गढ़वा में श्री रुद्र महायज्ञ की तैयारियां तेज, श्रमदान से किया गया 'कुश' का संग्रह

गढ़वा: जिला मुख्यालय के जोबरईया स्थित बंडा पहाड़ श्री नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में आगामी मार्च 2026 में आयोजित होने वाले नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। इसी कड़ी में आज यज्ञशाला निर्माण हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण 'कुश' के संग्रह के लिए जागृति युवा क्लब और यज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों ने कोयल नदी तट पर श्रमदान किया।

धार्मिक विधि-विधान से शुरुआत

यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज और समिति के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार पाल के नेतृत्व में सदस्यों की टीम प्रातः 8 बजे नवगढ़ गांव (सतबहिनी स्टेशन के समीप) पहुंची। कोयल नदी के तट पर विधिवत पूजा-अर्चना के बाद कुश की कटाई का कार्य प्रारंभ हुआ। आचार्य जी ने इस दौरान सनातन धर्म में कुश के महत्व को बताते हुए युवाओं के समर्पण की सराहना की।

यज्ञ की महत्वपूर्ण तिथियां

विदित हो कि नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ का भव्य आयोजन सुनिश्चित हुआ है। इसके लिए 'श्री हनुमत ध्वज' के अधिष्ठापन का कार्य पहले ही संपन्न किया जा चुका है।

श्रमदान में प्रमुख सहभागिता

यज्ञ के प्रधान संयोजक एवं युवा समाजसेवी राकेश कुमार पाल ने श्रमदान करने वाले सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्य में मुख्य रूप से:

कार्यकारी टीम: सत्येंद्र पाल (उपाध्यक्ष), विनय पाल (सचिव), विवेकानंद पाल (कोषाध्यक्ष), चैतू कुमार भुईयां (उपकोषाध्यक्ष)।

सक्रिय सदस्य: शिवपूजन पाल, कृष्णा राम, राजकिशोर पाल, रोहित कुमार चंद्रवंशी, कौशल कुशवाहा, रामाशीष कुशवाहा, मदन कुशवाहा, उदित पाल एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

बलिया: बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अलाव-रैन बसेरों की मजबूत व्यवस्था की मांग सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से राहत देने अपील की
संजीव सिंह बलिया। जनपद में कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं से तापमान लगातार गिर रहा है। इस पर चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से सड़क पर जीवन यापन करने वाले निर्धन लोगों के लिए तत्काल राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें छापने से काम नहीं चलेगा, जरूरतमंदों तक व्यवस्था पहुंचनी चाहिए।कान्हजी ने चेतावनी दी कि वर्तमान भीषण ठंड जानलेवा साबित हो सकती है। मानवता के नाते और शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने शहर, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रमुख चौराहों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों के बाहर पर्याप्त अलाव जलाने की मांग की।रैन बसेरों में सुविधाओं का खास जोर
सपा नेता ने सभी रैन बसेरों को सक्रिय करने और सुव्यवस्थित करने की अपील की। वहां केवल बिस्तर ही नहीं, बल्कि कंबल, साफ-सफाई व रात्रि में गरम भोजन-पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से फुटपाथ पर सोने वालों व निर्धन परिवारों में युद्ध स्तर पर कंबल वितरण शुरू किया जाए।सामूहिक जिम्मेदारी पर बल
कान्हजी ने कहा, "बलिया की धरती सेवा व समर्पण की प्रतीक रही है। इस ठंड में कोई गरीब खुले आसमान तले न सोए, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन संवेदनशील बने और राहत कार्य जमीन पर उतारे।"
उन्होंने नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाएं ताकि राहगीरों व मजदूरों को राहत मिले।
पुस्तक मेले का चौथा दिन.गुनाहो का देवता और‘कैकेयी के राम’से रुबरु होते पाठक।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)विकसित भारत– विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेले के चौथे दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी।अवकाश का दिन और कड़ाके की ठंड के बावजूद पाठको का उत्साह देखते ही बन रहा था।आयोजक मनोज सिंह चंदेल और सह-संयोजक मनीष गर्ग ने संयुक्त रूप से बताया कि मेले में साहित्य, विज्ञान, धर्म-कर्म, बाल साहित्य, आत्मकथाएँ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की पुस्तकें, इतिहास तथा विभिन्न भाषाओं और राज्यो की साहित्यिक कृतियाँ उपलब्ध हैं। इसके साथ ही पुस्तकों से जुड़े विविध सामग्री भी रखी गई है जो हर आयु और रुचि के पाठको को आकर्षित कर रही है।पुस्तक मेले के प्रवेश द्वार पर स्थित राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल पर नामी-गिरामी लेखकों की कृतियाँ पाठको का विशेष ध्यान खीच रही है। स्टॉल प्रतिनिधि प्रत्युष सिंह के अनुसार अशोक कुमार पाण्डेय की बीसवीं सदी के तानाशाह, श्रीलाल शुक्ल की राग दरबारी डॉ.तुलसीराम की मुर्दहिया रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी तथा कांता भारती की रेत की मछली जैसी पुस्तकों की अच्छी मांग बनी हुई है।कई शीर्षकों पर विशेष छूट भी दी जा रही है।वाणी प्रकाशन समूह के स्टॉल पर धर्मवीर भारती की कालजयी कृति गुनाहों का देवता आज भी पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है। इसी स्टॉल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन और आदर्शों पर आधारित दो उपन्यास विशेष चर्चा में हैं—भगवान सिंह की अपने‑अपने राम और हाल ही में प्रकाशित रहीस सिंह की कैकेयी के राम।
कैकेयी के राम पारंपरिक रामकथा से हटकर कैकेयी के दृष्टिकोण से घटनाओं को प्रस्तुत करती है,जिसमें उनके प्रेम, आंतरिक संघर्ष और राम के मर्यादापुरुषोत्तम बनने में उनकी भूमिका को मानवीय संवेदनाओ के साथ उकेरा गया है। वहीं अपने-अपने राम पाठकों को आदि से अंत तक बांधे रखने वाली प्रभावशाली कृति के रूप में सराही जा रही है।इसी स्टॉल पर लोकगायिका मालिनी अवस्थी की चंदन किवाड़ की भी उल्लेखनीय बिक्री हो रही है। स्टॉल प्रतिनिधि राकेश सिन्हा के अनुसार यहां 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इसके अतिरिक्त ज्योतिराव गोविंदराव फुले की गुलामगिरी तथा बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का चर्चित उपन्यास लज्जा भी पाठकों की मांग में शामिल है।रविवार को मेले में स्थापित सांस्कृतिक मंच पर पुस्तक कैप्टन राघवेंद्र प्रभा पर परिचर्चा आयोजित की गई। लेखक शिब्बू गाज़ीपुरी और इस कृति की अंग्रेज़ी अनुवादक सृष्टि राज को उनके साहित्यिक योगदान के लिए शुभकामनाएँ दी गई। वक्ताओ ने शिब्बू गाज़ीपुरी की संवेदनशील और ऐतिहासिक लेखनी तथा सृष्टि राज द्वारा किए गए सटीक प्रभावशाली और भावपूर्ण अंग्रेज़ी अनुवाद की सराहना की।कार्यक्रम के अंत में ईश्वर से कामना की गई कि लेखक और अनुवादक आगे भी साहित्य जगत को ऐसी ही उत्कृष्ट कृतियाँ प्रदान करते रहे।
सनातन धर्म अडिग है इसे कोई मिटा नहीं सकता-राकेश सेंगर।
नारीबारी के हिन्दू सम्मेलन में सामाजिक एकता का उद्घोष।

