भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

#supremecourthearingonrohingya

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।

नगर कोतवाल दो हफ्ते से खंगाल रहे थे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज, चोरों ने फिर दिया अदम्य साहस का परिचय!* *पुलिस चौकी के बगल दुकान में दोबारा हुई च
नगर कोतवाल दो हफ्ते से खंगाल रहे थे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज, चोरों ने फिर दिया अदम्य साहस का परिचय!

*पुलिस चौकी के बगल दुकान में दोबारा हुई चोरी*
सुल्तानपुर।नगर के शाहगंज पुलिस चौकी के बगल मोबाइल की दुकान की छत के रास्ते चोर मंगलवार रात फिर से माल पार कर दिया। इससे पहले इसी दुकान में बीते 19 नबम्बर को हुई थी चोरी।इस बार भी दुकान में रखी नकदी और कई मोबाइल लेकर चलते बने।
मंगलवार सुबह पहुंचे प्रोपराइटर ने दुकान पर पहुँचे तो उन्हें फिर से चोरी की जानकारी हुई। आपको बता दें कि
शाहगंज पुलिस चौकी के परिसर से सटी घरहा खुर्द के रहने वाले राशिदुल इस्लाम की मोबाइल की दुकान है। वह मोबाइलों की बिक्री/मरम्मत का काम करते हैं। दुकानदार के कहे को सच मानें तो चोर छत में सेंध लगाकर
दुकान के अंदर घुसे और पूरी दुकान को खंगाला,
इसके अलावा मोबाइल के चार्जरों को भी उठा ले गए। आज मंगलवार को दुकानदार राशिदुल इस्लाम शटर खोलकर अंदर गए तो छत में एक बार फिर सेंध लगा देखा, सामान इधर-उधर बिखरे पड़े थे, इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। आसपास के व्यापारी भी इक‌ट्ठा हो गए ।आपको बता दें कि पिछली बार 11 नवम्बर को नगर कोतवाल धीरज कुमार ने दावा किया था कि आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएंगे।एक कैमरे में एक चोर भी दिखा है! जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा!लेकिन उन्हें क्या पता था कि महज 15 दिन में ही चोर फिर से अदम्य साहस का परिचय देगा!
संसद के दूसरे दिन भी सत्तापक्ष और विपक्ष का टकराव जारी, SIR पर फिर बवाल

#parliamentwintersessionsirindiblockprotest

संसद में एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा जारी है। संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। संसद परिसर में विपक्षी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने आज भी एसआईआर के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा। विपक्षी सांसद संसद के मकर द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और चुनाव आयोग के साथ-साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में मकर द्वार पर एसआईआर के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संसद परिसर में एसआईआर के खिलाफ विपक्ष के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य विपक्षी नेता प्रदर्शन में मौजूद दिखे।

संसद में व्यवधान पैदा करने की आवश्यकता नहीं- रिजिजू

वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, विपक्ष को ढूंढ-ढूंढकर कर मुद्दे लाने की आवश्यकता नहीं है। शीतकालीन सत्र में बहुत सारे मुद्दे हैं और कई मुद्दे विपक्ष ने भी उठाए हैं, हम उसपर आगे क्या करना है बातचीत करके विचार करेंगे। नए-नए मुद्दे ढूंढकर संसद में व्यवधान पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। हर मुद्दा अपनी जगह पर महत्वपूर्ण है लेकिन मुद्दे को हथियार बनाकर संसद में गतिरोध करना ठीक नहीं है। आज हम विपक्ष के प्रमुख नेताओं से बात करेंगे।

संचार साथी एप को लेकर भड़का विपक्ष

इधर, मोबाइल हैंडसेट पर संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल करने के संचार विभाग के निर्देशों पर भी विपक्ष ने आपत्ती जताई है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, यह एक जासूसी ऐप है। नागरिकों को प्राइवेसी का अधिकार है। हर किसी को परिवार, दोस्तों को मैसेज भेजने की प्राइवेसी का अधिकार होना चाहिए। वे इस देश को हर तरह से तानाशाही में बदल रहे हैं। संसद इसलिए काम नहीं कर रही है क्योंकि सरकार किसी भी चीज पर बात करने से मना कर रही है। विपक्ष पर इल्जाम लगाना बहुत आसान है। वे किसी भी चीज पर चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। एक स्वस्थ लोकतंत्र चर्चा की मांग करता है।

लखनऊ में SIR फॉर्म जागरूकता अभियान: मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने समुदाय से सटीक डेटा संग्रह पर दिया बल
लखनऊ। शिया समुदाय से जुड़े प्रशासनिक, शैक्षिक और सामाजिक ढांचे की वर्तमान स्थिति को व्यवस्थित रूप से समझने के उद्देश्य से शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने समुदाय के सदस्यों से SIR फॉर्म अधिक संख्या में भरने की अपील की। यह अपील उन्होंने अपने हालिया संबोधन में की, जो शहर में आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान दिया गया।

अपने वक्तव्य में मौलाना ज़ैदी ने कहा कि “SIR फॉर्म सामाजिक और जनसंख्या संबंधी सटीक आंकड़ों को संकलित करने का एक प्रमुख माध्यम है, जिससे समुदाय की वास्तविक आवश्यकताओं का मूल्यांकन संभव होता है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अपूर्ण या गलत डेटा कई योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में बाधा उत्पन्न करता है।

