परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों एवं दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया

देवरिया M N पाण्डेय 9 दिसंबर। आज परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों एवं दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया । प्रातः 10:00 बजे हरी झंडी दिखाकर मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव के द्वारा बच्चों को पुलिस लाइन से रवाना किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने बच्चों को स्नेक्स चॉकलेट आदि देकर बसों को रवाना किया। इसमें समस्त विकास खण्डों से 151 दिव्यांग श्रेणी के बच्चों के द्वारा प्रतिभाग किया गया l

इन बच्चों में 14 बच्चे पी एम श्री विद्यालय के शामिल रहे। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को बस के माध्यम से कुशीनगर के विभिन्न पर्यटक स्थलों का भ्रमण कराया गया जिसमें रामा भार स्तूप माथा कुंवर मंदिर मुख्य मंदिर थाईलैंड मंदिर और चीनी मंदिर का भ्रमण बच्चों के द्वारा किया गया। शैक्षिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिला समन्वयक ज्ञानेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि बौद्ध धर्म से जुड़े होने के कारण कुशीनगर का महत्व ऐतिहासिक एवं धार्मिक है । सभी बच्चे भ्रमण में अपने शिक्षकों के साथ ज्ञान अर्जित किए। इस भ्रमण में शामिल बच्चे आलोक कुमार, कविता , रानी, नीतीश ,माझी श्रवण कुमार, मंगिया , शामिल हुए। बच्चों के साथ इनके विशेष शिक्षक विजय कुमार पांडेय ,संतोष पांडेय , ओमकार पांडेय , राजाराम दुबे के साथ बच्चे भ्रमण किया ।

देशही ब्लाक के ग्राम पंचायत हरैया बसन्तपुर मे खुलेआम हो रहा मनरेगा में घोटाला

देवरिया । M N पाण्डेय। देवरिया जिले के देशही ब्लाक के ग्राम पंचायत हरैया बसन्तपुर मे खुलेआम हो रहा मनरेगा मे घोटाला । दबंग व खुद को भा. ज. पा . नेता कहने वाले प्रधान के आगे प्रशासन भी हुआ मौन l

देसही देवरिया । एक तरफ प्रदेश सरकार मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार देने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ मनरेगा में भ्रष्टाचार काल के गाल में शमा रहा है। ताजा मामला विकास खंड देसही के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरैयबसन्तपुर का है। इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत विकास कार्य कराया जा रहा जिसमें चकबंद का कार्य कराया जा रहा है इस कार्य में जितने भी मस्टरोल चल रहे है और जितने भी मजदूर कार्य कर रहे है उनके फोटो को देखकर ये नहीं लग रहा है कि ये मजदूर कार्य करने वाले है तथा एक ही फोटो को कई बार प्रयोग किया गया है। फोटो ग्राफ में नाम परिवर्तित कर प्रदर्शित किया गया है। इससे साफ भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। आपको बताते चले कि इस ग्राम सभा में जो भी कार्य कराया जाता है धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिलता है।

प्रदेश सरकार कुछ भी उपाय कर ले लेकिन ऐसे प्रधान व जिम्मेदार अधिकारी सरकार के सपनों पर पलीता लगाने में मशगूल हैं। उधर ग्रामीणों का कहना है कि हमारा ग्राम पंचायत ग्राम प्रधान के अनदेखी का शिकार हो रहा है जिससे ग्राम पंचायत विकास विहीन बनकर रह गया है।

जब इसके बारे में मुख्य विकास अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह विकास कार्यो में हो रहे घोटाले को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा और उक्त कार्य को शून्य करके कार्रवाई की जाएगी।

काशी तमिल संगमम् के तृतीय दल के सदस्यो का महापौर एवं एमएलसी ने भव्य रूप से स्वागत एवं सम्मान किया

प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता एवं मजबूती प्रदान करने भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने का काम किया है-महापौर

हमारे भारत की संस्कृति ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है-उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी

‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति आध्यात्मिक विरासत को जानने और समझने का मिल रहा अवसर-सुरेन्द्र चौधरी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।काशी तमिल संगमम्’’कार्यक्रम के तृतीय दल के सदस्यों का सोमवार को प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यो का भव्य रूप से स्वागत किया गया।तृतीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।

इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।

इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में प्रयागराज पहुंचे तमिलनाडु के लोगो का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने के लिए काशी तमिल संगमम् यात्रा का आयोजन किया है।आप लोगो को इस यात्रा में काशी प्रयागराज की संस्कृति के साथ भारत की इस वैभवशाली परम्परा को देखने का अवसर प्राप्त हुआ है।

तमिल और हिन्दी के साहित्यकारो ने भारत की संस्कृति को सेतु के रूप में बांधने का काम किया है। तमिल साहित्यकार भारतीय नगराजन पूज्यसंत तिरूवल्लुवर जिन्होने जीवन के मर्म को लिखने का काम किया है ठीक उसी प्रकार से दोहो में हमारे उत्तर भारत के संत तुलसीदास सूरदास कालीदास के ग्रन्थो को अवलोकन करने के बाद सबका सार एक जैसा ही है सबने अपनी-अपनी भाषाओं में भारत के जीवन का सार लिखने का कार्य किया है। यही भारत की शक्ति है।उन्होने कहा कि हमारी पुरातम संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नही रहा। हमारी संस्कृति में‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमन्त्री बने है तब से भारत को जोड़ने का काम किया है।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन धर्म में समरसता देखने को मिल रही है।उन्होंने कहा कि बीते दिनो में मोदी एवं योगी के नेतृत्व में एक भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था जिसमें रिकार्ड 66 करोड़ से अधिक लोगो ने डुबकी लगायी थी जो एक मिसाल बन गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को सुनाते हुए कहा कि भारत कोई भूमि का टुकड़ा नही है यह एक जीता जागता राष्ट्र पुरूष है।यह वन्दन की धरती है अभिनंदन की धरती है यह तर्पण की भूमि है अर्पण की भूमि है इसकी एक-एक नदी हमारे लिए गंगा है कण-कण हमारे लिए शंकर है।जीयेगे तो भारत के लिए मरेंगे तो भारत के लिए।उन्होंने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी सदस्यों का तीर्थराज प्रयाग की भूमि पर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

