गया से बड़ी खबर: जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बेटे ने हड़पी संपत्ति, पीड़िता ने प्रशासन से लगाई गुहार

गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां गुरुद्वारा रोड, गोसाई बाग निवासी दिलीप कुमार पर अपनी ही जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र बनवाकर संपत्ति हड़पने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित मां मीना देवी और छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार उर्फ प्रवीण कुमार ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

मीना देवी ने बताया कि उनका बड़ा बेटा दिलीप कुमार लंबे समय से परिवार से अलग रहता है। आरोप है कि दिलीप कुमार ने कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला गोसाई बाग स्थित होल्डिंग नंबर नया 246, पुराना 239, वार्ड नंबर 17 में स्थित पुश्तैनी मकान को अपने नाम कराने के लिए साजिश के तहत उनका नकली मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम से बनवा लिया और इसके आधार पर उसने नगर निगम कार्यालय के राजस्व कार्यालय में दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कराई और मकान को अपने नाम करवा लिया।

पीड़िता मीना देवी ने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और जीवित हैं, लेकिन इसके बावजूद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराना कानून के साथ सीधी धोखाधड़ी है। उन्होंने बताया कि इस फर्जी दस्तावेज़ के कारण सरकारी अभिलेखों में उन्हें मृत दिखा दिया गया है, जिससे उन्हें कई तरह की प्रशासनिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि दिलीप कुमार और उनकी पत्नी की नीयत शुरू से ही संपत्ति हड़पने की थी, और उसने बिना किसी जानकारी के प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर यह दस्तावेज़ बनवाया। पीड़ित परिवार का कहना है कि मामले में शामिल संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए, जिनकी लापरवाही या मिलीभगत के कारण एक जिंदा महिला की ‘मृत्यु’ सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो गई।

पीड़ित मीना देवी और उनके छोटे बेटे ने आगे कहां की इस मामले को जब हमने अधिकारियों पास ले गया तो हमको धमकियां दी जा रही है। मेरे ऊपर दिलीप कुमार के पत्नी ने झूठ दुष्कर्म का भी केस दर्ज कराया है जो बिल्कुल ही सरासर गलत है। केस इसलिए किया गया है ताकि हम लोग इस मामले में फंसे रहे और जमीन को हड़पने में सफल रहे। मां मीना देवी ने जिलाधिकारी शशांक शुभंकर समेत वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार सहित तमाम अधिकारियों से लिखित शिकायत कर फर्जी दस्तावेज़ रद्द करने, संपत्ति वापस दिलाने और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना को लेकर आक्रोश है, क्योंकि यह मामला न केवल पारिवारिक कलह का है, बल्कि सरकारी दस्तावेज़ों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का गंभीर मामला भी है। प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, इसे लेकर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।

बड़कागांव के लिए ऐतिहासिक दिन, हरली में 26 करोड़ की लागत से बनने वाले डिग्री कॉलेज का भूमिपूजन हुआ संपन्न

बड़कागांव - हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा। क्षेत्र की चिर-लंबित मांग और यहां के विद्यार्थियों के सपनों को साकार करते हुए बड़कागांव पूर्वी क्षेत्र के हरली पंचायत स्थित ग्राम हरली में डिग्री कॉलेज के निर्माण कार्य का विधिवत् भूमिपूजन संपन्न हो गया।इस अवसर पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल और विशिष्ट अतिथि के रूप में बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोशन लाल चौधरी शामिल हुए और विधिवत् पूजा- अर्चना कर,

नारियल फोड़कर, शिलापट्ट का अनावरण कर और ईंट जोड़कर डिग्री कॉलेज का नींव रखा ।

यह डिग्री कॉलेज विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के अंतर्गत संचालित होगा। करीब 26 करोड़ रुपये की लागत से यह कॉलेज 4.07 एकड़ भूखंड पर निर्मित किया जाएगा। निर्माण का जिम्मा भवन निर्माण निगम लिमिटेड को सौंपा गया है, जिसे अगले 21 महीने में कार्य पूर्ण करना है। कॉलेज परिसर में जी+2 (ग्राउंड प्लस टू) का एकेडमिक भवन, एसआरसी भवन, एक विशाल खेल मैदान, और अन्य सभी आवश्यक आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इस अत्याधुनिक भवन में एक साथ करीब 2000 से अधिक विद्यार्थियों के बैठकर पढ़ाई करने की क्षमता होगी।

मौके पर सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि इस कॉलेज के निर्माण में किसी प्रकार का कोई विघ्न-बाधा या अड़चन ना आए इस दिशा में स्थानीय लोगों को शिक्षा के उत्थान में संकल्प लेकर इसके जल्द निर्माण के दिशा में सकारात्मक सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बरसों पूर्व से इस क्षेत्र के विद्यार्थियों के दर्द को मैंने बतौर हजारीबाग सदर विधायक रहते हुए हजारीबाग के विभिन्न कॉलेजों में नामांकन हेतु अनुशंसा के माध्यम से करीब से देखा और जाना है। पहले यहाँ के छात्र-छात्राओं को स्नातक की पढ़ाई के लिए हजारीबाग, रामगढ़ या रांची जैसे बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता था। लेकिन अब जल्द ही उन्हें उनके गृह क्षेत्र में ही उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे क्षेत्र के विद्यार्थियों में उड़ान का नया पंख लगेगा। उन्होंने इस डिग्री कॉलेज के स्वीकृति के लिए प्रयासरत सभी जनों के साथ सरकार का भी आभार जताया की देर से ही सही लेकिन इस क्षेत्र के लोगों की लंबे अरसे की मांग पूरी होने जा रही है। बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने कहा कि शिक्षा से ही समाज में बदलाव और विकास संभव है। ऐसे में अभी डिग्री कॉलेज का भूमि पूजन हुआ है भविष्य में तकनीकी शिक्षा के साथ अन्य जरूरी शिक्षा के लिए सांसद मनीष जायसवाल के साथ मैं कटिबद्ध रहूंगा ।

समारोह में मंच का संचालन बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि उमेश दांगी ने किया। मौके पर विशेष रूप से इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रसिद्ध शिक्षाविद् महेंद्र नाथ पांडेय, हरली पंचायत की मुखिया कविता देवी, पंचायत समिति सदस्य कौशल्या देवी, लोकसभा सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि पूनम साहू, पूर्व मुखिया सह बड़कागांव पूर्वी सांसद प्रतिनिधि महेंद्र महतो, पूर्व मुखिया बिगेश्वर महतो, भाजपा पूर्वी मंडल अध्यक्ष खेमलाल महतो, पश्चिमी भाजपा मंडल अध्यक्ष आदित्य साहू सोनी, भाजपा नेता जुगनू सिंह, अनिल मिश्रा, जयनारायण मेहता, उपेंद्र प्रसाद, बेचन साव, सबूर महतो, सुमन गिरी, भीखन महतो, राजकिशोर साव, विनोद महतो, पारस नाथ महतो, किशोर राणा, सोहन लाल मेहता, मनीष पाण्डेय, प्रमोद साव, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड डॉक्टर का कारनामा

मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी स्वायत्तशासी महाविद्यालय अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय इस समय अपने ऊल- जुलुल हरकतों व नौसीखीया डॉक्टरो के उपेक्षा पूर्ण रवैया और गुंडागर्दी से काफी चर्चा में चल रहा है । इसी क्रम में 19 नवंबर को अल्ट्रासाउंड डॉक्टर ने एक और कारनामा कर दिखाया। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर और उनकी पूरी टीम ने फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी की घोर मानसिक क्षति कारित किया। अपने साथ हुए इस खिलवाड़ के संदर्भ में पीड़ित अधिवक्ता अजीत कुमार सिंह पुत्र कमलापति सिंह निवासी ग्राम लखौली, पो०-नेवढ़ियाघाट, थाना-को० दैहात, जनपद- मीरजापुर ने डा० अंकित शर्मा एमबीबीएस एमडी , डा० के० के० सिंह (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर) डा० एस० के० नायक (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर सीनियर), व 3 अन्य डाक्टर सहयोगियो के विरुद्ध जिलाधिकारी मिर्जापुर के यहां प्रार्थना पत्र देकर अपने साथ हुए घृणित मजाक के संदर्भ में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में जिलाधिकारी को लिखा है कि प्रार्थी के कमर में दर्द की शिकायत थी जिसके कारण उसी दिन दिन समय लगभग 10:44 सुबह सरकारी अस्पताल जाकर विपक्षी सं0-1 से अपनी बात बताई जिस पर विपक्षी सं०-1 द्वारा अल्ट्रासाउण्ड करने की सलाह देते हुए प्रार्थी के पर्चा पर अल्ट्रासाउण्ड करने हेतु कहा गया तब प्रार्थी अस्पताल के अल्ट्रासाउण्ड विभाग में जाकर उसी दिन अपनी जाँच कराया जॉच रिपोर्ट में विपक्षी सं0-2 द्वारा यह लिखा गया कि प्रार्थी की दाहिने साइट की किडनी नही है। प्रार्थी जब उक्त रिपोर्ट विपक्षी सं०-1 जो कि उक्त विभाग के डाक्टर है को दिखाया तो वह उनके साथ बैठे 3 अन्य डाक्टरो को उक्त रिपोर्ट दिखाकर प्रार्थी को आश्चर्य भरी नजरो से देखने लगे प्रार्थी को शंका हुआ तो प्रार्थी उनसे पूछा कि डाक्टर साहब मेरी रिपोर्ट सही है कि नही तो डाक्टर विपक्षी सं०-1 मुझसे कहे कि आप कि दाहिनी किडनी जन्म से ही नहीं है।

 यह सुनते ही प्रार्थी का ब्लड पेसर काफी बढ़ गया । वहाँ मौके पर मौजूद कर्मचारी द्वारा मुझे कुर्सी पर बैठाकर मेरा बी०पी० चेक किय जिसमें बी०पी० 150 से ज्यादा बढ़ने लगा तब हमे डाक्टरो द्वारा बी०पी० की दवा देते हुए आश्वासन दिया गया कि आप एक किडनी पर जीवित रह सकते है। प्रार्थी उक्त विपक्षी गणो के द्वारा बताये गये जॉच रिपोर्ट से अवसाद में चला गया।

