साल 2025 में कर्मठता, संवेदनशीलता और विकास की मिसाल बने हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल
प्रस्तुति:- रंजन चौधरी
सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।
हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने साल 2025 में संसद के गलियारों से लेकर क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक अपनी सक्रियता, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प से एक अलग पहचान स्थापित की है। बिहार बॉर्डर से सटे चौपारण के चोरदाहा से लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रामगढ़ स्थित बरलंगा, चतरा जिले के पिपरवार से कोडरमा जिले के चंदवारा तक फैले लोकसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल “बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय” के आदर्शों का जीवंत उदाहरण रहा।
साल की शुरुआत में ही मांडू विधानसभा क्षेत्र के चरही अंतर्गत ग्राम सरवाहा में पांच युवकों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने अस्पताल पहुंचकर शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और पोस्टमार्टम के दौरान उनके साथ खड़े रहे। गोला में तीन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने त्वरित पहल करते हुए प्रशासन से समन्वय कर चरही के यूपी मोड़ और रामगढ़ के चुटूपालू घाटी जैसे ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य, स्ट्रीट लाइट सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए।
विकास के मोर्चे पर उनकी दृष्टि शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। रजरप्पा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने रामगढ़ सदर अस्पताल में बहुप्रतीक्षित डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करवाई। मांडू के सोनडीहा और चैनपुर में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास कर चुनावी वादों को धरातल पर उतारा, जो क्षेत्र के आधारभूत विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।
संसद में सांसद मनीष जायसवाल की सक्रियता उल्लेखनीय रही। उन्होंने लगभग 118 जनहित के प्रश्न उठाकर हजारीबाग सहित पूरे झारखंड के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर रखा। डीएमएफटी मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं के माध्यम से सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को गति मिली। डीएमएफटी और दिशा बैठकों में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले की विकास योजनाओं को नई दिशा दी।
विस्थापितों की आवाज बनते हुए उन्होंने बड़कागांव, केरेडारी कोल ब्लॉक तथा कोनार और तिलैया डैम से प्रभावित परिवारों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाया और कोनार सिंचाई परियोजना के लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण करने की मांग की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्थाओं के खिलाफ उन्होंने सड़क पर उतरकर जनहित में आवाज बुलंद की। साथ ही सीएसआर मद से स्वास्थ्य शिविर, पोषण किट, खेल सामग्री, कंबल वितरण, सामुदायिक भवन, लाइब्रेरी, सांस्कृतिक भवन और कंप्यूटर लैब जैसे अनेक कार्य सुनिश्चित किए।
सामाजिक सरोकारों में ‘सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान’ और ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव’ प्रमुख उपलब्धियां रहीं। तीर्थ दर्शन अभियान के तहत बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थों का निःशुल्क दर्शन कराया गया, वहीं सामूहिक विवाह उत्सव के अंतर्गत 101 निर्धन परिवारों की बेटियों का विवाह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। खेल और संस्कृति के क्षेत्र में ‘सांसद खेल महोत्सव’ के तहत नमो फुटबॉल टूर्नामेंट में 22 मंडलों की 484 टीमों के 20,260 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। संजय सिंह स्टेडियम में बीसीसीआई अधिकारियों के दौरे के बाद बिहार कूच ट्रॉफी की सफल मेजबानी भी हुई।
हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी पर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र वितरण अभियान, कनहरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क, बड़कागांव में डिग्री कॉलेज की नींव, बिजली कटौती के खिलाफ महाधरना, धार्मिक आयोजनों में जनभावनाओं के समर्थन और चुनावी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वहन उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को दर्शाता है।
व्यक्तिगत स्तर पर वे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग, श्राद्ध अवसर पर जरूरतमंदों को किट वितरण और जनसामान्य के सुख-दुख में सहभागी बने रहे। निजी जीवन के कठिन क्षणों के बावजूद उन्होंने जनसेवा के पथ से विचलित हुए बिना वर्ष के अंत में मीडिया के माध्यम से अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रखा।
साल 2026 के लिए भी उन्होंने सेवा के नए संकल्प के साथ रामगढ़ में 08 फरवरी 2026 को ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव-2026’ के तहत 101 अत्यंत निर्धन बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की घोषणा की है। यह पहल केवल घर बसाने की नहीं, बल्कि परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का संबल देने का प्रयास है। सांसद मनीष जायसवाल का यह सेवाधर्मी दृष्टिकोण हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के लिए सामाजिक और विकासात्मक प्रगति की नई किरण बनकर उभरा है।
2 hours and 46 min ago
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