उन्होंने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने तथा एक दूसरे की भाषा को सीखने व संवाद का सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यो को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये।

सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये।कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियो के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यो की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया।इस अवसर पर प्रा० सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचन्द्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे

श्रीमद्भागवत जीवन को धर्म सत्य और भक्ति के पथमार्ग पर ले जाने वाली एक अहम धारा

जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज

संजय द्विवेदी।,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा दुर्गावती इण्टरनेशनल स्कूल प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन सोमवार को भक्तिमय वातावरण रहा।कथावाचक जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज ने ध्रुव चरित्र और पुरजनोपाख्यान का वर्णन किया।उन्होंने बताया कि मनुष्य का जीवन तभी सार्थक होता है।जब वह अहंकार क्रोध ईर्ष्या और मोह से मुक्त होकर सच्चे भाव से भगवान की शरणम मे शरणागत होत है।ध्रुव चरित्र का उदाहरण देते हुए राघवाचार्य महाराज ने समझाया कि दृढ़ निश्चय और अटूट श्रद्धा एक साधारण व्यक्ति को भी असाधारण बना सकती है।

भगवान केवल भक्त के भाव को स्वीकार करते है न कि उसके पद धन या शक्ति को।कथा में कथावाचक द्वारा यह भी बताया गया कि श्रीमद्भागवत जीवन को धर्म सत्य और भक्ति के पथ मार्ग पर ले जाने वाली एक अहम धारा है।श्रद्धा और भक्ति वह ऊर्जा है जो मनुष्य को ईश्वर तक पहुंचने में सहायता प्रदान करती है।कथा स्थल पर महिलाओ युवाओं और बुजुर्ग श्रद्धालुओ की बड़ी भारी संख्या उमड़ी। भजन-संकीर्तन के दौरान श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे और पूरा पण्डाल हरे कृष्ण—हरे राम के जयकारों से गूंज उठा।कथा प्रतिदिन निर्धारित समय पर आयोजित की जाएगी जिसका लाभ क्षेत्र के सभी श्रद्धालु ले सकते है।जिसमे क्षेत्र और आसपास के गांवो से भारी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उक्त भागवत कथा में उपस्थित रहे।

उपमुख्यमंत्री एसआइआर प्रहरियो के साथ बैठक कर जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का लिया आशीर्वाद

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने एसआइआर प्रहरियो के साथ बैठक किया।उसके बाद श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया।मेजा क्षेत्र के गोसौरा कला स्थित दुर्गावती इण्टर नेशनल स्कूल परिसर में हेलीकाप्टर से पहुंचने के बाद उन्होने अधिकारियो और एसआइआर प्रहरियों के साथ बैठक की और लंबित प्रकरणो की अतिशीघ्र करने का निर्देश दिया।

उप मुख्यमन्त्री ने बैठक के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो सुपरवाइजर और दो बीएलओ को प्रशस्ति प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एसआइआर प्रक्रिया सुचिता पारदर्शिता सत्य और पात्रता सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार का सशक्त प्रयास है। इसमें अच्छे मतदाता जुटेंगे घुस पैठिया छटेगे अधिकारियो को निर्देश दिया कि पात्र व्यक्तियो को लाभ समय से मिले और प्रक्रिया में अनावश्यक देरी न हो।उन्होंने एसआइआर कार्य की गति बढ़ाने पर जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला की टीम को बधाई दी।

इस दौरान उन्होने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग एसआइआर प्रक्रिया को रोकना चाहते है।और भ्रम फैला रहे है।विपक्ष नही चाहता कि सत्यापन पारदर्शिता से पूरा हो क्योंकि पारदर्शी व्यवस्था उनके लिए असहज है।यह एसआइआर कागजी प्रक्रिया नही है यह आधुनिक और डिजिटल सत्यापन प्रणाली है जिसे रोकना अब किसी के बस में नही है।इसके बाद उप मुख्यमंत्री यहां आयोजित श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर पहुंचे।उन्होंने जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया।उनके पहुंचते ही कथा स्थल पर श्रद्धालुओ में उत्साह उमड़ पड़ा।कार्यक्रम स्थल पर सुबह से ही भीड़ जुटी रही।

पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी।कथा स्थल पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भागवत कथा हमें सत्य धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।ऐसे आयोजन समाज में सद्भाव संस्कृति और आस्था की शक्ति को मजबूत करते है।सरकार जनता की सुविधा और पारदर्शी व्यवस्था के लिए निरन्तर काम कर रही है।डिप्टी सीएम ने कहा कि माघ मेला की भव्य तैयारियां की जा रही है। पर्यटकों की सुविधा के लिए कार्य किए जा रहे है।आयोजक भाजपा नेता सुशील मिश्रा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री का आगमन हमारे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।उनके दिशा-निर्देश से एसआईआर कार्य को नई गति मिलेगी और पात्र व्यक्ति लाभान्वित होगे। हम सभी ग्रामीण और कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करते है।उन्होंने कहा कि बिहार चुनावों के सन्दर्भ में विपक्ष का रवैया यह दर्शाता है कि वह पारदर्शिता और विकास की प्रक्रिया से असहज है जिसमें विधायक हर्षवर्धन बाजपेई दीपक पटेल नाथू गुप्ता डा अमरेश तिवारी शैलेश पाण्डेय हिमांशु शुक्ला राजेश धनगर विपिन केशरी राणा सेठ गुड्डू सेठ लीलावती गुप्ता और नेहा केशरी योगेश शुक्ला आदि मौजूद रहे।