संस्कार समरसता और संगठन से विकसित भारत का मार्ग।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।हिन्दू समाज की समस्याओं को सुनकर उनके समाधान निकालने तथा समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से नारीबारी स्थित बाबा बैजनाथ धर्मशाला में भव्य हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया।सम्मेलन में सनातन धर्म सामाजिक एकता सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्र निर्माण जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।सम्मेलन के मुख्य अतिथि काशी प्रांत सह-व्यवस्था प्रमुख राकेश सेंगर ने कहा कि हिन्दू समाज की हस्ती कभी मिट नहीं सकती यही सनातन धर्म की सबसे बड़ी शक्ति है।इतिहास साक्षी है कि अनेक आक्रांताओ ने हिन्दू संस्कृति को समाप्त करने का प्रयास किया, किंतु सनातन परंपरा अडिग रही।उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी हिन्दू समाज को कमजोर करने के षड्यंत्र होते रहे-कभी अतिक्रमण के माध्यम से तो कभी आक्रमणकारियो का महिमामंडन कर इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया।उन्होंने स्पष्ट शब्दो में कहा कि भारत वर्ष का अर्थ ही हिन्दू धर्म और संस्कृति है जिसे किसी तराजू में तौलना असंभव है।राकेश सेंगर ने प्रयागराज महाकुम्भ का उदाहरण देते हुए कहा कि सनातन का प्रवाह समाज को जोड़ने वाला है। महाकुम्भ में करोड़ो श्रद्धालुओ ने बिना जाति-पांति पूछे एक साथ स्नान किया जो हिन्दू समाज की एकता और समरसता का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने उत्तर-दक्षिण के नाम पर समाज को बांटने वाले विचारों को घातक बताते हुए कहा कि भारत भले ही राष्ट्रो का संघ हो लेकिन उसकी आत्मा एक है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह दूरदर्शी सोच भारत को समृद्ध और विश्वगुरु बनाने की दिशा में निर्णायक कदम है।उन्होने रामचरितमानस भगवान श्रीराम के आदर्श सत्यनारायण कथा के संदेश और श्रीमद्भगवद्गीता के नीति शास्त्र को जीवन में उतारने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि संस्कारों के अभाव में परिवार और समाज टूट रहे है ऐसे में पंच प्रण को अपनाकर सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को मजबूत किया जा सकता है।संत आत्माराम ने कहा कि हिन्दुत्व ही समाज को शीतलता और संतुलन प्रदान कर सकता है।हिन्दुत्व हिमालय की भांति तटस्थ सत्य और सनातन है। बाबा नंदलाल जी ने भारत की जनता से एकता के सूत्र में बंधने का आह्वान किया।

मंच पर उपस्थित मातृशक्ति प्रिया सिंह ने कहा कि नारी के बिना समाज अधूरा है।नारी कोमल अवश्य है लेकिन कमजोर नही है और समाज निर्माण में उसकी भूमिका सर्वोपरि है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी बाबा बैजनाथ केसरवानी ने कहा कि नारीबारी क्षेत्र का हिन्दू समाज सभी को साथ लेकर चलने की परम्परा रखता है, जो अत्यंत गर्व का विषय है।

