांसद मनीष जायसवाल ने दिए जांच के निर्देश

हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार सुबह पदमा निवासी चौधरी यादव (उम्र लगभग 45 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई। चौधरी यादव ने 30 नवंबर की शाम कीटनाशक दवा का सेवन किया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज में लापरवाही के कारण उनकी जान गई।

मृतक के भतीजे रणधीर कुमार यादव ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि डॉक्टर द्वारा लिखे गए इंजेक्शन के स्थान पर गलत इंजेक्शन स्लाइन के माध्यम से चढ़ा दिया गया। उन्होंने बताया कि मरीज बिल्कुल सामान्य थे और अस्पताल से डिस्चार्ज की मांग कर रहे थे, लेकिन अचानक उन्हें तेज जलन की शिकायत होने लगी और उनकी मौत हो गई। परिजनों ने सभी दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

परिजनों की सूचना पर हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने संसद सत्र में होने के बावजूद उनसे फोन पर बातचीत की और अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी को अस्पताल भेजा। रंजन चौधरी ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से पूरी जानकारी ली और आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से बहाल कर्मियों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

रंजन चौधरी के अनुसार, सांसद मनीष जायसवाल ने इस मामले में हजारीबाग के उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) से बात की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इसके बाद रंजन चौधरी ने सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर अनुकरण पूर्ति से मिलकर मामले की जांच की मांग की। सुपरिंटेंडेंट की ओर से तीन चिकित्सकों की टीम बनाकर पोस्टमार्टम करवाया गया। इस दौरान सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी परिजनों के साथ अस्पताल में मौजूद रहे। पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस से शव को घर भेजने की व्यवस्था की गई।

सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर अनुकरण पूर्ति ने कहा कि मामले की जानकारी प्राप्त होते ही जांच शुरू कर दी गई है। टीम बनाकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा

फिलहाल मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चौधरी यादव के दो बेटे हैं और परिवार के लोग कार्रवाई के साथ मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं।

ममता की छाँव खोई, संस्कारों की रोशनी छोड़ गईं बड़ी माँ शीला देवी:लव सिंह प्रमुख

मीडिया दर्शन ,औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र एवं औरंगाबाद आज गहरे भावनात्मक माहौल से भर उठा, जब समता पार्टी के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व जिला अध्यक्ष रहे स्वर्गीय संतन प्रसाद सिंह की धर्मपत्नी, तथा नवीनगर प्रमुख लव कुमार सिंह की बड़ी माँ शीला देवी का निधन हो गया। ग्राम बड़ेम की यह मातृशक्ति अपने पीछे ऐसी अनगिनत स्मृतियाँ और संस्कार छोड़ गई हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को हमेशा दिशा देते रहेंगे। जदयू नेता संजीव कुमार सिंह ने नम आँखों से बताया कि बड़ी माँ केवल एक परिवार की मुखिया नहीं थीं, बल्कि प्रेम, त्याग और स्नेह की सजीव मूर्ति थीं। उन्होंने कहा, “हम तीनों भाइयों और हमारी बहन को माँ-पिता दोनों का स्नेह देकर बड़ा करने वाली हमारी बड़ी माँ आज हमें छोड़कर चली गईं। त्याग, प्रेम और ममता का आँचल हमारे सिर से उठ गया, पर उनका आशीर्वाद हमारा जीवनभर मार्गदर्शन करेगा।”

वहीं राजीव कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतिम यात्रा आज 03 दिसंबर 2025, बुधवार, सुबह 09:00 बजे ग्राम बड़ेम में लव कुमार सिंह के घर से निकलेगी, जहाँ परिवार और क्षेत्र के लोग इस महान आत्मा को अंतिम विदाई देंगे।

ग्रामवासियों के अनुसार, स्वर्गीय संतन प्रसाद सिंह के निधन (2013) के बाद शीला देवी ने परिवार को संभालने में जो धैर्य, हिम्मत और ममत्व दिखाया, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके व्यक्तित्व में सरलता थी, व्यवहार में मिठास और जीवन में संस्कारों की ऐसी सजल धारा थी जो हर किसी के दिल तक पहुँचती थी।

बड़ी माँ का जाना केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र का अपूरणीय नुकसान है।

परंतु उनके द्वारा बोए गए संस्कार, उनके आशीष और उनके जीवन मूल्य आने वाली पीढ़ियों में उजाला करते रहेंगे।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और शोकाकुल परिवार को धैर्य दे।

