राष्ट्रीय शिल्प मेले का हुआ भव्य समापन अच्छी यादे लेकर विदा हुए शिल्पकार।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला बुधवार को केन्द्र परिसर में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो और शिल्पकारो ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।

मेले में अनेक राज्यो के शिल्पकारो ने अपने-अपने स्टॉल लगाए,जिनमे पारम्परिक कलाओं और विविध उत्पादो की झलक दिखाई दी।मेले से विदा होते समय शिल्पियों के चेहरे सन्तोष और प्रसन्नता से खिले नजर आए।विभिन्न प्रदेशो से अपनी कला लेकर आए शिल्पकारो ने बताया कि इस वर्ष भी प्रयागराज के लोगो ने उनका उत्साह बढ़ाया।उनकी कृतियो की जमकर खरीद हुई और खूब सराहना भी मिली।प्रयागवासियो के साथ ही आसपास के क्षेत्रो से आए दर्शको ने मेले का भरपूर आनन्द लिया।कला प्रेमियो और शिल्पकारो के लिए यह मेला बेहद खास रहा।

सुन्दर और परम्परागत शैली में सजाए गए स्टॉलों पर चन्देरी सिल्क सूती वस्त्र,राजस्थान के आभूषण कश्मीर के ड्राय फ्रूट्स सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध रहे।सांस्कृतिक संध्या ने‘लघु भारत’की झलक प्रस्तुत कर मेले की शोभा और बढ़ा दी।सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर कौशल्या नन्द गिरि(सनातनी किन्नर अखाड़ा) तथा केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय व विशिष्ट अतिथि विनोद शुक्ला शील द्विवेदी कमलेश श्रीवास्तव बसन्त लाल और प्रदीप जौहरी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा द्वारा मुख्य व विशिष्ट अतिथियो को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह व पौधा भेंट कर सम्मानित किया।सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वरुण मिश्रा की प्रस्तुति से हुई- ठुमरी ‘तोरी मोरी…चलो मन गंगा यमुना तीर’बाजे रे मुरलिया’नजरिया लग जाएगी’और‘आया करे जरा कह दो सांवरिया से’जैसी प्रस्तुतियों से दर्शको की खूब तालियाँ बटोरी।सूफी गायिका अंशिका रजोतिया ने‘पिया रे पिया रे’हल्का-हल्का सुरूर’ये तूने क्या किया’तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’और ‘छाप तिलक’जैसे लोकप्रिय गीतों से वातावरण में सूफियाना रंग घोल दिया।दिल्ली से आईं कविता द्विवेदी एवं उनके दल द्वारा‘गंगा स्तुति’पर आधारित ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति दी।इसके बाद प्रयागराज की पूर्णिमा कुमार एवं दल ने पारंपरिक गीत“कावना के ढेड़िया कवन के दुलारिया पूजन चली ढेड़िया ओ सावरा गोरिया।पर ढेड़िया नृत्य एवं पूर्वी व झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी इसी के साथ“पीपर के पाथ झरजाला,आंगनवा कैसे बहारू जी,और“हरि-भरी धरती मा लहरें लधनवा मोरा जियरवा लहरें ना;नाचे खेतवा मा किसानवा”गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुति भी दी इसके बाद शुभम कुमार एवं दल प्रयागराज ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने मेले व सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का भरपूर आनन्द लिया।

वर्ष 2025-26 में ग्राम पंचायतों में वितरण के वाद्य यंत्रों को उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में सेट खरीदे जांएगे


उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्रों के परीक्षण के उपरांत निर्णय लिया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज दूसरे दिन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटन विभाग की परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। व्यवधान की स्थिति में उसका निस्तारण सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 की स्वीकृत कार्ययोजना में शामिल 19 परियोजनाओं के आगणन प्रस्ताव की स्वीकृति शीघ्र जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने अब तक न शुरू की गई परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग की निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं तथा विभागीय गतिविधियों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बदले परिवेश में परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाए, ताकि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का अधिकतम सहयोग सुनिश्चित हो सके और स्थानीय लोगों को अपने घर के आस-पास रोजगार मिल सके।

उन्होंने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी कार्य में अड़गा न लगाए, बल्कि उसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करे।

जयवीर सिंह ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोककला से आमजनता को जोड़ने तथा उन्हें संरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग ने वाद्य यंत्रों का सेट क्रय करके वितरित किया था। उसमें से अवशेष 26 सेट वाद्य यंत्र भातखंडे संगीत संस्थान को और आजमगढ़ के हरिहर पुर स्थित संगीत विद्यालय को उपलब्ध करा दिए गए है। यह वाद्य यत्र वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्रय किए गए थे। उन्होंने शेष जनपदों में वाद्य यंत्र का सेट वितरित करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी की देख-रेख में नए वाद्य यंत्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए वाद्य यंत्र की गुणवत्ता एवं टिकाऊपन की जांच के लिए विशेषज्ञों की भी राय ली जाए और क्रय करते समय वित्तीय अनुशासन एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाद्य यंत्र क्रय करने के लिए कार्यवाई शुरू कर दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने रेडियों जयघोष की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए कार्यवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि रेडियो जयघोष की क्षमता बढ़ने से दूरस्थ स्थानों तक रेडियों जयघोष के कार्यक्रमों का श्रोताओं को लाभ मिलेगा। बैठक में यह भी बतायागया कि संगीत नाटक अकादमी द्वारा रिसोर्ट होटल से समन्वय किया जा रहा है तथा उप्र लोक जनजाति संस्कृति संस्थान के माध्यम से स्थानीय रिसोर्ट/होटल से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा भारतेन्दु नाट्य अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, वृंदावन स्रोत संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक स्रोत संस्थान द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों हेतु समन्वय का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश में लोक सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति उत्सव के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के 75 जनपदों के लिए निदेशालय स्तर से नोडल अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने उप्र की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा संस्कृति नीति जारी होने के पश्चात उसके प्रस्तावों के हिसाब से प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। दोनों बैठकों मे प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन, अशोक कुमार द्वितीय, विशेष सचिव संस्कृति ईशाप्रिया, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, प्रबंध निदेशक आशीष कुमार, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, संयुक्त निदेशक  वीरेन्द्र कुमार व प्रीति श्रीवास्तव तथा अंजु चौधरी, निदेशक अमित अग्निहोत्री, निदेशक पुरातत्व रेनु द्विवेदी के अलावा उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक मौजूद थे।
हलधरमऊ सीएचसी अधीक्षक की मनमानी चरम पर, मरीज बेहाल