 तब मेरे परिवार वालो ने इसका कारण पूछा, तो मैने उन्हे सारी बात बताई । जिस पर परिवार वाले मुझे सतीश डायग्नोस्टिक रामबाग मीरजापुर लेकर आये और प्रार्थी का फुल चेक/अल्ट्रासाउण्ड कराया। उस जॉच में प्रार्थी की दोनो किडनी सही पाई गई। विपक्षीग फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी को घोर मानसिक शारीरिक आर्थिक छति पहुचाने का कार्य किये है। प्रार्थी प्रार्थना पत्र के साथ उक्त दोनो अल्ट्रासाउण्ड की रिपोर्ट संल कर रहा है। ऐसी स्थिति में उक्त विपक्षीगण की विभागीय जाँच कराकर दोषी पाये पर इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किया जाना उचित एवं न्याय संगत होगा। इस संदर्भ में पीड़ित के द्वारा श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार से भी मदद मांगी गई , और उन्होंने जिलाधिकारी महोदय से मिलकर इस संदर्भ में प्रार्थना पत्र दिलवा कर तत्काल ऐसे अयोग्य डॉक्टरो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है । उन्होंने साथ ही साथ यह भी चेतावनी दी है कि यदि जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे डॉक्टरों को तत्काल यहां से कार्य मुक्त नहीं किया गया तो श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना बड़े स्तर पर मंडलीय चिकित्सालय में धरना प्रदर्शन व अग्रिम कार्यवाही के लिए बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। 

मौके पर उपस्थित रहने वालों में जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार पूर्वांचल सचिव अभिषेक सिंह धवल ,जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह राणा, जिला उपाध्यक्ष इंस्पेक्टर सिंह शिवम, नगर अध्यक्ष युवराज सिंह युवा जिला अध्यक्ष  ऋषि कुमार सिंह प्रांजल, शाश्वत सिंह जंग बहादुर सिंह अजीत कुमार सिंह मधुकर मिश्रा एडवोकेट अरुण सिंह एडवोकेट हेमंत कुमार प्रवीण दीक्षित एडवोकेट सहित श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

विनोद कुमार शुक्ल हिंदी के सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ से हुए सम्मानित



रायपुर- आज हिंदी के शीर्ष कवि-कथाकार विनोद कुमार शुक्ल को हिंदी का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार, उनके रायपुर स्थित निवास पर दिया गया. ज्ञानपीठ के महाप्रबंधक आरएन तिवारी ने सम्मान के साथ उन्हें वाग्देवी की प्रतिमा और पुरस्कार का चेक उन्हें प्रदान किया गया.

विनोद कुमार शुक्ल ने अपने पाठकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा- “जब हिन्दी भाषा सहित तमाम भाषाओं पर संकट की बात कही जा रही है, मुझे पूरी उम्मीद है नई पीढ़ी हर भाषा का सम्मान करेगी. हर विचारधारा का सम्मान करेगी. किसी भाषा या अच्छे विचार का नष्ट होना, मनुष्यता का नष्ट होना है.”

वे पिछले कई सालों से बच्चों और किशोरों के लिए भी लिख रहे हैं. अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि “मुझे बच्चों, किशोरों और युवाओं से बहुत उम्मीदें हैं. मैं हमेशा कहता रहा हूँ कि हर मनुष्य को अपने जीवन में एक किताब जरूर लिखनी चाहिए. अच्छी किताबें हमेशा साथ होनी चाहिए. अच्छी किताब को समझने के लिए हमेशा जूझना पड़ता है. किसी भी क्षेत्र में शास्त्रीयता को पाना है तो उस क्षेत्र के सबसे अच्छे साहित्य के पास जाना चाहिये.”

आलोचना को लेकर उन्होंने कहा कि “किसी अच्छे काम की आलोचना अगर की जाती है तो उन आलोचनाओं को अपनी ताकत बना लें. आलोचना जो है, दूसरों का विचार है, जो उपयोगी या अनुपयोगी हो सकता है. किसी कविता की सबसे अच्छी आलोचना का उत्तर उससे अच्छी एक और नयी कविता को रच देना है. किसी काम की सबसे अच्छी आलोचना का उत्तर, उससे और अच्छा काम करके दिखाना होना चाहिए. साहित्य में गलत आलोचनाओं ने अच्छे साहित्य का नुक़सान ज्यादा किया है.”

उन्होंने कहा कि “जीवन में असफलताएँ, गलतियाँ, आलोचनाएँ सभी तरफ़ बिखरी पड़ी मिल सकती हैं, वे बहुत सारी हो सकती हैं. उस बिखराव के किसी कोने में अच्छा, कहीं छिटका सा पड़ा होगा. दुनिया में जो अच्छा है, उस अच्छे को देखने की दृष्टि हमें स्वयं ही पाना होगा. इसकी समझ खुद विकसित करनी होगी. हमें अपनी रचनात्मकता पर ध्यान देना चाहिये. जब कहीं, किसी का साथ न दिखाई दे, तब भी चलो. अकेले चलो. चलते रहो. जीवन में उम्मीद सबसे बड़ी ताकत है. मेरे लिये पढ़ना और लिखना साँस लेने की तरह है.”

इससे पहले उन्होंने अपनी एक कविता का भी पाठ किया-

सबके साथ

सबके साथ हो गया हूँ

अपने पैरों से नहीं

सबके पैरों से चल रहा हूँ

अपनी आँखों से नहीं

सबकी आँखों से देख रहा हूँ

जागता हूँ तो सबकी नींद से

सोता हूँ तो सबकी नींद में

मैं अकेला नहीं

मुझमें लोगों की भीड़ इकट्ठी है

मुझे ढूँढो मत

मैं सब लोग हो चुका हूँ

मैं सबके मिल जाने के बाद

आख़िर में मिलूँगा

या नहीं मिल पाया तो

मेरे बदले किसी से मिल लेना.

विनोद कुमार शुक्ल के बारे में

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 1 जनवरी 1937 को जन्मे, लगभग 90 की उम्र के होने को आए विनोद कुमार शुक्ल हिंदी साहित्य के ऐसे रचनाकार हैं, जो बहुत धीमे बोलते हैं, लेकिन साहित्य की दुनिया में उनकी आवाज़ बहुत दूर तक सुनाई देती है. मध्यमवर्गीय, साधारण और लगभग अनदेखे रह जाने वाले जीवन को शब्द देते हुए हिंदी में एक बिल्कुल अलग तरह की संवेदनशील, न्यूनतम और जादुई दुनिया रची. वे उन दुर्लभ लेखकों में हैं, जिनके यहाँ एक साधारण कमरा, एक खिड़की, एक पेड़, एक कमीज़ या घास का छोटा-सा टुकड़ा भी किसी पूरे ब्रह्मांड की तरह खुल जाता है.

उनका पहला कविता संग्रह ‘लगभग जय हिन्द’ 1971 में आया और वहीं से उनकी विशिष्ट भाषिक बनावट, चुप्पी और भीतर तक उतरती कोमल संवेदनाएँ हिंदी कविता में दर्ज होने लगीं. आगे चलकर ‘वह आदमी चला गया नया गरम कोट पहिनकर विचार की तरह’ (1981), ‘सब कुछ होना बचा रहेगा’ (1992), ‘अतिरिक्त नहीं’ (2000), ‘कविता से लंबी कविता’ (2001), ‘आकाश धरती को खटखटाता है’ (2006), ‘पचास कविताएँ’ (2011), ‘कभी के बाद अभी’ (2012), ‘कवि ने कहा’, चुनी हुई कविताएँ (2012) और ‘प्रतिनिधि कविताएँ’ (2013) जैसे संग्रहों ने उन्हें समकालीन हिंदी कविता के सबसे मौलिक स्वरों में शुमार कर दिया. उनकी कविताएँ बोलने से ज़्यादा सुनने वाली, नारेबाज़ी से कहीं अधिक, धीमी फुसफुसाहट की तरह काम करती हैं, लेकिन असर उनका बहुत दीर्घकालिक है.

उनके उपन्यास ‘नौकर की कमीज़’ (1979) ने हिंदी कथा-साहित्य में एक नया मोड़ दिया, जिस पर मणि कौल ने फिल्म भी बनाई. इसके बाद ‘खिलेगा तो देखेंगे’ (1996), ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ (1997, साहित्य अकादमी पुरस्कार), ‘हरी घास की छप्पर वाली झोपड़ी और बौना पहाड़’ (2011), ‘यासि रासा त’ (2016) और ‘एक चुप्पी जगह’ (2018) के माध्यम से उन्होंने लोकआख्यान, स्वप्न, स्मृति, मध्यवर्गीय जीवन और मनुष्य की अस्तित्वगत जटिल आकांक्षाओं को एक नये कथा-ढांचे में समाहित किया.

कहानी-संग्रह ‘पेड़ पर कमरा’ (1988), ‘महाविद्यालय’ (1996), ‘एक कहानी’ (2021) और ‘घोड़ा और अन्य कहानियाँ’ (2021) में भी वही सूक्ष्म, घरेलू और लगभग उपेक्षित जीवन-कण अद्भुत कथा-समृद्धि के साथ उपस्थित होते हैं.

उनकी रचनाएँ अनेक भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित हुईं. ‘The Servant’s Shirt’, ‘A Window Lived In The Wall’, ‘Once It Flowers’, ‘Moonrise From The Green Grass Roof’, ‘Blue Is Like Blue’, ‘The Windows In Our House Are Little Doors’ जैसे अंग्रेज़ी अनुवादों ने उन्हें वैश्विक पाठकों तक पहुँचाया. ‘नौकर की कमीज़’ और ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ के साथ ‘पेड़ पर कमरा’ और अनेक कविताएँ विदेशी तथा भारतीय भाषाओं में रूपांतरित होकर एक व्यापक पाठक-वृत्त तक पहुँचीं. कई रचनाओं पर फिल्में बनीं, नाटक लिखे गए.

साहित्य अकादमी पुरस्कार, गजानन माधव मुक्तिबोध फेलोशिप, रज़ा पुरस्कार, शिखर सम्मान, राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान, हिंदी गौरव सम्मान, ‘Blue Is Like Blue’ के लिए मातृभूमि पुरस्कार, साहित्य अकादमी का महत्तर सदस्य सम्मान और 2023 का पैन-नाबोकोव पुरस्कार जैसी उपलब्धियाँ उनके दीर्घ, शांत और गहन रचनात्मक सफ़र की सार्वजनिक स्वीकृति हैं.

लेकिन इन सब के बीच उनका लेखक-स्वर वही बना रहा-संकोची, आंतरिक, लगभग अदृश्य, जो शब्दों की अत्यधिक सजावट से बचते हुए, बेहद सरल वाक्यों में हमारे भीतर एक खिड़की खोल देता है, जहाँ से दुनिया थोड़ी और मानवीय, थोड़ी और कल्पनाशील और थोड़ी और सच दिखाई देने लगती है.