घोसी विधानसभा के दिवंगत विधायक स्वर्गीय सुधाकर सिंह के ब्रह्मभोज में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सांसद राजीव राय ने दी श्रद्धांजलि
घोसी विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय सुधाकर सिंह के ब्रह्मभोज कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव तथा घोसी लोकसभा से सांसद श्री राजीव राय ने ग्राम दादनपुर अहिरौली पहुंचकर दिवंगत विधायक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सुधाकर सिंह के समाज और क्षेत्र के प्रति योगदान को याद किया.सुधाकर सिंह का राजनीतिक योगदानसुधाकर सिंह घोसी विधानसभा के तीन बार के विधायक रहे। उन्होंने 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर नत्थूपुर (घोसी) विधानसभा सीट से विधायक का पद प्राप्त किया था । 2012 में भी वे घोसी से सपा प्रत्याशी के रूप में भाजपा के फागू चौहान को हराकर विधायक बने। हाल ही में, 2023 के उपचुनाव में उन्होंने भाजपा के दारा सिंह चौहान को 42,759 वोटों से हराकर तीसरी बार विधायक का पद प्राप्त किया था। उनका जन्म 11 नवंबर 1958 को घोसी में हुआ था और वे धर्म से हिंदू व जाति से राजपूत थे।जनसेवा और व्यक्तिगत जीवनसुधाकर सिंह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे। आपातकाल के दौरान मात्र 17 वर्ष की उम्र में जयप्रकाश नारायण के समग्र क्रांति आंदोलन में भाग लेने के कारण वे जेल भी गए थे। उनका मुख्य व्यवसाय कृषि था और वे जरूरतमंदों की सेवा, समाज सेवा, यात्रा और पुस्तकें पढ़ने में विशेष रुचि रखते थे। वे डॉ. राम मनोहर लोहिया अम्बेडकर शिक्षा संस्थान कौड़ीपुर दुबारी के प्रबंधक भी रहे।श्रद्धांजलि अर्पण के दौरान उपस्थित नेताओं की प्रतिक्रियाकार्यक्रम में अखिलेश यादव ने सुधाकर सिंह के जमीनी संघर्ष, आम जनता के प्रति समर्पण और समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए उनके योगदान को श्रद्धापूर्वक याद किया। सांसद राजीव राय ने भी उनकी सादगी, नेक नियत और जनता के बीच लोकप्रियता की चर्चा की। इस दौरान दादनपुर अहिरौली के लोगों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया
काटन–रोधी परियोजनाओं पर ग्राम डुमरी में बाढ़ खंड गोरखपुर की चौपाल सम्पन्न

ग्राम डुमरी, जनपद गोरखपुर। कटान–रोधी परियोजनाओं को लेकर बाढ़ खंड गोरखपुर द्वारा ग्राम डुमरी में आज 02.12.2025 को चौपाल आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गंडक बाढ़ मंडल गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता के.पी. सिंह ने की। अधीक्षण अभियंता ने ग्रामीणों को वर्ष 2025–26 में प्रस्तावित नई परियोजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत डुमरी में दो महत्वपूर्ण कार्यों की योजना तैयार की गई है।

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि पहला कार्य ग्राम हथियापरास के पास स्थित बखरिया रिंग तटबंध पर प्रस्तावित है, जहाँ कुल 660 मीटर लंबाई में सुरक्षा कार्य किया जाएगा। इसमें 310 मीटर में बोल्डर कार्य तथा 350 मीटर में पर्कयूपाइन लगाने की योजना है। यह कार्य नदी कटान को नियंत्रित करने तथा तटबंध को सुरक्षित करने में सहायक होगा।

दूसरी परियोजना में डुमरी गांव के पास 430 मीटर लंबाई में पर्कयूपाइन लगाने एवं दो अदद कटर निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्य क्षेत्र में हो रहे निरंतर कटान को रोकने तथा नदी की धारा को संतुलित रखने में मदद करेगा।

चौपाल में ग्राम प्रधान वीरेंद्र कुमार, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरि जी पांडे, भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश चौधरी, अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने प्रस्तावित परियोजनाओं का स्वागत करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र को दीर्घकालिक बाढ़ सुरक्षा मिलेगी।

विभागीय टीम से जूनियर इंजीनियर डी.एन. कुशवाहा तथा विवेक कुमार चौहान व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।ग्रामीणों ने सरकार एवं बाढ़ खंड गोरखपुर द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों-मज़दूरों व सनातन धर्म के हित में शिवसेना ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम सौंपा

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर।जानसठ । शिवसेना ने किसान मजदूर व सनातन धर्म के हित में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में तहसील प्रमुख के साथ बड़ी संख्या में शिवसेनीको ने विभिन्न मांगों का एक ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा।मंगलवार को शिवसेना पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर से क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं और जनहित के मुद्दों को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती को सौंपा उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण कानून, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना और जनपद मुज़फ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर करने की मांगों को प्रमुख रूप से उठाया गया।

