सम्राट अशोक लाट का भव्य अनावरण.विविध कार्यक्रम का आयोजन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा के विकास खण्ड उरुवा क्षेत्र के गोसौरा खुर्द गांव में रविवार को धर्म इतिहास और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।यहां सम्राट अशोक के भव्य लाट स्तम्भ के साथ समाजसेवी जगन्नाथ कुशवाहा के मूर्ति का अनावरण बड़े ही शालीन और सांस्कृतिक माहौल में किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी के प्रदेश सचिव व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी फूलपुर अमरनाथ मौर्या ने शामिल होकर सम्राट अशोक के लाट पर माल्यार्पण किया और लोगो को सामाजिक एकता तथा बौद्ध विचारधारा के महत्व पर प्रेरित किया।मुख्य आकर्षण रहे मेजा के विधायक संदीप पटेल जिन्होंने विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचकर इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बने।अनावरण समारोह के दौरान विधायक संदीप पटेल ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्राट अशोक का इतिहास केवल भारतीय संस्कृति की पहचान नही बल्कि करुणा शांति और मानवता का सन्देश देने वाला महान आदर्श है।उन्होने कार्यक्रम में मौजूद बड़ी संख्या में ग्रामीणों के बीच क्षेत्र की समस्याओ को भी गम्भीरता से उठाया।उन्होने कहा कि मेजा विधानसभा क्षेत्र में सड़क स्वास्थ्य सिंचाई और शिक्षा जैसी कई बुनियादी जरूरतो पर लगातार कार्य किया जा रहा है।

उन्होने लोगो से संवाद करते हुए बताया कि एसआईआर योजना के माध्यम से मतदाता पहचान के लिए बीएलओ से पत्रक लेकर स्वयं भरने की बात कही।कहा कि उनकी पार्टी क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है।विधायक ने कहा कि जनता की समस्याएं उनकी प्राथमिकता है और जिस भी गांव कस्बे या इलाके से शिकायते आ रही है उन्हे दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियो को निर्देशित किया जा रहा है।कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित लोगो ने भी विधायक के समक्ष अपनी स्थानीय शिकायते और सुझाव रखे जिन पर उन्होने सकारात्मक आश्वासन दिया।अनावरण कार्यक्रम के आयोजक रहे बबलू कुशवाहा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।उन्होने अपने समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए बौद्ध धर्म की शिक्षाओ पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने बताया कि बुद्ध के सिद्धान्त—अहिंसा समानता सत्य और करुणा—आज भी समाज को एकजुट रखने की शक्ति रखते है।

बबलू कुशवाहा ने युवाओ से अपील की कि वे अपने इतिहास संस्कृति और अपनी जड़ो को समझे तभी समाज में एकता जागरूकता और विकास दोनो सम्भव है।ग्रामीणो द्वारा इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि सम्राट अशोक लाट का अनावरण गांव के लिए ऐतिहासिक महत्व का दिन है। इससे न सिर्फ गांव का गौरव बढ़ेगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी अपने इतिहास संस्कृति और बौद्ध धरोहर के प्रति प्रेरणा मिलेगी।कार्यक्रम का संचालन प्रेमचन्द यादव ने किया।अंत में कार्यक्रम का समापन जय-जयकार माल्यार्पण और सांस्कृतिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। ग्रामीणों ने इस आयोजन को यादगार बताते हुए आयोजको और अतिथियो का आभार व्यक्त किया।

इस दौरान समाजवादी के यमुनापार जिलाध्यक्ष पप्पू लाल निषाद समाजवादी पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव लालचन्द कुशवाहा सपा नेता दिलावर सिंह सेवानिवृत्त सीओ शिवराम कुशवाहा डॉ संतोष मौर्य लव कुश मौर्य कृष्णनाथ पाठक लालमनि सूर्यमनि देवी प्रसाद नचकऊ प्रसाद नयन कुशवाहा रंजीत रोहित नीरज धीरज सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
क्षेत्र का विकास हमारी पहली प्राथमिकता.महापौर गणेश केसरवानी।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।महापौर ने चन्द्रलोक राजश्री टंडन मंडपम एवं मंसूर अली पार्क में दो वार्ड में दो ट्यूबवेल का किया लोकार्पण लगभग 35000 घरों को मिलेगा शुद्ध पेयजल मुट्ठीगंज घिसई का हाता में 8 रुपए की लागत से आरसीसी रोड का किया लोकार्पण क्षेत्र की जनता को समर्पित किया महापौर गणेश केसरवानी ने दिन शुक्रवार को चन्द्रलोक राजश्री टंडन मंडपम के समीप और मंसूर अली पार्क में दो ट्यूबवेल का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होने मुट्ठीगंज घिसई का हाता में 8 लाख रुपए की लागत से आर सी सी रोड का लोकार्पण भी किया।इस अवसर पर महापौर ने क्षेत्रवासियो को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन विकास कार्यो से क्षेत्र के निवासियो को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।ट्यूबवेल का लोकार्पण महापौर ने चंद्रलोक राजश्री टंडन मंडपम के समीप और मंसूर अली पार्क में बड़े ट्यूबवेल का लोकार्पण किया जिससे क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान होगा।रोड का लोकार्पण महापौर ने मुट्ठीगंज घिसाई का हाता में 8 लाख रुपए की लागत से रोड का लोकार्पण किया जिससे क्षेत्र के निवासियो को आवागमन में सुविधा होगी।महापौर ने कहा कि नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है महापौर ने कहा कि क्षेत्रवासियो की समस्याओ का समाधान करना उनकी प्राथमिकता है इस रोड के निर्माण से क्षेत्र के निवासियो को आवागमन में सुविधा होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा महापौर ने कहा कि नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है महापौर ने कहा कि क्षेत्रवासियो की समस्याओ का समाधान करना हमारी प्राथमिकता है।इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद कुसुम लता गुप्ता रमीज अहसन महाप्रबन्धक जलकर कुमार गौरव अधिशासी अभियन्ता जलकर सौरभ जोनल अधिकारी संजय मग्मई सहायक अभियन्ता सीएनडी एक्स मिथलेश मण्डल वरिष्ठ नेता नवरत्न कत्याल अध्यक्ष अपूर्वा चन्द्रा अमित गुप्ता पूर्व मंडल अध्यक्ष गौरव गुप्ता दिनेश विश्वकर्मा आलोक वैश्य विष्णु त्रिपाठी मोहम्मद सदमान भरत केसरी हिमालय सोनकर रितिका मारवा सीमा बिहारी रेखा सिंह सीमा केसरी प्रियंका केसरवानी राम सुरेन्द्र कुमार श्याम दिनेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

जंगल में दफन हुई छात्रा की मिली लाश.फैली सनसनी

पहचान:जी जी आई सी कटरा की छात्रा.जाच में जुटी पुलिस

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।गंगापार मे थरवई थाना क्षेत्र अन्तर्गत लखरावां गांव में जमीन के अन्दर दफन की गई लाश की हुई पहचान।लाश राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा की 11वी की छात्रा साक्षी यादव उम्र लगभग 17 वर्ष के रुप में पहचान हुई।साक्षी यादव शहर के कैन्ट इलाके में अपने फूफा के यहां रहकर पढ़ाई करती थी।10 नवम्बर को भी वह बैग लेकर स्कूल के लिए निकली थी लेकिन लौटकर नही आई।पांच दिन बाद उसकी लाश थरवई के जंगल मे जमीन के अन्दर दबी हुई पाई गई।