गोंडा। जनपद के हलधरमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधीक्षक की मनमानी और जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की उदासीनता का बड़ा मामला फिर उजागर हुआ है। गुरुवार की दोपहर लगभग 1 बजे तक अधीक्षक संत प्रताप वर्मा की कुर्सी खाली पाई गई, जबकि मरीज इलाज के लिए काफी देर तक इंतजार करते रहे। मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के सरकारी दावों की हकीकत सीएचसी में मौके पर खुलेआम नजर आई। अधीक्षक की गैरमौजूदगी और स्टाफ की उदासीनता ने मरीजों की परेशानियों को बढ़ा दिया।

16 वर्षों से उसी सीएचसी में तैनाती, 12 वर्षों से अधीक्षक—प्रशासनिक आदेशों का नहीं डर

सूत्रों के अनुसार संत प्रताप वर्मा पिछले 16 वर्षों से हलधरमऊ सीएचसी में कार्यरत हैं और लगभग 12 वर्षों से अधीक्षक के पद पर बिना किसी व्यवधान के जमे हुए हैं। लम्बे समय से एक ही स्थान पर तैनाती पर स्वास्थ्य विभाग के नियम और तबादला नीति भी सवालों के घेरे में है।

तबादला आदेश हवा-हवाई—बभनजोत सीएचसी के लिए हुआ था ट्रांसफर

जानकारी के अनुसार जून 2024 में अधीक्षक वर्मा का बभनजोत सीएचसी को तबादला आदेश जारी हुआ था। इसके बाद भी वे हलधरमऊ सीएचसी पर ही कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि सीएमओ के स्पष्ट निर्देश और तबादला आदेश के बावजूद अधीक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते अधिकारी बेखौफ बने हुए हैं। सीएचसी पर अधीक्षक की नियमित अनुपस्थिति और आदेशों की अवहेलना से यह स्पष्ट हो रहा है कि उच्चाधिकारियों के निर्देशों का भी कोई असर नहीं पड़ रहा।

मरीजों का कहना है कि चिकित्सक और अधीक्षक समय से न मिलने के कारण कई आवश्यक जांच और उपचार में देरी होती है। सेवाओं में लापरवाही से लोगों की परेशानी बढ़ रही है। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों की तैनाती की समीक्षा कर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।

माघ मेले में किए गए थपकी पुर्णिता:संगम पर साइबेरिया पक्षियो की उपस्थिति.पर्यावरण की विशेषताएं को दर्शाता है
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेले के इतिहास में पहली बार मेले के दर्शन तत्त्व को परिलक्षित करतेना हुए मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का लोगो जारी किया गया है।इस लोगो के अन्तर्गत तीर्थराज प्रयाग संगम की तपोभूमि तथा ज्योतिषीय गणना के अनुसार माघ मास में संगम की रेती पर अनुष्ठान करने की महत्वता को समग्र रूप से दर्शाया गया है।सर्वप्रथम लोगो में सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओ की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य चंद्रमा एवं नक्षत्रो की स्थितियों को प्रतिबिबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता।भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रो की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनो में पूर्ण करता है।माघ मेला इन्ही नक्षत्रीय गतियो के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है।जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रो के समीप होता है तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है।चंद्रमा की 14 कलाओ का सम्बन्ध मानव जीवन मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है।माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है।अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओ के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती है।माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति)अनुशासन भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यो से जुड़ी होती है क्योकि यह महीना पवित्र नदियो में स्नान दान तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यो के लिए विशेष माना जाता है।इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते है।प्रयागराज का अविनाशी अक्षयवट जिसकी जड़ो में भगवन ब्रह्मा जी का तने में भगवन विष्णु जी का एवं शाखाओ और जटाओ में भगवन शिव जी का वास है उसके दर्शन मात्र से मोक्ष मार्ग सरल हो जाता है।इसी कारण कल्पवासियों में उसका स्थान अद्वितीय है।सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति है अतः महात्मा का चित्र इस देव भूमि में सनातनी परम्परा को दर्शाता है जहां चिर काल से ऋषि-मुनि आध्यात्मिक ऊर्जा हेतु आते रहे हैं।माघ मास में किए गए पूजन एवं कल्पवास का पूर्ण फल संगम स्नान के उपरांत श्री लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन से प्राप्त होता है:अतःलोगो पर उनके मंदिर एवं पताका की उपस्थिति माघ मेले में किए गए तप की पूर्णता:की व्याख्या करता है।संगम पर साइबेरियन पक्षियों की उपस्थिति यहाँ के पर्यावरण की विशेषता को दर्शाता है।लोगो पर श्लोक माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:का अर्थ है माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति हो जाती है।यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया।
मनकापुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का हुआ आयोजन

