बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (G RAM G) विधेयक पर राज्य सभा में बोले प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में (G RAM G) गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रस्तुत विधेयक के समर्थन में अपनी बातें रखी।

श्री साहू ने कहा कि जो गरीबी ने जन्म लेता है, पलता है और बढ़ता है वही गरीबी का दर्द जनता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे ही मसीहा हैं। प्रधानमंत्री जी गरीब मां बाप के बेटे हैं वहीं कृषि मंत्री जी किसान परिवार से हैं। दोनों ने गरीबी को नजदीक से महसूस किया है।

कहा कि मनरेगा कांग्रेस के शासन के 2007 में शुरू हुआ था,लेकिन लंबे समय के बाद भी इसके जो उद्देश्य थे वे पूरे नहीं हुए। यह योजना पूरी तरह लूट खसोट ,भ्रष्टाचार का जरिया बन गया था। झारखंड में तो इस योजना में लूट मची है। राज्य सरकार के संरक्षण में योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ, मजदूरों को काम न देकर जेसीबी ,डंफर से काम कराए गए जिसे किसी भी उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराई जा सकती है।

कहा कि ऐसी लूट और भ्रष्टाचार को रोकने तथा मजदूरों ,गरीबों को धरातल पर रोजगार उपलब्ध कराने केलिए ही नई योजना जी राम जी को लाया गया है।

कहा कि इस योजना की जानकारी फैलते ही गांव,गरीब में उत्साह है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नई सोच से गांव, गरीब किसान को लाभ होने वाला है। अब 100 की जगह 125 दिन रोजगार मिलेंगे। लाभ मिलेगा।

कहा कि गांव गरीब के आशीर्वाद से ही दुनियां में भारत का यश फैल रहा।

कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। इसे राम और हिंदुत्व से चिढ़ है। इसीलिए राम मंदिर का विरोध किया, राम मंदिर के उद्घाटन के निमंत्रण को ठुकरा दिया।

कहा कि कांग्रेस को पता है कि महात्मा गांधी ने भी अपने अंत समय में हे राम ही कहा था।

कहा कि राम भारत की आत्मा हैं,पहचान हैं।इसलिए भाजपा सरकार ने टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में रामलाला को विराजित किया।

कहा कि रोजगार और आजीविका मिशन में बदलते ग्रामीण आवश्यकताओं पर बल दिया गया है।कांग्रेस का नेतृत्व सोने की चम्मच लेकर जन्म लिया है इसलिए उन्हें गांव की स्थिति का अंदाज नहीं। आज इसी के कारण कांग्रेस मुक्त भारत बन रहा है।

कहा कि जब गांव के विकास की बात होती है तो कांग्रेस विरोध करती है।

श्री साहू ने कहा कि झारखंड में मनरेगा की स्थिति अत्यंत खराब है, फर्जी निकासी आम बात है,50% से अधिक पैसे दलाल बिचौलिए खा जाते हैं।

कहा कि नई योजना में लूट रोकने का पूरा प्रावधान है।योजनाओं को जीपीएस,मोबाइल से जोड़ा जाएगा।जनता को योजनाओं की पूरी जानकारी रहेगी,हर पंचायत में साल में दो बार जांच होगी। भ्रष्टाचार का पता लगाने केलिए एआई का प्रावधान है।

कहा कि कांग्रेस पार्टी बताए क्या 125 दिन का रोजगार देना क्या सिर्फ नाम बदलना है,डिजिटल पारदर्शिता क्या सिर्फ नाम बदलना है,साप्ताहिक भुगतान करना क्या सिर्फ नाम बदलना है।

कहा कि गांव की गरीब जनता सब जानती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को योजना केलिए आभार प्रकट किया।

राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन है आर एस एस-स्वांत रंजन
मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर  राष्ट्रीय कार्यशाला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के सरस्वती परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जीवन चरित्र है।उन्होने डॉ हेडगेवार की देशभक्ति स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका पत्रकारिता के माध्यम से जनजागरण तथा 1925 में संघ स्थापना के उद्देश्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने संघ को व्यक्तिपूजा से ऊपर उठकर राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन बताया तथा महिलाओ की सहभागिता हेतु राष्ट्र सेविका समिति के योगदान को रेखांकित किया।

अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कार्यशाला को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि संघ के विचार वर्तमान सामाजिक चुनौतियो के समाधान में उपयोगी सिद्ध हो सकते है।उन्होने वंदे मातरम को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक प्रयासों की सराहना की।प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय ने भारतीय शिक्षा पद्धति ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा संघ की कार्यप्रणाली पर विचार रखते हुए कहा कि संघ व्यक्ति- निर्माण के माध्यम से दीर्घकालिक राष्ट्रनिर्माण की अवधारणा पर कार्य करता है। उन्होंने संघ की शाखा प्रणाली शारीरिक–बौद्धिक–व्यवस्था वर्ग खेल गीत कहानी एवं अनुशासन आधारित प्रशिक्षण को राष्ट्रभाव जागरण का सशक्त माध्यम बताया।उन्होने बताया कि धर्म संस्कृति और राष्ट्र एक-दूसरे से अभिन्न है।

अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता निदेशक राष्ट्रधर्म मनोज कान्त ने संघ साहित्य एवं सन्दर्भ ग्रन्थो का उल्लेख करते हुए भारतीय नवजागरण एकात्म समाज और एकात्म राष्ट्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि संघ सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयो को वर्गीय नही बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि से देखता है तथा सेवा कार्यो के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यो को सशक्त करता है।कार्यशाला के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने अतिथियो का स्वागत किया।कार्यशाला का संचालन डॉक्टर सोहनी देवी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.छत्रसाल सिंह ने दिया।

कार्यक्रम संयोजक प्रो.संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी ने कार्यशाला में मिले मार्गदर्शन एवं सुझावो को आगामी सत्र से प्रारम्भ किए जा रहे कार्यक्रम के लिए लाभदायक बताया।कार्यशाला में समस्त विद्याशाखाओ के निदेशकगण आचार्यगण शोधार्थी एवं छात्र-छात्राओ की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में विशेषज्ञो द्वारा श्रोताओ के प्रश्नो के उत्तर दिए गए।कार्यशाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार व्यवहार एवं पाठ्यक्रम को ऐतिहासिक वैचारिक एवं व्यवहारिक दृष्टि से समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक पृष्ठभूमि संगठनात्मक संरचना ऐतिहासिक विकास तथा समकालीन सामाजिक भूमिका को अकादमिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना था।यह जानकारी डॉ.प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा दिया गया।
सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन ने चुरचू के RGS उच्च विद्यालय में जरूरतमंद विद्यार्थियों के बीच स्वेटर वितरित किए

हजारीबाग, 19 December 2025: सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शिव प्रकाश सिंह के नेतृत्व में तथा संयोजक श्री ललन प्रसाद सिंह के दिशानिर्देशन में शुक्रवार को हजारीबाग जिले के सुदूर क्षेत्र स्थित RGS (आर जी एस) उच्च विद्यालय, चुरचू में जरूरतमंद, अनाथ एवं असहाय छात्र-छात्राओं के बीच कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए स्वेटर सहित गर्म कपड़ों का वितरण किया गया।

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी श्री अशोक कुमार चौधरी, वरीय सदस्य श्री संजय राणा, श्री कपिल देव सिंह, श्री मनोज कुमार सिंह, मुकुटधारी महतो सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। साथ ही विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं स्थानीय ग्रामीणों की भी सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का सफल आयोजन एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री के. पी. यादव के विशेष सहयोग से संभव हो सका।

स्वेटर पाकर विद्यालय के छात्र-छात्राएं अत्यंत प्रसन्न दिखे। विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे ठंड के मौसम में विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत बताया। स्थानीय जनता ने भी एसोसिएशन के इस सामाजिक कार्य की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन समाज सेवा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहते हुए समय-समय पर ऐसे आयोजन करती रही है, जिससे जरूरतमंद लोगों को सहायता मिल सके और समाज में सकारात्मक संदेश जाए।