उन्होंने बताया कि समुदाय के कई परिवारों को फॉर्म भरने की प्रक्रिया और इसके उपयोग के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है, जिसके कारण प्रशासनिक और सामाजिक रिकॉर्ड अक्सर अधूरे रह जाते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को इस प्रक्रिया के प्रति जागरूक करें और सही जानकारी उपलब्ध कराएँ।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिनिधियों ने भी SIR फॉर्म की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा कि सुव्यवस्थित डेटा उपलब्ध होने से भविष्य में शिक्षा, सामाजिक कल्याण योजनाओं और सामुदायिक प्रबंधन से जुड़े प्रयासों में पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ेगी।

मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी लखनऊ क्षेत्र में धार्मिक मार्गदर्शन, सामाजिक जागरूकता और समुदाय आधारित कार्यक्रमों के लिए पहचाने जाते हैं। वे विशेष रूप से युवा वर्ग में शिक्षा, संगठनात्मक भूमिका और सामुदायिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
राष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 का हुआ धूमधाम से आगाज़ पद्श्री मालिनी अवस्थी की सुरमयी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

संजय द्विवेदी प्रयागराज।संगम नगरी में एक बार फिर लोक-परम्पराओ और स्वदेशी कला के अद्भुत संगम का साक्षी बनी।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 का शुभारम्भ सोमवार को शिल्प हाट परिसर में भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ किया गया।एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए देश के विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो ने अपने पारंपरिक परिधानो और लोक-नृत्य की मोहक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान को मंच पर जीवंत किया।हर रंग में एकता, हर सुर में भारत की आत्मा साफ झलक रही थी।कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय न्यायमूर्ति जे.जे.मुनीर केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा एवं कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।केन्द्र निदेशक ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र से अभिनन्दन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पिछले चार दशकों से लोक कलाओं की धरोहर को संरक्षित कर रहा है।स्वदेशी शिल्पों के माध्यम से आत्मनिर्भरता व राष्ट्रगौरव की भावना मजबूत होती है।इसलिए शिल्प मेला आज प्रयागराज का एक महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन बन चुका है।

उन्होने कहा कि स्वदेशी उत्पादों से प्रेम और आत्मनिर्भरता ही व्यक्ति के रूप में हमारी और राष्ट्र के रूप में देश के स्वाभिमान को निर्मित करती है।

सुरो और लोकनृत्यो ने बांधा समां

सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ विपिन मिश्रा की शंख-डमरू वादन से हुआ।इसके पश्चात पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने माँ गंगा को नमन करते हुए जब “मोरे राम जोगिनी बनूंगी”गाया तो पंडाल करतल ध्वनि से गूंज उठा।रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे मोरे अंगना भवानी आई हो रामा हो रामा“केसरिया बालम पधारो म्हारे देस जैसे गीतो ने शाम को भक्तिरस व लोकधुनों की मिठास से भर दिया।राजा जनक के हारे भीड़ और होली खेले मसाने में और“सावन आया रे, मेघ छाए रे प्रस्तुत कर समां बांध दिया।लोकनृत्यों की कड़ी में असम से आई स्वागता शर्मा एवं दल ने असम के पारंपरिक नृत्य बिहू की प्रस्तुति देकर वहां की माटी की सुगंध को बिखेरकर खूब तालियां बटोरी। मध्य प्रदेश से आए जुगल किशोर एवं दल ने जनक लियौ रघुरयिया अवध में बाजे बधाइयां गीत पर रगं-बिरंगे परिधान में बधाई नौरता नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी।हरियाणा से आए प्रदीप कुमार बमनी और साथी कलाकारों ने फागुन आया रंग भरा गीत पर फाग नृत्य की प्रस्तुति देकर देवर भाभी के प्रेम को मंच पर जीवंत किया।झांसी से आई राधा प्रजापति एवं दल ने राई नृत्य की प्रस्तुति दी।वही रामबाबू यादव ने बिरहा भेजी राम को वन में रहले कैअव कारण बनिके मनिहारी श्याम दौरी सिर पर धारी की प्रस्तुति दी।

आकर्षक शोभायात्रा बनी मुख्य आकर्षण

विभिन्न प्रान्तो से आए कलाकारों ने शहर के मध्य भव्य शोभायात्रा निकाली।शोभायात्रा एनसीजेडसीसी से प्रारम्भ होकर इंदिरा गांधी चौराहा पत्थर गिरजाघर सुभाष चौराहा से होती हुई आगे बढ़ी।सिविल लाइन के उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष स्वाती निरखी क्षेत्रीय पार्षद नीरज जायसवाल संजय पुरुषार्थी पंकज जायसवाल सहित अन्य गणमान्य नागरिको ने कलाकारों का हार्दिक स्वागत किया।लोगों की भारी भीड़ ने लोकनृत्यों व वाद्य धुनो का आनंद लेते हुए शोभायात्रा का स्वागत किया।पूरा शहर मानो उत्सव में सराबोर हो उठा।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. आभा मधुर ने किया।

शंकरगढ़ मंदिर विवाद—नायब तहसीलदार के साथ व्यापारियो की वार्ता सिर्फ मंदिर की मांग

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में स्थित एक पुराने मंदिर को लेकर चल रहे विवाद के बीच नायब तहसीलदार राकेश यादव मौके पर पहुँचे और व्यापारियों के साथ बातचीत की।सोमवार को हुई इस बैठक में सैकड़ो व्यापारी और महिलाएं मौजूद थे। उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाते हुए स्पष्ट किया कि उनकी एकमात्र मांग है कि मंदिर की जगह मंदिर ही बनना चाहिए।वही एक दो व्यापारियों ने कहा कि पहले यहाँ दुकान आगे और मंदिर पीछे था और वे चाहते हैं कि दुकान का निर्माण भी हो।