कार्यक्रम का संचालन खंड संघ चालक सूर्यकांत शुक्ल ने किया।इस अवसर पर जितेन्द्र गोबिन्द शरण सिंह सह संघचालक राजेश खंड कार्यवाह शैलेन्द्र खंड प्रचारक श्यामसुंदर सह खंड कार्यवाह दिवाकर पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी महेन्द्र शुक्ला अशोक मिश्र राजकुमार दीपक केसरवानी विनय शुक्ला भाजपा नेता डॉ.उदय प्रताप सिंह आशाराम शुक्ल ठाकुर इलाहाबादी सत्यम शुक्ल रिषी मोदनवाल अर्जुन केसरवानी विनोद सिंह अनिल मिश्र बृजेश सिंह राजेश केसरवानी सहित बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के नर-नारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन मां भारती की आरती और वंदना के पश्चात प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
हजारीबाग में 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' कार्यक्रम में कला और संगीत की धूम

हजारीबाग: तरंग ग्रुप और लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के संयुक्त तत्वावधान में, आदित्य विजन के सहयोग से 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' का आयोजन आज प्रधान कैफेटेरिया के सभागार में किया गया। इस विशेष संध्या ने न केवल दर्शकों का मन मोहा, बल्कि संगीत और कला के क्षेत्र की महान विभूति धर्मेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

आदित्य विजन द्वारा प्रायोजित इस गरिमामयी समारोह में हजारीबाग के संगीत और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने अपनी प्रस्तुतियों से पूरी सभा को सुरमयी बना दिया।

तरंग ग्रुप के निर्देशक अमित कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "धर्मेंद्र जी का व्यक्तित्व एक खुली किताब की तरह था, जिसमें कला के प्रति समर्पण और सभी के लिए प्रेम भरा था। आज भले ही वे हमारे बीच भौतिक रूप से नहीं हैं, लेकिन संगीत और कला के माध्यम से वे हमेशा जीवित रहेंगे। तरंग ग्रुप का यह प्रयास है कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहें और स्थानीय कलाकारों को सम्मान दिलाएं।"

लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के अध्यक्ष राजीव आनंद ने कहा कि समाज के विकास में कला का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा, "लायंस क्लब केवल सेवा कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की सांस्कृतिक आत्मा को जीवित रखना भी हमारी प्राथमिकता है।"

कार्यक्रम में स्वाति वर्मा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवा प्रतिभाओं को अपनी भावनाओं को मंच पर व्यक्त करने का अवसर मिलता है। उन्होंने महिला कलाकारों की भागीदारी की भी सराहना की।

गूंज स्टूडियो के निदेशक ने कला की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "एक कलाकार को तराशने में मंच और सही तकनीक का बड़ा योगदान होता है। हजारीबाग प्रतिभाओं की खान है और गूंज स्टूडियो हमेशा इन आवाज़ों को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। धर्मेंद्र जी के प्रति यह संगीतमय श्रद्धांजलि इसका प्रमाण है कि शहर के कलाकार अपनी विरासत का सम्मान करना जानते हैं।"

कार्यक्रम की शुरुआत धर्मेंद्र को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद शहर के प्रमुख गायकों और कलाकारों ने धर्मेंद्र जी के प्रिय गीतों और उनके जीवन को समर्पित रचनाओं की प्रस्तुति दी। उपस्थित लोगों ने गायकों की सुरीली आवाज और वाद्य यंत्रों की गूंज का आनंद लिया।

इस कार्यक्रम में प्रमुख कलाकारों में सुबोध सिन्हा, माथुर साहब, राजीव मिश्रा, बबलू सिन्हा, मनोज, राज कुमार वर्मा, अखिलेश वर्मा, सोनू कुमार, करण पांडेय, आकाश चौबे, शशिकांत सिन्हा, मोहम्मद वाशिम (सैक्सोफोन आर्टिस्ट), सुरेंद्र सुदेश, राहुल कुमार दास, राजपाल नारायण, अभय, आशीर्वाद आनन्द शामिल थे।

विशेष अतिथियों में प्रधान कैफेटेरिया के संचालक प्रभात प्रधान, भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव, भैया अभिमन्यु, मुन्नू सिन्हा, दीपक नाथ सहाय, सांसद मीडिया प्रभारी राजन चौधरी, उमेश राणा, संतोष कुमार, हीरो महतो, दीपक घोष, दीपशिखा, अजय गुप्ता, देवेंद्र गोस्वामी, ज्योत्सना देवी, बद्री राम, ज्ञान प्रकाश, राजमोहन वर्मा, मिथलेश सिन्हा, अगस्त्य कुमार, ओम शंकर, अमिताभ, दीपक झा, मनोज पूरी, चंदन कुमार, सतीश, रामचंद्र यादव, विनीत जैन, विकास वर्मा और अन्य गणमान्य नागरिक शामिल थे।

कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति ने सभी सहयोगियों और कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

खो खो प्रतियोगिता में महिला वर्ग की 14 और पुरुष वर्ग की 18 टीमों ने किया प्रतिभा ग़

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम फतेहगढ़ में सांसद खेल स्पर्धा में खो खो प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉक्टर बी .के. गंगवार प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर पल्लव सोमवंशी ब्लॉक प्रमुख ब्लाक राजेपुर मैं खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए प्रतियोगिता का टास्क कराकर किया।


इस मौके पर धर्मेंद्र राजपूत जिला मंत्री भाजपा, राजकुमार वर्मा मंडल अध्यक्ष नगर फर्रूखाबाद पूर्वी, अभिषेक बाजपेई जिला सोशल मीडिया प्रभारी, खो-खो प्रतियोगिता के नोडल प्रभारी संजीव कटियार, संजीव यादव, जिला खो-खो संघ के अध्यक्ष बिना गौतम, जगदीश बघेल विवेक यादव मौजूद रहे प्रतियोगिता के संचालन एवं निर्णायक की भूमिका व्यायाम शिक्षक अतुल कटियार,अरुण यादव, आलोक यादव, अभिषेक कुमार, अभिषेक शाक्य,संजीव द्विवेदी, कुलदीप यादव, सुभाष यादव एवं संचालन वैभव सोमवंशी ने किया। प्रतियोगिता मैं जनपद की पुरुष वर्ग में 18 टीमों एवं महिला वर्ग में 14 टीमों ने भाग लिया।