जौनपुर में काकोरी कांड के क्रांतिकारियों को दी गई श्रद्धांजली
जौनपुर। आजादी आंदोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारी व काकोरी-ऐक्शन के अमर शहीद - रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खां, रोशन सिंह व राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के शहादत दिवस के अवसर पर काकोरी-ऐक्शन शताब्दी वर्ष आयोजन समिति जौनपुर  की ओर से 19दिसम्बर 2025 को श्री आर पी कालेज आफ फार्मेसी खजुरन, बदलापुर, जौनपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। काकोरी ऐक्शन की घटना का 100 वर्ष पूरा होने पर हमें उस गौरवशाली संघर्ष की याद दिलाता है। हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी (HRA) का उद्देश्य एक ऐसा गणतांत्रिक आजाद भारत बनाना था जिसमें हर एक इंसान के लिए जरूरी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा व आवास की जरूरतें पूरी हो पायें। देश में अमन-चैन, भाईचारा रहे व धर्म-जाति और क्षेत्र के नाम पर कोई बंटवारा न हो। बाद में भगतसिंह व उनके साथियों ने हिन्दुस्तान में समाजवादी समाज की स्थापना करना उन्होंने अपना लक्ष्य घोषित किया था। इसीलिए क्रांतिकारी संगठन- हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) में "सोशलिस्ट" शब्द जोड़कर संगठन का नया नाम "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA)" बनाया। जिसका कमान्डर-इन-चीफ महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद को चुना गया। HSRA ने अपने घोषणापत्र में स्पष्ट कहा - "भारतीय पूँजीपति भारतीय लोगों को धोखा देकर विदेशी पूँजीपति से विश्वासघात की कीमत के रूप में सरकार में कुछ हिस्सा प्राप्त करना चाहते हैं। इसी कारण मेहनतकश की तमाम आशाएँ अब सिर्फ समाजवाद पर टिकी हैं और सिर्फ यही पूर्ण स्वराज्य और सब भेदभाव ख़त्म करने में सहायक साबित हो सकता है। देश का भविष्य नौजवानों के सहारे है। वही धरती के बेटे हैं।" भगतसिंह ने आजादी के मायने के बारे में कहा था -  "आजादी के मायने यह नहीं होते कि सत्ता गोरे हाथों से काले हाथों में आ जाए, यह तो सत्ता का हस्तांतरण हुआ। असली आजादी तो तब आएगी जब वह आदमी, जो खेतों में अन्न उपजाता है, भूखा नहीं सोये। वह आदमी, जो कपड़े बुनता है, नंगा नहीं रहे। वह आदमी, जो मकान बनाता है, स्वयं बेघर नहीं रहे।" यही सपना लेकर काकोरी के क्रांतिकारी शहीद हुए। लेकिन यह दुःखद है कि आजादी के 77 वर्ष बाद और काकोरी एक्शन के 100 वर्ष पूरे होने पर भी हम देश को क्रांतिकारियों के सपनों के विपरीत एक अलग ही स्थिति में पाते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आम आदमी से दूर होते जा रहे हैं, अमीर और गरीब की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। देश के सामाजिक, सांस्कृतिक व साम्प्रदायिक सौहार्द में नफरत का जहर घोला जा रहा है। काकोरी की घटना ने जहाँ बिस्मिल-अशफाक की बेजोड़ दोस्ती व एक दूसरे के प्रति अटूट विश्वास का उदाहरण प्रस्तुत किया। वहीं इसके विपरीत आज हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द को खत्म किया जा रहा है। दूसरी तरफ बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई व अशिक्षा तेजी से बढ़ रही है। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भानुप्रकाश यादव द्वारा सभी शहीदों को नमन किया गया तथा कार्यक्रम में सम्मिलित सभी नागरिक गण का आभार प्रकट किया गया।कालेज के छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय परिवार के सभी सदस्यगण के साथ क्षेत्र के  श्री-देवव्रत निषाद, अनुष्का शुक्ला,विजय प्रकाश गुप्ता, शेखर गुप्ता, इदरीश अब्बासी, अपर्णा शुक्ला, संजय सिंह, अमन सिंह, भानुप्रकाश यादव, विशाल गौतम,बबलू सिंह, शेषना श्रीवास्तव, नंदिनीनाथ, कृष्ण चंद्र शुक्ल, और अरविन्द गुप्ता सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
अलविदा थोर... फिर मिलेंगे के वादे के साथ विदा हुए शिविरार्थी, राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर का पौधरोपण के साथ हुआ समापन

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर (12 से 18 दिसम्बर 2025) का समापन हो गया। ग्राम पंचायत थोर की अविस्मरणीय यादें लेकर स्वयं सेवक विदा हो गये। सभी नये कैम्प में मिलने का वादा किया।

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए ग्राम पंचायत थोर की सरपंच विनिता सिंह ने स्वयं सेवकों का आह्वान करते हुए कहा कि आपके अ ाने से मेरे गांव के युवाओं में नया संचार हुआ है। थोर के सचिव महेन्द्र राजवाड़े ने कहा कि युवाओं ने ग्राम पंचायत में नशा से मुक्ति के लिए विशेष काम किया है जो भविष्य में दिखेगा।

महाविद्यालय शासी निकाय के सचिव अजय कुमार इंगोले ने कहा कि यह शिविर आपको मन से जगा गया। आप जब दूसरों को प्रेरित करते हैं तो समाज का नवनिर्माण होता है।

प्रभारी प्राचार्य डॉ. शैलेष देवांगन ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय वाक्य मैं नहीं आप इस परिसर में स्वयं सेवकों ने चरितार्थ कर दिया है, जिससे महाविद्यालय परिवार गौरवान्वित है। स्वीप नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी ने आह्वान किया कि आप दूसरों के प्रति दायित्वों का निर्वहन करने के लिए स्वयं सेवक हैं।

सात दिवसीय शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए स्वयं सेवक लता साहू ने बताया कि प्रथम दिन शिविर का प्रारम्भ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एस.एन.पांडेय, ग्रांम पचायत की सरपंच विनिता सिंह सचिव महेन्द्र राजवाड़े, शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले, सचिव अजय कुमार इंगोले, प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र दास सोनवानी के द्वारा शिविर के ध्वजारोहण से हुआ।

शिविर के दूसरे दिन बौद्धिक परिचर्चा में सरगुजा के स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी ने जैव विविधता संरक्षण के बारे में बताया। तीसरे दिन प्रीति तिवारी, रजनीश मिश्रा ने मतदाता जागरूकता के साथ कौशल विकास के लिए ग्रामीणों और स्वयं सेवकों को प्रेरित किया। आकाशवाणी अम्बिकापुर के कलाकर प्रशांत खेमरिया, अंजनी पांडेय, कृष्णानंद तिवारी ने रेडियो की भाषा और संवाद कौशल से अवगत कराया। चौथे दिन कला एवं समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा ने समाज से सम्पर्क और उसकी उपादेयता से अवगत कराया। यातायात प्रभारी अभय तिवारी, समाजसेवी मंगल पांडेय, अनिल मिश्रा, संतोष दास, अमृत प्रधान ने स्वयं सेवकों को सम्बोधित किया।