थरवई थाना क्षेत्र के लखरावां गांव में सूनसान जंगल में शनिवार को जमीन में दफन मिली लाश की पहचान किया गया।राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा प्रयागराज की 11वी की छात्रा थी।वह मूल रूप से सोरांव थाना क्षेत्र के बनकट गांव की रहने वाली थी। वह शहर के कैन्ट इलाके में अपने फूफा श्यामलाल यादव के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी।परिवार वालो ने बताया की घटना से पांच दिन पहले वह स्कूल के लिए निकली थी लेकिन लौटकर घर नही आई।

परिजनो ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज कराई गई थी।शनिवार को उसकी लाश लखरावां के सूनसान जंगल में मिली।पुलिस ने इस मामले की छानबीन में जुट गई है शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भेज दिया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सोरांव थाना क्षेत्र के बनकट गांव के निवासी ज्ञानेन्द्र कुमार यादव की पुत्री साक्षी उम्र लगभग 17अपने फूफा श्यामलाल यादव निवासी कैन्ट प्रयागराज के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी।वह राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा में 11वी की छात्रा थी।रोज की तरह वह 10 नवम्बर को भी बैग लेकर स्कूल के निकली थी लेकिन लौटकर घर नही आई।

छात्रा के फूफा श्यामलाल ने बहुत खोजबीन की लेकिन छात्रा का कही पता नही चला फिर उसके पैतृक घर सोरांव मे भी पता लगवाया गया लेकिन साक्षी का वहां से भी कुछ पता नही लगा।इसके बाद उन्होने कैन्ट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराया गया।साक्षी का शव शनिवार को थरवई थाना क्षेत्र के लखरावां गांव के बाहर सूनसान जंगल में पाया गया।शव को जमीन के अन्दर दबा दिया गया था। सुबह उधर से गुजर रहे कुछ बच्चो ने कुत्तो को मट्टी खोदते हुए देखा उसके बाद जमीन के अन्दर से एक हाथ निकला।यह देख बच्चे डर गए।इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणो की भीड़ जुट गई।मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खोदवाकर बाहर निकलवाया।

छात्रा के शरीर पर लैगिंग और टीशर्ट थी।उसके दोनो पैर दुपट्टे से बंधे हुए थे।घटनास्थल से कुछ दूर पर स्पोर्ट शूज भी मिला।पुलिस ने खोजी कुत्ते की मदद से छानबीन शुरू की तो घटना स्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर युवती का स्कूल बैग भी पड़ा मिला था। जिसमें कॉपी-किताब और पेन के अलावा छात्रा का आधार कार्ड मिला शीशा और सिन्दूर की डिबिया मिली।सोशल मीडिया पर शव मिलने की सूचना पर थाने पहुंचे छात्रा के फूफा श्यामलाल यादव ने शव की पहचान किया।सुचना पर परिजनो ने रोते बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंचे।स्थानीय पुलिस ने जांच पड़ताल में जुटी हुई।

देशभक्ति के नारों, भारत माता की जय, के जयकारे लगाते हुए हिंदुओं को संगठित होने की अपील की गई

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा के समर्थन में नगर के श्री रामलीला मैदान स्थित पक्का तालाब तीर्थ से रविवार को सनातन हिंदू एकता पदयात्रा अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय महिला परिषद, राष्ट्रीय किसान परिषद के तत्वावधान में निकाली गई जिसमें देशभक्ति के नारों, भारत माता की जय, के जयकारे लगाते हुए हिंदुओं को संगठित होने की अपील की गई, यह पदयात्रा पक्का तालाब तीर्थ से प्रारंभ होकर लहरपुर गेट, शहर बाजार, गुरखेत बाजार, मजाशाह, जोशी ताल, केसरीगंज भ्रमण करते हुए तहसील, खत्रियाना चौराहा होते हुए पुनः पक्के तालाब तीर्थ पर शांति मंत्र का जाप कर समापन किया गया। इस मौके पर उपस्थित भारी संख्या में हिंदू धर्मावलंबियों ने गेट पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। यात्रा में मां यमुना के शुद्धिकरण, भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने, गौ माता को राष्ट्र माता, ब्रज परिसर को पुराना स्वरूप, अवैध धर्मांतरण एवं लव जिहाद पर अंकुश, सामाजिक समरसता के संकल्प लिए गए। इस मौके पर राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष आशुतोष वर्मा, विभाग संगठन मंत्री रमाकांत अवस्थी, नरेंद्र कुमार, किसान परिषद जिला अध्यक्ष कृपा शंकर, जितेंद्र वर्मा, बजरंग दल जिला मंत्री नीरज, बजरंग दल जिला कार्य अध्यक्ष सीनू मिश्रा बजरंगी, सहसंयोजक बजरंग दल अमन वर्मा, सतीश मिश्रा, प्रखंड मंत्री आलोक वर्मा, राष्ट्रीय मजदूर परिषद शिव शंकर शुक्ला, राहुल मिश्रा, अंकित गुप्ता, केशवराम, जगदीश पुजारी, अमरीश, वंदना कश्यप, मुस्कान कश्यप सावित्री, अंजलि, रीना, नीलम, चंद्रकली, राधारानी, पूर्णिमा सहित भारी संख्या में महिलाएं व हिंदू धर्मावलंबियों ने प्रतिभाग किया।

भारत मंडपम में गूँजी सनातन की अलख : 300 से अधिक संतों की दिव्य उपस्थिति में सम्पन्न हुआ भव्य ‘सनातन संत सम्मेलन–2025’

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सनातन इंटेलिजेंस: सच्ची, अच्छी और वास्तविक जानकारी का नया स्तंभ-सनातन संत सम्मेलन में हुआ भव्य उद्घोष

सनातन जागेगा तो भारत बचेगा-परम पूज्य स्वामी गोविन्द देव जी महराज

सनातन है तो संसार वसुधैव कुटुंब है और सर्वे भवन्तु सुखिन से विश्व में मानवता है - जैन मुनि आचार्य लोकेश जी

सनातन को अपने घर भारत को पहले अंदर से ठीक करना होगा - देवकीनंदन जी महराज

विश्व की चेतना का केंद्र है सनातन - पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी

अमरेश द्विवेदी

दिल्ली। प्रगति मैदान, नई दिल्ली के भारत मंडपम में ॐ सनातन न्यास द्वारा सनातन संत सम्मेलन–2025 दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा, अद्भुत भव्यता और राष्ट्रीय भाव से ओतप्रोत माहौल के साथ सम्पन्न हुआ।

राष्ट्रसंत परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की पावन अध्यक्षता में आयोजित इस विराट सम्मेलन में देशभर से 300 से अधिक प्रमुख संतों की उपस्थिति ने इसे सनातन संस्कृति का ऐतिहासिक पर्व बना दिया।

इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य था, सनातन संस्कृति के संरक्षण–संवर्धन, उसकी गौरवपूर्ण परंपराओं के पुनर्जागरण और भारतीय समाज में सांस्कृतिक मूल्यों के पुनः प्रतिष्ठापन का संदेश जन-जन तक पहुँचाना।