हालांकि,अधिकांश व्यापारी और महिलाएं इस बात पर अड़े रहे कि सिर्फ मन्दिर का ही निर्माण होना चाहिए

और किसी भी तरह का अवैध अतिक्रमण या दुकान निर्माण स्वीकार नही किया जाएगा। नायब तहसीलदार राकेश यादव ने सभी को सुनने के बाद आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।व्यापारियो ने इसके अलावा पूर्व में हुई अष्टधातु मूर्तियों की चोरी का मुद्दा उठाया।उनका आरोप है कि पुलिस ने चोरी की मूर्तियो को बरामद कर राजा साहब और उनके सहयोगियो को सौपा था लेकिन वे मूर्तियाँ अभी तक मंदिर नहीं पहुँची हैं। उन्होंने मांग की कि उन मूर्तियो के मंदिर तक न पहुँचने के कारणों की भी जांच होनी चाहिए। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि अगर मंदिर की जगह पर अवैध अतिक्रमण या दुकान निर्माण हुआ तो वे सभी दुकाने बंद कर धरने पर बैठ जाएंगे और तब तक आंदोलन जारी रखेगे जब तक मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता।पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने व्यापारियों की मांग का समर्थन करते हुए कहा राजा साहब और उनके सहयोगियो ने मंदिर तुड़वाते वक्त व्यापारियो से वादा किया था कि यहाँ भव्य मंदिर बनेगा। लेकिन वर्तमान निर्माण से यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि मंदिर बन रहा है।यदि वे मंदिर नहीं बनवा सकते तो उन्हें व्यापारियो के सामने स्पष्ट कहना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो व्यापारी चंदा इकट्ठा करके खुद मंदिर का निर्माण करेंगे।इस मौके पर राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद थे।व्यापारियो ने मंदिर के 150 से 200 वर्ष पुराने इतिहास का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि 2011 में किसके आदेश पर नगर पंचायत में राजा साहब के नाम मंदिर और चार कमरे दुकान चढ़ा दिए गए थे।उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।खबर लिखे जाने तक सैकड़ों व्यापारी दरी बिछाकर बजरंगबली की प्रतिमा के पास भजन-कीर्तन में जुटे हुए थे। वही व्यापारियों ने अयोध्या में श्री राम के टेंट में रहने का उदाहरण देते हुए आगे कहा कि उन्हें विश्वास है कि भाजपा सरकार उनकी आस्था और हिन्दुओ की भावना को समझेगी और मंदिर की जगह मंदिर ही बनेगा।उन्होने दोहराया कि जब अयोध्या में श्री राम टेन्ट में रह सकते है तो यहाँ बजरंगबली की मूर्ति टेन्ट में क्यो नही रह सकती बशर्ते अवैध अतिक्रमण और दुकान निर्माण न हो।

विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी एवं आस्था का केन्द्र बना संगम प्रयागराज

प्रतिवर्ष माघ मास में होता है 84 लाख देवी देवताओ का वास  

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विगत वर्ष माघ मास में 142 वर्षो बाद लगा धर्म नगरी संगम क्षेत्र में महाकुम्भ के दौरान देश विदेश से संगम स्नान करने हेतु आए स्नानार्थियो ने पूरे विश्व में प्रयागराज जिले का नाम तो रोशन कर ही दिया है।जबकि प्रयागराज में प्रतिवर्ष माघ मास में संगम की रेती पर देश-विदेश से आए हुए सनातन धर्मावलम्बियो महात्माओ का निवास संगम की रेती पर 84 लाख देवी देवताओ के बीच तम्बुओ की नगरी में बना ही रहता है।ठीक उसी प्रकार इस वर्ष भी संगम की रेती पर तंबुओ की नगरी बनना शुरू हो चुका है।क्योकि माघ मेला प्रतिवर्ष जनवरी फरवरी के महीने में ही लगता है जबकि कुम्भ मेला एक बड़ा और दुर्लभ आयोजन है जो हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थान प्रयागराज नासिक उज्जैन हरिद्वार में लगता है।

माघ मेला कुम्भ की तुलना में छोटा होता है और दोनों में अंतर उनकी आवृत्ति एवं भव्यता का है त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करना आध्यात्मिक महत्व है।पौराणिक कथाओ के अनुसार संगम स्नान करने वाले व्यक्ति संगम तट पर विराजमान हनुमान जी का दर्शन पूजन जरुर करते है।जो एक प्रसिद्ध मंदिर है भारत के कुछ अनोखे मंदिरों में एक है जो गंगा यमुना नदियो के संगम तट पर स्थित है जहां हनुमान जी लेटे हुए स्वरूप में दर्शाये गए है मान्यता है कि लंका पर विजय के बाद जब हनुमान जी यहां पहुंच कर विश्राम कर रहे थे तभी यह प्रतिमा इस अवस्था में स्थापित हो गई थी।श्रद्धालु स्नान करने के बाद यहां दर्शन पूजन करना नहीं भूलते माना जाने के साथ-साथ देखा भी जाता है कि प्रतिवर्ष मां गंगा प्रतिवर्ष संकट मोचन बजंरगबली को उनके स्थान पर पहुंचकर स्नान कराती है।वैसे तो संगम क्षेत्र में अरैल की तरफ भी अनेको साधु संतों एवं महात्माओं तथा सुप्रसिद्ध फलाहारी बाबा का बांध रोड से लगा हुआ मठ मंदिर रुपी आश्रम है जहां लोग फलाहारी बाबा से दीक्षा ग्रहण करते है।संगम क्षेत्र में स्नान करने हेतु आने वाले स्नानार्थियो द्वारा भी उक्त स्थान पर बने मंदिरों में निवास करने वाले महात्माओ का भी दर्शन पूजन किया करते हैं और उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त कर अपने आप को लोग गौरवान्वित महसूस करते है।

शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण*:*मनीष कुमार सिंह
संजीव सिंह बलिया !जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर गतिमान एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे हैं शिक्षकों को एक परामर्शदाता के रूप में विकसित किया जा रहा है ताकि बच्चों के सर्वांगीण विकास में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षक बच्चों के स्तर के अनुरूप उनका विकास कर सकें।यह बातें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के उप शिक्षा निदेशक / प्राचार्य एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार द्वारा प्रशिक्षण के 13 वे बैच के पांचवें दिन समापन के अवसर पर प्रेषित की गई।अपने उद्बोधन में प्राचार्य ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्वेश्य शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास करना है ताकि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के नोडल से रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए इस प्रशिक्षण को रोचक तरीके से संपन्न कराया जा रहा है। प्रशिक्षण में समय से सहभागिता, प्रस्तुतीकरण तथा अनुशासन हेतु विभिन्न शिक्षकों को पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था है जिसके अंतर्गत इस बैच के प्रशिक्षण की समाप्ति पर प्राथमिक विद्यालय भरपूरवा रसड़ा के सुभाष, पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय रसड़ा की सुमन यादव ,कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय नूरपुर गड़वार की श्वेता सिंह ,कंपोजिट विद्यालय करमपुर बेरूआरबारी की पुनीता पाठक ,कन्या प्राथमिक विद्यालय चकिया नंबर दो बैरिया की अनुराधा मिश्रा, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय नवानगर के ऋषि राजकुमार गोल्डन, कंपोजिट विद्यालय आशापुर के विनय कुमार सिंह ,प्राथमिक विद्यालय जगदेवा बैरिया के विशंभर कुमार, कंपोजिट विद्यालय खारिका रेवती के अनूप कुमार वर्मा ,प्राथमिक विद्यालय आसमानपुर रेवती के अमिताभ बच्चन ,कंपोजिट विद्यालय चौकनी बांसडीह के अग्निवेश तिवारी, कन्या प्राथमिक विद्यालय नागपुर रसड़ा के घनश्याम कुमार को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह, राम प्रकाश ,देवेंद्र सिंह, जानू राम , भानु प्रताप सिंह,राम यश योगी,डा अशफ़ाक ,हलचल चौधरी, किरण सिंह तथा डॉक्टर शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को रोचक बनाते हुए गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की भूमिका की भी प्राचार्य द्वारा प्रशंसा की गई।
रामराज सनातन धर्म मंदिर में लगाया गया आंखों का निशुल्क कैंप

बहसुमा।मेरठ।रामराज (मेरठ)।सनातन धर्म मंदिर रामराज में आज नेत्र चिकित्सा कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में बड़ी संख्या में लोग अपनी आंखों की जांच कराने पहुंचे।

कैंप में डॉ. रिज़वान, डॉ. संजय कुमार, डॉ. मना गंभीर, डॉ. नरेंद्र गंभीर और डॉ. पूनम सहित अन्य चिकित्सा टीम मौजूद रही। डॉक्टरों ने मरीजों की आंखों की जांच कर आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध कराईं।

कैंप के दौरान अनीता पत्नी कृष्णपाल की भी आंखों की जांच की गई, जिनको डॉक्टरों ने जांच उपरांत उचित दवाई प्रदान की। आयोजन स्थल रामराज सनातन धर्म मंदिर में लोगों ने चिकित्सा सेवा का लाभ लिया और इस पहल की सराहना की।

Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।

भारत धर्मशाला नहीं, घुसपैठियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ नहीं बिछा सकते, सीजेआई सूर्यकांत की दो टूक

#supremecourthearingonrohingya

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार का दिन रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बेहद गर्म रहा। पाँच रोहिंग्या नागरिकों के कथित हिरासत में गायब होने (कस्टोडियल डिसअपीयरेंस) को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कड़ा रुख अपनाया। याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करने की मांग की थी, लेकिन सीजेआई की पीठ ने इस मांग को साफ तौर पर खारिज कर दिया।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर कड़ा रुख अपनाया। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने सीधा सवाल किया कि क्या भारत सरकार ने रोहिंग्याओं को कभी ‘शरणार्थी’ माना है। उन्होंने साफ कहा कि ‘शरणार्थी’ एक कानूनी शब्द है। सीजेआई ने टिप्पणी की कि जो लोग अवैध तरीके से देश में घुसते हैं, उनके लिए हम रेड कार्पेट नहीं बिछा सकते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे गंभीर