गोण्डा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत जिले के आरपी आदर्श इण्टर कालेज मनकापुर गोण्डा में सामूहिक विवाह का कार्यक्रम सफलतापूर्वक, सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। सामुहिक विवाह कार्यक्रम में जनपद के विकासखण्ड व नगरपालिका परिषद/नगर पंचायतों को मिलाकर कुल 285 जोड़े पंजीकृत थे जिसमें से 231 जोड़ों का विवाह पूरी रीतिरिवाजों के साथ सम्पन्न कराया गया। इसमें 28 जोड़ों का इस्लामिक पद्धति से मौलवी साहिबे आलम द्वारा निकाह कराया गया। गया।

सामूहिक विवाह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक मनकापुर रमापति शास्त्री, विधायक गौरा प्रभात वर्मा, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन तथा मा० सांसद गोण्डा/केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री प्रतिनिधि ने विवाह मण्डप पर बैठे जोडों को आर्शीवाद देते हुए वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएँ दी।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में किसी भी गरीब की बेटी के हाथ पीले होने से नहीं बचेंगे वो चाहे किसी जाति व धर्म की हों। सामूहिक विवाह हेतु हमारी सरकार रूपये 60000/- प्रति जोडे के दम्पतियों के खाते में दिया जाता है। शेष उपहार सामग्री दी जाती है जिसमें चांदी की पायल बिछिया, स्टील का डिनर सेट, पांच लीटर का प्रेशर कुकर, कन्या हेतु दो जोड़े कपड़े, वर हेतु एक जोड़ा कपड़ा, दीवाल घड़ी, सौन्दर्य प्रशासन किट आदि गृहस्थी का सम्मिलित होता है।

कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी मनकापुर, पुलिस क्षेत्राधिकारी मनकापुर, नायब तहसीलदार अनिल कुमार तिवारी मनकापुर, प्रभारी तहसीलदार सुभद्रा प्रसाद मनकापुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह, खण्ड विकास अधिकारी मनकापुर सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान 14 दिसंबर से होगा शुरू,फरवरी 2026 तक चलेगा निरंतर

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शीतकालीन राहत अभियान का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 14 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर फरवरी 2026 तक लगातार चलाया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हर रविवार को 100-100 कंबलों का वितरण किया जाएगा, ताकि कड़ाके की ठंड से परेशान परिवारों को राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन के निर्देशानुसार गुरुवार को अध्यक्ष करण जायसवाल के कार्यालय सभागार में विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं श्री जायसवाल ने की। बैठक में इस वर्ष के राहत अभियान को और अधिक प्रभावी, सुव्यवस्थित एवं व्यापक बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संस्था का लक्ष्य है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कम-से-कम 1200 या उससे अधिक कंबलों का वितरण किया जाए और जरूरतमंदों तक बिना किसी भेदभाव के सहायता पहुंचाई जाए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठंड अपने चरम पर पहुंचने पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों अन्य स्थानों पर शाम के समय अलाव की व्यवस्था भी नियमित की जाएगी, ताकि राहगीरों, रिक्शा चालकों, मजदूरों तथा बेघर लोगों को सर्द रातों में राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि मानव सेवा ही सर्वोच्च धर्म है। हजारीबाग यूथ विंग का यह अभियान सिर्फ कंबल वितरण नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास है। इस बार टीम की ऊर्जा और योजना देखकर विश्वास है कि हम पिछले साल से बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ ठंड से बचाव प्रदान करना नहीं बल्कि समाज में सहयोग और संवेदना का संदेश देना है। फरवरी 2026 तक लगातार होने वाले इस अभियान में हमारी पूरी टीम पूरी निष्ठा से जुटी रहेगी। हम हर रविवार को अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों तक राहत पहुंचाएंगे। बैठक में संस्था के सचिव रितेश खंडेलवाल, संस्था के मार्गदर्शक जयप्रकाश खंडेलवाल, विकास केसरी, और संजय कुमार उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए टीम वर्क और समर्पण की भावना पर जोर दिया। बैठक के बाद अध्यक्ष करण जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी अवंतिका जायसवाल की विवाह वर्षगांठ पर केक काटकर शुभकामनाएँ दी गईं। दोनों ने सदस्यों के बीच स्नेहपूर्ण वातावरण में उत्सव का आनंद लिया और सभी ने उनके दांपत्य जीवन की मंगलकामनाएं दी ।

हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव मोहम्मदपुर सकिश्त में मनरेगा में फर्जीवाड़ा

बहसुमा। मेरठ।मोहम्मदपुर सकिश्त गांव में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। प्रमोद कुमार विनोद कुमारग्रामीणों का कहना है कि धरातल पर कोई कार्य नहीं कराया जा रहा, लेकिन कागज़ों में फर्जी तरीके से हाजिरी लगाई जा रही है। विकास कार्यों की स्थिति बदहाल होने के बावजूद जिम्मेदार लोग कोई संज्ञान लेते दिखाई नहीं दे रहे।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। कई बार शिकायत करने के बाद भी न तो सफाई कराई गई और न ही कोई समाधान निकाला गया। कूड़े के ढेर और गंदगी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार मनरेगा कार्यों की जांच और गांव की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए वे कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीण चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द ही मनरेगा की सत्यापन जांच और सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गांव में बढ़ते भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। क्या कहते हैं हस्तिनापुर वीडियो अमरीश कुमार से बात हुई उन्होंने बताया जानकारी कर उचित कार्रवाई की जाएगी