सब जूनियर बालिका (खो खो

विजेता – राष्ट्रीय जनता इंटर कॉलेज फतेहगढ़

उप-विजेता - वीरेन्द्र स्वरुप एजूकेशन सेंटर

सव-जूनियर बालक (खो-खो)

विजेता - राष्ट्रीय जनता इंटर कॉलेज फतेहगढ़

उप-विजेता - सं० वि० प्रहलादपुर सन्तोष शमसाबाद

जूनियर (बालिका) खो-खो

विजेता - फ्रेन्डस खो-खो क्लब सुजक्कर पुर पड़‌ती

उप-विजेता - जे० एस०एम० पब्लिक स्कूल फ़तेहगढ़

जूनियर (बालक) खो-खो

विजेता - खो-खो क्लव दलेलगंज शमसाबाद

उप-विजेता - स्टेडियम फतेहगढ़

सीनियर (बालिका) खो-खो

विजेता - स्टेडियम टीम फतेहगढ़,

उप-विजेता - सी०पी० इष्टर नेशनल फर्रुखाबाद

सीनियर (बालक) खो खो

विजेता - जे. एस०एम० फतेहगढ़

उप-विजेता - एबी आई सी शमसाबाद रही है l
गोविंदपुर ग्लोबल स्कूल ऑफ़ इंडिया में GSI शाहीन' का भव्य शुभारंभ: ग्रामीण छात्रों के लिए NEET-JEE की राह हुई आसान

​धनबाद, कोयलांचल की शैक्षणिक धरती धनबाद के गोविंदपुर में आज शिक्षा के एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। ग्लोबल स्कूल ऑफ़ इंडिया इंडिया परिसर में, ग्लोबल स्कूल ऑफ करियर इंस्टीच्यूट (GSI) शाहीन का विधिवत उद्घाटन हुआ. यह संस्थान ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी छात्रों के लिए NEET और JEE की तैयारी हेतु एक मील का पत्थर साबित होगा। ALLEN के सहयोग और शाहीन संस्थान समूह की संयुक्त पहल से यह संचालित होगा।

​कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो और शाहीन ग्रुप के चेयर मैंन (इंजीनियर) अब्दुल कादिर के कर-कमलों द्वारा संपन्न हुआ।

 इस गरिमामयी अवसर पर शिक्षा जगत की कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें डॉ. दिनेश गरिंदोरिया, प्रो. एस. के. एल. दास और जिला परिषद सदस्य सोहराब अंसारी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

​संस्थान के निदेशक डॉ. एस खालिद ने विजन स्पष्ट करते हुए कहा कि GSI शाहीन का मुख्य उद्देश्य आर्थिक और भौगोलिक बाधाओं को दूर करना है। यहाँ कोटा- की तर्ज पर नींट औऱ औऱ इंजिनियरिंग कॉलेज के लिए तैयारी की आवासीय व्यवस्था के साथ-साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग की सुविधा दी जाएगी, ताकि ग्रामीण छात्र भी डॉक्टर, इंजीनियर और IPS जैसे शीर्ष पदों तक पहुँच सकें।

 इस अवसर पर ​विधायक चंद्रदेव महतो ने अपने संबोधन में कहा कि

​"यह पहल विशेष रूप से हमारी ग्रामीण बेटियों के लिए वरदान साबित होगी। अब उन्हें उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी और क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी।"

​समारोह में वक्ताओं ने GSI शाहीन और अलीगढ़ कॉलेज के समन्वय को धनबाद के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। जिला परिषद सदस्य सोहराब अंसारी ने इसे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि बेहतर मार्गदर्शन से अब यहाँ के छात्रों का भविष्य और भी उज्ज्वल होगा।

परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मानपुर के जीडी पब्लिक स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी, छात्रों ने दिखाया नवाचार का हुनर, विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित

गया जिले के मानपुर लक्खीबाग स्थित जीडी पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को एक भव्य और रोचक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा, रचनात्मक सोच और नवाचार क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना तथा उन्हें व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ना रहा।

विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। विद्यार्थियों ने हाइड्रोलिक सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट सिस्टम, पावर फिल्टर, कार्बन उत्सर्जन नियंत्रण मॉडल, ब्लॉक पावर हाउस, जल संचय प्रणाली, किडनी की संरचना, हरित गांव का मॉडल और ज्वालामुखी के प्रतिरूप जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों के माध्यम से बच्चों ने विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल और रोचक तरीके से समझाया। इसके साथ ही छात्रों ने गया की सांस्कृतिक पहचान से जुड़े विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित किए।

वहीं, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रोड सेफ्टी और पर्यावरण संरक्षण जैसे सामाजिक विषयों पर आधारित प्रदर्शनों ने लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया। प्रदर्शनी में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे और बच्चों की प्रतिभा की सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर धर्मशाही ने कहा कि जीडी पब्लिक स्कूल की पहचान केवल किताबी शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की वैज्ञानिक गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं और उनमें आत्मविश्वास, तार्किक सोच व समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ाती हैं। विद्यालय की शिक्षिका सुष्मिता ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर छिपी वैज्ञानिक सोच को निखारना और उन्हें नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि जब बच्चे अपने विचारों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हैं, तो उनकी समझ और रुचि दोनों मजबूत होती हैं।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया। विज्ञान प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव साबित हुई।

गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।

गढ़वा में श्री रुद्र महायज्ञ की तैयारियां तेज, श्रमदान से किया गया 'कुश' का संग्रह

गढ़वा: जिला मुख्यालय के जोबरईया स्थित बंडा पहाड़ श्री नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में आगामी मार्च 2026 में आयोजित होने वाले नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। इसी कड़ी में आज यज्ञशाला निर्माण हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण 'कुश' के संग्रह के लिए जागृति युवा क्लब और यज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों ने कोयल नदी तट पर श्रमदान किया।

धार्मिक विधि-विधान से शुरुआत

यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज और समिति के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार पाल के नेतृत्व में सदस्यों की टीम प्रातः 8 बजे नवगढ़ गांव (सतबहिनी स्टेशन के समीप) पहुंची। कोयल नदी के तट पर विधिवत पूजा-अर्चना के बाद कुश की कटाई का कार्य प्रारंभ हुआ। आचार्य जी ने इस दौरान सनातन धर्म में कुश के महत्व को बताते हुए युवाओं के समर्पण की सराहना की।

यज्ञ की महत्वपूर्ण तिथियां

विदित हो कि नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ का भव्य आयोजन सुनिश्चित हुआ है। इसके लिए 'श्री हनुमत ध्वज' के अधिष्ठापन का कार्य पहले ही संपन्न किया जा चुका है।

श्रमदान में प्रमुख सहभागिता

यज्ञ के प्रधान संयोजक एवं युवा समाजसेवी राकेश कुमार पाल ने श्रमदान करने वाले सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्य में मुख्य रूप से:

कार्यकारी टीम: सत्येंद्र पाल (उपाध्यक्ष), विनय पाल (सचिव), विवेकानंद पाल (कोषाध्यक्ष), चैतू कुमार भुईयां (उपकोषाध्यक्ष)।

सक्रिय सदस्य: शिवपूजन पाल, कृष्णा राम, राजकिशोर पाल, रोहित कुमार चंद्रवंशी, कौशल कुशवाहा, रामाशीष कुशवाहा, मदन कुशवाहा, उदित पाल एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

बलिया: बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अलाव-रैन बसेरों की मजबूत व्यवस्था की मांग सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से राहत देने अपील की
संजीव सिंह बलिया। जनपद में कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं से तापमान लगातार गिर रहा है। इस पर चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से सड़क पर जीवन यापन करने वाले निर्धन लोगों के लिए तत्काल राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें छापने से काम नहीं चलेगा, जरूरतमंदों तक व्यवस्था पहुंचनी चाहिए।कान्हजी ने चेतावनी दी कि वर्तमान भीषण ठंड जानलेवा साबित हो सकती है। मानवता के नाते और शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने शहर, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रमुख चौराहों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों के बाहर पर्याप्त अलाव जलाने की मांग की।रैन बसेरों में सुविधाओं का खास जोर
सपा नेता ने सभी रैन बसेरों को सक्रिय करने और सुव्यवस्थित करने की अपील की। वहां केवल बिस्तर ही नहीं, बल्कि कंबल, साफ-सफाई व रात्रि में गरम भोजन-पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से फुटपाथ पर सोने वालों व निर्धन परिवारों में युद्ध स्तर पर कंबल वितरण शुरू किया जाए।सामूहिक जिम्मेदारी पर बल
कान्हजी ने कहा, "बलिया की धरती सेवा व समर्पण की प्रतीक रही है। इस ठंड में कोई गरीब खुले आसमान तले न सोए, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन संवेदनशील बने और राहत कार्य जमीन पर उतारे।"
उन्होंने नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाएं ताकि राहगीरों व मजदूरों को राहत मिले।
पुस्तक मेले का चौथा दिन.गुनाहो का देवता और‘कैकेयी के राम’से रुबरु होते पाठक।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)विकसित भारत– विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेले के चौथे दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी।अवकाश का दिन और कड़ाके की ठंड के बावजूद पाठको का उत्साह देखते ही बन रहा था।आयोजक मनोज सिंह चंदेल और सह-संयोजक मनीष गर्ग ने संयुक्त रूप से बताया कि मेले में साहित्य, विज्ञान, धर्म-कर्म, बाल साहित्य, आत्मकथाएँ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की पुस्तकें, इतिहास तथा विभिन्न भाषाओं और राज्यो की साहित्यिक कृतियाँ उपलब्ध हैं। इसके साथ ही पुस्तकों से जुड़े विविध सामग्री भी रखी गई है जो हर आयु और रुचि के पाठको को आकर्षित कर रही है।पुस्तक मेले के प्रवेश द्वार पर स्थित राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल पर नामी-गिरामी लेखकों की कृतियाँ पाठको का विशेष ध्यान खीच रही है। स्टॉल प्रतिनिधि प्रत्युष सिंह के अनुसार अशोक कुमार पाण्डेय की बीसवीं सदी के तानाशाह, श्रीलाल शुक्ल की राग दरबारी डॉ.तुलसीराम की मुर्दहिया रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी तथा कांता भारती की रेत की मछली जैसी पुस्तकों की अच्छी मांग बनी हुई है।कई शीर्षकों पर विशेष छूट भी दी जा रही है।वाणी प्रकाशन समूह के स्टॉल पर धर्मवीर भारती की कालजयी कृति गुनाहों का देवता आज भी पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है। इसी स्टॉल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन और आदर्शों पर आधारित दो उपन्यास विशेष चर्चा में हैं—भगवान सिंह की अपने‑अपने राम और हाल ही में प्रकाशित रहीस सिंह की कैकेयी के राम।
कैकेयी के राम पारंपरिक रामकथा से हटकर कैकेयी के दृष्टिकोण से घटनाओं को प्रस्तुत करती है,जिसमें उनके प्रेम, आंतरिक संघर्ष और राम के मर्यादापुरुषोत्तम बनने में उनकी भूमिका को मानवीय संवेदनाओ के साथ उकेरा गया है। वहीं अपने-अपने राम पाठकों को आदि से अंत तक बांधे रखने वाली प्रभावशाली कृति के रूप में सराही जा रही है।इसी स्टॉल पर लोकगायिका मालिनी अवस्थी की चंदन किवाड़ की भी उल्लेखनीय बिक्री हो रही है। स्टॉल प्रतिनिधि राकेश सिन्हा के अनुसार यहां 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इसके अतिरिक्त ज्योतिराव गोविंदराव फुले की गुलामगिरी तथा बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का चर्चित उपन्यास लज्जा भी पाठकों की मांग में शामिल है।रविवार को मेले में स्थापित सांस्कृतिक मंच पर पुस्तक कैप्टन राघवेंद्र प्रभा पर परिचर्चा आयोजित की गई। लेखक शिब्बू गाज़ीपुरी और इस कृति की अंग्रेज़ी अनुवादक सृष्टि राज को उनके साहित्यिक योगदान के लिए शुभकामनाएँ दी गई। वक्ताओ ने शिब्बू गाज़ीपुरी की संवेदनशील और ऐतिहासिक लेखनी तथा सृष्टि राज द्वारा किए गए सटीक प्रभावशाली और भावपूर्ण अंग्रेज़ी अनुवाद की सराहना की।कार्यक्रम के अंत में ईश्वर से कामना की गई कि लेखक और अनुवादक आगे भी साहित्य जगत को ऐसी ही उत्कृष्ट कृतियाँ प्रदान करते रहे।
सनातन धर्म अडिग है इसे कोई मिटा नहीं सकता-राकेश सेंगर।
नारीबारी के हिन्दू सम्मेलन में सामाजिक एकता का उद्घोष।