स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने अपने आशीषपूर्ण उद्बोधन में कहा कि-“समय की मांग है कि हम सभी एक होकर सनातन को विश्वभर में पुनर्स्थापित करें। यह संस्कृति केवल परंपरा नहीं, बल्कि मानवता का मार्ग है। इसे आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त रूप में पहुँचाना हम सभी का कर्तव्य है।” उन्होंने सभी संतों एवं उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए एकता, प्रेम और सामाजिक जागरण का संदेश दिया। सभी संतों ने एक स्वर में कहा कि—“सनातन संस्कृति शाश्वत है, समावेशी है और विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।”

परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में एकल अभियान – भारत लोक शिक्षा परिषद को “सनातन रत्न सम्मान” प्रदान किया गया। साथ ही तीन अन्य प्रमुख संस्थाओं को “सनातन गौरव सम्मान” से अलंकृत किया गया।

जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि जी (विश्व शांति दूत) ने वैश्विक चुनौतियों पर सारगर्भित विचार रखते हुए कहा कि सनातन संस्कृति ही मानवता को शांति, सद्भाव और समाधान का मार्ग दिखा सकती है।

प्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने सनातन धर्म की एकता और शक्ति पर प्रेरणादायी संदेश दिया तथा समाज में आध्यात्मिक जागरण की अलख जगाई।

श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सलाहकार सरदार परमजीत सिंह जी ने युवाओं को सनातन जीवन-मूल्यों से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सभी को राष्ट्र एकता और सद्भाव के लिए प्रेरित किया।

महंत रवींद्र पूरी जी महाराज ने राष्ट्र और संस्कृति के उत्थान में संत समाज की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए अपने ओजस्वी उद्बोधन से सभी को प्रेरित किया।

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने राष्ट्रीय एकता, प्राकृतिक संरक्षण, मानव सेवा और सनातन के संरक्षण-संवर्धन का सारगर्भित संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “सनातन न तो आरंभ हुआ, न कभी समाप्त होगा — यह अनादि, अनंत और विश्व कल्याण की आधारशिला है।” स्वामी जी ने मानवता को प्रेम, करुणा और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

इस राष्ट्रीय आयोजन में भारत सहित विदेशों से भी ब्यूरोक्रेट्स, ज्यूडिशरी के वरिष्ठ सदस्य, उद्योगपति, समाजसेवी, शिक्षाविद, वैज्ञानिक एवं शोधकर्ता शामिल हुए, जिससे यह सम्मेलन एक विचार–संवाद और संस्कृति–संवर्धन का वैश्विक मंच बन गया।

पूरे कार्यक्रम का संचालन नीरज रायजादा जी और युवा चेहरा सुश्री स्मृति कुच्छल जी ने अत्यंत सौम्यता, संतुलन और गरिमा के साथ किया। वहीं कई विद्यालयों के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित संतों व अतिथियों को भावविभोर कर दिया। बच्चों की वेशभूषा, नृत्य और संगीत ने मानो सनातन परंपरा को पुनः सजीव कर दिया।

इस भव्य सम्मेलन का समापन संत समाज द्वारा

सनातन के पुनर्जागरण, राष्ट्र के उत्थान, और भावी पीढ़ियों तक सांस्कृतिक विरासत के संवहन के संकल्प के साथ हुआ। यह दिव्य आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारत की आत्मा—सनातन संस्कृति—का महापर्व बनकर उपस्थित हुआ, जिसकी गूंज आने वाले समय में विश्वभर में प्रेरणा का प्रकाश बनेगी।

“यूके नागरिक मदरसा शिक्षक के वेतन में नियमविरुद्ध बढ़ोतरी, यूपी अधिकारियों पर शिकंजा!”
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों की बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। ब्रिटेन में रहने वाले आजमगढ़ के मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खां के वेतन, पेंशन और अन्य भुगतानों में नियमों के उल्लंघन के आरोपों के चलते तीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) जांच के घेरे में हैं।ये अधिकारी अलग-अलग समय पर आजमगढ़ में तैनात रहे और वर्तमान में क्रमशः बरेली, अमेठी और गाजियाबाद में डीएमओ के पद पर कार्यरत हैं। शासन को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी गई है। मामले की जांच यूपी एटीएस कर रही है, जिसने कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर किए हैं।

शमशुल 1984 में मदरसा में आलिया पद पर नियुक्त थे

सूत्रों के अनुसार जांच में पाया गया कि शमशुल हुदा खां 12 जुलाई 1984 को मदरसा दारूल उलूम अहले, सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर (आजमगढ़) में सहायक अध्यापक (आलिया) के पद पर नियुक्त हुए थे। इसके बाद 2007 से वह ब्रिटेन में रहने लगे और 19 दिसंबर 2013 को ब्रिटिश नागरिकता हासिल कर ली।जांच में यह भी सामने आया कि 2007 से 2017 तक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने उनकी सेवा पुस्तिका की जांच किए बिना प्रति वर्ष वेतन वृद्धि जारी रखी, और 1 अगस्त 2017 को उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान कर पेंशन भी स्वीकृत कर दी। एटीएस ने बताया कि शमशुल हुदा खां ब्रिटिश नागरिकता लेने के बाद विभिन्न देशों में यात्रा करते हुए इस्लाम धर्म का प्रचार कर रहे हैं।

जीपीएफ भुगतान पर हरस्ताक्षर करने वाले अधिकारी भी जांच के दायरे में

यूपी एटीएस ने मामले में पाया कि शमशुल के वेतन, चिकित्सा अवकाश और अन्य भुगतानों के लिए मदरसे के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के साथ-साथ आजमगढ़ के तत्कालीन डीएमओ लालमन, प्रभात कुमार और साहित्य निकत सिंह जिम्मेदार हैं। इस पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।साथ ही, शमशुल की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति फाइल और जीपीएफ भुगतान पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लिया गया है। फिलहाल, इन अधिकारियों के खिलाफ अधिकारिक कार्रवाई के परिणाम स्पष्ट नहीं हुए हैं, इसलिए उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।इस मामले ने यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में लंबे समय से चल रही नियमावली उल्लंघन और जवाबदेही के सवाल को फिर से उजागर कर दिया है।
दिल्ली ब्लास्ट में फंसी डॉ. शाहीन : जैश-ए-मोहम्मद से 10 साल का खतरनाक कनेक्शन और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की रहस्यमयी गतिविधियां भी उजागर
लखनऊ । दिल्ली ब्लास्ट के एक सनसनीखेज मामले में लखनऊ की डॉ. शाहीन ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। सिर्फ एक गायब डॉक्टर का मामला नहीं, बल्कि 10 साल से पाक समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में सक्रिय शाहीन अब अंतरराष्ट्रीय संपर्क और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के गहरे रहस्यों के केंद्र में हैं।

सात बैंक खाते, लेनदेन पर एजेंसियों की नजर

सुरक्षा एजेंसियों को डॉ. शाहीन के सात बैंक खातों का पता चला है कानपुर में तीन, लखनऊ में दो और दिल्ली में दो। इन खातों में हुए लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है। एजेंसियां मानती हैं कि खातों में लेनदेन करने वालों का पता चलने पर बड़ा खुलासा हो सकता है।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से गायब होने की कहानी