मिर्जापुर : युवती पर ब्लेड से हमला करने वाले मुख्य आरोपी का गंगा नदी में मिला शव

 मिर्जापुर ।उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में लोगों को बुरी तरह से झकझोर कर रख देने वाले बहुचर्चित ब्लेडवार मामले में नया मोड़ आ गया है।युवती पर ब्लेड से हमला करने वाले मुख्य आरोपी का मंगलवार को घटना के पांचवें दिन गंगा नदी में उतराया हुआ शव मिला है। युवती के घर में घुसकर ब्लेड से गला रेत आरोपी फरार हो गया था। चार दिन बाद गंगा नदी में उतराया हुआ अब्दुल सैफ का शव मिला। सैफ का शव शहर कोतवाली क्षेत्र के महर्षि दयानंद स्कूल के पास उतराया हुआ मिला।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। दूसरी ओर घायल लड़की का वाराणसी ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। घटना के बाद भारी जनाक्रोश और विभिन्न संगठनों के सड़क पर लगातार उतरकर विरोध प्रदर्शन करने से पुलिस की मुश्किलें जहां बढ़ती जा रही थी वहीं मामले में चार दिन से पुलिस आरोपी का तस्वीर दिखाकर कर उसकी तलाश करती रही है। घटना के विरोध में लगातार हिंदू संगठन सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे थे। लड़की के भाई ने आरोप लगाया था धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। 

इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार सभी आरोपी मृतक के है रिश्तेदार और परिवार के हैं। सोमवार को प्रदर्शन कर हिंदू संगठनों ने आरोपी सैफ़ के 72 घंटे का गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया था। पुलिस ने तनाव को देखते हुए संवेदनशील इलाके में जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया था। ब्लेड कांड के मुख्य आरोपी का गंगा नदी में उतराया हुआ शव बरामद होने के बाद सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

सैफ़ मरा, मारा गया या किसी साथियों की साज़िश का शिकार हुआ

मिर्ज़ापुर नगर के बहुचर्चित ब्लेड गांड के मुख्य आरोपी अब्दुल सैफ का घटना के पांचवें दिन गंगा नदी में उतराया हुआ शव बरामद होने के बाद भले ही इस घटनाक्रम का पटाक्षेप हो गया हो सबसे बड़ा सवाल यह है कि सैफ़ मरा, मारा गया या अपने ही किसी साथियों की साज़िश का शिकार हुआ? लाश मिलने के बाद सैफ के चेहरे पर मसलन मुंख पर जख्म के निशान अनायास ही कई सवालों को जन्म दे रहे हैं। बताते चलें कि घटना में अब्दुल सैफ के साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

 आशंका जताई जा रही इस मामले में उसके कुछ और भी उसके साथी उसके राजदार रहें हों, जिन्हें पुलिस की सख़्त कार्रवाई से सैफ़ के पकड़े जाने के बाद अपनी भी गर्दन फंसने की आशंका बढ़ गई हो सो खुद को बचाने की गरज से सैफ़ को ही ठिकाने लगाने की गरज से आनन-फानन में गंगा नदी में मार कर बहा दिया। सैफ़ की गंगा नदी में जहां लाश मिली है वहां से उसके घर की दूरी तकरीबन एक किमी से भी कम है ऐसे में घर के करीब लाश का मिलना तरह-तरह की आशंकाओं को भी बल प्रदान कर रहा है। बहरहाल मौत का कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा।

बुढ़नपुर के सिकहुला गांव में गन्ना क्रय केंद्र की घोर लापरवाही से भड़का किसानों का गुस्सा — कई दिनों से गन्ना सड़ रहा, भुगतान






बुढ़नपुर : सिकहुला गांव स्थित गन्ना क्रय केंद्र इन दिनों भारी अव्यवस्थाओं का प्रतीक बन चुका है। यहां कई-कई दिनों से ट्रक न पहुंचने के कारण किसानों का गन्ना टालियों में ही सड़ने की कगार पर है। सूखते गन्ने को देखकर किसान बुरी तरह चिंतित और परेशान हैं, क्योंकि गन्ना उठान न होने से न सिर्फ लाखों रुपये की फसल बर्बाद हो रही है, बल्कि आगामी गेंहू बुवाई का पूरा चक्र बिगड़ता जा रहा है।किसानों ने बताया कि यदि समय पर गन्ना उठान हो जाता तो तुरंत भुगतान भी मिल जाता और वे बिना रुकावट गेंहू की बुवाई कर पाते। लेकिन क्रय केंद्र की कार्यप्रणाली इतनी अस्त-व्यस्त है कि किसान रोज़ाना घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद खाली हाथ वापस लौट रहे हैं।काटा इंचार्ज पर गंभीर आरोप किसानों ने काटा इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हर टाली से लगभग 2 क्विंटल तक गन्ना कम काटा जा रहा है, जिससे किसानों को सीधी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। कई बार शिकायतें होने के बावजूद न तो अधिकारियों की तरफ से कोई जांच हुई और न ही व्यवस्था में सुधार आया। किसानों का कहना है कि शिकायतें अब पूरी तरह "बेअसर" हो चुकी हैं। किसानों में उबाल, चेताया—अभी नहीं सुधरी व्यवस्था तो होगा बड़ा आंदोलन गन्ना किसानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। उनका कहना है कि अगर जल्द ट्रक की व्यवस्था नहीं की गई, टालियों का गन्ना नहीं उठाया गया और काटा प्रणाली में पारदर्शिता नहीं लाई गई, तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।इस मौके पर मौजूद किसानों में राजेंद्र सिंह, विनोद मिश्र, देवेंद्र यादव, राम आधार यादव, अजय यादव, गुंजन सिंह, शशिकांत यादव सहित कई अन्य किसान शामिल रहे, जिन्होंने एक सुर में कहा— “हमारी मेहनत सड़ रही है और अधिकारी मौन हैं, अब किसान चुप नहीं बैठेगा।” किसानों ने जिले के उच्च अधिकारियों से तुरंत हस्तक्षेप कर क्रय केंद्र की अव्यवस्थाओं को दूर कराने और गन्ना उठान सुचारु करने की मांग की है।
हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा सत्र में उठाए राज्य सरकार की विफलताओं के मुद्दे, प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर जताया समर्थन

