नैमिषारण्य में धार्मिक उत्साह: विमलानंद सरस्वती महाराज बने उत्तराधिकारी
संत समाज ने किया पट्टाभिषेकनैमिषारण्य
सीतापुर जिले के पावन तीर्थस्थल नैमिषारण्य में स्थित बाँके बिहारी रमण आश्रम के कथा प्रांगण में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन हुआ । कई प्रतिष्ठित महामंडलेश्वरों और महंतों की गरिमामयी उपस्थिति में महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती और साध्वी मुमुक्षा ने विमलानंद सरस्वती महाराज का पट्टाभिषेक कर उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया ।
यह समारोह सनातन धर्म की अमर परंपरा को मजबूत करने का प्रतीक बन गया, जहां आध्यात्मिक गुरु परंपरा की निरंतरता को सभी ने हर्षोल्लास से स्वागत किया । आचार्य महामंडलेश्वर निर्वाण पीठाधीश्वर राजगुरु स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज, महामंडलेश्वर देवेंद्रानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर विद्याचैतन्य सरस्वती तथा महामंडलेश्वर सदाशिवेंद्र सरस्वती ने विमलानंद सरस्वती महाराज को चादर ओढ़ाकर पट्टाभिषेक की रस्म पूरी की । इसके बाद 84 कोसी परिक्रमा के अध्यक्ष महंत नारायण दास, महंत बजरंग मुनि, महंत राजनारायण पांडेय, महंत सुरेश दास अवस्थी, महंत प्रीतम दास, महंत अंजनी दास, महंत मनमोहन दास, महंत पवन दास, रामानुज कुमारी माताजी, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला, विधायक रामकृष्ण भार्गव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुनेंद्र अवस्थी तथा विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष विपुल सिंह ने माल्यार्पण कर अंगवस्त्र भेंट किए । इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में संतजन और स्थानीय भक्तों की उपस्थिति ने वातावरण को दिव्य ऊर्जा से भर दिया, जो सनातन संस्कृति की जीवंतता का जीवंत प्रमाण था । यह कार्यक्रम न केवल आश्रम की परंपरा को सशक्त बनाता है, बल्कि समाज में धार्मिक एकता और आध्यात्मिक जागरण का संदेश भी देता है ।विमल मिश्र से विमलानंद बन युवाओं के बने प्रेरकसीतापुर के पावन तीर्थ नैमिषारण्य में एक युवा हृदय ने सांसारिक मोह त्यागकर आध्यात्मिक यात्रा का संकल्प लिया । बजरंगी विमल मिश्र, जो विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जानी जाते थे, अब स्वामी विमलानंद सरस्वती महाराज के नाम से सनातन धर्म की सेवा में समर्पित हो चुकी हैं । यह परिवर्तन न केवल एक व्यक्तिगत क्रांति है, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए एक जीवंत प्रेरणा स्रोत बन गया है, जो दर्शाता है कि कैसे एक साधारण जीवन से शुरू होकर आध्यात्मिक नेतृत्व तक का सफर संभव है । वीएचपी से जुड़ने के बाद वे 'बजरंगी विमल मिश्र' के नाम से प्रसिद्ध हुईं, जहां उन्होंने नैमिषारण्य की हरियाली संरक्षण, 84 कोसी परिक्रमा के आयोजन और हिंदू एकता के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । उनके सोशल मीडिया हैंडल्स पर राम भक्ति, पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक सद्भाव के संदेशों की भरमार रही, जो युवाओं को जोड़ने का माध्यम बने । लेकिन आंतरिक आह्वान ने उन्हें सांसारिक बंधनों से मुक्त होने का मार्ग दिखाया। 15 अक्टूबर 2025 को, भभूत स्नान के बाद उन्होंने स्वयं का पिंडदान कर सन्यास की दीक्षा ली, जो सनातन परंपरा की एक दुर्लभ रस्म है ।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सपनों का भारत” विषय पर संगोष्ठी
संजीव सिंह बलिया! डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सपनों का भारत विषय पर संगोष्ठी  युवाओं को प्रेरित किया गया उनके आदर्शों पर चलने के लिए रसड़ा (बलिया)। ग्राम सभा बरेबोझ में भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से विश्व प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर एक प्रेरणादायक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व ग्राम प्रधान जमशेद अंसारी द्वारा किया गया, जिसका मुख्य विषय था डॉ. कलाम के सपनों का भारत”। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने डॉ. कलाम के जीवन, उनके वैज्ञानिक योगदान और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उनके दृष्टिकोण पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम का सपना केवल एक विकसित भारत का नहीं था, बल्कि ऐसा भारत बनाने का था जहाँ हर युवा शिक्षा, विज्ञान और नैतिकता के बल पर राष्ट्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाए। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी रहे, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. कलाम का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे तकनीक, नवाचार और सकारात्मक सोच को अपनाकर “नया भारत” बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, ग्रामीण जन और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। वक्ताओं ने डॉ. कलाम के विचारों और उनके सरल जीवन से सीख लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे उनके बताए मार्ग पर चलकर भारत को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाएँगे।विशेष आकर्षण: छात्रों ने “कलाम के सपनों का भारत” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। साहित्यकारों और शिक्षाविदों ने कलाम के प्रेरक उद्धरणों को साझा किया। अंत में “विज्ञान और मानवता” पर आधारित समूह चर्चा भी हुई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर भव्य पथ संचलन का आयोजन
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया।नगरा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला का प्रथम चरण बुधवार को भव्य पथ संचलन के आयोजन के साथ संपन्न हुआ। जनता इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में प्रांत सह कार्यवाह रामबिलास जी ने भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने बौद्धिक सम्बोधन में कहा कि आरएसएस सनातन संस्कृति को लेकर 27 सितंबर 1925 को स्थापित हुआ और आज यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन चुका है। राम, कृष्ण, शंकर की तरह संघ का लक्ष्य भी स्पष्ट और समर्पित है, जो भारत को उसकी परम वैभव प्राप्ति की ओर ले जाएगा।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पथ संचलन था, जो जनता इंटर कालेज से प्रारंभ होकर भगवान ध्वज के साथ स्वयंसेवकों की कतारबद्ध रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए फिर इंटर कालेज में समाप्त हुआ। रैली ने रसड़ा रोड हनुमान मंदिर, घोसी रोड के सरस्वती शिशु मंदिर मोड़, बेल्थरा रोड मार्ग के स्टैण्ड और सिकंदरपुर मार्ग के काली मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से होकर गुजरते हुए नगरवासियों का उत्साह बढ़ाया।इस आयोजन में बजरंगी सिंह, ब्रिजेश पाल, छट्ठू राम, राधेश्याम सिंह, सौरभ किशोर, राजीव सिंह चन्देल, डीएन प्रजापति, देवा भाई, सूर्य प्रकाश सिंह पप्पू, अजय सैनी, दिनेश राजभर, उमा सैनी, अमरेन्द्र सोनी, संतोष पाण्डेय, धर्मराज सिंह विक्की, चन्द्र भूषण टिन्कू सिंह सहित अनेक वरिष्ठ स्वयंसेवक और कार्यकर्ता उपस्थित थे।यह भव्य पथ संचलन शताब्दी वर्ष के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता और स्थानीय एकता का प्रतीक बना। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम ने नगर में राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को और मजबूत किया।शताब्दी वर्ष की इस शुरुआत के साथ ही संगठन के अगले चरण के कार्यक्रमों की उम्मीद बनी हुई है, जिनमें सामाजिक सेवा, सांस्कृतिक एवं सामूहिक कार्यक्रम शामिल होंगे
आजमगढ़:-आरएसएस के स्वयं सेवकों द्वारा किया गया पथ संचलन, नगरवासियों द्वारा की गई पुष्प वर्षा