संस्कार समरसता और संगठन से विकसित भारत का मार्ग।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।हिन्दू समाज की समस्याओं को सुनकर उनके समाधान निकालने तथा समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से नारीबारी स्थित बाबा बैजनाथ धर्मशाला में भव्य हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया।सम्मेलन में सनातन धर्म सामाजिक एकता सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्र निर्माण जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।सम्मेलन के मुख्य अतिथि काशी प्रांत सह-व्यवस्था प्रमुख राकेश सेंगर ने कहा कि हिन्दू समाज की हस्ती कभी मिट नहीं सकती यही सनातन धर्म की सबसे बड़ी शक्ति है।इतिहास साक्षी है कि अनेक आक्रांताओ ने हिन्दू संस्कृति को समाप्त करने का प्रयास किया, किंतु सनातन परंपरा अडिग रही।उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी हिन्दू समाज को कमजोर करने के षड्यंत्र होते रहे-कभी अतिक्रमण के माध्यम से तो कभी आक्रमणकारियो का महिमामंडन कर इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया।उन्होंने स्पष्ट शब्दो में कहा कि भारत वर्ष का अर्थ ही हिन्दू धर्म और संस्कृति है जिसे किसी तराजू में तौलना असंभव है।राकेश सेंगर ने प्रयागराज महाकुम्भ का उदाहरण देते हुए कहा कि सनातन का प्रवाह समाज को जोड़ने वाला है। महाकुम्भ में करोड़ो श्रद्धालुओ ने बिना जाति-पांति पूछे एक साथ स्नान किया जो हिन्दू समाज की एकता और समरसता का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने उत्तर-दक्षिण के नाम पर समाज को बांटने वाले विचारों को घातक बताते हुए कहा कि भारत भले ही राष्ट्रो का संघ हो लेकिन उसकी आत्मा एक है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह दूरदर्शी सोच भारत को समृद्ध और विश्वगुरु बनाने की दिशा में निर्णायक कदम है।उन्होने रामचरितमानस भगवान श्रीराम के आदर्श सत्यनारायण कथा के संदेश और श्रीमद्भगवद्गीता के नीति शास्त्र को जीवन में उतारने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि संस्कारों के अभाव में परिवार और समाज टूट रहे है ऐसे में पंच प्रण को अपनाकर सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को मजबूत किया जा सकता है।संत आत्माराम ने कहा कि हिन्दुत्व ही समाज को शीतलता और संतुलन प्रदान कर सकता है।हिन्दुत्व हिमालय की भांति तटस्थ सत्य और सनातन है। बाबा नंदलाल जी ने भारत की जनता से एकता के सूत्र में बंधने का आह्वान किया।

मंच पर उपस्थित मातृशक्ति प्रिया सिंह ने कहा कि नारी के बिना समाज अधूरा है।नारी कोमल अवश्य है लेकिन कमजोर नही है और समाज निर्माण में उसकी भूमिका सर्वोपरि है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी बाबा बैजनाथ केसरवानी ने कहा कि नारीबारी क्षेत्र का हिन्दू समाज सभी को साथ लेकर चलने की परम्परा रखता है, जो अत्यंत गर्व का विषय है।