यह ज्ञापन शिवसेना के जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा के नेतृत्व में तहसील प्रमुख शिवसेना दिनेश कुमार के द्वारा एसडीएम को सौंपा गया। उन्होंने कहा कि देश में तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, इसलिए केंद्र सरकार को प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए। इसके साथ ही किसानों, मज़दूरों और व्यापारियों की सुविधा को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की तत्काल स्थापना का ज्ञापन में उल्लेख किया गया ओर स्थानीय जनता की भावना को देखते हुए जनपद मुज़फ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर किया जाना चाहिए।

शिवसेना जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा ने आगामी 7 दिसंबर को शुक्रताल में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्षेत्र के सनतनियों से पहुंचने की अपील भी की इस दौरान मुख्य रूप से रोहित खत्री मंडल अध्यक्ष भाजपा, गौरव वाल्मीकि, अंकित शर्मा,चेतन देव आर्य, सुंदरलाल, श्यामवीर सिंह, दुष्यंत कुमार, अरजान सिंह, सोमवीर, सोनू, श्यामवीर, राजकुमार, सचिन, वीरू, मनोज, बिजेंद्र, संदीप, दीपक, अंकुर सैनी, अनुज, आशीष, रामफूल, आशिफ़ पाल, यशानंद पाल, जॉनी, रोशन कुमार, प्रिंस कुमार,शिवा सैनी अरविंद प्रजापति सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।

हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई की 253 वीं मासिक गोष्ठी सम्पन्न

भाईंदर/मुंबई । हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई के 253 वीं मासिक काव्य गोष्ठी का संयोजन डॉ उमेशचंद्र शुक्ल द्वारा न्यु.सी.ब्यु, न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में आयोजित किया गया। डॉ.सुधाकर मिश्र ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि गोष्ठी में विविध तरह की रचनाएं पढ़ी गई। शब्द और अर्थ सौंदर्य की दृष्टि से कवियों की रचनाएं सराहनीय है। सातवे दशक में लिखें गीत "मेरा चांद क्यों उदास है" प्रस्तुत किया।मुख्य अतिथि डॉ कृपाशंकर मिश्र ने "जिसकी रचना में है व्याकरण की कमी" और श्रृंगार परक गीत "प्राण आओगे तुम आज की रात में,देखती मैं रही राह ही रह गई।"प्रसिद्ध ग़ज़लकार डॉ.उमेशचंद्र शुक्ल ने क‌ई शेर और दो ग़ज़ल कहें " धनवानों से गले कभी तुम मत मिलना, यारों धन कि सोहबत भारी पड़ती है।" एवं " हमसे ही जिंदा है संस्कार का विधान सारा, मुर्दा आदर्शों का हथियार नहीं है ब्राह्मण।" संयोग साहित्य के संपादक मुरलीधर पाण्डेय ने ग्यारह आधुनिक दोहे पढ़ें,भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने"दायरे सोच के इतने सिकुड़ ग‌ए" एवं "था कुछ नहीं पर्दा, फिर न जाने क्यों लगा पर्दा।"पर्दा कविता पढ़ा,मार्कंडेय त्रिपाठी ने भक्तिमय "कण कण में भगवान" कविता प्रस्तुत किया।डॉ.ओमप्रकाश तिवारी ने" जितने वजनी मिलें लिफाफे, उतनी ही मगरूर हो गई" एवं "साधों! हम हैं लेखक जादे।" डॉ. रोशनी किरण ने ग़ज़ल" बहुत जलाती बहुत रुलाती है उसकी सुधियो की आँच ।" डॉ. कुसुम तिवारी झल्ली ने " बप्पा हमारे हम हैं, तुम्हारे सहारे" एवं " सखा मैं भूलु ब्रज धाम" किरन तिवारी ने " पसीने की कमाई से कोई", " चुभे है काँटे कितने तब याद रखता है", "सोम से रवि तक" स्त्री संघर्ष केंद्रित रचना पढ़ी।किरन मिश्र ने " दर्द में भी मुस्कुराने की अदा" तो डॉ.अशोक पाण्डेय ने "विधर्मी के नाद के उपर गहरा प्रहार।" वाचस्पति तिवारी ने " जुड़ न पाएं अगर राम के नाम से " कविता का पाठ किया एवं प्रभाकर मिश्र ने कहानी का वाचन किया। किरन मिश्र ने " माँ शारदे, माँ शारदे माँ दुर्गा लक्ष्मी की शक्ति दें।" सरस्वती वंदना से विधिवत कार्यक्रम का आरंभ किया। संस्था के महासचिव डॉ. उमेशचंद्र शुक्ल ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं संस्था के कोषाध्यक्ष कहानीकार प्रभाकर मिश्र ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