पांचवे दिन कृषि वैज्ञानिक प्रशांत शर्मा भारतीय खेती किसानी में वैज्ञानिकता से अवगत कराया। संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के जिला संगठक खेमकरन अहिरवार ने स्वयं सेवकों के दायित्वों से अवगत कराया।

छठवें दिन यूथ रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वावधान में ग्रामीणों के लिये स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ जिसमें १५० से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवायें वितरित की गयी। शिविर के दौरान रेडक्रॉस प्रभारी डॉ. एल.पी गुप्ता, डॉ धनेश्वर सिंह के साथ राहुल कुमार गुप्ता, अनुज, जगेश, आकाश कुमार ने सहयोग किया।

शिविर के दौरान प्रत्येक दिन ऊषा काल में प्रभात फेरी, व्यायाम, रैली निकाली गयी। गांव में परियोजना कार्य के तहत श्रमदान किया गया। प्रत्येक शाम सांस्कृतिक संध्या में ग्रामीणों के साथ शिविरार्थियों ने नृत्य,गीत, नुक्कड़ नाटक और क्षेत्रीय लोक कला की विविध विधाओं की प्रस्तुति दी। शिविर के समापन अवसर पर अतिथियों ने पौधरोपण कर हरियाली का संदेश दियराज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित सहायक प्राध्यापक सुमन मिंज ने शिविर के संयोजन में विशेष सहभागिता निभायी। क्रीड़ा प्रभारी तिलक राज टोप्पो ने योग और नियमित अभ्यास से सभी को ऊर्जावान बनाये रखा। शिविर के दौरान निषा निशाद, अंकुश गुप्ता, जैनित कुजूर, गौरी यादव, रितेश यादव, तृप्ति साहू, राहुल ने सहयोग किया।ा।

बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सदन में टकराव के बाद स्पीकर की चाय पार्टी में बदला माहौल, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच दिखी गर्मजोशी

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संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद संसद परिसर में एक दिलचस्प और सियासी तौर पर अहम नजारा देखने को मिला। शीतकालीन सत्र के खत्म होने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद के पार्लियामेंट हाउस में अपने चैंबर में लोकसभा में पार्टियों के नेताओं और सांसदों के साथ एक मीटिंग की। लोक सभा अध्यक्ष की चाय पार्टी में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच गर्मजोशी देखने को मिली।

संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए खत्म हो गया है। संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद सत्तापक्ष और विपक्षी सांसदों की एक बैठक हुई। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। तीन देशों के बेहद व्यस्त कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज उपस्थित रहे। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की गैर-मौजूदगी में उनकी बहन प्रियंका गांधी ने विपक्षी दलों को लीड किया।

खास बात ये रही कि वायनाड से पहली बार की सांसद प्रियंका गांधी को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बगल वाली सीट दी गई। वहीं रक्षा मंत्री के पास वाली सीट पर प्रधानमंत्री मोदी बैठे दिखाई दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रियंका गाँधी के बीच वायनाड से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई। इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद मंत्री ठहाके लगाते हुए नजर आए।

करीब बीस मिनट तक चली इस चाय पार्टी में कुछ विपक्षी नेताओं ने पीएम से आग्रह किया कि नए संसद भवन में भी सांसदों के बैठने के लिए केंद्रीय कक्ष होना चाहिए। दरअसल पुराने संसद भवन में ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल है जहां सत्र के दौरान सांसद, पूर्व सांसद आदि बैठकर अनौपचारिक चर्चा करते हैं। नए संसद भवन में सांसदों को इसकी कमी खल रही है क्योंकि यहां सांसदों के मिलने का एकमात्र स्थान कैंटीन है। पुराने संसद भवन को अब संविधान सदन बनाया गया है और वहां केंद्रीय कक्ष का उपयोग यदा-कदा ही होता है। इस पर पीएम ने कहा कि वह तो रिटायरमेंट के बाद के लिए है। अभी तो आपको बहुत सेवा करनी है। इस पर बैठक में ज़बर्दस्त ठहाका लगा।

स्पीकर के चैंबर में हुई इस बैठक में पक्ष-विपक्ष के सांसद ने चाय पर चर्चा की और जिस अंदाज में किसी बात पर जोरदार ठहाके लगाए, वह अब भारतीय राजनीति में कम ही देखने को मिल पाते हैं। ठहाके लगाने वालों में खुद पीएम मोदी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी शामिल हैं।

इस बैठक विपक्ष की ओर से एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के राजीव राय और धर्मेंद्र यादव, डीएमके सांसद ए राजा सहित विभिन्न दलों के फ्लोर लीडर भी इस चर्चा में शामिल हुए।

बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (G RAM G) विधेयक पर राज्य सभा में बोले प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने राज्य सभा में (G RAM G) गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रस्तुत विधेयक के समर्थन में अपनी बातें रखी।

श्री साहू ने कहा कि जो गरीबी ने जन्म लेता है, पलता है और बढ़ता है वही गरीबी का दर्द जनता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे ही मसीहा हैं। प्रधानमंत्री जी गरीब मां बाप के बेटे हैं वहीं कृषि मंत्री जी किसान परिवार से हैं। दोनों ने गरीबी को नजदीक से महसूस किया है।

कहा कि मनरेगा कांग्रेस के शासन के 2007 में शुरू हुआ था,लेकिन लंबे समय के बाद भी इसके जो उद्देश्य थे वे पूरे नहीं हुए। यह योजना पूरी तरह लूट खसोट ,भ्रष्टाचार का जरिया बन गया था। झारखंड में तो इस योजना में लूट मची है। राज्य सरकार के संरक्षण में योजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ, मजदूरों को काम न देकर जेसीबी ,डंफर से काम कराए गए जिसे किसी भी उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराई जा सकती है।

कहा कि ऐसी लूट और भ्रष्टाचार को रोकने तथा मजदूरों ,गरीबों को धरातल पर रोजगार उपलब्ध कराने केलिए ही नई योजना जी राम जी को लाया गया है।

कहा कि इस योजना की जानकारी फैलते ही गांव,गरीब में उत्साह है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नई सोच से गांव, गरीब किसान को लाभ होने वाला है। अब 100 की जगह 125 दिन रोजगार मिलेंगे। लाभ मिलेगा।

कहा कि गांव गरीब के आशीर्वाद से ही दुनियां में भारत का यश फैल रहा।

कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। इसे राम और हिंदुत्व से चिढ़ है। इसीलिए राम मंदिर का विरोध किया, राम मंदिर के उद्घाटन के निमंत्रण को ठुकरा दिया।

कहा कि कांग्रेस को पता है कि महात्मा गांधी ने भी अपने अंत समय में हे राम ही कहा था।

कहा कि राम भारत की आत्मा हैं,पहचान हैं।इसलिए भाजपा सरकार ने टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में रामलाला को विराजित किया।

कहा कि रोजगार और आजीविका मिशन में बदलते ग्रामीण आवश्यकताओं पर बल दिया गया है।कांग्रेस का नेतृत्व सोने की चम्मच लेकर जन्म लिया है इसलिए उन्हें गांव की स्थिति का अंदाज नहीं। आज इसी के कारण कांग्रेस मुक्त भारत बन रहा है।

कहा कि जब गांव के विकास की बात होती है तो कांग्रेस विरोध करती है।

श्री साहू ने कहा कि झारखंड में मनरेगा की स्थिति अत्यंत खराब है, फर्जी निकासी आम बात है,50% से अधिक पैसे दलाल बिचौलिए खा जाते हैं।

कहा कि नई योजना में लूट रोकने का पूरा प्रावधान है।योजनाओं को जीपीएस,मोबाइल से जोड़ा जाएगा।जनता को योजनाओं की पूरी जानकारी रहेगी,हर पंचायत में साल में दो बार जांच होगी। भ्रष्टाचार का पता लगाने केलिए एआई का प्रावधान है।

कहा कि कांग्रेस पार्टी बताए क्या 125 दिन का रोजगार देना क्या सिर्फ नाम बदलना है,डिजिटल पारदर्शिता क्या सिर्फ नाम बदलना है,साप्ताहिक भुगतान करना क्या सिर्फ नाम बदलना है।

कहा कि गांव की गरीब जनता सब जानती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को योजना केलिए आभार प्रकट किया।

राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन है आर एस एस-स्वांत रंजन
मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर  राष्ट्रीय कार्यशाला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के सरस्वती परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जीवन चरित्र है।उन्होने डॉ हेडगेवार की देशभक्ति स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका पत्रकारिता के माध्यम से जनजागरण तथा 1925 में संघ स्थापना के उद्देश्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने संघ को व्यक्तिपूजा से ऊपर उठकर राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन बताया तथा महिलाओ की सहभागिता हेतु राष्ट्र सेविका समिति के योगदान को रेखांकित किया।

अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कार्यशाला को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि संघ के विचार वर्तमान सामाजिक चुनौतियो के समाधान में उपयोगी सिद्ध हो सकते है।उन्होने वंदे मातरम को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक प्रयासों की सराहना की।प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय ने भारतीय शिक्षा पद्धति ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा संघ की कार्यप्रणाली पर विचार रखते हुए कहा कि संघ व्यक्ति- निर्माण के माध्यम से दीर्घकालिक राष्ट्रनिर्माण की अवधारणा पर कार्य करता है। उन्होंने संघ की शाखा प्रणाली शारीरिक–बौद्धिक–व्यवस्था वर्ग खेल गीत कहानी एवं अनुशासन आधारित प्रशिक्षण को राष्ट्रभाव जागरण का सशक्त माध्यम बताया।उन्होने बताया कि धर्म संस्कृति और राष्ट्र एक-दूसरे से अभिन्न है।

अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता निदेशक राष्ट्रधर्म मनोज कान्त ने संघ साहित्य एवं सन्दर्भ ग्रन्थो का उल्लेख करते हुए भारतीय नवजागरण एकात्म समाज और एकात्म राष्ट्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि संघ सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयो को वर्गीय नही बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि से देखता है तथा सेवा कार्यो के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यो को सशक्त करता है।कार्यशाला के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने अतिथियो का स्वागत किया।कार्यशाला का संचालन डॉक्टर सोहनी देवी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.छत्रसाल सिंह ने दिया।

कार्यक्रम संयोजक प्रो.संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी ने कार्यशाला में मिले मार्गदर्शन एवं सुझावो को आगामी सत्र से प्रारम्भ किए जा रहे कार्यक्रम के लिए लाभदायक बताया।कार्यशाला में समस्त विद्याशाखाओ के निदेशकगण आचार्यगण शोधार्थी एवं छात्र-छात्राओ की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में विशेषज्ञो द्वारा श्रोताओ के प्रश्नो के उत्तर दिए गए।कार्यशाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार व्यवहार एवं पाठ्यक्रम को ऐतिहासिक वैचारिक एवं व्यवहारिक दृष्टि से समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक पृष्ठभूमि संगठनात्मक संरचना ऐतिहासिक विकास तथा समकालीन सामाजिक भूमिका को अकादमिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना था।यह जानकारी डॉ.प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा दिया गया।
सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन ने चुरचू के RGS उच्च विद्यालय में जरूरतमंद विद्यार्थियों के बीच स्वेटर वितरित किए

हजारीबाग, 19 December 2025: सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शिव प्रकाश सिंह के नेतृत्व में तथा संयोजक श्री ललन प्रसाद सिंह के दिशानिर्देशन में शुक्रवार को हजारीबाग जिले के सुदूर क्षेत्र स्थित RGS (आर जी एस) उच्च विद्यालय, चुरचू में जरूरतमंद, अनाथ एवं असहाय छात्र-छात्राओं के बीच कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए स्वेटर सहित गर्म कपड़ों का वितरण किया गया।

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी श्री अशोक कुमार चौधरी, वरीय सदस्य श्री संजय राणा, श्री कपिल देव सिंह, श्री मनोज कुमार सिंह, मुकुटधारी महतो सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। साथ ही विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं स्थानीय ग्रामीणों की भी सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का सफल आयोजन एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री के. पी. यादव के विशेष सहयोग से संभव हो सका।

स्वेटर पाकर विद्यालय के छात्र-छात्राएं अत्यंत प्रसन्न दिखे। विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे ठंड के मौसम में विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत बताया। स्थानीय जनता ने भी एसोसिएशन के इस सामाजिक कार्य की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन समाज सेवा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहते हुए समय-समय पर ऐसे आयोजन करती रही है, जिससे जरूरतमंद लोगों को सहायता मिल सके और समाज में सकारात्मक संदेश जाए।