शंकरगढ़ में मंदिर विवाद को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी

अधिकारियो की बातचीत विफल धरना जारी रखने का फैसला-राकेश त्रिपाठी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर आरोप लगाते हुए व्यापारियो और किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।बुधवार को मंदिर प्रांगण में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल है।धरने की सूचना मिलते ही उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आन्दोलनकारियो से बातचीत की।उनके साथ एसीपी कुंज लता नायब तहसीलदार राकेश यादव राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद रहे।हालांकि बातचीत के बाद भी आन्दोलनकारी अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और धरना जारी है।व्यापारियो का कहना है कि मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है जिसे रोकना होगा। किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारियो ने उनकी समस्याओं का समाधान नही किया इसलिए धरना जारी रहेगा।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने राजा साहब की तरफ से दिखाई जा रहे दस्तावेजो को गलत बताते हुए कहा कि ये दस्तावेज फर्जी है।उन्होंने दस्तावेजों की जांच करने की मांग की और कहा कि अगर उनके दस्तावेज सही है तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए और नगर पंचायत में जो इसकी मूल प्रति है उसको मूल्यांकन किया जाए।दिलीप केसरवानी ने बताया कि पूर्व में यहां दुकान थी लेकिन 5-5 फीट की चार दुकान थी और बीच से एक रास्ता था और अन्दर मंदिर था।उन्होने कहा कि समय के अनुसार अब रोड भी चौड़ी हो गई है और नाली भी थोड़ा पहले से अन्दर हो गई है जिससे अब सिर्फ ज जगह जो बची हुई है वह मंदिर की है और यहां सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनने चाहिए।धर्मेद्र केसरवानी ने कहा कि रात में पुलिस मंदिर के पास आती है और मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करती है यहां तक कि हमारे आराध्या बजरंगबली की जो प्रतिमा रखी है उसके ऊपर लगाए गए पानी को भी खीचती दिखाई दे रही है जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है।उन्होने सवाल किया कि पुलिस किस लिए आती है और उनका ऐसा करना करोड़ो हिन्दुओ की भावनाओ को ठेस पहुंचाने जैसा है।आन्दोलन में मौजूद लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया जिससे पूरा वातावरण हिन्दू धर्म के जयकारो से गूंज उठा। आन्दोलनकारी व्यापारियो और किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे रख रहे है और किसी भी तरह की शांति व्यवस्था भंग नही होने देगे।उन्होने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नही मानी गई तो वे उग्र आन्दोलन करेंगे।किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम की होगी।

इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाइट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में भव्य दीपोत्सव का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आज इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाईट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन के अन्तर्गत पूरे किलाघाट पर विभिन्न आकृतियों जैसे स्वास्तिक युनेस्को दीप इत्यादि बनाते हुए उन्हें लगभग 10000 द्वीपो से सजाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मण्डलायुक्त एवं इलाहाबाद संग्रहालय की निदेशक सौम्या अग्रवाल ने संग्रहालय एवं मेला के अधिकारीयों व कर्मचारियो के साथ दीप प्रज्वलन कर दीपदान किया।कुम्भ मेला पहले ही यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल है मेला क्षेत्र में यह आयोजन करना एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

स्टीलगेट में 13 दिसंबर से सजेगा ‘हरि कथा’ का दरबार, कलश यात्रा के साथ होगा भव्य शुभारंभ

धनबाद: शहर के सरायढेला, स्टीलगेट स्थित दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर प्रांगण में आगामी 13 दिसंबर से सात दिवसीय भव्य ‘हर के आँगन में हरि कथा’ का शुभारंभ होने जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर मंदिर परिसर में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। यह जानकारी आयोजन समिति के हित नयन कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।

शनिवार को निकलेगी भव्य कलश यात्रा

आयोजन समिति ने बताया कि अनुष्ठान का शुभारंभ 13 दिसंबर (शनिवार) को भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। यह कलश यात्रा न्यू बैंक कॉलोनी से शुरू होकर गाजे-बाजे और झांकी के साथ कार्यक्रम स्थल (मंदिर प्रांगण) तक जाएगी।

वृंदावन से पधारेंगे सुप्रसिद्ध कथा व्यास

समिति ने जानकारी दी कि 13 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन होगा। इस दौरान वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास पूज्य श्री हित ललितवल्लभ नागार्च जी अपने मुखारविंद से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं एवं हरि कथा का अमृतपान कराएँगे। आयोजन को लेकर क्षेत्र के भक्तों में भारी उत्साह है।

20 दिसंबर को महाप्रसाद और भंडारा

कथा विश्राम के अगले दिन, यानी 20 दिसंबर (शनिवार) को भव्य महाप्रसाद एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

​मुख्य यजमान

इस धार्मिक आयोजन के मुख्य यजमान न्यू बैंक कॉलोनी निवासी मोहन गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी किरण देवी हैं। उन्होंने शहर के सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से सपरिवार कथा में उपस्थित होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है।

​प्रेस वार्ता में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए आयोजित बैठक में सरायढेला चेंबर अध्यक्ष श्रवण सिन्हा, कोषाध्यक्ष संजय सोनी, अरुण गुप्ता, मंटू, राजू गुप्ता, अशोक विश्वकर्मा, योगेश गुप्ता, निताई कुंभकार, कुश भारती, मुकेश कुमार, मुकुल पांडेय, अमृत मंडल और प्रकाश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