सीजेआई सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, आप जानते हैं कि ये लोग घुसपैठिए हैं। नॉर्थ-ईस्ट की सीमा बेहद संवेदनशील है। उन्होंने आगे कहा, देश में क्या-क्या हो रहा है, आप जानते हैं? अगर कोई गैरकानूनी तरीके से आता है। वो सुरंगों से घुस आते हैं, तब भी आप उनके लिए रेड कार्पेट चाहते हैं। आप कह रहे हैं कि उन्हें खाना, आश्रय, बच्चों के लिए शिक्षा… क्या कानून को इतना खींच दें?अदालत ने साफ कर दिया कि जहाँ मानवाधिकार महत्व रखते हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ से जुड़े मुद्दे भी उतने ही गंभीर हैं।

याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट का रुख

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में बताया कि वे रोहिंग्याओं के लिए कोई विशेष अधिकार नहीं माँग रहे हैं। उनकी बस यही माँग है कि अगर उन्हें उनके देश वापस भेजा जाए तो यह काम कानून के हिसाब से होना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने साफ कहा कि रोहिंग्याओं का कानूनी दर्जा तय हुए बिना उनके अधिकारों पर बात नहीं हो सकती। कोर्ट ने यह भी याद दिलाया कि भारत दुनिया की ‘धर्मशाला नहीं बन सकता’ जहाँ से चाहे शरणार्थी आ जाएँ। 

16 दिसंबर तक टली सुनवाई

इस मामले को अब अन्य रोहिंग्या मामलों के साथ ही सुना जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई अब 16 दिसंबर तक के लिए टाल दी है। उसी दिन रोहिंग्या शरणार्थियों से जुड़े अन्य मामलों की भी सुनवाई होगी।

नगर कोतवाल दो हफ्ते से खंगाल रहे थे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज, चोरों ने फिर दिया अदम्य साहस का परिचय!* *पुलिस चौकी के बगल दुकान में दोबारा हुई च
नगर कोतवाल दो हफ्ते से खंगाल रहे थे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज, चोरों ने फिर दिया अदम्य साहस का परिचय!

*पुलिस चौकी के बगल दुकान में दोबारा हुई चोरी*
सुल्तानपुर।नगर के शाहगंज पुलिस चौकी के बगल मोबाइल की दुकान की छत के रास्ते चोर मंगलवार रात फिर से माल पार कर दिया। इससे पहले इसी दुकान में बीते 19 नबम्बर को हुई थी चोरी।इस बार भी दुकान में रखी नकदी और कई मोबाइल लेकर चलते बने।
मंगलवार सुबह पहुंचे प्रोपराइटर ने दुकान पर पहुँचे तो उन्हें फिर से चोरी की जानकारी हुई। आपको बता दें कि
शाहगंज पुलिस चौकी के परिसर से सटी घरहा खुर्द के रहने वाले राशिदुल इस्लाम की मोबाइल की दुकान है। वह मोबाइलों की बिक्री/मरम्मत का काम करते हैं। दुकानदार के कहे को सच मानें तो चोर छत में सेंध लगाकर
दुकान के अंदर घुसे और पूरी दुकान को खंगाला,
इसके अलावा मोबाइल के चार्जरों को भी उठा ले गए। आज मंगलवार को दुकानदार राशिदुल इस्लाम शटर खोलकर अंदर गए तो छत में एक बार फिर सेंध लगा देखा, सामान इधर-उधर बिखरे पड़े थे, इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। आसपास के व्यापारी भी इक‌ट्ठा हो गए ।आपको बता दें कि पिछली बार 11 नवम्बर को नगर कोतवाल धीरज कुमार ने दावा किया था कि आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएंगे।एक कैमरे में एक चोर भी दिखा है! जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा!लेकिन उन्हें क्या पता था कि महज 15 दिन में ही चोर फिर से अदम्य साहस का परिचय देगा!
संसद के दूसरे दिन भी सत्तापक्ष और विपक्ष का टकराव जारी, SIR पर फिर बवाल

#parliamentwintersessionsirindiblockprotest

संसद में एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा जारी है। संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। संसद परिसर में विपक्षी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने आज भी एसआईआर के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा। विपक्षी सांसद संसद के मकर द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और चुनाव आयोग के साथ-साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में मकर द्वार पर एसआईआर के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संसद परिसर में एसआईआर के खिलाफ विपक्ष के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य विपक्षी नेता प्रदर्शन में मौजूद दिखे।

संसद में व्यवधान पैदा करने की आवश्यकता नहीं- रिजिजू

वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, विपक्ष को ढूंढ-ढूंढकर कर मुद्दे लाने की आवश्यकता नहीं है। शीतकालीन सत्र में बहुत सारे मुद्दे हैं और कई मुद्दे विपक्ष ने भी उठाए हैं, हम उसपर आगे क्या करना है बातचीत करके विचार करेंगे। नए-नए मुद्दे ढूंढकर संसद में व्यवधान पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। हर मुद्दा अपनी जगह पर महत्वपूर्ण है लेकिन मुद्दे को हथियार बनाकर संसद में गतिरोध करना ठीक नहीं है। आज हम विपक्ष के प्रमुख नेताओं से बात करेंगे।

संचार साथी एप को लेकर भड़का विपक्ष

इधर, मोबाइल हैंडसेट पर संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल करने के संचार विभाग के निर्देशों पर भी विपक्ष ने आपत्ती जताई है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, यह एक जासूसी ऐप है। नागरिकों को प्राइवेसी का अधिकार है। हर किसी को परिवार, दोस्तों को मैसेज भेजने की प्राइवेसी का अधिकार होना चाहिए। वे इस देश को हर तरह से तानाशाही में बदल रहे हैं। संसद इसलिए काम नहीं कर रही है क्योंकि सरकार किसी भी चीज पर बात करने से मना कर रही है। विपक्ष पर इल्जाम लगाना बहुत आसान है। वे किसी भी चीज पर चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। एक स्वस्थ लोकतंत्र चर्चा की मांग करता है।

लखनऊ में SIR फॉर्म जागरूकता अभियान: मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने समुदाय से सटीक डेटा संग्रह पर दिया बल
लखनऊ। शिया समुदाय से जुड़े प्रशासनिक, शैक्षिक और सामाजिक ढांचे की वर्तमान स्थिति को व्यवस्थित रूप से समझने के उद्देश्य से शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने समुदाय के सदस्यों से SIR फॉर्म अधिक संख्या में भरने की अपील की। यह अपील उन्होंने अपने हालिया संबोधन में की, जो शहर में आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान दिया गया।

अपने वक्तव्य में मौलाना ज़ैदी ने कहा कि “SIR फॉर्म सामाजिक और जनसंख्या संबंधी सटीक आंकड़ों को संकलित करने का एक प्रमुख माध्यम है, जिससे समुदाय की वास्तविक आवश्यकताओं का मूल्यांकन संभव होता है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अपूर्ण या गलत डेटा कई योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में बाधा उत्पन्न करता है।

उन्होंने बताया कि समुदाय के कई परिवारों को फॉर्म भरने की प्रक्रिया और इसके उपयोग के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है, जिसके कारण प्रशासनिक और सामाजिक रिकॉर्ड अक्सर अधूरे रह जाते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को इस प्रक्रिया के प्रति जागरूक करें और सही जानकारी उपलब्ध कराएँ।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिनिधियों ने भी SIR फॉर्म की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा कि सुव्यवस्थित डेटा उपलब्ध होने से भविष्य में शिक्षा, सामाजिक कल्याण योजनाओं और सामुदायिक प्रबंधन से जुड़े प्रयासों में पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ेगी।

मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी लखनऊ क्षेत्र में धार्मिक मार्गदर्शन, सामाजिक जागरूकता और समुदाय आधारित कार्यक्रमों के लिए पहचाने जाते हैं। वे विशेष रूप से युवा वर्ग में शिक्षा, संगठनात्मक भूमिका और सामुदायिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
राष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 का हुआ धूमधाम से आगाज़ पद्श्री मालिनी अवस्थी की सुरमयी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

संजय द्विवेदी प्रयागराज।संगम नगरी में एक बार फिर लोक-परम्पराओ और स्वदेशी कला के अद्भुत संगम का साक्षी बनी।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 का शुभारम्भ सोमवार को शिल्प हाट परिसर में भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ किया गया।एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए देश के विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो ने अपने पारंपरिक परिधानो और लोक-नृत्य की मोहक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान को मंच पर जीवंत किया।हर रंग में एकता, हर सुर में भारत की आत्मा साफ झलक रही थी।कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय न्यायमूर्ति जे.जे.मुनीर केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा एवं कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।केन्द्र निदेशक ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र से अभिनन्दन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पिछले चार दशकों से लोक कलाओं की धरोहर को संरक्षित कर रहा है।स्वदेशी शिल्पों के माध्यम से आत्मनिर्भरता व राष्ट्रगौरव की भावना मजबूत होती है।इसलिए शिल्प मेला आज प्रयागराज का एक महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन बन चुका है।

उन्होने कहा कि स्वदेशी उत्पादों से प्रेम और आत्मनिर्भरता ही व्यक्ति के रूप में हमारी और राष्ट्र के रूप में देश के स्वाभिमान को निर्मित करती है।

सुरो और लोकनृत्यो ने बांधा समां

सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ विपिन मिश्रा की शंख-डमरू वादन से हुआ।इसके पश्चात पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने माँ गंगा को नमन करते हुए जब “मोरे राम जोगिनी बनूंगी”गाया तो पंडाल करतल ध्वनि से गूंज उठा।रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे मोरे अंगना भवानी आई हो रामा हो रामा“केसरिया बालम पधारो म्हारे देस जैसे गीतो ने शाम को भक्तिरस व लोकधुनों की मिठास से भर दिया।राजा जनक के हारे भीड़ और होली खेले मसाने में और“सावन आया रे, मेघ छाए रे प्रस्तुत कर समां बांध दिया।लोकनृत्यों की कड़ी में असम से आई स्वागता शर्मा एवं दल ने असम के पारंपरिक नृत्य बिहू की प्रस्तुति देकर वहां की माटी की सुगंध को बिखेरकर खूब तालियां बटोरी। मध्य प्रदेश से आए जुगल किशोर एवं दल ने जनक लियौ रघुरयिया अवध में बाजे बधाइयां गीत पर रगं-बिरंगे परिधान में बधाई नौरता नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी।हरियाणा से आए प्रदीप कुमार बमनी और साथी कलाकारों ने फागुन आया रंग भरा गीत पर फाग नृत्य की प्रस्तुति देकर देवर भाभी के प्रेम को मंच पर जीवंत किया।झांसी से आई राधा प्रजापति एवं दल ने राई नृत्य की प्रस्तुति दी।वही रामबाबू यादव ने बिरहा भेजी राम को वन में रहले कैअव कारण बनिके मनिहारी श्याम दौरी सिर पर धारी की प्रस्तुति दी।