#supremecourthearingonrohingya

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।

जनता के दबाव और विधायक राज सिन्हा के दृढ़ संकल्प के आगे झुका धनबाद नगर निगम, अनिश्चितकालीन धरना स्थगित

धनबाद।

भाजपा विधायक सह झारखंड विधानसभा के सचेतक राज सिन्हा द्वारा धनबाद शहर की मूलभूत समस्याओं के खिलाफ नगर निगम मुख्य द्वार पर शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना आज (2 दिसंबर 2025) शाम को समाप्त हो गया। जनता के भारी समर्थन और विधायक के अडिग रुख के सामने अंततः नगर निगम प्रशासन को झुकना पड़ा और उनकी सभी प्रमुख माँगें लिखित रूप से मान ली गईं।

सड़क, नाली, और स्ट्रीट लाइट की समस्या पर धरना

विधायक राज सिन्हा ने यह धरना 1 दिसंबर को शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य शहर की जर्जर सड़कों के निर्माण, नालियों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट सुचारू करने और जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रशासनिक कार्यों के निष्पादन में नगर निगम की गंभीर लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाना था।

दूसरे दिन उमड़ा जनसैलाब, प्रदेश नेतृत्व का समर्थन

धरने के दूसरे दिन, आंदोलन को आमजन, प्रभावित वार्डों के लोगों, भाजपा महानगर और ग्रामीण जिला के पदाधिकारियों तथा हजारों कार्यकर्ताओं का अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हुआ। कड़ाके की ठंड के बावजूद विधायक और सैकड़ों कार्यकर्ता रात भर धरना स्थल पर डटे रहे।

जनसैलाब और विधायक के अडिग रुख को देखते हुए आंदोलन प्रचंड रूप ले चुका था। इसी बीच, भाजपा झारखंड प्रदेश ने आंदोलन को मजबूती देने के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति — पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री अमर बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विकास प्रीतम, और पूर्व मंत्री श्रीमती अपर्णा सेन गुप्ता को धनबाद भेजा, जिन्होंने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया।

नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया

जनता के दबाव और विधायक के दृढ़ निश्चय के परिणाम स्वरूप, आज संध्या में नगर आयुक्त श्री रविराज शर्मा, उप नगर आयुक्त श्री प्रकाश कुमार, और अभियंताओं की टीम धरना स्थल पर पहुँची। अधिकारियों ने विधायक श्री सिन्हा की सभी प्रमुख मांगों को लिखित रूप से मान लिया और आश्वासन पत्र सौंपा।

लिखित आश्वासन मिलने के बाद विधायक राज सिन्हा ने धरना को स्थगित कर दिया और इसे 'जनता की जीत' बताया। विधायक श्री सिन्हा का यह संघर्ष धनबाद की जनता के हित में एक ऐतिहासिक जन-आंदोलन के रूप में दर्ज हुआ है।

विधायक राज सिन्हा के वक्तव्य

धरना की सफलता पर आभार व्यक्त करते हुए विधायक राज सिन्हा ने कहा:

"धनबाद के विकास, सड़कों की मरम्मत, नालियों व स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कोई उपकार नहीं, यह जनता के टैक्स का अधिकार है। मैं अपने क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधि हूँ, उनके हक पर किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि नगर निगम समय पर कार्य पूरा नहीं करता है, तो आंदोलन और तेज होगा।"

प्रदेश नेतृत्व का रुख

अमर बाउरी: "आवश्यकता हुई तो इस आंदोलन को राज्य स्तरीय आंदोलन बनाया जाएगा। झारखंड की यह कैसी सरकार है कि पिछले छह वर्षों से ACB जांच के नाम पे धनबाद की जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है?"

विकास प्रीतम: "विकास बाधित करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। भाजपा जन-समस्याओं पर सड़क से सदन तक लड़ने को तैयार है।"

अपर्णा सेन गुप्ता: "जनता की समस्याओं को लेकर भाजपा ही सड़क से लेकर शासन-प्रशासन तक जवाब मांगने का साहस रखती है। विकास कार्यों में हो रही देरी अब और नहीं चलेगी।"

भाजपा महानगर जिला अध्यक्ष श्रवण राय और ग्रामीण जिला अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर ने भी जनता के समर्थन को रिकॉर्ड तोड़ बताते हुए कहा कि यह आंदोलन जनसमर्थन की ताकत का प्रतीक है, और अफसरशाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।

मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में बीएचयू के छात्र की हुईं मौत

मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में राजीव गांधी दक्षिणी परिसर (बीएचयू) बरकक्षा के छात्र की मौत हो जाने से छात्र और आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि रात में छात्र की तबीयत खराब हुई थी। सुबह अस्पताल पहुंचाने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