राष्ट्रीय शिल्प मेले का हुआ भव्य समापन अच्छी यादे लेकर विदा हुए शिल्पकार।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला बुधवार को केन्द्र परिसर में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो और शिल्पकारो ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।

मेले में अनेक राज्यो के शिल्पकारो ने अपने-अपने स्टॉल लगाए,जिनमे पारम्परिक कलाओं और विविध उत्पादो की झलक दिखाई दी।मेले से विदा होते समय शिल्पियों के चेहरे सन्तोष और प्रसन्नता से खिले नजर आए।विभिन्न प्रदेशो से अपनी कला लेकर आए शिल्पकारो ने बताया कि इस वर्ष भी प्रयागराज के लोगो ने उनका उत्साह बढ़ाया।उनकी कृतियो की जमकर खरीद हुई और खूब सराहना भी मिली।प्रयागवासियो के साथ ही आसपास के क्षेत्रो से आए दर्शको ने मेले का भरपूर आनन्द लिया।कला प्रेमियो और शिल्पकारो के लिए यह मेला बेहद खास रहा।

सुन्दर और परम्परागत शैली में सजाए गए स्टॉलों पर चन्देरी सिल्क सूती वस्त्र,राजस्थान के आभूषण कश्मीर के ड्राय फ्रूट्स सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध रहे।सांस्कृतिक संध्या ने‘लघु भारत’की झलक प्रस्तुत कर मेले की शोभा और बढ़ा दी।सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर कौशल्या नन्द गिरि(सनातनी किन्नर अखाड़ा) तथा केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय व विशिष्ट अतिथि विनोद शुक्ला शील द्विवेदी कमलेश श्रीवास्तव बसन्त लाल और प्रदीप जौहरी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा द्वारा मुख्य व विशिष्ट अतिथियो को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह व पौधा भेंट कर सम्मानित किया।सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वरुण मिश्रा की प्रस्तुति से हुई- ठुमरी ‘तोरी मोरी…चलो मन गंगा यमुना तीर’बाजे रे मुरलिया’नजरिया लग जाएगी’और‘आया करे जरा कह दो सांवरिया से’जैसी प्रस्तुतियों से दर्शको की खूब तालियाँ बटोरी।सूफी गायिका अंशिका रजोतिया ने‘पिया रे पिया रे’हल्का-हल्का सुरूर’ये तूने क्या किया’तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’और ‘छाप तिलक’जैसे लोकप्रिय गीतों से वातावरण में सूफियाना रंग घोल दिया।दिल्ली से आईं कविता द्विवेदी एवं उनके दल द्वारा‘गंगा स्तुति’पर आधारित ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति दी।इसके बाद प्रयागराज की पूर्णिमा कुमार एवं दल ने पारंपरिक गीत“कावना के ढेड़िया कवन के दुलारिया पूजन चली ढेड़िया ओ सावरा गोरिया।पर ढेड़िया नृत्य एवं पूर्वी व झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी इसी के साथ“पीपर के पाथ झरजाला,आंगनवा कैसे बहारू जी,और“हरि-भरी धरती मा लहरें लधनवा मोरा जियरवा लहरें ना;नाचे खेतवा मा किसानवा”गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुति भी दी इसके बाद शुभम कुमार एवं दल प्रयागराज ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने मेले व सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का भरपूर आनन्द लिया।

वर्ष 2025-26 में ग्राम पंचायतों में वितरण के वाद्य यंत्रों को उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में सेट खरीदे जांएगे


उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्रों के परीक्षण के उपरांत निर्णय लिया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज दूसरे दिन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटन विभाग की परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। व्यवधान की स्थिति में उसका निस्तारण सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 की स्वीकृत कार्ययोजना में शामिल 19 परियोजनाओं के आगणन प्रस्ताव की स्वीकृति शीघ्र जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने अब तक न शुरू की गई परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग की निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं तथा विभागीय गतिविधियों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बदले परिवेश में परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाए, ताकि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का अधिकतम सहयोग सुनिश्चित हो सके और स्थानीय लोगों को अपने घर के आस-पास रोजगार मिल सके।

उन्होंने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी कार्य में अड़गा न लगाए, बल्कि उसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करे।

जयवीर सिंह ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोककला से आमजनता को जोड़ने तथा उन्हें संरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग ने वाद्य यंत्रों का सेट क्रय करके वितरित किया था। उसमें से अवशेष 26 सेट वाद्य यंत्र भातखंडे संगीत संस्थान को और आजमगढ़ के हरिहर पुर स्थित संगीत विद्यालय को उपलब्ध करा दिए गए है। यह वाद्य यत्र वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्रय किए गए थे। उन्होंने शेष जनपदों में वाद्य यंत्र का सेट वितरित करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी की देख-रेख में नए वाद्य यंत्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए वाद्य यंत्र की गुणवत्ता एवं टिकाऊपन की जांच के लिए विशेषज्ञों की भी राय ली जाए और क्रय करते समय वित्तीय अनुशासन एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाद्य यंत्र क्रय करने के लिए कार्यवाई शुरू कर दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने रेडियों जयघोष की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए कार्यवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि रेडियो जयघोष की क्षमता बढ़ने से दूरस्थ स्थानों तक रेडियों जयघोष के कार्यक्रमों का श्रोताओं को लाभ मिलेगा। बैठक में यह भी बतायागया कि संगीत नाटक अकादमी द्वारा रिसोर्ट होटल से समन्वय किया जा रहा है तथा उप्र लोक जनजाति संस्कृति संस्थान के माध्यम से स्थानीय रिसोर्ट/होटल से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा भारतेन्दु नाट्य अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, वृंदावन स्रोत संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक स्रोत संस्थान द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों हेतु समन्वय का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश में लोक सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति उत्सव के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के 75 जनपदों के लिए निदेशालय स्तर से नोडल अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने उप्र की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा संस्कृति नीति जारी होने के पश्चात उसके प्रस्तावों के हिसाब से प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। दोनों बैठकों मे प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन, अशोक कुमार द्वितीय, विशेष सचिव संस्कृति ईशाप्रिया, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, प्रबंध निदेशक आशीष कुमार, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, संयुक्त निदेशक  वीरेन्द्र कुमार व प्रीति श्रीवास्तव तथा अंजु चौधरी, निदेशक अमित अग्निहोत्री, निदेशक पुरातत्व रेनु द्विवेदी के अलावा उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक मौजूद थे।
हलधरमऊ सीएचसी अधीक्षक की मनमानी चरम पर, मरीज बेहाल