आकर्षक शोभायात्रा बनी मुख्य आकर्षण

विभिन्न प्रान्तो से आए कलाकारों ने शहर के मध्य भव्य शोभायात्रा निकाली।शोभायात्रा एनसीजेडसीसी से प्रारम्भ होकर इंदिरा गांधी चौराहा पत्थर गिरजाघर सुभाष चौराहा से होती हुई आगे बढ़ी।सिविल लाइन के उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष स्वाती निरखी क्षेत्रीय पार्षद नीरज जायसवाल संजय पुरुषार्थी पंकज जायसवाल सहित अन्य गणमान्य नागरिको ने कलाकारों का हार्दिक स्वागत किया।लोगों की भारी भीड़ ने लोकनृत्यों व वाद्य धुनो का आनंद लेते हुए शोभायात्रा का स्वागत किया।पूरा शहर मानो उत्सव में सराबोर हो उठा।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. आभा मधुर ने किया।

शंकरगढ़ मंदिर विवाद—नायब तहसीलदार के साथ व्यापारियो की वार्ता सिर्फ मंदिर की मांग

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में स्थित एक पुराने मंदिर को लेकर चल रहे विवाद के बीच नायब तहसीलदार राकेश यादव मौके पर पहुँचे और व्यापारियों के साथ बातचीत की।सोमवार को हुई इस बैठक में सैकड़ो व्यापारी और महिलाएं मौजूद थे। उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाते हुए स्पष्ट किया कि उनकी एकमात्र मांग है कि मंदिर की जगह मंदिर ही बनना चाहिए।वही एक दो व्यापारियों ने कहा कि पहले यहाँ दुकान आगे और मंदिर पीछे था और वे चाहते हैं कि दुकान का निर्माण भी हो।

हालांकि,अधिकांश व्यापारी और महिलाएं इस बात पर अड़े रहे कि सिर्फ मन्दिर का ही निर्माण होना चाहिए

और किसी भी तरह का अवैध अतिक्रमण या दुकान निर्माण स्वीकार नही किया जाएगा। नायब तहसीलदार राकेश यादव ने सभी को सुनने के बाद आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।व्यापारियो ने इसके अलावा पूर्व में हुई अष्टधातु मूर्तियों की चोरी का मुद्दा उठाया।उनका आरोप है कि पुलिस ने चोरी की मूर्तियो को बरामद कर राजा साहब और उनके सहयोगियो को सौपा था लेकिन वे मूर्तियाँ अभी तक मंदिर नहीं पहुँची हैं। उन्होंने मांग की कि उन मूर्तियो के मंदिर तक न पहुँचने के कारणों की भी जांच होनी चाहिए। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि अगर मंदिर की जगह पर अवैध अतिक्रमण या दुकान निर्माण हुआ तो वे सभी दुकाने बंद कर धरने पर बैठ जाएंगे और तब तक आंदोलन जारी रखेगे जब तक मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता।पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने व्यापारियों की मांग का समर्थन करते हुए कहा राजा साहब और उनके सहयोगियो ने मंदिर तुड़वाते वक्त व्यापारियो से वादा किया था कि यहाँ भव्य मंदिर बनेगा। लेकिन वर्तमान निर्माण से यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि मंदिर बन रहा है।यदि वे मंदिर नहीं बनवा सकते तो उन्हें व्यापारियो के सामने स्पष्ट कहना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो व्यापारी चंदा इकट्ठा करके खुद मंदिर का निर्माण करेंगे।इस मौके पर राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद थे।व्यापारियो ने मंदिर के 150 से 200 वर्ष पुराने इतिहास का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि 2011 में किसके आदेश पर नगर पंचायत में राजा साहब के नाम मंदिर और चार कमरे दुकान चढ़ा दिए गए थे।उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।खबर लिखे जाने तक सैकड़ों व्यापारी दरी बिछाकर बजरंगबली की प्रतिमा के पास भजन-कीर्तन में जुटे हुए थे। वही व्यापारियों ने अयोध्या में श्री राम के टेंट में रहने का उदाहरण देते हुए आगे कहा कि उन्हें विश्वास है कि भाजपा सरकार उनकी आस्था और हिन्दुओ की भावना को समझेगी और मंदिर की जगह मंदिर ही बनेगा।उन्होने दोहराया कि जब अयोध्या में श्री राम टेन्ट में रह सकते है तो यहाँ बजरंगबली की मूर्ति टेन्ट में क्यो नही रह सकती बशर्ते अवैध अतिक्रमण और दुकान निर्माण न हो।

विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी एवं आस्था का केन्द्र बना संगम प्रयागराज

प्रतिवर्ष माघ मास में होता है 84 लाख देवी देवताओ का वास  

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विगत वर्ष माघ मास में 142 वर्षो बाद लगा धर्म नगरी संगम क्षेत्र में महाकुम्भ के दौरान देश विदेश से संगम स्नान करने हेतु आए स्नानार्थियो ने पूरे विश्व में प्रयागराज जिले का नाम तो रोशन कर ही दिया है।जबकि प्रयागराज में प्रतिवर्ष माघ मास में संगम की रेती पर देश-विदेश से आए हुए सनातन धर्मावलम्बियो महात्माओ का निवास संगम की रेती पर 84 लाख देवी देवताओ के बीच तम्बुओ की नगरी में बना ही रहता है।ठीक उसी प्रकार इस वर्ष भी संगम की रेती पर तंबुओ की नगरी बनना शुरू हो चुका है।क्योकि माघ मेला प्रतिवर्ष जनवरी फरवरी के महीने में ही लगता है जबकि कुम्भ मेला एक बड़ा और दुर्लभ आयोजन है जो हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थान प्रयागराज नासिक उज्जैन हरिद्वार में लगता है।