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। माहुल एवं फूलपुर नगर में राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ द्वारा जागरूकता रथ के साथ पथ संचलन किया गया।जिसमें नागरिकों ने स्वयं सेवकों पर पुष्प वर्षा किया। कार्यक्रम में सबसे पहले नगर के रामलीला मैदान में प्रभु श्री राम चन्द्र जी ,आर एस एस के संस्थापक डा केशव बलिराम हेडगेवार,सदाशिव बोलवरकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसके बाद स्वयं सेवकों का पथ संचलन आरएसएस के गणवेश में रामलीला मैदान से निकल कर शंकर तिराहे तक पहुंचा।वहा से दाए घूमते हुए जब इनका कारवां शिवाजी मेन चौक पर पहुंचा तो नागरिकों द्वारा इनके ऊपर पुष्प बरसाए गए।तत्पश्चात यह करवा आगे बढ़ा और सोमवारी और शुक्रबाजार होते हुए पुनः रामलीला मैदान में जाकर समाप्त हुआ।जहां पर सह जिला प्रचारक विनोद द्वारा इन्हें देश भक्ति और अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर उमाकांत मिश्रा, डा अविनाश पांडेय,सुजीत जायसवाल आंसू,दिलीप सिंह,विमलेश पांडेय, धरणीधर पांडेय,रानू प्रताप राणा,राम मनी यादव,संतोष पांडेय,संजय मोदनवाल,नरेंद्र यादव आदि रहे।
आजमगढ़:- माहुल में आरएसएस के स्वयं सेवकों के पथ संचलन में हुई पुष्प वर्षा,पूरे नगर में किया गया पथ संचलन

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। माहुल एवं फूलपुर नगर में राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ द्वारा जागरूकता रथ के साथ पथ संचलन किया गया।जिसमें नागरिकों ने स्वयं सेवकों पर पुष्प वर्षा किया। कार्यक्रम में सबसे पहले नगर के रामलीला मैदान में प्रभु श्री राम चन्द्र जी ,आर एस एस के संस्थापक डा केशव बलिराम हेडगेवार,सदाशिव बोलवरकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसके बाद स्वयं सेवकों का पथ संचलन आरएसएस के गणवेश में रामलीला मैदान से निकल कर शंकर तिराहे तक पहुंचा।वहा से दाए घूमते हुए जब इनका कारवां शिवाजी मेन चौक पर पहुंचा तो नागरिकों द्वारा इनके ऊपर पुष्प बरसाए गए।तत्पश्चात यह करवा आगे बढ़ा और सोमवारी और शुक्रबाजार होते हुए पुनः रामलीला मैदान में जाकर समाप्त हुआ।जहां पर सह जिला प्रचारक विनोद द्वारा इन्हें देश भक्ति और अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर उमाकांत मिश्रा, डा अविनाश पांडेय,सुजीत जायसवाल आंसू,दिलीप सिंह,विमलेश पांडेय, धरणीधर पांडेय,रानू प्रताप राणा,राम मनी यादव,संतोष पांडेय,संजय मोदनवाल,नरेंद्र यादव आदि रहे।
सीजेई पर जूता फेंकने वाले वकील पर होगी कार्रवाई, चलेगा अवमानना का केस, अटॉर्नी जनरल ने दी मंजूरी

#justicebrgavaishoethrewcaseaccusedlawyerwillfacecriminaldefamationcharges

सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले एडवोकेट की मुश्किल बढ़ सकती है। देश के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने आरोपी एडवोकेट राकेश किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी। एडवोकेट राकेश किशोर ने पिछले हफ्ते कोर्ट रूम में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी।

दिवाली की छुट्टियों के बाद सुनवाई

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने दीवाली की छुट्टियों के बाद मामला सुनवाई के लिए लगाने का निर्देश दिया है।

वकील राकेश किशोर के खिलाफ चलेगा अवमानना का केस

गुरुवार को मामला न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। वरिष्ठ वकील विकास सिंह और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को जानकारी दी कि अटॉर्नी जनरल ने कार्यवाही की अनुमति दे दी है। सिंह ने इस दौरान कहा कि 6 अक्टूबर को हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मचा हुआ है और इससे संस्थागत अखंडता और गरिमा को ठेस पहुंच रही है। जिस पर पीठ ने कहा कि अभिव्यक्ति का मौलिक अधिकार पूर्ण नहीं है और इसे दूसरों की अखंडता और गरिमा की कीमत पर नहीं छीना जा सकता।

क्या है मामला?

यह घटना 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के कोर्टरूम नंबर 1 में हुई, जब 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने सुनवाई के दौरान सीजेआ गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत एक्शन में आकर इसे विफल कर दिया। जूता फेंकने के बाद किशोर ने नारे लगाए- सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। घटना के तुरंत बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने किशोर का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

*नकराही में वारिस शाह का उर्स संपन्न,सुल्तानपुर के देवा वाले की दरगाह पर हुआ आयोजन*
सुल्तानपुर के अयोध्या-प्रयागराज बाईपास पर स्थित कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नकराही में देवा वाले की दरगाह पर वारिस शाह का उर्स शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया है। यह उर्स धार्मिक सद्भाव और एकता का प्रतीक रहा। खादिम आजाद वारसी ने बताया कि उर्स के दौरान तीन समय का लंगर चला,जहां बिना मांगे ही लोगों की सेवा की गई। दिनभर चादर पेश करने का सिलसिला जारी रहा और लंगर लगातार चलते रहे। उन्होंने इस आयोजन में प्रशासन के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। वारसी ने यह भी बताया कि उन्होंने एक मस्जिद तामीर करवाई है,जिसका नाम 'मस्जिद वारिस' है। इसका उद्घाटन देवा शरीफ ट्रस्ट के महमूद साहब ने किया और पहली नमाज भी उन्हीं की इमामत में अदा की गई। इस अवसर पर कुछ उलमा हजरात भी उपस्थित थे। डॉ. जुबेर खान,जो बिहार के गया से आए थे,ने बताया कि यह सरकार का 79वां उर्स था। उन्होंने भारतवर्ष को यह संदेश दिया कि जो लोग देश को बदनाम करने की कोशिश करते हैं और धार्मिक उन्माद का आरोप लगाते हैं, उन्हें नकराही आकर देखना चाहिए कि धार्मिक एकता किसे कहते हैं। डॉ. खान ने कहा कि पूरे विश्व में ऐसी धार्मिक एकता शायद ही कहीं देखने को मिले। यहां हर धर्म के लोग पूरे हिंदुस्तान से, बल्कि हिंदुस्तान के बाहर से भी आए और एक-दूसरे से गले मिले। उन्होंने इस धरती की धूल मिलने को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने लोग होने के बावजूद कोई समस्या नहीं थी। डॉ. खान ने बताया कि उन्होंने एक एडीएम को जूठन उठाते और प्लेटें धोते देखा। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े अधिकारी जैसे बीडीओ और एडीएम यहां आकर लोगों को खाना खिलाते हैं,दाल देते हैं,पानी पिलाते हैं और बर्तन धोते हैं। यह धार्मिक एकता और प्रेम का अद्भुत उदाहरण है।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
*अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक दीनबंधु सिंह होंगे अयोध्या दीपोत्सव-2025 के विशेष आकर्षण*
सुलतानपुर,उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग एवं पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित “अयोध्या दीपोत्सव 2025” कार्यक्रम में इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायक श्री दीनबंधु सिंह को भजन प्रस्तुत करने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। यह भव्य आयोजन 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को सायंकाल तुलसी उद्यान, अयोध्या में आयोजित होगा। कार्यक्रम में देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु, संत-महात्मा एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। भजन सम्राट दीनबंधु सिंह अपने सुमधुर स्वर में प्रभु श्रीराम, सीता माता एवं मर्यादा पुरुषोत्तम की लीलाओं से संबंधित भजनों की प्रस्तुति देंगे। उनके भजनों की मधुरता और आध्यात्मिक ऊर्जा श्रोताओं को भक्तिभाव से ओत-प्रोत कर देगी। संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष का दीपोत्सव कार्यक्रम धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। अयोध्या की पावन धरती पर दीपों की अनगिनत ज्योति और भजनों की सुरमयी गूंज अद्वितीय आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण करेगी। भजन गायक दीनबंधु सिंह ने इस अवसर पर कहा — > “अयोध्या में भजन गाना मेरे लिए केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रभु श्रीराम की नगरी में भक्ति अर्पित करने का पवित्र अवसर है। मुझे गर्व है कि संस्कृति विभाग ने मुझे इस दिव्य आयोजन में शामिल किया।” कार्यक्रम में प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं अनेक सांस्कृतिक दल भी सम्मिलित होंगे।
नैमिषारण्य में धार्मिक उत्साह: विमलानंद सरस्वती महाराज बने उत्तराधिकारी
संत समाज ने किया पट्टाभिषेकनैमिषारण्य
सीतापुर जिले के पावन तीर्थस्थल नैमिषारण्य में स्थित बाँके बिहारी रमण आश्रम के कथा प्रांगण में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन हुआ । कई प्रतिष्ठित महामंडलेश्वरों और महंतों की गरिमामयी उपस्थिति में महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती और साध्वी मुमुक्षा ने विमलानंद सरस्वती महाराज का पट्टाभिषेक कर उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया ।
यह समारोह सनातन धर्म की अमर परंपरा को मजबूत करने का प्रतीक बन गया, जहां आध्यात्मिक गुरु परंपरा की निरंतरता को सभी ने हर्षोल्लास से स्वागत किया । आचार्य महामंडलेश्वर निर्वाण पीठाधीश्वर राजगुरु स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज, महामंडलेश्वर देवेंद्रानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर विद्याचैतन्य सरस्वती तथा महामंडलेश्वर सदाशिवेंद्र सरस्वती ने विमलानंद सरस्वती महाराज को चादर ओढ़ाकर पट्टाभिषेक की रस्म पूरी की । इसके बाद 84 कोसी परिक्रमा के अध्यक्ष महंत नारायण दास, महंत बजरंग मुनि, महंत राजनारायण पांडेय, महंत सुरेश दास अवस्थी, महंत प्रीतम दास, महंत अंजनी दास, महंत मनमोहन दास, महंत पवन दास, रामानुज कुमारी माताजी, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला, विधायक रामकृष्ण भार्गव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुनेंद्र अवस्थी तथा विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष विपुल सिंह ने माल्यार्पण कर अंगवस्त्र भेंट किए । इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में संतजन और स्थानीय भक्तों की उपस्थिति ने वातावरण को दिव्य ऊर्जा से भर दिया, जो सनातन संस्कृति की जीवंतता का जीवंत प्रमाण था । यह कार्यक्रम न केवल आश्रम की परंपरा को सशक्त बनाता है, बल्कि समाज में धार्मिक एकता और आध्यात्मिक जागरण का संदेश भी देता है ।विमल मिश्र से विमलानंद बन युवाओं के बने प्रेरकसीतापुर के पावन तीर्थ नैमिषारण्य में एक युवा हृदय ने सांसारिक मोह त्यागकर आध्यात्मिक यात्रा का संकल्प लिया । बजरंगी विमल मिश्र, जो विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जानी जाते थे, अब स्वामी विमलानंद सरस्वती महाराज के नाम से सनातन धर्म की सेवा में समर्पित हो चुकी हैं । यह परिवर्तन न केवल एक व्यक्तिगत क्रांति है, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए एक जीवंत प्रेरणा स्रोत बन गया है, जो दर्शाता है कि कैसे एक साधारण जीवन से शुरू होकर आध्यात्मिक नेतृत्व तक का सफर संभव है । वीएचपी से जुड़ने के बाद वे 'बजरंगी विमल मिश्र' के नाम से प्रसिद्ध हुईं, जहां उन्होंने नैमिषारण्य की हरियाली संरक्षण, 84 कोसी परिक्रमा के आयोजन और हिंदू एकता के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । उनके सोशल मीडिया हैंडल्स पर राम भक्ति, पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक सद्भाव के संदेशों की भरमार रही, जो युवाओं को जोड़ने का माध्यम बने । लेकिन आंतरिक आह्वान ने उन्हें सांसारिक बंधनों से मुक्त होने का मार्ग दिखाया। 15 अक्टूबर 2025 को, भभूत स्नान के बाद उन्होंने स्वयं का पिंडदान कर सन्यास की दीक्षा ली, जो सनातन परंपरा की एक दुर्लभ रस्म है ।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सपनों का भारत” विषय पर संगोष्ठी
संजीव सिंह बलिया! डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सपनों का भारत विषय पर संगोष्ठी  युवाओं को प्रेरित किया गया उनके आदर्शों पर चलने के लिए रसड़ा (बलिया)। ग्राम सभा बरेबोझ में भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से विश्व प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर एक प्रेरणादायक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व ग्राम प्रधान जमशेद अंसारी द्वारा किया गया, जिसका मुख्य विषय था डॉ. कलाम के सपनों का भारत”। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने डॉ. कलाम के जीवन, उनके वैज्ञानिक योगदान और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उनके दृष्टिकोण पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम का सपना केवल एक विकसित भारत का नहीं था, बल्कि ऐसा भारत बनाने का था जहाँ हर युवा शिक्षा, विज्ञान और नैतिकता के बल पर राष्ट्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाए। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी रहे, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. कलाम का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे तकनीक, नवाचार और सकारात्मक सोच को अपनाकर “नया भारत” बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, ग्रामीण जन और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। वक्ताओं ने डॉ. कलाम के विचारों और उनके सरल जीवन से सीख लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे उनके बताए मार्ग पर चलकर भारत को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाएँगे।विशेष आकर्षण: छात्रों ने “कलाम के सपनों का भारत” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। साहित्यकारों और शिक्षाविदों ने कलाम के प्रेरक उद्धरणों को साझा किया। अंत में “विज्ञान और मानवता” पर आधारित समूह चर्चा भी हुई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर भव्य पथ संचलन का आयोजन
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया।नगरा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला का प्रथम चरण बुधवार को भव्य पथ संचलन के आयोजन के साथ संपन्न हुआ। जनता इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में प्रांत सह कार्यवाह रामबिलास जी ने भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने बौद्धिक सम्बोधन में कहा कि आरएसएस सनातन संस्कृति को लेकर 27 सितंबर 1925 को स्थापित हुआ और आज यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन चुका है। राम, कृष्ण, शंकर की तरह संघ का लक्ष्य भी स्पष्ट और समर्पित है, जो भारत को उसकी परम वैभव प्राप्ति की ओर ले जाएगा।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पथ संचलन था, जो जनता इंटर कालेज से प्रारंभ होकर भगवान ध्वज के साथ स्वयंसेवकों की कतारबद्ध रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए फिर इंटर कालेज में समाप्त हुआ। रैली ने रसड़ा रोड हनुमान मंदिर, घोसी रोड के सरस्वती शिशु मंदिर मोड़, बेल्थरा रोड मार्ग के स्टैण्ड और सिकंदरपुर मार्ग के काली मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से होकर गुजरते हुए नगरवासियों का उत्साह बढ़ाया।इस आयोजन में बजरंगी सिंह, ब्रिजेश पाल, छट्ठू राम, राधेश्याम सिंह, सौरभ किशोर, राजीव सिंह चन्देल, डीएन प्रजापति, देवा भाई, सूर्य प्रकाश सिंह पप्पू, अजय सैनी, दिनेश राजभर, उमा सैनी, अमरेन्द्र सोनी, संतोष पाण्डेय, धर्मराज सिंह विक्की, चन्द्र भूषण टिन्कू सिंह सहित अनेक वरिष्ठ स्वयंसेवक और कार्यकर्ता उपस्थित थे।यह भव्य पथ संचलन शताब्दी वर्ष के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता और स्थानीय एकता का प्रतीक बना। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम ने नगर में राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को और मजबूत किया।शताब्दी वर्ष की इस शुरुआत के साथ ही संगठन के अगले चरण के कार्यक्रमों की उम्मीद बनी हुई है, जिनमें सामाजिक सेवा, सांस्कृतिक एवं सामूहिक कार्यक्रम शामिल होंगे
आजमगढ़:-आरएसएस के स्वयं सेवकों द्वारा किया गया पथ संचलन, नगरवासियों द्वारा की गई पुष्प वर्षा

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। माहुल एवं फूलपुर नगर में राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ द्वारा जागरूकता रथ के साथ पथ संचलन किया गया।जिसमें नागरिकों ने स्वयं सेवकों पर पुष्प वर्षा किया। कार्यक्रम में सबसे पहले नगर के रामलीला मैदान में प्रभु श्री राम चन्द्र जी ,आर एस एस के संस्थापक डा केशव बलिराम हेडगेवार,सदाशिव बोलवरकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसके बाद स्वयं सेवकों का पथ संचलन आरएसएस के गणवेश में रामलीला मैदान से निकल कर शंकर तिराहे तक पहुंचा।वहा से दाए घूमते हुए जब इनका कारवां शिवाजी मेन चौक पर पहुंचा तो नागरिकों द्वारा इनके ऊपर पुष्प बरसाए गए।तत्पश्चात यह करवा आगे बढ़ा और सोमवारी और शुक्रबाजार होते हुए पुनः रामलीला मैदान में जाकर समाप्त हुआ।जहां पर सह जिला प्रचारक विनोद द्वारा इन्हें देश भक्ति और अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर उमाकांत मिश्रा, डा अविनाश पांडेय,सुजीत जायसवाल आंसू,दिलीप सिंह,विमलेश पांडेय, धरणीधर पांडेय,रानू प्रताप राणा,राम मनी यादव,संतोष पांडेय,संजय मोदनवाल,नरेंद्र यादव आदि रहे।
आजमगढ़:- माहुल में आरएसएस के स्वयं सेवकों के पथ संचलन में हुई पुष्प वर्षा,पूरे नगर में किया गया पथ संचलन

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। माहुल एवं फूलपुर नगर में राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ द्वारा जागरूकता रथ के साथ पथ संचलन किया गया।जिसमें नागरिकों ने स्वयं सेवकों पर पुष्प वर्षा किया। कार्यक्रम में सबसे पहले नगर के रामलीला मैदान में प्रभु श्री राम चन्द्र जी ,आर एस एस के संस्थापक डा केशव बलिराम हेडगेवार,सदाशिव बोलवरकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसके बाद स्वयं सेवकों का पथ संचलन आरएसएस के गणवेश में रामलीला मैदान से निकल कर शंकर तिराहे तक पहुंचा।वहा से दाए घूमते हुए जब इनका कारवां शिवाजी मेन चौक पर पहुंचा तो नागरिकों द्वारा इनके ऊपर पुष्प बरसाए गए।तत्पश्चात यह करवा आगे बढ़ा और सोमवारी और शुक्रबाजार होते हुए पुनः रामलीला मैदान में जाकर समाप्त हुआ।जहां पर सह जिला प्रचारक विनोद द्वारा इन्हें देश भक्ति और अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर उमाकांत मिश्रा, डा अविनाश पांडेय,सुजीत जायसवाल आंसू,दिलीप सिंह,विमलेश पांडेय, धरणीधर पांडेय,रानू प्रताप राणा,राम मनी यादव,संतोष पांडेय,संजय मोदनवाल,नरेंद्र यादव आदि रहे।
सीजेई पर जूता फेंकने वाले वकील पर होगी कार्रवाई, चलेगा अवमानना का केस, अटॉर्नी जनरल ने दी मंजूरी

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सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले एडवोकेट की मुश्किल बढ़ सकती है। देश के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने आरोपी एडवोकेट राकेश किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी। एडवोकेट राकेश किशोर ने पिछले हफ्ते कोर्ट रूम में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी।

दिवाली की छुट्टियों के बाद सुनवाई

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने दीवाली की छुट्टियों के बाद मामला सुनवाई के लिए लगाने का निर्देश दिया है।

वकील राकेश किशोर के खिलाफ चलेगा अवमानना का केस

गुरुवार को मामला न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। वरिष्ठ वकील विकास सिंह और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को जानकारी दी कि अटॉर्नी जनरल ने कार्यवाही की अनुमति दे दी है। सिंह ने इस दौरान कहा कि 6 अक्टूबर को हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मचा हुआ है और इससे संस्थागत अखंडता और गरिमा को ठेस पहुंच रही है। जिस पर पीठ ने कहा कि अभिव्यक्ति का मौलिक अधिकार पूर्ण नहीं है और इसे दूसरों की अखंडता और गरिमा की कीमत पर नहीं छीना जा सकता।

क्या है मामला?