हजारीबाग: शीतकालीन सत्र के अवसर पर मंगलवार को हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सरकार की लगातार बढ़ती विफलताओं के खिलाफ जोरदार आवाज़ उठाई। विधायक ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, सदन में हजारीबाग के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचकर उनकी समस्याओं को मजबूती से उठाया।

विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन: सत्र प्रारंभ होने से पहले विधायक प्रदीप प्रसाद ने विपक्षी साथियों के साथ मिलकर सरकार की विफलताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था चिंताजनक स्थिति में है। हजारों हत्याएँ, महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएँ और बालू–कोयला–पत्थर तथा भूमि माफियाओं की बढ़ती लूट दर्शाती है कि सरकार प्रशासनिक नियंत्रण स्थापित करने में असफल है। विधायक ने स्पष्ट किया कि जब तक जनता को सुरक्षा और न्याय नहीं मिलता, उनका विरोध जारी रहेगा।

सदन में हजारीबाग के मुद्दे उठाए: सत्र के दौरान प्रदीप प्रसाद ने हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी, आउटसोर्सिंग कंपनियों की अनियमितताएँ, ग्रामीण मरीजों की ऑनलाइन ओपीडी सुविधाओं से दिक्कतें, रेलसाइडिंग क्षेत्रों में प्रदूषण और कोयला परिवहन से बढ़ती धूल-प्रदूषण की समस्या पर सरकार से जवाब माँगा। उन्होंने त्वरित और ठोस कार्रवाई की मांग की, ताकि हजारीबाग के नागरिकों को राहत मिल सके।

व्यावसायिक प्रशिक्षकों का समर्थन: विधानसभा सत्र के बाद विधायक प्रदीप प्रसाद व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचे और उनकी समस्याएँ सुनीं। प्रशिक्षकों ने लंबित मानदेय, सात वर्षों से वेतन वृद्धि का अभाव, नियुक्तियों में अनियमितताएँ, बढ़ते कार्यभार के अनुपात में सुविधाओं की कमी और सेवा-सुरक्षा की अनिश्चितता जैसे मुद्दे उठाए। विधायक ने कहा कि प्रशिक्षक राज्य के कौशल विकास की रीढ़ हैं और उनकी उपेक्षा बिल्कुल उचित नहीं है। उन्होंने सरकार से प्रशिक्षकों की न्यायोचित मांगों का तुरंत और स्थायी समाधान करने की मांग की।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्पष्ट किया कि जनता के अधिकार, सुरक्षा और सम्मान से जुड़ी प्रत्येक समस्या पर वे भविष्य में भी उतनी ही दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ आवाज उठाते रहेंगे। उनका कहना है कि सरकार को उसकी संवैधानिक जिम्मेदारियों की याद दिलाना और जनता को न्याय दिलाना उनका निरंतर संघर्ष रहेगा।

डॉ. संजीव कुमार सिंह की मां प्रभावती सिंह का 102 वर्ष की उम्र में निधन

जौनपुर। हरगोविंद इंटर कॉलेज जफराबाद, जौनपुर के प्रधानाचार्य डॉ. संजीव कुमार सिंह की मां प्रभावती सिंह धर्मपत्नी स्वर्गीय लालता सिंह का 102 वर्ष की उम्र में नरौली स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वे अत्यंत धार्मिक और दयालु प्रवृत्ति की महिला थी। उनके निधन की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। आज जौनपुर स्थित रामघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे श्रवण कुमार सिंह ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर उनके पुत्र वीरेंद्र कुमार सिंह के अलावा परिवार के डॉ ओम प्रकाश सिंह, अरुण कुमार सिंह, डॉ राजेंद्र सिंह, अनिल कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, शिवशंकर सिंह समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। उनके निधन पर आज श्री बजरंग इंटर कॉलेज, घनश्यामपुर तथा एलएसएस नेशनल पब्लिक स्कूल, नरौली में छुट्टी घोषित कर दी गई।

मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना में 511 जोड़ों ने लिए सात फेरे

गोंडा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिला मुख्यालय स्थित टामसन इंटर कॉलेज के मैदान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस आयोजन में 511 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।इनमें 430 हिन्दू तथा 81 मुस्लिम जोड़े शामिल रहे।जिनकी शादियां उनके संबंधित रीति रिवाज के अनुसार सम्पन्न कराई गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान रहे।कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने सभी 511 नवविवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए शादी का आवश्यक सामान उपहार स्वरूप प्रदान किया।

इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री चौहान ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान कर रही है।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार किसी जाति या धर्म के आधार पर नहीं बल्कि सभी वर्गों के लिए समान रूप से काम कर रही है।प्रभारी मंत्री ने आगे कहा कि यदि नवविवाहित जोड़ों का आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो भविष्य में इस राशि को और भी बढ़ाया जा सकता है।उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि अब किसी को शादी के लिए दूसरों के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं है।

परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों एवं दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया

देवरिया M N पाण्डेय 9 दिसंबर। आज परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों एवं दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया । प्रातः 10:00 बजे हरी झंडी दिखाकर मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव के द्वारा बच्चों को पुलिस लाइन से रवाना किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने बच्चों को स्नेक्स चॉकलेट आदि देकर बसों को रवाना किया। इसमें समस्त विकास खण्डों से 151 दिव्यांग श्रेणी के बच्चों के द्वारा प्रतिभाग किया गया l

इन बच्चों में 14 बच्चे पी एम श्री विद्यालय के शामिल रहे। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को बस के माध्यम से कुशीनगर के विभिन्न पर्यटक स्थलों का भ्रमण कराया गया जिसमें रामा भार स्तूप माथा कुंवर मंदिर मुख्य मंदिर थाईलैंड मंदिर और चीनी मंदिर का भ्रमण बच्चों के द्वारा किया गया। शैक्षिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिला समन्वयक ज्ञानेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि बौद्ध धर्म से जुड़े होने के कारण कुशीनगर का महत्व ऐतिहासिक एवं धार्मिक है । सभी बच्चे भ्रमण में अपने शिक्षकों के साथ ज्ञान अर्जित किए। इस भ्रमण में शामिल बच्चे आलोक कुमार, कविता , रानी, नीतीश ,माझी श्रवण कुमार, मंगिया , शामिल हुए। बच्चों के साथ इनके विशेष शिक्षक विजय कुमार पांडेय ,संतोष पांडेय , ओमकार पांडेय , राजाराम दुबे के साथ बच्चे भ्रमण किया ।

देशही ब्लाक के ग्राम पंचायत हरैया बसन्तपुर मे खुलेआम हो रहा मनरेगा में घोटाला

देवरिया । M N पाण्डेय। देवरिया जिले के देशही ब्लाक के ग्राम पंचायत हरैया बसन्तपुर मे खुलेआम हो रहा मनरेगा मे घोटाला । दबंग व खुद को भा. ज. पा . नेता कहने वाले प्रधान के आगे प्रशासन भी हुआ मौन l

देसही देवरिया । एक तरफ प्रदेश सरकार मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार देने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ मनरेगा में भ्रष्टाचार काल के गाल में शमा रहा है। ताजा मामला विकास खंड देसही के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरैयबसन्तपुर का है। इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत विकास कार्य कराया जा रहा जिसमें चकबंद का कार्य कराया जा रहा है इस कार्य में जितने भी मस्टरोल चल रहे है और जितने भी मजदूर कार्य कर रहे है उनके फोटो को देखकर ये नहीं लग रहा है कि ये मजदूर कार्य करने वाले है तथा एक ही फोटो को कई बार प्रयोग किया गया है। फोटो ग्राफ में नाम परिवर्तित कर प्रदर्शित किया गया है। इससे साफ भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। आपको बताते चले कि इस ग्राम सभा में जो भी कार्य कराया जाता है धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिलता है।

प्रदेश सरकार कुछ भी उपाय कर ले लेकिन ऐसे प्रधान व जिम्मेदार अधिकारी सरकार के सपनों पर पलीता लगाने में मशगूल हैं। उधर ग्रामीणों का कहना है कि हमारा ग्राम पंचायत ग्राम प्रधान के अनदेखी का शिकार हो रहा है जिससे ग्राम पंचायत विकास विहीन बनकर रह गया है।

जब इसके बारे में मुख्य विकास अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह विकास कार्यो में हो रहे घोटाले को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा और उक्त कार्य को शून्य करके कार्रवाई की जाएगी।

काशी तमिल संगमम् के तृतीय दल के सदस्यो का महापौर एवं एमएलसी ने भव्य रूप से स्वागत एवं सम्मान किया

प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता एवं मजबूती प्रदान करने भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने का काम किया है-महापौर

हमारे भारत की संस्कृति ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है-उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी

‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति आध्यात्मिक विरासत को जानने और समझने का मिल रहा अवसर-सुरेन्द्र चौधरी

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।काशी तमिल संगमम्’’कार्यक्रम के तृतीय दल के सदस्यों का सोमवार को प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यो का भव्य रूप से स्वागत किया गया।तृतीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।

इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।

इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में प्रयागराज पहुंचे तमिलनाडु के लोगो का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियो को एक माला में पिरोने के लिए काशी तमिल संगमम् यात्रा का आयोजन किया है।आप लोगो को इस यात्रा में काशी प्रयागराज की संस्कृति के साथ भारत की इस वैभवशाली परम्परा को देखने का अवसर प्राप्त हुआ है।

तमिल और हिन्दी के साहित्यकारो ने भारत की संस्कृति को सेतु के रूप में बांधने का काम किया है। तमिल साहित्यकार भारतीय नगराजन पूज्यसंत तिरूवल्लुवर जिन्होने जीवन के मर्म को लिखने का काम किया है ठीक उसी प्रकार से दोहो में हमारे उत्तर भारत के संत तुलसीदास सूरदास कालीदास के ग्रन्थो को अवलोकन करने के बाद सबका सार एक जैसा ही है सबने अपनी-अपनी भाषाओं में भारत के जीवन का सार लिखने का कार्य किया है। यही भारत की शक्ति है।उन्होने कहा कि हमारी पुरातम संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नही रहा। हमारी संस्कृति में‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमन्त्री बने है तब से भारत को जोड़ने का काम किया है।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन धर्म में समरसता देखने को मिल रही है।उन्होंने कहा कि बीते दिनो में मोदी एवं योगी के नेतृत्व में एक भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था जिसमें रिकार्ड 66 करोड़ से अधिक लोगो ने डुबकी लगायी थी जो एक मिसाल बन गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को सुनाते हुए कहा कि भारत कोई भूमि का टुकड़ा नही है यह एक जीता जागता राष्ट्र पुरूष है।यह वन्दन की धरती है अभिनंदन की धरती है यह तर्पण की भूमि है अर्पण की भूमि है इसकी एक-एक नदी हमारे लिए गंगा है कण-कण हमारे लिए शंकर है।जीयेगे तो भारत के लिए मरेंगे तो भारत के लिए।उन्होंने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी सदस्यों का तीर्थराज प्रयाग की भूमि पर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