राजस्थान से आकर कर रहा था पढ़ाई

छात्र बीएससी कृषि तृतीय वर्ष का छात्र बताया गया है। राजस्थान से आकर बीएचयू साउथ कैम्पस में रहकर पढ़ाई करता था। समय से इलाज न मिलने से नाराज छात्रों ने मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग किया जाम, घंटों से सड़क जाम के चलते आवागमन हुआ बाधित दोनों तरफ लगा रहा लंबा जाम। उधर आक्रोशित कर छात्र बीएचयू प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए पीछे हटने को कदापि तैयार नहीं रहे हैं।

पूरा मामला जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के बरकछा बीएचयू साउथ कैंपस का है।बताते चलें कि राजस्थान के कोटा के रहने वाले अनिल मीणा पुत्र महाबीर मीणा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बीएचयू के मीरजापुर जिले के बरकक्षा में स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बीएचयू में बीएससी 3 ईयर का छात्र था। जिसकी संदिग्ध परिस्थितियों मौत होने की खबर से छात्र आक्रोशित हो उठे छात्रों को मनाने में प्रशासन सहित अन्य जुटे रहे हैं।

माघ मेला के आयोजन को सकुशल निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराये जाने की मंगल कामना की

संत-महात्माओ वरिष्ठ अधिकारियो की उपस्थिति में संगम तट पर किया गया गंगा पूजन

स्वच्छ सुगम सुलभ सुरक्षित एवं भव्य रूप से माघ मेले का सम्पन्न कराया जायेगा आयोजन-मण्डलायुक्त

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।पतित पावनी गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम के पावन तट पर मंगलवार को माघ मेला 2026 के सकुशल सम्पन्न होने की मंगल कामना हेतु मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा मेलाधिकारी/प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ऋषिराज नगर आयुक्त सीलम साई तेजा व अन्य अधिकारियो के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ गंगा पूजन किया गया तथा मां गंगा से माघ मेला को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराने की कामना की गयी।

इस अवसर पर बड़े हनुमान जी मंदिर के महन्त बलवीर गिरि महाराज अन्य संत-महात्माओ के साथ महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने भी मां गंगा का पूजन किया।गंगा पूजन के पश्चात मण्डलायुक्त ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आज गंगा पूजन सम्पन्न हुआ है। आज से भूमि का आवंटन प्रारम्भ हो रहा है।उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप स्वच्छ सुगम सुलभ सुरक्षित एवं भव्य रूप से माघ मेले का आयोजन सम्पन्न कराया जायेगा।उन्होने बताया कि मेले का आयोजन 7 सेक्टरों में 800 हेक्टेयर में भूमि का आवंटन किया जायेगा।

इस बार माघ मेले में लगभग 15 करोड़ लोगो के आने का अनुमान है।उन्होने कहा की पुराने अनुभवों से सीख लेकर इस बार कुछ नए प्रयोग भी किए जा रहे है।मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के सुगमता के दृष्टिगत श्रद्धालुओ को कम से कम चलना पड़े पार्किंग व्यवस्था अच्छी हो भीड़ प्रबन्धन को और बेहतर बनाने टैफिक व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू करने नेटवर्किग की अच्छी व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्य किए जा रहे है।इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि संत-महात्माओ की उपस्थिति में गंगा पूजन सम्पन्न हुआ है। मां गंगा से यह प्रार्थना की गयी है आगामी माघ मेले का आयोजन सकुशल निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो।

मेले में आने वाले श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है।उन्होने कहा कि मेले में 15 करोड़ से अधिक लोगो के आने का अनुमान है।इसके दृष्टिगत बेहतर भीड़ प्रबन्धन टैफिक माघ मेले क्षेत्र के अन्दर की व्यवस्थाओ पर सम्बंधित विभागों के साथ बैठक कर सभी व्यवस्थायेे सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा गया है।बाहर से आने वाले रास्तो पर पार्किंग स्थलो को चिन्हित कर वहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें की जा रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि सुव्यवस्थित रूप से मेले के आयोजन को सम्पन्न कराया जायेगा।माघ मेलाधिकारी ऋषिराज ने कहा कि माघ मेले को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि सभी सम्बंधित विभागो के अधिकारियो को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत अपने विभाग से सम्बंधित कार्यो को पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए गए है।

इस अवसर पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारीगण तीर्थपुरोहित एवं धर्माचार्यो के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज की मौत पर परिजन भड़के, चिकित्सीय लापरवाही का आरोप; सांसद मनीष जायसवाल ने दिए जांच के निर्देश

हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार सुबह पदमा निवासी चौधरी यादव (उम्र लगभग 45 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई। चौधरी यादव ने 30 नवंबर की शाम कीटनाशक दवा का सेवन किया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज में लापरवाही के कारण उनकी जान गई।

मृतक के भतीजे रणधीर कुमार यादव ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि डॉक्टर द्वारा लिखे गए इंजेक्शन के स्थान पर गलत इंजेक्शन स्लाइन के माध्यम से चढ़ा दिया गया। उन्होंने बताया कि मरीज बिल्कुल सामान्य थे और अस्पताल से डिस्चार्ज की मांग कर रहे थे, लेकिन अचानक उन्हें तेज जलन की शिकायत होने लगी और उनकी मौत हो गई। परिजनों ने सभी दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

परिजनों की सूचना पर हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने संसद सत्र में होने के बावजूद उनसे फोन पर बातचीत की और अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी को अस्पताल भेजा। रंजन चौधरी ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से पूरी जानकारी ली और आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से बहाल कर्मियों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

रंजन चौधरी के अनुसार, सांसद मनीष जायसवाल ने इस मामले में हजारीबाग के उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) से बात की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इसके बाद रंजन चौधरी ने सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर अनुकरण पूर्ति से मिलकर मामले की जांच की मांग की। सुपरिंटेंडेंट की ओर से तीन चिकित्सकों की टीम बनाकर पोस्टमार्टम करवाया गया। इस दौरान सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी परिजनों के साथ अस्पताल में मौजूद रहे। पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस से शव को घर भेजने की व्यवस्था की गई।

सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर अनुकरण पूर्ति ने कहा कि मामले की जानकारी प्राप्त होते ही जांच शुरू कर दी गई है। टीम बनाकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा

फिलहाल मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चौधरी यादव के दो बेटे हैं और परिवार के लोग कार्रवाई के साथ मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं।

ममता की छाँव खोई, संस्कारों की रोशनी छोड़ गईं बड़ी माँ शीला देवी:लव सिंह प्रमुख

मीडिया दर्शन ,औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र एवं औरंगाबाद आज गहरे भावनात्मक माहौल से भर उठा, जब समता पार्टी के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व जिला अध्यक्ष रहे स्वर्गीय संतन प्रसाद सिंह की धर्मपत्नी, तथा नवीनगर प्रमुख लव कुमार सिंह की बड़ी माँ शीला देवी का निधन हो गया। ग्राम बड़ेम की यह मातृशक्ति अपने पीछे ऐसी अनगिनत स्मृतियाँ और संस्कार छोड़ गई हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को हमेशा दिशा देते रहेंगे। जदयू नेता संजीव कुमार सिंह ने नम आँखों से बताया कि बड़ी माँ केवल एक परिवार की मुखिया नहीं थीं, बल्कि प्रेम, त्याग और स्नेह की सजीव मूर्ति थीं। उन्होंने कहा, “हम तीनों भाइयों और हमारी बहन को माँ-पिता दोनों का स्नेह देकर बड़ा करने वाली हमारी बड़ी माँ आज हमें छोड़कर चली गईं। त्याग, प्रेम और ममता का आँचल हमारे सिर से उठ गया, पर उनका आशीर्वाद हमारा जीवनभर मार्गदर्शन करेगा।”

वहीं राजीव कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतिम यात्रा आज 03 दिसंबर 2025, बुधवार, सुबह 09:00 बजे ग्राम बड़ेम में लव कुमार सिंह के घर से निकलेगी, जहाँ परिवार और क्षेत्र के लोग इस महान आत्मा को अंतिम विदाई देंगे।

ग्रामवासियों के अनुसार, स्वर्गीय संतन प्रसाद सिंह के निधन (2013) के बाद शीला देवी ने परिवार को संभालने में जो धैर्य, हिम्मत और ममत्व दिखाया, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके व्यक्तित्व में सरलता थी, व्यवहार में मिठास और जीवन में संस्कारों की ऐसी सजल धारा थी जो हर किसी के दिल तक पहुँचती थी।

बड़ी माँ का जाना केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र का अपूरणीय नुकसान है।

परंतु उनके द्वारा बोए गए संस्कार, उनके आशीष और उनके जीवन मूल्य आने वाली पीढ़ियों में उजाला करते रहेंगे।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और शोकाकुल परिवार को धैर्य दे।