बहाना करना नहीं छोड़ेंगे तो अगली पीढ़ी भी सत्ता में नहीं आ पाएगी चिराग पासवान


पटना
राजद ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि पोस्टल वोट रिजेक्ट होने के कारण हमारे गठबंधन के उम्मीदवार हार गए नहीं तो कुछ सीटों पर हमारे उम्मीदवार जीतते इसपर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि राजद और कांग्रेस जिंदगी भर कभी भी पलट करके यह लोग सत्ता में नहीं आएंगे अगर यह लोग बहाने बनाना नहीं छोड़ेंगे. हर हार के बाद आपको एक ईमानदार मंथन करने की जरूरत है कौन नहीं गुजरा है हार से. हम लोग हार से गुजरे हैं फिर भी हमारे पिता 2009 की हार के बाद अपने आप को 2014 मे खड़ा करने का काम किया. 2021 में मुझे मेरी पूरी पार्टी छीन ली गई और आज 2024-25 में हम लोगों ने पुनः अपने आप को स्थापित करने का काम किया क्योंकि हम लोगों ने ईमानदार मंथन किया. 2020 के हमारे इंटरव्यू निकाल करके देखिए हमने कभी भी किसी पर ठीकरा तक नहीं फोड़ा कि हमारी पार्टी का क्यों ऐसा परफॉर्मेंस रहा. हम लोगों ने ईमानदार मंथन किया कि हम लोगों से कहां कमी रह गई और कहां चुक हो गई. इतने अहंकार में डूबी हुई यह पार्टियों है कांग्रेस हो या राजद हो. आज रिजल्ट आए हुए इतने दिन हो गए और आज एक सप्ताह होने को आ गया है इन लोगों ने अभी तक मंथन तक करना जरूरी नहीं समझा एक बैठक की और अपने आप को नेता चुन लिया. और आज भी इस बात का ठीकरा फोड़ने में लगे हैं कि कभी इसका वोट चोरी हो गया तो कभी इसने वोट काट लिया. केवल आप लोग दूध के धुले हैं बाकी सब गलत है. तीन बार से एनडीए जीत करके आ रही है तो वह गलत है पर दो-दो बार यूपीए जीतकर के आ जाती है वह ठीक था. जहां पर आप जीत जाते हैं झारखंड जैसे राज्यों में तो वह सही हो जाता है और हम महाराष्ट्र की जातते हैं तो वह गलत हो जाता है. SIR चल रहा था तब से बहाना बना रहे हैं वोट चोरी का. यह लोग बहाना बना नहीं छोड़ेंगे तो *लालू जी की अगली पीढ़ी भी सत्ता में नहीं आएगी अगर यह लोग बहाना बनाना नहीं छोड़ेंगे तो* उनकी सभा में अगर आप चले जाइए तो आपको देखने को मिलेगा कि महिलाओं के साथ बदतमीजी की जाती थी इन लोगों के कार्यक्रम में इन लोगों के प्रवक्ताओं को देख लीजिए किस तरीके से एग्रेसिव होकर के बातों को रखते थे. आप अपने विपक्ष के तौर पर बातों को रखिए लेकिन केवल बहाना करते रहना है. EVM को लेकर के रोना रोते थे आज क्यों नहीं है ऐसा. SIR को नया मुद्दा बना लिया है और अगले 10 साल तक हारेंगे फिर नया मुद्दा ढूंढ लेंगे. ईमानदार से एक बार बैठ करके यह मंथन करें कि जनता ने क्यों नहीं साथ दिया है तब पता चलेगा. जनता ने 2005 से इन लोगों का साथ छोड़ा हुआ है और यह लोग समझ नहीं पा रहे हैं. यह लोग बताएं कि 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ नहीं मिलता तो सात जन्म में भी ये लोग सरकार नहीं बनाते. 2020 में अगर मैं अलग नहीं रहता यूनाइटेड NDA रहता तो इससे भी बद्दतर प्रदर्शन रहता. यह लोग जो सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि इसकी या उसकी वजह से हुआ एक बार ईमानदारी सब बैठेंगे तो इन लोगों को पता चलेगा कि यह लोग कितनी जगह गलत रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद पर हमला करते हैं लेकिन कल आशीर्वाद देते नजर आए उपेंद्र कुशवाहा के बेटे को ना कि वह MLA है और नाही एमएलसी है इसको आप लोग बढ़ावा दे रहे हैं इस पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं परिवारवाद पर कुछ बोल ही नहीं सकता हूं. लेकिन मैं बस इतना ही कहूंगा कि आप उस व्यवस्था को ऐसे में सुधार नहीं सकते आप एक नई लकीड़ नही खींच सकते मैं इसको नहीं मानता. क्योंकि आप एक परिवार से आते हैं आपको एक मौका नहीं मिलना चाहिए मैं इसका पक्षधर नहीं हूं लेकिन मैं बस इतना कहूंगा कि अगर आपके अंदर काबिलियत नहीं होगी आप कितने भी बड़े परिवार से आ जाओ आपका कुछ नहीं होगा. मैं अपना उदाहरण दूंगा 2021 में मेरे से मेरी पार्टी सिंबल सब कुछ लिया गया. आज अगर काबिलियत नहीं होती तो सात जन्म में भी चिराग पासवान या पार्टी खड़ी नहीं हो सकती थी. ऐसे में किसी परिवार का होना आपका सौभाग्य हो सकता है पर आपकी काबिलियत ही आपको आगे लेकर के जाएगी. काबिलियत होगी आप आगे बढ़ेंगे नहीं होगी तो कोई आपको आगे नहीं बढ़ा पाएगा. बंगाल बिहार जीतने के बाद बंगाल की बारी है हम लोग असम भी जीतने जा रहे हैं बंगाल भी जीतने जा रहे हैं और जितने राज्यों में डॉन साउथ तमिलनाडु सारी जगह आप लोग देखेंगे इस चुनाव के परिणामों की परछाई पूरे देश में देखने को मिलेगी. बंगाल में आपकी क्या भूमिका रहेगी इस पर चिराग पासवान ने कहा कि जो बिहार में भूमिका थी वही बंगाल में भी भूमिका रहेगी. समावेश के साथ महिला युवाओं को जोड़ते हुए आगे बढ़ना और वही भूमिका में आने वाले दिनों में असम बंगाल तमिलनाडु उत्तर प्रदेश 2027 में चुनाव है तमाम राज्यों में देखने को मिलेगा
बौद्ध धर्म मानने वाला हूं लेकिन सभी धर्मों में विश्वास, सुप्रीम कोर्ट में अपने आखिरी दिन बोले सीजेआई गवई

#cji_br_gavai_in_his_farewell_speech

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को एक फेयरवेल प्रोग्राम में कहा, मैं बौद्ध धर्म को मानने वाला हूं, लेकिन वास्तव में एक सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) व्यक्ति हूं। हिंदू, सिख, इस्लाम समेत सभी धर्मों में विश्वास रखता हूं।उन्होंने अपने पिता से ये चीजें सीखी हैं, जो खुद एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे और डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे।

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मैं धर्मनिरपेक्ष हूं-सीजेआई

सीजेआई सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे। सीजेआई गवई 23 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं और शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में उनका आखिरी कार्यदिवस होगा। इसी दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, बौद्ध पृष्ठभूमि के बावजूद मैं धर्मनिरपेक्ष हूं और सभी धर्मों हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म में विश्वास करता हूं। उन्होंने कहा-मैं बौद्ध धर्म का पालन करता हूं, लेकिन किसी भी धार्मिक अध्ययन में मेरी गहरी रुचि नहीं है। मैं सचमुच धर्मनिरपेक्ष हूं और हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म... हर चीज में विश्वास करता हूं।

सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ-सीजेआई

लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने सीजेआई बी आर गवई के रिटायरमेंट से पहले फेयरवेल का आयोजन किया था, जहां उन्होंने ये बातें कहीं। सीजेआई बी आर गवई ने कहा, मेरे पिता भी धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे। वह डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे और मैंने बचपन में हमेशा देखा है कि जब भी वह राजनीतिक कार्यक्रमों में जाते थे और उनके दोस्त उनसे कहते थे- सर यहां चलो, यहां बहुत प्रसिद्ध दरगाह है, यहां का गुरुद्वारा प्रसिद्ध है। तो मैं इस तरह सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ हूं।

रविवार को पूरा हो रहा कार्यकाल

चीफ जस्टिस बीआर गवई का आज आखिरी वर्किंग डे है। हालांकि, उनका कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को पूरा हो रहा है। यानी कि सीजेआई सुप्रीम कोर्ट से रविवार को रिटायर होंगे। चूंकि कोर्ट शनिवार और रविवार को बंद रहता तो आज उनका आखिरी वर्किंग डे रहेगा। इसलिए ही सुप्रीम कोर्ट परिसर में उनके फेयरवेल का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

बाबा विश्वनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल मार्टीनगंज में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का हुआ सत्रारम्भ
सत्येन्द्र यादव
मार्टिनगंज आजमगढ़
   बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बनगांव मार्टिनगंज के प्रांगण में  बी ए एम एस के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन का सत्रारंभ  भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री यशवंत सिंह, संस्थापक प्रबंधक फौजदार सिंह द्वारा सर्वप्रथम सरस्वती जी के चित्र पर एवं श्री श्री 1008 दुर्वासा महामंडलेश्वर के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं  दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रम में आये हुए समस्त अतिथियों एवं ब्राह्मण पुरोहितों को माल्यार्पण कर स्मृतिचिन्ह एवं अंगवस्त्रम से अस्पताल के डायरेक्टर संजय सिंह एवं सौरभ सिंह नितिन द्वारा सम्मानित किया गया। | इस अवसर पर डॉ0 श्रुति सिंह ने नवागत छात्र छात्राओं का परिचय कराया और बताया कि दवाइयां एक विषय नहीं है यह करिश्मा होती हैं हम पढ़ाई इसलिए करते हैं कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक मेडिकल की सेवा प्रदान की जा सके। आप तनाव न लें, डॉक्टर के साथ-साथ एक अच्छा इंसान बने और जो डॉक्टरों का यूनिफॉर्म आपके ऊपर होता है वह यूनिफॉर्म नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी होती है। उस विश्वास को बनाए रखने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज में इस बार बी ए एम एस की पढ़ाई करने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक प्रदेश के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों  से बच्चे दाखिला लिए हैं। हमें विश्वास है की आयुष चिकित्सा पद्धति को अच्छी तरह से समझेंगे और उन्हें  अपने जीवन में आत्मसात भी करेंगे। इस अवसर पर संस्थापक फौजदार सिंह ने कहा कि आज भी स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में आयुर्वेद को मान्यता मिल रही है जिसका वैश्वीकरण हो रहा है। आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। आयुर्वेद का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अनेक पद्धतियों से सरल तरीके से विभिन्न रोगों का इलाज आयुर्वेद में उपलब्ध है जहां आज प्राणायाम, योगाभ्यास, अनुलोम विलोम से अनेक रोगों से छुटकारा मिल रहा है वही आयुर्वेदिक दवाइयां भी चमत्कारिक रूप से लोगों के ऊपर असरदार कार्य कर रही हैं। इस दौरान पिछले सत्र में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को  प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री जसवंत सिंह, कृष्णा मुरारी विश्वकर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद राय, नगर पंचायत प्रतिनिधि सौरभ सिंह बिनू ,संस्थापक फौजदार सिंह, संजय सिंह, सौरभ सिंह नितिन, वेदपाल सिंह, ऋषिकांत राय, प्रेम प्रकाश यादव, प्रभु नारायण प्रेमी, प्रोफेसर पी सी चौधरी, विनोद सिंह , पूर्व प्राचार्य डॉ लालजी त्रिपाठी, डॉ  नागेश्वर सिंह, यशवंत सिंह आक्सी लोग उपस्थित रहे।
आजमगढ़ ::सपा के दसों विधायकों और सांसद धर्मेंद्र यादव ने SIR में हो रही समस्या को लेकर जिलाधिकारी से मिला