उन्होंने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने तथा एक दूसरे की भाषा को सीखने व संवाद का सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यो को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये।

सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये।कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियो के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यो की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया।इस अवसर पर प्रा० सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचन्द्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे

श्रीमद्भागवत जीवन को धर्म सत्य और भक्ति के पथमार्ग पर ले जाने वाली एक अहम धारा

जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज

संजय द्विवेदी।,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा दुर्गावती इण्टरनेशनल स्कूल प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन सोमवार को भक्तिमय वातावरण रहा।कथावाचक जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज ने ध्रुव चरित्र और पुरजनोपाख्यान का वर्णन किया।उन्होंने बताया कि मनुष्य का जीवन तभी सार्थक होता है।जब वह अहंकार क्रोध ईर्ष्या और मोह से मुक्त होकर सच्चे भाव से भगवान की शरणम मे शरणागत होत है।ध्रुव चरित्र का उदाहरण देते हुए राघवाचार्य महाराज ने समझाया कि दृढ़ निश्चय और अटूट श्रद्धा एक साधारण व्यक्ति को भी असाधारण बना सकती है।

भगवान केवल भक्त के भाव को स्वीकार करते है न कि उसके पद धन या शक्ति को।कथा में कथावाचक द्वारा यह भी बताया गया कि श्रीमद्भागवत जीवन को धर्म सत्य और भक्ति के पथ मार्ग पर ले जाने वाली एक अहम धारा है।श्रद्धा और भक्ति वह ऊर्जा है जो मनुष्य को ईश्वर तक पहुंचने में सहायता प्रदान करती है।कथा स्थल पर महिलाओ युवाओं और बुजुर्ग श्रद्धालुओ की बड़ी भारी संख्या उमड़ी। भजन-संकीर्तन के दौरान श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे और पूरा पण्डाल हरे कृष्ण—हरे राम के जयकारों से गूंज उठा।कथा प्रतिदिन निर्धारित समय पर आयोजित की जाएगी जिसका लाभ क्षेत्र के सभी श्रद्धालु ले सकते है।जिसमे क्षेत्र और आसपास के गांवो से भारी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उक्त भागवत कथा में उपस्थित रहे।

उपमुख्यमंत्री एसआइआर प्रहरियो के साथ बैठक कर जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का लिया आशीर्वाद

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने एसआइआर प्रहरियो के साथ बैठक किया।उसके बाद श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया।मेजा क्षेत्र के गोसौरा कला स्थित दुर्गावती इण्टर नेशनल स्कूल परिसर में हेलीकाप्टर से पहुंचने के बाद उन्होने अधिकारियो और एसआइआर प्रहरियों के साथ बैठक की और लंबित प्रकरणो की अतिशीघ्र करने का निर्देश दिया।

उप मुख्यमन्त्री ने बैठक के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो सुपरवाइजर और दो बीएलओ को प्रशस्ति प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एसआइआर प्रक्रिया सुचिता पारदर्शिता सत्य और पात्रता सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार का सशक्त प्रयास है। इसमें अच्छे मतदाता जुटेंगे घुस पैठिया छटेगे अधिकारियो को निर्देश दिया कि पात्र व्यक्तियो को लाभ समय से मिले और प्रक्रिया में अनावश्यक देरी न हो।उन्होंने एसआइआर कार्य की गति बढ़ाने पर जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला की टीम को बधाई दी।

इस दौरान उन्होने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग एसआइआर प्रक्रिया को रोकना चाहते है।और भ्रम फैला रहे है।विपक्ष नही चाहता कि सत्यापन पारदर्शिता से पूरा हो क्योंकि पारदर्शी व्यवस्था उनके लिए असहज है।यह एसआइआर कागजी प्रक्रिया नही है यह आधुनिक और डिजिटल सत्यापन प्रणाली है जिसे रोकना अब किसी के बस में नही है।इसके बाद उप मुख्यमंत्री यहां आयोजित श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर पहुंचे।उन्होंने जगद्गुरु राघवाचार्य महाराज का माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया।उनके पहुंचते ही कथा स्थल पर श्रद्धालुओ में उत्साह उमड़ पड़ा।कार्यक्रम स्थल पर सुबह से ही भीड़ जुटी रही।

पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी।कथा स्थल पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भागवत कथा हमें सत्य धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।ऐसे आयोजन समाज में सद्भाव संस्कृति और आस्था की शक्ति को मजबूत करते है।सरकार जनता की सुविधा और पारदर्शी व्यवस्था के लिए निरन्तर काम कर रही है।डिप्टी सीएम ने कहा कि माघ मेला की भव्य तैयारियां की जा रही है। पर्यटकों की सुविधा के लिए कार्य किए जा रहे है।आयोजक भाजपा नेता सुशील मिश्रा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री का आगमन हमारे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।उनके दिशा-निर्देश से एसआईआर कार्य को नई गति मिलेगी और पात्र व्यक्ति लाभान्वित होगे। हम सभी ग्रामीण और कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करते है।उन्होंने कहा कि बिहार चुनावों के सन्दर्भ में विपक्ष का रवैया यह दर्शाता है कि वह पारदर्शिता और विकास की प्रक्रिया से असहज है जिसमें विधायक हर्षवर्धन बाजपेई दीपक पटेल नाथू गुप्ता डा अमरेश तिवारी शैलेश पाण्डेय हिमांशु शुक्ला राजेश धनगर विपिन केशरी राणा सेठ गुड्डू सेठ लीलावती गुप्ता और नेहा केशरी योगेश शुक्ला आदि मौजूद रहे।