डॉ. शाहीन ने जनवरी से अक्टूबर 2025 तक कितनी बार मेडिकल कॉलेज का दौरा किया, किससे मुलाकात की, कहां रुकी सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वह सामान्य महिला फैकल्टी की तरह काम करती थी, छुट्टियां कम लेती और बच्चा लेकर अस्पताल आती। दिसंबर 2013 में उसने अचानक एचओडी का कार्यभार सहयोगी को सौंप दिया और लौटकर नहीं आई। लगातार नोटिस और पत्राचार के बाद भी जवाब नहीं मिला। 2016 में उसके पंजीकृत पते पर कर्मचारी भेजे गए, लेकिन पता गलत निकला। अंततः 2021 में उसे बर्खास्त कर दिया गया।

डा. शाहीने के साथी डॉक्टर भी लापता

डॉ. शाहीन अकेली नहीं थी। मेडिकल कॉलेज से कुल सात डॉक्टर लापता हो गए थे, जिनमें फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, मेडिसिन और सर्जरी विभाग के डॉक्टर शामिल हैं। सभी को नोटिस देने के बाद बर्खास्त किया गया था। एजेंसियां अब उनकी वर्तमान लोकेशन, कॉलेज में व्यवहार और बर्खास्तगी से जुड़े रिकॉर्ड खंगाल रही हैं।

भाई डॉ. परवेज कानपुर शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे

एजेंसियों के अनुसार, शाहीन लंबे समय तक कानपुर और आसपास रही। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठन के संपर्क में रही और कई देशों में इस्लाम धर्म का प्रचार कर रही है। उसके भाई डॉ. परवेज कानपुर में सक्रिय रहे और शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डॉ. परवेज कब-कब शहर आया और किन लोगों से संपर्क में रहा।

स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू

शाहीन के नेटवर्क का पता लगाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू किया गया है। इन एनजीओ को मिलने वाली फंडिंग, खातों के लेनदेन और अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा शहर में आने वाले 31 कश्मीरी व्यापारी जो संवेदनशील इलाकों में कमरे किराये पर लेकर रहते हैं, उनका भी सत्यापन किया जा रहा है।

यह पूरा मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं

एजेंसियों का मानना है कि डॉ. शाहीन का मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं है। उसके संपर्क और वित्तीय लेनदेन के पीछे व्यापक नेटवर्क सामने आ सकता है। कानपुर और लखनऊ के बैंक खातों से जुड़े हर छोटे-से-छोटे ट्रांज़ैक्शन पर नजर रखी जा रही है, ताकि संगठन से जुड़े लोगों की पहचान की जा सके। इस सनसनीखेज मामले ने अब तक के मेडिकल कॉलेज इतिहास और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में एक नई दिशा दे दी है।

डॉ. शाहीन के 10 साल से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी होने का खुलासा

बता दें कि 10 नवंबर को लाल किला के पास हुए ब्लास्ट मामले में नाम आने वाली लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद पर अब तक की जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) सूत्रों का कहना है कि डॉ. शाहीन लगभग 10 साल से पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, शाहीन ने 2015 में जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क किया और पहले एक साल तक संगठन को संवेदनशील सूचनाएं भेजने का काम किया। 2016 में वह संगठन की सक्रिय सदस्य बन गई। इसके बाद से वह लगातार संगठन के नेटवर्क में रही और एजेंसियों के लिए चुनौती बनी।

पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, इस पता लगाने में जुटीं एजेंसियां

सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, किन लोगों से संपर्क में आई और उसके नेटवर्क में कौन-कौन शामिल रहा। एजेंसियां उसके बैंक लेनदेन, संपर्क और वित्तीय सहयोगियों की भी गहन जांच कर रही हैं।डॉ. शाहीन का नाम दिल्ली में हुए ब्लास्ट मामले में आने के बाद उसकी गतिविधियों की गहन पड़ताल शुरू की गई है। एजेंसियों का मानना है कि संगठन के लिए उसकी भूमिका केवल जानकारी पहुंचाने तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसने सक्रिय रूप से संगठन के लिए सहयोग और नेटवर्क फैलाने में मदद की।NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां डॉ. शाहीन के पूरे नेटवर्क को पकड़ने और उसके सहयोगियों की पहचान करने के लिए संवेदनशील खुफिया जांच कर रही हैं।
नवानगर प्रखंड में ‘रन फॉर हेल्थ’ का भव्य आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
संजीव सिंह रसड़ा (बलिया)। संस्कार सप्ताह के अंतर्गत नवानगर प्रखंड में रविवार को ‘रन फॉर हेल्थ’ (स्वास्थ्य के लिए दौड़) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।कार्यक्रम में बलिया विभाग संयोजक श्रीमान दीपक गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे, जबकि सिकंदरपुर एसओ श्रीमान S.N. पाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला संयोजक श्रीमान प्रतीक राय ने किया।इस अवसर पर जिला सुरक्षा प्रमुख सोनू गुप्ता, जिला कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख सतीश भारद्वाज, नवानगर प्रखंड संयोजक सुमित भारद्वाज तथा रसड़ा नगर संयोजक आशीष मौर्य मौजूद रहे।दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अखिलेश कुमार (ग्राम लक्ष्मीपुर, पोस्ट लीलकर, जिला बलिया), द्वितीय स्थान विष्णु राजभर (ग्राम थरिवर, पोस्ट जाय, जिला बलिया) तथा तृतीय स्थान किशन कुमार (ग्राम हैय्या टोला, पोस्ट खेवसड़, जिला बलिया) ने प्राप्त किया। कुल 59 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में पंजीकरण कराया था।कार्यक्रम के सफल आयोजन में बजरंगी, सचिन पांडे, आशु, शिवम, मन्नू, संजीत, रंजीत, कविंद्र, आदित्य, कृष्णा, मिथलेश, सिद्धराज सहित अन्य कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।रिपोर्ट – प्रतीक राय, जिला संयोजक रसड़ा
आजमगढ़: सिद्ध पीठ मां सिद्धेश्वरी धाम पर राम कथा का भंडारे के साथ हुआ समापन , जयकारों से गूंजी दिशाएं
आजमगढ़। मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिधौना ग्राम सभा में स्थित बांवन गांव कूबां की अधिष्ठात्री देवी मां सिद्धेश्वरी देवी मंदिर के पावन स्थल पर भव्य राम कथा की शुरुआत 10 नवंबर से शुरू होकर 14 नवंबर दिन शुक्रवार तक चला और शनिवार को विशाल भंडारे के साथ कथा का समापन हुआ ।कथावाचक पूज्य विश्वम्भर महराज जी राम कथा कहे। राम कथा को सुनने के लिए दूर दराज गांवों से भक्तगण आये और श्रद्धा भक्ति विश्वास तन मन धन से भक्तिमय होकर कथा को सुने। जब तक राम कथा हुआ पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। भंडारे में हजारों भक्तगण आए और प्रसाद को ग्रहण किये भगवान राम के कथा को सफल बनाने के लिए पूरे क्षेत्र के बच्चे बूढ़े नौजवान महिलाएं एवं क्षेत्र के सभी गणमान्य लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। मां सिद्धेश्वरी जी की कृपा से यह कार्य सफल हुआ। क्षेत्रवासियों का कहना है कि हर धर्मस्थल व मंदिर पर ऐसे धार्मिक कार्य अवश्य होनी चाहिए जिससे हर लोगों के हृदय में श्रद्धा भक्ति और विश्वास बढ़ेगा और भगवान राम के चरित्र को जानकार लोग सच्चे रास्ते पर चलने का प्रयास करेंगे। जब तक राम कथा चला शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेहनाजपुर थाना प्रभारी मनीष पाल एवं उनके सहयोगियों का सहयोग रहा। जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे।
सम्राट अशोक लाट का भव्य अनावरण.विविध कार्यक्रम का आयोजन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा के विकास खण्ड उरुवा क्षेत्र के गोसौरा खुर्द गांव में रविवार को धर्म इतिहास और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।यहां सम्राट अशोक के भव्य लाट स्तम्भ के साथ समाजसेवी जगन्नाथ कुशवाहा के मूर्ति का अनावरण बड़े ही शालीन और सांस्कृतिक माहौल में किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी के प्रदेश सचिव व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी फूलपुर अमरनाथ मौर्या ने शामिल होकर सम्राट अशोक के लाट पर माल्यार्पण किया और लोगो को सामाजिक एकता तथा बौद्ध विचारधारा के महत्व पर प्रेरित किया।मुख्य आकर्षण रहे मेजा के विधायक संदीप पटेल जिन्होंने विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचकर इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बने।अनावरण समारोह के दौरान विधायक संदीप पटेल ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्राट अशोक का इतिहास केवल भारतीय संस्कृति की पहचान नही बल्कि करुणा शांति और मानवता का सन्देश देने वाला महान आदर्श है।उन्होने कार्यक्रम में मौजूद बड़ी संख्या में ग्रामीणों के बीच क्षेत्र की समस्याओ को भी गम्भीरता से उठाया।उन्होने कहा कि मेजा विधानसभा क्षेत्र में सड़क स्वास्थ्य सिंचाई और शिक्षा जैसी कई बुनियादी जरूरतो पर लगातार कार्य किया जा रहा है।