गोंडा। जनपद के हलधरमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधीक्षक की मनमानी और जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की उदासीनता का बड़ा मामला फिर उजागर हुआ है। गुरुवार की दोपहर लगभग 1 बजे तक अधीक्षक संत प्रताप वर्मा की कुर्सी खाली पाई गई, जबकि मरीज इलाज के लिए काफी देर तक इंतजार करते रहे। मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के सरकारी दावों की हकीकत सीएचसी में मौके पर खुलेआम नजर आई। अधीक्षक की गैरमौजूदगी और स्टाफ की उदासीनता ने मरीजों की परेशानियों को बढ़ा दिया।

16 वर्षों से उसी सीएचसी में तैनाती, 12 वर्षों से अधीक्षक—प्रशासनिक आदेशों का नहीं डर

सूत्रों के अनुसार संत प्रताप वर्मा पिछले 16 वर्षों से हलधरमऊ सीएचसी में कार्यरत हैं और लगभग 12 वर्षों से अधीक्षक के पद पर बिना किसी व्यवधान के जमे हुए हैं। लम्बे समय से एक ही स्थान पर तैनाती पर स्वास्थ्य विभाग के नियम और तबादला नीति भी सवालों के घेरे में है।

तबादला आदेश हवा-हवाई—बभनजोत सीएचसी के लिए हुआ था ट्रांसफर

जानकारी के अनुसार जून 2024 में अधीक्षक वर्मा का बभनजोत सीएचसी को तबादला आदेश जारी हुआ था। इसके बाद भी वे हलधरमऊ सीएचसी पर ही कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि सीएमओ के स्पष्ट निर्देश और तबादला आदेश के बावजूद अधीक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते अधिकारी बेखौफ बने हुए हैं। सीएचसी पर अधीक्षक की नियमित अनुपस्थिति और आदेशों की अवहेलना से यह स्पष्ट हो रहा है कि उच्चाधिकारियों के निर्देशों का भी कोई असर नहीं पड़ रहा।

मरीजों का कहना है कि चिकित्सक और अधीक्षक समय से न मिलने के कारण कई आवश्यक जांच और उपचार में देरी होती है। सेवाओं में लापरवाही से लोगों की परेशानी बढ़ रही है। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों की तैनाती की समीक्षा कर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।

माघ मेले में किए गए थपकी पुर्णिता:संगम पर साइबेरिया पक्षियो की उपस्थिति.पर्यावरण की विशेषताएं को दर्शाता है
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेले के इतिहास में पहली बार मेले के दर्शन तत्त्व को परिलक्षित करतेना हुए मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का लोगो जारी किया गया है।इस लोगो के अन्तर्गत तीर्थराज प्रयाग संगम की तपोभूमि तथा ज्योतिषीय गणना के अनुसार माघ मास में संगम की रेती पर अनुष्ठान करने की महत्वता को समग्र रूप से दर्शाया गया है।सर्वप्रथम लोगो में सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओ की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य चंद्रमा एवं नक्षत्रो की स्थितियों को प्रतिबिबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता।भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रो की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनो में पूर्ण करता है।माघ मेला इन्ही नक्षत्रीय गतियो के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है।जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रो के समीप होता है तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है।चंद्रमा की 14 कलाओ का सम्बन्ध मानव जीवन मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है।माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है।अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओ के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती है।माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति)अनुशासन भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यो से जुड़ी होती है क्योकि यह महीना पवित्र नदियो में स्नान दान तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यो के लिए विशेष माना जाता है।इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते है।प्रयागराज का अविनाशी अक्षयवट जिसकी जड़ो में भगवन ब्रह्मा जी का तने में भगवन विष्णु जी का एवं शाखाओ और जटाओ में भगवन शिव जी का वास है उसके दर्शन मात्र से मोक्ष मार्ग सरल हो जाता है।इसी कारण कल्पवासियों में उसका स्थान अद्वितीय है।सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति है अतः महात्मा का चित्र इस देव भूमि में सनातनी परम्परा को दर्शाता है जहां चिर काल से ऋषि-मुनि आध्यात्मिक ऊर्जा हेतु आते रहे हैं।माघ मास में किए गए पूजन एवं कल्पवास का पूर्ण फल संगम स्नान के उपरांत श्री लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन से प्राप्त होता है:अतःलोगो पर उनके मंदिर एवं पताका की उपस्थिति माघ मेले में किए गए तप की पूर्णता:की व्याख्या करता है।संगम पर साइबेरियन पक्षियों की उपस्थिति यहाँ के पर्यावरण की विशेषता को दर्शाता है।लोगो पर श्लोक माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:का अर्थ है माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति हो जाती है।यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया।
मनकापुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का हुआ आयोजन