घोसी विधानसभा के दिवंगत विधायक स्वर्गीय सुधाकर सिंह के ब्रह्मभोज में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सांसद राजीव राय ने दी श्रद्धांजलि
घोसी विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय सुधाकर सिंह के ब्रह्मभोज कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव तथा घोसी लोकसभा से सांसद श्री राजीव राय ने ग्राम दादनपुर अहिरौली पहुंचकर दिवंगत विधायक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सुधाकर सिंह के समाज और क्षेत्र के प्रति योगदान को याद किया.सुधाकर सिंह का राजनीतिक योगदानसुधाकर सिंह घोसी विधानसभा के तीन बार के विधायक रहे। उन्होंने 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर नत्थूपुर (घोसी) विधानसभा सीट से विधायक का पद प्राप्त किया था । 2012 में भी वे घोसी से सपा प्रत्याशी के रूप में भाजपा के फागू चौहान को हराकर विधायक बने। हाल ही में, 2023 के उपचुनाव में उन्होंने भाजपा के दारा सिंह चौहान को 42,759 वोटों से हराकर तीसरी बार विधायक का पद प्राप्त किया था। उनका जन्म 11 नवंबर 1958 को घोसी में हुआ था और वे धर्म से हिंदू व जाति से राजपूत थे।जनसेवा और व्यक्तिगत जीवनसुधाकर सिंह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे। आपातकाल के दौरान मात्र 17 वर्ष की उम्र में जयप्रकाश नारायण के समग्र क्रांति आंदोलन में भाग लेने के कारण वे जेल भी गए थे। उनका मुख्य व्यवसाय कृषि था और वे जरूरतमंदों की सेवा, समाज सेवा, यात्रा और पुस्तकें पढ़ने में विशेष रुचि रखते थे। वे डॉ. राम मनोहर लोहिया अम्बेडकर शिक्षा संस्थान कौड़ीपुर दुबारी के प्रबंधक भी रहे।श्रद्धांजलि अर्पण के दौरान उपस्थित नेताओं की प्रतिक्रियाकार्यक्रम में अखिलेश यादव ने सुधाकर सिंह के जमीनी संघर्ष, आम जनता के प्रति समर्पण और समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए उनके योगदान को श्रद्धापूर्वक याद किया। सांसद राजीव राय ने भी उनकी सादगी, नेक नियत और जनता के बीच लोकप्रियता की चर्चा की। इस दौरान दादनपुर अहिरौली के लोगों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया
काटन–रोधी परियोजनाओं पर ग्राम डुमरी में बाढ़ खंड गोरखपुर की चौपाल सम्पन्न

ग्राम डुमरी, जनपद गोरखपुर। कटान–रोधी परियोजनाओं को लेकर बाढ़ खंड गोरखपुर द्वारा ग्राम डुमरी में आज 02.12.2025 को चौपाल आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता गंडक बाढ़ मंडल गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता के.पी. सिंह ने की। अधीक्षण अभियंता ने ग्रामीणों को वर्ष 2025–26 में प्रस्तावित नई परियोजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत डुमरी में दो महत्वपूर्ण कार्यों की योजना तैयार की गई है।

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि पहला कार्य ग्राम हथियापरास के पास स्थित बखरिया रिंग तटबंध पर प्रस्तावित है, जहाँ कुल 660 मीटर लंबाई में सुरक्षा कार्य किया जाएगा। इसमें 310 मीटर में बोल्डर कार्य तथा 350 मीटर में पर्कयूपाइन लगाने की योजना है। यह कार्य नदी कटान को नियंत्रित करने तथा तटबंध को सुरक्षित करने में सहायक होगा।

दूसरी परियोजना में डुमरी गांव के पास 430 मीटर लंबाई में पर्कयूपाइन लगाने एवं दो अदद कटर निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्य क्षेत्र में हो रहे निरंतर कटान को रोकने तथा नदी की धारा को संतुलित रखने में मदद करेगा।

चौपाल में ग्राम प्रधान वीरेंद्र कुमार, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरि जी पांडे, भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश चौधरी, अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने प्रस्तावित परियोजनाओं का स्वागत करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र को दीर्घकालिक बाढ़ सुरक्षा मिलेगी।

विभागीय टीम से जूनियर इंजीनियर डी.एन. कुशवाहा तथा विवेक कुमार चौहान व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।ग्रामीणों ने सरकार एवं बाढ़ खंड गोरखपुर द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों-मज़दूरों व सनातन धर्म के हित में शिवसेना ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम सौंपा

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर।जानसठ । शिवसेना ने किसान मजदूर व सनातन धर्म के हित में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में तहसील प्रमुख के साथ बड़ी संख्या में शिवसेनीको ने विभिन्न मांगों का एक ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा।मंगलवार को शिवसेना पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर से क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं और जनहित के मुद्दों को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती को सौंपा उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से जनसंख्या नियंत्रण कानून, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना और जनपद मुज़फ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर करने की मांगों को प्रमुख रूप से उठाया गया।

यह ज्ञापन शिवसेना के जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा के नेतृत्व में तहसील प्रमुख शिवसेना दिनेश कुमार के द्वारा एसडीएम को सौंपा गया। उन्होंने कहा कि देश में तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, इसलिए केंद्र सरकार को प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए। इसके साथ ही किसानों, मज़दूरों और व्यापारियों की सुविधा को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की तत्काल स्थापना का ज्ञापन में उल्लेख किया गया ओर स्थानीय जनता की भावना को देखते हुए जनपद मुज़फ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर किया जाना चाहिए।

शिवसेना जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा ने आगामी 7 दिसंबर को शुक्रताल में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्षेत्र के सनतनियों से पहुंचने की अपील भी की इस दौरान मुख्य रूप से रोहित खत्री मंडल अध्यक्ष भाजपा, गौरव वाल्मीकि, अंकित शर्मा,चेतन देव आर्य, सुंदरलाल, श्यामवीर सिंह, दुष्यंत कुमार, अरजान सिंह, सोमवीर, सोनू, श्यामवीर, राजकुमार, सचिन, वीरू, मनोज, बिजेंद्र, संदीप, दीपक, अंकुर सैनी, अनुज, आशीष, रामफूल, आशिफ़ पाल, यशानंद पाल, जॉनी, रोशन कुमार, प्रिंस कुमार,शिवा सैनी अरविंद प्रजापति सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।

हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई की 253 वीं मासिक गोष्ठी सम्पन्न

भाईंदर/मुंबई । हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई के 253 वीं मासिक काव्य गोष्ठी का संयोजन डॉ उमेशचंद्र शुक्ल द्वारा न्यु.सी.ब्यु, न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में आयोजित किया गया। डॉ.सुधाकर मिश्र ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि गोष्ठी में विविध तरह की रचनाएं पढ़ी गई। शब्द और अर्थ सौंदर्य की दृष्टि से कवियों की रचनाएं सराहनीय है। सातवे दशक में लिखें गीत "मेरा चांद क्यों उदास है" प्रस्तुत किया।मुख्य अतिथि डॉ कृपाशंकर मिश्र ने "जिसकी रचना में है व्याकरण की कमी" और श्रृंगार परक गीत "प्राण आओगे तुम आज की रात में,देखती मैं रही राह ही रह गई।"प्रसिद्ध ग़ज़लकार डॉ.उमेशचंद्र शुक्ल ने क‌ई शेर और दो ग़ज़ल कहें " धनवानों से गले कभी तुम मत मिलना, यारों धन कि सोहबत भारी पड़ती है।" एवं " हमसे ही जिंदा है संस्कार का विधान सारा, मुर्दा आदर्शों का हथियार नहीं है ब्राह्मण।" संयोग साहित्य के संपादक मुरलीधर पाण्डेय ने ग्यारह आधुनिक दोहे पढ़ें,भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने"दायरे सोच के इतने सिकुड़ ग‌ए" एवं "था कुछ नहीं पर्दा, फिर न जाने क्यों लगा पर्दा।"पर्दा कविता पढ़ा,मार्कंडेय त्रिपाठी ने भक्तिमय "कण कण में भगवान" कविता प्रस्तुत किया।डॉ.ओमप्रकाश तिवारी ने" जितने वजनी मिलें लिफाफे, उतनी ही मगरूर हो गई" एवं "साधों! हम हैं लेखक जादे।" डॉ. रोशनी किरण ने ग़ज़ल" बहुत जलाती बहुत रुलाती है उसकी सुधियो की आँच ।" डॉ. कुसुम तिवारी झल्ली ने " बप्पा हमारे हम हैं, तुम्हारे सहारे" एवं " सखा मैं भूलु ब्रज धाम" किरन तिवारी ने " पसीने की कमाई से कोई", " चुभे है काँटे कितने तब याद रखता है", "सोम से रवि तक" स्त्री संघर्ष केंद्रित रचना पढ़ी।किरन मिश्र ने " दर्द में भी मुस्कुराने की अदा" तो डॉ.अशोक पाण्डेय ने "विधर्मी के नाद के उपर गहरा प्रहार।" वाचस्पति तिवारी ने " जुड़ न पाएं अगर राम के नाम से " कविता का पाठ किया एवं प्रभाकर मिश्र ने कहानी का वाचन किया। किरन मिश्र ने " माँ शारदे, माँ शारदे माँ दुर्गा लक्ष्मी की शक्ति दें।" सरस्वती वंदना से विधिवत कार्यक्रम का आरंभ किया। संस्था के महासचिव डॉ. उमेशचंद्र शुक्ल ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं संस्था के कोषाध्यक्ष कहानीकार प्रभाकर मिश्र ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

#supremecourthearingonrohingya

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।