कार्यक्रम का संचालन खंड संघ चालक सूर्यकांत शुक्ल ने किया।इस अवसर पर जितेन्द्र गोबिन्द शरण सिंह सह संघचालक राजेश खंड कार्यवाह शैलेन्द्र खंड प्रचारक श्यामसुंदर सह खंड कार्यवाह दिवाकर पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी महेन्द्र शुक्ला अशोक मिश्र राजकुमार दीपक केसरवानी विनय शुक्ला भाजपा नेता डॉ.उदय प्रताप सिंह आशाराम शुक्ल ठाकुर इलाहाबादी सत्यम शुक्ल रिषी मोदनवाल अर्जुन केसरवानी विनोद सिंह अनिल मिश्र बृजेश सिंह राजेश केसरवानी सहित बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के नर-नारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन मां भारती की आरती और वंदना के पश्चात प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
हजारीबाग में 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' कार्यक्रम में कला और संगीत की धूम

हजारीबाग: तरंग ग्रुप और लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के संयुक्त तत्वावधान में, आदित्य विजन के सहयोग से 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' का आयोजन आज प्रधान कैफेटेरिया के सभागार में किया गया। इस विशेष संध्या ने न केवल दर्शकों का मन मोहा, बल्कि संगीत और कला के क्षेत्र की महान विभूति धर्मेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

आदित्य विजन द्वारा प्रायोजित इस गरिमामयी समारोह में हजारीबाग के संगीत और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने अपनी प्रस्तुतियों से पूरी सभा को सुरमयी बना दिया।

तरंग ग्रुप के निर्देशक अमित कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "धर्मेंद्र जी का व्यक्तित्व एक खुली किताब की तरह था, जिसमें कला के प्रति समर्पण और सभी के लिए प्रेम भरा था। आज भले ही वे हमारे बीच भौतिक रूप से नहीं हैं, लेकिन संगीत और कला के माध्यम से वे हमेशा जीवित रहेंगे। तरंग ग्रुप का यह प्रयास है कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहें और स्थानीय कलाकारों को सम्मान दिलाएं।"

लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के अध्यक्ष राजीव आनंद ने कहा कि समाज के विकास में कला का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा, "लायंस क्लब केवल सेवा कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की सांस्कृतिक आत्मा को जीवित रखना भी हमारी प्राथमिकता है।"

कार्यक्रम में स्वाति वर्मा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवा प्रतिभाओं को अपनी भावनाओं को मंच पर व्यक्त करने का अवसर मिलता है। उन्होंने महिला कलाकारों की भागीदारी की भी सराहना की।

गूंज स्टूडियो के निदेशक ने कला की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "एक कलाकार को तराशने में मंच और सही तकनीक का बड़ा योगदान होता है। हजारीबाग प्रतिभाओं की खान है और गूंज स्टूडियो हमेशा इन आवाज़ों को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। धर्मेंद्र जी के प्रति यह संगीतमय श्रद्धांजलि इसका प्रमाण है कि शहर के कलाकार अपनी विरासत का सम्मान करना जानते हैं।"

कार्यक्रम की शुरुआत धर्मेंद्र को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद शहर के प्रमुख गायकों और कलाकारों ने धर्मेंद्र जी के प्रिय गीतों और उनके जीवन को समर्पित रचनाओं की प्रस्तुति दी। उपस्थित लोगों ने गायकों की सुरीली आवाज और वाद्य यंत्रों की गूंज का आनंद लिया।

इस कार्यक्रम में प्रमुख कलाकारों में सुबोध सिन्हा, माथुर साहब, राजीव मिश्रा, बबलू सिन्हा, मनोज, राज कुमार वर्मा, अखिलेश वर्मा, सोनू कुमार, करण पांडेय, आकाश चौबे, शशिकांत सिन्हा, मोहम्मद वाशिम (सैक्सोफोन आर्टिस्ट), सुरेंद्र सुदेश, राहुल कुमार दास, राजपाल नारायण, अभय, आशीर्वाद आनन्द शामिल थे।

विशेष अतिथियों में प्रधान कैफेटेरिया के संचालक प्रभात प्रधान, भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव, भैया अभिमन्यु, मुन्नू सिन्हा, दीपक नाथ सहाय, सांसद मीडिया प्रभारी राजन चौधरी, उमेश राणा, संतोष कुमार, हीरो महतो, दीपक घोष, दीपशिखा, अजय गुप्ता, देवेंद्र गोस्वामी, ज्योत्सना देवी, बद्री राम, ज्ञान प्रकाश, राजमोहन वर्मा, मिथलेश सिन्हा, अगस्त्य कुमार, ओम शंकर, अमिताभ, दीपक झा, मनोज पूरी, चंदन कुमार, सतीश, रामचंद्र यादव, विनीत जैन, विकास वर्मा और अन्य गणमान्य नागरिक शामिल थे।

कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति ने सभी सहयोगियों और कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

खो खो प्रतियोगिता में महिला वर्ग की 14 और पुरुष वर्ग की 18 टीमों ने किया प्रतिभा ग़

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम फतेहगढ़ में सांसद खेल स्पर्धा में खो खो प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉक्टर बी .के. गंगवार प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर पल्लव सोमवंशी ब्लॉक प्रमुख ब्लाक राजेपुर मैं खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए प्रतियोगिता का टास्क कराकर किया।


इस मौके पर धर्मेंद्र राजपूत जिला मंत्री भाजपा, राजकुमार वर्मा मंडल अध्यक्ष नगर फर्रूखाबाद पूर्वी, अभिषेक बाजपेई जिला सोशल मीडिया प्रभारी, खो-खो प्रतियोगिता के नोडल प्रभारी संजीव कटियार, संजीव यादव, जिला खो-खो संघ के अध्यक्ष बिना गौतम, जगदीश बघेल विवेक यादव मौजूद रहे प्रतियोगिता के संचालन एवं निर्णायक की भूमिका व्यायाम शिक्षक अतुल कटियार,अरुण यादव, आलोक यादव, अभिषेक कुमार, अभिषेक शाक्य,संजीव द्विवेदी, कुलदीप यादव, सुभाष यादव एवं संचालन वैभव सोमवंशी ने किया। प्रतियोगिता मैं जनपद की पुरुष वर्ग में 18 टीमों एवं महिला वर्ग में 14 टीमों ने भाग लिया।