माघ मेला कुम्भ की तुलना में छोटा होता है और दोनों में अंतर उनकी आवृत्ति एवं भव्यता का है त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करना आध्यात्मिक महत्व है।पौराणिक कथाओ के अनुसार संगम स्नान करने वाले व्यक्ति संगम तट पर विराजमान हनुमान जी का दर्शन पूजन जरुर करते है।जो एक प्रसिद्ध मंदिर है भारत के कुछ अनोखे मंदिरों में एक है जो गंगा यमुना नदियो के संगम तट पर स्थित है जहां हनुमान जी लेटे हुए स्वरूप में दर्शाये गए है मान्यता है कि लंका पर विजय के बाद जब हनुमान जी यहां पहुंच कर विश्राम कर रहे थे तभी यह प्रतिमा इस अवस्था में स्थापित हो गई थी।श्रद्धालु स्नान करने के बाद यहां दर्शन पूजन करना नहीं भूलते माना जाने के साथ-साथ देखा भी जाता है कि प्रतिवर्ष मां गंगा प्रतिवर्ष संकट मोचन बजंरगबली को उनके स्थान पर पहुंचकर स्नान कराती है।वैसे तो संगम क्षेत्र में अरैल की तरफ भी अनेको साधु संतों एवं महात्माओं तथा सुप्रसिद्ध फलाहारी बाबा का बांध रोड से लगा हुआ मठ मंदिर रुपी आश्रम है जहां लोग फलाहारी बाबा से दीक्षा ग्रहण करते है।संगम क्षेत्र में स्नान करने हेतु आने वाले स्नानार्थियो द्वारा भी उक्त स्थान पर बने मंदिरों में निवास करने वाले महात्माओ का भी दर्शन पूजन किया करते हैं और उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त कर अपने आप को लोग गौरवान्वित महसूस करते है।

शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण*:*मनीष कुमार सिंह
संजीव सिंह बलिया !जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर गतिमान एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे हैं शिक्षकों को एक परामर्शदाता के रूप में विकसित किया जा रहा है ताकि बच्चों के सर्वांगीण विकास में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षक बच्चों के स्तर के अनुरूप उनका विकास कर सकें।यह बातें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के उप शिक्षा निदेशक / प्राचार्य एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार द्वारा प्रशिक्षण के 13 वे बैच के पांचवें दिन समापन के अवसर पर प्रेषित की गई।अपने उद्बोधन में प्राचार्य ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्वेश्य शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास करना है ताकि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के नोडल से रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए इस प्रशिक्षण को रोचक तरीके से संपन्न कराया जा रहा है। प्रशिक्षण में समय से सहभागिता, प्रस्तुतीकरण तथा अनुशासन हेतु विभिन्न शिक्षकों को पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था है जिसके अंतर्गत इस बैच के प्रशिक्षण की समाप्ति पर प्राथमिक विद्यालय भरपूरवा रसड़ा के सुभाष, पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय रसड़ा की सुमन यादव ,कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय नूरपुर गड़वार की श्वेता सिंह ,कंपोजिट विद्यालय करमपुर बेरूआरबारी की पुनीता पाठक ,कन्या प्राथमिक विद्यालय चकिया नंबर दो बैरिया की अनुराधा मिश्रा, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय नवानगर के ऋषि राजकुमार गोल्डन, कंपोजिट विद्यालय आशापुर के विनय कुमार सिंह ,प्राथमिक विद्यालय जगदेवा बैरिया के विशंभर कुमार, कंपोजिट विद्यालय खारिका रेवती के अनूप कुमार वर्मा ,प्राथमिक विद्यालय आसमानपुर रेवती के अमिताभ बच्चन ,कंपोजिट विद्यालय चौकनी बांसडीह के अग्निवेश तिवारी, कन्या प्राथमिक विद्यालय नागपुर रसड़ा के घनश्याम कुमार को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह, राम प्रकाश ,देवेंद्र सिंह, जानू राम , भानु प्रताप सिंह,राम यश योगी,डा अशफ़ाक ,हलचल चौधरी, किरण सिंह तथा डॉक्टर शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को रोचक बनाते हुए गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की भूमिका की भी प्राचार्य द्वारा प्रशंसा की गई।
रामराज सनातन धर्म मंदिर में लगाया गया आंखों का निशुल्क कैंप

बहसुमा।मेरठ।रामराज (मेरठ)।सनातन धर्म मंदिर रामराज में आज नेत्र चिकित्सा कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में बड़ी संख्या में लोग अपनी आंखों की जांच कराने पहुंचे।

कैंप में डॉ. रिज़वान, डॉ. संजय कुमार, डॉ. मना गंभीर, डॉ. नरेंद्र गंभीर और डॉ. पूनम सहित अन्य चिकित्सा टीम मौजूद रही। डॉक्टरों ने मरीजों की आंखों की जांच कर आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध कराईं।

कैंप के दौरान अनीता पत्नी कृष्णपाल की भी आंखों की जांच की गई, जिनको डॉक्टरों ने जांच उपरांत उचित दवाई प्रदान की। आयोजन स्थल रामराज सनातन धर्म मंदिर में लोगों ने चिकित्सा सेवा का लाभ लिया और इस पहल की सराहना की।

Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।