जौनपुर में काकोरी कांड के क्रांतिकारियों को दी गई श्रद्धांजली
जौनपुर। आजादी आंदोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारी व काकोरी-ऐक्शन के अमर शहीद - रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खां, रोशन सिंह व राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के शहादत दिवस के अवसर पर काकोरी-ऐक्शन शताब्दी वर्ष आयोजन समिति जौनपुर  की ओर से 19दिसम्बर 2025 को श्री आर पी कालेज आफ फार्मेसी खजुरन, बदलापुर, जौनपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। काकोरी ऐक्शन की घटना का 100 वर्ष पूरा होने पर हमें उस गौरवशाली संघर्ष की याद दिलाता है। हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी (HRA) का उद्देश्य एक ऐसा गणतांत्रिक आजाद भारत बनाना था जिसमें हर एक इंसान के लिए जरूरी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा व आवास की जरूरतें पूरी हो पायें। देश में अमन-चैन, भाईचारा रहे व धर्म-जाति और क्षेत्र के नाम पर कोई बंटवारा न हो। बाद में भगतसिंह व उनके साथियों ने हिन्दुस्तान में समाजवादी समाज की स्थापना करना उन्होंने अपना लक्ष्य घोषित किया था। इसीलिए क्रांतिकारी संगठन- हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) में "सोशलिस्ट" शब्द जोड़कर संगठन का नया नाम "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA)" बनाया। जिसका कमान्डर-इन-चीफ महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद को चुना गया। HSRA ने अपने घोषणापत्र में स्पष्ट कहा - "भारतीय पूँजीपति भारतीय लोगों को धोखा देकर विदेशी पूँजीपति से विश्वासघात की कीमत के रूप में सरकार में कुछ हिस्सा प्राप्त करना चाहते हैं। इसी कारण मेहनतकश की तमाम आशाएँ अब सिर्फ समाजवाद पर टिकी हैं और सिर्फ यही पूर्ण स्वराज्य और सब भेदभाव ख़त्म करने में सहायक साबित हो सकता है। देश का भविष्य नौजवानों के सहारे है। वही धरती के बेटे हैं।" भगतसिंह ने आजादी के मायने के बारे में कहा था -  "आजादी के मायने यह नहीं होते कि सत्ता गोरे हाथों से काले हाथों में आ जाए, यह तो सत्ता का हस्तांतरण हुआ। असली आजादी तो तब आएगी जब वह आदमी, जो खेतों में अन्न उपजाता है, भूखा नहीं सोये। वह आदमी, जो कपड़े बुनता है, नंगा नहीं रहे। वह आदमी, जो मकान बनाता है, स्वयं बेघर नहीं रहे।" यही सपना लेकर काकोरी के क्रांतिकारी शहीद हुए। लेकिन यह दुःखद है कि आजादी के 77 वर्ष बाद और काकोरी एक्शन के 100 वर्ष पूरे होने पर भी हम देश को क्रांतिकारियों के सपनों के विपरीत एक अलग ही स्थिति में पाते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आम आदमी से दूर होते जा रहे हैं, अमीर और गरीब की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। देश के सामाजिक, सांस्कृतिक व साम्प्रदायिक सौहार्द में नफरत का जहर घोला जा रहा है। काकोरी की घटना ने जहाँ बिस्मिल-अशफाक की बेजोड़ दोस्ती व एक दूसरे के प्रति अटूट विश्वास का उदाहरण प्रस्तुत किया। वहीं इसके विपरीत आज हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द को खत्म किया जा रहा है। दूसरी तरफ बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई व अशिक्षा तेजी से बढ़ रही है। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भानुप्रकाश यादव द्वारा सभी शहीदों को नमन किया गया तथा कार्यक्रम में सम्मिलित सभी नागरिक गण का आभार प्रकट किया गया।कालेज के छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय परिवार के सभी सदस्यगण के साथ क्षेत्र के  श्री-देवव्रत निषाद, अनुष्का शुक्ला,विजय प्रकाश गुप्ता, शेखर गुप्ता, इदरीश अब्बासी, अपर्णा शुक्ला, संजय सिंह, अमन सिंह, भानुप्रकाश यादव, विशाल गौतम,बबलू सिंह, शेषना श्रीवास्तव, नंदिनीनाथ, कृष्ण चंद्र शुक्ल, और अरविन्द गुप्ता सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
अलविदा थोर... फिर मिलेंगे के वादे के साथ विदा हुए शिविरार्थी, राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर का पौधरोपण के साथ हुआ समापन

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर (12 से 18 दिसम्बर 2025) का समापन हो गया। ग्राम पंचायत थोर की अविस्मरणीय यादें लेकर स्वयं सेवक विदा हो गये। सभी नये कैम्प में मिलने का वादा किया।

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए ग्राम पंचायत थोर की सरपंच विनिता सिंह ने स्वयं सेवकों का आह्वान करते हुए कहा कि आपके अ ाने से मेरे गांव के युवाओं में नया संचार हुआ है। थोर के सचिव महेन्द्र राजवाड़े ने कहा कि युवाओं ने ग्राम पंचायत में नशा से मुक्ति के लिए विशेष काम किया है जो भविष्य में दिखेगा।

महाविद्यालय शासी निकाय के सचिव अजय कुमार इंगोले ने कहा कि यह शिविर आपको मन से जगा गया। आप जब दूसरों को प्रेरित करते हैं तो समाज का नवनिर्माण होता है।

प्रभारी प्राचार्य डॉ. शैलेष देवांगन ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का ध्येय वाक्य मैं नहीं आप इस परिसर में स्वयं सेवकों ने चरितार्थ कर दिया है, जिससे महाविद्यालय परिवार गौरवान्वित है। स्वीप नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी ने आह्वान किया कि आप दूसरों के प्रति दायित्वों का निर्वहन करने के लिए स्वयं सेवक हैं।

सात दिवसीय शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए स्वयं सेवक लता साहू ने बताया कि प्रथम दिन शिविर का प्रारम्भ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एस.एन.पांडेय, ग्रांम पचायत की सरपंच विनिता सिंह सचिव महेन्द्र राजवाड़े, शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले, सचिव अजय कुमार इंगोले, प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र दास सोनवानी के द्वारा शिविर के ध्वजारोहण से हुआ।

शिविर के दूसरे दिन बौद्धिक परिचर्चा में सरगुजा के स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी ने जैव विविधता संरक्षण के बारे में बताया। तीसरे दिन प्रीति तिवारी, रजनीश मिश्रा ने मतदाता जागरूकता के साथ कौशल विकास के लिए ग्रामीणों और स्वयं सेवकों को प्रेरित किया। आकाशवाणी अम्बिकापुर के कलाकर प्रशांत खेमरिया, अंजनी पांडेय, कृष्णानंद तिवारी ने रेडियो की भाषा और संवाद कौशल से अवगत कराया। चौथे दिन कला एवं समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा ने समाज से सम्पर्क और उसकी उपादेयता से अवगत कराया। यातायात प्रभारी अभय तिवारी, समाजसेवी मंगल पांडेय, अनिल मिश्रा, संतोष दास, अमृत प्रधान ने स्वयं सेवकों को सम्बोधित किया।