उन्होने लोगो से संवाद करते हुए बताया कि एसआईआर योजना के माध्यम से मतदाता पहचान के लिए बीएलओ से पत्रक लेकर स्वयं भरने की बात कही।कहा कि उनकी पार्टी क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है।विधायक ने कहा कि जनता की समस्याएं उनकी प्राथमिकता है और जिस भी गांव कस्बे या इलाके से शिकायते आ रही है उन्हे दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियो को निर्देशित किया जा रहा है।कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित लोगो ने भी विधायक के समक्ष अपनी स्थानीय शिकायते और सुझाव रखे जिन पर उन्होने सकारात्मक आश्वासन दिया।अनावरण कार्यक्रम के आयोजक रहे बबलू कुशवाहा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।उन्होने अपने समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए बौद्ध धर्म की शिक्षाओ पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने बताया कि बुद्ध के सिद्धान्त—अहिंसा समानता सत्य और करुणा—आज भी समाज को एकजुट रखने की शक्ति रखते है।

बबलू कुशवाहा ने युवाओ से अपील की कि वे अपने इतिहास संस्कृति और अपनी जड़ो को समझे तभी समाज में एकता जागरूकता और विकास दोनो सम्भव है।ग्रामीणो द्वारा इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि सम्राट अशोक लाट का अनावरण गांव के लिए ऐतिहासिक महत्व का दिन है। इससे न सिर्फ गांव का गौरव बढ़ेगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी अपने इतिहास संस्कृति और बौद्ध धरोहर के प्रति प्रेरणा मिलेगी।कार्यक्रम का संचालन प्रेमचन्द यादव ने किया।अंत में कार्यक्रम का समापन जय-जयकार माल्यार्पण और सांस्कृतिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। ग्रामीणों ने इस आयोजन को यादगार बताते हुए आयोजको और अतिथियो का आभार व्यक्त किया।

इस दौरान समाजवादी के यमुनापार जिलाध्यक्ष पप्पू लाल निषाद समाजवादी पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव लालचन्द कुशवाहा सपा नेता दिलावर सिंह सेवानिवृत्त सीओ शिवराम कुशवाहा डॉ संतोष मौर्य लव कुश मौर्य कृष्णनाथ पाठक लालमनि सूर्यमनि देवी प्रसाद नचकऊ प्रसाद नयन कुशवाहा रंजीत रोहित नीरज धीरज सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
क्षेत्र का विकास हमारी पहली प्राथमिकता.महापौर गणेश केसरवानी।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।महापौर ने चन्द्रलोक राजश्री टंडन मंडपम एवं मंसूर अली पार्क में दो वार्ड में दो ट्यूबवेल का किया लोकार्पण लगभग 35000 घरों को मिलेगा शुद्ध पेयजल मुट्ठीगंज घिसई का हाता में 8 रुपए की लागत से आरसीसी रोड का किया लोकार्पण क्षेत्र की जनता को समर्पित किया महापौर गणेश केसरवानी ने दिन शुक्रवार को चन्द्रलोक राजश्री टंडन मंडपम के समीप और मंसूर अली पार्क में दो ट्यूबवेल का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होने मुट्ठीगंज घिसई का हाता में 8 लाख रुपए की लागत से आर सी सी रोड का लोकार्पण भी किया।इस अवसर पर महापौर ने क्षेत्रवासियो को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन विकास कार्यो से क्षेत्र के निवासियो को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।ट्यूबवेल का लोकार्पण महापौर ने चंद्रलोक राजश्री टंडन मंडपम के समीप और मंसूर अली पार्क में बड़े ट्यूबवेल का लोकार्पण किया जिससे क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान होगा।रोड का लोकार्पण महापौर ने मुट्ठीगंज घिसाई का हाता में 8 लाख रुपए की लागत से रोड का लोकार्पण किया जिससे क्षेत्र के निवासियो को आवागमन में सुविधा होगी।महापौर ने कहा कि नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है महापौर ने कहा कि क्षेत्रवासियो की समस्याओ का समाधान करना उनकी प्राथमिकता है इस रोड के निर्माण से क्षेत्र के निवासियो को आवागमन में सुविधा होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा महापौर ने कहा कि नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है महापौर ने कहा कि क्षेत्रवासियो की समस्याओ का समाधान करना हमारी प्राथमिकता है।इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद कुसुम लता गुप्ता रमीज अहसन महाप्रबन्धक जलकर कुमार गौरव अधिशासी अभियन्ता जलकर सौरभ जोनल अधिकारी संजय मग्मई सहायक अभियन्ता सीएनडी एक्स मिथलेश मण्डल वरिष्ठ नेता नवरत्न कत्याल अध्यक्ष अपूर्वा चन्द्रा अमित गुप्ता पूर्व मंडल अध्यक्ष गौरव गुप्ता दिनेश विश्वकर्मा आलोक वैश्य विष्णु त्रिपाठी मोहम्मद सदमान भरत केसरी हिमालय सोनकर रितिका मारवा सीमा बिहारी रेखा सिंह सीमा केसरी प्रियंका केसरवानी राम सुरेन्द्र कुमार श्याम दिनेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

जंगल में दफन हुई छात्रा की मिली लाश.फैली सनसनी

पहचान:जी जी आई सी कटरा की छात्रा.जाच में जुटी पुलिस

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।गंगापार मे थरवई थाना क्षेत्र अन्तर्गत लखरावां गांव में जमीन के अन्दर दफन की गई लाश की हुई पहचान।लाश राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा की 11वी की छात्रा साक्षी यादव उम्र लगभग 17 वर्ष के रुप में पहचान हुई।साक्षी यादव शहर के कैन्ट इलाके में अपने फूफा के यहां रहकर पढ़ाई करती थी।10 नवम्बर को भी वह बैग लेकर स्कूल के लिए निकली थी लेकिन लौटकर नही आई।पांच दिन बाद उसकी लाश थरवई के जंगल मे जमीन के अन्दर दबी हुई पाई गई।