यह घटना 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के कोर्टरूम नंबर 1 में हुई, जब 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने सुनवाई के दौरान सीजेआ गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत एक्शन में आकर इसे विफल कर दिया। जूता फेंकने के बाद किशोर ने नारे लगाए- सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। घटना के तुरंत बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने किशोर का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

*नकराही में वारिस शाह का उर्स संपन्न,सुल्तानपुर के देवा वाले की दरगाह पर हुआ आयोजन*
सुल्तानपुर के अयोध्या-प्रयागराज बाईपास पर स्थित कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नकराही में देवा वाले की दरगाह पर वारिस शाह का उर्स शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया है। यह उर्स धार्मिक सद्भाव और एकता का प्रतीक रहा। खादिम आजाद वारसी ने बताया कि उर्स के दौरान तीन समय का लंगर चला,जहां बिना मांगे ही लोगों की सेवा की गई। दिनभर चादर पेश करने का सिलसिला जारी रहा और लंगर लगातार चलते रहे। उन्होंने इस आयोजन में प्रशासन के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। वारसी ने यह भी बताया कि उन्होंने एक मस्जिद तामीर करवाई है,जिसका नाम 'मस्जिद वारिस' है। इसका उद्घाटन देवा शरीफ ट्रस्ट के महमूद साहब ने किया और पहली नमाज भी उन्हीं की इमामत में अदा की गई। इस अवसर पर कुछ उलमा हजरात भी उपस्थित थे। डॉ. जुबेर खान,जो बिहार के गया से आए थे,ने बताया कि यह सरकार का 79वां उर्स था। उन्होंने भारतवर्ष को यह संदेश दिया कि जो लोग देश को बदनाम करने की कोशिश करते हैं और धार्मिक उन्माद का आरोप लगाते हैं, उन्हें नकराही आकर देखना चाहिए कि धार्मिक एकता किसे कहते हैं। डॉ. खान ने कहा कि पूरे विश्व में ऐसी धार्मिक एकता शायद ही कहीं देखने को मिले। यहां हर धर्म के लोग पूरे हिंदुस्तान से, बल्कि हिंदुस्तान के बाहर से भी आए और एक-दूसरे से गले मिले। उन्होंने इस धरती की धूल मिलने को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने लोग होने के बावजूद कोई समस्या नहीं थी। डॉ. खान ने बताया कि उन्होंने एक एडीएम को जूठन उठाते और प्लेटें धोते देखा। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े अधिकारी जैसे बीडीओ और एडीएम यहां आकर लोगों को खाना खिलाते हैं,दाल देते हैं,पानी पिलाते हैं और बर्तन धोते हैं। यह धार्मिक एकता और प्रेम का अद्भुत उदाहरण है।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
*अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक दीनबंधु सिंह होंगे अयोध्या दीपोत्सव-2025 के विशेष आकर्षण*
सुलतानपुर,उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग एवं पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित “अयोध्या दीपोत्सव 2025” कार्यक्रम में इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायक श्री दीनबंधु सिंह को भजन प्रस्तुत करने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। यह भव्य आयोजन 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को सायंकाल तुलसी उद्यान, अयोध्या में आयोजित होगा। कार्यक्रम में देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु, संत-महात्मा एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। भजन सम्राट दीनबंधु सिंह अपने सुमधुर स्वर में प्रभु श्रीराम, सीता माता एवं मर्यादा पुरुषोत्तम की लीलाओं से संबंधित भजनों की प्रस्तुति देंगे। उनके भजनों की मधुरता और आध्यात्मिक ऊर्जा श्रोताओं को भक्तिभाव से ओत-प्रोत कर देगी। संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष का दीपोत्सव कार्यक्रम धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। अयोध्या की पावन धरती पर दीपों की अनगिनत ज्योति और भजनों की सुरमयी गूंज अद्वितीय आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण करेगी। भजन गायक दीनबंधु सिंह ने इस अवसर पर कहा — > “अयोध्या में भजन गाना मेरे लिए केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रभु श्रीराम की नगरी में भक्ति अर्पित करने का पवित्र अवसर है। मुझे गर्व है कि संस्कृति विभाग ने मुझे इस दिव्य आयोजन में शामिल किया।” कार्यक्रम में प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं अनेक सांस्कृतिक दल भी सम्मिलित होंगे।