*दावा: आग से बचाव के लिए पूरे इंतजाम, शिक्षा विभाग के कार्यालयों में दो साल तो कहीं तीन वर्ष पहले लगाए गए हैं अग्निशमन यंत्र*
भदोही- जनपद के शिक्षा के मंदिरों (स्कूलों) कार्यालयों में आग बुझाने के यंत्र नाकाफी है। हालांकि विभागीय अधिकारियों की ओर से ऑल इज वेल का दावा किया जा रहा है। इतना ही नहीं, नियमित रुप से आग बुझाने, लगने के कारणों आदि को लेकर प्रशिक्षण भी नहीं दिया जाता है। किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर लंबा नुकसान होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इन दिनों गर्मी का सीजन चल रहा है। इसके साथ ही अगलगी की घटनाओं में भी इजाफा हो गया है।
बीते माह कार्पेट सिटी स्थित कारखाने में भीषण आग लगी थी। आए दिन बिजली शार्ट सर्किट से नुकसान की बातें सामने आती है। ऐसे में प्रदेश सरकार की ओर से कार्यालयों के साथ ही स्कूलों में आग बुझाने के यंत्रों को लगाने का निर्देश दिया गया है। इतना ही नहीं,इस दिशा में गत वर्षों में धन भी स्वीकृति किया गया था। शिक्षा विभाग के कार्यालयों एवं स्कूलों में अग्निसुरक्षा यंत्र लगवाने का भी दावा किया गया है। कार्यालयों में अगलगी की घटनाएं होने पर कागजातों के साथ ही कम्प्यूटर आदि भी जलने से नुकसान होने की बातें सामने आ सकती है। बीएससी भुपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि उनके कार्यकाल में चार अग्नि बुझाने के यंत्र लगाए गए है। इसके अलावा सभी बीईओ कार्यालय में भी यंत्र लगवाया गया है। साथ ही जिले के 885 विद्यालयों में भी आग बुझाने के यंत्रों को लगाने का काम वर्ष 2023 एवं 2024 में किया गया था। दावा किया कि समय-समय पर कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
डीआईओएस कार्यालय में व्यवस्था दिखी दुरुस्त
जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि जनपद में 33 राजकीय हाईस्कूल है। इसके अलावा पांच एडेड इंटरमीडिएट कालेज एवं दो राजकीय इंटरमीडिएट कालेजों में भी आग बुझाने के यंत्र लगवाए गए हैं। कार्यालय में तैनात 12 कर्मियों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिलाया जाता है।
May 03 2025, 19:48