मिर्जापुर : युवती पर ब्लेड से हमला करने वाले मुख्य आरोपी का गंगा नदी में मिला शव

 मिर्जापुर ।उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में लोगों को बुरी तरह से झकझोर कर रख देने वाले बहुचर्चित ब्लेडवार मामले में नया मोड़ आ गया है।युवती पर ब्लेड से हमला करने वाले मुख्य आरोपी का मंगलवार को घटना के पांचवें दिन गंगा नदी में उतराया हुआ शव मिला है। युवती के घर में घुसकर ब्लेड से गला रेत आरोपी फरार हो गया था। चार दिन बाद गंगा नदी में उतराया हुआ अब्दुल सैफ का शव मिला। सैफ का शव शहर कोतवाली क्षेत्र के महर्षि दयानंद स्कूल के पास उतराया हुआ मिला।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। दूसरी ओर घायल लड़की का वाराणसी ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। घटना के बाद भारी जनाक्रोश और विभिन्न संगठनों के सड़क पर लगातार उतरकर विरोध प्रदर्शन करने से पुलिस की मुश्किलें जहां बढ़ती जा रही थी वहीं मामले में चार दिन से पुलिस आरोपी का तस्वीर दिखाकर कर उसकी तलाश करती रही है। घटना के विरोध में लगातार हिंदू संगठन सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे थे। लड़की के भाई ने आरोप लगाया था धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। 

इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार सभी आरोपी मृतक के है रिश्तेदार और परिवार के हैं। सोमवार को प्रदर्शन कर हिंदू संगठनों ने आरोपी सैफ़ के 72 घंटे का गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया था। पुलिस ने तनाव को देखते हुए संवेदनशील इलाके में जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया था। ब्लेड कांड के मुख्य आरोपी का गंगा नदी में उतराया हुआ शव बरामद होने के बाद सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

सैफ़ मरा, मारा गया या किसी साथियों की साज़िश का शिकार हुआ

मिर्ज़ापुर नगर के बहुचर्चित ब्लेड गांड के मुख्य आरोपी अब्दुल सैफ का घटना के पांचवें दिन गंगा नदी में उतराया हुआ शव बरामद होने के बाद भले ही इस घटनाक्रम का पटाक्षेप हो गया हो सबसे बड़ा सवाल यह है कि सैफ़ मरा, मारा गया या अपने ही किसी साथियों की साज़िश का शिकार हुआ? लाश मिलने के बाद सैफ के चेहरे पर मसलन मुंख पर जख्म के निशान अनायास ही कई सवालों को जन्म दे रहे हैं। बताते चलें कि घटना में अब्दुल सैफ के साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

 आशंका जताई जा रही इस मामले में उसके कुछ और भी उसके साथी उसके राजदार रहें हों, जिन्हें पुलिस की सख़्त कार्रवाई से सैफ़ के पकड़े जाने के बाद अपनी भी गर्दन फंसने की आशंका बढ़ गई हो सो खुद को बचाने की गरज से सैफ़ को ही ठिकाने लगाने की गरज से आनन-फानन में गंगा नदी में मार कर बहा दिया। सैफ़ की गंगा नदी में जहां लाश मिली है वहां से उसके घर की दूरी तकरीबन एक किमी से भी कम है ऐसे में घर के करीब लाश का मिलना तरह-तरह की आशंकाओं को भी बल प्रदान कर रहा है। बहरहाल मौत का कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा।

बुढ़नपुर के सिकहुला गांव में गन्ना क्रय केंद्र की घोर लापरवाही से भड़का किसानों का गुस्सा — कई दिनों से गन्ना सड़ रहा, भुगतान






बुढ़नपुर : सिकहुला गांव स्थित गन्ना क्रय केंद्र इन दिनों भारी अव्यवस्थाओं का प्रतीक बन चुका है। यहां कई-कई दिनों से ट्रक न पहुंचने के कारण किसानों का गन्ना टालियों में ही सड़ने की कगार पर है। सूखते गन्ने को देखकर किसान बुरी तरह चिंतित और परेशान हैं, क्योंकि गन्ना उठान न होने से न सिर्फ लाखों रुपये की फसल बर्बाद हो रही है, बल्कि आगामी गेंहू बुवाई का पूरा चक्र बिगड़ता जा रहा है।किसानों ने बताया कि यदि समय पर गन्ना उठान हो जाता तो तुरंत भुगतान भी मिल जाता और वे बिना रुकावट गेंहू की बुवाई कर पाते। लेकिन क्रय केंद्र की कार्यप्रणाली इतनी अस्त-व्यस्त है कि किसान रोज़ाना घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद खाली हाथ वापस लौट रहे हैं।काटा इंचार्ज पर गंभीर आरोप किसानों ने काटा इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हर टाली से लगभग 2 क्विंटल तक गन्ना कम काटा जा रहा है, जिससे किसानों को सीधी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। कई बार शिकायतें होने के बावजूद न तो अधिकारियों की तरफ से कोई जांच हुई और न ही व्यवस्था में सुधार आया। किसानों का कहना है कि शिकायतें अब पूरी तरह "बेअसर" हो चुकी हैं। किसानों में उबाल, चेताया—अभी नहीं सुधरी व्यवस्था तो होगा बड़ा आंदोलन गन्ना किसानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। उनका कहना है कि अगर जल्द ट्रक की व्यवस्था नहीं की गई, टालियों का गन्ना नहीं उठाया गया और काटा प्रणाली में पारदर्शिता नहीं लाई गई, तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।इस मौके पर मौजूद किसानों में राजेंद्र सिंह, विनोद मिश्र, देवेंद्र यादव, राम आधार यादव, अजय यादव, गुंजन सिंह, शशिकांत यादव सहित कई अन्य किसान शामिल रहे, जिन्होंने एक सुर में कहा— “हमारी मेहनत सड़ रही है और अधिकारी मौन हैं, अब किसान चुप नहीं बैठेगा।” किसानों ने जिले के उच्च अधिकारियों से तुरंत हस्तक्षेप कर क्रय केंद्र की अव्यवस्थाओं को दूर कराने और गन्ना उठान सुचारु करने की मांग की है।
हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा सत्र में उठाए राज्य सरकार की विफलताओं के मुद्दे, प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर जताया समर्थन

हजारीबाग: शीतकालीन सत्र के अवसर पर मंगलवार को हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सरकार की लगातार बढ़ती विफलताओं के खिलाफ जोरदार आवाज़ उठाई। विधायक ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, सदन में हजारीबाग के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचकर उनकी समस्याओं को मजबूती से उठाया।

विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन: सत्र प्रारंभ होने से पहले विधायक प्रदीप प्रसाद ने विपक्षी साथियों के साथ मिलकर सरकार की विफलताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था चिंताजनक स्थिति में है। हजारों हत्याएँ, महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएँ और बालू–कोयला–पत्थर तथा भूमि माफियाओं की बढ़ती लूट दर्शाती है कि सरकार प्रशासनिक नियंत्रण स्थापित करने में असफल है। विधायक ने स्पष्ट किया कि जब तक जनता को सुरक्षा और न्याय नहीं मिलता, उनका विरोध जारी रहेगा।

सदन में हजारीबाग के मुद्दे उठाए: सत्र के दौरान प्रदीप प्रसाद ने हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी, आउटसोर्सिंग कंपनियों की अनियमितताएँ, ग्रामीण मरीजों की ऑनलाइन ओपीडी सुविधाओं से दिक्कतें, रेलसाइडिंग क्षेत्रों में प्रदूषण और कोयला परिवहन से बढ़ती धूल-प्रदूषण की समस्या पर सरकार से जवाब माँगा। उन्होंने त्वरित और ठोस कार्रवाई की मांग की, ताकि हजारीबाग के नागरिकों को राहत मिल सके।

व्यावसायिक प्रशिक्षकों का समर्थन: विधानसभा सत्र के बाद विधायक प्रदीप प्रसाद व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचे और उनकी समस्याएँ सुनीं। प्रशिक्षकों ने लंबित मानदेय, सात वर्षों से वेतन वृद्धि का अभाव, नियुक्तियों में अनियमितताएँ, बढ़ते कार्यभार के अनुपात में सुविधाओं की कमी और सेवा-सुरक्षा की अनिश्चितता जैसे मुद्दे उठाए। विधायक ने कहा कि प्रशिक्षक राज्य के कौशल विकास की रीढ़ हैं और उनकी उपेक्षा बिल्कुल उचित नहीं है। उन्होंने सरकार से प्रशिक्षकों की न्यायोचित मांगों का तुरंत और स्थायी समाधान करने की मांग की।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्पष्ट किया कि जनता के अधिकार, सुरक्षा और सम्मान से जुड़ी प्रत्येक समस्या पर वे भविष्य में भी उतनी ही दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ आवाज उठाते रहेंगे। उनका कहना है कि सरकार को उसकी संवैधानिक जिम्मेदारियों की याद दिलाना और जनता को न्याय दिलाना उनका निरंतर संघर्ष रहेगा।

डॉ. संजीव कुमार सिंह की मां प्रभावती सिंह का 102 वर्ष की उम्र में निधन

जौनपुर। हरगोविंद इंटर कॉलेज जफराबाद, जौनपुर के प्रधानाचार्य डॉ. संजीव कुमार सिंह की मां प्रभावती सिंह धर्मपत्नी स्वर्गीय लालता सिंह का 102 वर्ष की उम्र में नरौली स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वे अत्यंत धार्मिक और दयालु प्रवृत्ति की महिला थी। उनके निधन की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। आज जौनपुर स्थित रामघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे श्रवण कुमार सिंह ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर उनके पुत्र वीरेंद्र कुमार सिंह के अलावा परिवार के डॉ ओम प्रकाश सिंह, अरुण कुमार सिंह, डॉ राजेंद्र सिंह, अनिल कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, शिवशंकर सिंह समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। उनके निधन पर आज श्री बजरंग इंटर कॉलेज, घनश्यामपुर तथा एलएसएस नेशनल पब्लिक स्कूल, नरौली में छुट्टी घोषित कर दी गई।

मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना में 511 जोड़ों ने लिए सात फेरे

गोंडा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिला मुख्यालय स्थित टामसन इंटर कॉलेज के मैदान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस आयोजन में 511 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।इनमें 430 हिन्दू तथा 81 मुस्लिम जोड़े शामिल रहे।जिनकी शादियां उनके संबंधित रीति रिवाज के अनुसार सम्पन्न कराई गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान रहे।कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने सभी 511 नवविवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए शादी का आवश्यक सामान उपहार स्वरूप प्रदान किया।

इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री चौहान ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान कर रही है।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार किसी जाति या धर्म के आधार पर नहीं बल्कि सभी वर्गों के लिए समान रूप से काम कर रही है।प्रभारी मंत्री ने आगे कहा कि यदि नवविवाहित जोड़ों का आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो भविष्य में इस राशि को और भी बढ़ाया जा सकता है।उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि अब किसी को शादी के लिए दूसरों के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं है।