पांचवे दिन कृषि वैज्ञानिक प्रशांत शर्मा भारतीय खेती किसानी में वैज्ञानिकता से अवगत कराया। संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के जिला संगठक खेमकरन अहिरवार ने स्वयं सेवकों के दायित्वों से अवगत कराया।

छठवें दिन यूथ रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वावधान में ग्रामीणों के लिये स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ जिसमें १५० से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवायें वितरित की गयी। शिविर के दौरान रेडक्रॉस प्रभारी डॉ. एल.पी गुप्ता, डॉ धनेश्वर सिंह के साथ राहुल कुमार गुप्ता, अनुज, जगेश, आकाश कुमार ने सहयोग किया।

शिविर के दौरान प्रत्येक दिन ऊषा काल में प्रभात फेरी, व्यायाम, रैली निकाली गयी। गांव में परियोजना कार्य के तहत श्रमदान किया गया। प्रत्येक शाम सांस्कृतिक संध्या में ग्रामीणों के साथ शिविरार्थियों ने नृत्य,गीत, नुक्कड़ नाटक और क्षेत्रीय लोक कला की विविध विधाओं की प्रस्तुति दी। शिविर के समापन अवसर पर अतिथियों ने पौधरोपण कर हरियाली का संदेश दियराज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित सहायक प्राध्यापक सुमन मिंज ने शिविर के संयोजन में विशेष सहभागिता निभायी। क्रीड़ा प्रभारी तिलक राज टोप्पो ने योग और नियमित अभ्यास से सभी को ऊर्जावान बनाये रखा। शिविर के दौरान निषा निशाद, अंकुश गुप्ता, जैनित कुजूर, गौरी यादव, रितेश यादव, तृप्ति साहू, राहुल ने सहयोग किया।ा।

बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सदन में टकराव के बाद स्पीकर की चाय पार्टी में बदला माहौल, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच दिखी गर्मजोशी

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संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद संसद परिसर में एक दिलचस्प और सियासी तौर पर अहम नजारा देखने को मिला। शीतकालीन सत्र के खत्म होने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद के पार्लियामेंट हाउस में अपने चैंबर में लोकसभा में पार्टियों के नेताओं और सांसदों के साथ एक मीटिंग की। लोक सभा अध्यक्ष की चाय पार्टी में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच गर्मजोशी देखने को मिली।

संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए खत्म हो गया है। संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद सत्तापक्ष और विपक्षी सांसदों की एक बैठक हुई। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। तीन देशों के बेहद व्यस्त कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज उपस्थित रहे। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की गैर-मौजूदगी में उनकी बहन प्रियंका गांधी ने विपक्षी दलों को लीड किया।

खास बात ये रही कि वायनाड से पहली बार की सांसद प्रियंका गांधी को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बगल वाली सीट दी गई। वहीं रक्षा मंत्री के पास वाली सीट पर प्रधानमंत्री मोदी बैठे दिखाई दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रियंका गाँधी के बीच वायनाड से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई। इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद मंत्री ठहाके लगाते हुए नजर आए।

करीब बीस मिनट तक चली इस चाय पार्टी में कुछ विपक्षी नेताओं ने पीएम से आग्रह किया कि नए संसद भवन में भी सांसदों के बैठने के लिए केंद्रीय कक्ष होना चाहिए। दरअसल पुराने संसद भवन में ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल है जहां सत्र के दौरान सांसद, पूर्व सांसद आदि बैठकर अनौपचारिक चर्चा करते हैं। नए संसद भवन में सांसदों को इसकी कमी खल रही है क्योंकि यहां सांसदों के मिलने का एकमात्र स्थान कैंटीन है। पुराने संसद भवन को अब संविधान सदन बनाया गया है और वहां केंद्रीय कक्ष का उपयोग यदा-कदा ही होता है। इस पर पीएम ने कहा कि वह तो रिटायरमेंट के बाद के लिए है। अभी तो आपको बहुत सेवा करनी है। इस पर बैठक में ज़बर्दस्त ठहाका लगा।

स्पीकर के चैंबर में हुई इस बैठक में पक्ष-विपक्ष के सांसद ने चाय पर चर्चा की और जिस अंदाज में किसी बात पर जोरदार ठहाके लगाए, वह अब भारतीय राजनीति में कम ही देखने को मिल पाते हैं। ठहाके लगाने वालों में खुद पीएम मोदी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी शामिल हैं।

इस बैठक विपक्ष की ओर से एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के राजीव राय और धर्मेंद्र यादव, डीएमके सांसद ए राजा सहित विभिन्न दलों के फ्लोर लीडर भी इस चर्चा में शामिल हुए।