उपेन्द्र कुमार पांडेय 

 आजमगढ़। SIR से हो रही समस्याओं के संबंध में दसों विधायकों संग सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने डीएम रविन्द्र कुमार से मुलाकात कर अवगत कराया है। जिसके बाद मीडिया से रूबरू हुए सांसद धर्मेंद्र यादव भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि SIR को लेकर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ब्लॉक स्तर पर अधिकारी भेदभाव कर रहे है तो कई जगहों पर मतदाताओं के नाम काटे जा रहे है। यह भाजपा का चुनाव जीतने का हथकंडा है। लेकिन जनता इसका जवाब 2027 में देगी। दो दिन पहले पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ का तंज की खेसारी लाल यादव के जैसे ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव का होगा हस्र के सवाल पर सपा सांसद धर्मेंद्र ने निरहुआ को बड़बोला की उपाधि से नवाजते हुए ब्रह्मा को चुनौती देने वाला कह कर जवाब देने से टाल दिया। इस दौरान सपा प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक संग्राम यादव, विधायक अखिलेश यादव, विधायक डॉक्टर एच एन पटेल, प्रवक्ता विवेक सिंह सहित बड़ी संख्या में समाजवादी मौजूद रहे।

फोटो --बैठक करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड विकास कार्यो से सम्बन्धित बैठक कर की समीक्षा 

एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की भी समीक्षा कर ली जानकारी

55 मदो, योजनाओ मे जनपद को ए श्रेणी प्राप्त, बी, सी व डी0 श्रेणी वाले अधिकारी अगले माह प्रगति मे सुधार लाते हुए ए श्रेणी लाना करें अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही -जिलाधिकारी

मीरजापुर। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित, एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ की समीक्षा, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित समीक्षा के दौरान 55 मदो, योजनाओं में जनपद को ए श्रेणी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी बी व सी, डी श्रेणी वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अगले माह योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए ए श्रेणी लाना सुनिश्चित करे अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट, विकास भवन व सभी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में हेल्पडेस्क दो दिवसों में स्थापित करते हुए सूचना उपलब्ध कराए। अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा छात्र वृत्ति व निशुल्क प्रतिपूर्ति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि आवेदन के सापेक्ष अग्रसारित आवेदनों की शत प्रतिशत कराते हुए स्वीकृति हेतु भेजे। सैम व मैम बच्चों की समीक्षा मे जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि जनपद को कुपोषण से मुक्त कराना हम सभी का दायित्व है एवं सभी लोग अपनी सहभागिता से जनपद को कुपोषण मुक्त कराने मे अपना योगदान दे। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सैम व मैम बच्चों केन्द्रवार सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा प्रायः यह देखा की कि अपनी बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर चले जाते है जिससे शासन द्वारा मांगी जाने वाली सूचना का प्रेषण समय से नही पाता है अतएव सभी अधिकारी मुख्यालय से पूर्व अनुमति अवश्य ले जिस अधिकारी के द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ेगा उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। जिन मदो, योजनाओं में ए श्रेणी प्राप्त है यथा- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ए, सोलर स्ट्रीट लाइट बीकेएस ग्राम उन्नति योजना ए, एकीकृत बागवानी विकास मिशन ए, पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरिगेशन ए, खराब ट्रांसफार्मर की शिकायतें ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे ग्रामीण ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे शहरी ए, विद्युत बिल में सुधार हेतु आवेदन ए, कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ए, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ए, पीएम कुसुम ए, बीज डीबीटी ए, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मनरेगा ए, भवन निर्माण ए, सड़क निर्माण ए, एंबुलेंस 108 ए, एंबुलेंस 102 ए, बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्यक्रम ए, मोबाइल मेडिकल यूनिट ए, दुग्ध मूल्य भुगतान की स्थिति ए, सहकारी दुग्ध समितियां ए, दिव्यांग पेंशन ए, दिव्यांग पेंशन आधार सीडिंग ए, जल जीवन मिशन हर घर जल ए, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण ए, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 ए, सामाजिक वनीकरण ए, आपरेश कायाकल्य ए, पीएम पोषण विद्यालय निरीक्षण ए, अंडा उत्पादन ए, निराश्रित गोवंश का संरक्षण ए, पशु टीकाकरण ए, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ए, संरक्षित निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी की ए, शादी अनुदान योजना ए, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मत्स्य उत्पादन ए, निराश्रित महिला पेंशन का आधार सीडिंग ए, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन ए, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ए, प्रोजेक्ट अलंकार ए, सड़को का अनुरक्षण ए, कन्या विवाह सहायता योजना ए, मातृत्व शिशु एवं बालिका मद्द योजना ए, ओडीओपी वित्त पोषण योजना ए, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ए, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना ए, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना ए, वृद्धावस्था पेंशन का आधार सीडिंग ए, जिला सहकारी बैंक अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली ए श्रेणी प्राप्त हुआ हैं। एक करोड़ से अधिक लगात वाली समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए यदि निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता खराब पाई जाती है तो सम्बन्धित के ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि है उन्हें समय से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर की कार्यवाही करें तथा जिन परियोजनाओं में बजट का अभाव है उनमे अपने मुख्यालय को पत्राचार कर बजट अवमुक्त कराए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं जिनके निर्माण मे विलम्ब हो रहा है उनमें शासन को पत्राचार करते हुए समय सीमा बढ़वाया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जो योजना पूर्ण होने वाली है या पूर्ण चुकी है अभी हैण्डओवर नहीं हुआ है उन सभी योजनाओं में विद्युत कनेक्शन है अथवा नहीं या झटपट पोर्टल पर आवेदन किया गया है कि नहीं की सूचना जिला अर्थ संख्या अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए। तत्पश्चात पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

एसडीएम बारा व किसानो के बीच हुई तीखी नोक झोक।

जल जीवन मिशन योजना में सरकार नही दे रही बजट।

अधिशाषी अभियंता ने सरकार से बजट न मिलने को कार्य के धीमी प्रगति को बताया बड़ा कारण।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।घूरपुर थानान्तर्गत गौहनियां बाई पास पर चल रहे भारतीय किसान यूनियन (किसान)के अनिश्चित कालीन सत्याग्रह में पहुंची एसडीएम बारा प्रेरणा गौतम को किसानो के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा।पिछले तीन दिन से धरने पर बैठे किसानो ने नाराजगी जाहिर की एवं एसडीएम को ज्ञापन देने से इन्कार कर दिया।उसके बाद एसडीएम व किसानो के बीच तीखी नोक झोक हुई।बाद में एसडीएम वापस आई और प्रार्थनापत्र व ज्ञापन मांगने लगी तो कुछ पीड़ित किसानो ने शिकायत पत्र की फोटो कॉपी उन्हे पकड़ा दिया।इसके बाद एसडीएम बिना किसानो की बात सुने ही डीएम कार्यालय में मीटिंग के बहाने सत्याग्रह स्थल से निकल गयी।सत्याग्रह आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे भाकियू (किसान)के पूर्वाचल प्रभारी राजीव चन्देल ने कहा कि एसडीएम बारा का व्यवहार आम आदमी के प्रति ठीक नही।पूरा बारा प्रशासन सरकार विरोधी कार्य कर रहा है।सत्याग्रह पर बैठे किसानो ने बारा तहसील के दो नायब तहसीलदारो पर सरकार विरोधी कार्य करने का आरोप लगाते इन्हे बारा से हटाने की मांग की।एसडीएम के जाने के बाद नायब तहसीलदार विजय कुमार आन्दोलन स्थल पर पहुंचे और कहा कि कल फिर किसानो से वार्ता करेगे।वही जल जीवन मिशन योजना में भ्रष्टाचार के आरोप पर सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे अधिशाषी अभियन्ता जल निगम(ग्रामीण)प्रवीण कुट्टी ने बताया कि हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य बजट के अभाव में ठप पड़ा है।पिछले कुछ महीने से कोई कार्य आगे नही बढ़ पा रहा है।प्रयागराज मंडल के आयुक्त ने राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशाषी निदेशक डॉक्टर राजेश शेखर को पत्र लिखकर सरकार से जल जीवन मिशन के कार्य के लिये बजट आवंटित करने की मांग की है।इसके जवाब में अधिशाषी निदेशक ने धनराशि उपलब्ध न होने के कारण फर्मो के बिलो का भुगतान किया जाना संभव नही।वही अधिशाषी अभियंता जल जीवन मिशन योजना के धीमी प्रगति के लिये पूरी तरह से सरकार से धनराशि उपलब्ध न कराने को प्रमुख कारण माना।अधिशाषी अभियन्ता से वार्ता के बाद भारतीय किसान यूनियन (किसान)ने लखनऊ तक जाने का निर्णय लिया और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जल जीवन योजना को अतिशीघ्र पूरा करने की मांग करने का निर्णय लिया।मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा मंजू राज आदिवासी व मण्डल महासचिव धर्मेन्द्र सिंह पटेल ने कहा कि जब तक हमारी सभी मांगे पूरी नही हो जाती तब तक सत्याग्रह आन्दोलन चलेगा।आज सत्याग्रह आन्दोलन में मण्डल उपाध्यक्ष मनोरमा आदिवासी जिला महासचिव प्रतिमा सिंह युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष बसंत बहादुर बिन्द जिला उपाध्यक्ष ज्ञानचन्द आदिवासी उपाध्यक्ष मनदीप सिंह ब्लॉक अध्यक्ष जसरा राम बहादुर कुशवाहा ब्लॉक अध्यक्ष शंकरगढ़ अरुण सिंह संतोष निषाद मीडिया प्रभारी रमाकांत निषाद ब्लॉक अध्यक्ष महिला मोर्चा मेजा मंजू भारतीया अखिलेश सिंह पटेल इंद्रजीत सिंह पटेल कमलेश आदिवासी पवन आदिवासी रामकिशुन आदिवासी बलराम बंसल कल्पना पटेल मीरा पटेल निकिता आदिवासी रितेश सिंह मिथिलेश सिंह पटेल रणवीर सिंह बलराम बंसल नरेन्द्र बंसल निकिता आदिवासी सहित सैकड़ो किसान उपस्थित थे।

गया से बड़ी खबर: जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बेटे ने हड़पी संपत्ति, पीड़िता ने प्रशासन से लगाई गुहार

गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां गुरुद्वारा रोड, गोसाई बाग निवासी दिलीप कुमार पर अपनी ही जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र बनवाकर संपत्ति हड़पने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित मां मीना देवी और छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार उर्फ प्रवीण कुमार ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

मीना देवी ने बताया कि उनका बड़ा बेटा दिलीप कुमार लंबे समय से परिवार से अलग रहता है। आरोप है कि दिलीप कुमार ने कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला गोसाई बाग स्थित होल्डिंग नंबर नया 246, पुराना 239, वार्ड नंबर 17 में स्थित पुश्तैनी मकान को अपने नाम कराने के लिए साजिश के तहत उनका नकली मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम से बनवा लिया और इसके आधार पर उसने नगर निगम कार्यालय के राजस्व कार्यालय में दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कराई और मकान को अपने नाम करवा लिया।

पीड़िता मीना देवी ने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और जीवित हैं, लेकिन इसके बावजूद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराना कानून के साथ सीधी धोखाधड़ी है। उन्होंने बताया कि इस फर्जी दस्तावेज़ के कारण सरकारी अभिलेखों में उन्हें मृत दिखा दिया गया है, जिससे उन्हें कई तरह की प्रशासनिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि दिलीप कुमार और उनकी पत्नी की नीयत शुरू से ही संपत्ति हड़पने की थी, और उसने बिना किसी जानकारी के प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर यह दस्तावेज़ बनवाया। पीड़ित परिवार का कहना है कि मामले में शामिल संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए, जिनकी लापरवाही या मिलीभगत के कारण एक जिंदा महिला की ‘मृत्यु’ सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो गई।

पीड़ित मीना देवी और उनके छोटे बेटे ने आगे कहां की इस मामले को जब हमने अधिकारियों पास ले गया तो हमको धमकियां दी जा रही है। मेरे ऊपर दिलीप कुमार के पत्नी ने झूठ दुष्कर्म का भी केस दर्ज कराया है जो बिल्कुल ही सरासर गलत है। केस इसलिए किया गया है ताकि हम लोग इस मामले में फंसे रहे और जमीन को हड़पने में सफल रहे। मां मीना देवी ने जिलाधिकारी शशांक शुभंकर समेत वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार सहित तमाम अधिकारियों से लिखित शिकायत कर फर्जी दस्तावेज़ रद्द करने, संपत्ति वापस दिलाने और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना को लेकर आक्रोश है, क्योंकि यह मामला न केवल पारिवारिक कलह का है, बल्कि सरकारी दस्तावेज़ों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का गंभीर मामला भी है। प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, इसे लेकर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।

बड़कागांव के लिए ऐतिहासिक दिन, हरली में 26 करोड़ की लागत से बनने वाले डिग्री कॉलेज का भूमिपूजन हुआ संपन्न

बड़कागांव - हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा। क्षेत्र की चिर-लंबित मांग और यहां के विद्यार्थियों के सपनों को साकार करते हुए बड़कागांव पूर्वी क्षेत्र के हरली पंचायत स्थित ग्राम हरली में डिग्री कॉलेज के निर्माण कार्य का विधिवत् भूमिपूजन संपन्न हो गया।इस अवसर पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल और विशिष्ट अतिथि के रूप में बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोशन लाल चौधरी शामिल हुए और विधिवत् पूजा- अर्चना कर,

नारियल फोड़कर, शिलापट्ट का अनावरण कर और ईंट जोड़कर डिग्री कॉलेज का नींव रखा ।

यह डिग्री कॉलेज विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के अंतर्गत संचालित होगा। करीब 26 करोड़ रुपये की लागत से यह कॉलेज 4.07 एकड़ भूखंड पर निर्मित किया जाएगा। निर्माण का जिम्मा भवन निर्माण निगम लिमिटेड को सौंपा गया है, जिसे अगले 21 महीने में कार्य पूर्ण करना है। कॉलेज परिसर में जी+2 (ग्राउंड प्लस टू) का एकेडमिक भवन, एसआरसी भवन, एक विशाल खेल मैदान, और अन्य सभी आवश्यक आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इस अत्याधुनिक भवन में एक साथ करीब 2000 से अधिक विद्यार्थियों के बैठकर पढ़ाई करने की क्षमता होगी।

मौके पर सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि इस कॉलेज के निर्माण में किसी प्रकार का कोई विघ्न-बाधा या अड़चन ना आए इस दिशा में स्थानीय लोगों को शिक्षा के उत्थान में संकल्प लेकर इसके जल्द निर्माण के दिशा में सकारात्मक सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बरसों पूर्व से इस क्षेत्र के विद्यार्थियों के दर्द को मैंने बतौर हजारीबाग सदर विधायक रहते हुए हजारीबाग के विभिन्न कॉलेजों में नामांकन हेतु अनुशंसा के माध्यम से करीब से देखा और जाना है। पहले यहाँ के छात्र-छात्राओं को स्नातक की पढ़ाई के लिए हजारीबाग, रामगढ़ या रांची जैसे बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता था। लेकिन अब जल्द ही उन्हें उनके गृह क्षेत्र में ही उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे क्षेत्र के विद्यार्थियों में उड़ान का नया पंख लगेगा। उन्होंने इस डिग्री कॉलेज के स्वीकृति के लिए प्रयासरत सभी जनों के साथ सरकार का भी आभार जताया की देर से ही सही लेकिन इस क्षेत्र के लोगों की लंबे अरसे की मांग पूरी होने जा रही है। बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने कहा कि शिक्षा से ही समाज में बदलाव और विकास संभव है। ऐसे में अभी डिग्री कॉलेज का भूमि पूजन हुआ है भविष्य में तकनीकी शिक्षा के साथ अन्य जरूरी शिक्षा के लिए सांसद मनीष जायसवाल के साथ मैं कटिबद्ध रहूंगा ।

समारोह में मंच का संचालन बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि उमेश दांगी ने किया। मौके पर विशेष रूप से इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में क्षेत्र के प्रसिद्ध शिक्षाविद् महेंद्र नाथ पांडेय, हरली पंचायत की मुखिया कविता देवी, पंचायत समिति सदस्य कौशल्या देवी, लोकसभा सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि पूनम साहू, पूर्व मुखिया सह बड़कागांव पूर्वी सांसद प्रतिनिधि महेंद्र महतो, पूर्व मुखिया बिगेश्वर महतो, भाजपा पूर्वी मंडल अध्यक्ष खेमलाल महतो, पश्चिमी भाजपा मंडल अध्यक्ष आदित्य साहू सोनी, भाजपा नेता जुगनू सिंह, अनिल मिश्रा, जयनारायण मेहता, उपेंद्र प्रसाद, बेचन साव, सबूर महतो, सुमन गिरी, भीखन महतो, राजकिशोर साव, विनोद महतो, पारस नाथ महतो, किशोर राणा, सोहन लाल मेहता, मनीष पाण्डेय, प्रमोद साव, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड डॉक्टर का कारनामा

मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी स्वायत्तशासी महाविद्यालय अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय इस समय अपने ऊल- जुलुल हरकतों व नौसीखीया डॉक्टरो के उपेक्षा पूर्ण रवैया और गुंडागर्दी से काफी चर्चा में चल रहा है । इसी क्रम में 19 नवंबर को अल्ट्रासाउंड डॉक्टर ने एक और कारनामा कर दिखाया। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर और उनकी पूरी टीम ने फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी की घोर मानसिक क्षति कारित किया। अपने साथ हुए इस खिलवाड़ के संदर्भ में पीड़ित अधिवक्ता अजीत कुमार सिंह पुत्र कमलापति सिंह निवासी ग्राम लखौली, पो०-नेवढ़ियाघाट, थाना-को० दैहात, जनपद- मीरजापुर ने डा० अंकित शर्मा एमबीबीएस एमडी , डा० के० के० सिंह (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर) डा० एस० के० नायक (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर सीनियर), व 3 अन्य डाक्टर सहयोगियो के विरुद्ध जिलाधिकारी मिर्जापुर के यहां प्रार्थना पत्र देकर अपने साथ हुए घृणित मजाक के संदर्भ में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में जिलाधिकारी को लिखा है कि प्रार्थी के कमर में दर्द की शिकायत थी जिसके कारण उसी दिन दिन समय लगभग 10:44 सुबह सरकारी अस्पताल जाकर विपक्षी सं0-1 से अपनी बात बताई जिस पर विपक्षी सं०-1 द्वारा अल्ट्रासाउण्ड करने की सलाह देते हुए प्रार्थी के पर्चा पर अल्ट्रासाउण्ड करने हेतु कहा गया तब प्रार्थी अस्पताल के अल्ट्रासाउण्ड विभाग में जाकर उसी दिन अपनी जाँच कराया जॉच रिपोर्ट में विपक्षी सं0-2 द्वारा यह लिखा गया कि प्रार्थी की दाहिने साइट की किडनी नही है। प्रार्थी जब उक्त रिपोर्ट विपक्षी सं०-1 जो कि उक्त विभाग के डाक्टर है को दिखाया तो वह उनके साथ बैठे 3 अन्य डाक्टरो को उक्त रिपोर्ट दिखाकर प्रार्थी को आश्चर्य भरी नजरो से देखने लगे प्रार्थी को शंका हुआ तो प्रार्थी उनसे पूछा कि डाक्टर साहब मेरी रिपोर्ट सही है कि नही तो डाक्टर विपक्षी सं०-1 मुझसे कहे कि आप कि दाहिनी किडनी जन्म से ही नहीं है।

 यह सुनते ही प्रार्थी का ब्लड पेसर काफी बढ़ गया । वहाँ मौके पर मौजूद कर्मचारी द्वारा मुझे कुर्सी पर बैठाकर मेरा बी०पी० चेक किय जिसमें बी०पी० 150 से ज्यादा बढ़ने लगा तब हमे डाक्टरो द्वारा बी०पी० की दवा देते हुए आश्वासन दिया गया कि आप एक किडनी पर जीवित रह सकते है। प्रार्थी उक्त विपक्षी गणो के द्वारा बताये गये जॉच रिपोर्ट से अवसाद में चला गया।

 तब मेरे परिवार वालो ने इसका कारण पूछा, तो मैने उन्हे सारी बात बताई । जिस पर परिवार वाले मुझे सतीश डायग्नोस्टिक रामबाग मीरजापुर लेकर आये और प्रार्थी का फुल चेक/अल्ट्रासाउण्ड कराया। उस जॉच में प्रार्थी की दोनो किडनी सही पाई गई। विपक्षीग फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी को घोर मानसिक शारीरिक आर्थिक छति पहुचाने का कार्य किये है। प्रार्थी प्रार्थना पत्र के साथ उक्त दोनो अल्ट्रासाउण्ड की रिपोर्ट संल कर रहा है। ऐसी स्थिति में उक्त विपक्षीगण की विभागीय जाँच कराकर दोषी पाये पर इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किया जाना उचित एवं न्याय संगत होगा। इस संदर्भ में पीड़ित के द्वारा श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार से भी मदद मांगी गई , और उन्होंने जिलाधिकारी महोदय से मिलकर इस संदर्भ में प्रार्थना पत्र दिलवा कर तत्काल ऐसे अयोग्य डॉक्टरो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है । उन्होंने साथ ही साथ यह भी चेतावनी दी है कि यदि जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे डॉक्टरों को तत्काल यहां से कार्य मुक्त नहीं किया गया तो श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना बड़े स्तर पर मंडलीय चिकित्सालय में धरना प्रदर्शन व अग्रिम कार्यवाही के लिए बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। 

मौके पर उपस्थित रहने वालों में जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार पूर्वांचल सचिव अभिषेक सिंह धवल ,जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह राणा, जिला उपाध्यक्ष इंस्पेक्टर सिंह शिवम, नगर अध्यक्ष युवराज सिंह युवा जिला अध्यक्ष  ऋषि कुमार सिंह प्रांजल, शाश्वत सिंह जंग बहादुर सिंह अजीत कुमार सिंह मधुकर मिश्रा एडवोकेट अरुण सिंह एडवोकेट हेमंत कुमार प्रवीण दीक्षित एडवोकेट सहित श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

विनोद कुमार शुक्ल हिंदी के सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ से हुए सम्मानित



रायपुर- आज हिंदी के शीर्ष कवि-कथाकार विनोद कुमार शुक्ल को हिंदी का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार, उनके रायपुर स्थित निवास पर दिया गया. ज्ञानपीठ के महाप्रबंधक आरएन तिवारी ने सम्मान के साथ उन्हें वाग्देवी की प्रतिमा और पुरस्कार का चेक उन्हें प्रदान किया गया.

विनोद कुमार शुक्ल ने अपने पाठकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा- “जब हिन्दी भाषा सहित तमाम भाषाओं पर संकट की बात कही जा रही है, मुझे पूरी उम्मीद है नई पीढ़ी हर भाषा का सम्मान करेगी. हर विचारधारा का सम्मान करेगी. किसी भाषा या अच्छे विचार का नष्ट होना, मनुष्यता का नष्ट होना है.”

वे पिछले कई सालों से बच्चों और किशोरों के लिए भी लिख रहे हैं. अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि “मुझे बच्चों, किशोरों और युवाओं से बहुत उम्मीदें हैं. मैं हमेशा कहता रहा हूँ कि हर मनुष्य को अपने जीवन में एक किताब जरूर लिखनी चाहिए. अच्छी किताबें हमेशा साथ होनी चाहिए. अच्छी किताब को समझने के लिए हमेशा जूझना पड़ता है. किसी भी क्षेत्र में शास्त्रीयता को पाना है तो उस क्षेत्र के सबसे अच्छे साहित्य के पास जाना चाहिये.”

आलोचना को लेकर उन्होंने कहा कि “किसी अच्छे काम की आलोचना अगर की जाती है तो उन आलोचनाओं को अपनी ताकत बना लें. आलोचना जो है, दूसरों का विचार है, जो उपयोगी या अनुपयोगी हो सकता है. किसी कविता की सबसे अच्छी आलोचना का उत्तर उससे अच्छी एक और नयी कविता को रच देना है. किसी काम की सबसे अच्छी आलोचना का उत्तर, उससे और अच्छा काम करके दिखाना होना चाहिए. साहित्य में गलत आलोचनाओं ने अच्छे साहित्य का नुक़सान ज्यादा किया है.”

उन्होंने कहा कि “जीवन में असफलताएँ, गलतियाँ, आलोचनाएँ सभी तरफ़ बिखरी पड़ी मिल सकती हैं, वे बहुत सारी हो सकती हैं. उस बिखराव के किसी कोने में अच्छा, कहीं छिटका सा पड़ा होगा. दुनिया में जो अच्छा है, उस अच्छे को देखने की दृष्टि हमें स्वयं ही पाना होगा. इसकी समझ खुद विकसित करनी होगी. हमें अपनी रचनात्मकता पर ध्यान देना चाहिये. जब कहीं, किसी का साथ न दिखाई दे, तब भी चलो. अकेले चलो. चलते रहो. जीवन में उम्मीद सबसे बड़ी ताकत है. मेरे लिये पढ़ना और लिखना साँस लेने की तरह है.”

इससे पहले उन्होंने अपनी एक कविता का भी पाठ किया-

सबके साथ

सबके साथ हो गया हूँ

अपने पैरों से नहीं

सबके पैरों से चल रहा हूँ

अपनी आँखों से नहीं

सबकी आँखों से देख रहा हूँ

जागता हूँ तो सबकी नींद से

सोता हूँ तो सबकी नींद में

मैं अकेला नहीं

मुझमें लोगों की भीड़ इकट्ठी है

मुझे ढूँढो मत

मैं सब लोग हो चुका हूँ

मैं सबके मिल जाने के बाद

आख़िर में मिलूँगा

या नहीं मिल पाया तो

मेरे बदले किसी से मिल लेना.

विनोद कुमार शुक्ल के बारे में

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 1 जनवरी 1937 को जन्मे, लगभग 90 की उम्र के होने को आए विनोद कुमार शुक्ल हिंदी साहित्य के ऐसे रचनाकार हैं, जो बहुत धीमे बोलते हैं, लेकिन साहित्य की दुनिया में उनकी आवाज़ बहुत दूर तक सुनाई देती है. मध्यमवर्गीय, साधारण और लगभग अनदेखे रह जाने वाले जीवन को शब्द देते हुए हिंदी में एक बिल्कुल अलग तरह की संवेदनशील, न्यूनतम और जादुई दुनिया रची. वे उन दुर्लभ लेखकों में हैं, जिनके यहाँ एक साधारण कमरा, एक खिड़की, एक पेड़, एक कमीज़ या घास का छोटा-सा टुकड़ा भी किसी पूरे ब्रह्मांड की तरह खुल जाता है.

उनका पहला कविता संग्रह ‘लगभग जय हिन्द’ 1971 में आया और वहीं से उनकी विशिष्ट भाषिक बनावट, चुप्पी और भीतर तक उतरती कोमल संवेदनाएँ हिंदी कविता में दर्ज होने लगीं. आगे चलकर ‘वह आदमी चला गया नया गरम कोट पहिनकर विचार की तरह’ (1981), ‘सब कुछ होना बचा रहेगा’ (1992), ‘अतिरिक्त नहीं’ (2000), ‘कविता से लंबी कविता’ (2001), ‘आकाश धरती को खटखटाता है’ (2006), ‘पचास कविताएँ’ (2011), ‘कभी के बाद अभी’ (2012), ‘कवि ने कहा’, चुनी हुई कविताएँ (2012) और ‘प्रतिनिधि कविताएँ’ (2013) जैसे संग्रहों ने उन्हें समकालीन हिंदी कविता के सबसे मौलिक स्वरों में शुमार कर दिया. उनकी कविताएँ बोलने से ज़्यादा सुनने वाली, नारेबाज़ी से कहीं अधिक, धीमी फुसफुसाहट की तरह काम करती हैं, लेकिन असर उनका बहुत दीर्घकालिक है.

उनके उपन्यास ‘नौकर की कमीज़’ (1979) ने हिंदी कथा-साहित्य में एक नया मोड़ दिया, जिस पर मणि कौल ने फिल्म भी बनाई. इसके बाद ‘खिलेगा तो देखेंगे’ (1996), ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ (1997, साहित्य अकादमी पुरस्कार), ‘हरी घास की छप्पर वाली झोपड़ी और बौना पहाड़’ (2011), ‘यासि रासा त’ (2016) और ‘एक चुप्पी जगह’ (2018) के माध्यम से उन्होंने लोकआख्यान, स्वप्न, स्मृति, मध्यवर्गीय जीवन और मनुष्य की अस्तित्वगत जटिल आकांक्षाओं को एक नये कथा-ढांचे में समाहित किया.

कहानी-संग्रह ‘पेड़ पर कमरा’ (1988), ‘महाविद्यालय’ (1996), ‘एक कहानी’ (2021) और ‘घोड़ा और अन्य कहानियाँ’ (2021) में भी वही सूक्ष्म, घरेलू और लगभग उपेक्षित जीवन-कण अद्भुत कथा-समृद्धि के साथ उपस्थित होते हैं.

उनकी रचनाएँ अनेक भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित हुईं. ‘The Servant’s Shirt’, ‘A Window Lived In The Wall’, ‘Once It Flowers’, ‘Moonrise From The Green Grass Roof’, ‘Blue Is Like Blue’, ‘The Windows In Our House Are Little Doors’ जैसे अंग्रेज़ी अनुवादों ने उन्हें वैश्विक पाठकों तक पहुँचाया. ‘नौकर की कमीज़’ और ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ के साथ ‘पेड़ पर कमरा’ और अनेक कविताएँ विदेशी तथा भारतीय भाषाओं में रूपांतरित होकर एक व्यापक पाठक-वृत्त तक पहुँचीं. कई रचनाओं पर फिल्में बनीं, नाटक लिखे गए.

साहित्य अकादमी पुरस्कार, गजानन माधव मुक्तिबोध फेलोशिप, रज़ा पुरस्कार, शिखर सम्मान, राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान, हिंदी गौरव सम्मान, ‘Blue Is Like Blue’ के लिए मातृभूमि पुरस्कार, साहित्य अकादमी का महत्तर सदस्य सम्मान और 2023 का पैन-नाबोकोव पुरस्कार जैसी उपलब्धियाँ उनके दीर्घ, शांत और गहन रचनात्मक सफ़र की सार्वजनिक स्वीकृति हैं.

लेकिन इन सब के बीच उनका लेखक-स्वर वही बना रहा-संकोची, आंतरिक, लगभग अदृश्य, जो शब्दों की अत्यधिक सजावट से बचते हुए, बेहद सरल वाक्यों में हमारे भीतर एक खिड़की खोल देता है, जहाँ से दुनिया थोड़ी और मानवीय, थोड़ी और कल्पनाशील और थोड़ी और सच दिखाई देने लगती है.

बहाना करना नहीं छोड़ेंगे तो अगली पीढ़ी भी सत्ता में नहीं आ पाएगी चिराग पासवान


पटना
राजद ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि पोस्टल वोट रिजेक्ट होने के कारण हमारे गठबंधन के उम्मीदवार हार गए नहीं तो कुछ सीटों पर हमारे उम्मीदवार जीतते इसपर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि राजद और कांग्रेस जिंदगी भर कभी भी पलट करके यह लोग सत्ता में नहीं आएंगे अगर यह लोग बहाने बनाना नहीं छोड़ेंगे. हर हार के बाद आपको एक ईमानदार मंथन करने की जरूरत है कौन नहीं गुजरा है हार से. हम लोग हार से गुजरे हैं फिर भी हमारे पिता 2009 की हार के बाद अपने आप को 2014 मे खड़ा करने का काम किया. 2021 में मुझे मेरी पूरी पार्टी छीन ली गई और आज 2024-25 में हम लोगों ने पुनः अपने आप को स्थापित करने का काम किया क्योंकि हम लोगों ने ईमानदार मंथन किया. 2020 के हमारे इंटरव्यू निकाल करके देखिए हमने कभी भी किसी पर ठीकरा तक नहीं फोड़ा कि हमारी पार्टी का क्यों ऐसा परफॉर्मेंस रहा. हम लोगों ने ईमानदार मंथन किया कि हम लोगों से कहां कमी रह गई और कहां चुक हो गई. इतने अहंकार में डूबी हुई यह पार्टियों है कांग्रेस हो या राजद हो. आज रिजल्ट आए हुए इतने दिन हो गए और आज एक सप्ताह होने को आ गया है इन लोगों ने अभी तक मंथन तक करना जरूरी नहीं समझा एक बैठक की और अपने आप को नेता चुन लिया. और आज भी इस बात का ठीकरा फोड़ने में लगे हैं कि कभी इसका वोट चोरी हो गया तो कभी इसने वोट काट लिया. केवल आप लोग दूध के धुले हैं बाकी सब गलत है. तीन बार से एनडीए जीत करके आ रही है तो वह गलत है पर दो-दो बार यूपीए जीतकर के आ जाती है वह ठीक था. जहां पर आप जीत जाते हैं झारखंड जैसे राज्यों में तो वह सही हो जाता है और हम महाराष्ट्र की जातते हैं तो वह गलत हो जाता है. SIR चल रहा था तब से बहाना बना रहे हैं वोट चोरी का. यह लोग बहाना बना नहीं छोड़ेंगे तो *लालू जी की अगली पीढ़ी भी सत्ता में नहीं आएगी अगर यह लोग बहाना बनाना नहीं छोड़ेंगे तो* उनकी सभा में अगर आप चले जाइए तो आपको देखने को मिलेगा कि महिलाओं के साथ बदतमीजी की जाती थी इन लोगों के कार्यक्रम में इन लोगों के प्रवक्ताओं को देख लीजिए किस तरीके से एग्रेसिव होकर के बातों को रखते थे. आप अपने विपक्ष के तौर पर बातों को रखिए लेकिन केवल बहाना करते रहना है. EVM को लेकर के रोना रोते थे आज क्यों नहीं है ऐसा. SIR को नया मुद्दा बना लिया है और अगले 10 साल तक हारेंगे फिर नया मुद्दा ढूंढ लेंगे. ईमानदार से एक बार बैठ करके यह मंथन करें कि जनता ने क्यों नहीं साथ दिया है तब पता चलेगा. जनता ने 2005 से इन लोगों का साथ छोड़ा हुआ है और यह लोग समझ नहीं पा रहे हैं. यह लोग बताएं कि 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ नहीं मिलता तो सात जन्म में भी ये लोग सरकार नहीं बनाते. 2020 में अगर मैं अलग नहीं रहता यूनाइटेड NDA रहता तो इससे भी बद्दतर प्रदर्शन रहता. यह लोग जो सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि इसकी या उसकी वजह से हुआ एक बार ईमानदारी सब बैठेंगे तो इन लोगों को पता चलेगा कि यह लोग कितनी जगह गलत रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद पर हमला करते हैं लेकिन कल आशीर्वाद देते नजर आए उपेंद्र कुशवाहा के बेटे को ना कि वह MLA है और नाही एमएलसी है इसको आप लोग बढ़ावा दे रहे हैं इस पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं परिवारवाद पर कुछ बोल ही नहीं सकता हूं. लेकिन मैं बस इतना ही कहूंगा कि आप उस व्यवस्था को ऐसे में सुधार नहीं सकते आप एक नई लकीड़ नही खींच सकते मैं इसको नहीं मानता. क्योंकि आप एक परिवार से आते हैं आपको एक मौका नहीं मिलना चाहिए मैं इसका पक्षधर नहीं हूं लेकिन मैं बस इतना कहूंगा कि अगर आपके अंदर काबिलियत नहीं होगी आप कितने भी बड़े परिवार से आ जाओ आपका कुछ नहीं होगा. मैं अपना उदाहरण दूंगा 2021 में मेरे से मेरी पार्टी सिंबल सब कुछ लिया गया. आज अगर काबिलियत नहीं होती तो सात जन्म में भी चिराग पासवान या पार्टी खड़ी नहीं हो सकती थी. ऐसे में किसी परिवार का होना आपका सौभाग्य हो सकता है पर आपकी काबिलियत ही आपको आगे लेकर के जाएगी. काबिलियत होगी आप आगे बढ़ेंगे नहीं होगी तो कोई आपको आगे नहीं बढ़ा पाएगा. बंगाल बिहार जीतने के बाद बंगाल की बारी है हम लोग असम भी जीतने जा रहे हैं बंगाल भी जीतने जा रहे हैं और जितने राज्यों में डॉन साउथ तमिलनाडु सारी जगह आप लोग देखेंगे इस चुनाव के परिणामों की परछाई पूरे देश में देखने को मिलेगी. बंगाल में आपकी क्या भूमिका रहेगी इस पर चिराग पासवान ने कहा कि जो बिहार में भूमिका थी वही बंगाल में भी भूमिका रहेगी. समावेश के साथ महिला युवाओं को जोड़ते हुए आगे बढ़ना और वही भूमिका में आने वाले दिनों में असम बंगाल तमिलनाडु उत्तर प्रदेश 2027 में चुनाव है तमाम राज्यों में देखने को मिलेगा
बौद्ध धर्म मानने वाला हूं लेकिन सभी धर्मों में विश्वास, सुप्रीम कोर्ट में अपने आखिरी दिन बोले सीजेआई गवई

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चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को एक फेयरवेल प्रोग्राम में कहा, मैं बौद्ध धर्म को मानने वाला हूं, लेकिन वास्तव में एक सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) व्यक्ति हूं। हिंदू, सिख, इस्लाम समेत सभी धर्मों में विश्वास रखता हूं।उन्होंने अपने पिता से ये चीजें सीखी हैं, जो खुद एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे और डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे।

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मैं धर्मनिरपेक्ष हूं-सीजेआई

सीजेआई सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे। सीजेआई गवई 23 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं और शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में उनका आखिरी कार्यदिवस होगा। इसी दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, बौद्ध पृष्ठभूमि के बावजूद मैं धर्मनिरपेक्ष हूं और सभी धर्मों हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म में विश्वास करता हूं। उन्होंने कहा-मैं बौद्ध धर्म का पालन करता हूं, लेकिन किसी भी धार्मिक अध्ययन में मेरी गहरी रुचि नहीं है। मैं सचमुच धर्मनिरपेक्ष हूं और हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म... हर चीज में विश्वास करता हूं।

सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ-सीजेआई

लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने सीजेआई बी आर गवई के रिटायरमेंट से पहले फेयरवेल का आयोजन किया था, जहां उन्होंने ये बातें कहीं। सीजेआई बी आर गवई ने कहा, मेरे पिता भी धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे। वह डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे और मैंने बचपन में हमेशा देखा है कि जब भी वह राजनीतिक कार्यक्रमों में जाते थे और उनके दोस्त उनसे कहते थे- सर यहां चलो, यहां बहुत प्रसिद्ध दरगाह है, यहां का गुरुद्वारा प्रसिद्ध है। तो मैं इस तरह सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ हूं।

रविवार को पूरा हो रहा कार्यकाल

चीफ जस्टिस बीआर गवई का आज आखिरी वर्किंग डे है। हालांकि, उनका कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को पूरा हो रहा है। यानी कि सीजेआई सुप्रीम कोर्ट से रविवार को रिटायर होंगे। चूंकि कोर्ट शनिवार और रविवार को बंद रहता तो आज उनका आखिरी वर्किंग डे रहेगा। इसलिए ही सुप्रीम कोर्ट परिसर में उनके फेयरवेल का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

बाबा विश्वनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल मार्टीनगंज में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का हुआ सत्रारम्भ
सत्येन्द्र यादव
मार्टिनगंज आजमगढ़
   बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बनगांव मार्टिनगंज के प्रांगण में  बी ए एम एस के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन का सत्रारंभ  भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री यशवंत सिंह, संस्थापक प्रबंधक फौजदार सिंह द्वारा सर्वप्रथम सरस्वती जी के चित्र पर एवं श्री श्री 1008 दुर्वासा महामंडलेश्वर के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं  दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रम में आये हुए समस्त अतिथियों एवं ब्राह्मण पुरोहितों को माल्यार्पण कर स्मृतिचिन्ह एवं अंगवस्त्रम से अस्पताल के डायरेक्टर संजय सिंह एवं सौरभ सिंह नितिन द्वारा सम्मानित किया गया। | इस अवसर पर डॉ0 श्रुति सिंह ने नवागत छात्र छात्राओं का परिचय कराया और बताया कि दवाइयां एक विषय नहीं है यह करिश्मा होती हैं हम पढ़ाई इसलिए करते हैं कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक मेडिकल की सेवा प्रदान की जा सके। आप तनाव न लें, डॉक्टर के साथ-साथ एक अच्छा इंसान बने और जो डॉक्टरों का यूनिफॉर्म आपके ऊपर होता है वह यूनिफॉर्म नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी होती है। उस विश्वास को बनाए रखने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज में इस बार बी ए एम एस की पढ़ाई करने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक प्रदेश के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों  से बच्चे दाखिला लिए हैं। हमें विश्वास है की आयुष चिकित्सा पद्धति को अच्छी तरह से समझेंगे और उन्हें  अपने जीवन में आत्मसात भी करेंगे। इस अवसर पर संस्थापक फौजदार सिंह ने कहा कि आज भी स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में आयुर्वेद को मान्यता मिल रही है जिसका वैश्वीकरण हो रहा है। आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। आयुर्वेद का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अनेक पद्धतियों से सरल तरीके से विभिन्न रोगों का इलाज आयुर्वेद में उपलब्ध है जहां आज प्राणायाम, योगाभ्यास, अनुलोम विलोम से अनेक रोगों से छुटकारा मिल रहा है वही आयुर्वेदिक दवाइयां भी चमत्कारिक रूप से लोगों के ऊपर असरदार कार्य कर रही हैं। इस दौरान पिछले सत्र में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को  प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री जसवंत सिंह, कृष्णा मुरारी विश्वकर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद राय, नगर पंचायत प्रतिनिधि सौरभ सिंह बिनू ,संस्थापक फौजदार सिंह, संजय सिंह, सौरभ सिंह नितिन, वेदपाल सिंह, ऋषिकांत राय, प्रेम प्रकाश यादव, प्रभु नारायण प्रेमी, प्रोफेसर पी सी चौधरी, विनोद सिंह , पूर्व प्राचार्य डॉ लालजी त्रिपाठी, डॉ  नागेश्वर सिंह, यशवंत सिंह आक्सी लोग उपस्थित रहे।
आजमगढ़ ::सपा के दसों विधायकों और सांसद धर्मेंद्र यादव ने SIR में हो रही समस्या को लेकर जिलाधिकारी से मिला

उपेन्द्र कुमार पांडेय 

 आजमगढ़। SIR से हो रही समस्याओं के संबंध में दसों विधायकों संग सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने डीएम रविन्द्र कुमार से मुलाकात कर अवगत कराया है। जिसके बाद मीडिया से रूबरू हुए सांसद धर्मेंद्र यादव भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि SIR को लेकर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ब्लॉक स्तर पर अधिकारी भेदभाव कर रहे है तो कई जगहों पर मतदाताओं के नाम काटे जा रहे है। यह भाजपा का चुनाव जीतने का हथकंडा है। लेकिन जनता इसका जवाब 2027 में देगी। दो दिन पहले पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ का तंज की खेसारी लाल यादव के जैसे ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव का होगा हस्र के सवाल पर सपा सांसद धर्मेंद्र ने निरहुआ को बड़बोला की उपाधि से नवाजते हुए ब्रह्मा को चुनौती देने वाला कह कर जवाब देने से टाल दिया। इस दौरान सपा प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक संग्राम यादव, विधायक अखिलेश यादव, विधायक डॉक्टर एच एन पटेल, प्रवक्ता विवेक सिंह सहित बड़ी संख्या में समाजवादी मौजूद रहे।

फोटो --बैठक करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड विकास कार्यो से सम्बन्धित बैठक कर की समीक्षा 

एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की भी समीक्षा कर ली जानकारी

55 मदो, योजनाओ मे जनपद को ए श्रेणी प्राप्त, बी, सी व डी0 श्रेणी वाले अधिकारी अगले माह प्रगति मे सुधार लाते हुए ए श्रेणी लाना करें अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही -जिलाधिकारी

मीरजापुर। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित, एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ की समीक्षा, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित समीक्षा के दौरान 55 मदो, योजनाओं में जनपद को ए श्रेणी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी बी व सी, डी श्रेणी वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अगले माह योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए ए श्रेणी लाना सुनिश्चित करे अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट, विकास भवन व सभी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में हेल्पडेस्क दो दिवसों में स्थापित करते हुए सूचना उपलब्ध कराए। अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा छात्र वृत्ति व निशुल्क प्रतिपूर्ति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि आवेदन के सापेक्ष अग्रसारित आवेदनों की शत प्रतिशत कराते हुए स्वीकृति हेतु भेजे। सैम व मैम बच्चों की समीक्षा मे जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि जनपद को कुपोषण से मुक्त कराना हम सभी का दायित्व है एवं सभी लोग अपनी सहभागिता से जनपद को कुपोषण मुक्त कराने मे अपना योगदान दे। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सैम व मैम बच्चों केन्द्रवार सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा प्रायः यह देखा की कि अपनी बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर चले जाते है जिससे शासन द्वारा मांगी जाने वाली सूचना का प्रेषण समय से नही पाता है अतएव सभी अधिकारी मुख्यालय से पूर्व अनुमति अवश्य ले जिस अधिकारी के द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ेगा उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। जिन मदो, योजनाओं में ए श्रेणी प्राप्त है यथा- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ए, सोलर स्ट्रीट लाइट बीकेएस ग्राम उन्नति योजना ए, एकीकृत बागवानी विकास मिशन ए, पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरिगेशन ए, खराब ट्रांसफार्मर की शिकायतें ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे ग्रामीण ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे शहरी ए, विद्युत बिल में सुधार हेतु आवेदन ए, कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ए, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ए, पीएम कुसुम ए, बीज डीबीटी ए, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मनरेगा ए, भवन निर्माण ए, सड़क निर्माण ए, एंबुलेंस 108 ए, एंबुलेंस 102 ए, बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्यक्रम ए, मोबाइल मेडिकल यूनिट ए, दुग्ध मूल्य भुगतान की स्थिति ए, सहकारी दुग्ध समितियां ए, दिव्यांग पेंशन ए, दिव्यांग पेंशन आधार सीडिंग ए, जल जीवन मिशन हर घर जल ए, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण ए, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 ए, सामाजिक वनीकरण ए, आपरेश कायाकल्य ए, पीएम पोषण विद्यालय निरीक्षण ए, अंडा उत्पादन ए, निराश्रित गोवंश का संरक्षण ए, पशु टीकाकरण ए, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ए, संरक्षित निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी की ए, शादी अनुदान योजना ए, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मत्स्य उत्पादन ए, निराश्रित महिला पेंशन का आधार सीडिंग ए, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन ए, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ए, प्रोजेक्ट अलंकार ए, सड़को का अनुरक्षण ए, कन्या विवाह सहायता योजना ए, मातृत्व शिशु एवं बालिका मद्द योजना ए, ओडीओपी वित्त पोषण योजना ए, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ए, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना ए, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना ए, वृद्धावस्था पेंशन का आधार सीडिंग ए, जिला सहकारी बैंक अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली ए श्रेणी प्राप्त हुआ हैं। एक करोड़ से अधिक लगात वाली समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए यदि निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता खराब पाई जाती है तो सम्बन्धित के ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि है उन्हें समय से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर की कार्यवाही करें तथा जिन परियोजनाओं में बजट का अभाव है उनमे अपने मुख्यालय को पत्राचार कर बजट अवमुक्त कराए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं जिनके निर्माण मे विलम्ब हो रहा है उनमें शासन को पत्राचार करते हुए समय सीमा बढ़वाया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जो योजना पूर्ण होने वाली है या पूर्ण चुकी है अभी हैण्डओवर नहीं हुआ है उन सभी योजनाओं में विद्युत कनेक्शन है अथवा नहीं या झटपट पोर्टल पर आवेदन किया गया है कि नहीं की सूचना जिला अर्थ संख्या अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए। तत्पश्चात पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

एसडीएम बारा व किसानो के बीच हुई तीखी नोक झोक।

जल जीवन मिशन योजना में सरकार नही दे रही बजट।

अधिशाषी अभियंता ने सरकार से बजट न मिलने को कार्य के धीमी प्रगति को बताया बड़ा कारण।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।घूरपुर थानान्तर्गत गौहनियां बाई पास पर चल रहे भारतीय किसान यूनियन (किसान)के अनिश्चित कालीन सत्याग्रह में पहुंची एसडीएम बारा प्रेरणा गौतम को किसानो के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा।पिछले तीन दिन से धरने पर बैठे किसानो ने नाराजगी जाहिर की एवं एसडीएम को ज्ञापन देने से इन्कार कर दिया।उसके बाद एसडीएम व किसानो के बीच तीखी नोक झोक हुई।बाद में एसडीएम वापस आई और प्रार्थनापत्र व ज्ञापन मांगने लगी तो कुछ पीड़ित किसानो ने शिकायत पत्र की फोटो कॉपी उन्हे पकड़ा दिया।इसके बाद एसडीएम बिना किसानो की बात सुने ही डीएम कार्यालय में मीटिंग के बहाने सत्याग्रह स्थल से निकल गयी।सत्याग्रह आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे भाकियू (किसान)के पूर्वाचल प्रभारी राजीव चन्देल ने कहा कि एसडीएम बारा का व्यवहार आम आदमी के प्रति ठीक नही।पूरा बारा प्रशासन सरकार विरोधी कार्य कर रहा है।सत्याग्रह पर बैठे किसानो ने बारा तहसील के दो नायब तहसीलदारो पर सरकार विरोधी कार्य करने का आरोप लगाते इन्हे बारा से हटाने की मांग की।एसडीएम के जाने के बाद नायब तहसीलदार विजय कुमार आन्दोलन स्थल पर पहुंचे और कहा कि कल फिर किसानो से वार्ता करेगे।वही जल जीवन मिशन योजना में भ्रष्टाचार के आरोप पर सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे अधिशाषी अभियन्ता जल निगम(ग्रामीण)प्रवीण कुट्टी ने बताया कि हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य बजट के अभाव में ठप पड़ा है।पिछले कुछ महीने से कोई कार्य आगे नही बढ़ पा रहा है।प्रयागराज मंडल के आयुक्त ने राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशाषी निदेशक डॉक्टर राजेश शेखर को पत्र लिखकर सरकार से जल जीवन मिशन के कार्य के लिये बजट आवंटित करने की मांग की है।इसके जवाब में अधिशाषी निदेशक ने धनराशि उपलब्ध न होने के कारण फर्मो के बिलो का भुगतान किया जाना संभव नही।वही अधिशाषी अभियंता जल जीवन मिशन योजना के धीमी प्रगति के लिये पूरी तरह से सरकार से धनराशि उपलब्ध न कराने को प्रमुख कारण माना।अधिशाषी अभियन्ता से वार्ता के बाद भारतीय किसान यूनियन (किसान)ने लखनऊ तक जाने का निर्णय लिया और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जल जीवन योजना को अतिशीघ्र पूरा करने की मांग करने का निर्णय लिया।मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा मंजू राज आदिवासी व मण्डल महासचिव धर्मेन्द्र सिंह पटेल ने कहा कि जब तक हमारी सभी मांगे पूरी नही हो जाती तब तक सत्याग्रह आन्दोलन चलेगा।आज सत्याग्रह आन्दोलन में मण्डल उपाध्यक्ष मनोरमा आदिवासी जिला महासचिव प्रतिमा सिंह युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष बसंत बहादुर बिन्द जिला उपाध्यक्ष ज्ञानचन्द आदिवासी उपाध्यक्ष मनदीप सिंह ब्लॉक अध्यक्ष जसरा राम बहादुर कुशवाहा ब्लॉक अध्यक्ष शंकरगढ़ अरुण सिंह संतोष निषाद मीडिया प्रभारी रमाकांत निषाद ब्लॉक अध्यक्ष महिला मोर्चा मेजा मंजू भारतीया अखिलेश सिंह पटेल इंद्रजीत सिंह पटेल कमलेश आदिवासी पवन आदिवासी रामकिशुन आदिवासी बलराम बंसल कल्पना पटेल मीरा पटेल निकिता आदिवासी रितेश सिंह मिथिलेश सिंह पटेल रणवीर सिंह बलराम बंसल नरेन्द्र बंसल निकिता आदिवासी सहित सैकड़ो किसान उपस्थित थे।