थरवई थाना क्षेत्र के लखरावां गांव में सूनसान जंगल में शनिवार को जमीन में दफन मिली लाश की पहचान किया गया।राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा प्रयागराज की 11वी की छात्रा थी।वह मूल रूप से सोरांव थाना क्षेत्र के बनकट गांव की रहने वाली थी। वह शहर के कैन्ट इलाके में अपने फूफा श्यामलाल यादव के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी।परिवार वालो ने बताया की घटना से पांच दिन पहले वह स्कूल के लिए निकली थी लेकिन लौटकर घर नही आई।

परिजनो ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज कराई गई थी।शनिवार को उसकी लाश लखरावां के सूनसान जंगल में मिली।पुलिस ने इस मामले की छानबीन में जुट गई है शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भेज दिया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सोरांव थाना क्षेत्र के बनकट गांव के निवासी ज्ञानेन्द्र कुमार यादव की पुत्री साक्षी उम्र लगभग 17अपने फूफा श्यामलाल यादव निवासी कैन्ट प्रयागराज के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी।वह राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कटरा में 11वी की छात्रा थी।रोज की तरह वह 10 नवम्बर को भी बैग लेकर स्कूल के निकली थी लेकिन लौटकर घर नही आई।

छात्रा के फूफा श्यामलाल ने बहुत खोजबीन की लेकिन छात्रा का कही पता नही चला फिर उसके पैतृक घर सोरांव मे भी पता लगवाया गया लेकिन साक्षी का वहां से भी कुछ पता नही लगा।इसके बाद उन्होने कैन्ट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराया गया।साक्षी का शव शनिवार को थरवई थाना क्षेत्र के लखरावां गांव के बाहर सूनसान जंगल में पाया गया।शव को जमीन के अन्दर दबा दिया गया था। सुबह उधर से गुजर रहे कुछ बच्चो ने कुत्तो को मट्टी खोदते हुए देखा उसके बाद जमीन के अन्दर से एक हाथ निकला।यह देख बच्चे डर गए।इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणो की भीड़ जुट गई।मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खोदवाकर बाहर निकलवाया।

छात्रा के शरीर पर लैगिंग और टीशर्ट थी।उसके दोनो पैर दुपट्टे से बंधे हुए थे।घटनास्थल से कुछ दूर पर स्पोर्ट शूज भी मिला।पुलिस ने खोजी कुत्ते की मदद से छानबीन शुरू की तो घटना स्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर युवती का स्कूल बैग भी पड़ा मिला था। जिसमें कॉपी-किताब और पेन के अलावा छात्रा का आधार कार्ड मिला शीशा और सिन्दूर की डिबिया मिली।सोशल मीडिया पर शव मिलने की सूचना पर थाने पहुंचे छात्रा के फूफा श्यामलाल यादव ने शव की पहचान किया।सुचना पर परिजनो ने रोते बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंचे।स्थानीय पुलिस ने जांच पड़ताल में जुटी हुई।

देशभक्ति के नारों, भारत माता की जय, के जयकारे लगाते हुए हिंदुओं को संगठित होने की अपील की गई

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा के समर्थन में नगर के श्री रामलीला मैदान स्थित पक्का तालाब तीर्थ से रविवार को सनातन हिंदू एकता पदयात्रा अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय महिला परिषद, राष्ट्रीय किसान परिषद के तत्वावधान में निकाली गई जिसमें देशभक्ति के नारों, भारत माता की जय, के जयकारे लगाते हुए हिंदुओं को संगठित होने की अपील की गई, यह पदयात्रा पक्का तालाब तीर्थ से प्रारंभ होकर लहरपुर गेट, शहर बाजार, गुरखेत बाजार, मजाशाह, जोशी ताल, केसरीगंज भ्रमण करते हुए तहसील, खत्रियाना चौराहा होते हुए पुनः पक्के तालाब तीर्थ पर शांति मंत्र का जाप कर समापन किया गया। इस मौके पर उपस्थित भारी संख्या में हिंदू धर्मावलंबियों ने गेट पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। यात्रा में मां यमुना के शुद्धिकरण, भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने, गौ माता को राष्ट्र माता, ब्रज परिसर को पुराना स्वरूप, अवैध धर्मांतरण एवं लव जिहाद पर अंकुश, सामाजिक समरसता के संकल्प लिए गए। इस मौके पर राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष आशुतोष वर्मा, विभाग संगठन मंत्री रमाकांत अवस्थी, नरेंद्र कुमार, किसान परिषद जिला अध्यक्ष कृपा शंकर, जितेंद्र वर्मा, बजरंग दल जिला मंत्री नीरज, बजरंग दल जिला कार्य अध्यक्ष सीनू मिश्रा बजरंगी, सहसंयोजक बजरंग दल अमन वर्मा, सतीश मिश्रा, प्रखंड मंत्री आलोक वर्मा, राष्ट्रीय मजदूर परिषद शिव शंकर शुक्ला, राहुल मिश्रा, अंकित गुप्ता, केशवराम, जगदीश पुजारी, अमरीश, वंदना कश्यप, मुस्कान कश्यप सावित्री, अंजलि, रीना, नीलम, चंद्रकली, राधारानी, पूर्णिमा सहित भारी संख्या में महिलाएं व हिंदू धर्मावलंबियों ने प्रतिभाग किया।

भारत मंडपम में गूँजी सनातन की अलख : 300 से अधिक संतों की दिव्य उपस्थिति में सम्पन्न हुआ भव्य ‘सनातन संत सम्मेलन–2025’

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सनातन इंटेलिजेंस: सच्ची, अच्छी और वास्तविक जानकारी का नया स्तंभ-सनातन संत सम्मेलन में हुआ भव्य उद्घोष

सनातन जागेगा तो भारत बचेगा-परम पूज्य स्वामी गोविन्द देव जी महराज

सनातन है तो संसार वसुधैव कुटुंब है और सर्वे भवन्तु सुखिन से विश्व में मानवता है - जैन मुनि आचार्य लोकेश जी

सनातन को अपने घर भारत को पहले अंदर से ठीक करना होगा - देवकीनंदन जी महराज

विश्व की चेतना का केंद्र है सनातन - पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी

अमरेश द्विवेदी

दिल्ली। प्रगति मैदान, नई दिल्ली के भारत मंडपम में ॐ सनातन न्यास द्वारा सनातन संत सम्मेलन–2025 दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा, अद्भुत भव्यता और राष्ट्रीय भाव से ओतप्रोत माहौल के साथ सम्पन्न हुआ।

राष्ट्रसंत परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की पावन अध्यक्षता में आयोजित इस विराट सम्मेलन में देशभर से 300 से अधिक प्रमुख संतों की उपस्थिति ने इसे सनातन संस्कृति का ऐतिहासिक पर्व बना दिया।

इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य था, सनातन संस्कृति के संरक्षण–संवर्धन, उसकी गौरवपूर्ण परंपराओं के पुनर्जागरण और भारतीय समाज में सांस्कृतिक मूल्यों के पुनः प्रतिष्ठापन का संदेश जन-जन तक पहुँचाना।