सब जूनियर बालिका (खो खो

विजेता – राष्ट्रीय जनता इंटर कॉलेज फतेहगढ़

उप-विजेता - वीरेन्द्र स्वरुप एजूकेशन सेंटर

सव-जूनियर बालक (खो-खो)

विजेता - राष्ट्रीय जनता इंटर कॉलेज फतेहगढ़

उप-विजेता - सं० वि० प्रहलादपुर सन्तोष शमसाबाद

जूनियर (बालिका) खो-खो

विजेता - फ्रेन्डस खो-खो क्लब सुजक्कर पुर पड़‌ती

उप-विजेता - जे० एस०एम० पब्लिक स्कूल फ़तेहगढ़

जूनियर (बालक) खो-खो

विजेता - खो-खो क्लव दलेलगंज शमसाबाद

उप-विजेता - स्टेडियम फतेहगढ़

सीनियर (बालिका) खो-खो

विजेता - स्टेडियम टीम फतेहगढ़,

उप-विजेता - सी०पी० इष्टर नेशनल फर्रुखाबाद

सीनियर (बालक) खो खो

विजेता - जे. एस०एम० फतेहगढ़

उप-विजेता - एबी आई सी शमसाबाद रही है l
गोविंदपुर ग्लोबल स्कूल ऑफ़ इंडिया में GSI शाहीन' का भव्य शुभारंभ: ग्रामीण छात्रों के लिए NEET-JEE की राह हुई आसान

​धनबाद, कोयलांचल की शैक्षणिक धरती धनबाद के गोविंदपुर में आज शिक्षा के एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। ग्लोबल स्कूल ऑफ़ इंडिया इंडिया परिसर में, ग्लोबल स्कूल ऑफ करियर इंस्टीच्यूट (GSI) शाहीन का विधिवत उद्घाटन हुआ. यह संस्थान ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी छात्रों के लिए NEET और JEE की तैयारी हेतु एक मील का पत्थर साबित होगा। ALLEN के सहयोग और शाहीन संस्थान समूह की संयुक्त पहल से यह संचालित होगा।

​कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो और शाहीन ग्रुप के चेयर मैंन (इंजीनियर) अब्दुल कादिर के कर-कमलों द्वारा संपन्न हुआ।

 इस गरिमामयी अवसर पर शिक्षा जगत की कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें डॉ. दिनेश गरिंदोरिया, प्रो. एस. के. एल. दास और जिला परिषद सदस्य सोहराब अंसारी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

​संस्थान के निदेशक डॉ. एस खालिद ने विजन स्पष्ट करते हुए कहा कि GSI शाहीन का मुख्य उद्देश्य आर्थिक और भौगोलिक बाधाओं को दूर करना है। यहाँ कोटा- की तर्ज पर नींट औऱ औऱ इंजिनियरिंग कॉलेज के लिए तैयारी की आवासीय व्यवस्था के साथ-साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग की सुविधा दी जाएगी, ताकि ग्रामीण छात्र भी डॉक्टर, इंजीनियर और IPS जैसे शीर्ष पदों तक पहुँच सकें।

 इस अवसर पर ​विधायक चंद्रदेव महतो ने अपने संबोधन में कहा कि

​"यह पहल विशेष रूप से हमारी ग्रामीण बेटियों के लिए वरदान साबित होगी। अब उन्हें उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी और क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी।"

​समारोह में वक्ताओं ने GSI शाहीन और अलीगढ़ कॉलेज के समन्वय को धनबाद के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। जिला परिषद सदस्य सोहराब अंसारी ने इसे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि बेहतर मार्गदर्शन से अब यहाँ के छात्रों का भविष्य और भी उज्ज्वल होगा।

परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मानपुर के जीडी पब्लिक स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी, छात्रों ने दिखाया नवाचार का हुनर, विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित

गया जिले के मानपुर लक्खीबाग स्थित जीडी पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को एक भव्य और रोचक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा, रचनात्मक सोच और नवाचार क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना तथा उन्हें व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ना रहा।

विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। विद्यार्थियों ने हाइड्रोलिक सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट सिस्टम, पावर फिल्टर, कार्बन उत्सर्जन नियंत्रण मॉडल, ब्लॉक पावर हाउस, जल संचय प्रणाली, किडनी की संरचना, हरित गांव का मॉडल और ज्वालामुखी के प्रतिरूप जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों के माध्यम से बच्चों ने विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल और रोचक तरीके से समझाया। इसके साथ ही छात्रों ने गया की सांस्कृतिक पहचान से जुड़े विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित किए।

वहीं, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रोड सेफ्टी और पर्यावरण संरक्षण जैसे सामाजिक विषयों पर आधारित प्रदर्शनों ने लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया। प्रदर्शनी में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे और बच्चों की प्रतिभा की सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर धर्मशाही ने कहा कि जीडी पब्लिक स्कूल की पहचान केवल किताबी शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की वैज्ञानिक गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं और उनमें आत्मविश्वास, तार्किक सोच व समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ाती हैं। विद्यालय की शिक्षिका सुष्मिता ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर छिपी वैज्ञानिक सोच को निखारना और उन्हें नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि जब बच्चे अपने विचारों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हैं, तो उनकी समझ और रुचि दोनों मजबूत होती हैं।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया। विज्ञान प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव साबित हुई।

गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।