गोण्डा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत जिले के आरपी आदर्श इण्टर कालेज मनकापुर गोण्डा में सामूहिक विवाह का कार्यक्रम सफलतापूर्वक, सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। सामुहिक विवाह कार्यक्रम में जनपद के विकासखण्ड व नगरपालिका परिषद/नगर पंचायतों को मिलाकर कुल 285 जोड़े पंजीकृत थे जिसमें से 231 जोड़ों का विवाह पूरी रीतिरिवाजों के साथ सम्पन्न कराया गया। इसमें 28 जोड़ों का इस्लामिक पद्धति से मौलवी साहिबे आलम द्वारा निकाह कराया गया। गया।

सामूहिक विवाह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक मनकापुर रमापति शास्त्री, विधायक गौरा प्रभात वर्मा, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन तथा मा० सांसद गोण्डा/केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री प्रतिनिधि ने विवाह मण्डप पर बैठे जोडों को आर्शीवाद देते हुए वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएँ दी।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में किसी भी गरीब की बेटी के हाथ पीले होने से नहीं बचेंगे वो चाहे किसी जाति व धर्म की हों। सामूहिक विवाह हेतु हमारी सरकार रूपये 60000/- प्रति जोडे के दम्पतियों के खाते में दिया जाता है। शेष उपहार सामग्री दी जाती है जिसमें चांदी की पायल बिछिया, स्टील का डिनर सेट, पांच लीटर का प्रेशर कुकर, कन्या हेतु दो जोड़े कपड़े, वर हेतु एक जोड़ा कपड़ा, दीवाल घड़ी, सौन्दर्य प्रशासन किट आदि गृहस्थी का सम्मिलित होता है।

कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी मनकापुर, पुलिस क्षेत्राधिकारी मनकापुर, नायब तहसीलदार अनिल कुमार तिवारी मनकापुर, प्रभारी तहसीलदार सुभद्रा प्रसाद मनकापुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह, खण्ड विकास अधिकारी मनकापुर सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान 14 दिसंबर से होगा शुरू,फरवरी 2026 तक चलेगा निरंतर

हजारीबाग यूथ विंग द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शीतकालीन राहत अभियान का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 14 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर फरवरी 2026 तक लगातार चलाया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हर रविवार को 100-100 कंबलों का वितरण किया जाएगा, ताकि कड़ाके की ठंड से परेशान परिवारों को राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन के निर्देशानुसार गुरुवार को अध्यक्ष करण जायसवाल के कार्यालय सभागार में विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता स्वयं श्री जायसवाल ने की। बैठक में इस वर्ष के राहत अभियान को और अधिक प्रभावी, सुव्यवस्थित एवं व्यापक बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संस्था का लक्ष्य है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कम-से-कम 1200 या उससे अधिक कंबलों का वितरण किया जाए और जरूरतमंदों तक बिना किसी भेदभाव के सहायता पहुंचाई जाए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठंड अपने चरम पर पहुंचने पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों अन्य स्थानों पर शाम के समय अलाव की व्यवस्था भी नियमित की जाएगी, ताकि राहगीरों, रिक्शा चालकों, मजदूरों तथा बेघर लोगों को सर्द रातों में राहत मिल सके। संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने कहा कि मानव सेवा ही सर्वोच्च धर्म है। हजारीबाग यूथ विंग का यह अभियान सिर्फ कंबल वितरण नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास है। इस बार टीम की ऊर्जा और योजना देखकर विश्वास है कि हम पिछले साल से बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ ठंड से बचाव प्रदान करना नहीं बल्कि समाज में सहयोग और संवेदना का संदेश देना है। फरवरी 2026 तक लगातार होने वाले इस अभियान में हमारी पूरी टीम पूरी निष्ठा से जुटी रहेगी। हम हर रविवार को अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों तक राहत पहुंचाएंगे। बैठक में संस्था के सचिव रितेश खंडेलवाल, संस्था के मार्गदर्शक जयप्रकाश खंडेलवाल, विकास केसरी, और संजय कुमार उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए टीम वर्क और समर्पण की भावना पर जोर दिया। बैठक के बाद अध्यक्ष करण जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी अवंतिका जायसवाल की विवाह वर्षगांठ पर केक काटकर शुभकामनाएँ दी गईं। दोनों ने सदस्यों के बीच स्नेहपूर्ण वातावरण में उत्सव का आनंद लिया और सभी ने उनके दांपत्य जीवन की मंगलकामनाएं दी ।

हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव मोहम्मदपुर सकिश्त में मनरेगा में फर्जीवाड़ा

बहसुमा। मेरठ।मोहम्मदपुर सकिश्त गांव में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। प्रमोद कुमार विनोद कुमारग्रामीणों का कहना है कि धरातल पर कोई कार्य नहीं कराया जा रहा, लेकिन कागज़ों में फर्जी तरीके से हाजिरी लगाई जा रही है। विकास कार्यों की स्थिति बदहाल होने के बावजूद जिम्मेदार लोग कोई संज्ञान लेते दिखाई नहीं दे रहे।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। कई बार शिकायत करने के बाद भी न तो सफाई कराई गई और न ही कोई समाधान निकाला गया। कूड़े के ढेर और गंदगी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार मनरेगा कार्यों की जांच और गांव की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए वे कई बार संबंधित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीण चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द ही मनरेगा की सत्यापन जांच और सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गांव में बढ़ते भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। क्या कहते हैं हस्तिनापुर वीडियो अमरीश कुमार से बात हुई उन्होंने बताया जानकारी कर उचित कार्रवाई की जाएगी

शंकरगढ़ में मंदिर विवाद को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी

अधिकारियो की बातचीत विफल धरना जारी रखने का फैसला-राकेश त्रिपाठी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर आरोप लगाते हुए व्यापारियो और किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।बुधवार को मंदिर प्रांगण में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल है।धरने की सूचना मिलते ही उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आन्दोलनकारियो से बातचीत की।उनके साथ एसीपी कुंज लता नायब तहसीलदार राकेश यादव राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद रहे।हालांकि बातचीत के बाद भी आन्दोलनकारी अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और धरना जारी है।व्यापारियो का कहना है कि मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है जिसे रोकना होगा। किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारियो ने उनकी समस्याओं का समाधान नही किया इसलिए धरना जारी रहेगा।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने राजा साहब की तरफ से दिखाई जा रहे दस्तावेजो को गलत बताते हुए कहा कि ये दस्तावेज फर्जी है।उन्होंने दस्तावेजों की जांच करने की मांग की और कहा कि अगर उनके दस्तावेज सही है तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए और नगर पंचायत में जो इसकी मूल प्रति है उसको मूल्यांकन किया जाए।दिलीप केसरवानी ने बताया कि पूर्व में यहां दुकान थी लेकिन 5-5 फीट की चार दुकान थी और बीच से एक रास्ता था और अन्दर मंदिर था।उन्होने कहा कि समय के अनुसार अब रोड भी चौड़ी हो गई है और नाली भी थोड़ा पहले से अन्दर हो गई है जिससे अब सिर्फ ज जगह जो बची हुई है वह मंदिर की है और यहां सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनने चाहिए।धर्मेद्र केसरवानी ने कहा कि रात में पुलिस मंदिर के पास आती है और मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करती है यहां तक कि हमारे आराध्या बजरंगबली की जो प्रतिमा रखी है उसके ऊपर लगाए गए पानी को भी खीचती दिखाई दे रही है जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है।उन्होने सवाल किया कि पुलिस किस लिए आती है और उनका ऐसा करना करोड़ो हिन्दुओ की भावनाओ को ठेस पहुंचाने जैसा है।आन्दोलन में मौजूद लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया जिससे पूरा वातावरण हिन्दू धर्म के जयकारो से गूंज उठा। आन्दोलनकारी व्यापारियो और किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे रख रहे है और किसी भी तरह की शांति व्यवस्था भंग नही होने देगे।उन्होने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नही मानी गई तो वे उग्र आन्दोलन करेंगे।किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम की होगी।

इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाइट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में भव्य दीपोत्सव का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आज इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाईट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन के अन्तर्गत पूरे किलाघाट पर विभिन्न आकृतियों जैसे स्वास्तिक युनेस्को दीप इत्यादि बनाते हुए उन्हें लगभग 10000 द्वीपो से सजाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मण्डलायुक्त एवं इलाहाबाद संग्रहालय की निदेशक सौम्या अग्रवाल ने संग्रहालय एवं मेला के अधिकारीयों व कर्मचारियो के साथ दीप प्रज्वलन कर दीपदान किया।कुम्भ मेला पहले ही यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल है मेला क्षेत्र में यह आयोजन करना एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

स्टीलगेट में 13 दिसंबर से सजेगा ‘हरि कथा’ का दरबार, कलश यात्रा के साथ होगा भव्य शुभारंभ

धनबाद: शहर के सरायढेला, स्टीलगेट स्थित दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर प्रांगण में आगामी 13 दिसंबर से सात दिवसीय भव्य ‘हर के आँगन में हरि कथा’ का शुभारंभ होने जा रहा है। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर मंदिर परिसर में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। यह जानकारी आयोजन समिति के हित नयन कुमार ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।

शनिवार को निकलेगी भव्य कलश यात्रा

आयोजन समिति ने बताया कि अनुष्ठान का शुभारंभ 13 दिसंबर (शनिवार) को भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। यह कलश यात्रा न्यू बैंक कॉलोनी से शुरू होकर गाजे-बाजे और झांकी के साथ कार्यक्रम स्थल (मंदिर प्रांगण) तक जाएगी।

वृंदावन से पधारेंगे सुप्रसिद्ध कथा व्यास

समिति ने जानकारी दी कि 13 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन होगा। इस दौरान वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथा व्यास पूज्य श्री हित ललितवल्लभ नागार्च जी अपने मुखारविंद से श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं एवं हरि कथा का अमृतपान कराएँगे। आयोजन को लेकर क्षेत्र के भक्तों में भारी उत्साह है।

20 दिसंबर को महाप्रसाद और भंडारा

कथा विश्राम के अगले दिन, यानी 20 दिसंबर (शनिवार) को भव्य महाप्रसाद एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

​मुख्य यजमान

इस धार्मिक आयोजन के मुख्य यजमान न्यू बैंक कॉलोनी निवासी मोहन गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी किरण देवी हैं। उन्होंने शहर के सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से सपरिवार कथा में उपस्थित होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है।

​प्रेस वार्ता में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए आयोजित बैठक में सरायढेला चेंबर अध्यक्ष श्रवण सिन्हा, कोषाध्यक्ष संजय सोनी, अरुण गुप्ता, मंटू, राजू गुप्ता, अशोक विश्वकर्मा, योगेश गुप्ता, निताई कुंभकार, कुश भारती, मुकेश कुमार, मुकुल पांडेय, अमृत मंडल और प्रकाश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।