स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने अपने आशीषपूर्ण उद्बोधन में कहा कि-“समय की मांग है कि हम सभी एक होकर सनातन को विश्वभर में पुनर्स्थापित करें। यह संस्कृति केवल परंपरा नहीं, बल्कि मानवता का मार्ग है। इसे आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त रूप में पहुँचाना हम सभी का कर्तव्य है।” उन्होंने सभी संतों एवं उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए एकता, प्रेम और सामाजिक जागरण का संदेश दिया। सभी संतों ने एक स्वर में कहा कि—“सनातन संस्कृति शाश्वत है, समावेशी है और विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।”

परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में एकल अभियान – भारत लोक शिक्षा परिषद को “सनातन रत्न सम्मान” प्रदान किया गया। साथ ही तीन अन्य प्रमुख संस्थाओं को “सनातन गौरव सम्मान” से अलंकृत किया गया।

जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि जी (विश्व शांति दूत) ने वैश्विक चुनौतियों पर सारगर्भित विचार रखते हुए कहा कि सनातन संस्कृति ही मानवता को शांति, सद्भाव और समाधान का मार्ग दिखा सकती है।

प्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने सनातन धर्म की एकता और शक्ति पर प्रेरणादायी संदेश दिया तथा समाज में आध्यात्मिक जागरण की अलख जगाई।

श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सलाहकार सरदार परमजीत सिंह जी ने युवाओं को सनातन जीवन-मूल्यों से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सभी को राष्ट्र एकता और सद्भाव के लिए प्रेरित किया।

महंत रवींद्र पूरी जी महाराज ने राष्ट्र और संस्कृति के उत्थान में संत समाज की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए अपने ओजस्वी उद्बोधन से सभी को प्रेरित किया।

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने राष्ट्रीय एकता, प्राकृतिक संरक्षण, मानव सेवा और सनातन के संरक्षण-संवर्धन का सारगर्भित संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “सनातन न तो आरंभ हुआ, न कभी समाप्त होगा — यह अनादि, अनंत और विश्व कल्याण की आधारशिला है।” स्वामी जी ने मानवता को प्रेम, करुणा और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

इस राष्ट्रीय आयोजन में भारत सहित विदेशों से भी ब्यूरोक्रेट्स, ज्यूडिशरी के वरिष्ठ सदस्य, उद्योगपति, समाजसेवी, शिक्षाविद, वैज्ञानिक एवं शोधकर्ता शामिल हुए, जिससे यह सम्मेलन एक विचार–संवाद और संस्कृति–संवर्धन का वैश्विक मंच बन गया।

पूरे कार्यक्रम का संचालन नीरज रायजादा जी और युवा चेहरा सुश्री स्मृति कुच्छल जी ने अत्यंत सौम्यता, संतुलन और गरिमा के साथ किया। वहीं कई विद्यालयों के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित संतों व अतिथियों को भावविभोर कर दिया। बच्चों की वेशभूषा, नृत्य और संगीत ने मानो सनातन परंपरा को पुनः सजीव कर दिया।

इस भव्य सम्मेलन का समापन संत समाज द्वारा

सनातन के पुनर्जागरण, राष्ट्र के उत्थान, और भावी पीढ़ियों तक सांस्कृतिक विरासत के संवहन के संकल्प के साथ हुआ। यह दिव्य आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारत की आत्मा—सनातन संस्कृति—का महापर्व बनकर उपस्थित हुआ, जिसकी गूंज आने वाले समय में विश्वभर में प्रेरणा का प्रकाश बनेगी।

“यूके नागरिक मदरसा शिक्षक के वेतन में नियमविरुद्ध बढ़ोतरी, यूपी अधिकारियों पर शिकंजा!”
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों की बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। ब्रिटेन में रहने वाले आजमगढ़ के मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खां के वेतन, पेंशन और अन्य भुगतानों में नियमों के उल्लंघन के आरोपों के चलते तीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) जांच के घेरे में हैं।ये अधिकारी अलग-अलग समय पर आजमगढ़ में तैनात रहे और वर्तमान में क्रमशः बरेली, अमेठी और गाजियाबाद में डीएमओ के पद पर कार्यरत हैं। शासन को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी गई है। मामले की जांच यूपी एटीएस कर रही है, जिसने कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर किए हैं।

शमशुल 1984 में मदरसा में आलिया पद पर नियुक्त थे

सूत्रों के अनुसार जांच में पाया गया कि शमशुल हुदा खां 12 जुलाई 1984 को मदरसा दारूल उलूम अहले, सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर (आजमगढ़) में सहायक अध्यापक (आलिया) के पद पर नियुक्त हुए थे। इसके बाद 2007 से वह ब्रिटेन में रहने लगे और 19 दिसंबर 2013 को ब्रिटिश नागरिकता हासिल कर ली।जांच में यह भी सामने आया कि 2007 से 2017 तक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने उनकी सेवा पुस्तिका की जांच किए बिना प्रति वर्ष वेतन वृद्धि जारी रखी, और 1 अगस्त 2017 को उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान कर पेंशन भी स्वीकृत कर दी। एटीएस ने बताया कि शमशुल हुदा खां ब्रिटिश नागरिकता लेने के बाद विभिन्न देशों में यात्रा करते हुए इस्लाम धर्म का प्रचार कर रहे हैं।

जीपीएफ भुगतान पर हरस्ताक्षर करने वाले अधिकारी भी जांच के दायरे में

यूपी एटीएस ने मामले में पाया कि शमशुल के वेतन, चिकित्सा अवकाश और अन्य भुगतानों के लिए मदरसे के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के साथ-साथ आजमगढ़ के तत्कालीन डीएमओ लालमन, प्रभात कुमार और साहित्य निकत सिंह जिम्मेदार हैं। इस पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।साथ ही, शमशुल की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति फाइल और जीपीएफ भुगतान पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लिया गया है। फिलहाल, इन अधिकारियों के खिलाफ अधिकारिक कार्रवाई के परिणाम स्पष्ट नहीं हुए हैं, इसलिए उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।इस मामले ने यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में लंबे समय से चल रही नियमावली उल्लंघन और जवाबदेही के सवाल को फिर से उजागर कर दिया है।
दिल्ली ब्लास्ट में फंसी डॉ. शाहीन : जैश-ए-मोहम्मद से 10 साल का खतरनाक कनेक्शन और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की रहस्यमयी गतिविधियां भी उजागर
लखनऊ । दिल्ली ब्लास्ट के एक सनसनीखेज मामले में लखनऊ की डॉ. शाहीन ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। सिर्फ एक गायब डॉक्टर का मामला नहीं, बल्कि 10 साल से पाक समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में सक्रिय शाहीन अब अंतरराष्ट्रीय संपर्क और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के गहरे रहस्यों के केंद्र में हैं।

सात बैंक खाते, लेनदेन पर एजेंसियों की नजर

सुरक्षा एजेंसियों को डॉ. शाहीन के सात बैंक खातों का पता चला है कानपुर में तीन, लखनऊ में दो और दिल्ली में दो। इन खातों में हुए लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है। एजेंसियां मानती हैं कि खातों में लेनदेन करने वालों का पता चलने पर बड़ा खुलासा हो सकता है।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से गायब होने की कहानी

डॉ. शाहीन ने जनवरी से अक्टूबर 2025 तक कितनी बार मेडिकल कॉलेज का दौरा किया, किससे मुलाकात की, कहां रुकी सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वह सामान्य महिला फैकल्टी की तरह काम करती थी, छुट्टियां कम लेती और बच्चा लेकर अस्पताल आती। दिसंबर 2013 में उसने अचानक एचओडी का कार्यभार सहयोगी को सौंप दिया और लौटकर नहीं आई। लगातार नोटिस और पत्राचार के बाद भी जवाब नहीं मिला। 2016 में उसके पंजीकृत पते पर कर्मचारी भेजे गए, लेकिन पता गलत निकला। अंततः 2021 में उसे बर्खास्त कर दिया गया।

डा. शाहीने के साथी डॉक्टर भी लापता

डॉ. शाहीन अकेली नहीं थी। मेडिकल कॉलेज से कुल सात डॉक्टर लापता हो गए थे, जिनमें फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, मेडिसिन और सर्जरी विभाग के डॉक्टर शामिल हैं। सभी को नोटिस देने के बाद बर्खास्त किया गया था। एजेंसियां अब उनकी वर्तमान लोकेशन, कॉलेज में व्यवहार और बर्खास्तगी से जुड़े रिकॉर्ड खंगाल रही हैं।

भाई डॉ. परवेज कानपुर शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे

एजेंसियों के अनुसार, शाहीन लंबे समय तक कानपुर और आसपास रही। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठन के संपर्क में रही और कई देशों में इस्लाम धर्म का प्रचार कर रही है। उसके भाई डॉ. परवेज कानपुर में सक्रिय रहे और शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डॉ. परवेज कब-कब शहर आया और किन लोगों से संपर्क में रहा।

स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू

शाहीन के नेटवर्क का पता लगाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू किया गया है। इन एनजीओ को मिलने वाली फंडिंग, खातों के लेनदेन और अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा शहर में आने वाले 31 कश्मीरी व्यापारी जो संवेदनशील इलाकों में कमरे किराये पर लेकर रहते हैं, उनका भी सत्यापन किया जा रहा है।

यह पूरा मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं

एजेंसियों का मानना है कि डॉ. शाहीन का मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं है। उसके संपर्क और वित्तीय लेनदेन के पीछे व्यापक नेटवर्क सामने आ सकता है। कानपुर और लखनऊ के बैंक खातों से जुड़े हर छोटे-से-छोटे ट्रांज़ैक्शन पर नजर रखी जा रही है, ताकि संगठन से जुड़े लोगों की पहचान की जा सके। इस सनसनीखेज मामले ने अब तक के मेडिकल कॉलेज इतिहास और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में एक नई दिशा दे दी है।

डॉ. शाहीन के 10 साल से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी होने का खुलासा

बता दें कि 10 नवंबर को लाल किला के पास हुए ब्लास्ट मामले में नाम आने वाली लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद पर अब तक की जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) सूत्रों का कहना है कि डॉ. शाहीन लगभग 10 साल से पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, शाहीन ने 2015 में जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क किया और पहले एक साल तक संगठन को संवेदनशील सूचनाएं भेजने का काम किया। 2016 में वह संगठन की सक्रिय सदस्य बन गई। इसके बाद से वह लगातार संगठन के नेटवर्क में रही और एजेंसियों के लिए चुनौती बनी।

पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, इस पता लगाने में जुटीं एजेंसियां

सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, किन लोगों से संपर्क में आई और उसके नेटवर्क में कौन-कौन शामिल रहा। एजेंसियां उसके बैंक लेनदेन, संपर्क और वित्तीय सहयोगियों की भी गहन जांच कर रही हैं।डॉ. शाहीन का नाम दिल्ली में हुए ब्लास्ट मामले में आने के बाद उसकी गतिविधियों की गहन पड़ताल शुरू की गई है। एजेंसियों का मानना है कि संगठन के लिए उसकी भूमिका केवल जानकारी पहुंचाने तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसने सक्रिय रूप से संगठन के लिए सहयोग और नेटवर्क फैलाने में मदद की।NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां डॉ. शाहीन के पूरे नेटवर्क को पकड़ने और उसके सहयोगियों की पहचान करने के लिए संवेदनशील खुफिया जांच कर रही हैं।
नवानगर प्रखंड में ‘रन फॉर हेल्थ’ का भव्य आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
संजीव सिंह रसड़ा (बलिया)। संस्कार सप्ताह के अंतर्गत नवानगर प्रखंड में रविवार को ‘रन फॉर हेल्थ’ (स्वास्थ्य के लिए दौड़) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।कार्यक्रम में बलिया विभाग संयोजक श्रीमान दीपक गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे, जबकि सिकंदरपुर एसओ श्रीमान S.N. पाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला संयोजक श्रीमान प्रतीक राय ने किया।इस अवसर पर जिला सुरक्षा प्रमुख सोनू गुप्ता, जिला कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख सतीश भारद्वाज, नवानगर प्रखंड संयोजक सुमित भारद्वाज तथा रसड़ा नगर संयोजक आशीष मौर्य मौजूद रहे।दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अखिलेश कुमार (ग्राम लक्ष्मीपुर, पोस्ट लीलकर, जिला बलिया), द्वितीय स्थान विष्णु राजभर (ग्राम थरिवर, पोस्ट जाय, जिला बलिया) तथा तृतीय स्थान किशन कुमार (ग्राम हैय्या टोला, पोस्ट खेवसड़, जिला बलिया) ने प्राप्त किया। कुल 59 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में पंजीकरण कराया था।कार्यक्रम के सफल आयोजन में बजरंगी, सचिन पांडे, आशु, शिवम, मन्नू, संजीत, रंजीत, कविंद्र, आदित्य, कृष्णा, मिथलेश, सिद्धराज सहित अन्य कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।रिपोर्ट – प्रतीक राय, जिला संयोजक रसड़ा
आजमगढ़: सिद्ध पीठ मां सिद्धेश्वरी धाम पर राम कथा का भंडारे के साथ हुआ समापन , जयकारों से गूंजी दिशाएं
आजमगढ़। मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिधौना ग्राम सभा में स्थित बांवन गांव कूबां की अधिष्ठात्री देवी मां सिद्धेश्वरी देवी मंदिर के पावन स्थल पर भव्य राम कथा की शुरुआत 10 नवंबर से शुरू होकर 14 नवंबर दिन शुक्रवार तक चला और शनिवार को विशाल भंडारे के साथ कथा का समापन हुआ ।कथावाचक पूज्य विश्वम्भर महराज जी राम कथा कहे। राम कथा को सुनने के लिए दूर दराज गांवों से भक्तगण आये और श्रद्धा भक्ति विश्वास तन मन धन से भक्तिमय होकर कथा को सुने। जब तक राम कथा हुआ पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। भंडारे में हजारों भक्तगण आए और प्रसाद को ग्रहण किये भगवान राम के कथा को सफल बनाने के लिए पूरे क्षेत्र के बच्चे बूढ़े नौजवान महिलाएं एवं क्षेत्र के सभी गणमान्य लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। मां सिद्धेश्वरी जी की कृपा से यह कार्य सफल हुआ। क्षेत्रवासियों का कहना है कि हर धर्मस्थल व मंदिर पर ऐसे धार्मिक कार्य अवश्य होनी चाहिए जिससे हर लोगों के हृदय में श्रद्धा भक्ति और विश्वास बढ़ेगा और भगवान राम के चरित्र को जानकार लोग सच्चे रास्ते पर चलने का प्रयास करेंगे। जब तक राम कथा चला शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेहनाजपुर थाना प्रभारी मनीष पाल एवं उनके सहयोगियों का सहयोग रहा। जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे।